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अनूठा गांव है गया का चिरियावां, 100 घरों की बस्ती हर-हर में है फौजी, जब तक फौज में नहीं जाएंगे तब तक विवाह नहीं करेंगे

गया। बिहार के गया का चिरियावा गांव अनोखा है. इस गांव को फौजियों का गांव के नाम से जाना जाता है. यहां फौज की तैयारी करने वाले युवा सौगंध लेकर आगे बढ़ते हैं और अपने लक्ष्य को प्राप्त करते हैं. जो भी युवक फौज की तैयारी शुरू करते हैं, तो शपथ लेते हैं, कि जब तक वह फौज में नहीं जाएंगे.. तब तक विवाह नहीं करेंगे. देवी माता का मंदिर इस गांव के लिए चमत्कार से कम नहीं है. कहते हैं इस मंदिर में माता को प्रणाम कर जो भी आर्मी की तैयारी करता है, वह सफल हो ही जाता है.

गया का चिरियावां गांव एकदम से अनोखा है. प्राकृतिक छटा इस गांव की खूबसूरती को जहां बढ़ाती है, वही देश के प्रति जज्बा और जुनून इस खूबसूरती को चार चांद लगा देता है. चिरियावां गांव में एक- दो नहीं बल्कि 100 से अधिक लोग फौज में है. यहां के युवकों का अटल निश्चय भी काफी प्रसिद्ध है. युवा देश के प्रति इतने समर्पित हैं, कि फौज में जाने के लिए शपथ तक लेते हैं. जब फौज में जाने की तैयारी को जुुटते हैं, तो शपथ लेते हैं, कि जब तक वह फौज में नहीं जाएंगे, विवाह नहीं करेंगे. यह शपथ यहां के युवाओं की दृढ निश्चय और लक्ष्य पाने के प्रति गंभीरता को दर्शाता है. वही, देश के लिए कुछ कर गुजरने के जुनून को भी बताता है.

राजपूतों के इस गांव में हर घर में फौजी

चिरियावां गांव चारों ओर से पहाड़ों से घिरा हुआ है. पहाड़ की गोद में बसे इस गांव की अनोखी कहानी है. इस गांव में फौज में जाने का जज्बा हर युवकों में दिखता है. अब तो यहां की लड़कियां भी आगे आने लगी है. यहां लोग या तो फौजी हैं या फिर किसान. करीब 100 घरों की बस्ती है, थोङी कुछ अन्य जातियां भी है, लेकिन 90 फीसदी आबादी राजपूतों की ही है. इन राजपूतानों के हर घर से फौजी हैं. कहीं किसी घर में तो तीन चार पीढियां से फौजी बन रहे हैं. यहां कोई बेकार या बेरोजगार नहीं दिखता, या तो वह फौज में है, या फिर जो फौज में नहीं जा पाए, वे किसान बन गए. सबसे बड़ी बात यह है, कि यहां पुरुष ही नहीं, बल्कि लड़कियां भी फौज में अपने किस्मत आजमाने को अब ठाने रहती हैं. फौजियों के गांव कहे जाने वाले चिरियावा गांंव अतरी विधानसभा क्षेत्र में पड़ता है.

मेहनती है इस गांव की युवा पीढ़ी

इस गांव की युवा पीढ़ी काफी मेहनती है. मेहनत के बल पर अपना भविष्य संवारते हैं. बात चाहे ग्राउंड में पसीने बहाने की हो, या किसानी की, अपनी मेहनत से दोनों ही क्षेत्र में यहां के लोग अपनी तकदीर को सुनहरा बनाने का कोई अवसर नहीं छोड़ते हैं. यहां हर घर से फौजी निकलते हैं. यह गया ही नहीं, बल्कि बिहार और देश के लिए एक बड़े खूबसूरत गांव की तस्वीर के रूप में चिरियावां को दर्शाता है.

देवी माता के आशीर्वाद से ही संभव 

फिलहाल में फौज में जाने की तैयारी करने वाले मोनू कुमार बताते हैं, कि हम लोगों के पीछे माता का आशीर्वाद है. यहां देवी माता का मंदिर है. देवी माता मंदिर में सातों बहनिया है. भैरव बाबा है. जहां पर माता का मंदिर स्थित है, वहीं पर हमारा ग्राउंड है. माता के मंदिर की ही महिमा है, कि इस ग्राउंड में जो भी दौड़ा, वह फौजी बनकर निकला. हम लोग दौड़ लगाने से पहले माता के सामने नत मस्तक होकर उनका आशीर्वाद लेते हैं और फिर अपनी फौज में जाने की प्रैक्टिस जारी रखते हैं. यह तय है कि इस ग्राउंड में माता का मंदिर का आशीर्वाद लेकर जो भी दौड़ा, वह सफल होता चला गया है. हम युवा शपथ लेकर फौज में जाने की ठानते हैं. शपथ यह लेते हैं कि जब तक फौज में नहीं जाएंगें, तब तक विवाह नहीं करेंगे. इस सौगंध के साथ हम अपना भविष्य संंवारते हैं और अब तक सफल होते रहे हैं.

