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छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने Unicef, WHO, AIIMS सहित 5 संस्थाओं के साथ हुआ ऐतिहासिक MOU

रायपुर- स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश में स्वास्थ्य सेवा तंत्र को मजबूत, समावेशी और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप विकसित करने की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाते हुए 05 प्रमुख राष्ट्रीय संस्थाओं के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है. नवा रायपुर स्थित महानदी भवन में आयोजित कार्यक्रम में स्वास्थ्य, परिवार कल्याण एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा विभिन्न सहयोगी संस्थाओं के साथ साझा दायित्वों और लक्ष्यों पर सहमति बनी. कार्यक्रम के दौरान सचिव, लोक स्वास्थ्य अमित कटारिया, आयुक्त सह संचालक डॉ प्रियंका शुक्ला, संचालक महामारी नियंत्रण डॉ एस. के. पामभोई, संबंधित स्वास्थ्य कार्यक्रमों के नोडल/उपसंचालक व सभी सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहे. 

विदित हो कि प्रदेश में स्वास्थ्य संकेतकों में निरंतर सुधार लाने एवं योजनाओं तथा परियोजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए राज्य शासन ने एक संगठित एवं समन्वित तंत्र के रूप में “छत्तीसगढ़ साथी” पहल को प्रारंभ किया है. इसके सुचारू संचालन के लिए शासन द्वारा एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया गया है, जिसका उद्देश्य स्वास्थ्य क्षेत्र में कार्यरत विविध राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सहयोगी संस्थाओं के बीच समन्वय स्थापित करना है. यह समिति एक ऐसा संस्थागत मंच प्रदान करती है, जिसके माध्यम से साझेदार संगठन अपनी विशेषज्ञता, अनुभव और तकनीकी सुझाव सीधे विभाग के समक्ष प्रस्तुत कर सकते हैं.

इस साझेदारी का उद्देश्य प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं में संरचनात्मक सुधार, तकनीकी उन्नयन, जनसहभागिता और सेवा की पहुंच में व्यापक विस्तार सुनिश्चित करना है. संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी), अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान रायपुर, सेंटर फॉर कैटालाइजिंग चेंज, बीवीएचए सहित 05 संस्थाएं इस समझौते की साझेदार बनीं इसके साथ ही विश्व स्वास्थ्य संगठन व यूनिसेफ के वार्षिक एक्शन प्लान पर विस्तृत चर्चा की गई .

इस ऐतिहासिक एमओयू में शामिल संस्थाएं अपने-अपने विशिष्ट क्षेत्रों में राज्य सरकार के साथ मिलकर समन्वित रूप से कार्य करेंगी. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) रायपुर राज्य में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने में सहयोग करेगा, वहीं यूनिसेफ पोषण, बाल स्वास्थ्य और मातृ सुरक्षा से जुड़े कार्यक्रमों को तकनीकी सहायता प्रदान करेगा. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डबल्यूएचओ) राज्य की संपूर्ण स्वास्थ्य प्रणाली को सुदृढ़ करने, संचारी एवं गैर-संचारी रोगों की रोकथाम तथा रोग निगरानी व्यवस्था को बेहतर बनाने में योगदान देगा. यूएनडीपी द्वारा टीकाकरण कार्यक्रमों को तकनीकी एवं रणनीतिक सहयोग मिलेगा, जबकि इविडेंस एक्शन राज्य में शिशु स्वास्थ्य और कृमि मुक्ति अभियान को सशक्त करेगा. सेंटर फॉर कैटालाइजिंग चेंज राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के माध्यम से किशोरों के स्वास्थ्य और जागरूकता में सहयोग प्रदान करेगा, बीवीएचए लक्षित समुदायों के लिए विशेष स्वास्थ्य हस्तक्षेपों के क्रियान्वयन में भागीदारी करेगा और निमहांस मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार व सुदृढ़ीकरण में तकनीकी मार्गदर्शन देगा.

ये सभी संस्थाएं मिलकर छत्तीसगढ़ में बहुआयामी स्वास्थ्य सुधारों की एक समेकित और टिकाऊ रूपरेखा विकसित करने में राज्य सरकार की भागीदार बनेंगी.

