सरकार का शिक्षा और रोजगार सृजन पर विशेष ध्यान, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के भाषण की बड़ी बातें
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संसद के बजट सत्र आगाज हो गया है। आज सत्र का पहला दिन है। बजट सत्र के पहले दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद की संयुक्त बैठक को संबोधित किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बजट सत्र से पहले अपने अभिभाषण में प्रयागराज महाकुंभ में हुए हादसे पर दुख जताया। उन्होंने कहा, देश में महाकुंभ का सांस्कृतिक पर्व भी चल रहा है। देश और दुनिया से आए करोड़ों श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। मौनी अमावस्या के दिन हुई हादसे पर दुख व्यक्त करती हूं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं। वहीं, राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने अभिभाषण में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि दी।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए सरकार कई उपलब्धियों का जिक्र किया। राष्ट्रपति ने कहा कि भारत की विकास यात्रा के इस अमृतकाल को आज मेरी सरकार अभूतपूर्व उपलब्धियों के माध्यम से नई ऊर्जा दे रही है। राष्ट्रपति ने कहा कि मुद्रा लोन सीमा बढ़ाई गई है। वंदे भारत और नमो ट्रेनें चल रही हैं। मेरी सरकार ने तीसरी कार्यकाल ने सभी के आवास की पूर्ति के लिए ठोस कदम उठाए हैं। प्रधानमंत्री आवास का विस्तार करते हुए 3 करोड़ अतिरिक्त परिवारों को घर देने का फैसला किया गया है।
सरकार ने सवा दो लाख स्वामित्व कार्ड जारी किए- राष्ट्रपति मुर्मू
अपने अभिभाषण में राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, मेरी सरकार गांव में गरीबों और उनकी आवासीय भूमि का हक देने के लिए प्रतिबद्ध है। अब तक 2 करोड़ 25 लाख स्वामित्व कार्ड जारी किए गए हैं। इनमें से 70 लाख स्वामित्व कार्ड पिछले 6 महीने जारी किए गए हैं।
भारत को ग्लोबल पावर हाउस बनाने का लक्ष्य- राष्ट्रपति मुर्मू
संसद की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, विकसित भारत के निर्माण में किसान, जवान और विज्ञान के साथ ही अनुसंधान का बहुत अहम रोल होता है। हमारा लक्ष्य भारत को ग्लोबल पावर हाउस बनाना है। देश के शिक्षण संस्थानों में अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए 50 हजार करोड़ की लागत से अनुसंधान नेशनल रिसर्च फाउंडेशन स्थापित किया गया है।
भारत टेक्नॉलजी के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि दर्ज करा रहा- राष्ट्रपति मुर्मू
बजट सत्र से पहले राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, आज भारत टेक्नॉलजी के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि दर्ज करा रहा है। भारत की यूपीआई तकनीक की सफलता से दुनिया के कई देश देख रहे हैं। मेरी सरकार ने डिजिटल तकनीक को सामाजिक न्याय और सफलता के एक टूल के रूप में इस्तेमाल कर रही है। भारत में छोटे से छोटा दुकानदार भी इस सुविधा का लाभ उठा रहे हैं।
सरकार ने व्यापार करने में आसानी को बढ़ावा दिया- राष्ट्रपति मुर्मू
संसद में अपने संयुक्त संबोधन में राष्ट्रपति मुर्मू ने भारत में एआई के लिए सरकार की योजना पर चर्चा की। उन्होंने कहा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में भारत के योगदान को आगे बढ़ाते हुए, “भारत एआई मिशन” शुरू किया गया है। राष्ट्रीय क्वांटम मिशन के साथ, भारत इस अग्रणी प्रौद्योगिकी में दुनिया के अग्रणी देशों में अपना स्थान बना सकेगा। कोविड और उसके बाद की स्थिति और युद्ध जैसी वैश्विक चिंताओं के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था ने जो स्थिरता और लचीलापन दिखाया है, वह इसकी मजबूती का प्रमाण है। मेरी सरकार ने व्यापार करने में आसानी को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए।
मेट्रो नेटवर्क के मामले में भारत अब दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा देश- राष्ट्रपति मुर्मू
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेल लिंक परियोजना पूरी हो गई है और अब देश कश्मीर से कन्याकुमारी तक रेलवे लाइन से जुड़ जाएगा। इस महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत चिनाब ब्रिज का निर्माण किया गया है, जो दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज है। भारत का मेट्रो नेटवर्क अब एक हजार किलोमीटर के मील के पत्थर को पार कर गया है। भारत अब मेट्रो नेटवर्क के मामले में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा देश बन गया है।
एशिया रैंकिंग में हमारे 163 विश्वविद्यालय शामिल- राष्ट्रपति मुर्मू
राष्ट्रपति ने कहा कि 'एशिया रैंकिंग में हमारे 163 विश्वविद्यालय शामिल हुए हैं। नालंदा विश्वविद्यालय के जरिए भारत का पुराना गौरव वापस लाया गया है। वो दिन दूर नहीं, जब भारत में निर्मित गगनयान में एक भारतीय अंतरिक्ष में जाएगा। कुछ दिन पहले इसरो ने स्पेस डॉकिंग की उपलब्धि हासिल की और हाल ही में इसरो ने सैटेलाइट लॉन्च में भी बड़ी उपलब्धि हासिल की। दिव्यांगों के लिए ग्वालियर में विशेष केंद्र खोला गया है। हाल ही में चेस में भी भारत ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है।
हमारा लक्ष्य भारत को इनोवेशन ग्लोबल पावरहाउस बनाना- राष्ट्रपति मुर्मू
राष्ट्रपति ने कहा कि हमारा लक्ष्य भारत को इनोवेशन ग्लोबल पावरहाउस बनाना है। अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए 10 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। राष्ट्रपति ने कहा मेरी सरकार राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्यम से छात्रों के लिए एक आधुनिक शिक्षा प्रणाली तैयार कर रही है। कोई भी शिक्षा से वंचित न रहे, इसीलिए मातृभाषा में शिक्षा के अवसर प्रदान किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि तेरह भारतीय भाषाओं में विभिन्न भर्ती परीक्षाएं आयोजित करके भाषा की बाधाओं को भी दूर किया गया है। ओलंपिक हो या पैरालिंपिक, भारतीय टीमों ने हर जगह अच्छा प्रदर्शन किया है। फिट इंडिया मूवमेंट चलाकर हम मजबूत युवा शक्ति तैयार कर रहे हैं।
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