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डोभी पुलिस ने छर्री लदे हाईवा को किया जप्त, चालक गिरफ्तार

गया/डोभी। डोभी पुलिस छर्री लदा हाईवा को जप्त किया है। इस मामले में थानाध्यक्ष अजय कुमार ने गुरुवार को बताया छर्री लदा हाईवा को डोभी के स्थानीय बाजार चतरा मोड़ से पकड़ा गया है। वहीं मौके से चालक को भी गिरफ्तार किया गया है। चालक की पहचान जहानाबाद जिले के टेहटा बाजार क्षेत्र अंतर्गत गाजीपुर गांव के कृष्णा यादव के रूप में किया गया है।

इस दौरान थानाध्यक्ष ने बताया गिरफ्तार चालक से पूछताछ किया गया। जिसमे छर्री लदा हाईवा के चालक ने बताया छर्री लादकर झारखंड के हंटरगंज से जहानाबाद जा रहे थे। जप्त हाईवा का रजिस्ट्रेशन नंबर- बी आर 01GG/8780 हैं। जप्त किए गए हाईवा को डोभी पुलिस ने डाक बंगला परिसर में सुरक्षित रखा है। वहीं चालक को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया।

रिपोर्ट: महेंद्र कुमार।

10 फरवरी से फाइलेरिया उन्मूलन अभियान: 48 लाख से अधिक आबादी को खिलायी जायेगी दवा

गया। जिला में फाइलेरिया उन्मूलन के लिए 10 फरवरी से मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के तहत दवा का सेवन कराया जायेगा. फाइलेरिया एक गंभीर रोग है. इस रोग के होने से व्यक्ति के हाथ, पैर या जननांग में सूजन आ जाती है. सूजन के कारण हाथीपांव हो जाता है. पुरुषों में हाइड्रोसील की समस्या होती है. हाथीपांव का इलाज नहीं किया जा सकता. जबकि हाइड्रोसील को सर्जरी के माध्यम से इलाज किया जाता है. हाथीपांव से प्रभावित व्यक्ति उम्रभर के लिए विकलांगता का शिकार हो जाता है. उसके प्रभावित अंगों में हमेशा दर्द रहता है और वह सामान्य व्यक्ति की तरह काम नही कर पाता है. 

यह बातें जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ एमई हक ने फाइलेरिया उन्मूलन अभियान से पूर्व वृहस्पतिवार को सदर अस्पताल स्थित सिविल सर्जन कक्ष में आयोजित मीडिया कार्यशाला के दौरान कही. सीफार के सहयोग से जिला वेक्टर बॉर्न नियंत्रण विभाग द्वारा आयोजित मीडिया कार्यशाला में विश्व स्वास्थ्य संगठन, केयर इंडिया, पीसीआई, पीरामल आदि सहयोगी संस्थाओं के साथ मीडियाकर्मी मौजूद रहे. डॉ एमई हक ने बताया कि फाइलेरिया उन्मूलन के लिए एमडीए अभियान चलाया जाता है. इस अभियान के दौरान फाइलेरिया संभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को दवा दी जाती है. जिला में चलने वाले इस अभियान के दौरान लोगों को दो प्रकार की दवा दी जायेगी जिसमें अल्बेंडाजोल और डीईसी शामिल हैं. इन दवाओं की शरीर में मौजूद फाइलेरिया परजीवी को समाप्त करने में अ​हम भूमिका होती है. केंद्र सरकार के फाइलेरिया उन्मूलन के लक्ष्यों को देखते हुए बिहार में एमडीए अभियान की शुरुआत की जानी है. वर्ष 2030 तक फाइलेरिया उन्मूलन के लक्ष्य निर्धारित किया गया है.