कार्यक्रम के दौरान अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार “स्वस्थ छत्तीसगढ़” की अवधारणा को धरातल पर साकार करने के लिए बहुस्तरीय प्रयास कर रही है, जिसमें इन संस्थाओं का सहयोग राज्य के लिए एक नई दिशा तय करेगा. इस समझौते के जरिए न सिर्फ़ दूरस्थ और अंतिम छोर में बसे व्यक्ति तक स्वास्थ्य सुविधाएं सुलभ होंगी, बल्कि मानव संसाधन और तकनीकी क्षमता में भी महत्वपूर्ण सुधार संभव होगा. यह समझौता मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने, डिजिटल स्वास्थ्य प्रणाली को सुदृढ़ करने और स्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता एवं प्रभावशीलता लाने की दिशा में भी कारगर सिद्ध होगा.

सरकार और साझेदार संस्थाओं ने इस अवसर पर यह विश्वास जताया कि यह सामूहिक पहल छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मानकों में अग्रणी राज्य बनाने में सहायक होगी और एक सशक्त, सुलभ तथा संवेदनशील स्वास्थ्य सेवा तंत्र की नींव रखेगी.

बलौदाबाजार में आबकारी विभाग की बड़ी कार्रवाई

बलौदाबाजार- कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देश पर जिले में अवैध शराब निर्माण, भंडारण एवं परिवहन पर आबकारी विभाग द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसी तारतम्य में गस्त के दौरान कसडोल क्षेत्र में आबकारी विभाग की टीम द्वारा 45 बल्क लीटर महुआ शराब सहित 1100 किग्रा महुआ लाहन जब्त की गई।

आरोपी देवप्रसाद यादव पिता कंशराम उम्र 35 वर्ष, चौकी बया अंतर्गत ग्राम सैयहाभाठा के कब्जे से 20.00 बल्क लीटर हाथभठ्ठी महुआ शराब एवं 600 कि.ग्राम महुआ लाहन जप्त किया गया। इसी तरह आरोपी वासुदेव यादव पिता नरेश यादव उम्र 32 वर्ष चौकी बया अंतर्गत ग्राम सैयहाभाठा से 25.00 बल्क लीटर हाथभठ्ठी महुआ शराब एवं 500 कि.ग्राम महुआ लाहन कुल 45.00 बल्क लीटर महुआ शराब व 1100 कि.ग्राम महुआ लाहन जब्त किया गया। आरोपी के विरूध्द छत्तीसगढ़ आबकारी अधिनियम 1915 की धारा 34(2)(1)(च) के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है। उक्त कार्रवाई में सहायक जिला आबकारी जलेश कुमार सिंह का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

विधायक बालेश्वर साहू के खिलाफ एफआईआर दर्ज, पड़ोसी ने लगाया मां, पत्नी और जीजा से मारपीट का आरोप…

जांजगीर-चाम्पा- जैजैपुर विधायक बालेश्वर साहू पर पड़ोसी चंद्रशेखर राठौर ने पत्नी, मां और जीजा से गाली-गलौच कर मारपीट करने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराया है. वहीं विधायक साहू ने भी चंद्रशेखर राठौर के खिलाफ मारपीट करने का काउंटर एफआईआर दर्ज कराया है.

चंद्रशेखर राठौर की शिकायत के अनुसार, जैजैपुर विधायक बालेश्वर साहू के घर के दो एसी के आउटडोर व चिमनी से धुंआ निकलने वाले स्थान को उसकी जमीन तरफ रखा है, जिसे हटाने को कहने के बाद भी नही हटाया था. इस पर 10 जून को बालेश्वर साहू के मकान पर काम करने वाले नौकर को हटाने कहा था.

इस बात की जानकारी मिलते ही जैजैपुर विधायक बालेश्वर साहू ने गली और फिर घर आकर घर वालों से अश्लील गाली-गलौच करते हुए जान से मारने की धमकी दी. वहीं जीजा हेमंत राठौर से मारपीट की, जिससे उनके गाल और पीठ पर चोट आई है. चंद्रशेखर ने अपनी शिकायत में कहा कि उसके माता-पिता, उसकी पत्नी और बच्चों को यदि भविष्य मे कुछ हुआ तो उसका जिम्मेदार बालेश्वर साहू होगा.

