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Ghibli ट्रेंड ने इंटरनेट पर मचाई धूम, OpenAI के CEO ने जानिए क्या दी अहम जानकारी?

डेस्क:–इन दिनों सोशल मीडिया पर एक नया ट्रेंड देखने को मिल रहा है और वह है "Ghibli" इमेज का। सेलिब्रिटी, क्रिकेटर और राजनेता जैसे कई बड़े नामों की Ghibli स्टाइल इमेज इन दिनों वायरल हो रही हैं। ये इमेज सोशल मीडिया के लगभग सभी प्लेटफॉर्म्स पर छाई हुई हैं और लोग इनका जमकर इस्तेमाल कर रहे हैं।

हालांकि इस बढ़ते ट्रेंड के कारण OpenAI की सर्वर पर दबाव बढ़ गया है जिससे कंपनी को कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इसके चलते OpenAI के CEO Sam Altman ने खुद आगे आकर एक महत्वपूर्ण अपडेट साझा किया। उन्होंने बताया कि Ghibli इमेज की पॉपुलैरिटी की वजह से कंपनी को सर्वर पर भारी दबाव का सामना करना पड़ रहा है और इससे कुछ उत्पादों की लॉन्चिंग में देरी हो सकती है।

Sam Altman ने अपने X (पूर्व Twitter) अकाउंट पर एक पोस्ट के जरिए बताया कि Ghibli इमेज की बढ़ती मांग और पॉपुलैरिटी के कारण सर्वर पर काफी दबाव बन गया है। इसके चलते OpenAI को कुछ नई सुविधाओं और प्रोडक्ट्स को लॉन्च करने में देरी हो सकती है। साथ ही उन्हें अपनी सेवा में कुछ स्लोनेस का भी सामना करना पड़ सकता है। Altman ने यह भी बताया कि कुछ मामलों में Ghibli इमेज तैयार करने में वक्त भी लग रहा है और कभी-कभी 1 मिनट तक का समय भी लिया जा रहा है।

OpenAI के CEO Sam Altman ने स्पष्ट किया कि इस दबाव को मैनेज किया जा रहा है और सब कुछ नियंत्रण में है। हालांकि Ghibli की बढ़ती मांग के कारण कुछ नई रिलीज़ में देरी हो सकती है और यूज़र्स को स्लो सर्विस का सामना करना पड़ सकता है।

*Ghibli क्या है?*

Ghibli एक खास प्रकार की आर्ट स्टाइल है जिसमें पेंटिंग जैसी सॉफ्ट कलर टोन, बेहतरीन डिटेलिंग और मैजिकल थीम का इस्तेमाल होता है। यह इमेजेज देखने में बहुत सुंदर और आकर्षक लगती हैं। OpenAI के नए टूल्स की मदद से अब इस खास आर्ट स्टाइल को आसानी से रीक्रिएट किया जा सकता है।

*Ghibli का जापान से कनेक्शन*

Ghibli स्टाइल की शुरुआत जापान की एक मशहूर एनीमेशन कंपनी से हुई थी जिसे "Studio Ghibli" कहा जाता है। इस स्टूडियो की स्थापना प्रसिद्ध फिल्म निर्माता हयाओ मियाजाकी ने की थी। Studio Ghibli को अपनी शानदार फिल्मों जैसे Spirited Away, My Neighbor Totoro और Kiki's Delivery Service के लिए जाना जाता है। इन फिल्मों का हर दृश्य Ghibli स्टाइल में होता है जो दर्शकों को एक जादुई और कल्पनाशील दुनिया में ले जाता है।

वहीं इस प्रकार Ghibli ट्रेंड अब इंटरनेट पर एक नई हलचल मचा रहा है और OpenAI की सर्वर पर दबाव भी बढ़ा है। हालांकि Sam Altman ने आश्वासन दिया कि कंपनी इस समस्या पर काम कर रही है और जल्द ही इस पर काबू पा लिया जाएगा।
Ghibli इमेज बनाने का शौक पड़ सकता है महंगा, एक छोटी सी गलती से हो सकता है आपका बैंक बैलेंस खाली


