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मड़ियांव में  बंधक बनाकर किशोरी के साथ किया दुष्कर्म
राजधानी के मड़ियांव थानाक्षेत्र में एक किशोरी को बंधक बनाकर किशोर द्वारा दुष्कर्म किया गया है। मुंह खोलने पर जान से मारने की धमकी दी। इस कार्य में किशोर की मां और चाची भी शामिल है। पूरे मामले को पुलिस ने गंभीरतापूर्वक से लेते हुए पीड़ित किशोरी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

पंद्रह जुलाई की घटना, मां सोकर उठी तो बेटी गायब मिली

पुलिस की मुताबित पीड़िता की मां का कहना है कि 15 जुलाई को जब वह सुबह सोकर जगी तो उनकी बेटी घर से गायब थी। आसपास लोगों से पता किया तो पता चला कि गांव के ही एक किशोर के साथ गई है। किशोर के घर गई तो वहां पर उनकी बेटी नहीं मिली। यहां पता चला कि किशोर उनकी बेटी को लेकर चाची के यहां गया है। वहां जाने पर पता चला कि किशोर और उसकी मां उनकी बेटी को लेकर इंटौजा गए है।

किशोरी मां को बदहवास हालत में इटौंजा मिली

इटौंजा अपने परिजनों के साथ पहुंची तो वहां उनकी बेटी चौराहे के पास बदहवास हालत में मिली। किशोरी ने परिजनों से बताया कि किशोर ने अपने चाची के घर में बंधक बनाकर दुष्कर्म किया। इसका उसके द्वारा विरोध किया गया तो किशोर की मां उसे लेकर इटौंजा पहुंची और सौ रूपये देकर कहां की मुंह न खोलना । किशोर और उसकी मां यहीं उसे छोड़कर भाग गए। प्रभारी निरीक्षक शिवानंद मिश्रा का कहना है कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पूरे मामले की जांच की जा रही है। साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
फर्जी एसओजी बनकर करते थे निवेश के नाम पर ठगी, चार गिरफ्तार

लखनऊ । पूर्वी जोन क्राइम टीम और गोमतीनगर पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए निवेश के नाम पर लोगों से पैसा हड़पने वाले एक शातिर गैंग का भंडाफोड़ किया है। आरोपी खुद को फर्जी SOG टीम सदस्य बताकर आम लोगों से धोखाधड़ी करते थे। पुलिस ने गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से फर्जी करेंसी, नकद रकम और अवैध तमंचा बरामद किया है।

30 बंडल "चिल्ड्रन बैंक" के 500-500 के नकली नोट बरामद

गिरफ्तार अभियुक्तों में लखनऊ, संत कबीर नगर, महाराजगंज और बिहार के निवासी शामिल हैं। इनके पास से 30 बंडल "चिल्ड्रन बैंक" के 500-500 के नकली नोट, 8 बंडल जिनमें ऊपर असली नोट और अंदर फर्जी नोट थे, 30,000 रुपये असली नकद, एक देसी तमंचा और जिंदा कारतूस, और फर्जी पुलिस आईडी कार्ड बरामद किए गए।

ये खुद को पुलिस का अधिकारी बताकर जीतते थे भरोसा

डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त का नाम विशाल कुमार (लखनऊ), रामबहादुर (संत कबीर नगर), रामप्रसाद (महाराजगंज), अंजनी कुमार (समस्तीपुर, बिहार) है।  पुलिस का कहना है कि इन अपराधियों का नेटवर्क और अन्य आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है। इस गिरोह की कार्यशैली बेहद शातिराना थी और ये खुद को पुलिस अधिकारी बताकर भरोसा जीतते थे।

इन अभियुक्तों के खिलाफ 16 को आइसक्रीम विक्रेता ने दर्ज कराई थी शिकायत

डीसीपी ने बताया कि 16 जुलाई को आइसक्रीम का ठेला लगाने वाले राजकुमार ने इनके खिलाफ सूचना गोमतीनगर को दी गई थी। इनके द्वारा बताया गया था कि इनका कुछ दिन पहले कुछ लोगों से संपर्क हुआ था, जिन्होंने पैसा डबल करने के लिए एक निवेश स्कीम बताया था। अभियुक्तों द्वारा बताया कि था कि अगर निवेश के लिए पैसा डालेंगे तो कुछ दिन में वह पैसा डबल कर दिया जाएगा। साथ ही वह पैसा किश्तों में मिलता रहेगा। इसी क्रम में राजकुमार द्वारा कुछ पैसा अभियुक्तों को दिया गया था। जब दूसरी बार जब अभियुक्त मिलने आये तो जो पैसा डबल करना था उसे देने और निवेश के लिए कुछ और पैसा लेने आये थे।

