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चैटजीपीटी ने घिबली स्टाइल फोटो जेनरेट करने पर लिया बड़ा फैसला, यूजर्स के लिए बुरी खबर

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ओपनएआई के चैटजीपीटी ने एक नया टूल लॉन्‍च कर इंटरनेट पर तूफान खड़ा कर दिया। हालांकि, अब इसने कंपनी की ही नींद उड़ा दी है। इन दिनों सोशल मीडिया पर घिबली स्टाइल की तस्वीरें की भरमार देखी जा रही हैं। सोशल मीडिया यूजर्स को अब इन तस्वीरों के माध्यम से अपने आप को देखना पसंद करने लगे लगे हैं। पिछले 2-3 दिन से सोशल मीडिया पर घिबली-स्टाइल फोटो की बाढ़ आई हुई है। इसी बीच ओपनएआई के चैटजीपीटी ने अपनी स्टूडियो घिबली-स्टाइल की तस्वीरों को लेकर अपनी नीति में अहम बदलाव किया है।

नए नियम के मुताबिक अब यूजर्स घिबली-स्टाइल की तस्वीरें बनाने के लिए रियल वर्ल्ड की तस्वीरों का उपयोग नहीं कर सकते। इसका साफ-साफ मतलब है कि अब आप ओपनएआई के चैटजीपीटी के माध्यम से कोई भी असल व्यक्ति या तस्वीर को देखकर घिबली-स्टाइल में तस्वीर नहीं बना सकता। जब भी आप अब चैटजीपीटी के माध्यम से तस्वीर बनाने की कोशिश करेंगे तो इसके लिए चैटजीपीटी इमेज जनरेटर ने एक नया संदेश दिखाना शुरू किया है, जिसमें कहा गया है कि अब वह किसी असल व्यक्ति की तस्वीर से घिबली स्टाइल की तस्वीर नहीं बना सकता।

फ्री और पेड यूजर्स पर लगाई लिमिट

यही नहीं, चैटजीपीटी की टीम इसके अलावा भी कुछ बदलाव कर रही है। ओपनएआई के सीईओ सैम आल्टमैन ने बताया कि चैटजीपीटी के फ्री यूजर्स को अब हर दिन 3 इमेज बनाने का मौका मिलेगा। हालांकि, ये एक टेंपरेरी सॉल्यूशन है और टीम इस पर काम कर रही है। अब एक दिन में चैटजीपीटी के फ्री यूजर्स लिमिटेड फोटोज ही बना सकेंगे। इसमें पेड यूजर्स को भी लिमिट का सामना करना पड़ेगा।

फ्री यूजर्स को करना होगा इंतजार

इसके अलावा, ओपनएआई ने अपनी इमेज जनरेटर सेवा को मुफ्त यूजर्स के लिए रोलआउट करने में देरी की घोषणा की है, क्योंकि इसे लेकर अधिक मांग आ रही है। ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने ट्विटर पर कहा कि इस सेवा की लोकप्रियता उम्मीद से ज्यादा बढ़ गई है, जिससे मुफ्त यूजर्स के लिए इसमें कुछ समय की देरी हो रही है।

चैटजीपीटी डाउन: घिबली स्टाइल फोटो की वजह से सैम आल्टमैन की बढ़ी मुसीबत!

Ghibli style आपको चारों तरफ देखने को मिल रहा है. हर कोई अपनी फोटो को घिबली स्टाइल में बनाकर अपलोड कर रहा है. दिन दिन में ये ट्रेंड काफी पॉपलुर हो गया है. लेकिन इसकी वजह से ओपनएआई कंपनी के मालिक सैम आल्टमैन का सुकून छीन लिया है. एआई प्लेटफॉर्म ChatGPT दुनिया भर में डाउन हो गया है. कई यूजर्स इसे एक्सेस नहीं कर पा रहे हैं. यूजर्स ने स्टूडियो घिबली स्टाइल एनिमेटेड फोटो बनाने के लिए चैटबॉट का काफी इस्तेमाल कर लिया है. चैटजीपीटी पर एक बाढ़ सी आ गई है जिसकी वजह से चैटजीपीटी GPUs पर असर पड़ रहा है.

डाउनडिटेक्टर की रिपोर्ट के मुताबिक, यूजर्स को चैटजीपीटी पर Ghibli इमेज बनाने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. 229 लोगों ने शिकायत दर्ज की हैं. जिनमें से करीब 59 प्रतिशत कंप्लेंट्स चैटजीपीटी के लिए थी. ज्यादातर यूजर्स चैटजीपीटी को एक्सेस नहीं कर पा रहे हैं.

Sam Altman ने यूजर्स से की अपील

OpenAI के सीईओ Sam Altman ने X पर एक पोस्ट के जरिए यूजर्स से इस फीचर का इस्तेमाल कम करने की अपील की है. Altman ने X पर पोस्ट करते हुए लिखा कि क्या आप लोग इमेज जेनरेट करना थोड़ा कम कर सकते हैं? ये बहुत ज्यादा हो गया है. हमारी टीम को नींद की ज़रूरत है. उन्होंने ये भी कहा कि उनकी टीम के लिए ये सिचुएशन कठिन हो गई है और उन्हें कुछ राहत की जरूरत है.

चैटजीपीटी पर लगेगी लिमिट?

आल्टमैन ने चैटजीपीटी पर दिन में तीन फोटो जेनरेट करने की लिमिट की बात कही है. इसके जवाब ने एक यूजर ने सुझाव दिया कि मॉडल पर लिमिट लगान से यूजर्स निराश हो सकते हैं. Altman ने जवाब इसके जवाब में कहा कि, हम मॉडल की कैपेसिटी को कम करने के बजाय, इसका उल्टा करेंगे, लेकिन फिर भी थोड़ा शांत हो जाइए.

चैटजीपीटी रिकवर

ग्लोबल आउटेज के बाद चैटजीपीटी रिकवर हो गया है. लेकिन कुछ टाइम के लिए प्लेटफॉर्म की कैपेसिटी को कम कर दिया गया है. इमेज जेनरेशन पर लिमिट सेट कर दी गई है.

सैम आल्टमैन के मुताबिक, चैटजीपीटी पर काम करने वाली टीम दुनिया की सबसे बेहतरीन टीम है. जो दो- ढ़ाई साल पहले से दुनिया की सबसे बड़ी वेबसाइट बनाने की राह पर काम कर रही है.

