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सुकमा जिले के चिंतागुफा स्वास्थ्य केंद्र ने राष्ट्रीय स्तर पर रचा इतिहास, भारत सरकार से मिला राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाणपत्र सम्मान

रायपुर-    छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र स्वास्थ्य केन्द्र चिंतागुफा ने स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में वह कर दिखाया है, जिसकी कल्पना भी मुश्किल थी। वर्षों तक दहशत और चुनौतियों का पर्याय रहे, इस क्षेत्र ने अब अपनी सेवा भावना, मेहनत और प्रतिबद्धता से राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई है। चिंतागुफा स्वास्थ्य केंद्र को 28 नवंबर 2024 को भारत सरकार के राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाणपत्र से सम्मानित किया गया, जिसमें इसे 89.69 प्रतिशत का उत्कृष्ट स्कोर प्राप्त हुआ है। यह उपलब्धि सुकमा जिले में प्रथम स्थान पर आने के साथ ही पूरे राज्य में चर्चा का विषय बन गई है।

गौरतलब है कि चिंतागुफा स्वास्थ्य केन्द्र के अंतर्गत पांच उप-स्वास्थ्य केन्द्र हैं, जिसमें 45 घोर नक्सल प्रभावित गांव आते हैं। भारत के सबसे बड़ी नक्सल घटना, जहां 76 जवान शहीद हुए थे, वह ताड़मेटला गांव भी इसी सेक्टर में आता है। सुकमा कलेक्टर के अपहरण के बाद रिहाई का क्षेत्र हो या बुरकापाल में शहीदों की याद, सब इसी इलाके की घटना है। कोंटा विकासखण्ड अंतर्गत स्थित यह क्षेत्र घोर नक्सल प्रभावित है, जिसके अंदरूनी गांवों में आज भी माओवादियों की दहशत है।

चिंतागुफा का सफर: संघर्ष से सफलता तक

चिंतागुफा स्वास्थ्य केंद्र, वर्ष 2009 में आरएमए मुकेश बख्शी की पदस्थापना से अस्तित्व में आया। उस समय यह क्षेत्र भवन विहीन, नेटवर्क विहीन, रोड विहीन था। स्टॉफ में सिर्फ एक आरएमए और एक वार्ड व्वाय के साथ स्कूल के एक कमरे में इसका संचालन होता था। जिसक कमरे में इलाज होता था, उसी कमरे ही प्रभारी सोते थे। नक्सलियों के खौफ और बुनियादी सुविधाओं की कमी ने हर कदम पर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए चुनौती थी। वर्ष 2011 में 11 अप्रैल को एक घटना के दौरान नक्सलियों ने एंबुलेंस पर हमला किया, जिसमें आरएमए मुकेश बख्शी और कई बच्चे मौजूद थे। श्री बख्शी बच्चों को बेहतर इलाज के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र दोरनापाल एम्बुलेंस में ले जा रहे थे, तभी नक्सलियों ने एम्बुस लगाकर गोलीबारी की। एम्बुलेंस में 8 गोलियां लगी। किस्मत से किसी को गोली नहीं लगी। नक्सलियों ने सबको नीचे उतार कर जमीन में पेट के बल लेटाकर हाथ पीछे कर बंदूक टिका दिया था। आरएमए मुकेश बख्शी के बार-बार निवेदन और सेवाभाव को देखकर नक्सलियों ने सभी को छोड़ दिया। इसके बावजूद, बख्शी ने अपनी सेवा भावना से लोगों का दिल जीतकर इस क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की नींव मजबूत की। वर्ष 2017 में स्वास्थ्य केन्द्र चिंतागुफा के प्रभारी आरएमए मुकेश बख्शी को चिकित्सा सेवाभाव के लिए स्वास्थ्य मंत्री द्वारा धन्वंतरी सम्मान दिया गया। वर्ष 2017 में ही राज्य टीम के साथ मलेरिया अनुसंधान हेतु श्री बख्शी, श्रीलंका जाने हेतु चयनित हुए। वर्ष 2019 में मुख्यमंत्री द्वारा हेल्थ आइकॉन सम्मान से नवाजा गया।