पड़ोसी की शिकायत पर विधायक के खिलाफ बीएनएस की धारा 329(4), 296, 351(2) और 115 (2) के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया है. वहीं विधायक बालेश्वर साहू की भी मारपीट की शिकायत पर पड़ोसी के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है.

दोनों पक्षों ने दर्ज कराई रिपोर्ट

मामले में एडिशनल एसपी उमेश कश्यप ने बताया कि दोनों पक्ष की ओर से जमीन विवाद को लेकर मारपीट के तहत मामला दर्ज कराया गया है. जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

रायपुर से उड़ान भरने वाली अहमदाबाद की फ्लाइट रद्द

रायपुर- अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भर रही एयर इंडिया की फ्लाइट नंबर AI171 आज एक भीषण दुर्घटना का शिकार हो गई। विमान ने दोपहर 1:17 बजे अहमदाबाद एयरपोर्ट के रनवे 23 से उड़ान भरी थी, लेकिन टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद यह पास के मेघाणी नगर क्षेत्र स्थित एक मेंटल हॉस्पिटल कैंपस के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

इस दुर्घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस दुर्घटना के बाद रायपुर एयरपोर्ट से अहमदाबाद के लिए उड़ान भरने वाली इंडिगो फ्लाइट को भी आगामी आदेश तक रद्द कर दिया गया है। रायपुर एयरपोर्ट डायरेक्टर ने बताया कि रायपुर से अहमदाबाद जाने वाली फ्लाइट को रद्द कर दिया गया है। रायपुर से इंडिगो का विमान अहमदाबाद के लिए उड़ान भरता था। जिसे आगामी आदेश तक रद्द किया गया है।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में ई-गवर्नेंस की ओर बड़ा कदम: अब कर्मचारियों की 'कुंडली' मोबाइल एप पर

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ शासन ई-गवर्नेंस के माध्यम से सुशासन को सशक्त और सहज बनाने की दिशा में लगातार कार्य कर रहा है। "डिजिटल प्रशासन - पारदर्शी समाधान" की नीति को आगे बढ़ाते हुए, प्रदेश सरकार ने अब कर्मचारियों की सेवा जानकारी को मोबाइल एप के माध्यम से अद्यतन करने की अभिनव पहल की है। यह प्रयास मुख्यमंत्री श्री साय की उस सोच को दर्शाता है जिसमें प्रत्येक कर्मचारी की सुविधा, सम्मान और अधिकार सुरक्षित हों — तेज़, सरल और भरोसेमंद प्रणाली के माध्यम से। इसी कड़ी में प्रदेश के लगभग 4 लाख सरकारी कर्मचारियों की सीआर के लिए अब फाइलें पलटने का झंझट समाप्त हो गया है।कर्मचारियों की प्रोफाइल अब एम्प्लाई कॉर्नर मोबाइल एप पर अद्यतन (अपडेट) की जाएगी। इससे सेवानिवृत्ति, पदोन्नति, वेतन विसंगति आदि के समय किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी।

नई व्यवस्था के अनुसार अब कर्मचारियों की प्रोफाइल को कार्मिक संपदा पोर्टल पर लोड और अपडेट करना अनिवार्य होगा। इसके लिए एम्प्लाई कॉर्नर मोबाइल एप और वेब पोर्टल विकसित किए गए हैं।संचालनालय कोष एवं लेखा की इस नई व्यवस्था को तत्काल प्रभाव से लागू किया गया है। कर्मचारियों की सेवा संबंधी "कुंडली" को अद्यतन रखने में यह व्यवस्था अत्यंत सहायक सिद्ध होगी। हालाँकि 2019 से कार्मिक संपदा मॉड्यूल का उपयोग किया जा रहा है, किंतु यह नवीन डिजिटल प्लेटफॉर्म कर्मचारियों को उनकी व्यक्तिगत एवं सेवा संबंधी जानकारी त्वरित व सुविधाजनक रूप से उपलब्ध कराएगा।