दवा सेवन के लिए 48 लाख से अधिक आबादी लक्षित: 

जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी ने बताया कि जिला में दो हजार टीम तैयार की गयी है. इसमें दो स्वास्थकर्मी दवा सेवन कराने का काम करेंगे. अभियान के दौरान 200 सुपरवाइजर होंगे. अभियान के दौरान जिला के सात लाख 71 हजार 313 घरों को कवर किया जायेगा. दवा सेवन के लिए योग्य लाभार्थियों की संख्या 48 लाख 44 हजार 936 आबादी को लक्षित किया गया है. अभियान 14 दिनों तक चलेगा. उन्होंने बताया कि दवा सेवन से किसी प्रकार का नुकसान नहीं होता है. यदि दवा सेवन के बाद सरदर्द, उल्टी और बुखार जैसी परेशानियां होती है तो यह फाइलेरिया संक्रमण का संकेत है. दवा खाने के बाद आपके शरीर में मौजूद फाइलेरिया कृमि के मरने के कारण यह प्रतिक्रिया हुई थी. अगली बार दवा खाने पर ऐसी प्रतिक्रिया नहीं होने की संभावना है.दवा का सेवन स्वास्थ्यकर्मियों के सामने की करना है.

ABVP के द्वारा गया कॉलेज गया में स्टडी सर्कल का किया गया शुभारंभ, शिक्षा के क्षेत्र में एक वैश्विक ब्रांड बनेगा

गया। शहर के गया कॉलेज गया में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के द्वारा स्टडी सर्कल का शुभारंभ किया गया। इस कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन बिहार प्रान्त के प्रान्त संगठन मंत्री सुग्रीव कुमार, बीएड विभाग के विभागाध्यक्ष धनंजय धीरज, विभाग प्रमुख अविनाश कुमार, महानगर अध्यक्ष डॉ प्रियंका तिवारी, महानगर मंत्री मैक्स अवस्थी एवं गया कॉलेज अध्यक्ष विनायक सिंह ने दीप प्रज्वलन कर किया।

मंच संचालक प्रदेश कार्यकारणी सदस्य प्रिया सिंह ने किया। वही, कार्यक्रम कि अध्यक्षता नगर अध्यक्ष प्रोफेशनल प्रियंका कुमारी जी ने किया। विषय परिवेश करते हुए विभाग प्रमुख प्रोफेसर अविनाश कुमार ने कहा कि स्टडी सर्कल के तहत एक विषय का चयन किया जाएगा और सभी छात्र उस विशेष विषय के बारे में तैयार होकर आएंगे और एक निर्दिष्ट समय और स्थान पर उसी पर बोलेंगे- एक पहल जिसका उद्देश्य न केवल वर्तमान पर अपने विचार रखने की छात्रों की क्षमता विकसित करना है और अन्य प्रासंगिक विषयों पर बल्कि उन्हें उन पर अपने स्वयं के विचार विकसित करने के लिए प्रोत्साहित भी करते हैं। 

अभाविप के स्टडी सर्कल के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए इस कार्यक्रम के विषय में शिक्षा नीति पर गया कॉलेज बीएड के विभागाध्यक्ष धनंजय धीरज ने कहां कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति से हम आत्मनिर्भर भारत प्राप्त करेंगे। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति अनुसंधान और नवाचार को भी बढ़ावा देगी। यह वैज्ञानिक सोच पर आधारित है और इसमें भारतीय जीवन मूल्य भी समाहित हैं। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति लागू होने से भारत दुनिया में ज्ञान की एक 'महाशक्ति' के रूप में उभरेगा और शिक्षा के क्षेत्र में एक वैश्विक ब्रांड बनेगा।

इस मौके पर प्रदेश सह मंत्री सूरज सिंह, राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य पशु पतिनाथ उपमन्यु, जिला संयोजक राजीव रंजन कुमार, प्रदेश कार्यकारणी सदस्य सुबोध पाठक, सत्यम कुशवाहा, प्रिया सिंह, धीरज केशरी, नंदनी कश्यप, आदित्य सागर, रितिक कुमार, अंकित सागर, आदित्य कुमार, अमन शेखर, अभिषेक कुमार, संजीव कुमार, रोहम कुमार, सौरभ कुमार, आरव कुमार, हर्ष कुमार, राहुल कुमार, शानी कुमार, मनीष कुमार, साकेत कुमार, विपिन साउ, आर्याण कुमार, आशीष पाठक, सागर कुमार, अनुज कुमार आदि मौजूद थे।

