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वित्तमंत्री के बाद आरबीआई आम आदमी पर मेहरबान, महंगी आएमआई से राहत, सस्ते कर्ज का रास्ता हुआ साफ

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ये खबर आम लोगों को खुश करने वाली है। देश के करोड़ों लोगों को सात द‍िन के अंदर दूसरा तोहफा म‍िला है। पहले सरकार ने बजट में बड़ी राहत देते हुए 12 लाख तक की आमदनी को टैक्‍स फ्री क‍िया। अब आरबीआई ने मेहरबानी दिखाई है। रिजर्व बैंक ने आखिरकार मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की 12वीं बैठक में रेपो रेट घटा ही दिया। जैसे कि कयास लगाए जा रहे थे कि इस बार आरबीआई आम आदमी को सस्‍ते लोन का तोहफा देते हुए रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कटौती कर ही देगा, वैसा ही हुआ।

रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की तरफ से शुक्रवार को ब्याज दर में 25 बेस‍िस प्‍वाइंट कटौती की घोषणा की गई। इसके साथ ही रेपो रेट घटकर 6.25% पर आ गया।आरबीआई के नए गवर्नर संजय मल्होत्रा ने अपने कार्यकाल की पहली एमपीसी मीट‍िंग में ब्‍याज दर कटौती का फैसला करके लोगों को खुश कर द‍िया है। पांच साल में यह पहला मौका है जब र‍िजर्व बैंक की तरफ से रेपो रेट में कटौती की गई है। इससे पहले मई 2020 में कोरोना महामारी के चलते देश में लॉकडाउन लगा था जब आरबीआई ने ब्याज दरों को घटाने का फैसला लिया था।

सस्ता होगा लोन

5 फरवरी को शुरू हुई तीन द‍िवसीय द्विमासिक समीक्षा के बाद केंद्रीय बैंक ने शुक्रवार को करोड़ों लोगों को राहत देते हुए रेपो रेट में कमी करने का फैसला क‍िया। रेपो रेट में कटौती होने के बाद उम्‍मीद है क‍ि बैंक होम लोन समेत अलग-अलग तरह के लोन पर ब्‍याज दर में कटौती करेंगे।सेंट्रल बैंक के इस फैसले के बाद बैंकों के लिए होमलोन, कारलोन, एजुकेशन लोन, कॉरपोरेट लोन से लेकर पर्सनल लोन के ब्याज दरों में कटौती करने का रास्ता साफ हो गया है।

कितनी रहेगी ग्रोथ रेट?

आरबीआई ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए जीडीपी ग्रोथ रेट 6.4 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। जबकि पहले 6.6 फीसदी रहने का अनुमान जताया गया था। वित्त वर्ष 2025-26 में आरबीआई ने 6.7 फीसदी जीडीपी ग्रोथ रेट का अनुमान जताया है। आरबीआई गवर्नर ने कहा, अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए काम करते रहेंगे। साथ ही सभी इकोनॉमी के स्टेकहोल्डर्स के साथ कंसलटेशन का दौर जारी रहेगा। संजय मल्होत्रा ने कहा, वैश्विक अर्थव्यवस्था के हालात चुनौतीपूर्ण बने हुए हैं। भारतीय अर्थव्यवस्था में मजबूती बनी हुई है लेकिन वैश्विक हालात का असर भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी पड़ा है।

महंगाई 4.8 फीसदी रहने का अनुमान

महंगाई को लेकर भी आरबीआई ने अपने अनुमान जारी किए हैं। मौजूदा वित्त वर्ष में महंगाई 4.8 फीसदी रहने का अनुमान है। वैसे चौथी तिमाही के महंगाई में 10 बेसिस प्वाइंट का इजाफा किया गया है। जिसे पिछले के 4.4 फीसदी से बढ़ाकर 4.5 फीसदी कर दिया है। वहीं वित्त वर्ष 2026 में महंगाई 4.2 फीसदी रहने का अनुमान लगाया गया है। जबकि पहली तिमाही में 4.6 फीसदी रह सकती है। इससे पहले इसमें 4.5 फीसदी का रहने अनुमान जताया जा रहा है। दूसरी तिमाही में 4 फीसदी, तीसरी तिमाही में 3.8 फीसदी और चौथी तिमाही में 4.2 फीसदी रहने का अनुमान जताया जा रहा है।

भारत को अंतरिक्ष के क्षेत्र में बड़ा झटका, ऑर्बिट में स्थापित नहीं हो सका NVS-02 सैटेलाइट, आगे क्या करेगा इसरो ?

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अंतरिक्ष के क्षेत्र में लगातार सफलता हासिल कर रहे भारत को बड़ा क्षटका लगा है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के 100वें NVS-02 सैटेलाइट मिशन में रविवार को तकनीकी खराबी आ गई। NVS-02 ऑर्बिट में स्थापित नहीं हो सका है। इसरो ने बताया कि अंतरिक्ष यान के थ्रस्टर्स सही से काम नहीं कर सके, जिसकी वजह से ऑर्बिट एजजस्टमेंट में बाधा आई। इसरो का ये मिशन अंतरिक्ष-आधारित नेविगेशन सिस्टम के लिए महत्वपूर्ण था। 29 जनवरी को श्रीहरिकोटा से जीएसएलवी-एफ 15 के जरिए NVS-02 सैटेलाइट लॉन्च किया था।

इसरो ने अपनी वेबसाइट पर कहा कि अंतरिक्ष यान में लगे ‘थ्रस्टर्स’ के काम नहीं करने के कारण एनवीएस-02 उपग्रह को वांछित कक्षा में स्थापित करने का प्रयास सफल नहीं हो सका। इसरो ने कहा कि लॉन्‍च के बाद सेटेलाइट में लगे सौर पैनल को सफलतापूर्वक तैनात किया गया था। बिजली उत्पादन नाममात्र है. ग्राउंड स्टेशन के साथ कम्‍यूनिकेशन सिस्‍टम स्थापित हो गया है लेकिन सेटेलाइट कक्षा को आगे नहीं बढ़ाया जा सका क्योंकि ऐसा करने के लिए थ्रस्टर्स को फायर करने के लिए ऑक्सीडाइज़र को प्रवेश करने वाले वाल्व नहीं खुले थे।

इसरो ने अपने अपडेट में बताया कि हालांकि, सैटेलाइट के सभी सिस्टम सामान्य हैं और यह फिलहाल एक अंडाकार कक्षा (Elliptical Orbit) में मौजूद है। अब वैज्ञानिक इस सैटेलाइट का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करने के लिए वैकल्पिक रणनीति पर काम कर रहे हैं। इसरो का NVS-02 सेटेलाइट को पृथ्वी के चारों ओर एक अण्डाकार कक्षा में स्थापित करने का इरादा था। बताया गया था कि इसकी अपोजी यानी सबसे दूर का बिंदू 37,500 किमी रहेगा जबकि पेरीजी यानी निकटतम बिंदू और 170 किमी की होगी। 29 जनवरी को जीएसएलवी द्वारा बहुत सटीक इंजेक्शन ने सेटेलाइट को एक ऐसी कक्षा में स्थापित कर दिया था जो लक्ष्‍य किए गए अपोजी से 74 किमी और पेरीजी से 0.5 किमी दूर थी।

बता दें कि इसरो का ये अभियान सैटेलाइट नेविगेशन सिस्टम का हिस्सा है, जो भारत में जीपीएस जैसी नेविगेशन सुविधा को बढ़ाने के लिए डिजाइन किया गया है। यह सिस्टम कश्मीर से कन्याकुमारी, गुजरात से अरुणाचल तक का हिस्सा कवर करेगा। साथ ही साथ कोस्टल लाइन से 1500 किमी तक की दूरी भी कवर होगी। इससे हवाई, समुद्री और सड़क यात्रा के लिए बेहतर नेविगेशन हेल्प मिलेगी।

बेंगलुरु के सॉफ्टवेयर इंजीनियर से करीब ₹12 करोड़ की ठगी, दो आरोपी गिरफ्तार



डेस्क: डिजिटल अरेस्ट के जरिये बेंगलुरु के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर से तकरीबन 12 करोड़ की ठगी करने के मामले में बेंगलुरु पुलिस ने 2 आरोपियों को अरेस्ट करने में सफलता पाई है। तरुण और करन नाम के इन आरोपियों ने ED और कस्टम अधिकारी बनकर टेकी विजयकुमार को पहले डिजिटल अरेस्ट किया और फिर उनके अकाउंट में मौजूद लगभग 12 करोड़ रुपये के वेरिफिकेशन के नाम पर अलग अलग बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करवाकर इस ठगी को अंजाम दिया।

पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि दोनों आरोपियों को इस बात की सूचना मिली थी कि विक्टिम विजयकुमार ने शेयर मार्केट में बड़ा निवेश किया हुआ है जिसके चलते उनके पास 11 करोड़ 84 लाख रुपये जमा हो गए थे। बेंगलुरु नार्थ डिवीजन के तहत GKVK में रहने वाले इस युवक को जब तक ये पता चला कि उसके साथ डिजिटल ठगी हुई है तब तक उसकी सारी कमाई लुट गयी। इस युवक ने पुलिस की साइबर, इकोनॉमिक और नारकोटिक्स यानी CEN ब्रांच में 12 दिसम्बर को एक शिकायत दर्ज करवाई। इस शिकायत में युवक ने पुलिस को बताया कि 11 नवम्बर सर 12 दिसम्बर के बीच डिजिटल ठगों ने इससे 11 करोड़ 84 लाख रुपये ऐंठ लिये।

पुलिस में दी गई शिकायत के मुताबिक इस युवक को 11 नवम्बर को एक IVR फोन आया। इस कॉल में कहा गया कि ये कॉल टेलीकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी TRAI से है, उसके फोन नम्बर का मिस यूज हुआ है और 2 घंटे में उसका फोन कट जाएगा। उसने जब कारण पूछा तो उसे 8791120937 नंबर से एक फोन आया और सामने वाले ने कहा कि वो मुम्बई के कोलाबा से क्राइम ब्रांच का अफसर है और उसके आधार नम्बर के साथ कोलाबा में एक केस दर्ज हुआ है। उसे बताया गया कि नरेश गोयल नाम के एक व्यक्ति को 6 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग के केस में पकड़ा गया है और इसमें उसके आधार कार्ड और फोन की डिटेल्स मिली है।