यह क्षेत्र आज भी बुनियादी संसाधनों से दूर है। सड़कें, नेटवर्क और बाजार जैसी सुविधाएं सीमित हैं। लंबे समय तक नक्सल प्रभाव ने विकास कार्यों और भवन निर्माण को रोके रखा था। बारिश के मौसम में क्षेत्र टापू में बदल जाता है, जिससे पहुंचना कठिन हो जाता है। वर्ष 2020 में स्वास्थ्य भवन और आवासीय सुविधाओं का निर्माण हुआ, जिससे सेवाओं का विस्तार हुआ। राज्य और जिला अधिकारियों, डब्ल्यूएचओ कंसल्टेंट्स, और स्थानीय लोगों के सहयोग से राष्ट्रीय स्तर के मानकों को पूरा करने की तैयारी हुई। 15-16 नवंबर 2024 को भारत सरकार की एनक्वॉस टीम ने चिंतागुफा स्वास्थ्य केंद्र का मूल्यांकन किया। ओपीडी,आईपीडी लैब, लेबर रूम और प्रशासनिक कार्य जैसे सभी विभागों की समीक्षा में उच्च रैंक हासिल किया।

आज चिंतागुफा स्वास्थ्य केंद्र प्रतिमाह औसतन 20 संस्थागत प्रसव, 1000 से अधिक ओपीडी, और 100 से अधिक भर्ती मरीजों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही है। यह उपलब्धि केवल एक स्वास्थ्य केंद्र की नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र की दृढ़ता, संघर्ष और सेवा भावना की कहानी है। डॉ. अनिल पटेल, महेंद्र काको, सीमा किसपोट्टा, रीना कुमारी, पार्वती कुहरम, अनिता सोढ़ी सहित पूरी टीम ने एकजुट होकर इस सफलता को संभव बनाया। आयुष्मान आरोग्य मंदिर चिंतागुफा अब इस क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं का प्रतीक बन चुका है, और अपने स्वास्थ्य मानकों और गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए पूरी प्रतिबद्धता से काम कर रहा है। यह सफलता अन्य घोर प्रभावित क्षेत्रों के लिए एक उदाहरण है कि कैसे समर्पण और टीम वर्क से किसी भी बाधा को पार किया जा सकता है।

पुलिस विभाग में बड़े पैमाने पर तबादला, 186 पुलिसकर्मी हुए इधर से उधर, देखें जंबो लिस्ट …
सरगुजा-    सरगुजा पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल हुआ है, जिसमें 186 से अधिक पुलिसकर्मियों को एक जगह से दूसरी जगह भेजा गया है. यह ट्रांसफर लिस्ट एसपी योगेश कुमार पटेल ने जारी किया है.
बाबा गुरु घासीदास का संदेश आज भी प्रासंगिक: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि संत शिरोमणि बाबा गुरु घासीदास के संदेश आज भी प्रासंगिक हैं। उन्होंने मनखे-मनखे एक समान, समरसता का संदेश दिया। हमारी सरकार उनके बताये रास्ते पर चलते हुए सभी वर्गों के विकास के लिए कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री श्री साय आज बाबा गुरू घासीदास की 268वीं जयंती के अवसर पर मुंगेली जिले के मोतिमपुर-अमरटापू धाम में आयोजित एक दिवसीय गुरु पर्व मेला को सम्बोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने गुरू घासीदास मंदिर में बाबा की पूजा-अर्चना कर प्रदेश के नागरिकों की सुख, समृद्धि और खुशहाली के लिए कामना की। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित नागरिकों का अभिवादन करते हुए बाबा गुरू घासीदास जयंती की बधाई और शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में जिले के ग्राम कंतेली में नवीन महाविद्यालय खोलने और मोतिमपुर में उप स्वास्थ्य केंद्र को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में अपग्रेड करने की घोषणा की। इसके साथ ही उन्होंने मोतिमपुर-अमरटापू धाम के सौंदर्यीकरण का भी आश्वासन दिया।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बाबा गुरु घासीदास का जन्म 18 दिसंबर 1756 को गिरौदपुरी में हुआ था। उस समय समाज में छुआछूत और भेदभाव व्याप्त था। ऐसे समय में बाबा गुरू घासीदास ने मनखे-मनखे एक समान का संदेश दिया। देश और प्रदेश में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मूलमंत्र के साथ सभी वर्गों का विकास हो रहा है। 13 दिसंबर को हमारी सरकार के 01 साल पूरा होने के उपलक्ष्य में जनादेश परब मनाया।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अधिकांश गारंटियों को पूरा किया है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बनते ही पहली कैबिनेट की बैठक में 18 लाख आवास की स्वीकृति दी गई। धान के 02 साल के बकाया बोनस की राशि किसानों के खाते में अंतरित की गई। महतारी वंदन योजना के तहत 70 लाख महिलाओं को प्रतिमाह 1000 रूपए की राशि दी जा रही हैं। पीएससी घोटाला की सीबीआई द्वारा जांच की जा रही है। दोषियों पर कार्रवाई होना शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में हमेशा खुशहाली हो, इसके लिए कार्य करने के लिए हमारी सरकार हमेशा तत्पर है।

