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दिल्ली में ठंड और प्रदूषण का डबल अटैक, कई इलाकों में AQI 450 पार

दिल्ली की हवा में एक बार फिर से जहर घुल गया है, जहां का AQI बहुत खराब श्रेणी में 450 के पार पहुंच गया है. मंगलवार यानी आज दिल्ली का AQI 418 है. सोमवार रात से ही दिल्ली में प्रदूषण से हालात बहुत ज्यादा बिगड़ने लगे और हवा की गुणवत्ता में गिरावट आई. इसी वजह से दिल्ली में एक बार फिर से ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान यानी GRAP-4 लागू कर दिया गया है.

दिल्ली के 29 इलाके रेड जोन में हैं, जहां पर 400 के पार AQI है. इनमें अलीपुर में AQI- 449, आनंद विहार में AQI- 465, अशोक विहार में AQI- 456, बवाना में AQI- 465, बुराड़ी क्रॉसिंग में AQI- 447, मथुरा रोड़ में AQI- 429, कर्णी सिंह में AQI- 401, DTU में AQI- 447, द्वारका सेक्टर-8 में AQI- 427, ITO में AQI- 434, जहांगीरपुरी में AQI- 466, जवाहरलाल नेहरू में AQI- 412, मेजर ध्यानचंद में AQI- 426, मंदिर मार्ग में AQI- 412 के अलावा और इलाके भी शामिल हैं.

यहां भी AQI 400 के पार

मुंडका में AQI- 432, नरेला में AQI- 441, नेहरू नगर में AQI- 461, नॉर्थ कैंपस में AQI- 431, ओखला फेज-2 में AQI- 433, प्रतापगढ़ में AQI- 444, पंजाबी बाग में AQI- 452, पूसा में AQI- 419, RK पुरम में AQI- 427, रोहिणी में AQI- 462, शादीपुर में AQI- 420, सोनिया विहार में AQI- 445, विवेक विहार में AQI- 458, वजीरपुर में AQI- 449 है.

इन इलाकों में थोड़ा कम

वहीं महज NSIT द्वारका में 288 AQI है लेकिन ये भी खराब स्थिति में ही है. इसके अलावा दिलशाद गार्डन में 400 से कम लेकिन के 300 के पार AQI- 316 है. ऐसे ही लोधी गार्डन का 310 AQI, लोधी रोड़ का AQI-361, नजफगढ़ का AQI- 357, सीरीफोर्ट का AQI-390,श्री अरबिंदो मार्ग का AQI- 376, आया नगर में AQI- 353 है. यही 7 इलाके हैं, जिनमें 300 से ज्यादा और 400 से थोड़ा कम AQI है.

GRAP-4 के नियम लागू

ऐसे ही हालात को देखते हुए सोमवार को GRAP के चौथे चरण के तहत कड़े प्रतिबंधों को लागू कर दिया गया है. एक ऑफिशियल आदेश में यह जानकारी दी गई है. इस तरह GRAP-4 लागू होने के साथ सभी पब्लिक प्रोजेक्ट जैसे निर्माण कार्यों और तोड़फोड़ पर प्रतिबंध रहेगा. इसके साथ ही एक बार फिर से गैर-जरूरी सामान ले जाने वाले ट्रकों की एंट्री दिल्ली में बैन कर दी गई है.

Flipkart Sale इस दिन से होगी शुरू, सस्ते iPhone, स्मार्टवॉच और फोन खरीदने की अभी से करें तैयारी

ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स की ऑनलाइन सेल में सस्ता सामान मिल जाता है. इसलिए हर कोई बेसब्री से फ्लिपकार्ट और अमेजन जैसे प्लेटफॉर्म की सेल का इंतजार करता है. अगर आप भी सस्ता सामान खरीदने के लिए किसी ऑनलाइन सेल का इंतजार कर रहे हैं, तो फ्लिपकार्ट की नई सेल शुरू होने वाली है. फ्लिपकार्ट बिग सेविंग डेज सेल में आपको सस्ते दाम पर iPhone, स्मार्टवॉच, स्मार्टफोन समेत अलग-अलग प्रोडक्ट्स को खरीदने का मौका मिलेगा. फ्लिपकार्ट बिग सेविंग डेज सेल 20 दिसंबर 2024 से शुरू होगी.