सिपाही का बेटा अमनदीप जेईई मेन में 97.56 अंक लाकर बिहार व घर-परिवार का नाम किया रौशन

गया। बिहार सरकार में सिपाही के पद पर कार्यरत मनोज कुमार सिंह और गुड़िया रानी का पुत्र अमनदीप कुमार जेईई मेंस में 97.56 परसेंटाइल लाकर अपने घर-परिवार का मान तो बढ़ाया ही है बिहार का भी नाम रौशन किया है। अमनदीप न तो कोई ट्यूशन और न ही कोई कोचिंग में पढ़ा है।

वह खुद की लगन और मेहनत से पढ़ाई कर जेईई मेंस में 97.56 परसेंटाइल अंक प्राप्त कर इस मुकाम को हासिल किया है। भोजपुर जिले के संदेश थाना क्षेत्र के भटौली गांव का रहने वाला अमनदीप के पिता मनोज कुमार सिंह बिहार पुलिस में सिपाही हैं। उनका मधुर व्यवहार से हर लोग उनसे प्रभावित रहते हैं। मनोज सिंह अपने पुत्र की पढ़ाई में अपने स्तर से कोई कमी नहीं की है। पुत्र अमनदीप की इस कामयाबी से माता-पिता सहित परिवार के लोगों में काफी खुशी है।

रिपोर्ट: राहुल कुमार।

बिहार झारखंड का कुख्यात वांटेड नक्सली हथियारों के साथ किया आत्मसमर्पण, 15 लाख के हैं इनामी नक्सली, पुलिस को लंबे अरसे से थी तलाश

गया। बिहार-झारखंड का कुख्यात वांटेड नक्सली अभ्यास भुइयां उर्फ प्रेम भुईयां ने आत्मसमर्पण कर दिया है. उसके ऊपर झारखंड सरकार ने 15 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था. जबकि बिहार सरकार ने उसके ऊपर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था. प्रेम भुइयां भाकपा माओवादी के रीजनल कमेटी का सदस्य है. पुलिस को लंबे अरसे से इसकी तलाश थी.

उक्त नक्सली ने शहर के रामपुर थाना क्षेत्र स्थित सीआरपीएफ 159 बटालियन के प्रांगण में सीआरपीएफ के कमांडेंट कुमार मयंक एवं गया के एसएसपी आशीष भारती के समक्ष आत्मसमर्पण किया. जहां अधिकारियों ने उसे पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया. इस संबंध में गया के एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि बिहार पुलिस, सशस्त्र सीमा बल, सीआरपीएफ और कोबरा बटालियन के दबाव में कुख्यात नक्सली प्रेम भुइयां ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है.

आत्मसमर्पण के दरमियान प्रेम भुइयां ने अपने साथ एक रायफल और 925 जिंदा कारतूस समर्पित किया है. उन्होंने बताया कि लगातार नक्सलियों के गढ़ में सिविक एक्शन प्लान के तहत नक्सलियों के परिजनों को मुख्यधारा में जोड़ने की निरंतर कोशिश की जा रही है. प्रेम भुइयां झारखंड के चतरा जिले के प्रतापपुर थाना क्षेत्र का रहने वाला है. वर्ष 2003 में ही वह नक्सली संगठन से जुड़ गया था. वर्ष 2015 में उसे रीजनल कमांडर बनाया गया. वह बिहार-झारखंड में दर्जनों लूट, हत्या जैसे कांडों को अंजाम दे चुका है. झारखंड सरकार द्वारा इसके ऊपर 15 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था.

वहीं, बिहार में भी इसके ऊपर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था. कुछ दिन पहले यह सीआरपीएक्स जिला पुलिस के संपर्क में आया और उसने आत्मसमर्पण करने की बात कही. सिर्फ बिहार के गया और औरंगाबाद जिले में इसके ऊपर 21 मामले दर्ज है. उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पण करने के बाद उसे सरकार की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लाभान्वित किया जाएगा.