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि बाबा गुरू घासीदास जयंती हर साल 18 दिसंबर को राज्य में उत्सव के रूप में मनाई जाती है। उन्होंने बाबा गुरु घासीदास के जीवन दर्शन और समरसता के संदेश का उल्लेख करते हुए सभी लोगों से बाबा के बताए रास्ते पर चलने का आग्रह किया। खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने कहा कि बाबा गुरु घासीदास सतनाम पंथ के संस्थापक थे। उन्होंने मनखे-मनखे एक समान, आपसी भाईचारा एवं समरसता का संदेश दिया, जो आज भी प्रासंगिक हैं। उन्होंने मंच के माध्यम से सेतगंगा मेला के आयोजन के लिए 05 लाख रुपए देने की घोषणा की।

केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के राज्य मंत्री तोखन साहू ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बाबा गुरु घासीदास ने समाज में व्याप्त जातिगत विषमताओं को नकारा। उन्होंने गुरू घासीदास जयंती की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। मुंगेली विधायक पुन्नूलाल मोहले ने कहा कि बाबा गुरू घासीदास ने लोगों को सत्य, अहिंसा और सामाजिक समरसता का संदेश दिया।

गौरतलब है कि मोतिमपुर-अमरटापू धाम में सन् 1996 से प्रतिवर्ष गुरु घासीदास जयंती पर गुरुपर्व मेला का आयोजन होते आ रहा है। कार्यक्रम के संयोजक मंडल के अध्यक्ष दुर्गा बघेल ने कार्यक्रम में उपस्थित जनप्रतिनिधियों, श्रद्धालुओं, संत, महंत, सभी का अभिवादन किया। कार्यक्रम के समापन में समिति के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।

इस दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधिगण, संभागायुक्त महादेव कावरे, आईजी संजीव शुक्ला, कलेक्टर राहुल देव, पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारीगण एवं बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

कांग्रेस के पूर्व विधायक पर FIR का मामला गरमाया : प्रकाश नायक के सपोर्ट में आए किसान, एफआईआर पर जताई नाराजगी, आरोपों को बताया झूठा

रायगढ़-  रायगढ़ जिले के पुसौर ब्लॉक स्थित ग्राम छिछोर उमरिया के धान खरीदी केंद्र में हंगामे को लेकर कांग्रेस के पूर्व विधायक प्रकाश नायक के खिलाफ दर्ज एफआईआर का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. प्रकाश नायक के समर्थन में अब किसान भी आ गए हैं. किसानों ने एफआईआर दर्ज होने पर नाराजगी व्यक्त की है और उनका कहना है कि उन पर लगाए गए आरोप गलत हैं, साथ ही पुलिस प्रशासन ने जानबूझकर उन्हें फंसाने की कोशिश की है.

गांव में बढ़ते पर्यावरण प्रदूषण को लेकर ग्रामीणों ने किया चक्काजाम, जिला प्रशासन और खदान प्रबंधन पर लगाए गंभीर आरोप

सारंगढ़-  गुड़ेली क्षेत्र में बढ़ते पर्यावरण प्रदूषण को लेकर ग्रामीणों ने खदान मार्ग पर चक्काजाम कर दिया। इस दौरान उन्होंने जिला प्रशासन और खदान प्रबंधन पर सांठगांठ कर मनमानी करने का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की। ग्रामीणों का कहना है कि गुड़ेली, टिमरलगा और कटंगपाली क्षेत्र में अवैध खदानों की भरमार है, बावजूद इसके खनिज विभाग ने अब तक किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं की, जिसका नतीजा ग्रामीण झेल रहे हैं।