फ्लिपकार्ट की अपकमिंग सेल के जरिए आप न केवल शॉपिंग कर पाएंगे, बल्कि सेविंग भी होगी. यहां आपको शानदार डिस्काउंट ऑफर्स मिलेंगे, जिनकी मदद से आप मोटी बचत कर सकते हैं. इसलिए कुछ भी खरीदने का प्लान है, तो अभी से विशलिस्ट बना लें. आइए फ्लिपकार्ट बिग सेविंग डेज सेल में मिलने वाले ऑफर्स की डिटेल्स के बारे में जानते हैं.

Flipkart Sale: सस्ते मिलेंगे स्मार्टफोन

अगर आप सस्ता स्मार्टफोन खरीदने का प्लान बना रहे हैं, तो फ्लिपकार्ट बिग सेविंग डेज सेल से खरीद सकते हैं. यह सेल 20 दिसंबर 2024 से शुरू होकर 25 दिसंबर 2025 तक चलेगी. इसमें iPhone 15 Plus, Nothing CMF Phone 1, Vivo T3 Pro, Poco M6 5G जैसे स्मार्टफोन पर भारी छूट मिलेगी.

Flipkart Sale: स्मार्टवॉच और गैजेट्स ऑफर्स

फ्लिपकार्ट बिग सेविंग डेज सेल स्मार्टवॉच खरीदने पर भी बचत कराएगी. जब यह सेल शुरू होगी तो आप मात्र 999 रुपये की शुरुआती कीमत से नई स्मार्टवॉच खरीद सकेंगे. इसके अलावा चार्जर और केबल पर 70 फीसदी तक डिस्काउंट मिलेगा और 499 रुपये की शुरुआती कीमत पर मोबाइल कवर मिलेंगे. फास्ट चार्जिंग पावरबैंक पर कम से कम 50 फीसदी की छूट मिलेगी.

Flipkart Sale: फर्नीचर पर भी छूट

फ्लिपकार्ट की अपकमिंग सेल में न केवल गैजेट्स बल्कि और भी सामान सस्ते दाम पर मिलेगा. अगर घर के लिए नया बैड खरीदने का विचार पर फ्लिपकार्ट की सेल में 6,900 रुपये की शुरुआती कीमत पर नया बेड मिल जाएगा. वार्डरोब का स्टार्टिंग प्राइस 5,490 रुपये रहेगा, जबकि ऑफिस चेयर की कीमत 2,490 रुपये से शुरू होगी.

महाराष्ट्र: मंत्रियों के विभागों का बंटवारा होगा 2 दिन में , सीएम फडणवीस ने किया ऐलान

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव में जीत के बाद देवेंद्र फडणवीस की सरकार बनी. एकनाथ शिंदे और अजित पवार उपमुख्यमंत्री बने, लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर लंबा सस्पेंस चला. अंततः रविवार को देवेंद्र मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ और 39 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई. इनमें 33 कैबिनेट और छह राज्य मंत्री की शपथ दिलाई गई. अब मंत्रियों को कौन से विभाग दिए जाएंगे. इसे लेकर कयास शुरू हो गए हैं.

इस बीच, सीएम देवेंद्र फडणवीस का बयान आया है. देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मंत्रियों के विभागों के बंटवारे अगले दो दिनों में हो जाएगा. बता दें कि पहले से ही विभागों के बंटवारे को लेकर महायुति के घटक दल भाजपा, शिवसेना और एनसीपी में खींचतान चल रही है.

मंत्रिमंडल विस्तार समारोह से कुछ घंटे पहले उपमुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजित पवार ने कहा कि शपथ लेने वालों में से कुछ का कार्यकाल ढाई साल का होगा. सहयोगी दलों में सबसे बड़ी पार्टी होने के कारण भाजपा को 19 मंत्री पद मिले, जबकि शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना और अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को क्रमश: 11 और 9 मंत्री पद मिले.

किसे कौन सा विभाग दिया

जाएगा… सीएम ने बताया

सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “आज 39 नेताओं ने शपथ ली है, इनमें 6 राज्य मंत्री हैं. दो दिन में साफ हो जाएगा कि किसे कौन सा विभाग दिया जाएगा. इस सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा होगी. इस सत्र में 20 विधेयक आएंगे.