तीन टीमें इनकी तलाश में लगी हुई थी

गिरोह ने बड़े षडयंत तरीके से काम कर रहा था। रिर्टन का पूरा पैसा जहां रखे थे वह पूरा नकली नोट था, बस उसके ऊपर बस एक -एक नोट पांच सौ के असली थे। जब पैसा रिर्टन करने पहुंचे तो इनके बाकी साथ खुद को एसओजी पुलिस बताकर मौके पर पहुंचे और अपने ही साथियों को तथा कठित गिरफ्तार कर जो भी उनके पास माल होता है उसे अपने कब्जे में ले लेते है। इसके बाद वहां से फरार हो जाते है। पुलिस को यह सूचना मिलने पर तीन टीमें गठित की गई थी, जो इनकी तलाश जुटीं थी, इसी क्रम में आज चार लोगों की गिरफ्तारी की गई है।

पहले इसी तरह के प्रकरण में जेल जा चुका है अंजनी कुमार

अभियुक्त अंजनी इसी प्रकार के प्रकरण में इसी साल अयोध्या से जेल जा चुका है। पूछताछ में बताया कि ये लोग निवेश के लिए भोले भाले लोगों को पकड़ते है। फिर उनसे पैसा लेते है,इसके बाद फर्जी एसओजी बनकर पुलिस बताते हुए वह पैसा हड़प लेते है। इनके द्वारा कितनी घटनाओं को अंजाम दिया गया है, इसके बारे में पता किया जा रहा है। गिरफ्तार करने वाली टीम को दस हजार को पुरस्कार दिया जाता है।
उड़ीसा से यूपी लाया जा रहा था एक करोड़ा का गांजा, एसटीएफ ने रास्ते में दबोचा

लखनऊ । उत्तर प्रदेश एसटीएफ को मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ बड़ी सफलता मिली है। उड़ीसा से गांजा लेकर आ रहे चार तस्करों को रायबरेली के गुरुबक्सगंज थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के पास से 101 किलोग्राम अवैध गांजा बरामद हुआ है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब एक करोड़ रुपये आंकी गई है। यह कार्रवाई एसटीएफ लखनऊ की टीम ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से की।

गिरफ्तार अभियुक्तों का नाम व पता

किशोर कुमार मेहर पुत्र बीरा मणी मेहर निवासी थाना पट्टीपड़ा भगप्लाट, जनपद-सोनपुर उड़ीसा , तुषार महापात्रा पुत्र बद्री प्रसाद महापात्रा निवासी घोडाघाटपड़ा, थाना कोतवाली नगर, जनपद सोनपुर, उडीसा, मानस महापात्रा पुत्र टीटू महापात्रा निवासी मुंडीपडर थाना मनमुन्डा, जनपद बौध उडीसा, कम्पल बगरती पुत्र अकुरा बगरती निवासी बरीगाँव, थाना उलुण्डा, जनपद सोनपुर उड़ीसा है। इनके कब्जे से 101 किलो गांजा, दो कार, चार मोबाइल, एक पैन कार्ड, एक आधार कार्ड, एक डीएल, 4880 रुपये नकद बरामद किया है।

एसटीएफ को काफी दिनों से तस्करी की मिल रही थी जानकारी

एसटीएफ उत्तर प्रदेश को विगत काफी दिनों से मादक पदार्थो की तस्करी करने वाले तस्करों के सक्रिय होने की सूचनाए प्राप्त हो रहीं थी। इसी सबंध में एसटीएफ की एक टीम इनकी तलाश में लगी हुई थी। बुधवार को एसटीएफ टीम जनपद रायबरेली में भ्रमणशील थी। इस दौरान सूचना प्राप्त हुई कि उड़ीसा राज्य से एक वाहन में अवैध मादक पदार्थ (गांजा) छिपाकर प्रयागराज के रास्ते उन्नाव जा रहा है। इस सूचना पर निरीक्षक प्रमोद कुमार वर्मा के नेतृत्व में में गठित टीम द्वारा क्षेत्राधिकारी, लालगंज, जनपद रायबरेली को साथ लेकर एनडीपीएस एक्ट के प्राविधानों के अनुरूप आवश्यक कार्रवाई करते हुए मादक पदार्थ की तस्करी करने वाले गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया।