बता दें कि जिले के गुड़ेली क्षेत्र के लगभग 20 किलोमीटर के दायरे में सैकड़ों खदानें हैं और वहाँ चलने वाली क्रेशर मशीनों से क्षेत्र के कई गांव प्रदूषण की चपेट में हैं। जिला गठन के बाद भी इन गांवों में प्रदूषण की रोकथाम के लिए कोई प्रयास नहीं किया गया, जिसे प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ने लगा है। बिगड़ते पर्यावरण प्रदूषण से हजारों ग्रामीणों का विभिन्न बीमारियों के साथ जीना मुश्किल होता जा रहा है। गुड़ेली, टिमरलगा और कटंगपाली क्षेत्र के चारों ओर बड़ी संख्या में अवैध-वैध गिट्टी की खदानें और क्रेशर खदानें हैं। जहां गिट्टी निर्माण के लिए चूना पत्थर तोड़ने से जो धूल और धुआं निकलता है, उससे जन स्वास्थ्य पर खतरा मंडराता रहता है, बावजूद इसके इन क्षेत्रों की सुध लेने वाला कोई नहीं।

प्रदूषण और बीमारी से परेशान ग्रामीणों ने बुधवार को खदान जाने वाले मार्ग पर चक्काजाम कर घंटों नारेबाजी की और फ्लाई ऐश वाहनों, प्रदूषणकारियों पर कार्रवाई सहित सड़कों पर पानी के छिड़काव की मांग करते रहे। जनप्रतिनिधियों और खदान मालिकों की काफी समझाइश और पर्याप्त आश्वासन के उपरांत ग्रामीणों ने चक्काजाम खत्म किया और सड़क बहाल हुई।

बहरहाल, ग्रामीणों के घंटों चक्काजाम के बाद भी प्रशासन की ओर से कोई मौके पर नहीं पहुंचा और न ही कोई प्रतिनिधि भेजा गया। इससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि क्षेत्र में बढ़ते प्रदूषण और ग्रामीणों की सेहत को लेकर प्रशासन कितना गंभीर है।

जशपुर पुलिस ने अन्तर्राज्यीय चोर गिरोह का किया पर्दाफाश, दो आरोपी गिरफ्तारी, कई चोरी की घटनाओं में थे शामिल

जशपुर-    जशपुर पुलिस ने अन्तर्राज्यीय चोर गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है. ये दोनों आरोपी ओडिशा के रहने वाले हैं और अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर जशपुर जिले में कई चोरी की घटनाओं को अंजाम दे चुके थे.

जानकारी के अनुसार, 13-14 दिसंबर 2024 की रात कांसाबेल थाना की स.उ.नि. नीता कुर्रे और उनकी टीम द्वारा चेक गश्त के दौरान एक संदिग्ध वाहन स्वीफ्ट (क्र. ओ.आर. 14 आर 7305) को देखा गया. चालक ने पूछताछ के दौरान वाहन नहीं रोका और तेज गति से वाहन को भगाने की कोशिश की. पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए संदिग्ध वाहन का पीछा किया, जिसके बाद वाहन चालक ने उसे रोड से नीचे उतार दिया और फरार हो गया. वाहन की तलाशी में 03 टायर, 01 मोबाइल, गैस कटर, चक्का पाना, ड्राइविंग लाइसेंस और अन्य औजार बरामद हुए.

वहीं 17 दिसंबर 2024 को स्थानीय निवासी आकाश यादव, रितेष गुप्ता और पुटलोरी मालकोण्डये ने थाना कांसाबेल में रिपोर्ट दर्ज कराई कि 13-14 दिसंबर की रात उनके पिकअप वाहन से स्टेपनी चोरी हो गई थी. पुलिस ने जब जब्त की गई स्टेपनी को दिखाया, तो चोरी की पुष्टि हो गई.

एसपी शशि मोहन सिंह ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए उप पुलिस अधीक्षक विजय सिंह राजपूत के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया, जिसमें सायबर सेल को भी शामिल किया गया. कुछ घंटों में ही पुलिस ने आरोपियों मो. कमरूद्दीन हुसैन (28 वर्ष) और मो. करीम हुसैन (26 वर्ष) को कुनकुरी क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि इनकी मदद से अन्य दो आरोपी फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं.