उन्होंने कहा कि विपक्ष ने एक पत्र दिया था. पिछले सत्र के पत्र में ईवीएम पर एक पैराग्राफ जोड़ा गया है. पत्र का पहले भी जवाब दिया गया है, जितनी बार सवाल पूछे जाएंगे, उसका जवाब दिया जाएगा. मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि ईवीएम का मतलब है महाराष्ट्र के लिए हर वोट…”

मंत्रियों के कामकाज का करेंगे ऑडिटः सीएम

सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “हम सभी मंत्रियों का प्रदर्शन ऑडिट कराने जा रहे हैं और ऑडिट में अगर यह पाया गया कि मंत्री सही काम नहीं कर रहे हैं तो उस मंत्री पर पुनर्विचार किया जाएगा.”

सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “महाराष्ट्र के परभणी शहर में हुई हिंसा के संबंध में मुझे एक अनुरोध करना है कि इस तरह से प्रतिक्रिया देना सही नहीं है. यह सरकार संविधान के खिलाफ कभी कुछ नहीं करेगी. कुछ लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. तीन आरोपी पाए गए हैं…”

इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ईवीएम को लेकर विपक्ष के आरोप पर कहा कि ईवीएम को लेकर एक पत्र दिया गया है. हमने जो काम किया, उसे सभी ने देखा है. 86 कैबिनेट मीटिंग हुईं और 850 फैसले लिए गए. इसके बाद भी हम एक टीम के तौर पर काम करेंगे.

उन्होंने कहा कि कर्नाटक, झारखंड और इन जगहों पर जीतने के बाद वे कहते हैं कि ईवीएम अच्छी है और हारते हैं तो चुनाव आयोग को दोष देते हैं.

विदेश मंत्री एस जयशंकर बोले- डिजिटल युग की विदेश नीति की अपनी मांग, हमें अपनी अर्थव्यवस्था में वैश्विक भागीदारी बनानी होगी

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को दिल्ली में एक पुस्तक विमोचन समारोह में भाग लिया. जहां उन्होंने पिछले 10 वर्षों में विदेश नीति और आर्थिक कूटनीति पर खुलकर बात की. उन्होंने कहा कि आगे बढ़ने वाली विदेश नीति के लिए मेरा मानना है कि बड़ा सोचना चाहिए, लंबा सोचना चाहिए, लेकिन समझदारी से सोचना चाहिए. इस दौरान उन्होंने डिजिटल युग की विदेश नीति की जरूरत की मांग पर जोर दिया.

एस जयशंकर ने कहा, ‘पूरी ईमानदारी से कहूं तो विदेश नीति पुरानी और नई का मिश्रण है. ऐतिहासिक रूप से हम जिन मुद्दों का सामना करते आए हैं, उनमें से कई अभी भी खत्म नहीं हुए हैं. हमें अभी भी अपनी सीमाओं को सुरक्षित करना है. हम अभी भी आतंकवाद से बहुत गंभीर स्तर पर लड़ रहे हैं. अतीत की कड़वी यादें अभी भी ताजा हैं. वर्तमान की जरूरतें भी हैं. हम पहले ही ऐसी विदेश नीति की ओर बढ़ चुके हैं, जिसका सीधा काम राष्ट्रीय विकास को आगे बढ़ाना है.

हमें दुनिया के साथ बहुत कुछ करना होगा- विदेश मंत्री

विदेश मंत्री ने कहा, ‘जब प्रधानमंत्री या विदेश मंत्री बाहर जाते हैं, तो तकनीक, पूंजी, सर्वोत्तम प्रथाओं, सहयोग और निवेश के बारे में बहुत कुछ होता है. इनका बहुत बड़ा स्थान होता है. हमने दक्षिण पूर्व एशिया और पूर्वी एशिया के अन्य देशों से कुछ मूल्यवान सबक लिए हैं, जो हमसे बहुत पहले ऐसा कर रहे थे.’ एस जयशंकर ने कहा कि आज भारत एक ऐसा देश है, जिससे बहुत अधिक उम्मीदें हैं, एक ऐसा देश जिसकी जिम्मेदारियां भी बहुत अधिक हैं. भारत को प्रथम प्रतिक्रिया दाता के रूप में देखने का विचार और भी अधिक बार आएगा.