डेस्क:·डिजिटल दुनिया में 'स्टूडियो जीभली' की आकर्षक और खूबसूरत इमेजेज का ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है खासकर उनकी फिल्मों में देखने को मिलने वाली कला की शैली। हालांकि क्या आप जानते हैं कि इन इमेजेज का इस्तेमाल करना आपके लिए महंगा पड़ सकता है? एक छोटी सी गलती जैसे बिना अनुमति के इन इमेजेज को डाउनलोड करना या शेयर करना आपको कानूनी पचड़े में डाल सकता है और आपका बैंक बैलेंस भी खतरे में आ सकता है। आइए जानते हैं कैसे यह छोटा सा कदम आपको बड़े नुकसान का शिकार बना सकता है।

*Ghibli स्टाइल क्या है?*

Ghibli स्टाइल उन अनोखी और खूबसूरत आर्टवर्क को कहा जाता है जो जापानी एनिमेशन स्टूडियो, स्टूडियो Ghibli की फिल्मों में देखने को मिलती हैं। यह शैली अपने सौंदर्य, भावनाओं और गहरी कहानी के लिए प्रसिद्ध है। समझें तो यह ऐसी इमेजेज होती हैं जो सपनों की दुनिया जैसी लगती हैं जहां प्रकृति, सादगी और भावनाओं की अनूठी झलक होती है।

*साइबर ठगों का नया तरीका*

हाल ही में एक नया डिजिटल ट्रेंड उभरा है जिसमें लोग अपनी साधारण तस्वीरों को Ghibli स्टाइल में बदलते हैं। हालांकि इस ट्रेंड का फायदा साइबर ठग भी उठा रहे हैं। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि इस ट्रेंड के दौरान आपको सावधान रहने की आवश्यकता है। लोग अपनी तस्वीरों को Ghibli स्टाइल में बदलने के दौरान अनजाने में अपनी चेहरा पहचान जानकारी विभिन्न वेबसाइट्स पर साझा कर रहे हैं। यदि यह जानकारी साइबर ठगों के हाथ लगती है तो यह आपके लिए गंभीर खतरे का कारण बन सकती है।

कई साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने Ghibli स्टाइल में इमेज बनाने के दौरान लोगों के चेहरे की जानकारी शेयर करने को लेकर चिंता जताई है। जब आप अपनी तस्वीर को Ghibli स्टाइल में बदलते हैं तो अनजाने में आप अपनी पर्सनल जानकारी जैसे कि चेहरे की डिटेल्स और पहचान कुछ असुरक्षित वेबसाइट्स के पास भेज सकते हैं। यदि यह जानकारी साइबर ठगों के हाथ लग जाती है तो वे इसे आपकी ऑनलाइन पहचान चुराने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।

*कैसे बचें इन खतरों से?*

*➤ फर्जी वेबसाइट्स से रहें दूर*

यदि आप Ghibli स्टाइल में इमेज बनाने के लिए किसी अन्य वेबसाइट या टूल का इस्तेमाल कर रहे हैं तो सतर्क रहें। कई बार लोग यह समझ नहीं पाते कि इस प्रक्रिया में उनका चेहरा और निजी जानकारी साइबर ठगों के पास पहुंच सकता है। खासकर अगर आप ऐसी वेबसाइट्स का इस्तेमाल करते हैं जो आधिकारिक नहीं हैं तो यह आपके लिए खतरनाक हो सकता है।

*➤ चेहरे की जानकारी की चोरी का खतरा*

कई ऐप्स और डिवाइस फेशियल रिकग्निशन के जरिए अनलॉक होते हैं। अगर साइबर ठग आपकी चेहरे की जानकारी चुराते हैं तो वे आपके फोन या डिवाइस को अनलॉक कर सकते हैं और आपके पैसे भी चुराने में सक्षम हो सकते हैं। वे आपके सोशल मीडिया अकाउंट्स पर भी पहुंच बना सकते हैं और आपकी निजी जानकारी का गलत उपयोग कर सकते हैं।

*➤ आधिकारिक वेबसाइट का इस्तेमाल करें*

Ghibli स्टाइल की इमेज बनाने के लिए हमेशा आधिकारिक या विश्वसनीय वेबसाइट्स का ही इस्तेमाल करें। साइबर ठग अक्सर फर्जी वेबसाइट्स बनाकर लोगों को ठगने की कोशिश करते हैं जिनका नाम कुछ हद तक असली वेबसाइट से मिलता-जुलता होता है।

वहीं कहा जा सकता है कि Ghibli स्टाइल में इमेज बनाने का ट्रेंड भले ही आकर्षक हो लेकिन इसके साथ जुड़ी साइबर सुरक्षा की चिंताओं को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। हमेशा आधिकारिक और सुरक्षित वेबसाइट्स का ही उपयोग करें और अपनी व्यक्तिगत जानकारी को सुरक्षित रखें। अगर आप इन सावधानियों का पालन करते हैं तो आप साइबर ठगी से बच सकते हैं और ऑनलाइन सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं।
विपक्ष के विरोध के बावजूद वक्फ संशोधन बिल राज्यसभा में पारित...