यूपी के विभिन्न जनपदों में महंगे दामों पर गांजा करते थे सप्लाई

गिरफ्तार अभियुक्त किशोर कुमार मेहर ने पूछताछ में बताया कि उसका संगठित गिरोह है, जो उड़ीसा राज्य से कम दामों में गांजा खरीदकर उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में ऊचें दामों पर सप्लाई करता है। इस गिरोह का सरगना यह स्वयं है एवं तुषार, मानस व कम्पल उपरोक्त इसके मुख्य सहयोगी है। इस बार उड़ीसा से गांजा खरीदकर प्रयागराज होते हुए उन्नाव में किसी को देने के लिए जा रहा था।

तीन हजार रुपये प्रति किलो के हिसाब से बेच रहे थे गांजा

पूछताछ के दौरान तस्करों ने बताया कि फतेहपुर रेलवे स्टेशन के पास सोनू सिंह नाम के व्यक्ति को 30 हजार रूपये प्रति किग्रा के हिसाब से देना था। इसके पूर्व में वर्ष 2021 में जबलपुर मध्य प्रदेश से गांजा तस्करी के आरोप में जेल जा चुका है।गिरफ्तार अभियुक्तों के विरुद्ध थाना गुरूबक्स गंज रायबरेली में मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है।

"महिला सुरक्षा के लिए परिवहन विभाग सख्त: 15 दिन में वाहन चालकों की पहचान सार्वजनिक करना अनिवार्य"

लखनऊ। महिला सुरक्षा को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग ने एक अहम कदम उठाया है। स्थानीय स्तर पर चलने वाले ई-रिक्शा, ऑटो, टैम्पो, ओला, ऊबर व रैपिडो जैसे पब्लिक ट्रांसपोर्ट वाहनों के संचालन को और अधिक जवाबदेह बनाने के उद्देश्य से विभाग ने एक सख्त निर्देश जारी किया है। अब इन वाहनों के पीछे ड्राइवर की पहचान संबंधी पूरी जानकारी  नाम, मोबाइल नंबर और आधार नंबर  स्पष्ट रूप से अंकित करना अनिवार्य कर दिया गया है। इस व्यवस्था को लागू करने के लिए 15 दिन की समय-सीमा दी गई है।

राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष के पत्र पर परिवहन विभाग ने जारी किया निर्देश

जानकारी के लिए बता दें पिछले दिनों राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने राजधानी में महिलाओं के साथ होने वाली घटनाओं को देखते हुए लोकल परिवहन साधनों में महिला सुरक्षा को पुख्ता और अभेद्य बनाने के मद्देनजर परिवहन विभाग मुख्यालय को एक पत्र लिखकर प्रेषित किया था जिसमें उक्त सुझाव दिया गया है। इसके आलोक में परिवहन आयुक्त बीएन सिंह ने इसका त्वरित रूप से संज्ञान लेते हुए सभी स्थानीय परिवहन कार्यालयों को आदेश जारी कर दिया है कि उक्त व्यवस्था का क्रियान्वयन निर्धारित समय सीमा में अवश्य करा ली जाये। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए।

महिलाओं के साथ होनी वाली घटनाओं को देखते हुए उठाया जा रहा यह कदम

गौर हो कि प्रदेश के प्रमुख शहरों के अलावा पिछले दिनों राजधानी लखनऊ में भी कुछेक ऐसी हैरान करने वाली घटनायें घटित हुई जिसमें उपरोक्त श्रेणी के वाहन चालकों ने अपने गाड़ी में सवार महिला यात्री को अकेले पाकर उसके साथ कोई न कोई अनापेक्षित वारदात को अंजाम दे दिया था।ऐसे में महिला आयोग द्वारा उठाया गया यह  मुद्दा और परिवहन आयुक्त के स्तर से त्वरित गति से उठाया गया कदम लोकल परिवहन साधनों में महिलाओं की सुरक्षा को और बेहतर और जवाबदेह बनाने में साबित हो सकता है।

वाहन संचालकों और स्वामियों को दिया 15 दिनों का समय

इसी क्रम में लखनऊ एआरटीओ प्रवर्तन राजीव बंसल ने बताया कि उपरोक्त आदेश के तहत अब जनपद में ऐसे वाहन संचालकों और स्वामियों को 15 दिनों का तय समय दिया गया है, यह समय सीमा पार होने पर संबंधित के खिलाफ एमवी एक्ट के तहत प्रभावी कार्रवाई की जायेगी। इसलिए अभियान चलाकर इसको लागू कराया जाए।