उन्होंने कहा, ‘विस्तारित पड़ोस क्षेत्र में यह अपेक्षा की जाएगी कि भारत जब चाहे अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया का हिस्सा बने. क्योंकि दुनिया बदल रही है, नए विचार और पहल होंगी. पूरा ढांचा अधिक खुला और अधिक बहुआयामी होगा, लेकिन इसमें गहरी भागीदारी और अधिक जटिल निर्णय होंगे. हमें दुनिया के साथ बहुत कुछ करना होगा. यह इस देश के लिए अच्छा है कि दुनिया के साथ गहरे जुड़ाव के साथ हमारी प्रगति और विकास में तेजी आए. इसलिए आगे की विदेश नीति के लिए, मेरा मानना है कि किसी को बड़ा सोचना चाहिए, लंबा सोचना चाहिए, लेकिन समझदारी से सोचना चाहिए.’

हमें अपनी अर्थव्यवस्था में वैश्विक भागीदारी बनानी होगी

विदेश मंत्री ने कहा कि आपूर्ति श्रृंखलाओं को फिर से आकार देने का आज विदेश नीति पर प्रभाव पड़ता है, यह राष्ट्रीय विकास के लिए भी एक बड़ा अवसर है. यह पहले से ही इस देश में विनिर्माण को बढ़ावा दे रहा है. यह एक तरह से भारत में प्रौद्योगिकी विकास के लिए उत्प्रेरक भी है, विदेश मंत्री ने कहा. उन्होंने कहा कि डिजिटल युग अपनी खुद की विदेश नीति की मांग करता है क्योंकि डिजिटल युग विनिर्माण युग से मौलिक रूप से अलग है. विनिर्माण में जिस तरह की हेजिंग की जा सकती है, दिन के अंत में, उत्पाद उत्पाद हैं, जबकि डिजिटल अब केवल उत्पाद नहीं है, यह डेटा उत्सर्जक है.

उन्होंने कहा, ‘आज, हमें अपनी अर्थव्यवस्था में वैश्विक भागीदारी बनानी होगी. यह सवाल नहीं है कि कीमत पर कौन प्रतिस्पर्धी है, यह भी एक मुद्दा है कि आप किसके उत्पादों और सेवाओं पर भरोसा करते हैं. आप अपना डेटा कहां रखना चाहेंगे? दूसरे लोग आपके डेटा का आपके खिलाफ कहां इस्तेमाल कर सकते हैं? ये सभी चिंताएं महत्वपूर्ण होंगी.’

महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस सरकार का पहला कैबिनेट विस्तार: 39 नए मंत्रियों ने ली शपथ, जानें किसका कटा पत्ता?


महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस सरकार का पहला कैबिनेट विस्तार हो गया है. नागपुर राजभवन में कुल 39 नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली. इस बार बीजेपी के सबसे ज्यादा 19 मंत्रियों ने शपथ ली, जबकि शिवसेना शिंदे गुट के 11 और एनसीपी अजित पवार गुट के 9 मंत्रियों ने शपथ ली. महायुति के इस बार के कैबिनेट विस्तार कई नए चेहरों को शामिल किया गया तो कई पुराने मंत्रियों का पत्ता भी काट दिया गया है.

विधानसभा चुनाव में सबसे ज्यादा सीटें जीतकर बीजेपी नंबर एक पार्टी बनकर उभरी, बीजेपी ने विधानसभा में 132 सीटें जीतीं, जबकि राष्ट्रवादी अजित पवार गुट ने 41 सीटें और शिवसेना शिंदे समूह ने 57 सीटें जीतीं. चुनाव में ज्यादा सीट हासिल करने के बाद देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री बने जबकि एकनाथ शिंदे को डिप्टी सीएम बनना पड़ा. वहीं, अजित पवार पहले भी डिप्टी सीएम से थे और अब भी डिप्टी सीएम हैं.

नई कैबिनेट की खास बात ये है कि इसमें कई नए चेहरों को मौका दिया गया है, जिसके चलते कुछ अनुभवी नेताओं की छुट्टी कर दी गई है. जिसमें राष्ट्रवादी अजित पवार गुट के नेता छगन भुजबल और दिलीप वलसे पाटिल को कैबिनेट में शामिल नहीं किया गया है. वहीं दूसरी ओर शिव सेना शिंदे गुट के नेता दीपक केसरकर भी मंत्री पद का मौका चूक गए हैं. रवींद्र चव्हाण के जगह को भी बीजेपी ने टेकओवर कर लिया.