फोन पर ये सब सुनकर युवक डर गया जिसके बाद उसे एक ओर नम्बर 7420928275 से फोन आया। उसने खुद को कस्टम और ED का अधिकारी बताया और इस युवक को डिजिटल अरेस्ट करने की बात कहते हुए उससे मोबाइल फोन पर 2 एप और स्काईप डाउनलोड करने को कहा। इसके बाद पुलिस अधिकारी का भेष बनाकर एक और ठग ने 9997342801 से वीडियो कॉल किया और उसे बताया कि अब ये केस सुप्रीम कोर्ट में चला गया है और न सिर्फ वो बल्कि उसके परिवार के बाकी लोगों को भी अब जिंदगी भर जेल में रहना होगा।

ये युवक बुरी तरह डर गया और इसका फायदा उठाते हुए ठगों ने उसके बैंक में जमा राशि की सारी जानकारी उससे ले ली। उससे कहा गया कि उसे अपने अकाउंट से पैसे RBI के अकाउंट में जमा कराने होंगे और एक बार वेरिफिकेशन हो जाने के बाद ये रुपये उसके अकाउंट में वापस भेज दिए जाएंगे। इसके बाद 11 नवम्बर को युवक ने ICICI बैंक के एक अकाउंट में 75 लाख जमा कराए , उसके अगले दिन UCO बैंक के एक अकाउंट में 3 करोड़ 14 लाख जमा कराए। इसके बाद उसे मनी लॉन्ड्रिंग के इस केस से बाहर निकालने के लिए और रुपयों की डिमांड की गई, चूंकि पीड़ित बुरी तरह घबराया हुआ था इसीलिए ठगों ने इसका पूरा फायदा उठाया और सिलसिले वार तरीके से अलग-अलग बैंक अकाउंट में 97 लाख, 25 लाख, 1 करोड़, 56 लाख, 96 लाख और आखिर में 2 लाख रुपए जमा करवाये गए।

इसके बाद युवक से कहा गया कि 12 दिसम्बर की दोपहर तक सारे पैसे दुबारा उसके अकाउंट में आ जाएंगे। तय समय पर पैसे वापस नहीं आये तो ये युवक पैनिक हो गया, उसने उस अधिकारी से बात करने की कोशिश की तो सारे फोन फोन स्विच ऑफ हो गए। युवक ने जब बैंक को कॉल किया तब तक काफी देर हो चुकी थी। जिन 9 बैंक खातों में इंजीनियर ने पैसे ट्रांसफर किये थे उन सभी खातों से पैसे निकाल लिए गए। थे इस वजह से बैंक उसे ब्लॉक नहीं कर पाए। इसके बाद उसे एहसास हुआ कि डिजिटल अरेस्ट के नाम पर उसके साथ इतनी बड़ी ठगी हुई है। अब बेंगलुरु साइबर क्राइम पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
भारत एक एकमात्र सिख प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का 92 वर्ष की आयु में निधन

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Dr. Manmohan Singh (1932-2024)

भारत ने 26 दिसंबर को अपने एकमात्र सिख प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को खो दिया। 92 साल की उम्र में अंतिम सांस लेने वाले पूर्व पीएम को दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था। 

भारत के आर्थिक उदारीकरण के वास्तुकार, सिंह 33 साल के कार्यकाल के बाद अप्रैल 2024 में राज्यसभा से सेवानिवृत्त हुए थे। उन्होंने पीवी नरसिम्हा राव के नेतृत्व वाली सरकार में केंद्रीय वित्त मंत्री बनने के कुछ महीनों बाद अक्टूबर 1991 में राज्यसभा में प्रवेश किया। अविभाजित भारत के पंजाब प्रांत के एक गाँव में 26 सितंबर, 1932 को जन्मे डॉ. मनमोहन सिंह ने 1972 में वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार के रूप में कार्य किया। उन्होंने 1982-1985 तक RBI के गवर्नर के रूप में भी काम किया। 

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को गुरुवार को रात करीब 8 बजे दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के आपातकालीन विभाग में भर्ती कराया गया। सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि 92 वर्षीय दिग्गज कांग्रेसी की हालत गंभीर थी। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सिंह की स्वास्थ्य स्थिति का जायजा लेने के लिए प्रमुख संस्थान पहुंचीं।

राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने एक्स पर पोस्ट किया, "पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी के स्वास्थ्य को लेकर बहुत चिंतित हूं। उनके शीघ्र स्वस्थ होने और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूं।" इसके कुछ ही देर बाद उनके निधन की खबरें आने लगी। 

2004 से 2014 तक प्रधानमंत्री रहे सिंह इस साल की शुरुआत में राज्यसभा से सेवानिवृत्त हुए, जिससे 33 साल बाद उच्च सदन में उनकी राजनीतिक पारी समाप्त हो गई। उन्होंने उच्च सदन में पांच बार असम का प्रतिनिधित्व किया और 2019 में राजस्थान चले गए। संसद में उनका अंतिम हस्तक्षेप नोटबंदी के खिलाफ था, उन्होंने इसे "संगठित लूट और वैधानिक लूट" बताया। पीटीआई ने सिंह के हवाले से 2021 में एक कार्यक्रम में कहा, "बेरोजगारी अधिक है और अनौपचारिक क्षेत्र खस्ताहाल है, 2016 में लिए गए बिना सोचे-समझे नोटबंदी के फैसले से यह संकट पैदा हुआ है।" 

26 सितंबर, 1932 को पंजाब में जन्मे सिंह ने 1952 और 1954 में क्रमशः पंजाब विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में स्नातक और परास्नातक की उपाधि प्राप्त की। डॉ. मनमोहन सिंह ने 1957 में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से अपना आर्थिक ट्रिपोस पूरा किया। इसके बाद उन्होंने 1962 में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में डी.फिल. किया। पंजाब विश्वविद्यालय और दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में अध्यापन के बाद सिंह भारत सरकार में शामिल हो गए। 1971 में वाणिज्य मंत्रालय में आर्थिक सलाहकार के रूप में। डॉ. मनमोहन सिंह को 1972 में वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार के रूप में पदोन्नत किया गया।

यूएनसीटीएडी सचिवालय में एक छोटे कार्यकाल के बाद, उन्हें 1987-1990 तक जिनेवा में दक्षिण आयोग का महासचिव नियुक्त किया गया। सिंह ने वित्त मंत्रालय में सचिव, योजना आयोग के उपाध्यक्ष, भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर, प्रधानमंत्री के सलाहकार और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष के पदों पर भी कार्य किया।

देश उनके योगदान के लिए सदैव आभारी रहेगा, हम उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं। 

*বড়মার মন্দিরে এলেন দেব*

সোমবার নৈহাটি বড়মার মন্দিরে পুজো দিলেন অভিনেতা তথা তৃণমূল কংগ্রেসের সাংসদ দেব ।

 

कांग्रेस के सवालों पर वित्तमंत्री ओपी चौधरी का पलटवार, कहा- पिछली सरकार ने छत्तीसगढ़ को किया कंगाल, हर जगह था माफिया राज ….
रायपुर-  छत्तीसगढ़ की जनता ने भाजपा को 2023 विधानसभा चुनाव में सरकार बनाने का जनादेश दिया. साय सरकार ने एक साल के कार्यकाल में अधिकतर वादे पूरे किए. किसानों, महिलाओं और युवाओं के लिए सरकार ने कई बड़े फैसले लिए. कांग्रेस ने साय सरकार के एक साल के कार्यकाल पर कई सवाल उठाए हैं. जिस पर वित्तमंत्री ओपी चौधरी ने पलटवार किया है. मंत्री ओपी चौधरी ने कहा, सवालों में कांग्रेस का माफिया राज ही नजर आयेगा. 100 नहीं बल्कि 800 सवाल करें, उनका माफियाराज ही सामने आयेगा.

वित्तीय भार को लेकर पिछली सरकार पर साधा निशाना

वित्तीय भार को विभाग ने मैनेज करने की रणनीति पर वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने पिछली सरकार पर निशाना साधा है. मंत्री चौधरी ने कहा, पिछली सरकार ने छत्तीसगढ़ को कंगाल कर दिया था. हर जगह को माफिया राज बना दिया था. पुराने स्कीम, वेतन और सैलरी के वित्तीय बर्डन के साथ सरकार की कई योजनाएं भी चल रही थी. निश्चित रूप से इसका प्रभाव पड़ा है, लेकिन कांग्रेस के लोग कर्जा लेकर अपना जेब भरने का काम करते थे. RBI से उधार लेकर साय सरकार छत्तीसगढ़ की जनता के लिए बेहतर उपयोग करेगी.

जनता को बताई जाएगी सरकार की एक साल की उपलब्धियां

मंत्री चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में एक साल का कार्यकाल पूरा हुआ है. राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री का दौरा होने वाला है, इसपर चर्चा होगी. इस एक साल में सरकार की उपलब्धियों को जनता के सामने रखा जाएगा. यह सभी मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में यह सब हो पाया है.

वहीं विधानसभा के शीतकालीन सत्र को लेकर वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि सरकार के 1 साल पूरे हो रहे है. इन सभी में इतने सारे उपलब्धि है. जहां भी जरूरत पड़ेगी हम सदन के समक्ष रखेंगे.

11वीं बार भी नहीं घटा रेपो रेट, ईएमआई पर क्या होगा असर?