मस्क ने OpenAI को खरीदने का दिया ऑफर, ऑल्टमैन का जवाब सुनकर हो जाएंगे हैरान
#elon_musk_leads_an_offer_to_buy_openai_sam_altman_responds
* दुनिया के सबसे बड़े रईस एलन मस्क ने ChatGPT की पेरेंट कंपनी OpenAI को खरीदने का ऑफर दिया है। मस्क ने OpenAI के नॉन प्रॉफिट भाग को खरीदने के लिए $97.4 बिलियन (84 लाख करोड़ रुपये) की बोली लगाई है। हालांकि OpenAI के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने मस्क के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। ऑल्टमैन ने कहा कि उनकी कंपनी बिक्री के लिए नहीं है लेकिन मस्क चाहें तो वह ट्विटर को 9.74 अरब डॉलर में खरीदने को तैयार हैं। बता दें कि 2015 में एलन मस्क ने OpenAI स्टार्टअप ऑल्टमैन के साथ शुरू किया था। बाद में निकल गए। ओपनएआई का नेतृत्व करने को लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया और आखिरकार साल 2018 में मस्क ने ओपनएआई के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया। नॉनप्रॉफिट मामला था। मस्क को क्या पता कि इस ओपन एआई की वैल्यूएशन 300 अरब डॉलर हो जाएगी। हाल ही में जापान के सॉफ्ट बैंक ने ये दाम लगाया। अब, मस्क के खुद के एआई स्टार्टअप एक्सएआई और निवेशक फर्मों के एक समूह ने मिलकर चैटजीपीटी बनाने वाली कंपनी ओपनएआई को 97 अरब डॉलर में खरीदने की इच्छा जताई है। एलन मस्क के वकील मार्क टोबरॉफ ने बताया कि मस्क ओपनएआई को एक गैर लाभकारी रिसर्च लैब में बदलना चाहते हैं। मस्क की पेशकश पर सैम ऑल्टमैन ने कहा है – नो थैंक्यू, आप बोलो तो ट्विटर 9.7 अरब डॉलर में मुझे बेच दो। मस्क की मंशा है कि ओपनएआई हथिया लेने के बाद अपनी एआई कंपनी में मर्ज कर दिया जाए और दुनिया भर में लोहा मनवा लें। मस्क का दावा है कि ओपनएआई अपने एआई टूल्स से मुनाफा कमाना चाहती है जो इसके फाउंडिंग चार्टर का उल्लंघन है। मस्क ने भी एआई के लिए एक्सएआई कंपनी बनाई है लेकिन यह अब तक कुछ खास नहीं कर पाई है। यही वजह है कि मस्क की नजर चैटजीपीटी पर है। अगर वह इस कंपनी को खरीदते हैं तो इसमें उनका मैज्योरिटी स्टेक होगा। चैटजीपीटी की सफलता का श्रेय पूरी तरह ऑल्टमैन को जाता है और वह इसे बेचने के लिए तैयार नहीं हैं।
भारत सरकार का सरकारी कर्मचारियों के लिए फरमान, ChatGPT, DeepSeek जैसे AI टूल्स के इस्तेमाल पर रोक

#donotusechatgptanddeepseekfinanceministryissuedinstructionsto_employees

अमेरिकी सरकार ने 4 फरवरी को चीन के एआई DeepSeek पर बैन लगाया दिया। जिसकी शुरुआत टेक्सास स्टेट से की गई है। अब भारत के वित्त मंत्रालय ने अपने कर्मचारियों से चैटजीपीटी और डीपसीक जैसे एआई टेक्नोलॉजी का उपयोग करने से बचने के लिए कहा है। बता दें कि मंत्रालय ने इसके लिए सरकारी दस्तावेजों और डेटा की प्राइवेसी को सुरक्षा का हवाला दिया है।

सरकार ने क्यों लगाया AI टूल्स पर बैन?

29 जनवरी 2025 को जारी किए गए इस सर्कुलर का उद्देश्य संवेदनशील सरकारी डेटा को संभावित साइबर खतरों से बचाना है। यह आदेश संयुक्त सचिव प्रदीप कुमार सिंह द्वारा हस्ताक्षरित है और इसमें कहा गया है कि AI-आधारित एप्लिकेशन सरकारी सिस्टम में सुरक्षा जोखिम पैदा कर सकते हैं। इसके मद्देनजर, मंत्रालय ने सभी कर्मचारियों को आधिकारिक उपकरणों पर ऐसे टूल्स का उपयोग करने से बचने की सलाह दी है। यह निर्देश वित्त सचिव की मंजूरी के बाद राजस्व, आर्थिक मामलों, व्यय, सार्वजनिक उद्यम, DIPAM और वित्तीय सेवाओं जैसे प्रमुख सरकारी विभागों को भेजा गया है।

डेटा सेफ्टी को लेकर देश चौकन्ना

किसी भी देश के लिए उसका डेटा मौजूदा समय में फ्यूल और गोल्ड से भी महंगा है। उसकी सेफ्टी के लिए तमाम देश कदम उठा रहे हैं। भारत ने भी कई पहल किए हैं। जिसकी वजह से उसके डेटा को कोई चुरा ना सके। अब जब दुनिया एआई में एंट्री ले चकी है। ऐसे में डेटा सेफ्टी को लेकर दुनियाभर के तमाम देश और भी चौकन्ना हो गए हैं। हाल ही में चीन का डीपसीक लॉन्च हुआ। चैटजीपीटी और जैमिनी जैसे चैटबॉट पहले ही आ चुके हैं। अब देश के वित्त मंत्रालय अब इन एआई टूल से डेटा सेफ्टी के लिए फाइनेंस मिनिस्ट्री की ओर से एडवाइजरी जारी की गई है।

भारत के वित्त मंत्रालय, चैटजीपीटी-पैरेंट ओपनएआई और डीपसीक के प्रतिनिधियों की ओर से इस मामले में कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। वित्त मंत्रालय के तीन अधिकारियों ने कहा कि नोट असली है और यह नोट इस सप्ताह आंतरिक रूप से जारी किया गया था। अभी तक दूसरे मंत्रालयों की ओर से इस तरह निर्देश सामने आए हैं या नहीं इसकी पुष्टी नहीं हो सकी है।

बता दें कि ये रिपोर्ट सोशल मीडिया पर तब सामने आई, जब OpenAI के हेड सैम ऑल्टमैन भारत की यात्रा पर है।आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ बातचीत के दौरान ऑल्टमैन ने कहा कि देश में पिछले साल ओपनएआई के यूजर्स की संख्या तीन गुना बढ़ी है। उन्होंने स्टैक, चिप्स, मॉडल और अविश्वसनीय अनुप्रयोगों के सभी स्तरों पर एआई के निर्माण में भारत के प्रयासों की जोरदार सराहना की।

क्या 2025 में Google की बढ़ेगी मुसीबत, खुद सुंदर पिचाई ने दिया संकेत

साल 2024 खत्म होने में एक दिन और बचा है. पूरी दुनिया न्यू ईयर को लेकर एक्साइटेड है. गूगल के CEO सुंदर पिचाई ने अपनी कंपनी के एम्प्लॉइज आने वाले साल 2025 की जरूरी चीजों पर डिसकशन किया है. उन्होंने कहा कि नया साल कई मामलों में महत्वपूर्ण रहने वाला है. उन्होंने अपने एम्प्लॉइज को कहा कि आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस (AI) के बढ़ते कंपटीशन और बाकी चैलेंजों से निपटने के लिए जमकर काम करना होगा.

सुंदर पिचाई की मीटिंग में इन मामलों पर रहा फोकस

सुंदर पिचाई कंपनी की स्ट्रैटजी मीटिंग का हिस्सा बने थे. इस मीटिंग में सुंदर पिचाई ने नए साल और चुनौतियों को लेकर बातचीत की. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है साल 2025 महत्वपूर्ण होगा. नए साल में बदलाव के मौके हैं, साल 2025 में नई टेक्नोलॉजी पर काम करने की जरूरत है. इसे और ज्यादा बेहतर बनाने और यूजर्स की प्रॉब्लम सॉल्व करने पर फोकस करने की जरूरत है.