किसने ली मंत्री पद की शपथ?

बीजेपी कोटे से चन्द्रशेखर बावनकुले, राधाकृष्ण विखे पाटिल. चंद्रकांत पाटिल, गिरीश महाजन, गणेश नाइक, मंगल प्रभात लोढ़ा, जयकुमार रावल, पंकजा मुंडे, अतुल अशोक उइके, आशीष शेलार, संजय सवकारे, नीलेश राणे, आकाश फुंडकर, माधुरी मिसाल. राज्य मंत्री के रूप में पंकज भोईर, मेघना बोर्डिकर, शिवेंद्र सिंह, राजे भोसले.

शिवसेना शिंदे गुट से कौन?

गुलाबराव पाटिल, दादा भूसे, संजय राठौड़, उदय सामंत, शंभूराज देसाई, संजय शिरसाट, प्रताप सरनाईक, भरत गोगावले, प्रकाश आबिटकर. राज्य मंत्री आशीष जयसवाल और योगेश कदम.

एनसीपी अजित गुट से कौन-कौन?

हसन मुश्रीफ, धनंजय मुंडे, दत्तात्रेय भरणे, अदिति तटकरे, माणिकराव कोकाटे, नरहरि जिरवाल, मकरंद जाधव, बाबासाहेब पाटिल, इंद्रनील नाइक.

महाराष्ट्र में ढाई साल होगा मंत्रियों का कार्यकाल, देना होगा शपथ पत्र

महाराष्ट्र में काफी दिनों के सस्पेंस के बाद रविवार को अंततः सीएम देवेंद्र फडणवीस मंत्रिमंडल का विस्तार हो गया. नागपुर में 39 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई. इस अवसर पर सीएम देवेंद्र फडणवीस, उप मुख्यमंत्री अजित पवार और एकनाथ शिंदे के साथ-साथ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी सहित भाजपा के कई आला नेता उपस्थित थे. राज्यपाल ने नागपुर में नवनिर्वाचित मंत्रियों को मंत्री पद की शपथ दिलाई, लेकिन प्राप्त जानकारी के अनुसार शपथ लिए मंत्रियों का कार्यकाल पांच साल का नहीं, बल्कि ढाई साल का होगा और मंत्री पद का शपथ लेने के बाद उन्हें शपथ पत्र भी लिखना होगा. इसे लेकर अजित पवार और एकनाथ शिंदे का बयान सामने आया है, लेकिन यह फॉर्मूला बीजेपी के मंत्रियों पर लागू होगा या नहीं. यह अभी साफ नहीं है.

बता दें कि मंत्रिमंडल के विस्तार में कुछ नए चेहरों को मौका दिया गया तो कुछ पुराने चेहरे को दोबारा मंत्री बनाया गया है. इस बीच मंत्री पद नहीं मिलने से कुछ नेताओं में नाराजगी देखी गई है. गौरतलब है कि कुल 39 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई है. इनमें बीजेपी के 19, एनसीपी के 9 और शिवसेना शिंदे समूह के 11 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है.

भंडारा विधानसभा क्षेत्र के शिवसेना विधायक भोंडेकर ने मंत्री पद नहीं मिलने पर शिवसेना उपनेता पद से इस्तीफा दे दिया है . इसके साथ ही महागठबंधन के घटक दल आरपीआई (रिमेम्बर ग्रुप) के प्रमुख रामदास अठावले ने भी अपनी नाराजगी जाहिर की है. हमसे एक कैबिनेट मंत्रालय और एक विधान परिषद का वादा किया गया था. हालांकि, वास्तव में कुछ भी प्राप्त नहीं हुआ है. आठवले ने कहा है कि मैं अपने पदाधिकारियों का सामना कैसे करूंगा.

ढाई साल होगा मंत्रियों का कार्यकाल

दूसरी ओर, उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने भी संकेत दिया है कि जिन नेताओं को मंत्री पद मिला है, वे केवल ढाई साल तक ही इस पद पर रह सकते हैं. उन्होंने एक पार्टी कार्यक्रम में भाषण के दौरान यह टिप्पणी की है. लेकिन बीजेपी में इस बात को लेकर संशय है कि इस फॉर्मूले का पालन किया जाएगा या नहीं.