लखनऊ में मां ने प्रेमी के साथ मिलकर मासूम बेटी की कर दी हत्या, पुलिस ने 24 घंटे में किया सनसनीखेज खुलासा

लखनऊ । उत्तर प्रदेश की राजधानी  के कैसरबाग इलाके से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक मां ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपनी ही 5 साल की मासूम बेटी की बेरहमी से हत्या कर दी। घटना को अंजाम देने के बाद महिला ने अपने पति पर ही हत्या का झूठा आरोप लगाकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन लखनऊ पुलिस की तेज़ और सटीक जांच से महज़ 24 घंटे में पूरे मामले का खुलासा हो गया।

इस तरह घटना का हुआ खुलासा

प्रभारी निरीक्षक अंजनी कुमार मिश्र ने 15 जुलाई को कैसरबाग थाने पर नाज उर्फ रोशनी खान, पत्नी मोहम्मद शाहरूख, निवासी खन्दारी बाजार, लालबाग, लखनऊ ने तहरीर दी कि उसके पति ने उनकी 5 वर्षीय बेटी की हत्या कर दी है। तहरीर प्राप्त होते ही पुलिस हरकत में आयी और सीडीआर, सीसीटीवी फुटेज और वैज्ञानिक साक्ष्यों का गहन अवलोकन किया औ मुखबिरान द्वारा दिये गये सूचना के आधार पर घटना की गहनता जांच करते हुए घटनाक्रम को कड़ियों को जोड़ने पर शक होने पर पुनः वादिनी मुकदमा व अभियुक्त व उसके पुरूष मित्र से कड़ाई से विस्तृत पू्छतांछ की गई तो दोनों द्वारा अपना जुर्म स्वीकार कर करते हुये माफी मांगने लगे।

बच्ची के सो जाने पर रोशनी से मिलने पहुंचा प्रेमी

प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि रोशनी खान और उसके प्रेमी उदित जायसवाल से अलग अलग पुनः गहन पूछताछ की गई तो दोनों ने अपने बयानों में बताया कि दोनों एक दूसरे से प्रेम करते है तथा छिप छिपाकर मौका पाकर एक दूसरे से मिलते रहते है। रोशनी ने रविवार को ब्लूट़थ स्पीकर गायब करने पर बेटी सोना को खूब पीटा। इसके बाद वह अपने कमरे में जाकर सो गई। बेटी के सोने पर रोशनी ने प्रेमी उदित से शराब और मीट लेकर आने को कहा। रोशनी के घर पहुंचा और फिर दोनों ने मिलकर पार्टी की।

दोनों को अपत्तिजनक हालत में देख ली थी बच्ची

बेटी अचानक जग गयी और दोनों को आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया और इसकी शिकायतकर अपने पापा से सारी बात बताने को कहने लगी, जिससे वादिनी मुकदमा व उसका पुरूष मित्र उदित जायसवाल गुस्से में आ गए, अपने इस गलत कृत्य को छिपाने के लिए प्लान किया कि बच्ची को मार देते हैं और पिता शाहरूख को फंसा देंगे। और बेटी को जान से मार दिया।

बच्ची के शव को ठिकाने लगाने के लिए कई जगह की रेकी

बच्ची की हत्या के बाद दोनों शव को ठिकाने लगाने के लिए कई जगहों की रेकी की, पंरतु मौका न मिलने और पुलिस द्वारा पकड़ लिये जाने के भय से लाश को ठिकाने नहीं लगा सके, इसी क्रम में वादिनी मुकदमा व अभियुक्त और उसका पुरूष मित्र एक होटल में साथ साथ रुके। होटल से बाहर आकर वादिनी मुकदमा ने अभियोग पंजीकृत कराने के लिए हत्या की तहरीर अपने पति के खिलाफ नामजद थाने में आकर दी।

प्रेमी निकला रोशनी के पति का पुराना दोस्त

उदित के गिरफ्तार होने के बाद जब शाहरूख थाने पहुंचा तो उसके होश ही उड़ गए। चूंकि उसकी पत्नी रोशनी का प्रेमी उसका सबसे पुराना दोस्त निकला। दोनों अापस में प्रेम करते हैं और चोरी छिपे मिलते है, इस बात की उसे भनक तक नहीं लग पायी। चूंकि शाहरूख के साथ जब उदित  उसके घर आता जाता  रहा तब रोशनी उसे चाचा कहकर पुकारती थी। चाचा कब प्रेमी बन गया इसकी उसे भनक तक नहीं लगी। अब जब दोनों थाने में आमने सामने हुए तो उदित भी शर्म के मारे कुछ बोल नहीं पाया, बस केवल सॉरी बोला।

