देवघर- 22वां पुस्तक मेला का उद्घाटन आज झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने किया।
देवघर:
22 वे पुस्तक मेला जो कि 11 जनवरी से 21 जनवरी 2025 तक स्थानीय बीएड कॉलेज में आयोजित है उसका उद्घाटन मुख्य अतिथि झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार और विशिष्ट अतिथि गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने दीप प्रज्वलित कर किया मंच पे उनके साथ देवघर उपायुक्त विशाल सागर पुलिस अधीक्षक अजीत पीटर डुंगडुंग अनुमंडल पदाधिकारी रवि कुमार पुस्तक मेला के अध्यक्ष युधिष्ठिर प्रसाद राय और मेला संयोजक डॉ सुभाष चंद्र राय,डॉ विमल सिंह मौजूद थे।
सर्व प्रथम मुख्य अतिथि का स्वागत पारंपरिक संथाली नृत्य के साथ किया गया। कार्यक्रम का शुरुआत दून पब्लिक स्कूल के बच्चों द्वारा राष्ट्रगान और स्थानीय पुरोहितों स्वस्ति वाचन मंत्र से किया गया। इसके बाद .गोड्डा सांसद सह मेला के प्रधान संरक्षक डॉ निशिकांत दुबे के द्वारा मुख्य अतिथि को मोमेंटो अंगवस्त्र ,पुस्तक और पौधा देकर उनका सम्मान किया गया। सांसद डॉ निशिकांत दुबे को पुस्तक मेला संयोजक सुभाष चंद्र राय के द्वारा पौधा,साहित्य और अंगवस्त्र देकर सम्मान किया गया। इसके बाद मंच पे सभी अतिथियों का सम्मान अध्यक्ष युधिष्ठिर प्रसाद राय और मेला संयोजक डॉ सुभाष चंद्र राय के द्वारा किया गया। स्वागत भाषण मेला संयोजक डॉ सुभाष चंद्र राय ने दिया।
फिर बाहर से आए अतिथि सुजीत कुमार मुखर्जी ने पुस्तक मेला का तारीफ करते हुए कहा कि आज का दिन काफी शुभ है कुंभ का आरम्भ भी हुआ और पुस्तक मेला के इस कुंभ का भी आरंभ आज हुआ। गोड्डा सांसद डॉक्टर निशिकांत दुबे ने पुस्तक मेला के बारे में बताया कि सांसद निधि का पैसा वो सिर्फ इसी पुस्तक मेला के लिए देते है। क्यों कि बाकी में भ्रष्टाचार हीं होता है। साथ हीं ये घोषणा किया कि डीसी साहब उनके सांसद फंड का बचा 40 45 करोड़ जिस पुस्तकालय बुक्स खरीदने में करना चाहे कर सकते है। और भी घटे तो वो अपने निजी फंड से देंगे। साथ हीं उपायुक्त महोदय से आग्रह किया कि नैश वाडिया संस्थान से मिलकर कैसे अगले वर्ष तक देवघर सबसे स्वच्छ शहर में नंबर वन बने इसपर काम करे। राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने भाषण देते हुए यहां के लोगों का धन्यवाद दिया कि ऐसे सांसद को यहां के लोग ने जितवाया। उन्होंने पुस्तक मेला में सांसद के सहयोग का तारीफ करते हुए कहा कि बहुत कम लोग होते है जो ऐसा काम करते हैं उनके प्रतिभा का तारीफ करते हुए कहा कि जब वे सांसद थे तब इनसे बहुत सीखने को भी मिला सदन में बोलने और सुनने में सांसद हमेशा आगे हीं रहते हैं। सोशल मीडिया के युग में पुस्तक से दूर हो रहे बच्चों को कहा कि पुस्तक की दुनियां में आने से बच्चों का मानसिक विकास होता है। साथ हीं सभी सदस्यों का आभार जताया जो इस समारोह को सफल बनाने में अपना समय दे रहे। इससे पहले सुजीत मुखर्जी की पुस्तक हर लम्हा कुछ कहता है। और सरोज पाटनी के पुस्तक एहसासों का आसमान और एहसासों के प्रेम का विमोचन भी किया गया। समापन में फिर दून पब्लिक स्कूल के बच्चों द्वारा राष्ट्र गान गाया गया। मंच संचालन उद्घोषक राम सेवक गुंजन ने किए।अतिथियों के स्वागत सहयोग में पुस्तक मेला के प्रभारी आलोक मल्लिक ,मेला प्रशासक सर्वेश्वर प्रसाद सिंह,सचिव निर्मल कुमार,प्रेम कुमार,बीरेंद्र सिंह,ऋषि राज सिंह,सुमन वाजपेई, सह प्रभारी दीपक कुमार , रूपा श्री,जिम्मी कुमार,,राकेश पाण्डेय,अंजलि राय,,शिवांगी पाण्डेय,,संध्या राव,,,अनुष्का ,विद्या कुमारी,मौजूद थी। उद्घाटन समारोह में मेला कोषाध्यक्ष राजेश कुमार,व्यवस्थापक पवन टमकोरिया, उपाध्यक्ष रामानंदन सिंह,उदय प्रकाश ,रवि केसरी,राम किशोर ,अंजनी किशोर,मिथलेश सिंह,अलख निरंजन शर्मा,इंजीनियर एस पी सिंह, मौके पर उपस्थित थे।
Jan 19 2025, 08:12