बिहार विधान परिषद् के एक सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर जदयू ने प्रत्याशी के नाम का किया एलान, जानिए किसे बनाया उम्मीदवार
डेस्क : विधान परिषद में राजद के एमएलसी सुनिल सिंह की सदस्यता समाप्त होने के बाद इस सीट पर उपचुनाव होने जा रहा है। 23 जनवरी को विधानसभा में वोटिंग होगी और उसी दिन गिनती भी हो जाएगी। रिजल्ट भी उसी दिन घोषित कर दिया जाएगा। इस चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया 6 जनवरी से शुरू हो चुकी है। नामांकन की अंतिम तिथि 13 जनवरी है।
वहीं आज इस सीट के लिए राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) की ओर से जदयू प्रतत्याशी की तौर पर ललन प्रसाद के नाम का एलान किया है। जदयू नेता ललन प्रसाद शेखपुरा जिला से आते हैं। जदयू ने भाजपा और अन्य घटक दलों से आपसी सहमति के बाद ललन प्रसाद के नाम पर मुहर लगाई है।
ललन प्रसाद धानुक जाति से आते हैं। इस जाति को बिहार में अतिपिछड़ा वर्ग में रखा गया है। ललन प्रसाद को सीएम नीतीश के करीबी नेता के रूप में जाना जाता है। 52 साल के ललन प्रसाद शेखपुरा जिले के 2001 से 2005 तक घाट कुसुंबा प्रखंड के जेडीयू अध्यक्ष रहे। वहीं वर्ष 2009 से 2013 तक शेखपुरा में जेडीयू के जिला उपाध्यक्ष भी रहे। शेखपुरा में जदयू को मजबूत करने के लिए वे जदयू के शुरुआती दौर से ही सक्रिय रहे हैं। खासकर नीतीश कुमार के नजदीकी के तौर पर इलाके में उनकी पहचान रही है।
विधानसभा कोटे की सीट होने के कारण संख्याबल के गणित से राजग के खाते में यह सीट जाना तय है। राजग के पास निर्दलीय लेकर 131 विधायक (मत) हैं। वहीं, आइएनडीआइए (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस) के पास 111 विधायक हैं। एआइएमआइएम (आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन) का एक विधायक है।
बता दें आरजेडी एमएलसी सुनील कुमार सिंह पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने और मिमिक्री करने आरोप लगा था। इसे लेकर विधान परिषद की आचार समिति ने बड़ा फैसला लिया था। जुलाई 2024 में सभापति को आचार समिति अपनी रिपोर्ट सौंप दी थी। इसमें एमएलसी पर लगाए गए आरोपों को सही करार दिया गया और अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुशंसा कर उनकी सदस्यता रद्द कर दी गई थी।
Jan 07 2025, 16:41