Gemini AI पर कंपनी?

गूगल अपने Gemini AI मॉडल और ऐप्लिकेशन पर लंबे टाइम से काम कर रही है. इसको बढ़ाने के लिए कंपनी की लगातार कोशिश जारी है. कंपनी को लगता है कि गूगल प्रोडक्ट्स के जरिए 50 करोड़ से ज्यादा यूजर्स को Gemini AI का बेनिफिट मिलेगा. पिचाई ने मीटिंग में ये भी कहा कि अगला साल हमारा सबसे ज्यादा फोकस Gemini के नए यूजर्स लाने पर होगा.

बाकी सर्च इंजन से होगी कड़ी टक्कर

गूगल भले ही दुनिया की सबसे बड़ा सर्च इंजन हो लेकिन समय के साथ इसे टक्कर देने वाले मार्केट में एंट्री ले रहे हैं. अब AI-पावर्ड ऑप्शन इंटरनेट स्पेस का हिस्सा बन रहे हैं.

OpenAI अपना ChatGPT सर्च इंजन लेकर आ गया है और Perplexity ने भी 50 करोड़ डॉलर की फंडिंग रेज की है. ऐसे में अब गूगल दबाव बन गया है. गूगल के लिए अपने AI इनोवेशंस पर काम करना जरूरी हो गया है.

OpenAI और ChatGPT पर सवाल उठाने वाले सुचिर बालाजी कौन? जिनकी अमेरिका में मौत

#indian_american_suchir_balaji_who_questioned_openai_dies

चैटजीपीटी (ChatGPT) डेवलप करने वाली आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी OpenAI के पूर्व रिसर्चर सुचीर बालाजी को उनके फ्लैट में मृत पाया गया है। OpenAI पर गंभीर सवाल खड़े करने वाले सुचीर बालाजी की मौत सैन फ्रांसिस्को में उनके अपार्टमेंट हुई।शुरुआती रिपोर्ट में सामने आ रहा है कि बालाजी ने आत्महत्या की है। वह अपने फ्लैट में मृत मिले।

सैन फ्रांसिस्को पुलिस विभाग के प्रवक्ता अधिकारी रॉबर्ट रुएका ने बताया कि शुरुआती जांच के दौरान किसी गड़बड़ी का कोई सबूत नहीं मिला है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बालाजी का शव 26 नवंबर को उनके बुकानन स्ट्रीट अपार्टमेंट में मिला। उनके लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार, उन्होंने नवंबर 2020 से अगस्त 2024 तक ओपनएआई के लिए काम किया था।

26 साल के सुचिर बालाजी ने OpenAI को लेकर दुनिया को सतर्क किया था। सुचिर ने एआई में योगदान तो दिया ही था साथ ही इस कंपनी में गलत परंपराओं ओर हरकतों को लेकर मजबूत आवाज उठाई थी। दरअसल, सुचिर का कहना था कि ओपनएआई ने चैट जीपीटी बनाने के लिए बिना अनुमति के पत्रकारों, लेखकों, प्रोग्रामरों आदि के कॉपीराइटेड सामग्रियों का इस्तेमाल किया है, जिसका सीधा असर कई बिजनेसों और कारोबारों पर पड़ेगा। माना जा रहा था कि ओपनएआई के खिलाफ चल रहे कानूनी मामलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

सुचीर बालाजी ने मौत से तीन महीने पहले सार्वजनिक रूप से दावा किया था कि OpenAI ने अमेरिका के कॉपीराइट कानून का उल्लंघन किया है। 23 अक्टूबर को विदेशी मीडिया को एक इंटरव्यू देते समय बालाजी ने यह तर्क दिया था कि OpenAI उन व्यवसायों और उद्यमियों पर नैगेटिव प्रभाव डाल रहा था जिनको चैटजीपीटी को ट्रेन करने के लिए जानकारी हासिल करने के लिए इस्तेमाल किया गया है। उन्होंने कहा, अगर आप मेरी बातों पर यकीन करते हैं, तो आपको कंपनी छोड़ देनी होगी। साथ ही उन्होंने कहा था, “यह इंटरनेट इकोसिस्टम के लिए एक टिकाऊ मॉडल नहीं है।

OpenAI ने ChatGPT का नया वर्शन किया लॉन्च

डेस्क:–OpenAI ने गुरुवार को अपने बेस्ट प्रोडक्ट जो लोगों को इस्तेमाल करना बहुत पसंद है, चैटबॉट ChatGPT का एक नया वर्शन लॉन्च किया, जिसकी कीमत 200 डॉलर प्रति महीने की है। इस नए वर्शन का इस्तेमाल इंजीनियरिंग के क्षेत्रों में और शोध के लिए किया जा सकता है। OpenAI ने अपने चैटबॉट ChatGPT का ये नया वर्शन इसलिए लांच किया क्योंकि एआई फर्म अपनी तकनीक के लिए उद्योग अनुप्रयोगों का विस्तार कर के उसे और फैलाना चाहती है। ChatGPT प्रो नामक नया वर्शन OpenAI के चैटजीपीटी प्लस, टीम और एंटरप्राइज की मौजूदा सदस्यता के अलावा इस्तेमाल किया जाएगा।

ChatGPT अपने आप में ही एक बहुत ही ख़ास ईजाद है जो लोगों को उनका काम आसान बनाने में मदद करती है और ये भी सुनिश्चित करती है की ChatGPT का AI जनरेटेड कंटेंट लोगों को उनके सही और सटीक जवाब दे। OpenAI को ChatGPT ने ही बूम प्रदान किया है और यह फर्म की अपनी तकनीक का और अधिक व्यावसायीकरण करने की महत्वाकांक्षाओं को रेखांकित करता है।

कंपनी ने कहा कि चैटजीपीटी प्रो उनके उसेर्स को सबसे तेज़ OpenAI टूल तक पहुँचने की अनुमति देगा, जिसमें इसके नए रीजनिंग मॉडल o1, o1 मिनी, GPT-4o और हाई क्लैरिटी वॉयस तक असीमित पहुंच शामिल है। इस नए सदस्यता में o1 प्रो मोड भी शामिल है, ये एक ऐसा वर्शन है जो ज़्यादा मुश्किल प्रश्नों को हल करने के लिए ज़्यादा कंप्यूटिंग के ऑप्शन देता है। OpenAI ने कहा कि o1 प्रो मोड o1 और o1-पूर्वावलोकन संस्करणों की तुलना में गणित, विज्ञान और कोडिंग में मशीन लर्निंग बेंचमार्क पर बेहतर प्रदर्शन करता है।

India won the T20 World Cup for the second time
*Sports*
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SB News Bureau: 17 years long wait is over. India won the T20 World Cup for the second time. Rohit also won for the second time. India won the inaugural T20 World Cup in 2007. A young member of that team was Rohit Sharma. The second trophy in the T20 format came under the leadership of Rohit Sharma. Senior teams from age-based tournaments. Rohit Sharma and Virat Kohli have been playing together for a long time in international cricket. They are not just teammates.Ro-Co pair on the field, friends too. And Rohit Sharma chose the path of a friend. Like Virat, he bid farewell to T20 Internationals.

