भय बिनु होइ न प्रीति...भारतीय सेना का पाकिस्तान को सख्त संदेश
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भारत पाकिस्तान के बीच सीजफायर भले हो गया है, लेकिन नियंत्रण रेखा पर हालात अब भी तनावपूर्ण बने हुए हैं। इस बीच तीनों सेना के अभियान महानिदेशक यानी DGMO, DGAO, DGNO ने एक बार फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बीच आज लगातार दूसरे दिन भारतीय सेना के महानिदेशक स्तर के अधिकारियों ने प्रेस ब्रीफिंग की।
पाकिस्तान को क्या संदेश
पहले दिन की प्रेस वार्ता में शिव तांडव स्तोत्र से आगाज के बाद आज की ब्रीफिंग की शुरुआत रामधारी सिंह दिनकर की कविता से हुई, जिसकी लाइन ‘याचना नहीं अब रण होगा’ है। दिनकर की कृष्ण की चेतावनी कविता के अंशों का इस्तेमाल कर भारतीय सेना दहशतगर्दों के पनाहगाह पड़ोसी देश पाकिस्तान को क्या संदेश देना चाह रही है? इस सवाल पर एयरमार्शल एके भारती ने रामचरितमानस की पंक्तियों का उल्लेख किया और कहा कि समझदार को इशारा काफी है। एयरमार्शल भारती ने रामचरितमानस की पंक्तियों का उल्लेख किया और कहा कि जब राम समुद्र तट पर उपासना और प्रार्थना कर रहे थे वहां तुलसीदास ने लिखा है-- विनय न मानत जलधि जड़ गए तीन दिन बीत बोले राम सकोप तब.. भय बिनु होहीं न प्रीत।
‘पाकिस्तान ने हमारे सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया’
इस दौरान एयर मार्शल एके भारती, एयर ऑपरेशन ने कहा कि हमारी लड़ाई आतंकवाद और आतंकियों के खिलाफ है। इसलिए हमने 7 मई की रात उन्हें ही टारगेट किया। इसमें पाकिस्तानी सेना ने आतंकियों का साथ दिया। उनकी एक्शन के बाद हमने जवाबी कार्रवाई की। जिसमें पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ। एयर मार्शल एके भारती ने कहा कि रविवार को हमने विस्तार से बताया था कि भारत ने किस तरह पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में कार्रवाई की थी। हमने स्पष्ट किया था कि हमने आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था, पाकिस्तान के सैन्य प्रतिष्ठानों को नहीं। हालांकि, पाकिस्तान ने हमारे सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया।
‘अफसोस पाकिस्तानी सेना ने आतंकियों का साथ देना उचित समझा’
DG AO एके भारती ने बताया कि हमारा एयर डिफेंस सिस्टम मल्टीलेयर है। पाकिस्तान के सभी ड्रोन को स्वदेशी काउंटर ड्रोन सिस्टम से गिराया गया। हमारी लड़ाई आतंकवाद और आतंकियों के खिलाफ थी। इसलिए 7 मई को हमने केवल आतंकी ठिकानों पर ही हमला किया था पर अफसोस इस बात का है कि पाकिस्तानी सेना ने आतंकियों का साथ देना उचित समझा। इस लड़ाई को अपनी लड़ाई बना ली। इसके बाद हमने जवाबी कार्रवाई की, इसमें उसका जो भी नुकसान हुआ इसके लिए वो खुद इसके लिए जिम्मेदार था। हमारी एयर डिफेंस सिस्टिम दीवार की तरह खड़ी थी और इसको भेदना दुश्मन के लिए असंभव था।
‘हमारा एयर डिफेंस सिस्टम मल्टीलेयर’
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर की एयर डिफेंस कार्रवाई को हमें एक संदर्भ में समझने की जरूरत है। पिछले कुछ सालों में आतंकी गतिविधियों के कैरेक्टर में बदलाव आ रहा था, अब हमारी सेना के साथ-साथ निर्दोष लोगों पर भी हमला हो रहा था। 2024 में शिवखोड़ी मंदिर की ओर जाने वाले तीर्थयात्री और इस साल अप्रैल में पहलगाम में मासूम पर्यटक। पहलगाम तक उनका पाप का घड़ा भर चुका था... क्योंकि आतंकियों पर हमारे सटीक हमले LOC और IB को पार किए बना किए गए थे, हमें पूरा अंदेशा था कि पाकिस्तान का हमला भी सीमा पार से ही होगा, इसलिए हमने एयर डिफेंस की तैयारी की थी। जब 9-10 मई को पाकिस्तान की वायुसेना ने हमारे एयर फील्ड और लॉजिस्टिक इंस्टॉलेशन पर हमला किया, तो वे इस मजबूत एयर डिफेंस ग्रिड के सामने विफल हुए। एके भारती ने बताया कि हमारा एयर डिफेंस सिस्टम मल्टीलेयर है। पाकिस्तान के सभी ड्रोन को स्वदेशी काउंटर ड्रोन सिस्टम से गिराया गया।
6 hours ago