SEIL प्रकल्प के द्वारा अलग अलग राज्यों की यात्रा से भारतीय संस्कृति के प्रति जागरूक हो रहे पूर्वोत्तर के युवा : डी आई जी
गोरखपुर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रकल्प अंतर राज्य छात्र जीवन दर्शन (SEIL) द्वारा 22 जनवरी से निकाली गई एकात्मता यात्रा के अंतर्गत पूर्वोत्तर के 29 प्रतिनिधियों का रानी मां गाइदिन्ल्यू नामक समूह अपने चार दिवसीय गोरक्ष प्रांत के यात्रा के पर बीते गुरुवार को गोरखपुर जंक्शन पहुंचा।
अपने चार दिवसीय यात्रा में प्रतिनिधियों ने बौद्ध संग्रहालय, गीता वाटिका, गोरखनाथ मन्दिर, गोरखा शहीद स्मारक, चौरीचौरा के शहीद स्मारक, कुशीनगर के महात्मा गौतम बुद्ध महापरिनिर्वाण आदि स्थलों का भ्रमण किया। यात्रा के अंतिम दिन, सोमवार को गोरखपुर विश्वविद्यालय के संवाद भवन में सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं नागरिक अभिनंदन समारोह का आयोजन हुआ जिसमें मुख्य अतिथि गोरखपुर जोन के डीआईजी आनंद कुलकर्णी व विशिष्ट अतिथि अभाविप पूर्वोत्तर के क्षेत्रीय संगठन मंत्री कमल नयन और विशेष उपस्थिति अखिलेश चंद कौशिक जी की रही।
पूर्वोत्तर के विभिन्न राज्यों से आए 29 प्रतिनिधि 24 से 27 जनवरी तक गोरक्ष प्रांत के कार्यकर्ताओं के परिवार के साथ रहे और विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों के माध्यमों से उत्तर भारत की विशिष्ट पद्धति से परिचित हुए। इस दौरान उन्हे उत्तर भारत की सांस्कृतिक, अध्यात्मिक व यहाँ की परंपराओं को जानने का अवसर मिला।
गौरतलब हो कि सन् 1966 से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा पूर्वोत्तर राज्यों के युवाओं को शेष भारत से परिचित कराने के उद्देश्य से अंतर्राष्ट्रीय छात्र जीवन दर्शन (SEIL) की शुरुआत की गई थी। प्रत्येक वर्ष आयोजित होने वाली इस यात्रा में पूर्वोत्तर के सभी राज्यों से विद्यार्थी प्रतिनिधि भाग लेते है। 22 जनवरी से 13 फरवरी तक आयोजित राष्ट्रीय एकात्मता यात्रा 2025 में पूर्वोत्तर भारत के 256 छात्र एवं छात्राएं शेष भारत का भ्रमण करेंगे। इनमे से पूर्वोत्तर के 29 विद्यार्थीयों का रानी मां गाइदिन्ल्यू नामक एक समूह गोरक्ष प्रांत की सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और ऐतिहासिक विरासत का अनुभव किया।
मुख्य अतिथि गोरखपुर जोन डीआईजी आनंद कुलकर्णी ने कहा की भारत की संस्कृति वाकई में अत्यंत प्राचीन और समृद्ध रही है। वर्तमान में भारत की विदेश नीति भी बेहद महत्वपूर्ण हो गई है खासकर राष्ट्रीय सुरक्षा के दृष्टिकोण से। भारत अपनी रणनीतिक स्थिति, वैश्विक संबंधों और आर्थिक सशक्तिकरण के जरिए अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा को सुनिश्चित कर रहा है हजारों सालों से वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बनाए हुए है। अभाविप द्वारा चलाए जा रहे राष्ट्रीय एकात्मता यात्रा देश की एकता अखंडता और बंधुत्व के सूत्र में बांधने का एक सार्थक व सफलतम प्रयास है।
विशिष्ट अतिथि पूर्वोत्तर क्षेत्रीय संगठन मंत्री कमल नयन ने कहा की अभाविप द्वारा चलाई जा रही राष्ट्रिय एकात्मता यात्रा के माध्यम से प्रतिनिधियों को पूरे भारत की विविधता के विषय मे जानने का अवसर मिलेगा। पूर्वोत्तर से आए प्रतिनिधि यहाँ के कार्यकर्ताओं के परिवार में रहकर यहाँ के लोगो से जुड़ेंगे, सांस्कृतिक तालमेल स्थापित होंगे, इसके साथ आत्मीयता व राष्ट्रीय एकात्मता का भाव जागृत होगा। आभार ज्ञापन प्रांत अध्यक्ष डॉ० राकेश प्रताप सिंह और संचालन प्रांत मंत्री मयंक राय ने किया।
Jan 27 2025, 20:31