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रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने देश के आर्थिक विकास की रफ्तार की गति के धीमे पड़ने के बाद मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक में बड़ा फैसला लिया है। तीन दिन तक चली मौद्रिक नीति समिति की बैठक में हुए फैसलों को गवर्नर ने शुक्रवार को जनता के सामने रखा। पिछली 10 बार की बैठकों से अपरिवर्तित रहे रेपो रेट पर इस बार भी कोई फैसला नहीं हुआ, गवर्नर ने सारा जोर महंगाई को काबू करने पर दिया और अर्थव्‍यवस्‍था में तेजी लाने के लिए कैश रिजर्व रेशियो 0.50 फीसदी घटा दिया है, जो अब 4 फीसदी हो गया।

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने पॉलिसी रेट का फैसला सुनाते हुए कहा कि रेपो रेट को फ्रीज रखा जाएगा। इसका मतलब है कि आरबीआई ने लगातार 11वीं बार ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। आखिरी बार ब्याज दरों में बदलाव फरवरी 2023 में किया था। जब ब्याज दरों में 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी की थी। उसके बाद से रिजर्व बैंक की ओर ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास के अनुसार मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने 4-2 बहुमत से ब्याज दर को 6.5% पर अपरिवर्तित रखने का फैसला किया, जबकि एसडीएफ दर 6.25% और एमएसएफ दर 6.75% पर बनी हुई है। केंद्रीय बैंक का रुख तटस्थ बना हुआ है। एमपीसी ने सर्वसम्मति से इस तटस्थ नीति रुख को बनाए रखने पर सहमति व्यक्त की, जो वर्तमान आर्थिक स्थितियों के प्रति सतर्क दृष्टिकोण का संकेत देता है।

शक्तिकांत दास ने कैश रिजर्व रेश्यो (सीआरआर) में में 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती का एलान किया है। सीआरआर को 4.50 फीसदी से घटाकर 4 फीसदी कर दिया है। कैश रिजर्व रेश्यो में कटौती को दो चरणों में लागू किया जाएगा। इससे बैंकिंग सिस्टम में 1.16 लाख करोड़ रुपये का एडिशनल कैश आएगा।

सीआरआर किसी बैंक की कुल जमाराशि का वह प्रतिशत है जिसे उसे आरबीआई के पास नकदी के रूप में रखना होता है। सीआरआर का प्रतिशत आरबीआई द्वारा समय-समय पर निर्धारित किया जाता है। बैंकों को इस राशि पर कोई ब्याज नहीं मिलता है।

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास के अनुसार जुलाई-सितंबर तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर उम्मीद से कम 5.4 प्रतिशत रही। दूसरी तिमाही में अर्थव्यवस्था में मंदी का संकेत देने वाले संकेतक समाप्त हो गए हैं। दास के अनुसार,आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष के आर्थिक वृद्धि दर अनुमान को 7.2 प्रतिशत से घटाकर 6.6 प्रतिशत किया है। उन्होंने कहा कि दूसरी तिमाही में अर्थव्यवस्था में सुस्ती का संकेत देने वाले संकेतक अब समाप्त होने की स्थिति में हैं। एमपीसी की बैठक के बाद आरबीआई गवर्नर ने कहा कि खाद्य पदार्थों की कीमतों में लगातार दबाव रहने से तीसरी तिमाही में मुद्रास्फीति ऊंची रहने की संभावना है। उन्होंने कहा कि रबी उत्पादन से राहत मिलेगी।

एमपीसी बैठक के बाद गवर्नर ने कहा कि आम आदमी को महंगाई से राहत दिलाना हमारी प्राथमिकता है, लेकिन देश की ग्रोथ रेट भी जरूरी है। लिहाजा एमपीसी ने अपने नजरिये को अब न्‍यूट्रल बना लिया है, जिसका मतलब है कि जैसा आगे माहौल होगा, उसी के हिसाब से रेपो रेट या फिर बैंकों के लोन रेट में कटौती की जाएगी। गवर्नर ने चिंता जताई कि तीसरी तिमाही में भी महंगाई से कोई राहत मिलती नहीं दिख रही और चौथी तिमाही से ही जाकर इसमें कुछ नरमी आएगी। खास बात तो ये है कि ये बैठक आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास के कार्यकाल की आखिरी बैठक है। उसके बाद फरवरी में होने वाली बैठक में नए गवर्नर दिखाई दे सकते हैं।

రెపో రేటుపై ఆర్బీఐ కీలక నిర్ణయం

భారతీయ రిజర్వ్ బ్యాంక్ (RBI) వరుసగా 11వ సారి వడ్డీ రేట్లలో ఎలాంటి మార్పు చేయకూడదని నిర్ణయించింది. మూడు రోజుల సుదీర్ఘ మానిటరీ పాలసీ కమిటీ (MPC) సమావేశం తర్వాత, RBI గవర్నర్ శక్తికాంత దాస్ శుక్రవారం డిసెంబర్ 6, 2024న వడ్డీ రేట్లను ప్రకటించారు.

రిజర్వ్ బ్యాంక్ గవర్నర్ (RBI) శక్తికాంత దాస్ తన పదవీ కాలం చివరి ఎంపీసీ సమావేశంలో మరోసారి సామాన్యుల అంచనాలను తలకిందులు చేశారు. మూడు రోజుల పాటు జరిగిన ద్రవ్య విధాన కమిటీ సమావేశంలో తీసుకున్న నిర్ణయాలను గవర్నర్ శుక్రవారం ప్రజల ముందుంచారు. ఈసారి కూడా రెపో రేటు పెంపుపై ఎలాంటి నిర్ణయం తీసుకోలేదు. ఇది గత 10 సమావేశాల నుంచి ఎటువంటి మార్పు లేకుండానే ఉంది. ద్రవ్యోల్బణాన్ని నియంత్రించడానికి, ఆర్థిక వ్యవస్థను పెంచడానికి, నగదు నిల్వల నిష్పత్తిని ఇప్పుడు 0.50 శాతం తగ్గించారు.

RBI గత 10 సార్లు ప్రధాన పాలసీ వడ్డీ రేటు రెపో రేటును 6.5 శాతం వద్ద మార్చకుండా కొనసాగిస్తోంది. RBI ఈ చర్య కారణంగా గృహ రుణ EMIలలో ఎటువంటి తగ్గింపు ఉండదు. శుక్రవారం ద్వైమాసిక ద్రవ్య సమీక్షను సమర్పిస్తూ ఆర్‌బీఐ గవర్నర్ శక్తికాంత దాస్ ఈ మేరకు ప్రకటించారు. ధరల స్థిరత్వం ప్రజలకు చాలా ముఖ్యమని, అయితే వృద్ధి కూడా ముఖ్యమని ఈ సందర్భంగా పేర్కొన్నారు. ఆర్థిక వ్యవస్థలకు ద్రవ్యోల్బణం అంతిమ గమ్యం కష్టతరంగా మారుతుందని ఆయన అన్నారు. పాలసీ రెపో రేటును 6.5% వద్ద యథాతథంగా కొనసాగించాలని ద్రవ్య విధాన కమిటీ 4:2 మెజారిటీతో నిర్ణయించిందని ఆర్‌బీఐ గవర్నర్ వెల్లడించారు.

ఇది రిజర్వ్ బ్యాంక్ 11వ MPC సమావేశం. దీనిలో రెపో రేటు విషయంలో ఎటువంటి మార్పు చేయలేదు. 6 MPC సభ్యులలో 4 మంది మరోసారి దానిని 6.50 శాతం వద్ద కొనసాగించడానికి అనుకూలంగా ఓటు వేశారు. అంటే సామాన్యుడి రుణంలో ఎలాంటి ఉపశమనం ఉండదని, ఈఎంఐ యథాతథంగా ఉంటుందన్నమాట. గత నెలలో విడుదల చేసిన వృద్ధి రేటు గణాంకాలను చూసిన తర్వాత, ఈసారి జరిగే MPC సమావేశంలో CRR తగ్గింపుపై నిర్ణయం తీసుకోవచ్చని ఊహాగానాలు వచ్చాయి. గవర్నర్ కూడా అలాగే చేసి సీఆర్‌ఆర్‌ను 4.5 శాతం నుంచి 4 శాతానికి తగ్గించారు. దీంతో బ్యాంకుల వద్ద అదనంగా రూ.1.20 లక్షల కోట్లు ఉంటాయని, వీటిని రుణాల పంపిణీకి వినియోగించుకోవచ్చని సూచించారు.

MPC ఇప్పుడు తన అభిప్రాయాన్ని తటస్థంగా ఉంచింది. అంటే పర్యావరణం ప్రకారం, రెపో రేటు లేదా బ్యాంకుల రుణ రేట్లు తదనుగుణంగా తగ్గించబడతాయి. మూడో త్రైమాసికంలో కూడా ద్రవ్యోల్బణం నుంచి ఉపశమనం కనిపించడం లేదని, నాలుగో త్రైమాసికం నుంచి మాత్రమే కొంత మోడరేషన్ ఉంటుందని గవర్నర్ ఆందోళన వ్యక్తం చేశారు.

ఆర్‌బీఐ సీఆర్‌ఆర్‌ను 50 బేసిస్ పాయింట్లు (BPS) అంటే 0.5 శాతం తగ్గించింది. దీని వల్ల బ్యాంకింగ్ వ్యవస్థలో రూ.1.1 లక్షల కోట్ల నుంచి రూ. 1.2 లక్షల కోట్ల మొత్తం ఉచితం. అంటే బ్యాంకులు తమ నిల్వల్లో ఉంచిన మొత్తంలో ఈ భాగాన్ని రుణాలుగా ఖర్చు చేస్తాయి. ఇది నేరుగా ఆర్థిక వ్యవస్థకు ప్రయోజనం చేకూరుస్తుంది. ఎందుకంటే ఎక్కువ రుణాల పంపిణీ అంటే వినియోగం కూడా పెరుగుతుంది. ఇది తయారీని వేగవంతం చేస్తుంది. తద్వారా మొత్తం ఆర్థిక వ్యవస్థ చక్రం వేగంగా ప్రారంభమవుతుంది.

ప్రస్తుత పరిస్థితుల దృష్ట్యా ద్రవ్యోల్బణం ఒత్తిడితో రిజర్వ్ బ్యాంక్ వృద్ధి రేటు అంచనాను తగ్గించాల్సి వచ్చింది. ప్రస్తుత ఆర్థిక సంవత్సరంలో వృద్ధి రేటు 7.2 శాతంగా ఉంటుందని ముందుగా అంచనా వేయగా, ఇప్పుడు 6.6 శాతానికి తగ్గింది. వచ్చే ఆర్థిక సంవత్సరం అంటే 2026 మొదటి త్రైమాసికంలో వృద్ధి రేటు అంచనా కూడా 7.3 నుంచి 6.9 శాతానికి తగ్గించబడింది. రెండో త్రైమాసిక అంచనాను 7.3 శాతంగా కొనసాగించింది.

Comic Street – An exciting new initiative by TVAGA and ICA at Indiajoy

The Comic Street Awards 2024 debuted at the prestigious India Joy Digital Entertainment Festival at the Hyderabad International Convention Center (HICC). A collaboration between the Telangana VFX, Animation, and Gaming Association (TVAGA) and the Indian Comics Association (ICA), the awards celebrated exceptional talent in the Indian comics industry, marking a new chapter in the legacy of India Joy. The awards were presented by former beauty queen and Bollywood actress Ruhi Singh, whose presence added a touch of glamour and star power to the event. In recognition of her contributions to the creative industry, Himanshu Singhal, PR & Industry Head of ICA, presented a memento to Ruhi Singh.