माता का आशीर्वाद और शपथ लेकर तैयारी की, अग्नि वीर में बहाली हुई है 

अग्नि वीर में चयनित हुए आलोक रंजन बताते हैं, कि उन्हें माता का आशीर्वाद मिला, जो सौगंध ली थी, वह पूरा हुआ. बताते हैं, कि आज वह अग्नि वीर में है. पिछले साल सफल हुए. जम्मू कश्मीर के बारामूला में उसकी पोस्टिंग है. उन्हें बड़ी खुशी होती है, कि वह फौज में है. इस गांव में रहकर जो सपना देखा था, वह पूरा हो गया. इससे बड़ी बात जीवन में हम लोगों के लिए कुछ नहीं हो सकती है. हमारा पूरा गांव फौजी है. हर घर से एक- दो, एक- दो फौजी मिल ही जाएंगे. कई पीढियां से फौज में जाने की जो परंपरा चली, वह अब भी जारी है, और फौजियों के इस गांव में से फौजी हमेशा निकालते रहेंगे.

किसी शादी समारोह में जुटते हैं तो बटालियन बन जाती है 

वही, फौजी से योगदान देकर लेफ्टिनेंट पद से रिटायर हुए शिव शंकर सिंह बताते हैं, कि चिरियावां फौजियों का गांव है. जब किसी शादी समारोह या बड़े अवसरों पर पूरे गांव के फौजी यहां इकट्ठे होते हैं, तो लगता है कि बटालियन बन गई है. क्योंकि इतनी तादाद में हमारे यहां गांव से फौजी निकले, कि उनकी अब गिनती करना भी मुश्किल है. बताते हैं कि फौजी से लेकर ऑफिसर तक हमारे गांव से हुए, इतना ही नहीं नेवी और एयरफोर्स में भी हमारे गांव से चयनित हुए हैं और सेना में बड़े-बड़े पदों पर हमारे गांव से लोग पहुंचे हैं. होने वाली परीक्षाओं से भी एयरफोर्स में कई गए हैं. यहां से युवक फौजी से लेकर लेफ्टिनेंट और कर्नल तक बने हैं और रिटायर किए हुए हैं. यहां रिटायर फौजियों की भी काफी तादाद है. यहां माता का मंदिर है और उनके आशीर्वाद से ही फौजियों की तादाद इतनी ज्यादा है. देश के लिए कुछ कर गुजरने का माद्दा हमारे गांव के युवकों पर है.

गया में मेट्रो रेल परियोजना के लिए प्रारंभिक सर्वेक्षण पूरा, दो मुख्य कॉरिडोर का खाका तैयार, कुल लंबाई होगी 36 किमी, लिए गए सुझाव

गया। गया में मेट्रो ट्रेन सेवा की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। राइट्स (रेल इंडिया टेक्निकल एंड इकोनॉमिक सर्विस) कंपनी ने गया में मेट्रो रेल परियोजना के लिए प्रारंभिक सर्वेक्षण पूरा कर लिया है। इसके बाद शहर में दो मुख्य कॉरिडोर का खाका तैयार किया गया है। इस परियोजना का उद्देश्य शहर को आधुनिक परिवहन सुविधा से लैस करना और यातायात की भीड़ को कम करना है। 

गया में मेट्रो सेवा के लिए दो मुख्य कॉरिडोर प्रस्तावित किए गए हैं।

1. उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर (कॉरिडोर -1): यह कॉरिडोर

गया शहर के उत्तरी और दक्षिणी हिस्सों को जोड़ेगा। इसमें आईआईएम गया, मगध विश्वविद्यालय, महाबोधि मंदिर, गया हवाई अड्डा, बस स्टैंड और गया रेलवे जंक्शन जैसे 

प्रमुख स्थान शामिल होंगे।

लंबाई: 22.5 किमी

स्टेशनों की संख्या: 18

डिपो की जगह: आईआईएम गया के पास जिंदापुर में 20 हेक्टेयर भूमि पर डिपो की योजना। यह रूट बोधगया को भी जोड़ेगा, जिससे महाबोधि मंदिर