रोशनी और उदित दोनों हो गए थे नशे के आदी

प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि रोशनी और उदित दोनों नशे के लती हो गए है, ये दोनों शराब के अलावा नशे का इंजेक्शन भी लेते रहे है। रोशनी के नशा करने से पति शाहरूख भी परेशान था। इसलिए रोशनी ने उदित की तरफ खिचती चली गई। शाहरूख से छुटकारा पाने के लिए अलग जाकर रहने लगी। शाहरूख भी बहुत डर के उसके पास जाता था। नशे की लत ने रोशनी और उदित को कातिल बना दिया। चूंकि जिस रात दोनों में बेटी को मौत के घाट उतारा था उस दिन रोशनी और उदित ने जमकर पार्टी की थी।
मुख्यमंत्री योगी की उपस्थिति में 19.99 करोड़ रुपये की परियोजना पर तीन वर्षों में होगा कार्यान्वयन
आपदा जोखिम न्यूनीकरण पर यूपी और यूएनडीपी के बीच ऐतिहासिक समझौता


लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने आपदा जोखिम न्यूनीकरण (Disaster Risk Reduction) के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक पहल करते हुए संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) के साथ महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एमओए) पर हस्ताक्षर किए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में हुए इस समझौते के अंतर्गत राज्य की आपदा प्रबंधन क्षमता को वैश्विक मानकों के अनुरूप तकनीकी रूप से सशक्त और समन्वित बनाया जाएगा।

यह साझेदारी अगले तीन वर्षों में 19.99 करोड़ रुपये की परियोजना के तहत लागू की जाएगी। समझौते के तहत प्रदेश के सभी 75 जिलों और 15 प्रमुख विभागों के लिए विस्तृत आपदा प्रबंधन योजनाएं तैयार की जाएंगी। साथ ही, 20 शहरी क्षेत्रों में संभावित आपदाओं का मूल्यांकन कर विशेष रणनीतियाँ बनाई जाएंगी। इस परियोजना के तहत राज्य में सूचना प्रणाली, प्रशिक्षण, आईसीटी उपकरण और परियोजना प्रबंधन यूनिट (पीएमयू) की तैनाती जैसे अनेक नवाचार भी प्रस्तावित हैं।

समझौते के दौरान यूएनडीपी की भारत प्रमुख एंजेला लुसीगी विशेष रूप से उपस्थित रहीं। उन्होंने मुख्यमंत्री से शिष्टाचार भेंट कर प्रदेश सरकार के दृष्टिकोण और प्रतिबद्धता की सराहना की। उन्होंने यह भी आश्वस्त किया कि यूएनडीपी राज्य सरकार को तकनीकी सहयोग, नीति निर्माण, योजना विकास और कार्यान्वयन तक हर स्तर पर सहायता प्रदान करेगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा कि आपदा प्रबंधन अब प्रशासन की प्रमुख प्राथमिकताओं में शामिल है। उन्होंने कहा कि तकनीकी दक्षता, प्रशिक्षण और पूर्व तैयारी के समन्वय से ही आपदा से होने वाले नुकसान को न्यूनतम किया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि यह साझेदारी उत्तर प्रदेश को आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने में सहायक होगी।

यह समझौता राज्य सरकार और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की संस्तुतियों के अनुरूप किया गया है, जिसमें यूएनडीपी को तकनीकी सहयोगी की भूमिका में अधिकृत किया गया है। यह परियोजना राज्य के आपदा प्रबंधन प्रयासों को नई दिशा देगी और जीवन, संपत्ति व अवसंरचना की रक्षा के लिए एक सशक्त रणनीति तैयार करेगी।
पीजीआई पुलिस की बड़ी सफलता: तीन शातिर वाहन चोर गिरफ्तार, 7 बाइक बरामद
लखनऊ । राजधानी के थाना पीजीआई पुलिस ने वाहन चोरी के बढ़ते मामलों पर प्रभावी कार्रवाई करते हुए शातिर चोरों के एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है, जो शहर के अलग-अलग इलाकों से बाइक चोरी कर उन्हें बेचने या पार्ट्स में तब्दील करने की योजना पर काम कर रहा था। पुलिस ने इस गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से कुल 7 चोरी की मोटरसाइकिलें बरामद की हैं। तीनों अभियुक्तों ने बताया कि वे पुराने दोस्त हैं और पैसे व शौक पूरे करने के लिए चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे। चोरी की गई मोटरसाइकिलों को या तो बेचते थे या उनके पार्ट्स अलग कर देते थे।