संचालक कोष एवं लेखा रितेश अग्रवाल ने कहा कि यह पाया गया है कि कार्मिक संपदा पोर्टल पर अधिकांश कर्मचारी अपनी जानकारी अपडेट नहीं करते हैं, जिसके कारण सेवानिवृत्ति के समय उन्हें अनेक प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कार्मिक संपदा मॉड्यूल में व्यक्तिगत जानकारी अपडेट करने की जिम्मेदारी कार्यालय प्रमुख की होती है, लेकिन इसमें समय लगने के कारण असुविधाएँ उत्पन्न होती हैं। इन समस्याओं के समाधान हेतु एम्प्लाई कॉर्नर मोबाइल एप विकसित किया गया है, जो कर्मचारियों को स्वयं लॉगिन कर अपनी जानकारी अपडेट करने की सुविधा देता है।

अब सेवा संबंधी जानकारी, नामिनी परिवर्तन, बैंक खाता परिवर्तन आदि के लिए कार्यालय प्रमुख पर निर्भरता नहीं रहेगी, जिससे अनावश्यक विलंब की स्थिति में भी कमी आएगी। स्थानांतरण, वेतन निर्धारण, पदोन्नति और अन्य प्रशासनिक कार्यों में पारदर्शिता और प्रगति सुनिश्चित होगी। साथ ही सेवा के दौरान और सेवानिवृत्ति उपरांत मिलने वाले लाभ जैसे पेंशन, जीपीएफ, उपादान, अवकाश नगदीकरण आदि प्रकरणों का शीघ्र निराकरण संभव होगा, क्योंकि संबंधित डेटा अद्यतन रहेगा।

कार्मिक संपदा एप से मिलेंगे ये प्रमुख लाभ

कर्मचारियों से प्राप्त सेवा संबंधी आवेदनों का निपटारा सक्षम अधिकारी समयबद्ध तरीके से कर सकेंगे। मॉड्यूल के अद्यतन होने से वेतन विसंगति से जुड़ी समस्याएँ कम होंगी। कर्मचारी एम्प्लाई कॉर्नर मोबाइल एप या वेब एप्लिकेशन पर लॉगइन कर जानकारी स्वयं अपडेट कर सकते हैं। प्रोफाइल अद्यतन की प्रक्रिया को सरल और सुगम बनाने के उद्देश्य से यह एप और पोर्टल तैयार किया गया है। इसके उपयोग के लिए एसओपी (Standard Operating Procedure) की जानकारी https://ekoshonline.cg.gov.in/Advertisement/sop_karmik_website_merged.pdf में दी गई है।

साथ ही, शासकीय कर्मचारियों के सेवानिवृत्ति उपरांत महालेखाकार कार्यालय में अंतिम जीपीएफ दावा को पूर्णतः ऑनलाइन माध्यम से प्रस्तुत करने की व्यवस्था भी तैयार की गई है। इससे दावे के निराकरण में लगने वाला समय काफी कम हो जाएगा।

इसके अतिरिक्त, ऑनलाइन जीपीएफ क्रेडिट मिसिंग मॉड्यूल भी विकसित किया गया है, जिससे कार्यालय प्रमुख और कर्मचारी सेवा काल के दौरान मिसिंग जीपीएफ एंट्री का ऑनलाइन सुधार कर सकेंगे।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का यह स्पष्ट दृष्टिकोण है कि राज्य शासन का प्रत्येक निर्णय आम जन और कर्मचारियों के हित में हो। यह डिजिटल पहल कर्मचारियों की सेवा सुरक्षा, प्रक्रिया में पारदर्शिता और त्वरित निपटान की दिशा में एक सशक्त कदम है, जो छत्तीसगढ़ को ई-गवर्नेंस की अग्रणी श्रेणी में स्थापित करता है।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय फाइट अगेंस्ट ग्लोबल वार्मिंग कैंपेन कार्यक्रम में हुए शामिल

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कृषक सभागार में आयोजित फाइट अगेंस्ट ग्लोबल वार्मिंग कैंपेन कार्यक्रम में शामिल हुए।