रिपोर्ट : मनीष कुमार।

मगध मेडिकल थाना क्षेत्र के नैली मुहल्ला में कोबरा 205 में तैनात जवान के घर से लाखों की चोरी, जांच में जुटी पुलिस

गया। मेडिकल थाना क्षेत्र के नैली मुहल्ला में कोबरा 205 में तैनात जवान चंदन कुमार के बंद घर से देर रात चोरों ने लाखों की संपत्ति की चोरी कर फरार हो गया।

बता दे कि कोबरा जवान बाराचट्टी में तैनात है फिलहाल वह 2 महीने की ट्रेनिंग पर दिल्ली गया हुआ हैं। चोरों ने करीब तीन लाख के जेवर सहित कई कीमती सामान की चोरी कर लिया गया, जब वे वापस घर आए तो देखा कि घर का सारा सामान बिखरा पड़ा था, अलमीरा और बॉक्से में रखे गहने चोरी कर ली गई है।

पीड़ित कोबरा के जवान चंदन कुमार ने बताया कि घर का परिवार कुछ दिन के लिए बाहर गए हुए थे। पड़ोसी के द्वारा सूचना दिया गया कि घर में चोरी की आशंका है, जब लोग वापस पहुंचे तो देखा कि घर का सारा सामान बिखरा पड़ा था। गोदरेज और बक्से में रखें करीब तीन लाख जेवरात सहित अन्य कीमती सामान चोरी कर ली गई है। घटना की सूचना स्थानीय थाना की पुलिस को दी गई है और पुलिस जांच में जुट गई है।

रिपोर्ट : मनीष कुमार।

फरार चल रहे प्रेमी-प्रेमिका को पुलिस ने पकड़ा, नाबालिक लड़की को शादी करने के नियत से भगा ले जाने का आरोप, प्रेमी गया जेल

गया/गुरुआ। जिले के गुरूआ थाने की पुलिस ने गत रात्रि छापेमारी कर फरार चल रहे एक प्रेमी-प्रेमिका को गिरफ्तार कर थाना ले आई। पुलिस ने प्रेमी को जेल भेज दिया।

मिली जानकारी के अनुसार गुरुआ थाना क्षेत्र के ढिबरा गांव का संजय पासवान का पुत्र अमरजीत पासवान के ऊपर एक नाबालिक लड़की को शादी करने के नियत से भगाने के आरोप में नाबालिक लड़की के पिता ने गुरुआ थाना में एफआईआर दर्ज कराई थी। गुरुआ थाना में एफआईआर दर्ज होने के बाद गुरुआ पुलिस ने त्वरित करवाई करते हुए फरार होने के दूसरे दिन दोनो को गिरफ्तार कर लिया।

थानाध्यक्ष अनिल कुमार सिंह ने बताया कि पूछताछ के बाद गिरफ्तार पच्चीस वर्षीय युवक को जेल भेज दिया। वही, नाबालिक लड़की को एक सौ चौसठ का ब्यान दर्ज कराने के लिए न्यायालय भेज दिया गया। वही,,दूसरी ओर गुरुआ के पासिटोला मुहल्ले से भी एक युवक पर एक लड़की को लेकर भागने की चर्चा जोरों पर है। हालांकि इस मामले में अभी तक गुरुआ थाना में एफआईआर दर्ज नही कराई गई है।

रिपोर्ट: दिलीप कुमार पांडेय।

गया कॉलेज का 80वां स्थापना दिवस समारोह धूमधाम के साथ मनाया गया, कलाकारों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुति देकर दर्शकों का मन मोहा

गया। गया कॉलेज गया के मुंशी प्रेमचंद्र सभागार में गया कॉलेज का 80वां स्थापना दिवस समारोह हर्षोल्लास एवं धूमधाम के साथ मनाया गया। इस स्थापना दिवस समारोह के मौके पर कॉलेज की छात्राओं ने कुलगीत एवं स्वागत गान के द्वारा अतिथियों का स्वागत किया।

कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन अतिथियों ने दीप प्रज्वलन के साथ किया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भारतीय विज्ञान कांग्रेस के महासचिव एवं पूर्व कुलपति मुंगेर विश्वविद्यालय मुंगेर के प्रोफेसर डॉ रणजीत कुमार वर्मा रहे। गया कालेज गया के कलाकारों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुति देकर दर्शकों का मनोरंजन किया गया। इस दौरान कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर डॉ दीपक कुमार ने अतिथियों को पुष्पगुच्छ, अंग वस्त्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर स्वागत किया। इस दौरान प्राचार्य प्रोफेसर डॉ दीपक कुमार ने संबोधित करते हुए कॉलेज के गौरवशाली इतिहास के बारे में बताया और कहां कि 80 वर्षों में यहां से अनेकानेक विभूतियां उच्च शिक्षा ग्रहण कर आज विश्व स्तर पर अनेक पदों पर सुशोभित है। 

विदित हो कि प्रोफेसर डॉ रणजीत कुमार वर्मा गया कॉलेज के ही प्रवृत्ति छात्र रहे हैं। उन्होंने भावपूर्ण शब्दों में कहा कि गया कॉलेज का छात्र होना और आज के दिन स्थापना दिवस समारोह का मुख्य अतिथि होना मेरे जीवन का सर्वोत्तम सम्मान है. उन्होंने. कॉलेज को नैक मूल्यांकन में सर्वोत्तम ग्रेडिंग मिलने की अपार संभावनाएं व्यक्त की। विशिष्ट अतिथि संजीव श्याम सिंह सदस्य बिहार विधान परिषद ने समारोह को संबोधित करते हुए कह कि गया कॉलेज ने अपने स्थापना काल से ही पूरे मगध प्रक्षेत्र का अग्रणी उच्च शिक्षण संस्थान रहा है और यह निरंतर उच्च शिक्षा के क्षेत्र में ऊंचा मुकाम हासिल कर रहा है.

उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में उच्च शिक्षा में सकल नामांकन अनुपात बढ़ाना सरकार की चुनौती है जिस. जिसे सरकार गंभीरता से देख रही है. इस अवसर पर कार्यक्रम में. डॉ अरविंद कुमार सुनील, डॉक्टर सुनील कुमार सिंह, डॉक्टर किशोर कुमार, डॉ गोपाल प्रसाद सिंह सहित महाविद्यालय के सभी शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारी उपस्थित थे।

गया के डीएम अंचल कार्यालय आमस का किए औचक निरीक्षण, लापरवाही बरतने वाले पदाधिकारियों को लगाई क्लास, लंबित मोटेशन पर सख्त निर्देश

गया। गया के जिलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम द्वारा आज जिले के सुदूरवर्ती अंचल कार्यालय आमस का औचक निरीक्षण किया गया। सर्वप्रथम उन्होंने आरटीपीएस काउंटर का निरीक्षण किया।उन्होंने उपस्थित आईटी असिस्टेंट से जानकारी प्राप्त किया कि आज कितने आवेदन प्राप्त हुए हैं तथा किस-किस मामले से संबंधित आवेदन आए हैं। आईटी असिस्टेंट द्वारा बताया गया कि आज 15 से 20 आवेदन ऑफलाइन में प्राप्त हुए हैं, जो राशन कार्ड तथा आवासीय जाति से संबंधित है। सभी आवेदनों को ऑनलाइन इंट्री की जा रही है। जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि काफी कम आवेदन आरटीपीएस पर आए हैं, जो खेद जनक है। 

आमस आरटीपीएस काउंटर की काफी शिकायतें प्राप्त होती है। उन्होंने सख्त निर्देश दिया कि आरटीपीएस काउंटर पर अच्छे ईमानदारी से कार्य करें, लोगों की समस्याओं को सुनकर निस्वार्थ भाव में निवारण करें। इसके पश्चात आरटीपीएस काउंटर के बाहर अनेकों महिलाओं एवं पुरुषों को देखकर जिलाधिकारी ने उनकी समस्याएं को बारी-बारी से सुना। एक आवेदक ने बताया कि नए पदस्थापित राजस्व कर्मचारी मनीष कुमार के हल्का के तहत हीरालाल नामक मुंशी द्वारा एलपीसी निर्गत के लिए अवैध रूप से पैसा लेने के बावजूद भी पिछले 3 महीने से अंचल कार्यालय का चक्कर लगवा रहे हैं। 

