*पुलिस ने आठ लाख रुपये की 12 सौ पेटी नकली कोल्ड्रिंक पकड़ी
कन्नौज। जिले में कुछ दिन पहले नकली कोल्ड्रिंक उतारे जाने की सूचना पर माउंटेन डियू कंपनी की टीम ने स्थानीय पुलिस के साथ छापेमारी की और जिले के कस्वा समधन में एक कोल्ड्रिंक भरे ट्रक से तारी जा रही करीब आठ लाख रुपये की 12 सौ पेटी नकली कोल्ड्रिंक पकड़ ली थी, जो माउंटेन डियू के नाम से थी। पुलिस टीम ने पकड़े गए माल की जांच की और चालक से कागजात मांगे। कागजात व कोल्ड्रिंक फर्जी लगने पर पुलिस टीम माल को समधन चौकी ले आई।
जहां चौकी प्रभारी ने जांच पड़ताल की। सूचना पर पहुंचे खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने कोल्ड्रिंक का नमूना लेकर जांच के लिए भेजा दिया था, जिसमे खाद्य विभाग की जांच की रिपोर्ट एक सप्ताह में आने पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
आपको बताते चलें कि फिरोजाबाद के शिकोहाबाद आवास विकास निवासी माउंटेन ड्यू कोल्ड्रिंक के सेल्स मैनेजर हरिओम वर्मा ने बताया कि वह रविवार को मार्केट में दुकानदारों से मुलाकात कर रहे थे। इसी दौरान उन्हे कस्बा समधन में नकली माउंटेन ड्यू उतरने की सूचना प्राप्त हुई। मौके पर पुलिस टीम के साथ पहुँच उन्होने दुकानदार नावेद व ट्रक चालक दिलशाद से पूछताछ कर कागजात मांगे गए।
कागजात में जीएसटी का मिलान न होने पर टीम ने जीएसटी अधिकारियों व खाद्य सुरक्षा विभाग को सूचना दी। इसके बाद पकड़े गए करीब 12 सौ पेटी कोल्ड्रिंक को पुलिस चौकी समधन ले आई। जहां काफी देर तक दुकानदार व चालक से पूछताछ की गई। इसके बाद सेल्स मैनेजर ने कंपनी को फोन कर पकड़े गए माल से कंपनी के बार कोड से मिलाने को कहा । मिलान न होने पर पकड़ा गया माल नकली साबित हुआ। इसके बाद सेल्स मैनेजर ने कोतवाली पुलिस व कंपनी के अधिकारियों को कार्रवाई के लिए सूचना दी। सूचना पर पहुंचे खाद्य सुरक्षा अधिकारी अरविंद शाहू ने पकड़ी गई कोल्ड्रिंक का नमूना लेकर जांच के लिए भेज दिया।
सहायक खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने दी यह जानकारी
कन्नौज सहायक खाद्य सुरक्षा अधिकारी उमेश प्रताप ने पूरे मामले की जानकारी देते हुए बताया कि इसके नमूने भरे गए थे, नमूने जांच के लिए हमारी जो निर्धारित प्रयोगशाला है वहां भेजा गया है। नमूने की शीघ्र से शीघ्र रिपोर्ट प्राप्त करने का प्रयास किया जा चुका है। परसों हमने पुनः प्रयास किया था और प्रभारी से इसकी बात हो चुकी है, उन्होंने कहा अतिशीघ्र इसकी जांच करा करके आपको रिपोर्ट भिजवा दूंगा, जैसे ही रिपोर्ट प्राप्त होती है सम्बन्धित को रिपोर्ट भेजकर और विभागीय कार्यवाही जो करनी है उसको भी सुनिश्चित कर लेंगे।
पुलिस की जांच हुई पूरी खाद्य विभाग की रिपोर्ट आना है बाकी