चोरी की बाइकों को ठिकाने लगाने से पहले पुलिस ने दबोचा

गिरफ्तार अभियुक्तों में प्रिंस यादव, शैलेंद्र यादव और सूरज शामिल हैं।पुलिस टीम ने बरौली फ्लाईओवर के नीचे, उतरेठिया रेलवे स्टेशन के पास तीनों अभियुक्तों को उस वक्त पकड़ा जब वे चोरी की मोटरसाइकिलों को ठिकाने लगाने की फिराक में थे। अभियुक्तों की निशानदेही पर कुल 7 मोटरसाइकिलें बरामद की गईं, जिनमें से 4 मोटरसाइकिलें बिना खोली हुई थीं जबकि 3 मोटरसाइकिलें अलग-अलग पार्ट्स में खोली जा चुकी थीं। अभियुक्त प्रिंस व शैलेंद्र सिक्योरिटी गार्ड है और सूरज सेटरिंग का काम करता है। सूरज पर पीजीआई और उन्नाव में पहले से कई मुकदमे दर्ज हैं।


इनके द्वारा इन घटनाओं को दिख गया था अंजाम

आठ जुलाई को कृष्ण कुमार शुक्ला ने थाना पीजीआई में सूचना दी कि सेक्टर 12 कहलोन के सामने से उनकी सुपर स्प्लेंडर बाइक चोरी हो गई है। 14 जुलाई को मंजूदेवी ने बताया कि उनका पुत्र शाहिद अपाचे बाइक लेकर शराब ठेके गया था, वहां से बाइक चोरी हो गई। इसी दिन अंकुर अवस्थी ने सेक्टर 12 स्थित सरदार के गेट के पास से फोनेक्स बाइक चोरी होने की सूचना दी। पुलिस ने तीनों घटनाओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी। इन घटनाओं की गंभीरता को देखते हुए थाना पीजीआई में पुलिस टीम गठित की गई, जिसने टेक्निकल व मैनुअल साक्ष्यों के आधार पर अभियुक्तों की पहचान व गिरफ्तारी सुनिश्चित की।थाना पीजीआई की टीम की इस सफल कार्रवाई पर पुलिस उपायुक्त दक्षिणी ने टीम को 10,000 नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया है।
सोना की सांसें मां ने छीनीं, लाश के पास प्रेमी संग की पार्टी… फिर बाप पर लगा दिया इल्ज़ाम"

लखनऊ । छह साल की सोना की हत्या पिता नहीं बल्कि उसकी मां रोशनी खान अपने प्रेमी उदित के साथ मिलकर की थी। इसका खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद हुआ। चूंकि रोशनी ने पुलिस को सूचना दी थी कि उसकी बेटी सोना की हत्या उनके पति शाहरूख ने कर दी है। पुलिस पहुंची तो हत्या चंद घंटे के पहले से नहीं लग रही थी, क्योंकि शव में कीड़े पड़ने साथ बदबू आ रही थी। पुलिस ने पूरा माजरा देखते ही समझ लिया था लेकिन सबूत न होने के कारण रोशनी की दी तहरीर पर पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। वहीं शाम को जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सोना की मौत हत्या की सूचना देने के 36 घंटे पहले की मिली तो सारा खेल पुलिस को समझ में आ गया और रोशनी और उसके प्रेमी उदित को गिरफ्तार कर सख्ती से पूछताछ की तो सारा राज उगल दिया। रोशनी ने बताया कि बेटी को मारकर पति को फंसाना चाहती थी।

पति ने कर दी बेटी की हत्या, यह सूचना रोशनी ने पुलिस को दी

जानकारी के लिए बता दें कि यह पूरा मामला कैसरबाग थाना क्षेत्र के खंदारी बाजार का है। यहां रहने वाली रोशनी ने सोमवार की देर रात तीन बजे पुलिस को सूचना दी कि उनके पति ने बेटी सोना की हत्या कर दी है। हत्या की सूचना से पुलिस महकमा में हड़कंप मच गया और थाना प्रभारी व एसीपी घटना स्थल पर पहुंचे। इस दौरान फॉरेसिक टीम को भी बुला लिया गया। पुलिस के सामने रोशनी ने पति पर हत्या का आरोप लगाया। पुलिस ने जब शव को कब्जे में लिया तो काफी दुर्गन्ध आ रही थी, साथ ही कीड़े भी पड़ गए थे। पुलिस ने पूछताछ की तो रोशनी ने बताया कि लिव इन में वह अपने प्रेमी उदित जायसवाल के साथ रहती हूं। पति को यह बात गवांरा नहीं था। सोमवार को यहां आया और झगड़ा करने के बाद बेटी की हत्या कर फरार हो गया। पुलिस ने सबसे पहले रोशनी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