स्वर्णप्राशन एवं बाल रक्षा किट के लिए आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय में उमड़ी भीड़, 2702 बच्चों को कराया गया स्वर्णप्राशन

रायपुर-   बच्चों के व्याधिक्षमत्व, पाचन शक्ति, स्मरण शक्ति, शारीरिक शक्तिवर्धन एवं रोगों से बचाव के लिए शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय, रायपुर में आज 2702 बच्चों को स्वर्णप्राशन कराया गया। विभिन्न रोगों से रोकथाम एवं इम्युनिटी बढ़ाने के लिए 350 बच्चों को पांच दवाईयों से बने बाल रक्षा किट भी वितरित किए गए। आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय के कौमारभृत्य विभाग द्वारा हर पुष्य नक्षत्र तिथि में शून्य से 16 वर्ष के बच्चों को स्वर्णप्राशन कराया जाता है। स्वर्णप्राशन के साथ ही डॉ. लवकेश चंद्रवंशी ने बच्चों के स्वास्थ्य का परीक्षण किया। आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय परिसर में आज स्वर्णप्राशन के साथ ही बच्चों को लेकर आए 432 अभिभावकों का भारत सरकार के ‘देश का प्रकृति परीक्षण’ अभियान के तहत प्रकृति परीक्षण भी किया गया।

शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय परिसर में आयुष विभाग की संचालक इफ्फत आरा, प्राचार्य प्रो. डॉ. जी.आर. चतुर्वेदी, चिकित्सालय अधीक्षक प्रो. डॉ. प्रवीण कुमार जोशी और कौमारभृत्य विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. नीरज अग्रवाल के निर्देशन में स्वर्णप्राशन कराया गया। महाविद्यालय के कौमारभृत्य विभाग की व्याख्याता डॉ. सत्यवती राठिया तथा स्नातकोत्तर एवं स्नातक छात्र-छात्राएं हर महीने इसमें महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय द्वारा इस वर्ष की अन्य पुष्य नक्षत्र तिथियों 25 जनवरी को 1235, 21 फरवरी को 1420, 18 मार्च को 1720, 16 अप्रैल को 1410, 13 मई को 1256, 10 जून को 1802, 8 जुलाई को 1342, 3 अगस्त को 1370, 30 अगस्त को 1660, 26 सितम्बर को 2046, 24 अक्टूबर को 2216 और 20 नवम्बर को 2211 बच्चों को स्वर्णप्राशन कराया गया था।

CM साय ने कांग्रेस पर साधा निशाना, कहा- ‘कांग्रेस ने हमेशा संविधान निर्माता बाबासाहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर का किया अपमान’

रायपुर-   केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर से संसद में संविधान निर्माता बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर पर दिए बयान के बाद सियासी घमासान तेज हो गया है। कांग्रेस, टीएमसी, सपा, बसपा, आप और शिवसेना (उद्धव गुट) समेत तमाम विपक्षी दलों ने अमित शाह पर अंबेडकर के अपमान का आरोप लगाया। इसके बाद मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इन आरोपों पर पलटवार करते हुए कांग्रेस को पूरी तरह बाबासाहेब विरोधी बताया है।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया ‘एक्स’ अकाउंट पर एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा – “कांग्रेस ने हमेशा से संविधान निर्माता बाबासाहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर जी का अपमान किया है। बाबासाहेब के बनाए संविधान में बार-बार संशोधन, देश में आपातकाल लागू कर लोकतंत्र का गला घोंटना, डॉ. अंबेडकर जी को भारत रत्न से वंचित रखना ये सब कांग्रेस ने ही किया है।” उन्होंने कहा कि “आज कांग्रेस बाबासाहेब अंबेडकर के नाम पर दिखावा कर रही है। लेकिन देश जानता है कि जब 1951-52 में देश में पहला आम चुनाव हुआ, तो कांग्रेस ने डॉ. अंबेडकर को हराया। इसी कारण उन्होंने नेहरू के मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था।”

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि “कांग्रेस जितना चाहे प्रयास करे, लेकिन इस बात से इंकार नहीं कर सकते कि अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति समुदाय के खिलाफ सबसे भयानक हत्याकांड उनके शासनकाल में हुए हैं। कई वर्षों तक, उन्होंने सत्ता में बैठकर एससी और एसटी समुदायों को सशक्त बनाने के लिए कुछ भी ठोस कदम नहीं उठाया। कांग्रेस पूरी तरह बाबासाहेब विरोधी है।”

गृह मंत्री अमित शाह ने अंबेडकर को लेकर क्या कहा था?

