*फसलों को बर्बाद कर रहे छुट्टा आवारा पशु, किसान परेशान*
गोरखपुर- क्षेत्र के ज्यादातर किसानों की रबी की फसलें खेतों में लहलहा रही हैं, गेहूं, मटर, दलहन, सरसों, हरी सब्जियों तथा पशुओं के हरे चारे बरसीन आदि फसलों की हरियाली अब खेतों में बढ़ गई है। किंतु छुट्टा आवारा पशुओं और नीलगायों के आतंक से इलाके के किसान परेशान और भयभीत हैं।
मंझरियां गांव के निवासी किसान विक्रम छताईं के रामसेवक और चरनाद के महेंद्र ने बताया कि छुट्टा पशु खेती का बहुत नुकसान कर रहे हैं। इसी प्रकार क्षेत्र के किसानों मिश्रीलाल, दिवाकर, मंहगूं चौरसिया, प्रदीप साहनी, बिरजू साहनी, राजू दूबे, सुरेश गुप्ता, हनुमान, भगवानदास, ओमप्रकाश यादव, गिरधारीलाल, भगेलू श्यामबिहारी, रामरेखा, जंगी प्रसाद, नेबूलाल आदि दर्जनों किसानों ने बताया कि छुट्टा आवारा पशु और नीलगाय गांवों में एक साथ झुंड में निकलते हैं और जिस किसान के खेत में पहुंच जाते हैं वहां हरियाली का एक तिनका भी नहीं छोड़ते। लोग खेतों के चारों तरफ कंटीले तारों का बाड़ लगा कर अपने खेतों की रक्षा कर रहे हैं। लेकिन नीलगायें छलांग लगा कर उन खेतों में भी पहुंच जाती हैं।
किसानों ने बताया कि ठंडी बढ़ गई है, हमें पूरी रात जागकर टोली बनाकर खेतों की रखवाली करनी पड़ रही है। सरकार ने छुट्टा आवारा पशुओं के लिए पशु आश्रय स्थल बनवाए हैं लेकिन छुट्टा आवारा पशुओं को पकड़ कर उन्हें वहां तक पहुंचाने की जिम्मेदारी किसी को भी नहीं दी गई है। किसानों के वश की बात नहीं है कि पशुओं को पकड़ कर उन्हें भेजें, तैयार हो रही हरी फसलों को सुरक्षित बचाए रखने में बड़ी परेशानी हो रही है।
Jan 25 2025, 19:42