मंत्रियों से लिखाया जाएगा शपथ पत्र

दूसरी ओर, शिवसेना के मंत्रियों से शपथ पत्र लिखवाया जाएगा. जिन नेताओं को मंत्री पद का मौका दिया गया है उन्हें सिर्फ ढाई साल के लिए ही मंत्री पद दिया जाएगा. उसके बाद ये मंत्रालय छोड़ना पड़ेगा. इसका उल्लेख शपथ पत्र में किया जाएगा. मंत्री पद की शपथ से पहले शिवसेना पार्टी की बैठक हुई. इस बैठक में उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपनी पार्टी के नेताओं को यह जानकारी दी है .

इधर ज्वॉइनिंग-उधर टिकट… कौन हैं AAP में शामिल होने वाले रमेश पहलवान?

दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी ने आज अपनी चौथी लिस्ट जारी कर दी है. इस लिस्ट में पार्टी ने कस्तूरबा नगर से रमेश पहलवान को टिकट दिया है. आप ने आज 12 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस की और बीजेपी नेता रमेश पहलवान अपनी पत्नी कुसुमलता के साथ बीजेपी का दामन छोड़ कर आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे. इधर वो पार्टी में शामिल हुए, उधर पार्टी ने उन्हें टिकट दे दिया है.

आम आदमी पार्टी (AAP) ने अपनी बची हुई सभी सीटों पर प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया है. पार्टी ने अपनी चौथी लिस्ट में 38 उम्मीदवारों को टिकट दिया है. चौथी लिस्ट में ऐलान किया गया है कि नई दिल्ली से केजरीवाल और कालका विधानसभा क्षेत्र से सीएम आतिशी चुनाव लड़ेंगी.

कौन हैं रमेश पहलवान?

रमेश पहलवान का आम आदमी पार्टी से पुराना नाता रहा है. साल 2012 में आम आदमी पार्टी का गठन हुआ था और साल 2013 में रमेश पहलवान ने आम आदमी पार्टी ज्वाइन की थी. साल 2013 से 2017 तक वो पार्टी का हिस्सा रहे. पूरे 4 साल तक पार्टी में रहने के बाद उन्होंने आम आदमी पार्टी छोड़ दी थी और बीजेपी में शामिल हो गए थे. आज 7 साल बाद उनकी घर वापसी हुई है. हालांकि, आज घर वापसी करने के फौरन बाद आप ने उन पर भरोसा जताया है और उन्हें उनके विधानसभा क्षेत्र कस्तूरबा नगर से मैदान में उतारा है.

रेसलिंग और स्पोर्ट्स के क्षेत्र में रमेश पहलवान काफी आगे रहे हैं और उन्होंने अहम रोल निभाया है. वो रेसलिंग और स्पोर्ट्स से जुड़ी कई संस्थाओं के अध्यक्ष और सदस्य भी हैं.

केजरीवाल ने टिकट देने का किया था इशारा

अरविंद केजरीवाल ने रमेश पहलवान और पत्नी कुसुमलता को पार्टी में शामिल करते समय उन्हें टिकट देने का इशारा किया था. केजरीवाल ने कहा था, मुझे बड़ी खुशी हो रही है कि रेमश पहलवान और कुसुमलता AAP ज्वाइन कर रहे हैं.

आप अगर उस इलाके के लोगों से पूछे तो आपको पता चलेगा कि रमेश जी और कुसुमलता जी किस तरह से 24 घंटे अपने लोगों के बीच में रहते हैं. किसी का भी सुख-दुख हो, छोटे से छोटे व्यक्ति का सुख-दुख हो, हर एक के सुख-दुख में यह सबसे आगे रहते हैं. दिल्ली के स्तर पर इन्होंने काफी अहम भूमिका निभाई है.

रमेश पहलवान ने क्या कहा?

मेरी आज दोबारा घर वापसी हो रही है, मैं दोबारा से घर वापसी कर रहा हूं, दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के आने के बाद दिल्ली में बहुत सुधार हुआ है, चाहे स्वास्थ, शिक्षा की बात हो, मुफ्त बिजली-पानी की बात हो, इनकी नीतियों को देखते हुए, इनके आदर्शों पर चलते हुए मैं इस पार्टी में दोबारा आया हूं. क्षेत्र की सेवा करेंगे.