डेस्क:–वक्फ संशोधन बिल 2025 गुरुवार देर रात राज्यसभा में भी पारित हो गया हैं। सत्ता पक्ष और विपक्षी दलों के बीच चली लंबी चर्चा के बाद यह बिल आखिरकार पास हो गया है। बिल के समर्थन में 128 सांसदों ने वोट दिया और विरोध में 95 वोट पड़े। इससे पहले बुधवार देर रात को वक्फ संशोधन बिल लोकसभा में पारित हुआ था। लोकसभा में बिल के पक्ष में 288 वोट पड़े थे और विरोध में 232 वोट मिले थे। राज्यसभा में बिल पर गुरुवार दोपहर 1 बजे से चर्चा जारी थी। जो करीब 13 घंटे चली। अब इसे राष्‍ट्रपति की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। उनका अनुमोदन मिलते ही यह बिल कानून की शक्ल ले लेगा।

गुरुवार को केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू गुरुवार को राज्यसभा में वक्फ संशोधन विधेयक को पेश किया था। इसके बाद इस बिल पर पूरे दिन चर्चा हुई। गुरुवार को देर रात राज्यसभा में वक्फ बिल पर वोटिंग हुई। इस बिल के पक्ष में 128 वोट और विपक्ष में 95 वोट डाले गए। इसके साथ ही बिल बहुमत से पास हो गया।

वक्फ संशोधन विधेयक राज्यसभा में पारित होने पर AAP सांसद संजय सिंह ने कहा, "आज बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर के संविधान और लोकतंत्र की हत्या की गई है। संख्याबल के बल पर असंवैधानिक विधेयक पास किया गया है। AAP ने इसका विरोध किया।

अवैध संबंध के चलते पति ने पत्नी के प्रेमी को उतारा मौत के घाट


डेस्क:–उत्तर प्रदेश के मेरठ में बीते दिनों हुए सौरभ हत्याकांड काफी सुर्खियों में है। सौरभ जैसे अंजाम के डर से अमरोहा में एक पति ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर उसके प्रेमी की हत्या कर दी।अमरोहा के पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद ने बताया कि 30 मार्च को थाना हसनपुर में एक शव बरामद हुआ था। मृतक की पहचान कौशिन्द्र के रूप में हुई थी। परिवार के लोगों की तहरीर पर मुकदमा पंजीकृत हुआ। थाना हसनपुर की टीम और एसओजी टीम ने 48 घंटे में घटना का खुलासा किया है। मामले में वीरपाल और जमुना देवी को गिरफ्तार किया गया है। दोनों पति-पत्नी हैं। वीरपाल के साले राजीव ने पूछताछ में बताया कि कौशिन्द्र का जमुना से अवैध संबंध था। इसकी जानकारी जब वीरपाल को हुई, तो उसने पत्नी को उससे मिलने से मना किया। उधर, कौशिन्द्र जमुना देवी को बार-बार परेशान करता था और संबंध बनाने के लिए विवश करता था।

पति-पत्नी ने मिलकर योजना बनाई और 30 मार्च को फोन करके कौशिन्द्र को अपने घर बुलाया और गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। तीन-चार घंटे शव को अपने घर में रखा। जब अंधेरा हो गया, तो अपने साले राजीव को बुलाकर उसके शव को बाइक पर बैठाकर रोड किनारे फेंका गया।

पुलिस के हाथ सीसीटीवी मिला है, जिसमें मृतक को बाइक पर बैठाते हुए देखा जा सकता है। महिला भी उसे बैठाने में मदद कर रही है। सभी साक्ष्यों के आधार पर अभियुक्तों को गिरफ्तार करके जेल भेजा जा रहा है। पूछताछ के क्रम में पता चला कि कौशिन्द्र बार-बार उससे मिलने को कहता था। मना करने पर इन लोगों ने इस घटना को अंजाम दे दिया। कौशिन्द्र का पिछले दो साल से जमुना देवी के साथ संबंध था।