मुख्यमंत्री श्री साय ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षा, विकास का मूलमंत्र है और यह राष्ट्र के समग्र विकास की प्रारंभिक तथा अत्यंत महत्वपूर्ण कड़ी है। उन्होंने कहा कि निजी शिक्षण संस्थानों ने भी शिक्षा के विस्तार में अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है। श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को वर्ष 2047 तक विकसित भारत बनाने का जो लक्ष्य निर्धारित किया है, उसे प्राप्त करने में हम सभी की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है। राज्य सरकार ने इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए विकसित छत्तीसगढ़ का विज़न डॉक्यूमेंट तैयार किया है और इस दिशा में निरंतर प्रयासों को गति प्रदान की जा रही है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि 25 वर्ष का छत्तीसगढ़ आज अपनी रजत जयंती मना रहा है और इस यात्रा में राज्य ने चहुंमुखी विकास की दिशा में ऐतिहासिक उपलब्धियाँ हासिल की हैं। उन्होंने कहा कि आज छत्तीसगढ़ में आईआईटी, आईआईएम, एम्स जैसे प्रतिष्ठित केंद्रीय संस्थान कार्यरत हैं, जो राज्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज पूरी दुनिया जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग की गंभीर चुनौती से जूझ रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने वर्ष 2070 तक नेट ज़ीरो कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य तय किया है, जिसकी दिशा में देश ने तीव्र गति से कदम बढ़ाए हैं। छत्तीसगढ़ ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने की दिशा में अग्रसर है। राज्य की आकर्षक नई औद्योगिक नीति के तहत केवल ऊर्जा क्षेत्र में ही तीन लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्राप्त हुए हैं। मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि राज्य में वृक्षारोपण का विशेष अभियान चलाया जा रहा है और विगत वर्ष चार करोड़ पौधे रोपे गए थे। राज्य सरकार "एक पेड़ माँ के नाम" और "पीपल फॉर पीपुल" जैसे नवाचार कार्यक्रमों को निरंतर जारी रखेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें नौनिहालों में पर्यावरण चेतना का विकास करना चाहिए, जिससे वे स्वच्छ, सुंदर और सुरक्षित भविष्य की नींव रख सकें। उन्होंने इस अभियान में भाग ले रहे सभी शिक्षकों और आयोजकों की सराहना की और कहा कि सामाजिक भागीदारी से ही हम शुद्ध हवा, निर्मल जल और स्वस्थ वातावरण सुनिश्चित कर सकते हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने संघ द्वारा आने वाले वर्षों में 11 लाख पीपल के वृक्षारोपण के संकल्प की सराहना की।

कार्यक्रम में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल, अशासकीय विद्यालय संचालक संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुबोध राठी, सचिव मनोज पाण्डेय तथा अन्य प्रतिनिधिगण उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि यह कार्यक्रम छत्तीसगढ़ राज्य अशासकीय विद्यालय संचालक संघ एवं छत्तीसगढ़ राज्य गौ संरक्षण एवं संवर्धन समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया था।

तोमर बंधुओं के करीबियों के घर छापा, रातभर पुलिस ने ली तलाशी, करोड़ों के जेवर-कैश और 150 से ज्यादा रजिस्ट्री के दस्तावेज जब्त

रायपुर- हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र तोमर और रोहित तोमर का अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है. पुलिस लगातार खोजबीन कर रही. उनके करीबियों के यहां छापे के दौरान पुलिस ने 40 करोड़ से ज्यादा की रजिस्ट्री के दस्तावेज और साढ़े तीन करोड़ का सोना जब्त किया है. इसके अलावा 10 लाख की चांदी, बैंक पासबुक, कुछ चेक और एटीएम भी मिले हैं.

पुलिस ने तोमर बंधुओं के करीबी कारोबारी रविंदर सिंह और ऋषभ सिंह के ठिकानों में मंगलवार की रात करीब 8 बजे छापेमारी की थी. बुधवार की सुबह 7 बजे जांच पूरी हुई. इस कार्रवाई के दौरान रविंदर सिंह के घर से 150 से ज्यादा रजिस्ट्री के दस्तावेज व सोना-चांदी के साथ 8 लाख कैश भी मिला, जिसे जब्त कर आयकर विभाग को सूचना दी गई. पुलिस को शक है कि सोना और रजिस्ट्री के दस्तावेज उन लोगों के हैं जिन्होंने तोमर ब्रदर्स से पैसा सूद पर लिया था. बाद में ब्लैकमेलिंग कर दोनों भाइयों ने रजिस्ट्री के दस्तावेज तक जब्त कर लिए. सोना-चांदी भी कर्जदारों का ही होने का शक है.