मदन लाल का काटा टिकट

आम आदमी पार्टी ने इस सीट से मदन लाल का टिकट काट दिया है. मदन लाल ने कस्तूरबा नगर निर्वाचन क्षेत्र से साल 2020 में जीत हासिल की थी, लेकिन इस बार पार्टी ने रमेश पहलवान को टिकट दे दिया है. मदन लाल साकेत कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रहे हैं. वह कस्तूरबा नगर विधानसभा से तीन बार विधायक हैं, उन्होंने 2013, 2015 और 2020 में आम आदमी पार्टी के टिकट पर लगातार तीन चुनाव जीते, लेकिन पार्टी ने अब तीन बार के विधायक को टिकट न देकर घर वापसी करने वाले रमेश पहलवान को मैदान में उतारा है.

MP के स्कूल हॉस्टल में फटा गैस सिलेंडर,9 लोग घायल, 1 बच्चे का कटा पैर

मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले एक छात्रावास में शनिवार देर रात अचानक सिलेंडर फट गया. हादसे में कई बच्चे घायल हो गए हैं. वहीं, एक बच्चे का पैर कट गया है. घटना के बाद आनन-फानन में सभी बच्चों अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मौके पर पहुंचकर डीएम और पुलिस अधीक्षक ने बच्चों का हालचाल जाना और हादसे के बारे में जानकारी ली. छुट्टी के कारण बहुत से बच्चे घर चले गए थे. इसलिए इस हादसे ने कोई विकराल रूप नहीं लिया.

मऊगंज जिले के नईगढ़ी थाना क्षेत्र के तहत आने वाले एक अनुसूचित जनजाति छात्रावास में बीते अचानक एक सिलेंडर में जोरदार ब्लास्ट हो गया. इस हादसे में होस्टल में मौजूद करीब 8 बच्चे घायल हो गए हैं. वहीं, बच्चे का पैर कट गया है, जिसकी हालत गंभीर बताई जा रही है. घटना के तुरंत बाद बच्चों को इलाज के लिए रीवा के संजय गांधी अस्पताल में भर्ती किया गया है. मामले की जानकारी होते ही घटनास्थल का DM और SP ने निरीक्षण किया.

होस्टल में फटा सिलेंडर

पुलिस के एक अधिकारी का कहना है कि देर रात यह हादसा हुआ है. करीब 9 बच्चे इस हादसे में घायल है, जिसमें से एक बच्चे के पैर कट गया है. पुलिस ने मामले की जांच में लगा गई है कि यह हादसा है यो फिर कोई साजिश है? घटना वाले दिन रात 11 बजे खाना खाकर सो रहे थे. इसी दौरान होस्टल के कुक ने बच्चों को बताया कि होस्टल में एक जगह आ लगी हुई है. मामले की जानकारी होते ही छात्र कुक के साथ आग बुझाने के लिए, लेकिन इसी दौरान सिलेंडर फट गया और बच्चों घायल हो गए.

सिलेंडर का कटा हुआ था पाइप

बच्चों को पहले इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया था. वहीं, बाद में रीवा के संजय गांधी अस्पताल में रेफर कर दिया गया था. घायल बच्चों का आरोप है कि किसी ने किचन से ले जाकर सिलेंडर को एक कमरे में रख दिया था. वहीं, उसके पाइप को काटकर ढक दिया था. इसी दौरान कहीं से उसमें आग लग गई और फिर जोरदार ब्लास्ट हो गया

उत्तर प्रदेश के संभल में 46 साल बाद खुला हनुमान मंदिर, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने दिया बड़ा बयान

उत्तर प्रदेश के संभल में मुस्लिम बहुल इलाके खग्गू सराय में 46 सालों बाद मंदिर का ताला खोला गया. इसी को लेकर उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, अब भय के बल पर, धमकी के बल पर, डरा कर के जो यहां पर कब्जे किए गए थे, हिंदुओं को पलायन करने के लिए मजबूर किया गया था, अब वो समय समाप्त हो गया है.

उत्तर प्रदेश के संभल में बिजली चेकिंग अभियान के दौरान मुस्लिम बहुल इलाके खग्गू सराय में एक हनुमान मंदिर मिला. जहां पिछले 46 सालों से ताला लगा हुआ है. बंद मिले मंदिर का ताला खोला गया और रविवार की सुबह आरती और पूजा अर्चना की गई.