The Lifetime Achievement Award was presented to the legendary cartoonist Abid Surti for his immense contributions to the Indian comics landscape. A true pioneer, Abid Surti is the creative genius behind Bahadur, India’s first-ever superhero, and has significantly shaped the Indian comics industry.

The ICA proudly hosted a panel discussion at Comic Street featuring prominent figures such as Sanjay Gupta (Raj Comics by Sanjay Gupta), Preeti Vyas (Amar Chitra Katha), Ajay Krishna (Forbidden Verse), and Ajitesh Sharma (Cinemics). The panel delved into various aspects of storytelling, industry evolution, and comic industry opportunities, offering invaluable insights and fostering engaging discussions among industry pioneers and enthusiasts.

Ajitesh Sharma, president of ICA, interacted with Prashant Varma, the visionary director of the highly acclaimed movie Hanu-Man, on Comics IP & Cinema. Ajay Krishna, Executive Member of ICA, presented a special memento to Prashant Varma, acknowledging his remarkable contributions to storytelling, creativity, and the growing universe of Indian superheroes.

Adding to the event's excitement, two new comic titles were launched: Chandrakanta, an Indian epic adapted into Comics by Cinemics, and Soul Contract, an Indian manga by Cosmics. These latest releases generated a buzz and showcased the vibrant creativity and innovation within the Indian comics industry.

 

An ICA Pavilion exhibiting Indian Comics was set up at Comics Street, and Ravi Tanwer, Anadi Abhilash, Mohamad Shabaz, Himanshu Singhal, Vasu Gupta, Saahil Sharma, Varun Malhotra, and Neelesh Makwane from ICA led the initiative. Moreover, ICA promoted the upcoming Comics Creator Championship, set to take place during Waves 2025, further engaging the community and encouraging creators to showcase their talent in this Create in India Challenge.

The event underscores India Joy’s commitment to fostering a thriving ecosystem for the AVGC sector. Telangana IT Minister KT Rama Rao highlighted that the festival embodies the state’s vision to position Hyderabad as a global hub, attracting more than 25,000 attendees globally and showcasing India's potential as a global media and entertainment industry leader.

 

Comic Street Award 2024

 

1. Best Comics

· Platinum: Professor Ashwatthama 3 (Cheeseburger Comics)

· Diamond: Ad Infinitum - Sisyphus (Chitragaatha Comics)

· Gold: Celestial Beings (Amar Chitra Katha)

2. Best Comics Writer

· Platinum: Bijoy Raveendran, Codename Alpha '97 (Yali Dream Works)

· Diamond: Saahil S Sharma, Operation Ganga (Alpha Comics)

· Gold: Soumya Das, Violated Series (The Hierophant Entertainment)

3. Best Artist

· Platinum: Dildeep Singh, Rakt katha Series (RCSG)

· Diamond: Caio Pegado, Soormas (Curious Bit Publication)

· Gold: Harsho Mohan Chattoraj, Al-Zebra (Alpha Comics)                      

4. Best Colorist

· Platinum: Valeria Verdi, Soormas (Curious Bit Publication)

· Diamond: Shadab Siddiqui & Sunil Dasturia, Rakt katha Series (RCSG)

· Gold: Jyoti Singh, Dvij: Born from Fire (Radiant Comics)                            

5. Best Cover Design

· Platinum: Violated Issue 1 (The Hierophant Entertainment)

· Diamond: Guddu Bomb Issue 1 (Chitragaatha Comics)

· Gold: Whispers of Void: Midnight Mist (Cosmics)

6. Best Kids Comics

· Platinum: Chahal Pahal (Alpha Comics)

· Diamond: Weatherman (Cinemics)

· Gold: Tinkle Holiday Special 54 (Amar Chitra Katha)

7. Best Manga

· Platinum: Whispers of Void: Midnight Mist (Cosmics)

· Diamond: Trio (Vaibhavi Studios)

8. Best Rising Talent

· Platinum: Ajay Krishna (Forbidden Verse)

· Diamond: Vasu Gupta (Alpha Comics)

· Gold: Prathamesh Gandhi (Colorist: Yali Dream Works)

9. Fan Favourite Comics

· Platinum: Tinkle 800 (Amar Chitra Katha)

· Diamond: FORBIDDEN VERSE: LEO'S CIVIL WAR (Forbidden Verse)

· Gold: The Legend of Watakattu - Claws of Justice (Alpha Comics)

10. Best Comics (Student Category)

· Platinum: Beaver And The Boy (Abin Antony)

 

About ICA

The Indian Comics Association (ICA) promotes and nurtures the Indian comics industry. Through various initiatives, events, and collaborations, ICA aims to foster creativity, support comic creators, and elevate the art of storytelling through comics in India. The association plays a crucial role in bridging the gap between industry, government, creators, and audiences, ensuring that the rich tradition of Indian comics continues to thrive and inspire future generations.

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డాలర్‌తో పోల్చితే డేంజర్ జోన్‌లో రూపాయి

అగ్రరాజ్యం అమెరికా డాలర్ బలపడటం, చైనా కరెన్సీ యువాన్ బలహీనపడటం వల్ల దేశీయ కరెన్సీ ఒత్తిడిలో ఉండవచ్చని ఆర్థిక నిపుణులు చెబుతున్నారు. ఈ నేపథ్యంలో వచ్చే డిసెంబర్ నాటికి రూపాయి విలువ మరింత తగ్గుతుందని భావిస్తున్నారు.

ఈ సంవత్సరం చివరి నాటికి డాలర్‌తో పోల్చితే రూపాయి (rupee) విలువ మరింత బలహీనపడవచ్చని ఆర్థిక నిపుణులు అంటున్నారు. డాలర్(Dollar) బలపడటం, చైనా కరెన్సీ యువాన్ బలహీనపడటం వల్ల స్థానిక కరెన్సీ ఒత్తిడిలో ఉండవచ్చని చెబుతున్నారు. ఈ క్రమంలో భారతీయ రిజర్వ్ బ్యాంక్ (RBI) రూపాయికి మద్దతు ఇవ్వడానికి కరెన్సీ మార్కెట్లో చురుకుగా ఉంటుందని భావిస్తున్నారు. ఐడీఎఫ్‌సీ ఫస్ట్ బ్యాంక్ ప్రకారం ఈ సంవత్సరాంతానికి రూపాయి డాలర్‌కు 85 స్థాయిని తాకవచ్చన్నారు. గురువారం నాడు రూపాయి 84.41 వద్ద ముగిసింది. కరెన్సీ మార్కెట్ శుక్రవారం మూసివేయబడింది.

నవంబర్‌లో డాలర్‌తో పోలిస్తే రూపాయి ఇప్పటికే 0.33 శాతం క్షీణించింది. సెప్టెంబరు వరకు చాలా వరకు స్థిరంగా ఉన్న స్థానిక కరెన్సీ, US ఫెడరల్ రిజర్వ్ నిర్ణయాలు, USలో డొనాల్డ్ ట్రంప్ విజయంతో రేటు తగ్గింపు తర్వాత ఒత్తిడి మొదలైంది. తక్కువ బ్యాలెన్స్ ఆఫ్ పేమెంట్స్ మిగులు డాలర్‌ను బలోపేతం చేస్తాయని ఐడీఎఫ్‌సీ ఫస్ట్ బ్యాంక్ చీఫ్ ఎకనామిస్ట్ గౌరా సేన్ గుప్తా అన్నారు. యువాన్ బలహీనపడటం వల్ల 2025 ఆర్థిక సంవత్సరంలో రూపాయిపై ఒత్తిడిని ఉంటుందన్నారు. అక్టోబరు నుంచి నవంబర్ 8 వరకు రూపాయి క్షీణత వేగాన్ని పరిమితం చేయడానికి RBI $ 15.5 బిలియన్ల నికర విక్రయాన్ని చేసింది.

నవంబర్ 8తో ముగిసిన వారంలో దేశ విదేశీ మారక నిల్వలు 675.7 బిలియన్ డాలర్లకు తగ్గాయి. రూపాయి పతనాన్ని ఆపడానికి, కరెన్సీ మార్కెట్‌లో RBI జోక్యం చేసుకుంది. ఈ క్రమంలో గత ఆరు వారాల్లో విదేశీ మారక నిల్వలు 29 బిలియన్ డాలర్లు తగ్గాయి. విదేశీ మారకపు మార్కెట్‌లో ఆర్‌బీఐ జోక్యం సాధారణం కంటే ఎక్కువగా ఉందని, డాలర్లను విక్రయించడం ద్వారా రూపాయికి సెంట్రల్ బ్యాంక్ మద్దతునిస్తుందని మార్కెట్ పార్టిసిపెంట్లు చెబుతున్నారు. మరోవైపు విదేశీ మారకపు మార్కెట్‌లో సెంట్రల్ బ్యాంక్ జోక్యం అసాధారణమైన అస్థిరతను నిరోధించడమేనని, పరిమితిని లక్ష్యంగా చేసుకోలేదని ఆర్‌బీఐ గవర్నర్ శక్తికాంత దాస్ ఇటీవల చెప్పారు.

డాలర్‌తో పోలిస్తే రూపాయి విలువ 84.50 స్థాయిలో పరీక్షించబడుతుందని బ్యాంక్ ఆఫ్ బరోడా చీఫ్ ఎకనామిస్ట్ మదన్ సబ్నవిస్ అన్నారు. ట్రంప్ అమెరికా అధ్యక్షుడైన తర్వాత డాలర్ బలపడటం, విదేశీ ఇన్వెస్టర్ల ఉపసంహరణ సహజమేనని గుర్తు చేశారు. రూపాయి 84 స్థాయిని దాటిన తర్వాత పరిమిత జోక్యాన్ని చూశామన్నారు. కాబట్టి RBI చర్యలు కూడా కీలకమని ప్రస్తావించారు. నవంబర్‌లో ఇప్పటివరకు 10 సంవత్సరాల US బాండ్లపై రాబడి 20 బేసిస్ పాయింట్లు పెరిగింది. ప్రస్తుత ఆర్థిక సంవత్సరంలో ఇప్పటివరకు డాలర్‌తో రూపాయి మారకం విలువ 1.2 శాతం క్షీణించగా, ఈ ఏడాది రూపాయి 1.5 శాతం బలహీనపడింది.