In the press conference after the match, Rohit said, “This was my last T20 match for India. After this I will not play T20 for the country again. There could not be a better time to make this decision. It was in this format that I made my debut in the Indian team." Despite retiring from T20, Rohit said that he will play one day and Test cricket.

Rohit knew this was his last chance. Because of that, he was so desperate to win the trophy.The captain said, "From the day I played T20, I enjoyed it. I was desperate to win the World Cup. Happy to finally win."

*Pic Courtesy by: X*
জলপাইগুড়ির ডুয়ার্সের গরুমারা জঙ্গল ভ্রমণে ফ্রান্সের রাষ্ট্রদূত সহ পাঁচ সদস্যের এক প্রতিনিধি দল
# A five-member_ delegation_ including _the Ambassador of France _visited _the Garumara forest _in Duars, _Jalpaiguri



এসবি নিউজ ব্যুরো: জলপাইগুড়ির ডুয়ার্সের জঙ্গলের যাবতীয় বিষয় খতিয়ে দেখতে ফ্রান্সের এক প্রতিনিধি দল ঘুরলেন জঙ্গলে। মঙ্গলবার ফ্রান্সের রাষ্ট্রদূত থিয়ারি ম্যাথিউয়ের নেতৃত্বে ৫ সদস্যের এক প্রতিনিধি দল গরুমারায় এসেছিলেন। তাঁরা জানান,ডুয়ার্সের গরুমারা জঙ্গল কীভাবে পরিচালিত হচ্ছে? জঙ্গলের বন ও বুনোরা কেমন আছে? বন দপ্তরের সঙ্গে জঙ্গল লাগোয়া এলাকার বাসিন্দাদের সম্পর্কই বা কেমন? এইসব যাবতীয় বিষয় খতিয়ে দেখতেই তাদের এই সফর।ফ্রান্সের এই প্রতিনিধি দল ডুয়ার্সের মূর্তি ও জলঢাকা নদী দেখার পাশাপাশি সেখানে থাকা কুনকিদের পর্যবেক্ষণ ও তাদের সারাদিনের বিভিন্ন কাজকর্ম সম্পর্কে বন দপ্তরের আধিকারিক ও মাহুতদের কাছ থেকে তথ্য সংগ্রহ করেন। ফ্রান্সের এই দলের সঙ্গে উত্তরবঙ্গ বন্যপ্রাণী বিভাগের বনপাল ভাস্কর জেভি, গরুমারা ও জলপাইগুড়ি বনবিভাগের দুই ডিএফও দ্বিজপ্রতীম সেন, বিকাশ ভি, গরুমারা সাউথ রেঞ্জের রেঞ্জার সুদীপ দে ছাড়াও বন দপ্তরের অন্যান্য আধিকারিকরা উপস্থিত ছিলেন। মেদলার পর, গরুমারা যাত্রা প্রসাদ নজর মিনার হয়ে এই প্রতিনিধি দলটি বিকেলে চলে আসে গরুমারার ধূপঝোরা এলিফ্যান্ট ক্যাম্পে। সেখানে বন দপ্তরের আধিকারিকরা এই প্রতিনিধি দলকে কুনকি হাতির পিঠে চাপিয়ে জঙ্গলের আনাচে-কানাচে ঘোরান। এখান থেকে ফিরে তাঁরা স্থানীয় আদিবাসী নৃত্যগোষ্ঠীর নৃত্যও উপভোগ করেন। সেইসাথে কথা বলেন জয়েন্ট ফরেস্ট ম্যানেজমেন্ট কমিটির সদস্যদের সঙ্গেও। ভবিষ্যতে গরুমারার উন্নয়নে তাঁরা সহযোগিতা করবেন বলে আশ্বাস দিয়েছেন বলে বনদপ্তর সূত্রে জানা গিয়েছে।

জলপাইগুড়ির ডুয়ার্সের গরুমারা জঙ্গল ভ্রমণে ফ্রান্সের রাষ্ট্রদূত সহ পাঁচ সদস্যের এক প্রতিনিধি দল
# A five-member_ delegation_ including _the Ambassador of France _visited _the Garumara forest _in Duars, _Jalpaiguri



এসবি নিউজ ব্যুরো: জলপাইগুড়ির ডুয়ার্সের জঙ্গলের যাবতীয় বিষয় খতিয়ে দেখতে ফ্রান্সের এক প্রতিনিধি দল ঘুরলেন জঙ্গলে। মঙ্গলবার ফ্রান্সের রাষ্ট্রদূত থিয়ারি ম্যাথিউয়ের নেতৃত্বে ৫ সদস্যের এক প্রতিনিধি দল গরুমারায় এসেছিলেন। তাঁরা জানান,ডুয়ার্সের গরুমারা জঙ্গল কীভাবে পরিচালিত হচ্ছে? জঙ্গলের বন ও বুনোরা কেমন আছে? বন দপ্তরের সঙ্গে জঙ্গল লাগোয়া এলাকার বাসিন্দাদের সম্পর্কই বা কেমন? এইসব যাবতীয় বিষয় খতিয়ে দেখতেই তাদের এই সফর।ফ্রান্সের এই প্রতিনিধি দল ডুয়ার্সের মূর্তি ও জলঢাকা নদী দেখার পাশাপাশি সেখানে থাকা কুনকিদের পর্যবেক্ষণ ও তাদের সারাদিনের বিভিন্ন কাজকর্ম সম্পর্কে বন দপ্তরের আধিকারিক ও মাহুতদের কাছ থেকে তথ্য সংগ্রহ করেন। ফ্রান্সের এই দলের সঙ্গে উত্তরবঙ্গ বন্যপ্রাণী বিভাগের বনপাল ভাস্কর জেভি, গরুমারা ও জলপাইগুড়ি বনবিভাগের দুই ডিএফও দ্বিজপ্রতীম সেন, বিকাশ ভি, গরুমারা সাউথ রেঞ্জের রেঞ্জার সুদীপ দে ছাড়াও বন দপ্তরের অন্যান্য আধিকারিকরা উপস্থিত ছিলেন। মেদলার পর, গরুমারা যাত্রা প্রসাদ নজর মিনার হয়ে এই প্রতিনিধি দলটি বিকেলে চলে আসে গরুমারার ধূপঝোরা এলিফ্যান্ট ক্যাম্পে। সেখানে বন দপ্তরের আধিকারিকরা এই প্রতিনিধি দলকে কুনকি হাতির পিঠে চাপিয়ে জঙ্গলের আনাচে-কানাচে ঘোরান। এখান থেকে ফিরে তাঁরা স্থানীয় আদিবাসী নৃত্যগোষ্ঠীর নৃত্যও উপভোগ করেন। সেইসাথে কথা বলেন জয়েন্ট ফরেস্ট ম্যানেজমেন্ট কমিটির সদস্যদের সঙ্গেও। ভবিষ্যতে গরুমারার উন্নয়নে তাঁরা সহযোগিতা করবেন বলে আশ্বাস দিয়েছেন বলে বনদপ্তর সূত্রে জানা গিয়েছে।