पुलिस के मुताबिक, भाठागांव वालफोर्ट सिटी निवासी रविंदर सिंह और हनुमान वाटिका निवासी ऋषभ सिंह तोमर बंधुओं के बेहद करीबी हैं और कई मामलों में उनका लेन-देन भी करते हैं. पुलिस ने कोर्ट से सर्च वारंट लेकर दोनों के घरों की तलाशी ली थी. कारोबारी रविंदर सिंह के घर पर प्रॉपर्टी के 150 से ज्यादा दस्तावेज मिले हैं. राजस्व विभाग से इन प्रॉपर्टी की जानकारी निकाली जा रही है.

पूछताछ में कारोबारी रविंदर ने पुलिस काे बताया कि उनका खुद का पेट्रोल पंप है और उरला इलाके में फैक्ट्री है. कारोबारी से जो आय हुआ है उससे संपत्ति खरीदी है. उनका तोमर ब्रदर्स के कारोबार से कोई संबंध नहीं है. दूसरी ओर कारोबारी ऋषभ से पुलिस को ज्यादा कुछ नहीं मिला है. माना जा रहा है कि उसे छापे के बारे में पहले से अंदेशा होने की इस वजह से उसने जेवर, कैश और दस्तावेजों को ठिकाना लगा दिया था.

तोमर बंधुओं के घर से मिले थे 70 से ज्यादा ब्लैंक चेक, रजिस्ट्री के दस्तावेज

3 जून को पुलिस ने तोमर ब्रदर्स के भाठागांव के घर पर छापेमारी की थी. 12 घंटे की जांच के बाद पुलिस ने 35.10 लाख कैश, 734 ग्राम गोल्ड ज्वेलरी, 125 ग्राम चांदी के जेवर, बीएमडब्ल्यू, थार और ब्रेजा जब्त किया था. इसके अलावा 120 से ज्यादा इकरारनामे के दस्तावेज, 70 से ज्यादा ब्लैंक चेक और 17 रजिस्ट्री के दस्तावेज मिले थे. उन दस्तावेजों की भी जांच की जा रही है. इस बीच अब 150 से ज्यादा रजिस्ट्री के दस्तावेज जब्त किए गए हैं.

उत्तरप्रदेश में छिपे होने का शक


फरार तोमर बंधुओं के यूपी में छिपे होने का

शक है. पुलिस लगातार उनकी तलाश कर रही है. उनसे जुड़े लोगों को नोटिस देकर बुलाया जा रहा है और पूछताछ की जा रही है. पुलिस के पास अब तक 12 से ज्यादा शिकायतें आ चुकी है. इसमें सूदखोरी के अलावा गाड़ियों के लेन-देन के मामले ज्यादा हैं.


तोमर बंधुओं की तलाश जारी है : रायपुर एसएसपी

इस मामले में रायपुर एसएसपी डॉ. लाल उमेद सिंह ने कहा, तोमर बंधुओं की लगातार तलाश जारी है. उनसे जुड़े लोगों के घर तलाशी में जेवर, कैश और दस्तावेज मिले हैं. उचित दस्तावेज पेश करने पर जेवर, कैश और जमीन के दस्तावेजों को लौटा दिया जाएगा.

वन विभाग की टीम पर हमला, कई कर्मचारी घायल, तीन घंटे से वन्यकर्मी बने रहे बंधक

गरियाबंद- छत्तीसगढ़ के गरियाबंद ज़िले में गुरुवार सुबह एक सनसनीखेज घटना सामने आई, जब अतिक्रमण हटाने पहुंचे वन विभाग के कर्मचारियों पर अतिक्रमणकारियों ने जानलेवा हमला कर दिया। इस हमले में पांच वनकर्मियों को करीब तीन घंटे तक बंधक बनाकर रखा गया।

घटना गरियाबंद वनमंडल के सोहागपुर बिट की है, जहां सुबह 4 बजे डिप्टी रेंजर अशोक सिन्हा अपनी टीम के साथ जेसीबी लेकर अतिक्रमण हटाने पहुंचे थे। तभी अतिक्रमणकारियों ने लाठी और कुल्हाड़ी से हमला कर दिया।