वित्तमंत्री के बाद आरबीआई आम आदमी पर मेहरबान, महंगी आएमआई से राहत, सस्ते कर्ज का रास्ता हुआ साफ

#rbigavereliefafter56monthsmadehomeloancheaperbycuttinginterest_rates

ये खबर आम लोगों को खुश करने वाली है। देश के करोड़ों लोगों को सात द‍िन के अंदर दूसरा तोहफा म‍िला है। पहले सरकार ने बजट में बड़ी राहत देते हुए 12 लाख तक की आमदनी को टैक्‍स फ्री क‍िया। अब आरबीआई ने मेहरबानी दिखाई है। रिजर्व बैंक ने आखिरकार मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की 12वीं बैठक में रेपो रेट घटा ही दिया। जैसे कि कयास लगाए जा रहे थे कि इस बार आरबीआई आम आदमी को सस्‍ते लोन का तोहफा देते हुए रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कटौती कर ही देगा, वैसा ही हुआ।

रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की तरफ से शुक्रवार को ब्याज दर में 25 बेस‍िस प्‍वाइंट कटौती की घोषणा की गई। इसके साथ ही रेपो रेट घटकर 6.25% पर आ गया।आरबीआई के नए गवर्नर संजय मल्होत्रा ने अपने कार्यकाल की पहली एमपीसी मीट‍िंग में ब्‍याज दर कटौती का फैसला करके लोगों को खुश कर द‍िया है। पांच साल में यह पहला मौका है जब र‍िजर्व बैंक की तरफ से रेपो रेट में कटौती की गई है। इससे पहले मई 2020 में कोरोना महामारी के चलते देश में लॉकडाउन लगा था जब आरबीआई ने ब्याज दरों को घटाने का फैसला लिया था।

सस्ता होगा लोन

5 फरवरी को शुरू हुई तीन द‍िवसीय द्विमासिक समीक्षा के बाद केंद्रीय बैंक ने शुक्रवार को करोड़ों लोगों को राहत देते हुए रेपो रेट में कमी करने का फैसला क‍िया। रेपो रेट में कटौती होने के बाद उम्‍मीद है क‍ि बैंक होम लोन समेत अलग-अलग तरह के लोन पर ब्‍याज दर में कटौती करेंगे।सेंट्रल बैंक के इस फैसले के बाद बैंकों के लिए होमलोन, कारलोन, एजुकेशन लोन, कॉरपोरेट लोन से लेकर पर्सनल लोन के ब्याज दरों में कटौती करने का रास्ता साफ हो गया है।

कितनी रहेगी ग्रोथ रेट?

आरबीआई ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए जीडीपी ग्रोथ रेट 6.4 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। जबकि पहले 6.6 फीसदी रहने का अनुमान जताया गया था। वित्त वर्ष 2025-26 में आरबीआई ने 6.7 फीसदी जीडीपी ग्रोथ रेट का अनुमान जताया है। आरबीआई गवर्नर ने कहा, अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए काम करते रहेंगे। साथ ही सभी इकोनॉमी के स्टेकहोल्डर्स के साथ कंसलटेशन का दौर जारी रहेगा। संजय मल्होत्रा ने कहा, वैश्विक अर्थव्यवस्था के हालात चुनौतीपूर्ण बने हुए हैं। भारतीय अर्थव्यवस्था में मजबूती बनी हुई है लेकिन वैश्विक हालात का असर भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी पड़ा है।

महंगाई 4.8 फीसदी रहने का अनुमान

महंगाई को लेकर भी आरबीआई ने अपने अनुमान जारी किए हैं। मौजूदा वित्त वर्ष में महंगाई 4.8 फीसदी रहने का अनुमान है। वैसे चौथी तिमाही के महंगाई में 10 बेसिस प्वाइंट का इजाफा किया गया है। जिसे पिछले के 4.4 फीसदी से बढ़ाकर 4.5 फीसदी कर दिया है। वहीं वित्त वर्ष 2026 में महंगाई 4.2 फीसदी रहने का अनुमान लगाया गया है। जबकि पहली तिमाही में 4.6 फीसदी रह सकती है। इससे पहले इसमें 4.5 फीसदी का रहने अनुमान जताया जा रहा है। दूसरी तिमाही में 4 फीसदी, तीसरी तिमाही में 3.8 फीसदी और चौथी तिमाही में 4.2 फीसदी रहने का अनुमान जताया जा रहा है।

भारत को अंतरिक्ष के क्षेत्र में बड़ा झटका, ऑर्बिट में स्थापित नहीं हो सका NVS-02 सैटेलाइट, आगे क्या करेगा इसरो ?

#isros_100th_mission_faces_technical_glitch_nvs_02_navigation_satellite_stuck

अंतरिक्ष के क्षेत्र में लगातार सफलता हासिल कर रहे भारत को बड़ा क्षटका लगा है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के 100वें NVS-02 सैटेलाइट मिशन में रविवार को तकनीकी खराबी आ गई। NVS-02 ऑर्बिट में स्थापित नहीं हो सका है। इसरो ने बताया कि अंतरिक्ष यान के थ्रस्टर्स सही से काम नहीं कर सके, जिसकी वजह से ऑर्बिट एजजस्टमेंट में बाधा आई। इसरो का ये मिशन अंतरिक्ष-आधारित नेविगेशन सिस्टम के लिए महत्वपूर्ण था। 29 जनवरी को श्रीहरिकोटा से जीएसएलवी-एफ 15 के जरिए NVS-02 सैटेलाइट लॉन्च किया था।

इसरो ने अपनी वेबसाइट पर कहा कि अंतरिक्ष यान में लगे ‘थ्रस्टर्स’ के काम नहीं करने के कारण एनवीएस-02 उपग्रह को वांछित कक्षा में स्थापित करने का प्रयास सफल नहीं हो सका। इसरो ने कहा कि लॉन्‍च के बाद सेटेलाइट में लगे सौर पैनल को सफलतापूर्वक तैनात किया गया था। बिजली उत्पादन नाममात्र है. ग्राउंड स्टेशन के साथ कम्‍यूनिकेशन सिस्‍टम स्थापित हो गया है लेकिन सेटेलाइट कक्षा को आगे नहीं बढ़ाया जा सका क्योंकि ऐसा करने के लिए थ्रस्टर्स को फायर करने के लिए ऑक्सीडाइज़र को प्रवेश करने वाले वाल्व नहीं खुले थे।

इसरो ने अपने अपडेट में बताया कि हालांकि, सैटेलाइट के सभी सिस्टम सामान्य हैं और यह फिलहाल एक अंडाकार कक्षा (Elliptical Orbit) में मौजूद है। अब वैज्ञानिक इस सैटेलाइट का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करने के लिए वैकल्पिक रणनीति पर काम कर रहे हैं। इसरो का NVS-02 सेटेलाइट को पृथ्वी के चारों ओर एक अण्डाकार कक्षा में स्थापित करने का इरादा था। बताया गया था कि इसकी अपोजी यानी सबसे दूर का बिंदू 37,500 किमी रहेगा जबकि पेरीजी यानी निकटतम बिंदू और 170 किमी की होगी। 29 जनवरी को जीएसएलवी द्वारा बहुत सटीक इंजेक्शन ने सेटेलाइट को एक ऐसी कक्षा में स्थापित कर दिया था जो लक्ष्‍य किए गए अपोजी से 74 किमी और पेरीजी से 0.5 किमी दूर थी।

बता दें कि इसरो का ये अभियान सैटेलाइट नेविगेशन सिस्टम का हिस्सा है, जो भारत में जीपीएस जैसी नेविगेशन सुविधा को बढ़ाने के लिए डिजाइन किया गया है। यह सिस्टम कश्मीर से कन्याकुमारी, गुजरात से अरुणाचल तक का हिस्सा कवर करेगा। साथ ही साथ कोस्टल लाइन से 1500 किमी तक की दूरी भी कवर होगी। इससे हवाई, समुद्री और सड़क यात्रा के लिए बेहतर नेविगेशन हेल्प मिलेगी।

बेंगलुरु के सॉफ्टवेयर इंजीनियर से करीब ₹12 करोड़ की ठगी, दो आरोपी गिरफ्तार



डेस्क: डिजिटल अरेस्ट के जरिये बेंगलुरु के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर से तकरीबन 12 करोड़ की ठगी करने के मामले में बेंगलुरु पुलिस ने 2 आरोपियों को अरेस्ट करने में सफलता पाई है। तरुण और करन नाम के इन आरोपियों ने ED और कस्टम अधिकारी बनकर टेकी विजयकुमार को पहले डिजिटल अरेस्ट किया और फिर उनके अकाउंट में मौजूद लगभग 12 करोड़ रुपये के वेरिफिकेशन के नाम पर अलग अलग बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करवाकर इस ठगी को अंजाम दिया।

पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि दोनों आरोपियों को इस बात की सूचना मिली थी कि विक्टिम विजयकुमार ने शेयर मार्केट में बड़ा निवेश किया हुआ है जिसके चलते उनके पास 11 करोड़ 84 लाख रुपये जमा हो गए थे। बेंगलुरु नार्थ डिवीजन के तहत GKVK में रहने वाले इस युवक को जब तक ये पता चला कि उसके साथ डिजिटल ठगी हुई है तब तक उसकी सारी कमाई लुट गयी। इस युवक ने पुलिस की साइबर, इकोनॉमिक और नारकोटिक्स यानी CEN ब्रांच में 12 दिसम्बर को एक शिकायत दर्ज करवाई। इस शिकायत में युवक ने पुलिस को बताया कि 11 नवम्बर सर 12 दिसम्बर के बीच डिजिटल ठगों ने इससे 11 करोड़ 84 लाख रुपये ऐंठ लिये।

पुलिस में दी गई शिकायत के मुताबिक इस युवक को 11 नवम्बर को एक IVR फोन आया। इस कॉल में कहा गया कि ये कॉल टेलीकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी TRAI से है, उसके फोन नम्बर का मिस यूज हुआ है और 2 घंटे में उसका फोन कट जाएगा। उसने जब कारण पूछा तो उसे 8791120937 नंबर से एक फोन आया और सामने वाले ने कहा कि वो मुम्बई के कोलाबा से क्राइम ब्रांच का अफसर है और उसके आधार नम्बर के साथ कोलाबा में एक केस दर्ज हुआ है। उसे बताया गया कि नरेश गोयल नाम के एक व्यक्ति को 6 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग के केस में पकड़ा गया है और इसमें उसके आधार कार्ड और फोन की डिटेल्स मिली है।