चैटजीपीटी ने घिबली स्टाइल फोटो जेनरेट करने पर लिया बड़ा फैसला, यूजर्स के लिए बुरी खबर

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ओपनएआई के चैटजीपीटी ने एक नया टूल लॉन्‍च कर इंटरनेट पर तूफान खड़ा कर दिया। हालांकि, अब इसने कंपनी की ही नींद उड़ा दी है। इन दिनों सोशल मीडिया पर घिबली स्टाइल की तस्वीरें की भरमार देखी जा रही हैं। सोशल मीडिया यूजर्स को अब इन तस्वीरों के माध्यम से अपने आप को देखना पसंद करने लगे लगे हैं। पिछले 2-3 दिन से सोशल मीडिया पर घिबली-स्टाइल फोटो की बाढ़ आई हुई है। इसी बीच ओपनएआई के चैटजीपीटी ने अपनी स्टूडियो घिबली-स्टाइल की तस्वीरों को लेकर अपनी नीति में अहम बदलाव किया है।

नए नियम के मुताबिक अब यूजर्स घिबली-स्टाइल की तस्वीरें बनाने के लिए रियल वर्ल्ड की तस्वीरों का उपयोग नहीं कर सकते। इसका साफ-साफ मतलब है कि अब आप ओपनएआई के चैटजीपीटी के माध्यम से कोई भी असल व्यक्ति या तस्वीर को देखकर घिबली-स्टाइल में तस्वीर नहीं बना सकता। जब भी आप अब चैटजीपीटी के माध्यम से तस्वीर बनाने की कोशिश करेंगे तो इसके लिए चैटजीपीटी इमेज जनरेटर ने एक नया संदेश दिखाना शुरू किया है, जिसमें कहा गया है कि अब वह किसी असल व्यक्ति की तस्वीर से घिबली स्टाइल की तस्वीर नहीं बना सकता।

फ्री और पेड यूजर्स पर लगाई लिमिट

यही नहीं, चैटजीपीटी की टीम इसके अलावा भी कुछ बदलाव कर रही है। ओपनएआई के सीईओ सैम आल्टमैन ने बताया कि चैटजीपीटी के फ्री यूजर्स को अब हर दिन 3 इमेज बनाने का मौका मिलेगा। हालांकि, ये एक टेंपरेरी सॉल्यूशन है और टीम इस पर काम कर रही है। अब एक दिन में चैटजीपीटी के फ्री यूजर्स लिमिटेड फोटोज ही बना सकेंगे। इसमें पेड यूजर्स को भी लिमिट का सामना करना पड़ेगा।

फ्री यूजर्स को करना होगा इंतजार

इसके अलावा, ओपनएआई ने अपनी इमेज जनरेटर सेवा को मुफ्त यूजर्स के लिए रोलआउट करने में देरी की घोषणा की है, क्योंकि इसे लेकर अधिक मांग आ रही है। ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने ट्विटर पर कहा कि इस सेवा की लोकप्रियता उम्मीद से ज्यादा बढ़ गई है, जिससे मुफ्त यूजर्स के लिए इसमें कुछ समय की देरी हो रही है।

चैटजीपीटी डाउन: घिबली स्टाइल फोटो की वजह से सैम आल्टमैन की बढ़ी मुसीबत!

Ghibli style आपको चारों तरफ देखने को मिल रहा है. हर कोई अपनी फोटो को घिबली स्टाइल में बनाकर अपलोड कर रहा है. दिन दिन में ये ट्रेंड काफी पॉपलुर हो गया है. लेकिन इसकी वजह से ओपनएआई कंपनी के मालिक सैम आल्टमैन का सुकून छीन लिया है. एआई प्लेटफॉर्म ChatGPT दुनिया भर में डाउन हो गया है. कई यूजर्स इसे एक्सेस नहीं कर पा रहे हैं. यूजर्स ने स्टूडियो घिबली स्टाइल एनिमेटेड फोटो बनाने के लिए चैटबॉट का काफी इस्तेमाल कर लिया है. चैटजीपीटी पर एक बाढ़ सी आ गई है जिसकी वजह से चैटजीपीटी GPUs पर असर पड़ रहा है.

डाउनडिटेक्टर की रिपोर्ट के मुताबिक, यूजर्स को चैटजीपीटी पर Ghibli इमेज बनाने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. 229 लोगों ने शिकायत दर्ज की हैं. जिनमें से करीब 59 प्रतिशत कंप्लेंट्स चैटजीपीटी के लिए थी. ज्यादातर यूजर्स चैटजीपीटी को एक्सेस नहीं कर पा रहे हैं.

Sam Altman ने यूजर्स से की अपील

OpenAI के सीईओ Sam Altman ने X पर एक पोस्ट के जरिए यूजर्स से इस फीचर का इस्तेमाल कम करने की अपील की है. Altman ने X पर पोस्ट करते हुए लिखा कि क्या आप लोग इमेज जेनरेट करना थोड़ा कम कर सकते हैं? ये बहुत ज्यादा हो गया है. हमारी टीम को नींद की ज़रूरत है. उन्होंने ये भी कहा कि उनकी टीम के लिए ये सिचुएशन कठिन हो गई है और उन्हें कुछ राहत की जरूरत है.

चैटजीपीटी पर लगेगी लिमिट?

आल्टमैन ने चैटजीपीटी पर दिन में तीन फोटो जेनरेट करने की लिमिट की बात कही है. इसके जवाब ने एक यूजर ने सुझाव दिया कि मॉडल पर लिमिट लगान से यूजर्स निराश हो सकते हैं. Altman ने जवाब इसके जवाब में कहा कि, हम मॉडल की कैपेसिटी को कम करने के बजाय, इसका उल्टा करेंगे, लेकिन फिर भी थोड़ा शांत हो जाइए.

चैटजीपीटी रिकवर

ग्लोबल आउटेज के बाद चैटजीपीटी रिकवर हो गया है. लेकिन कुछ टाइम के लिए प्लेटफॉर्म की कैपेसिटी को कम कर दिया गया है. इमेज जेनरेशन पर लिमिट सेट कर दी गई है.

सैम आल्टमैन के मुताबिक, चैटजीपीटी पर काम करने वाली टीम दुनिया की सबसे बेहतरीन टीम है. जो दो- ढ़ाई साल पहले से दुनिया की सबसे बड़ी वेबसाइट बनाने की राह पर काम कर रही है.

