औरंगाबाद में 28 सालों से फरार नक्सली गिरफ्तारः सार्वजनिक शांति को भंग करने का था आरोप, कोर्ट ने जारी किया था वारंट
औरंगाबाद के बंदेया थाना की पुलिस ने 28 सालों से फरार चल रहे हार्डकोर नक्सली को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़ा गया नक्सली कामेश्वर यादव गोह प्रखंड के बंदेया थाना क्षेत्र के बेला बारिश गांव का रहने वाला है।
पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर उसे गिरफ्तार किया है। जानकारी दाउदनगर एसडीपीओ कुमार ऋषि राज ने शनिवार को दाउदनगर अनुमंडल पुलिस कार्यालय में प्रेस वार्ता आयोजित कर दी है। एसडीपीओ ने बताया कि गिरफ्तार नक्सली कामेश्वर यादव के खिलाफ बंदेया समेत - अलग-अलग थाना में मामले दर्ज हैं। पुलिस को लंबे समय से उसकी तलाश थी। लेकिन वह हर बार बच निकलता था। इस बार सटीक सूचना पर छापेमारी कर उसे दबोचा गया है।
साल 1999 में उसके खिलाफ थाना में 17 सीएलए एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया गया था। ये एक्ट समाज की शांति भंग करने के लिए लगाया जाता है। मामला दर्ज होने के बाद से वह लगातार फरार चल रहा था। 3 साल बाद उसके खिलाफ कोर्ट से स्थायी वारंट निर्गत किया गया था। जिसमें वह फरार चल रहा था।
नक्सलियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी
एसपी अंबरीश राहुल के निर्देश पर जिले को अपराध मुक्त और नक्सल मुक्त बनाने को लेकर लगातार कार्रवाई की जा रही है। जंगली इलाके में सर्च ऑपरेशन के साथ-साथ फरार चल रहे नक्सलियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। कोबरा और एसटीएफ जवानों को भी लगाया गया है। एक दिन पहले भी पुलिस ने गया के सलैया थाना क्षेत्र अंतर्गत निमिया रेहड़ा गांव में छापेमारी कर हार्डकोर नक्सली अखिलेश भुइयां को गिरफ्तार किया था।
केन बम को जंगल में किया ध्वस्त
दूसरे दिन कामेश्वर यादव को गिरफ्तार किया गया है। इसके पहले भी सुरक्षा बलों ने सर्च ऑपरेशन के दौरान कैन बम, आईडी और अन्य सामान बरामद कर उन्हें जंगल में ही विनष्ट कर दिया गया। एसपी ने बताया कि नक्सलियों के खात्मे तक पुलिस का अभियान री रहेगा। आवश्यक कार्रवाई और पूछताछ के बाद पकड़े गए नक्सली को रिमांड के लिए कोर्ट भेज दिया गया है।
Jun 14 2025, 19:42