फोन पर ये सब सुनकर युवक डर गया जिसके बाद उसे एक ओर नम्बर 7420928275 से फोन आया। उसने खुद को कस्टम और ED का अधिकारी बताया और इस युवक को डिजिटल अरेस्ट करने की बात कहते हुए उससे मोबाइल फोन पर 2 एप और स्काईप डाउनलोड करने को कहा। इसके बाद पुलिस अधिकारी का भेष बनाकर एक और ठग ने 9997342801 से वीडियो कॉल किया और उसे बताया कि अब ये केस सुप्रीम कोर्ट में चला गया है और न सिर्फ वो बल्कि उसके परिवार के बाकी लोगों को भी अब जिंदगी भर जेल में रहना होगा।

ये युवक बुरी तरह डर गया और इसका फायदा उठाते हुए ठगों ने उसके बैंक में जमा राशि की सारी जानकारी उससे ले ली। उससे कहा गया कि उसे अपने अकाउंट से पैसे RBI के अकाउंट में जमा कराने होंगे और एक बार वेरिफिकेशन हो जाने के बाद ये रुपये उसके अकाउंट में वापस भेज दिए जाएंगे। इसके बाद 11 नवम्बर को युवक ने ICICI बैंक के एक अकाउंट में 75 लाख जमा कराए , उसके अगले दिन UCO बैंक के एक अकाउंट में 3 करोड़ 14 लाख जमा कराए। इसके बाद उसे मनी लॉन्ड्रिंग के इस केस से बाहर निकालने के लिए और रुपयों की डिमांड की गई, चूंकि पीड़ित बुरी तरह घबराया हुआ था इसीलिए ठगों ने इसका पूरा फायदा उठाया और सिलसिले वार तरीके से अलग-अलग बैंक अकाउंट में 97 लाख, 25 लाख, 1 करोड़, 56 लाख, 96 लाख और आखिर में 2 लाख रुपए जमा करवाये गए।

इसके बाद युवक से कहा गया कि 12 दिसम्बर की दोपहर तक सारे पैसे दुबारा उसके अकाउंट में आ जाएंगे। तय समय पर पैसे वापस नहीं आये तो ये युवक पैनिक हो गया, उसने उस अधिकारी से बात करने की कोशिश की तो सारे फोन फोन स्विच ऑफ हो गए। युवक ने जब बैंक को कॉल किया तब तक काफी देर हो चुकी थी। जिन 9 बैंक खातों में इंजीनियर ने पैसे ट्रांसफर किये थे उन सभी खातों से पैसे निकाल लिए गए। थे इस वजह से बैंक उसे ब्लॉक नहीं कर पाए। इसके बाद उसे एहसास हुआ कि डिजिटल अरेस्ट के नाम पर उसके साथ इतनी बड़ी ठगी हुई है। अब बेंगलुरु साइबर क्राइम पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
भारत एक एकमात्र सिख प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का 92 वर्ष की आयु में निधन

#former_prime_minister_dr_manmohan_singh_dies_at_the_age_of_92

Dr. Manmohan Singh (1932-2024)

भारत ने 26 दिसंबर को अपने एकमात्र सिख प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को खो दिया। 92 साल की उम्र में अंतिम सांस लेने वाले पूर्व पीएम को दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था। 

भारत के आर्थिक उदारीकरण के वास्तुकार, सिंह 33 साल के कार्यकाल के बाद अप्रैल 2024 में राज्यसभा से सेवानिवृत्त हुए थे। उन्होंने पीवी नरसिम्हा राव के नेतृत्व वाली सरकार में केंद्रीय वित्त मंत्री बनने के कुछ महीनों बाद अक्टूबर 1991 में राज्यसभा में प्रवेश किया। अविभाजित भारत के पंजाब प्रांत के एक गाँव में 26 सितंबर, 1932 को जन्मे डॉ. मनमोहन सिंह ने 1972 में वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार के रूप में कार्य किया। उन्होंने 1982-1985 तक RBI के गवर्नर के रूप में भी काम किया। 

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को गुरुवार को रात करीब 8 बजे दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के आपातकालीन विभाग में भर्ती कराया गया। सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि 92 वर्षीय दिग्गज कांग्रेसी की हालत गंभीर थी। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सिंह की स्वास्थ्य स्थिति का जायजा लेने के लिए प्रमुख संस्थान पहुंचीं।

राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने एक्स पर पोस्ट किया, "पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी के स्वास्थ्य को लेकर बहुत चिंतित हूं। उनके शीघ्र स्वस्थ होने और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूं।" इसके कुछ ही देर बाद उनके निधन की खबरें आने लगी। 

2004 से 2014 तक प्रधानमंत्री रहे सिंह इस साल की शुरुआत में राज्यसभा से सेवानिवृत्त हुए, जिससे 33 साल बाद उच्च सदन में उनकी राजनीतिक पारी समाप्त हो गई। उन्होंने उच्च सदन में पांच बार असम का प्रतिनिधित्व किया और 2019 में राजस्थान चले गए। संसद में उनका अंतिम हस्तक्षेप नोटबंदी के खिलाफ था, उन्होंने इसे "संगठित लूट और वैधानिक लूट" बताया। पीटीआई ने सिंह के हवाले से 2021 में एक कार्यक्रम में कहा, "बेरोजगारी अधिक है और अनौपचारिक क्षेत्र खस्ताहाल है, 2016 में लिए गए बिना सोचे-समझे नोटबंदी के फैसले से यह संकट पैदा हुआ है।" 

26 सितंबर, 1932 को पंजाब में जन्मे सिंह ने 1952 और 1954 में क्रमशः पंजाब विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में स्नातक और परास्नातक की उपाधि प्राप्त की। डॉ. मनमोहन सिंह ने 1957 में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से अपना आर्थिक ट्रिपोस पूरा किया। इसके बाद उन्होंने 1962 में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में डी.फिल. किया। पंजाब विश्वविद्यालय और दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में अध्यापन के बाद सिंह भारत सरकार में शामिल हो गए। 1971 में वाणिज्य मंत्रालय में आर्थिक सलाहकार के रूप में। डॉ. मनमोहन सिंह को 1972 में वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार के रूप में पदोन्नत किया गया।

यूएनसीटीएडी सचिवालय में एक छोटे कार्यकाल के बाद, उन्हें 1987-1990 तक जिनेवा में दक्षिण आयोग का महासचिव नियुक्त किया गया। सिंह ने वित्त मंत्रालय में सचिव, योजना आयोग के उपाध्यक्ष, भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर, प्रधानमंत्री के सलाहकार और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष के पदों पर भी कार्य किया।

देश उनके योगदान के लिए सदैव आभारी रहेगा, हम उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं। 

*বড়মার মন্দিরে এলেন দেব*

সোমবার নৈহাটি বড়মার মন্দিরে পুজো দিলেন অভিনেতা তথা তৃণমূল কংগ্রেসের সাংসদ দেব ।

 

कांग्रेस के सवालों पर वित्तमंत्री ओपी चौधरी का पलटवार, कहा- पिछली सरकार ने छत्तीसगढ़ को किया कंगाल, हर जगह था माफिया राज ….
रायपुर-  छत्तीसगढ़ की जनता ने भाजपा को 2023 विधानसभा चुनाव में सरकार बनाने का जनादेश दिया. साय सरकार ने एक साल के कार्यकाल में अधिकतर वादे पूरे किए. किसानों, महिलाओं और युवाओं के लिए सरकार ने कई बड़े फैसले लिए. कांग्रेस ने साय सरकार के एक साल के कार्यकाल पर कई सवाल उठाए हैं. जिस पर वित्तमंत्री ओपी चौधरी ने पलटवार किया है. मंत्री ओपी चौधरी ने कहा, सवालों में कांग्रेस का माफिया राज ही नजर आयेगा. 100 नहीं बल्कि 800 सवाल करें, उनका माफियाराज ही सामने आयेगा.

वित्तीय भार को लेकर पिछली सरकार पर साधा निशाना

वित्तीय भार को विभाग ने मैनेज करने की रणनीति पर वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने पिछली सरकार पर निशाना साधा है. मंत्री चौधरी ने कहा, पिछली सरकार ने छत्तीसगढ़ को कंगाल कर दिया था. हर जगह को माफिया राज बना दिया था. पुराने स्कीम, वेतन और सैलरी के वित्तीय बर्डन के साथ सरकार की कई योजनाएं भी चल रही थी. निश्चित रूप से इसका प्रभाव पड़ा है, लेकिन कांग्रेस के लोग कर्जा लेकर अपना जेब भरने का काम करते थे. RBI से उधार लेकर साय सरकार छत्तीसगढ़ की जनता के लिए बेहतर उपयोग करेगी.

जनता को बताई जाएगी सरकार की एक साल की उपलब्धियां

मंत्री चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में एक साल का कार्यकाल पूरा हुआ है. राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री का दौरा होने वाला है, इसपर चर्चा होगी. इस एक साल में सरकार की उपलब्धियों को जनता के सामने रखा जाएगा. यह सभी मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में यह सब हो पाया है.

वहीं विधानसभा के शीतकालीन सत्र को लेकर वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि सरकार के 1 साल पूरे हो रहे है. इन सभी में इतने सारे उपलब्धि है. जहां भी जरूरत पड़ेगी हम सदन के समक्ष रखेंगे.

11वीं बार भी नहीं घटा रेपो रेट, ईएमआई पर क्या होगा असर?