मस्क ने OpenAI को खरीदने का दिया ऑफर, ऑल्टमैन का जवाब सुनकर हो जाएंगे हैरान
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* दुनिया के सबसे बड़े रईस एलन मस्क ने ChatGPT की पेरेंट कंपनी OpenAI को खरीदने का ऑफर दिया है। मस्क ने OpenAI के नॉन प्रॉफिट भाग को खरीदने के लिए $97.4 बिलियन (84 लाख करोड़ रुपये) की बोली लगाई है। हालांकि OpenAI के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने मस्क के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। ऑल्टमैन ने कहा कि उनकी कंपनी बिक्री के लिए नहीं है लेकिन मस्क चाहें तो वह ट्विटर को 9.74 अरब डॉलर में खरीदने को तैयार हैं। बता दें कि 2015 में एलन मस्क ने OpenAI स्टार्टअप ऑल्टमैन के साथ शुरू किया था। बाद में निकल गए। ओपनएआई का नेतृत्व करने को लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया और आखिरकार साल 2018 में मस्क ने ओपनएआई के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया। नॉनप्रॉफिट मामला था। मस्क को क्या पता कि इस ओपन एआई की वैल्यूएशन 300 अरब डॉलर हो जाएगी। हाल ही में जापान के सॉफ्ट बैंक ने ये दाम लगाया। अब, मस्क के खुद के एआई स्टार्टअप एक्सएआई और निवेशक फर्मों के एक समूह ने मिलकर चैटजीपीटी बनाने वाली कंपनी ओपनएआई को 97 अरब डॉलर में खरीदने की इच्छा जताई है। एलन मस्क के वकील मार्क टोबरॉफ ने बताया कि मस्क ओपनएआई को एक गैर लाभकारी रिसर्च लैब में बदलना चाहते हैं। मस्क की पेशकश पर सैम ऑल्टमैन ने कहा है – नो थैंक्यू, आप बोलो तो ट्विटर 9.7 अरब डॉलर में मुझे बेच दो। मस्क की मंशा है कि ओपनएआई हथिया लेने के बाद अपनी एआई कंपनी में मर्ज कर दिया जाए और दुनिया भर में लोहा मनवा लें। मस्क का दावा है कि ओपनएआई अपने एआई टूल्स से मुनाफा कमाना चाहती है जो इसके फाउंडिंग चार्टर का उल्लंघन है। मस्क ने भी एआई के लिए एक्सएआई कंपनी बनाई है लेकिन यह अब तक कुछ खास नहीं कर पाई है। यही वजह है कि मस्क की नजर चैटजीपीटी पर है। अगर वह इस कंपनी को खरीदते हैं तो इसमें उनका मैज्योरिटी स्टेक होगा। चैटजीपीटी की सफलता का श्रेय पूरी तरह ऑल्टमैन को जाता है और वह इसे बेचने के लिए तैयार नहीं हैं।
भारत सरकार का सरकारी कर्मचारियों के लिए फरमान, ChatGPT, DeepSeek जैसे AI टूल्स के इस्तेमाल पर रोक

#donotusechatgptanddeepseekfinanceministryissuedinstructionsto_employees

अमेरिकी सरकार ने 4 फरवरी को चीन के एआई DeepSeek पर बैन लगाया दिया। जिसकी शुरुआत टेक्सास स्टेट से की गई है। अब भारत के वित्त मंत्रालय ने अपने कर्मचारियों से चैटजीपीटी और डीपसीक जैसे एआई टेक्नोलॉजी का उपयोग करने से बचने के लिए कहा है। बता दें कि मंत्रालय ने इसके लिए सरकारी दस्तावेजों और डेटा की प्राइवेसी को सुरक्षा का हवाला दिया है।

सरकार ने क्यों लगाया AI टूल्स पर बैन?

29 जनवरी 2025 को जारी किए गए इस सर्कुलर का उद्देश्य संवेदनशील सरकारी डेटा को संभावित साइबर खतरों से बचाना है। यह आदेश संयुक्त सचिव प्रदीप कुमार सिंह द्वारा हस्ताक्षरित है और इसमें कहा गया है कि AI-आधारित एप्लिकेशन सरकारी सिस्टम में सुरक्षा जोखिम पैदा कर सकते हैं। इसके मद्देनजर, मंत्रालय ने सभी कर्मचारियों को आधिकारिक उपकरणों पर ऐसे टूल्स का उपयोग करने से बचने की सलाह दी है। यह निर्देश वित्त सचिव की मंजूरी के बाद राजस्व, आर्थिक मामलों, व्यय, सार्वजनिक उद्यम, DIPAM और वित्तीय सेवाओं जैसे प्रमुख सरकारी विभागों को भेजा गया है।

डेटा सेफ्टी को लेकर देश चौकन्ना

किसी भी देश के लिए उसका डेटा मौजूदा समय में फ्यूल और गोल्ड से भी महंगा है। उसकी सेफ्टी के लिए तमाम देश कदम उठा रहे हैं। भारत ने भी कई पहल किए हैं। जिसकी वजह से उसके डेटा को कोई चुरा ना सके। अब जब दुनिया एआई में एंट्री ले चकी है। ऐसे में डेटा सेफ्टी को लेकर दुनियाभर के तमाम देश और भी चौकन्ना हो गए हैं। हाल ही में चीन का डीपसीक लॉन्च हुआ। चैटजीपीटी और जैमिनी जैसे चैटबॉट पहले ही आ चुके हैं। अब देश के वित्त मंत्रालय अब इन एआई टूल से डेटा सेफ्टी के लिए फाइनेंस मिनिस्ट्री की ओर से एडवाइजरी जारी की गई है।

भारत के वित्त मंत्रालय, चैटजीपीटी-पैरेंट ओपनएआई और डीपसीक के प्रतिनिधियों की ओर से इस मामले में कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। वित्त मंत्रालय के तीन अधिकारियों ने कहा कि नोट असली है और यह नोट इस सप्ताह आंतरिक रूप से जारी किया गया था। अभी तक दूसरे मंत्रालयों की ओर से इस तरह निर्देश सामने आए हैं या नहीं इसकी पुष्टी नहीं हो सकी है।

बता दें कि ये रिपोर्ट सोशल मीडिया पर तब सामने आई, जब OpenAI के हेड सैम ऑल्टमैन भारत की यात्रा पर है।आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ बातचीत के दौरान ऑल्टमैन ने कहा कि देश में पिछले साल ओपनएआई के यूजर्स की संख्या तीन गुना बढ़ी है। उन्होंने स्टैक, चिप्स, मॉडल और अविश्वसनीय अनुप्रयोगों के सभी स्तरों पर एआई के निर्माण में भारत के प्रयासों की जोरदार सराहना की।

क्या 2025 में Google की बढ़ेगी मुसीबत, खुद सुंदर पिचाई ने दिया संकेत

साल 2024 खत्म होने में एक दिन और बचा है. पूरी दुनिया न्यू ईयर को लेकर एक्साइटेड है. गूगल के CEO सुंदर पिचाई ने अपनी कंपनी के एम्प्लॉइज आने वाले साल 2025 की जरूरी चीजों पर डिसकशन किया है. उन्होंने कहा कि नया साल कई मामलों में महत्वपूर्ण रहने वाला है. उन्होंने अपने एम्प्लॉइज को कहा कि आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस (AI) के बढ़ते कंपटीशन और बाकी चैलेंजों से निपटने के लिए जमकर काम करना होगा.

सुंदर पिचाई की मीटिंग में इन मामलों पर रहा फोकस

सुंदर पिचाई कंपनी की स्ट्रैटजी मीटिंग का हिस्सा बने थे. इस मीटिंग में सुंदर पिचाई ने नए साल और चुनौतियों को लेकर बातचीत की. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है साल 2025 महत्वपूर्ण होगा. नए साल में बदलाव के मौके हैं, साल 2025 में नई टेक्नोलॉजी पर काम करने की जरूरत है. इसे और ज्यादा बेहतर बनाने और यूजर्स की प्रॉब्लम सॉल्व करने पर फोकस करने की जरूरत है.