पुलिस के हाथ सीसीटीवी मिला है, जिसमें मृतक को बाइक पर बैठाते हुए देखा जा सकता है। महिला भी उसे बैठाने में मदद कर रही है। सभी साक्ष्यों के आधार पर अभियुक्तों को गिरफ्तार करके जेल भेजा जा रहा है। पूछताछ के क्रम में पता चला कि कौशिन्द्र बार-बार उससे मिलने को कहता था। मना करने पर इन लोगों ने इस घटना को अंजाम दे दिया।
जेल में रामायण पढ़कर समय बिता रही कातिल मुस्कान

डेस्क:–सौरभ को बेरहमी से मारने वाली मुस्कान रस्तोगी और साहिल शुक्ला अब जेल में अपने गुनाहों की सजा काट रहे हैं। मुस्कान और साहिल की बुधवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पेशी भी हुई। दो मिनट की पेशी के बाद अब उनकी अगली पेशी 15 अप्रैल को होगी। बुधवार को करीब 11 बजे साहिल और मुस्कान को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग रूम में लाया गया। दोनों को ऑनलाइन जज के सामने पेश किया गया। डॉ. वीरेश राज शर्मा ने बताया कि न्यायिक हिरासत 14 दिन और बढ़ा दी गई है। अब 15 अप्रैल को फिर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई होगी।

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए ले जाते समय साहिल मुस्कान ने एक दूसरे को देखा।  जेल में एक दूसरे को काफी दिनों बाद देखकर मुस्कान और साहिल के आंखों में आंसू छलक पड़े। दोनों कातिल प्रेमी एक दूसरे से मिलने के लिए तड़प रहे थे। हालांकि जेल प्रशासन ने इन्हें बातचीत नहीं करने दी। पेशी के बाद मुस्कान और साहिल को लेकर जेल वार्डन वापस उनके बैरक में ले जाने लगे। मुस्कान ने जेल प्रशासन से अपील भी की थी कि उसे साहिल के साथ एक ही बैरक में रखा जाए, लेकिन जेल मैनुअल के हिसाब से ऐसा नहीं किया जा सकता।

आपको जानकर हैरानी होगी कि अपने पति की जान लेने वाली क्रूर मुस्कान और उसका प्रेमा साहिल अब रामायण पढ रहे हैं। मुस्कान जेल में सुंदरकांड पढ़ रही है। वह सिलाई भी सीख रही है। साहिल भी रामायण पढ़ रहा है। इसके अलावा साहिल को जेल में खेती करने के लिए 50 रुपए प्रतिदिन मिल रहे हैं। वहीं मुस्कान को प्रशिक्षण मिल रहा है , इसलिए उसे एक भी रुपए नहीं दिए जा रहे।

वरिष्ठ जेल अधीक्षक डॉ. वीरेश राज शर्मा ने बताया कि साहिल और मुस्कान का इलाज चल रहा है। नशा मुक्ति केंद्र के डॉक्टरों की ओर से यह इलाज 15 दिन और चलेगा। कैदियों को नशे से छुटकारा पाने में काफी समय लगता है। आपको बता दें मुस्कान से मिलने अब तक परिवार का कोई सदस्य नहीं आया है।
गाजियाबाद में 18 मई तक धारा-163लागू, धरना-प्रदर्शन पर रोक...

डेस्क:–गाजियाबाद में आगामी त्योहारों, परीक्षाओं और विभिन्न राजनीतिक-सामाजिक आयोजनों के मद्देनजर कमिश्नरेट में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध एवं मुख्यालय) ने धारा-163, बीएनएसएस के तहत निषेधाज्ञा लागू करने का आदेश जारी किया है। यह आदेश तत्काल प्रभाव से 18 मई की मध्यरात्रि तक प्रभावी रहेगा।