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रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने देश के आर्थिक विकास की रफ्तार की गति के धीमे पड़ने के बाद मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक में बड़ा फैसला लिया है। तीन दिन तक चली मौद्रिक नीति समिति की बैठक में हुए फैसलों को गवर्नर ने शुक्रवार को जनता के सामने रखा। पिछली 10 बार की बैठकों से अपरिवर्तित रहे रेपो रेट पर इस बार भी कोई फैसला नहीं हुआ, गवर्नर ने सारा जोर महंगाई को काबू करने पर दिया और अर्थव्‍यवस्‍था में तेजी लाने के लिए कैश रिजर्व रेशियो 0.50 फीसदी घटा दिया है, जो अब 4 फीसदी हो गया।

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने पॉलिसी रेट का फैसला सुनाते हुए कहा कि रेपो रेट को फ्रीज रखा जाएगा। इसका मतलब है कि आरबीआई ने लगातार 11वीं बार ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। आखिरी बार ब्याज दरों में बदलाव फरवरी 2023 में किया था। जब ब्याज दरों में 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी की थी। उसके बाद से रिजर्व बैंक की ओर ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास के अनुसार मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने 4-2 बहुमत से ब्याज दर को 6.5% पर अपरिवर्तित रखने का फैसला किया, जबकि एसडीएफ दर 6.25% और एमएसएफ दर 6.75% पर बनी हुई है। केंद्रीय बैंक का रुख तटस्थ बना हुआ है। एमपीसी ने सर्वसम्मति से इस तटस्थ नीति रुख को बनाए रखने पर सहमति व्यक्त की, जो वर्तमान आर्थिक स्थितियों के प्रति सतर्क दृष्टिकोण का संकेत देता है।

शक्तिकांत दास ने कैश रिजर्व रेश्यो (सीआरआर) में में 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती का एलान किया है। सीआरआर को 4.50 फीसदी से घटाकर 4 फीसदी कर दिया है। कैश रिजर्व रेश्यो में कटौती को दो चरणों में लागू किया जाएगा। इससे बैंकिंग सिस्टम में 1.16 लाख करोड़ रुपये का एडिशनल कैश आएगा।

सीआरआर किसी बैंक की कुल जमाराशि का वह प्रतिशत है जिसे उसे आरबीआई के पास नकदी के रूप में रखना होता है। सीआरआर का प्रतिशत आरबीआई द्वारा समय-समय पर निर्धारित किया जाता है। बैंकों को इस राशि पर कोई ब्याज नहीं मिलता है।

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास के अनुसार जुलाई-सितंबर तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर उम्मीद से कम 5.4 प्रतिशत रही। दूसरी तिमाही में अर्थव्यवस्था में मंदी का संकेत देने वाले संकेतक समाप्त हो गए हैं। दास के अनुसार,आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष के आर्थिक वृद्धि दर अनुमान को 7.2 प्रतिशत से घटाकर 6.6 प्रतिशत किया है। उन्होंने कहा कि दूसरी तिमाही में अर्थव्यवस्था में सुस्ती का संकेत देने वाले संकेतक अब समाप्त होने की स्थिति में हैं। एमपीसी की बैठक के बाद आरबीआई गवर्नर ने कहा कि खाद्य पदार्थों की कीमतों में लगातार दबाव रहने से तीसरी तिमाही में मुद्रास्फीति ऊंची रहने की संभावना है। उन्होंने कहा कि रबी उत्पादन से राहत मिलेगी।

एमपीसी बैठक के बाद गवर्नर ने कहा कि आम आदमी को महंगाई से राहत दिलाना हमारी प्राथमिकता है, लेकिन देश की ग्रोथ रेट भी जरूरी है। लिहाजा एमपीसी ने अपने नजरिये को अब न्‍यूट्रल बना लिया है, जिसका मतलब है कि जैसा आगे माहौल होगा, उसी के हिसाब से रेपो रेट या फिर बैंकों के लोन रेट में कटौती की जाएगी। गवर्नर ने चिंता जताई कि तीसरी तिमाही में भी महंगाई से कोई राहत मिलती नहीं दिख रही और चौथी तिमाही से ही जाकर इसमें कुछ नरमी आएगी। खास बात तो ये है कि ये बैठक आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास के कार्यकाल की आखिरी बैठक है। उसके बाद फरवरी में होने वाली बैठक में नए गवर्नर दिखाई दे सकते हैं।

రెపో రేటుపై ఆర్బీఐ కీలక నిర్ణయం

భారతీయ రిజర్వ్ బ్యాంక్ (RBI) వరుసగా 11వ సారి వడ్డీ రేట్లలో ఎలాంటి మార్పు చేయకూడదని నిర్ణయించింది. మూడు రోజుల సుదీర్ఘ మానిటరీ పాలసీ కమిటీ (MPC) సమావేశం తర్వాత, RBI గవర్నర్ శక్తికాంత దాస్ శుక్రవారం డిసెంబర్ 6, 2024న వడ్డీ రేట్లను ప్రకటించారు.

రిజర్వ్ బ్యాంక్ గవర్నర్ (RBI) శక్తికాంత దాస్ తన పదవీ కాలం చివరి ఎంపీసీ సమావేశంలో మరోసారి సామాన్యుల అంచనాలను తలకిందులు చేశారు. మూడు రోజుల పాటు జరిగిన ద్రవ్య విధాన కమిటీ సమావేశంలో తీసుకున్న నిర్ణయాలను గవర్నర్ శుక్రవారం ప్రజల ముందుంచారు. ఈసారి కూడా రెపో రేటు పెంపుపై ఎలాంటి నిర్ణయం తీసుకోలేదు. ఇది గత 10 సమావేశాల నుంచి ఎటువంటి మార్పు లేకుండానే ఉంది. ద్రవ్యోల్బణాన్ని నియంత్రించడానికి, ఆర్థిక వ్యవస్థను పెంచడానికి, నగదు నిల్వల నిష్పత్తిని ఇప్పుడు 0.50 శాతం తగ్గించారు.

RBI గత 10 సార్లు ప్రధాన పాలసీ వడ్డీ రేటు రెపో రేటును 6.5 శాతం వద్ద మార్చకుండా కొనసాగిస్తోంది. RBI ఈ చర్య కారణంగా గృహ రుణ EMIలలో ఎటువంటి తగ్గింపు ఉండదు. శుక్రవారం ద్వైమాసిక ద్రవ్య సమీక్షను సమర్పిస్తూ ఆర్‌బీఐ గవర్నర్ శక్తికాంత దాస్ ఈ మేరకు ప్రకటించారు. ధరల స్థిరత్వం ప్రజలకు చాలా ముఖ్యమని, అయితే వృద్ధి కూడా ముఖ్యమని ఈ సందర్భంగా పేర్కొన్నారు. ఆర్థిక వ్యవస్థలకు ద్రవ్యోల్బణం అంతిమ గమ్యం కష్టతరంగా మారుతుందని ఆయన అన్నారు. పాలసీ రెపో రేటును 6.5% వద్ద యథాతథంగా కొనసాగించాలని ద్రవ్య విధాన కమిటీ 4:2 మెజారిటీతో నిర్ణయించిందని ఆర్‌బీఐ గవర్నర్ వెల్లడించారు.

ఇది రిజర్వ్ బ్యాంక్ 11వ MPC సమావేశం. దీనిలో రెపో రేటు విషయంలో ఎటువంటి మార్పు చేయలేదు. 6 MPC సభ్యులలో 4 మంది మరోసారి దానిని 6.50 శాతం వద్ద కొనసాగించడానికి అనుకూలంగా ఓటు వేశారు. అంటే సామాన్యుడి రుణంలో ఎలాంటి ఉపశమనం ఉండదని, ఈఎంఐ యథాతథంగా ఉంటుందన్నమాట. గత నెలలో విడుదల చేసిన వృద్ధి రేటు గణాంకాలను చూసిన తర్వాత, ఈసారి జరిగే MPC సమావేశంలో CRR తగ్గింపుపై నిర్ణయం తీసుకోవచ్చని ఊహాగానాలు వచ్చాయి. గవర్నర్ కూడా అలాగే చేసి సీఆర్‌ఆర్‌ను 4.5 శాతం నుంచి 4 శాతానికి తగ్గించారు. దీంతో బ్యాంకుల వద్ద అదనంగా రూ.1.20 లక్షల కోట్లు ఉంటాయని, వీటిని రుణాల పంపిణీకి వినియోగించుకోవచ్చని సూచించారు.

MPC ఇప్పుడు తన అభిప్రాయాన్ని తటస్థంగా ఉంచింది. అంటే పర్యావరణం ప్రకారం, రెపో రేటు లేదా బ్యాంకుల రుణ రేట్లు తదనుగుణంగా తగ్గించబడతాయి. మూడో త్రైమాసికంలో కూడా ద్రవ్యోల్బణం నుంచి ఉపశమనం కనిపించడం లేదని, నాలుగో త్రైమాసికం నుంచి మాత్రమే కొంత మోడరేషన్ ఉంటుందని గవర్నర్ ఆందోళన వ్యక్తం చేశారు.

ఆర్‌బీఐ సీఆర్‌ఆర్‌ను 50 బేసిస్ పాయింట్లు (BPS) అంటే 0.5 శాతం తగ్గించింది. దీని వల్ల బ్యాంకింగ్ వ్యవస్థలో రూ.1.1 లక్షల కోట్ల నుంచి రూ. 1.2 లక్షల కోట్ల మొత్తం ఉచితం. అంటే బ్యాంకులు తమ నిల్వల్లో ఉంచిన మొత్తంలో ఈ భాగాన్ని రుణాలుగా ఖర్చు చేస్తాయి. ఇది నేరుగా ఆర్థిక వ్యవస్థకు ప్రయోజనం చేకూరుస్తుంది. ఎందుకంటే ఎక్కువ రుణాల పంపిణీ అంటే వినియోగం కూడా పెరుగుతుంది. ఇది తయారీని వేగవంతం చేస్తుంది. తద్వారా మొత్తం ఆర్థిక వ్యవస్థ చక్రం వేగంగా ప్రారంభమవుతుంది.

ప్రస్తుత పరిస్థితుల దృష్ట్యా ద్రవ్యోల్బణం ఒత్తిడితో రిజర్వ్ బ్యాంక్ వృద్ధి రేటు అంచనాను తగ్గించాల్సి వచ్చింది. ప్రస్తుత ఆర్థిక సంవత్సరంలో వృద్ధి రేటు 7.2 శాతంగా ఉంటుందని ముందుగా అంచనా వేయగా, ఇప్పుడు 6.6 శాతానికి తగ్గింది. వచ్చే ఆర్థిక సంవత్సరం అంటే 2026 మొదటి త్రైమాసికంలో వృద్ధి రేటు అంచనా కూడా 7.3 నుంచి 6.9 శాతానికి తగ్గించబడింది. రెండో త్రైమాసిక అంచనాను 7.3 శాతంగా కొనసాగించింది.

Comic Street – An exciting new initiative by TVAGA and ICA at Indiajoy

The Comic Street Awards 2024 debuted at the prestigious India Joy Digital Entertainment Festival at the Hyderabad International Convention Center (HICC). A collaboration between the Telangana VFX, Animation, and Gaming Association (TVAGA) and the Indian Comics Association (ICA), the awards celebrated exceptional talent in the Indian comics industry, marking a new chapter in the legacy of India Joy. The awards were presented by former beauty queen and Bollywood actress Ruhi Singh, whose presence added a touch of glamour and star power to the event. In recognition of her contributions to the creative industry, Himanshu Singhal, PR & Industry Head of ICA, presented a memento to Ruhi Singh.