इन बातों को सुनकर जिलाधिकारी ने अनुमंडल पदाधिकारी शेरघाटी को सख्त निर्देश दिया कि आज ही संबंधित मुंशी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करें। साथ ही अंचलाधिकारी को निर्देश दिया कि पूरे मामले को जांच करते हुए 2 दिनों के अंदर एलपीसी निर्गत करने का कार्य करें। इसके पश्चात आमस प्रखंड के नवनिर्वाचित मुखिया समूह द्वारा भी जिलाधिकारी को आमस प्रखंड के क्षेत्र में पेयजल की समस्या से अवगत करवाया। जिलाधिकारी ने प्रखंड विकास पदाधिकारी आमस तथा अनुमंडल पदाधिकारी शेरघाटी को निर्देश दिया कि आमस क्षेत्र में कितने वार्ड में पानी की सप्लाई बंद है, कितने वार्ड में ऑपरेटर की कमी है तथा अन्य जो भी समस्या के कारण पानी सप्लाई बंद है, उसकी पूरी विवरण तैयार कर 1 सप्ताह के अंदर उपलब्ध करावे ताकि संबंधित विभाग से समन्वय स्थापित कर पानी की निर्बाध व्यवस्था रखी जाए।

     

निरीक्षण के पहले अंचल कार्यालय आमस में जिलाधिकारी ने अनुमंडल पदाधिकारी शेरघाटी, डीसीएलआर शेरघाटी, अंचलाधिकारी तथा सभी राजस्व कर्मचारियों के साथ भूमि संबंधी समीक्षा बैठक की गई बैठक में बताया गया कि आमस अंचल अंतर्गत कुल चार राजस्व कर्मचारी पदस्थापित हैं तथा यहां कुल 9 हलके हैं। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि भारत माला प्रोजेक्ट में पूरी ईमानदारी से कार्य करें। भूमि अधिग्रहण के लिए प्राप्त आवेदनों के विरुद्ध तेजी से एलपीसी निर्गत करावे। भारतमाला के तहत आमस अंचल में कुल 3 मौजा में लगभग 40 रयत हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी शिकायतें मिल रही है कि भारत माला प्रोजेक्ट के तहत अनेकों व्यक्तियों के भूमि को अधिग्रहण किया गया है, परंतु अंचल कार्यालय द्वारा उन्हें समुचित सहयोग नहीं किया जा रहा है।

एलपीसी निर्गत करने हेतु ग्रामीणों को सहयोग करने का सख्त निर्देश दिए ताकि उन्हें आसानी से मुआवजा की राशि प्राप्त हो सके। एनएच 2 सड़क के समीक्षा के दौरान बताया गया कि यहां कुल 26 मौजा हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि कारमाइन क्षेत्र में एलपीसी काफी ज्यादा लंबित है, उन्होंने राजस्व कर्मचारी को चेतावनी के साथ निर्देश दिया कि अपने-अपने हल्का वार जो भी आवेदन लंबित है, उसे पूरी इमानदारी से समय अवधि में जांच करते हुए कार्य करें। इसके उपरांत म्यूटेशन की पेंडेंसी हल्का बार समीक्षा की गई। उन्होंने कहा कि महुआवा मौजा ने काफी अधिक संख्या में म्यूटेशन कार्य लंबित हैं। जिला पदाधिकारी ने डीसीएलआर शेरघाटी को निर्देश दिया कि आमस अंचल के सभी हल्कावार लंबित आवेदनों को जांच करें कि किस कारण से किन के स्तर पर लंबित रखा गया है। साथ ही निर्देश दिया की सुरेंद्र पासवान राजस्व कर्मचारी को अविलंब पूर्व में दिए गए सभी हल्का को बदलते हुए दूसरा हल्का आवंटित करें। 