गाजियाबाद प्रशासन ने जानकारी दी है कि 6 अप्रैल को रामनवमी, 10 अप्रैल को महावीर जयंती, 14 अप्रैल को डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती, 17 अप्रैल को चंद्रशेखर जयंती, 18 अप्रैल को गुड फ्राइडे, 29 अप्रैल को परशुराम जयंती, 9 मई को महाराणा प्रताप जयंती, 12 मई को बुद्ध पूर्णिमा आदि त्योहार, पर्वों एवं अन्य धार्मिक, सांस्कृतिक समारोह और कार्यक्रम के साथ-साथ विभिन्न राजनीतिक पार्टियों, अन्य संगठनों द्वारा समय-समय पर किए जाने वाले विरोध प्रदर्शनों, विभिन्न संस्थाओं द्वारा आयोजित विभिन्न बोर्ड और प्रतियोगी परीक्षाओं के दृष्टिगत रखते हुए कमिश्नरेट गाजियाबाद में कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखना बेहद जरूरी है।

इसी कारण धारा-163 लागू की जा रही है। धारा-163 लागू होने के बाद जिन गतिविधियों पर प्रतिबंध रहेगा, उनमें बिना अनुमति के धरना-प्रदर्शन व जुलूस पर रोक, सार्वजनिक स्थानों पर पांच से अधिक लोग बिना अनुमति के एकत्र नहीं हो सकेंगे। डीजे और ध्वनि विस्तारक यंत्रों पर सख्ती रहेगी। इसका परीक्षा अवधि और उच्च न्यायालय के दिशानिर्देशों के तहत पालन अनिवार्य होगा। किसी समुदाय, जाति या धर्म के खिलाफ भड़काऊ नारेबाजी, पोस्टर और पर्चों के वितरण पर सख्त पाबंदी रहेगी। ऐसे व्यक्तियों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा, जिनसे किसी क्षेत्र में तनाव उत्पन्न होने की आशंका हो। चाकू, तलवार, भाला, छुरा आदि लेकर चलने पर रोक होगी। यह प्रतिबंध पुलिसकर्मियों और बुजुर्गों पर लागू नहीं होगा।

वहीं, कोई भी पेट्रोल पंप मालिक वाहन के अलावा किसी अन्य बर्तन में पेट्रोल या डीजल नहीं बेचेगा। होटल और धर्मशाला मालिकों को पहचान पत्र के बिना किसी को ठहराने की अनुमति नहीं होगी। सोशल मीडिया पर सामाजिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले संदेशों, पोस्ट और प्रकाशनों पर सख्त कानूनी कार्रवाई होगी। परीक्षा के दौरान 200 मीटर की परिधि में बाहरी लोगों की एंट्री व फोटोकॉपी/स्कैनर की दुकानें बंद रहेंगी। कोई भी व्यक्ति सार्वजनिक स्थानों पर शराब या नशीले पदार्थों का सेवन नहीं करेगा। सरकारी दफ्तरों और अन्य सार्वजनिक स्थलों के आसपास ड्रोन कैमरे से शूटिंग पर रोक रहेगी। गाजियाबाद पुलिस ने स्पष्ट किया है कि निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा-223 के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह आदेश गाजियाबाद में रहने वाले और गुजरने वाले सभी व्यक्तियों पर लागू होगा।
Loan के नाम पर 6.5 लाख की ठगी,गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने दो शातिर साइबर अपराधियों को किया गिरफ्तार

डेस्क:–उत्तर प्रदेश के नोएडा में थाना साइबर क्राइम कमिश्नरेट गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने दो शातिर साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से दो मोबाइल फोन और दो चेक बरामद हुए हैं। पुलिस ने बताया कि ये आरोपी फर्जी कॉल कर खुद को लोन कंपनी का अधिकारी बताकर लोगों को ठगते थे। नोएडा के एक व्यक्ति ने बजाज फिनसर्व से 12 लाख रुपये का लोन लेने की प्रक्रिया शुरू की थी। इस दौरान पीड़ित को एक कॉल आई, जिसमें खुद को बजाज फिनसर्व कंपनी का रिलेशनशिप मैनेजर बताने वाले व्यक्ति ने दावा किया कि अगर वह चेक के माध्यम से पैसे जमा करता है, तो उसे कम ब्याज देना होगा और जमा की गई राशि उसके मूल ऋण से समायोजित कर दी जाएगी।