बता दें कि कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों का आरोप है कि शाह ने राज्यसभा में ‘भारत के संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा’ विषय पर दो दिन तक चली चर्चा का जवाब देते हुए मंगलवार को अपने संबोधन के दौरान बाबासाहेब का अपमान किया। मुख्य विपक्षी दल ने शाह के संबोधन का एक वीडियो अंश जारी किया, जिसमें गृह मंत्री विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए यह कहते सुने जा सकते हैं , “अभी एक फैशन हो गया है- आंबेडकर, आंबेडकर…इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।”

9 सूत्रीय मांगों को लेकर नगर पालिका कर्मचारी हड़ताल पर, गंदगी और बदबू से शहरवासी परेशान

तखतपुर-   प्रदेश संगठन के आह्वान पर नगरीय निकाय के कर्मचारी आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं, जिससे नगर की सारी व्यवस्थाएं ठप हो गई हैं. हड़ताल के चलते सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है और जगह-जगह कूड़े और गंदगी के ढेर लगे हुए हैं. इनसे उठती बदबू शहरवासियों के लिए परेशानी का कारण बन गई है. जिनके घरों के आसपास यह कचड़ा और गंदगी फैली है, उनका घरों में रहना मुश्किल हो गया है.

वहीं नगर में फैली गंदगी से बीमारियों की सभावना बढ़ गई है. जानवरों के लिए भी यह गंदगी खतरा बन गया है. मवेशी कचड़े में फेंके गए खाद्य पदार्थों के चक्कर में पन्नी भी खा रहे है, जो उनके स्वास्थ्य के लिए भी खतरनाक है. साथ ही कचड़े के साथ फेंके गए कांच और नुकीली चीजें भी कचड़े मुंह मारने वाले जानवरों के लिए भी खतरा है. इसी के साथ लोगों को पानी की समस्या भी हो रही है. रोजाना होने वाला पानी का सप्लाई भी अब कभी कभार ही हो रहा है. इस तरह नगर पालिका के कर्मचारियों के हड़ताल से स्वच्छता का मिशन भी रुक गया है. घर-घर से कचरा इक्कट्ठा करने वाली गाड़ियों के पहिए थम गए है और स्वच्छता का संदेश देने वाले गीत भी सुनाई नहीं दे रहे हैं.

ये है नपा कर्मियों की मुख्य मांगें

1. नगरीय निकायों के नियमित कर्मचारियों का वेतन भुगतान ट्रेजरी के माध्यम से सुनिश्चित हो.

2. नगरीय निकाय में प्लेसमेंट ठेका प्रथा बंद करते हुये निकाय के माध्यम से वेतन भुगतान किया जाए तथा प्लेसमेंट कर्मचारियों को सम्मान निधि राशि रू- 4000.00 प्रदान किया जाए.

3. नगरीय निकायों में अन्य विभाग की भांति ओल्ड पेंशन योजना शीघ्र ही लागू किया जावे एवं सामान्य प्रशासन विभाग एवं वित्त विभाग, छत्तीसगढ़ द्वारा जारी आदेश/निर्देश जिस तिथि से जारी हो उस तिथि से आदेश निर्देश समस्त नगरीय निकायों में पूर्णतः लागू हो प्रसारित किया जाए.

4. नगरीय निकायों में मृतक कर्मचारी के परिवार के सदस्य को शीघ्र ही संभाग स्तर में अनुकंपा नियुक्ति प्रदान किया जाए.

5. नगरीय निकायों में कार्यरत नियमित कर्मचारियों को 12 वर्ष की सेवा पूर्ण होने पर संभाग स्तर में रिक्त पद पर पदोन्नति की कार्रवाई शीघ्र ही किया जाए.

6. नगरीय निकायों के बकाया 6वें व 7वें वेतनमान की एरियर्स की राशि का भुगतान के लिए शीघ्र ही आदेश प्रसारित किया जाए.

7. नगरीय निकायों में कार्यरत सफाई कर्मचारियों सांख्येतर पद समाप्त कर, नियमित किया जाए एवं बिलासपुर नगर निगम में शासन से स्वीकृत प्लेसमेंट के 300 पद पर सफाई कर्मचारियों के सदस्यों को पहले प्राथमिकता देते हुए पद पूर्ति किया जाए.

8. नगरीय निकायों में कार्यरत प्लेसमेंट/दैनिक वेतन भोगियों कर्मचारियों का नियमितीकरण किया जाए.