इस मामले में पुलिस की जांच में नकली कोल्ड ड्रिंक का होना पाया गया है, जिसकी रिपोर्ट भी आ चुकी है परन्तु अभी खाद्य एवं रसद विभाग ने जो जांच प्रयोगशाला के लिए भेजी थी, उसकी जांच रिपोर्ट अभी आना बाकी है। जिसके सम्बन्ध में जानकारी देते हुए सहायक खाद्य सुरक्षा अधिकारी उमेश प्रताप ने बताया कि जो एफएसएल रिपोर्ट में नकली होना बताया गया है, वह रिपोर्ट हमारे पास नही है, उस रिपोर्ट का ओपिनियन हम नही बता पाएंगे, न ही हम उसके बारे में कुछ कह सकते है, परन्तु हमारे जो लैब से रिपोर्ट आएगी, उसकी जांच हो करके आती है, इसमें केमिकल एनालिसिस भी हो करके आते है और लेबल के बारे में भी आता है, रिपोर्ट में जैसो ओपेनियन आएगा, उस रिपोर्ट के आधार पर हमारे यहां नियमानुसार अग्रिम कार्यवाही की जाएगी और रिपोर्ट की काॅपी हम सम्बन्धित थाने को भेज देंगे जिससे कि वह अधिनियम के तहत कार्यवाही कर सके।
प्रथम दृष्टया संदिग्ध पाया गया था कोल्ड ड्रिंक से भरा ट्रक
एक ट्रक में कोल्ड ड्रिंक से भरी हुई पेटियां को जब कम्पनी की टीम ने पकड़ा तो उस ट्रक को संदिग्ध पाया गया और उसको पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया। प्रथम दृष्टया पकड़ी गई कोल्डड्रिंग को खाद्य विभाग के अधिकारी भी संदिग्ध मान रहे है। सहायक खाद्य सुरक्षा अधिकारी उमेश प्रताप का कहना है कि हाॅं प्रथमदृष्टया संदिग्ध थी, कंपनी के लोगों ने उसको पकड़ा भी था, उनको कुछ साक्ष्य मिले थे इसी आधार पर उस पर हमारे विभाग द्वारा भी कार्यवाही की जा रही है, परन्तु फाइनल रिपोर्ट आने के बाद ही हम कुछ कह सकते है उसके बारे में कि किस तरह की उसमें मिलावट थी और किसी तरह का उस लेबल में डिस्क्रिप्शन था जो कंपनी के द्वारा क्लेम किया गया है उसमें मिलावटी हो सकता है।
नकली कोल्ड ड्रिंक से क्या साइड इफेक्ट हो सकता है।
पकड़ी गई कोल्डड्रिंक अगर नकली निकलती है तो उसका क्या साइडइफेक्ट होगा इस सवाल को लेकर सहायक खाद्य सुरक्षा अधिकारी उमेश प्रताप का कहना है कि नकली के साथ-साथ यह भी देखना पड़ेगा कि यदि नकली है जो कंपनी के लेबल से मैच नही करती है परन्तु उसकी गुणवत्ता सही है तो पब्लिक के स्वास्थ्य पर तो असर नही पड़ेगा परन्तु आर्थिक दृष्टि से और कंपनी के आर्थिक नुकसान का यह कारण हो सकता है और केमिकल में या कंपोजिशन में कोई कमी पाई जाती है तो मानव स्वास्थ्य पर भी इसका बहुत असर पड़ सकता है। यह जांच रिपोर्ट आ जाने पर ही इस पर स्पष्ट बता पाएंगे।
एक सप्ताह तक आ जाएगी फूड विभाग की जांच रिपोर्ट
पूरे मामले में अग्रिम कार्यवाही के लिए खाद्य एवं रसद विभाग की जांच रिपोर्ट का आना आवश्यक है जिसके लिए अधिकारी एक सप्ताह तक का समय बता रहे है। जिसको लेकर सहायक खाद्य सुरक्षा अधिकारी उमेश प्रताप ने बताया कि प्रयास हमारा है कि अतिशीघ्र रिपोर्ट प्राप्त हो जाए। अधिक से अधिक एक सप्ताह तक लगने की और संभावना है। जैसा कि हमारा बात हुआ है प्रभारी अधिकारी लैब से।
Apr 20 2025, 16:47