केशव प्रसाद मौर्य ने क्या-क्या कहा?

यूपी के डिप्टी सीएम ने कहा, उत्तर प्रदेश के संभल में 4 दशक से अधिक समय तक हनुमान जी के मंदिर को बंद कर के रखा गया था. एक भय का माहौल पैदा करके हिंदुओं को पलायन करने के लिए मजबूर किया गया था. मंदिर खुलने के बाद जहां लोगों में खुशी है और विश्वास है. वहीं, दूसरी तरफ ऐसा लगता है कि इस तरह से कहीं पर भी किसी धार्मिक स्थल, सार्वजनिक स्थल को बंद कर के, कब्जा कर के, छुपा कर के लोगों को वहां जाने से रोक कर कुछ किया है तो उसको पता करें.

कोई विवाद का विषय नहीं”

केशव प्रसाद मौर्य ने इस मामले में आगे कहा, यह कोई विवाद का विषय नहीं है. अब भय के बल पर धमकी के बल पर डरा कर के जो कब्जे किए गए थे यहां पर, हिंदुओं को पलायन करने के लिए मजबूर किया गया था अब वो समय समाप्त हो गया है.

1978 से बंद पड़ा था मंदिर

संभल के खग्गू सराय इलाके में मिले मंदिर में भगवान हनुमान की प्रतिमा और शिवलिंग मौजूद है. मंदिर में 46 साल बाद रविवार को हुई आरती में कई श्रद्धालु शामिल हुए. साथ ही मंदिर में बिजली की व्यवस्था की गई और सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं. यह हनुमान मंदिर 1978 से बंद पड़ा था. इस मंदिर के आसपास रहने वाले हिंदू समुदाय के लोग अपने घर बेचकर चले गए थे.

बिहार के मुजफ्फरपुर में चोरी के आरोप में एक युवक की तालिबानी सजा देने के बाद पीट-पीटकर हत्या

बिहार के मुजफ्फरपुर में चोरी के आरोप में एक युवक को तालिबानी सजा देते हुए पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया. गांव वालों का कहना है कि मृतक गांव में ट्रैक्टर चोरी करने आया था. इसी दौरान उसे पकड़ा था. गांव वालों ने युवक को पकड़कर उसके हाथ-पैर एक ऑटो में बांध दिये थे. इसके बाद उन्होंने पूरी रात रुक-रुक कर युवक की पिटाई की. युवक रहम की भीख मांगता रहा है, लेकिन किसी ने उसकी एक भी नहीं सुनी थी.

मुजफ्फरपुर के औराई के योगिया गांव के लोगों ने चोरी के शक में एक युवक की बेरहमी से हत्या कर दी. गांव वालों का कहना है कि मृतक शंभू अपने चार दोस्तों के साथ गांव में एक ट्रैक्टर चोरी करने आया था. चोरी की भनक लगते ही ट्रैक्टर मालिक जाग गया और उसने चिल्लाना शुरू कर दिया. हल्ला सुनते ही शंभू और उसके चार साथियों ने भागना शुरू कर दिया. शंभू के साथी तो जान बचाकर भाग निकले, लेकिन शंभू को गांव वालों ने पकड़ लिया.

ऑटो में बांधकर की पिटाई

गांव वालों ने शंभू को पकड़ाकर एक ऑटो में बांध दिया. इसके बाद पूरी रात उसकी गांव वालों ने रुक-रुक कर जमकर पिटाई की. मामले की जानकारी होते ही पुलिस आनन-फानन में घटनास्थल पर पहुंची और युवक को गांव वालों के चुंगल से छुड़ाया. पुलिस आनन-फानन में शंभू को लेकर अस्पताल पहुंची, जहां डॉक्टर ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया. प्रशिक्षु DSP सह थाना अध्यक्ष अभिजीत अल्केश ने बताया कि युवक को चोरी के आरोप में गांव वालों ने पकड़ा था.

पुलिस ने ट्रैक्टर मालिक को गिरफ्तार किया

युवक के शव को पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेज दिया है. पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए ट्रैक्टर के मालिक गंगा साहनी और उसके भतीजे पुकार साहनी को गिरफ्तार किया गया है. चोर की सूचना पुलिस को नहीं देकर असामाजिक तत्वों के साथ मिलकर किसी की करना अपराध है.