भारतीय क्रिकेट टीम के खराब प्रदर्शन के बाद बीसीसीआई ने लिए 10 बड़े फैसले
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भारतीय टीम पिछले कुछ महीनों से लगातार खराब प्रदर्शन कर रही है. पहले श्रीलंका से वनडे सीरीज, फिर घर पर न्यूजीलैंड से टेस्ट सीरीज और हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा. इतना ही नहीं ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम में अनबन होने की खबरें भी सामने आईं. टीम के प्रदर्शन में गिरावट और ड्रेसिंग रूम में विवाद की बातें सामने आने के बाद से ही उम्मीद जताई जा रही थी कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड कोई सख्त कदम उठाएगा. अब बीसीसीआई एक रिव्यू मीटिंग के बाद टीम में एकता बढ़ाने और प्रदर्शन को फिर से बेहतर करने के लिए 10 सख्त नियम लेकर आई है. आइये जानते हैं क्या हैं ये नियम.
1. घरेलू खेलना मैच जरूरी
बीसीसीआई ने भारतीय टीम में सेलेक्शन के लिए योग्य होने के लिए घरेलू मुकाबलों में खेलना अनिवार्य कर दिया है. इस गाइडलाइन का मुख्य मकसद है कि सभी खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट के इकोसिस्टम से जुड़े रहें. इससे मैच फिटनेस मेंटेन करने के साथ-साथ नए खिलाड़ियों को देश के टॉप क्रिकेटर्स के साथ मुकाबला करने का मौका मिल सकेगा. इससे छूट पाने के लिए नेशनल टीम के खिलाड़ियों को पहले से सेलेक्सन कमेटी को बताना जरूरी होगा.
2. परिवार के साथ अलग ट्रेवल करने पर रोक
बीसीसीआई ने सभी खिलाड़ियों को मैच से लेकर प्रैक्टिस सेशन तक हर वक्त एक साथ ट्रेवल करना अनिवार्य कर दिया गया है. कोई खास कारण होने पर परिवार के साथ अलग से ट्रेवल करने के लिए हेड कोच, सेलेक्शन कमेटी के चेयरमैन से अनुमति लेनी होगी.
3. सामान पर लिमिट तय
बीसीसीआई ने खिलाड़ियों के सामान पर भी लिमिट तय कर दी है. सीरीज के दौरान लिमिट से बाहर सामान ले जाने पर उन्हें खुद इसका खर्च उठाना पड़ेगा. बोर्ड के गाइडलाइन के तहत 30 दिन से ज्यादा विदेशी दौरों के लिए खिलाड़ी 5 बैग (3 सूटकेस और 2 किट बैग) या 150 किलो तक वजन ले जा सकते हैं. वहीं सपोर्ट स्टाफ 3 बैग (2 बड़े और एक छोट सूटकेस) या 80 किलो वजन के साथ ट्रेवल कर सकते हैं. 30 दिन से कम का दौरा होने पर 4 बैग (2 सूटकेस और 2 किट बैग) या 120 किलो तक वजन की अनुमति होगी. वहीं सपोर्ट स्टाफ 2 बैग (2 सूटकेस) या 60 किलो तक वजन ले जा सकते हैं. दूसरा नियम घरेलू सीरीज के दौरान भी लागू होगा.
4. पर्सनल स्टाफ पर रोक
अब से कोई भी खिलाड़ी सीरीज के दौरान अपना पर्सनल स्टाफ जैसे- शेफ, पर्सनल मैनेजर, ट्रेनर, सेक्रेटरी या कोई असिस्टेंट लेकर नहीं जा सकता है. इसके लिए उसे पहले बोर्ड से अनुमति लेनी होगी.
5. सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में अलग से सामान भेजना बेंगलुरु में मौजूद बीसीसीआई के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में खिलाड़ियों को कोई व्यक्तिगत सामान या उपकरण भेजने के लिए टीम मैनेजमेंट के साथ बातचीत करना होगा. एक्स्ट्रा खर्च आने पर उन्हें खुद इसका पेमेंट करना होगा.
6. जल्दी प्रैक्टिस सेशन छोड़ने पर रोक
बोर्ड ने सख्ती बरतते हुए साफ शब्दों में कह दिया है कि अब से खिलाड़ियों को पूरे प्रैक्टिस सेशन के दौरान साथ रहना होगा और वेन्यू पर साथ में ही ट्रेवल करना होगा. वो समय से पहले ट्रेनिंग छोड़कर नहीं जा सकते हैं.
7. पर्सनल ऐड शूट पर बैन
बीसीसीआई के नए नियमों के मुताबिक खिलाड़ी अब से किसी दौरे पर या सीरीज के दौरान पर्सनल ऐड शूट नहीं कर सकते हैं.
8. परिवार के लिए नियम
अगर टीम किसी विदेशी दौरे पर 45 दिन या उससे ज्यादा वक्त के लिए जाती है तो किसी भी खिलाड़ी की पत्नी, पार्टनर या परिवार उस दौरे पर एक बार सिर्फ 14 दिन तक साथ रह सकते हैं. बीसीसीआई इस दौरान उनके रहने के अलावा कोई भी खर्च नहीं देगी.
9. BCCI के ऑफिशियल एक्टिविटी में रहना अनिवार्य
बोर्ड के ऑफिशियल ऐड शूट, प्रमोशनल एक्टिविटी या किसी फंक्शन में खिलाड़ियों का मौजूद रहना जरूरी है.
10. दौरे के अंत तक टीम के साथ रहना अनिवार्य
इसके अलावा सीरीज या मैच अगर जल्दी खत्म हो जाता है तो वो प्लानिंग के अनुसार ही ट्रेवल करेंगे. समय से पहले टीम को छोड़कर कहीं नहीं जा सकते हैं, उन्हें टीम के साथ ही रहना होगा.
Feb 20 2025, 09:45