शाहरूख से पूछताछ के बाद रोशनी की तरफ घूम गई पुलिस की जांच

रोशनी के दी तहरीर के आधार पर पुलिस ने उसके पति शाहरूख को घर से उठाकर थाने लायी। पूछताछ के दौरान शाहरूख ने बताया कि सोमवार को बेटी सोना से मिलने रोशनी के पास गया था। रोशनी ने बेटी से मिलने नहीं दिया और झगड़ा करके उसे भगा दिया। पुलिस ने उसके बताए अनुसार सीसीटीवी फुटेज से उसके लोकेशन की जांच की तो बात सहीं निकली। यही के बाद से पुलिस की शक की सुई रोशनी और उसके प्रेमी उदित की तरफ घूम गई। पुलिस ने फौरन रोशनी और उदित को गिरफ्तार कर थाने लायी। दिन भर चली पूछताछ में रोशनी बार-बार अपना बयान बदलती रही। वहीं शाम को इस बीच पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई। जिसमें सोना की गला दबाकर हत्या की बात निकलकर सामने आयी। साथ ही सोना के सीने, गले, नाक, मुंह पर चोट के निशान मिले। इस रिपोर्ट के बाद पुलिस ने रोशनी और उदित से पूछताछ की तो सारा राज उगल दिया।

पति से बदला लेने के लिए अपने की खून की चढ़ा दी बलि

पुलिस की पूछताछ और पूरे दिन की छानबीन में निकलकर आया कि रोशनी पति को फंसाने के लिए बेटी को मारने की साजिश रच रही थी। चंकि रोशनी ने शाहरूख के एक फ्लैट पर कब्जा करके रह रही थी लेकिन विवाद के चलते मजबूर होकर उसे फ्लैट छोड़ा पड़ा था। चूंकि शाहरूख ने रोशनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। इन्हीं सब बातों को लेकर रोशनी बदले की आग में जल रही थी। प्लान के तहत रोशनी ने रविवार को जब सोना सो गई तो उसके पेट पर चढ़ गई और गला दबाकर हत्या कर दी। इस दौरान सोना चीखती और चिल्लाती रही। इतना ही नहीं उसके मुंह से खून भी निकल आया। इसके बाद भी जालिम मां का दिल नहीं पसीजा। बाद में दोनों ने मिलकर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद दोनों शव के सामने बैठकर पार्टी की फिर पति शाहरुख को फंसाने के लिए पूरी कहानी रचीं।

रोशनी अपने जेठ व सास को भी भेजवा चुकी है जेल

रोशनी ने अपने जेठ सलमान, सास परवीन और दो ननदों रुखसार और रूमी के खिलाफ अलग अलग मामलों में केस दर्ज कराया था। यही नहीं, उसने गंभीर आरोप लगाते हुए सभी को जेल भिजवा दिया था। इसके बाद रोशनी ने मई माह में शाहरूख के साथ मारपीट की और उसको उसी के घर से बाहर कर दिया। रोशनी ने खंदारी बाजार स्थित शाहरूख के चौथे फ्लोर पर बने फ्लैट पर कब्जा जमा लिया और उदित के साथ उसी में रहने लगी।इसके बाद जब विवाद बढ़ा तब वहां से छोड़कर किराये के कमरे पर रहने लगी।

डांसर के नाम से मशहूर है रोशनी

बता दें कि रोशनी को लोग डांसर के नाम से भी जानते है। क्योंकि रोशनी को डांस का बहुत शौक था इसलिए क्लबों में अक्सर डॉंस करने के लिए जाया करतीं थी। प्रभारी निरीक्षक अंजनी कुमार मिश्रा ने बताया कि अब साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। रोशनी और उदित ने सोना की हत्या करने की बात को स्वीकार कर लिया है। रोशनी ने बताया कि पति को जेल भेजवाने के लिए प्रेमी के साथ मिलकर यह पूरी साजिश रची थी।