आने वाले पर्यटकों को सुविधा होगी।

2. पूर्व-पश्चिम कॉरिडोर (कॉरिडोर-2): यह कॉरिडोर गया के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों को जोड़ेगा।

लंबाई: 13.5 किमी

स्टेशनों की संख्या: 10

डिपो की जगह: लखनपुर में 12 हेक्टेयर भूमि पर डिपो प्रस्तावित।

यह रूट बीआईपीएआरडी (बिहार इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन एंड रूरल डेवलपमेंट) और विष्णुपद मंदिर जैसे महत्वपूर्ण स्थानों को कनेक्ट करेगा। सर्वेक्षण में शामिल प्रमुख पहलू राइट्स ने मेट्रो के रूट के लिए 21 से 23 अगस्त 2024 तक विस्तृत सर्वे किया। इसमें शहर के सभी प्रमुख यात्रा गलियारों का अध्ययन किया गया। 

संरेखण के लिए ध्यान में रखे गए बिंदु

• सड़क की चौड़ाई और मौजूदा बुनियादी ढांचा।

• फ्लाईओवर और रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी)।

•मेट्रो डिपो और टर्मिनलों के लिए उपयुक्त स्थान।

• यातायात घनत्व और जनसंख्या का विश्लेषण।

सर्वेक्षण में पाया गया कि शहर की सड़कें संकरी (6-12 मीटर) हैं। प्रमुख सड़कों पर डिवाइडर नहीं हैं, जिससे कुछ क्षेत्रों में चुनौतीपूर्ण भूमि अधिग्रहण की जरूरत होगी।

संरेखण विकल्प और चुनौतियां

• गया-नवादा रोड : इस रूट पर बाजार क्षेत्र के कारण ज्यादा संपत्ति अधिग्रहण की आवश्यकता है। इसलिए इसे छोड़ दिया गया।

मानपुर रोड:पुराने और भीड़भाड़ वाले इलाके होने के

कारण इसे भी व्यवहार्य नहीं माना गया। 

• तकनीकी विशेषज्ञता के साथ रूट तय

राइट्स ने गया-डोभी रोड और पटना-गया रोड को

प्राथमिकता दी। इससे यात्री इंटरचेंज और सीमित ट्रैक कनेक्टिविटी के लिए अनुकूल मार्ग चुना गया।

• परियोजना से संभावित लाभ

• शहर में यातायात की भीड़भाड़ कम होगी।

• स्थानीय लोगों और पर्यटकों के लिए सफर आसान होगा।

• महाबोधि मंदिर, विष्णुपद मंदिर जैसे धार्मिक स्थलों तक कनेक्टिविटी बेहतर होगी।

क्षेत्रीय विकास और रोजगार सृजन को बढ़ावा मिलेगा।

स्थानीय प्रशासन की भूमिका।

प्रदेश के वन मंत्री डॉ प्रेम कुमार, बेलागंज की विधायक

मनोरमा देवी, बोधगगया के विधायक कुमार सर्वजीत, डीएम त्यागराजन और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने मेट्रो के इस प्रारूप पर विस्तृत चर्चा की। स्थानीय लोगों और विशेषज्ञों के सुझाव भी लिए गये। 

वहीं पूर्व डिप्टी मोहन श्रीवास्तव ने सीताकुंड के किनारे से मानपुर तक कॉरिडोर को निकालने की बात कही। इस पर राइट्स की टीम ने कहा कि अभी इस पर विचार किया जा रहा है। यह फाइनल नही है। 

पूरी तरह एलिवेटेड मेट्रो का प्रस्ताव

गया मेट्रो परियोजना की कुल लंबाई 36 किमी होगी, जो पूरी तरह एलिवेटेड होगी। यह परियोजना भविष्य में गया शहर के विकास और कनेक्टिविटी को एक नई दिशा देगी। इसका मतलब यह है कि मेट्रो ट्रेन जमीन पर नहीं बल्कि सड़क के ऊपर बनाए गए मेट्रो पुल के ऊपर चलेगी। मेट्रो ट्रेन केवल अपने स्टेशन पर ही जमीन पर उतरेगी।

गया को स्मार्ट सिटी बनाने की ओर यह बड़ा कदम माना जा रहा है। अगर सबकुछ योजना के अनुसार चला, तो 2028 तक गया शहर में मेट्रो का सपना साकार हो सकता है। मेट्रो की कुल लागत 76 करोड़ से ऊपर की है।