साथ ही सुरेंद्र पासवान कर्मचारी जिनके पास कलवन, आकौना एवं महुआवा हल्का आवंटित है, जिसमे सबसे अधिक इसी राजस्व कर्मचारी के पास 1 हजार से ऊपर म्यूटेशन से संबंधित आवेदन लंबित है। जिलाधिकारी ने डीसीएलआर शेरघाटी को निर्देश दिया कि संबंधित कर्मचारी के विरुद्ध कार्य में लापरवाही तथा शिथिलता के विरुद्ध 1 सप्ताह के अंदर जांच करते हुए करवाई हेतु प्रतिवेदित करें। जिलाधिकारी ने सभी राजस्व कर्मचारी तथा अंचलाधिकारी को निर्देश दिया कि हर पंचायत में सप्ताह में 1 दिन कर्मचारियों को रोटेशन पर हर हाल में भेजें। जिला पदाधिकारी ने कहा कि आमस अंचल अंतर्गत कोई भी राजस्व कर्मचारी महीने भर किसी भी गांव या पंचायत में लोगों की समस्या सुनने या आवेदन प्राप्त करने नहीं जाते हैं, सभी राजस्व कर्मचारी अंचल कार्यालय में ही बैठे रहते हैं, जो सरकार के नियम के विपरीत है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि सप्ताह में 1 दिन हर हाल में पंचायत में अनिवार्य रूप से जाएं।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

प्रतिभा किसी का मोहताज नहीं होती, बुनकर मजदूर के बेटे ने जेईई मेंस परीक्षा में किया कमाल, देश भर के टॉप 20 छात्रों में शामिल

गया। कहते हैं प्रतिभा किसी का मोहताज नहीं होती ऐसा ही गया के पटवाटोली में बुनकर मजदूर के बेटे ने इसे साबित कर दिखाया है. पावर लूम के बुनकर मजदूर तुलसी पटवा के पुत्र गुलशन कुमार ने जेईई मेंस परीक्षा के जारी किए गए रिजल्ट में देशभर के टॉप 20 छात्रों में अपना स्थान बनाया है.

250 रुपए से बुनकर की मजदूरी करने वाले तुलसी पटवा का परिवार अपने बेटे के रिजल्ट से काफी खुश है. वहीं, बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है. जेईई मेंस परीक्षा के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा रिजल्ट जारी किया गया है. जारी किए गए रिजल्ट में देशभर के 20 छात्रों को 100% अंक मिले हैं, जिसमें गया का गुलशन कुमार भी शामिल है. गुलशन कुमार इस तरह देेश में अपने जिले और बिहार का नाम रोशन किया है. वहीं, एक और छात्र अनुराग किशोर ने भी जेईई मेंस में 98.86% अंक हासिल किए हैं. जेईई मेंस में देशभर में टॉप 20 छात्रों में स्थान बनाने वाले गुलशन कुमार के पिता बुनकर मजदूर रहे हैं.

जब गुलशन ने अपनी पढ़ाई शुरू की थी, तब यह ढाई सौ रुपए पर बुनकर मजदूर का काम किया करते थे. एक ओर अपने बच्चों को पढ़ाने और घर के सुनहरे भविष्य के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे थे, तो दूसरी ओर उनके पुत्र गुलशन कुमार को इंजीनियर बनने की धुन सवार हुई और यही वजह है कि जेईई मेंस परीक्षा के इनके द्वारा जारी किए गए रिजल्ट में उसने देश भर के लाखो परीक्षार्थियों के बीच टॉप 20 में स्थान बनाया है.

आज मजदूरी करने वाले तुलसी पटवा के पास अपना पावरलूम जरूर है, जिसे वे आज भी खुद मजदूर के रुप में चला रहे हैं, लेकिन उनके संघर्ष की लंबी कहानी है, जो काफी मुफलिसी के बीच गुजरी है. मानपुर पटवाटोली बिहार के गया जिले में इंजीनियरों के गांव के रूप में भी मशहूर है. वहीं, इस बार यहां के गुलशन के अलावा एक और छात्र अनुराग किशोर ने भी बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए जेईई मेंस में 98.86% अंक हासिल किए हैं. वहीं, गुलशन की मां गंगा देवी बताती हैं कि काफी मेहनत कर बच्चे को पढ़ाया है. उनकी तमन्ना है कि मेरा बेटा बहुत बड़ा आदमी बने. वह इंजीनियर बने और नाम रोशन करे. उसकी सफलता से पूरे परिवार के लोगों में खुशी है.