The Lifetime Achievement Award was presented to the legendary cartoonist Abid Surti for his immense contributions to the Indian comics landscape. A true pioneer, Abid Surti is the creative genius behind Bahadur, India’s first-ever superhero, and has significantly shaped the Indian comics industry.

The ICA proudly hosted a panel discussion at Comic Street featuring prominent figures such as Sanjay Gupta (Raj Comics by Sanjay Gupta), Preeti Vyas (Amar Chitra Katha), Ajay Krishna (Forbidden Verse), and Ajitesh Sharma (Cinemics). The panel delved into various aspects of storytelling, industry evolution, and comic industry opportunities, offering invaluable insights and fostering engaging discussions among industry pioneers and enthusiasts.

Ajitesh Sharma, president of ICA, interacted with Prashant Varma, the visionary director of the highly acclaimed movie Hanu-Man, on Comics IP & Cinema. Ajay Krishna, Executive Member of ICA, presented a special memento to Prashant Varma, acknowledging his remarkable contributions to storytelling, creativity, and the growing universe of Indian superheroes.

Adding to the event's excitement, two new comic titles were launched: Chandrakanta, an Indian epic adapted into Comics by Cinemics, and Soul Contract, an Indian manga by Cosmics. These latest releases generated a buzz and showcased the vibrant creativity and innovation within the Indian comics industry.

 

An ICA Pavilion exhibiting Indian Comics was set up at Comics Street, and Ravi Tanwer, Anadi Abhilash, Mohamad Shabaz, Himanshu Singhal, Vasu Gupta, Saahil Sharma, Varun Malhotra, and Neelesh Makwane from ICA led the initiative. Moreover, ICA promoted the upcoming Comics Creator Championship, set to take place during Waves 2025, further engaging the community and encouraging creators to showcase their talent in this Create in India Challenge.

The event underscores India Joy’s commitment to fostering a thriving ecosystem for the AVGC sector. Telangana IT Minister KT Rama Rao highlighted that the festival embodies the state’s vision to position Hyderabad as a global hub, attracting more than 25,000 attendees globally and showcasing India's potential as a global media and entertainment industry leader.

 

Comic Street Award 2024

 

1. Best Comics

· Platinum: Professor Ashwatthama 3 (Cheeseburger Comics)

· Diamond: Ad Infinitum - Sisyphus (Chitragaatha Comics)

· Gold: Celestial Beings (Amar Chitra Katha)

2. Best Comics Writer

· Platinum: Bijoy Raveendran, Codename Alpha '97 (Yali Dream Works)

· Diamond: Saahil S Sharma, Operation Ganga (Alpha Comics)

· Gold: Soumya Das, Violated Series (The Hierophant Entertainment)

3. Best Artist

· Platinum: Dildeep Singh, Rakt katha Series (RCSG)

· Diamond: Caio Pegado, Soormas (Curious Bit Publication)

· Gold: Harsho Mohan Chattoraj, Al-Zebra (Alpha Comics)                      

4. Best Colorist

· Platinum: Valeria Verdi, Soormas (Curious Bit Publication)

· Diamond: Shadab Siddiqui & Sunil Dasturia, Rakt katha Series (RCSG)

· Gold: Jyoti Singh, Dvij: Born from Fire (Radiant Comics)                            

5. Best Cover Design

· Platinum: Violated Issue 1 (The Hierophant Entertainment)

· Diamond: Guddu Bomb Issue 1 (Chitragaatha Comics)

· Gold: Whispers of Void: Midnight Mist (Cosmics)

6. Best Kids Comics

· Platinum: Chahal Pahal (Alpha Comics)

· Diamond: Weatherman (Cinemics)

· Gold: Tinkle Holiday Special 54 (Amar Chitra Katha)

7. Best Manga

· Platinum: Whispers of Void: Midnight Mist (Cosmics)

· Diamond: Trio (Vaibhavi Studios)

8. Best Rising Talent

· Platinum: Ajay Krishna (Forbidden Verse)

· Diamond: Vasu Gupta (Alpha Comics)

· Gold: Prathamesh Gandhi (Colorist: Yali Dream Works)

9. Fan Favourite Comics

· Platinum: Tinkle 800 (Amar Chitra Katha)

· Diamond: FORBIDDEN VERSE: LEO'S CIVIL WAR (Forbidden Verse)

· Gold: The Legend of Watakattu - Claws of Justice (Alpha Comics)

10. Best Comics (Student Category)

· Platinum: Beaver And The Boy (Abin Antony)

 

About ICA

The Indian Comics Association (ICA) promotes and nurtures the Indian comics industry. Through various initiatives, events, and collaborations, ICA aims to foster creativity, support comic creators, and elevate the art of storytelling through comics in India. The association plays a crucial role in bridging the gap between industry, government, creators, and audiences, ensuring that the rich tradition of Indian comics continues to thrive and inspire future generations.

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డాలర్‌తో పోల్చితే డేంజర్ జోన్‌లో రూపాయి

అగ్రరాజ్యం అమెరికా డాలర్ బలపడటం, చైనా కరెన్సీ యువాన్ బలహీనపడటం వల్ల దేశీయ కరెన్సీ ఒత్తిడిలో ఉండవచ్చని ఆర్థిక నిపుణులు చెబుతున్నారు. ఈ నేపథ్యంలో వచ్చే డిసెంబర్ నాటికి రూపాయి విలువ మరింత తగ్గుతుందని భావిస్తున్నారు.

ఈ సంవత్సరం చివరి నాటికి డాలర్‌తో పోల్చితే రూపాయి (rupee) విలువ మరింత బలహీనపడవచ్చని ఆర్థిక నిపుణులు అంటున్నారు. డాలర్(Dollar) బలపడటం, చైనా కరెన్సీ యువాన్ బలహీనపడటం వల్ల స్థానిక కరెన్సీ ఒత్తిడిలో ఉండవచ్చని చెబుతున్నారు. ఈ క్రమంలో భారతీయ రిజర్వ్ బ్యాంక్ (RBI) రూపాయికి మద్దతు ఇవ్వడానికి కరెన్సీ మార్కెట్లో చురుకుగా ఉంటుందని భావిస్తున్నారు. ఐడీఎఫ్‌సీ ఫస్ట్ బ్యాంక్ ప్రకారం ఈ సంవత్సరాంతానికి రూపాయి డాలర్‌కు 85 స్థాయిని తాకవచ్చన్నారు. గురువారం నాడు రూపాయి 84.41 వద్ద ముగిసింది. కరెన్సీ మార్కెట్ శుక్రవారం మూసివేయబడింది.

నవంబర్‌లో డాలర్‌తో పోలిస్తే రూపాయి ఇప్పటికే 0.33 శాతం క్షీణించింది. సెప్టెంబరు వరకు చాలా వరకు స్థిరంగా ఉన్న స్థానిక కరెన్సీ, US ఫెడరల్ రిజర్వ్ నిర్ణయాలు, USలో డొనాల్డ్ ట్రంప్ విజయంతో రేటు తగ్గింపు తర్వాత ఒత్తిడి మొదలైంది. తక్కువ బ్యాలెన్స్ ఆఫ్ పేమెంట్స్ మిగులు డాలర్‌ను బలోపేతం చేస్తాయని ఐడీఎఫ్‌సీ ఫస్ట్ బ్యాంక్ చీఫ్ ఎకనామిస్ట్ గౌరా సేన్ గుప్తా అన్నారు. యువాన్ బలహీనపడటం వల్ల 2025 ఆర్థిక సంవత్సరంలో రూపాయిపై ఒత్తిడిని ఉంటుందన్నారు. అక్టోబరు నుంచి నవంబర్ 8 వరకు రూపాయి క్షీణత వేగాన్ని పరిమితం చేయడానికి RBI $ 15.5 బిలియన్ల నికర విక్రయాన్ని చేసింది.

నవంబర్ 8తో ముగిసిన వారంలో దేశ విదేశీ మారక నిల్వలు 675.7 బిలియన్ డాలర్లకు తగ్గాయి. రూపాయి పతనాన్ని ఆపడానికి, కరెన్సీ మార్కెట్‌లో RBI జోక్యం చేసుకుంది. ఈ క్రమంలో గత ఆరు వారాల్లో విదేశీ మారక నిల్వలు 29 బిలియన్ డాలర్లు తగ్గాయి. విదేశీ మారకపు మార్కెట్‌లో ఆర్‌బీఐ జోక్యం సాధారణం కంటే ఎక్కువగా ఉందని, డాలర్లను విక్రయించడం ద్వారా రూపాయికి సెంట్రల్ బ్యాంక్ మద్దతునిస్తుందని మార్కెట్ పార్టిసిపెంట్లు చెబుతున్నారు. మరోవైపు విదేశీ మారకపు మార్కెట్‌లో సెంట్రల్ బ్యాంక్ జోక్యం అసాధారణమైన అస్థిరతను నిరోధించడమేనని, పరిమితిని లక్ష్యంగా చేసుకోలేదని ఆర్‌బీఐ గవర్నర్ శక్తికాంత దాస్ ఇటీవల చెప్పారు.

డాలర్‌తో పోలిస్తే రూపాయి విలువ 84.50 స్థాయిలో పరీక్షించబడుతుందని బ్యాంక్ ఆఫ్ బరోడా చీఫ్ ఎకనామిస్ట్ మదన్ సబ్నవిస్ అన్నారు. ట్రంప్ అమెరికా అధ్యక్షుడైన తర్వాత డాలర్ బలపడటం, విదేశీ ఇన్వెస్టర్ల ఉపసంహరణ సహజమేనని గుర్తు చేశారు. రూపాయి 84 స్థాయిని దాటిన తర్వాత పరిమిత జోక్యాన్ని చూశామన్నారు. కాబట్టి RBI చర్యలు కూడా కీలకమని ప్రస్తావించారు. నవంబర్‌లో ఇప్పటివరకు 10 సంవత్సరాల US బాండ్లపై రాబడి 20 బేసిస్ పాయింట్లు పెరిగింది. ప్రస్తుత ఆర్థిక సంవత్సరంలో ఇప్పటివరకు డాలర్‌తో రూపాయి మారకం విలువ 1.2 శాతం క్షీణించగా, ఈ ఏడాది రూపాయి 1.5 శాతం బలహీనపడింది.