उत्तर प्रदेश : 18 जुलाई से पंचायत चुनाव के लिए परिसीमन की प्रक्रिया शुरू
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में आगामी पंचायत चुनावों की तैयारी तेज हो गई है। पंचायतीराज विभाग से मंजूरी मिलने के बाद 18 जुलाई से पंचायत चुनाव के लिए परिसीमन प्रक्रिया की शुरुआत होगी। यह प्रक्रिया शहरी क्षेत्रों के विस्तार को ध्यान में रखते हुए की जाएगी, जिससे पंचायत वॉर्डों की सीमाओं में परिवर्तन होना तय है।

सरकारी कार्यक्रम के अनुसार, 18 से 22 जुलाई के बीच पंचायतवार जनसंख्या का निर्धारण किया जाएगा। इसके आधार पर वॉर्डों का पुनर्गठन किया जाएगा। 23 जुलाई से 28 जुलाई तक वॉर्डों की प्रस्तावित सूची का प्रकाशन किया जाएगा, ताकि आमजन उसके बारे में जानकारी प्राप्त कर सकें।

इस प्रक्रिया के तहत जनता को भी अपनी भागीदारी का अवसर दिया जाएगा। 29 जुलाई से 2 अगस्त तक आमजन से आपत्तियां आमंत्रित की जाएंगी। यदि किसी को वॉर्ड सीमांकन या जनसंख्या आंकड़ों में आपत्ति है, तो वे इस अवधि में अपनी आपत्ति दर्ज करा सकते हैं।

आपत्तियों के निस्तारण की प्रक्रिया 3 से 5 अगस्त के बीच पूरी की जाएगी। उसके बाद 6 से 10 अगस्त के बीच अंतिम सूची का प्रकाशन किया जाएगा। इस सूची के आधार पर ही पंचायत चुनावों की तैयारी आगे बढ़ेगी।

प्रशासन का कहना है कि परिसीमन की यह प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता और नियमानुसार की जाएगी। अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वे समयबद्ध और निष्पक्ष तरीके से इस प्रक्रिया को पूरा करें, ताकि पंचायत चुनाव सुचारु रूप से संपन्न हो सकें।
उत्तर प्रदेश में ‘संगम अभियान 5.0’ का शुभारंभ: कुपोषण मुक्त बचपन की ओर एक निर्णायक कदम
* प्रदेश के 75 जिलों में 100 आंगनवाड़ी केंद्रों पर स्टंटिंग की पहचान और पोषण ट्रैकिंग का विशेष अभियान

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने कुपोषण से लड़ाई को नई गति देते हुए ‘संगम अभियान 5.0’ की शुरुआत की है। महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा संचालित यह अभियान राज्य में स्टंटिंग (नाटापन) की दर में कमी लाने, बच्चों में पोषण स्तर सुधारने और कुपोषण मुक्त बचपन के लक्ष्य को प्राप्त करने के उद्देश्य से शुरू किया गया है।
अभियान का राज्य स्तरीय शुभारंभ 7 जुलाई 2025 को कैबिनेट मंत्री श्रीमती बेबी रानी मौर्य एवं राज्य मंत्री श्रीमती प्रतिभा शुक्ला द्वारा किया गया था। अभियान के तहत आज प्रदेश के सभी 75 जिलों में 100-100 चयनित आंगनवाड़ी केंद्रों पर विशेष निरीक्षण अभियान चलाया गया। हर जिले में जिलाधिकारी/मुख्य विकास अधिकारी के नेतृत्व में अधिकारियों ने ग्रोथ मॉनिटरिंग, स्टंटिंग की पहचान और पोषण ट्रैकिंग का निरीक्षण किया। इस कार्य हेतु 100 नोडल अधिकारियों को नामित किया गया है, जिन्हें 14 जुलाई को ऑनलाइन प्रशिक्षण प्रदान किया गया था।
कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य सहित अन्य विभागों के ब्लॉक और जिला स्तरीय अधिकारियों को नोडल अधिकारी बनाया गया है, जो अब हर माह आयोजित होने वाली जिला पोषण समिति की बैठक में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।

मुख्य उद्देश्य:
- 5 वर्ष तक की उम्र के बच्चों में अत्यधिक कुपोषण और स्टंटिंग की पहचान
- गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों को तत्काल उपचार
- ग्रोथ मॉनिटरिंग और न्यूट्रिशन ट्रैकिंग को सशक्त बनाना
- उदाहरण योग्य आंगनवाड़ी केंद्रों को मॉडल के रूप में विकसित करना

संगम अभियान 5.0, सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति की दिशा में उत्तर प्रदेश का एक सशक्त और सुनियोजित प्रयास है।