आरोपियों की इस बात पर भरोसा कर शिकायतकर्ता ने चेक के माध्यम से 6.5 लाख रुपये जमा कर दिए। जब उसे ठगी का अहसास हुआ, तो उसने 24 मार्च को थाना साइबर क्राइम नोएडा में शिकायत दर्ज कराई। इस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी। थाना साइबर क्राइम नोएडा पुलिस ने लोकल इंटेलिजेंस और गोपनीय सूचना के आधार पर कार्रवाई शुरू की। आरोपियों की गतिविधियों पर नजर रखी और साक्ष्य एकत्र किए। आखिरकार, मंगलवार को नोएडा के सेक्टर 62 से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार आरोपियों में एक प्रिंस कुमार (मूल रूप से बिहार के मुंगेर जिले का निवासी) है, जो वर्तमान में नोएडा के सेक्टर 76 के आम्रपाली सिलिकॉन सिटी में रह रहा था। दूसरा आरोपी सुशील कुमार (मूल रूप से बिहार के सीतामढ़ी जिले का निवासी) है, जो फिलहाल नोएडा के सेक्टर 122 के जनता फ्लैट में रह रहा था।

पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर लोन लेने वाले लोगों को फोन करते थे। वे खुद को संबंधित लोन कंपनी का कर्मचारी बताकर लोगों को झांसे में लेते थे और ब्याज दर कम करने का लालच देकर बड़ी रकम ऐंठ लेते थे। पुलिस ने आरोपियों के पास से दो एंड्रॉयड मोबाइल फोन और दो चेक बरामद किए हैं। नोएडा पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे साइबर अपराधियों से सतर्क रहें और किसी भी अनजान कॉल या मैसेज के झांसे में न आएं।
गोंडा में पत्नी की धमकी ने उड़ाए होश: ‘मेरठ की तरह काटकर ड्रम में भर दूंगी’, पति के दर्ज की शिकायत

डेस्क:–माना जा रहा है कि पत्नी ने पति से कहकर अपने नाम 3 टैक्सी भी करवाई थी। जब पति को पत्नी का अंजान आदमी के साथ संबंध के बारे में पता चला, तो प्रेमी के साथ मिलकर पत्नी ने पति को काटकर ड्रम में भरने की बात की। जूनियर इंजीनियर ने लिखित में अर्जी लिखवाकर पुलिस को कार्रवाई करने के लिए कहा है। नगर कोतवाल त्रिवेदी ने कहा कि यह पति-पत्नी का विवाद है और पुलिस सीसीटीवी की जांच कर रही है।

बता दें कि मेरठ के ब्रह्मपुरी इलाके में रहने वाली मुस्कान ने अपने पति सौरभ को अपने प्रेमी साहिल के साथ मिलकर बड़ी ही बेहरमी के साथ मारा था। पहले सौरभ को बेहोश किया गया, फिर चिकन काटने वाले चाक़ू से उसके शरीर के टुकड़े कर ड्रम में भर दिया था। उसके बाद ड्रम में टुकड़ों को सीमेंट से जमा दिया। घटना को अंजाम देने के बाद दोनों 15 दिनों के लिए हिमाचल प्रदेश चले गए और खूब मौज-मस्ती करने के बाद वापस आए। वापस आने पर जब सौरभ के बारे में पूछताछ हुई तो इस कांड के बारे में पता चला। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है और जेल प्रशाशन ने मुस्कान को जिला जेल की महिला बैरक साथ ही साथ साहिल को जिला जेल की पुरुष बैरक में भेज दिया।

पति पर अपनी ही पत्नियों द्वारा मारपीट और दूसरे प्रेमी संग शादी रचने की कई खबरें सामने आ रही है। गोंडा जिले से एक ऐसी ही खबर सामने आ रही है, जिसमे एक जूनियर इंजीनियर ने पुलिस थाने में अपनी पत्नी के खिलाफ यह शिकायत दर्ज की कि उसकी पत्नी अपने प्रेमी के साथ मिलकर उसके टुकड़े करके ड्रम में भर देगी। कोतवाली नगर की पुलिस के पास लिखित में कारवाई करने की अर्जी लगाई गई है साथ ही यह भी बताया की दोनों ने 2016 ने लव मैरिज की थी और उनकी 3 साल छोटी बेटी भी है। इंजीनियर ने अपनी लिखित अर्जी में पुलिस से यह भी बताया कि उसने एक अनजान आदमी के साथ अपनी पत्नी को देखा था। उसके बारे में पूछने पर उसने पति के साथ हाथापाई भी की। उसने यह भी बताया की दोनों ने 2016 ने लव मैरिज की थी और उनकी 3 साल छोटी बेटी भी है।

