एक दिवसीय कार्यशाला का महिला आयोग की अध्यक्ष ने किया शुभारंभ
लखनऊ । यूपी राज्य महिला आयोग में महिलाओं से संबंधित कानूनों पर परिचर्चा विषयक एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष, डॉ. बबीता सिंह चौहान की अध्यक्षता में किया गया। उक्त कार्यशाला का शुभारम्भ आयोग की अध्यक्ष डॉ. बबीता सिंह चौहान, उपाध्यक्ष अपर्णा यादव, डॉ. नीलम सिंह, मुख्य कार्यकारी वात्सल्य द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया।
जागरूकता कार्यक्रम में मुख्य कार्यकारी वात्सल्य द्वारा गर्भधारण पूर्व और प्रसव पूर्व निदान तकनीक अधिनियम 1994, शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009, बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006, लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम/कानून 2012, उत्तराधिकार अधिनियम 1956, हिन्दू विवाह अधिनियम 1955, दहेज प्रतिषेध अधिनियम 1961, घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम 2005, महिलाओं का कार्यस्थल पर लैंगिक उत्पीड़न (निवारण, प्रतिषेध और प्रतितोष) अधिनियम 2013, गर्भ का चिकित्सीय समापन अधिनियम तथा किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और सुरक्षा) अधिनियम 2015, आदि योजनाओं के सम्बन्ध में सम्पूर्ण जानकारी दी गयी।
कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में उ.प्र. राज्य महिला आयोग के पदाधिकारियों की मासिक बैठक का आयोजन किया गया। अध्यक्ष द्वारा मासिक बैठक में विगत माह में आयोग पदाधिकारियों द्वारा प्रदेश के विभिन्न जनपदों में महिला जनसुनवाई, वन स्टाप सेन्टर, महिला चिकित्सालय, महिला बन्दीगृह, कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय आदि के निरीक्षण की समीक्षा की गयी तथा आवश्यकतानुसार सम्बन्धित विभाग को पत्र भेजे जाने के निर्देश दिये गये। बैठक में आयोग द्वारा आगामी माह में किये जाने वाले विभिन्न कार्यक्रमों पर भी विचार-विमर्श किया गया। सदस्य सचिव सुधा वर्मा द्वारा बैठक में उपस्थित सभी पदाधिकारियों का धन्यवाद कर बैठक का समापन किया गया।
कार्यक्रम में उ.प्र. राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. बबीता सिंह चौहान, उपाध्यक्ष अपर्णा यादव तथा सदस्यगण हिमानी अग्रवाल, पूनम द्विवेदी, अनुपमा सिंह लोधी,सुजीता कुमारी, मीना कुमारी, गीता बिन्द, गीता विश्वकर्मा, पुष्पा पाण्डेय, मीनाक्षी भराला,सुनीता सैनी, एकता सिंह, अर्चना पटेल, जनक नन्दिनी, प्रतिभा कुशवाह, रेनू गौड, मनीषा अहलावत,संगीता जैन, डॉ. नीलम सिंह, मुख्य कार्यकारी वात्सल्य सहित अन्य पदाधिकारी व अधिकारी उपस्थित रहे।
Feb 04 2025, 12:40