9. नगरीय निकायों में कार्यरत स्वच्छता दिदियों का मानेदय कलेक्टर दर पर भुगतान किया जाए एवं सप्ताह के 1 दिवस आवकाश प्रदान किया जाए.

बाबा गुरू घासीदास के संदेशों को अपनाकर राज्य सरकार सबका साथ, सबका विकास के मूलमंत्र पर आगे बढ़ रही है: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

रायपुर-     मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि बाबा गुरु घासीदास के संदेशों को अपनाकर हमारी सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास और सबका विश्वास के मूलमंत्र के साथ विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रही है। मुख्यमंत्री श्री साय आज मुंगेली जिले के तहसील मुख्यालय लालपुर धाम में आयोजित बाबा गुरू घासीदास के 268वें जयंती समारोह एवं तीन दिवसीय मेला कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री ने यहां बाबा गुरू घासीदास मंदिर एवं जैतखाम में पूजा-अर्चना कर राज्य की खुशहाली एवं समृद्धि की कामना की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर लालपुर में बाबा गुरू घासीदास मंदिर के जीर्णाेद्धार के लिए 50 लाख रूपए की स्वीकृति तथा लोरमी में नालंदा परिसर के निर्माण की घोषणा की। मुख्यमंत्री श्री साय सहित अतिथियों का कार्यक्रम स्थल पहुंचने पर सतनामी कल्याण समिति के सदस्यों ने गजमाला पहनाकर भव्य स्वागत किया।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सभी को बाबा गुरू घासीदास जयंती की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि बाबा गुरू घासीदास ने ऊंच-नीच, भेद-भाव, छूआछूत का प्रबल विरोध किया, मनखे-मनखे एक समान का उपदेश दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी के अनुरूप 70 लाख से ज्यादा महिलाओं को महतारी वंदन योजना का लाभ मिल रहा है। तेंदूपत्ता संग्रहण की पारिश्रमिक दर बढ़ाकर 5500 रूपए किया गया है। प्रति एकड़ 21 क्विंटल तथा 3100 रूपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी की जा रही है। सरकार द्वारा अनुसूचित जाति और जनजाति के लोगों के विकास पर ध्यान देते हुए प्राधिकरण का गठन किया गया है। यूपीएससी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए दिल्ली के ट्रायबल यूथ हॉस्टल में सीटों की संख्या बढ़ाई गई है, ताकि अधिक से अधिक युवाओं को पढ़ाई और बेहतर शिक्षा का लाभ मिल सके।

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने इस अवसर पर कहा कि सब को साथ लेकर चलना बाबा का संदेश था और इसी संदेश का संकल्प लेकर हमारी सरकार आगे बढ़ रही है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ का सांय-सांय विकास हो रहा है। उन्होंने सभी को बाबा गुरु घासीदास जयंती की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल ने कहा कि लालपुर में उपस्थित होकर बाबा गुरु घासीदास की पूजा-अर्चना करने का सौभाग्य मिला। बाबा ने सत्य के मार्ग पर चलने का संदेश दिया। आप सभी उनके संदेशों का अनुकरण करते हुए जीवन में आगे बढ़ें।

केन्द्रीय आवास एवं शहरी मामलों के राज्य मंत्री तोखन साहू ने बाबा गुरू घासीदास जयंती की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि लालपुर धाम में हर समाज के लोग आते हैं और श्रद्धा के साथ सिर झुकाते हैं। आज बाबा की 268वीं जयंती मना रहे हैं, ताकि बाबा के पद चिन्हों पर चलने का संकल्प ले सकें। उन्होंने कहा कि बाबा गुरू घासीदास ने अपनी साधना और तपस्या के बल पर पूरे मानव समाज को एकता के सूत्र में बांधा। छूआछूत की भावना को दूर करते हुए सर्व समाज को आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। उन्होंने संत समाज को नमन करते हुए सांसद निधि से लालपुर के विकास के लिए 10 लाख रूपए की घोषणा की।

इस अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधिगण, संभागायुक्त महादेव कावरे, आईजी संजीव शुक्ला, कलेक्टर राहुल देव, पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल, गणमान्य नागरिक कोमल गिरी गोस्वामी, फणीश्वर पाटले सहित बड़ी संख्या में सतनामी समाज के अनुयायी मौजूद रहे।