Gemini AI पर कंपनी?

गूगल अपने Gemini AI मॉडल और ऐप्लिकेशन पर लंबे टाइम से काम कर रही है. इसको बढ़ाने के लिए कंपनी की लगातार कोशिश जारी है. कंपनी को लगता है कि गूगल प्रोडक्ट्स के जरिए 50 करोड़ से ज्यादा यूजर्स को Gemini AI का बेनिफिट मिलेगा. पिचाई ने मीटिंग में ये भी कहा कि अगला साल हमारा सबसे ज्यादा फोकस Gemini के नए यूजर्स लाने पर होगा.

बाकी सर्च इंजन से होगी कड़ी टक्कर

गूगल भले ही दुनिया की सबसे बड़ा सर्च इंजन हो लेकिन समय के साथ इसे टक्कर देने वाले मार्केट में एंट्री ले रहे हैं. अब AI-पावर्ड ऑप्शन इंटरनेट स्पेस का हिस्सा बन रहे हैं.

OpenAI अपना ChatGPT सर्च इंजन लेकर आ गया है और Perplexity ने भी 50 करोड़ डॉलर की फंडिंग रेज की है. ऐसे में अब गूगल दबाव बन गया है. गूगल के लिए अपने AI इनोवेशंस पर काम करना जरूरी हो गया है.

OpenAI और ChatGPT पर सवाल उठाने वाले सुचिर बालाजी कौन? जिनकी अमेरिका में मौत

#indian_american_suchir_balaji_who_questioned_openai_dies

चैटजीपीटी (ChatGPT) डेवलप करने वाली आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी OpenAI के पूर्व रिसर्चर सुचीर बालाजी को उनके फ्लैट में मृत पाया गया है। OpenAI पर गंभीर सवाल खड़े करने वाले सुचीर बालाजी की मौत सैन फ्रांसिस्को में उनके अपार्टमेंट हुई।शुरुआती रिपोर्ट में सामने आ रहा है कि बालाजी ने आत्महत्या की है। वह अपने फ्लैट में मृत मिले।

सैन फ्रांसिस्को पुलिस विभाग के प्रवक्ता अधिकारी रॉबर्ट रुएका ने बताया कि शुरुआती जांच के दौरान किसी गड़बड़ी का कोई सबूत नहीं मिला है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बालाजी का शव 26 नवंबर को उनके बुकानन स्ट्रीट अपार्टमेंट में मिला। उनके लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार, उन्होंने नवंबर 2020 से अगस्त 2024 तक ओपनएआई के लिए काम किया था।

26 साल के सुचिर बालाजी ने OpenAI को लेकर दुनिया को सतर्क किया था। सुचिर ने एआई में योगदान तो दिया ही था साथ ही इस कंपनी में गलत परंपराओं ओर हरकतों को लेकर मजबूत आवाज उठाई थी। दरअसल, सुचिर का कहना था कि ओपनएआई ने चैट जीपीटी बनाने के लिए बिना अनुमति के पत्रकारों, लेखकों, प्रोग्रामरों आदि के कॉपीराइटेड सामग्रियों का इस्तेमाल किया है, जिसका सीधा असर कई बिजनेसों और कारोबारों पर पड़ेगा। माना जा रहा था कि ओपनएआई के खिलाफ चल रहे कानूनी मामलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

सुचीर बालाजी ने मौत से तीन महीने पहले सार्वजनिक रूप से दावा किया था कि OpenAI ने अमेरिका के कॉपीराइट कानून का उल्लंघन किया है। 23 अक्टूबर को विदेशी मीडिया को एक इंटरव्यू देते समय बालाजी ने यह तर्क दिया था कि OpenAI उन व्यवसायों और उद्यमियों पर नैगेटिव प्रभाव डाल रहा था जिनको चैटजीपीटी को ट्रेन करने के लिए जानकारी हासिल करने के लिए इस्तेमाल किया गया है। उन्होंने कहा, अगर आप मेरी बातों पर यकीन करते हैं, तो आपको कंपनी छोड़ देनी होगी। साथ ही उन्होंने कहा था, “यह इंटरनेट इकोसिस्टम के लिए एक टिकाऊ मॉडल नहीं है।

OpenAI ने ChatGPT का नया वर्शन किया लॉन्च

डेस्क:–OpenAI ने गुरुवार को अपने बेस्ट प्रोडक्ट जो लोगों को इस्तेमाल करना बहुत पसंद है, चैटबॉट ChatGPT का एक नया वर्शन लॉन्च किया, जिसकी कीमत 200 डॉलर प्रति महीने की है। इस नए वर्शन का इस्तेमाल इंजीनियरिंग के क्षेत्रों में और शोध के लिए किया जा सकता है। OpenAI ने अपने चैटबॉट ChatGPT का ये नया वर्शन इसलिए लांच किया क्योंकि एआई फर्म अपनी तकनीक के लिए उद्योग अनुप्रयोगों का विस्तार कर के उसे और फैलाना चाहती है। ChatGPT प्रो नामक नया वर्शन OpenAI के चैटजीपीटी प्लस, टीम और एंटरप्राइज की मौजूदा सदस्यता के अलावा इस्तेमाल किया जाएगा।

ChatGPT अपने आप में ही एक बहुत ही ख़ास ईजाद है जो लोगों को उनका काम आसान बनाने में मदद करती है और ये भी सुनिश्चित करती है की ChatGPT का AI जनरेटेड कंटेंट लोगों को उनके सही और सटीक जवाब दे। OpenAI को ChatGPT ने ही बूम प्रदान किया है और यह फर्म की अपनी तकनीक का और अधिक व्यावसायीकरण करने की महत्वाकांक्षाओं को रेखांकित करता है।

कंपनी ने कहा कि चैटजीपीटी प्रो उनके उसेर्स को सबसे तेज़ OpenAI टूल तक पहुँचने की अनुमति देगा, जिसमें इसके नए रीजनिंग मॉडल o1, o1 मिनी, GPT-4o और हाई क्लैरिटी वॉयस तक असीमित पहुंच शामिल है। इस नए सदस्यता में o1 प्रो मोड भी शामिल है, ये एक ऐसा वर्शन है जो ज़्यादा मुश्किल प्रश्नों को हल करने के लिए ज़्यादा कंप्यूटिंग के ऑप्शन देता है। OpenAI ने कहा कि o1 प्रो मोड o1 और o1-पूर्वावलोकन संस्करणों की तुलना में गणित, विज्ञान और कोडिंग में मशीन लर्निंग बेंचमार्क पर बेहतर प्रदर्शन करता है।

India won the T20 World Cup for the second time
*Sports*
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SB News Bureau: 17 years long wait is over. India won the T20 World Cup for the second time. Rohit also won for the second time. India won the inaugural T20 World Cup in 2007. A young member of that team was Rohit Sharma. The second trophy in the T20 format came under the leadership of Rohit Sharma. Senior teams from age-based tournaments. Rohit Sharma and Virat Kohli have been playing together for a long time in international cricket. They are not just teammates.Ro-Co pair on the field, friends too. And Rohit Sharma chose the path of a friend. Like Virat, he bid farewell to T20 Internationals.