ईद के दिन उजड़ गया परिवार,शराब पीकर पति-पत्नी करते थे झगड़ा

डेस्क:– झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले में एक व्यक्ति ने सोमवार को घर में हुए झगड़े के बाद अपनी पत्नी और पांच साल के बेटे की हत्या कर दी। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना जिले के कपाली थाना क्षेत्र में हुई। अधिकारी ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पीड़ितों की पहचान रविवारी सिंह (35) और उसके पांच साल के बेटे गोलू मुंडा के रूप में हुई है।

महिला और उसका पति अक्सर शराब पीकर झगड़ा करते थे। अधिकारी ने बताया कि सोमवार को भी उनके बीच झगड़ा हुआ था। गुस्से में आकर आदिवासी व्यक्ति ने धारदार हथियार उठाकर पत्नी और बेटे की हत्या कर दी। चांडिल अनुमंडल पुलिस अधिकारी अरविंद कुमार सिन्हा ने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया है।आरोपी सुकरम मुंडा सरायकेला में किराए के मकान में रहता था। वह मूल रूप से खरसावां जिले के सीलपिंडा गांव का रहने वाला है। वह मजदूरी करता था और उसकी पत्नी दर्जी का काम करती थी। घटना शनिवार सुबह छह बजे की है।

बताया जा रहा है कि आरोपी सुबह साढ़े पांच बजे उठा और अपनी पत्नी से कहा कि उसे भूख लगी है. इसके साथ ही उसने अपनी पत्नी से खाना बनाने को कहा. जब उसकी पत्नी ने खाना बनाने से इनकार कर दिया तो उसने पहले अपनी पत्नी और फिर अपने बेटे की हत्या कर दी. पड़ोसियों ने झगड़े की आवाज सुनी और पुलिस को सूचना दी. इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी को गिरफ्तार कर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. बताया जा रहा है कि आरोपी ने अपनी पत्नी और बेटे की तवे और चिमटे से हत्या कर दी. पत्नी के खाना बनाने से इनकार करने पर उसने तवे से उसकी गर्दन पर वार किया, जिससे उसका गला कट गया. इसके बाद उसने उसके सिर पर वार किया और फिर तवे और चिमटे से अपने बेटे की हत्या कर दी|

ईद के दिन उजड़ गया परिवार,शराब पीकर पति-पत्नी करते थे झगड़ा

डेस्क:– झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले में एक व्यक्ति ने सोमवार को घर में हुए झगड़े के बाद अपनी पत्नी और पांच साल के बेटे की हत्या कर दी। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना जिले के कपाली थाना क्षेत्र में हुई। अधिकारी ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पीड़ितों की पहचान रविवारी सिंह (35) और उसके पांच साल के बेटे गोलू मुंडा के रूप में हुई है।

महिला और उसका पति अक्सर शराब पीकर झगड़ा करते थे। अधिकारी ने बताया कि सोमवार को भी उनके बीच झगड़ा हुआ था। गुस्से में आकर आदिवासी व्यक्ति ने धारदार हथियार उठाकर पत्नी और बेटे की हत्या कर दी। चांडिल अनुमंडल पुलिस अधिकारी अरविंद कुमार सिन्हा ने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया है।आरोपी सुकरम मुंडा सरायकेला में किराए के मकान में रहता था। वह मूल रूप से खरसावां जिले के सीलपिंडा गांव का रहने वाला है। वह मजदूरी करता था और उसकी पत्नी दर्जी का काम करती थी। घटना शनिवार सुबह छह बजे की है।

बताया जा रहा है कि आरोपी सुबह साढ़े पांच बजे उठा और अपनी पत्नी से कहा कि उसे भूख लगी है. इसके साथ ही उसने अपनी पत्नी से खाना बनाने को कहा. जब उसकी पत्नी ने खाना बनाने से इनकार कर दिया तो उसने पहले अपनी पत्नी और फिर अपने बेटे की हत्या कर दी. पड़ोसियों ने झगड़े की आवाज सुनी और पुलिस को सूचना दी. इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी को गिरफ्तार कर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. बताया जा रहा है कि आरोपी ने अपनी पत्नी और बेटे की तवे और चिमटे से हत्या कर दी. पत्नी के खाना बनाने से इनकार करने पर उसने तवे से उसकी गर्दन पर वार किया, जिससे उसका गला कट गया. इसके बाद उसने उसके सिर पर वार किया और फिर तवे और चिमटे से अपने बेटे की हत्या कर दी|