इस हमले में पांच कर्मचारी घायल हुए और सभी को जबरन बंधक बना लिया गया। सूचना मिलते ही गरियाबंद थाना प्रभारी ओपी यादव पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और घेराबंदी कर सभी वनकर्मियों को सुरक्षित छुड़ाया।

मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक ही परिवार के छह लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें चार पुरुष और दो महिलाएं शामिल हैं। एडिशनल एसपी जितेंद्र चंद्राकर ने गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा कि घटना बेहद गंभीर है और आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

बी.एड. परीक्षा देने जा रहे छात्रों की कार हादसे का शिकार, एक की मौत, तीन घायल

सुकमा- सुकमा ज़िले से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। नेशनल हाईवे-30 पर दरभगुड़ा के पास आज एक तेज़ रफ़्तार कार अनियंत्रित होकर हादसे का शिकार हो गई। यह कार दंतेवाड़ा से कोंटा की ओर जा रही थी, जिसमें चार परीक्षार्थी सवार थे, जो बी.एड. की परीक्षा देने जा रहे थे।

इस दर्दनाक हादसे में 26 वर्षीय त्रिवेणी बघेल की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अन्य तीन लोग — दो परीक्षार्थी और गाड़ी चालक गंभीर रूप से घायल हो गए। दुर्घटना के बाद स्थानीय लोगों ने तुरंत घायलों को कोंटा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुँचाया, जहाँ उनका इलाज जारी है।

बताया जा रहा है कि गाड़ी की रफ़्तार काफी तेज थी और अचानक संतुलन बिगड़ने से वह सड़क किनारे दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुँची और मामले की जांच शुरू कर दी है।यह हादसा न केवल एक परीक्षा की तैयारी में लगे युवाओं की ज़िंदगियों को प्रभावित कर गया, बल्कि सड़क सुरक्षा की अनदेखी के खतरनाक नतीजों को भी उजागर करता है।

रेत माफियाओं का आतंक: अवैध रेत खनन का विरोध करने पर युवक को मारी गोली, आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस टीम को घेरा

राजनांदगांव- रेत माफियाओं के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि अब वे विरोध करने वालों पर खुलेआम जानलेवा हमला करने से भी नहीं डर रहे। ताजा मामला राजनांदगांव के मोहड़ गांव (वार्ड क्रमांक 49) का है, जहां अवैध रेत उत्खनन का विरोध करने पर माफियाओं ने एक युवक पर गोली चला दी और दो अन्य ग्रामीणों के साथ मारपीट की। गोली युवक रोशन मंडावी के गले को छूते हुए निकल गई, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तत्काल मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। साथ ही अन्य दो घायलों का भी इलाज जारी है।

घटना के बाद गांव में तनाव की स्थिति बन गई है। आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस की गाड़ियों को रोककर जमकर नारेबाजी की और रेत चोरी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। वहीं मौके पर पुलिस बल को तैनात किया गया है और स्थिति को नियंत्रण में करने का प्रयास जारी है।

स्थानीय लोगों के अनुसार, मोहड़ के पास स्थित शिवनाथ नदी में लंबे समय से अवैध रूप से रेत का खनन हो रहा था। ग्रामीणों ने कई बार इसकी शिकायत की, लेकिन कोई अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। वहीं बुधवार रात कुछ माफिया जब रेत चोरी कर रहे थे, तब गांव के लोगों ने उन्हें रोकने की कोशिश की। इसी दौरान माफियाओं ने गोलियां चला दी।

एडिशनल एसपी राहुलदेव शर्मा ने बताया कि मोहड़ में रेत निकालने को लेकर विवाद की स्थिति है। गांव में अभी तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। पुलिस बल मौके पर है और अभी स्थिति को नियंत्रण में करने का प्रयास किया जा रहा है। गोली चलने का कोई कन्फर्मेशन नहीं आया है। लेकिन गांव के लोग कह रहे हैं, अभी तक यह चीज स्पष्ट नहीं है। सारी चीजों की जानकारियां ली जा रही है। गांव वालों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है।