In the press conference after the match, Rohit said, “This was my last T20 match for India. After this I will not play T20 for the country again. There could not be a better time to make this decision. It was in this format that I made my debut in the Indian team." Despite retiring from T20, Rohit said that he will play one day and Test cricket.

Rohit knew this was his last chance. Because of that, he was so desperate to win the trophy.The captain said, "From the day I played T20, I enjoyed it. I was desperate to win the World Cup. Happy to finally win."

*Pic Courtesy by: X*
জলপাইগুড়ির ডুয়ার্সের গরুমারা জঙ্গল ভ্রমণে ফ্রান্সের রাষ্ট্রদূত সহ পাঁচ সদস্যের এক প্রতিনিধি দল
# A five-member_ delegation_ including _the Ambassador of France _visited _the Garumara forest _in Duars, _Jalpaiguri



এসবি নিউজ ব্যুরো: জলপাইগুড়ির ডুয়ার্সের জঙ্গলের যাবতীয় বিষয় খতিয়ে দেখতে ফ্রান্সের এক প্রতিনিধি দল ঘুরলেন জঙ্গলে। মঙ্গলবার ফ্রান্সের রাষ্ট্রদূত থিয়ারি ম্যাথিউয়ের নেতৃত্বে ৫ সদস্যের এক প্রতিনিধি দল গরুমারায় এসেছিলেন। তাঁরা জানান,ডুয়ার্সের গরুমারা জঙ্গল কীভাবে পরিচালিত হচ্ছে? জঙ্গলের বন ও বুনোরা কেমন আছে? বন দপ্তরের সঙ্গে জঙ্গল লাগোয়া এলাকার বাসিন্দাদের সম্পর্কই বা কেমন? এইসব যাবতীয় বিষয় খতিয়ে দেখতেই তাদের এই সফর।ফ্রান্সের এই প্রতিনিধি দল ডুয়ার্সের মূর্তি ও জলঢাকা নদী দেখার পাশাপাশি সেখানে থাকা কুনকিদের পর্যবেক্ষণ ও তাদের সারাদিনের বিভিন্ন কাজকর্ম সম্পর্কে বন দপ্তরের আধিকারিক ও মাহুতদের কাছ থেকে তথ্য সংগ্রহ করেন। ফ্রান্সের এই দলের সঙ্গে উত্তরবঙ্গ বন্যপ্রাণী বিভাগের বনপাল ভাস্কর জেভি, গরুমারা ও জলপাইগুড়ি বনবিভাগের দুই ডিএফও দ্বিজপ্রতীম সেন, বিকাশ ভি, গরুমারা সাউথ রেঞ্জের রেঞ্জার সুদীপ দে ছাড়াও বন দপ্তরের অন্যান্য আধিকারিকরা উপস্থিত ছিলেন। মেদলার পর, গরুমারা যাত্রা প্রসাদ নজর মিনার হয়ে এই প্রতিনিধি দলটি বিকেলে চলে আসে গরুমারার ধূপঝোরা এলিফ্যান্ট ক্যাম্পে। সেখানে বন দপ্তরের আধিকারিকরা এই প্রতিনিধি দলকে কুনকি হাতির পিঠে চাপিয়ে জঙ্গলের আনাচে-কানাচে ঘোরান। এখান থেকে ফিরে তাঁরা স্থানীয় আদিবাসী নৃত্যগোষ্ঠীর নৃত্যও উপভোগ করেন। সেইসাথে কথা বলেন জয়েন্ট ফরেস্ট ম্যানেজমেন্ট কমিটির সদস্যদের সঙ্গেও। ভবিষ্যতে গরুমারার উন্নয়নে তাঁরা সহযোগিতা করবেন বলে আশ্বাস দিয়েছেন বলে বনদপ্তর সূত্রে জানা গিয়েছে।

জলপাইগুড়ির ডুয়ার্সের গরুমারা জঙ্গল ভ্রমণে ফ্রান্সের রাষ্ট্রদূত সহ পাঁচ সদস্যের এক প্রতিনিধি দল
# A five-member_ delegation_ including _the Ambassador of France _visited _the Garumara forest _in Duars, _Jalpaiguri



এসবি নিউজ ব্যুরো: জলপাইগুড়ির ডুয়ার্সের জঙ্গলের যাবতীয় বিষয় খতিয়ে দেখতে ফ্রান্সের এক প্রতিনিধি দল ঘুরলেন জঙ্গলে। মঙ্গলবার ফ্রান্সের রাষ্ট্রদূত থিয়ারি ম্যাথিউয়ের নেতৃত্বে ৫ সদস্যের এক প্রতিনিধি দল গরুমারায় এসেছিলেন। তাঁরা জানান,ডুয়ার্সের গরুমারা জঙ্গল কীভাবে পরিচালিত হচ্ছে? জঙ্গলের বন ও বুনোরা কেমন আছে? বন দপ্তরের সঙ্গে জঙ্গল লাগোয়া এলাকার বাসিন্দাদের সম্পর্কই বা কেমন? এইসব যাবতীয় বিষয় খতিয়ে দেখতেই তাদের এই সফর।ফ্রান্সের এই প্রতিনিধি দল ডুয়ার্সের মূর্তি ও জলঢাকা নদী দেখার পাশাপাশি সেখানে থাকা কুনকিদের পর্যবেক্ষণ ও তাদের সারাদিনের বিভিন্ন কাজকর্ম সম্পর্কে বন দপ্তরের আধিকারিক ও মাহুতদের কাছ থেকে তথ্য সংগ্রহ করেন। ফ্রান্সের এই দলের সঙ্গে উত্তরবঙ্গ বন্যপ্রাণী বিভাগের বনপাল ভাস্কর জেভি, গরুমারা ও জলপাইগুড়ি বনবিভাগের দুই ডিএফও দ্বিজপ্রতীম সেন, বিকাশ ভি, গরুমারা সাউথ রেঞ্জের রেঞ্জার সুদীপ দে ছাড়াও বন দপ্তরের অন্যান্য আধিকারিকরা উপস্থিত ছিলেন। মেদলার পর, গরুমারা যাত্রা প্রসাদ নজর মিনার হয়ে এই প্রতিনিধি দলটি বিকেলে চলে আসে গরুমারার ধূপঝোরা এলিফ্যান্ট ক্যাম্পে। সেখানে বন দপ্তরের আধিকারিকরা এই প্রতিনিধি দলকে কুনকি হাতির পিঠে চাপিয়ে জঙ্গলের আনাচে-কানাচে ঘোরান। এখান থেকে ফিরে তাঁরা স্থানীয় আদিবাসী নৃত্যগোষ্ঠীর নৃত্যও উপভোগ করেন। সেইসাথে কথা বলেন জয়েন্ট ফরেস্ট ম্যানেজমেন্ট কমিটির সদস্যদের সঙ্গেও। ভবিষ্যতে গরুমারার উন্নয়নে তাঁরা সহযোগিতা করবেন বলে আশ্বাস দিয়েছেন বলে বনদপ্তর সূত্রে জানা গিয়েছে।