मुख्यमंत्री समग्र शहरी विकास योजना के संबंध में योजनाओं के बारे में की गई विचार विमर्श, सरकार के कई मंत्री रहे शामिल, यह हुए चर्चा

गया। बिहार सरकार के मंत्री पर्यटन विभाग एवं उद्योग विभाग सह गया जिला का प्रभारी मंत्री नीतीश मिश्रा की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में गया जिले के सभी नगर निकाय क्षेत्र के समुचित विकास के लिए नगर विकास एवं आवास विभाग बिहार सरकार द्वारा मुख्यमंत्री समग्र शहरी विकास योजना हेतु मंत्री प्रेम कुमार, मंत्री संतोष कुमार सुमन एवं गया जिला के तमाम विधायक एवं अन्य जनप्रतिनिधि के साथ मुख्यमंत्री समग्र शहरी विकास योजना के संबंध में योजनाओं के बारे में विचार विमर्श की गई।

मुख्यमंत्री समग्र शहरी विकास योजना के सफल एवं त्वरित क्रियान्वयन हेतु योजना की प्राथमिकता का निर्धारण जिला स्तरीय संचालन समिति द्वारा किया जाना है, जिसमें अध्यक्ष जिले के प्रभारी मंत्री होंगे। सदस्य- स्थानीय विधायक, सदस्य- जिला के सभी विधान पार्षद, सदस्य सचिव- जिला पदाधिकारी, सदस्य- पुलिस अधीक्षक, सदस्य- जिले के अवस्थित सभी नगर पालिका के नगर आयुक्त-नगर कार्यपालक पदाधिकारी सदस्य होंगे। बुडको के कार्यपालक अभियंता भी सदस्य होंगे। जिलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम ने आगत से भी अतिथियों का बैठक में स्वागत करते हुए कहा कि शहरों के सर्वांगीण एवं त्वरित विकास हेतु एक नई योजना की परिकल्पना मुख्यमंत्री बिहार द्वारा की गई है। जिसके अंतर्गत हर नगर निकाय में उन क्षेत्र की बड़ी योजनाओं को प्राथमिकता पर चयन करना जरूरी है, इसके लिए योजना का क्रियान्वयन एजेंसी बुडको द्वारा किया जाना है।

जिसमे विशेष कर बड़े नल का निर्माण, बड़े पथ/सड़क का निर्माण जो सीधे नेशनल हाईवे या स्टेट हाईवे से जुड़ेगी या उस क्षेत्र में बड़े पार्क का निर्माण इत्यादि शामिल है। इस योजना के तहत प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान करने की शक्ति का प्रत्यय योजन एवं योजनाओं की प्राथमिकता के निर्धारण हेतु जिला स्तरीय संचालन समिति का पुनरनिर्धारित किया गया है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य है कि सड़कों के चयन करते समय पर्यटन स्थलों, शैक्षणिक संस्थानों, अस्पतालों इत्यादि का विशेष ध्यान रखा जाना है। प्रस्तावक सड़क के यात्री वाहनों तथा बस टैक्सी इत्यादि के ठहराव के लिए प्रावधान रहेगा। सड़क जाम समस्या का निराकरण करते हुए विभिन्न सड़कों पर से यातायात के बढ़ते दबाव को कम करना तथा यातायात संचालक को सुगम बनाने के लिए कार्य किया जाएगा। अपने क्षेत्र के जल जमाव की समस्या को निराकरण एवं प्रदूषण नियंत्रण पर कार्य करना होगा।

नागरिक सुविधा अंतर्गत तालाब, घाट, पार्क इत्यादि का जीर्णोद्धार एवं सौंदर्यकरण किया जाएगा। प्रभारी मंत्री जिला नीतीश मिश्रा ने सभी विधायक एवं विधान पार्षद को कहां की आप अपने नगर निकाय अंतर्गत शहरी क्षेत्र के और बेहतर सर्वांगीण विकास के लिए प्राथमिकता के आधार पर योजना का चयन करें ताकि उसे क्षेत्र का विकास की गति और तेजी से बढ़ सके। इसके पश्चात जिलाधिकारी ने सभी विधायक एवं विधान पार्षद सहित अन्य जनप्रतिनिधियों से उनके नगर निकाय क्षेत्र के योजनाओं का निर्माण एवं प्राथमिकता के आधार पर निर्माण के लिए सूची प्राप्त किया है।

जिसके आधार पर मुख्यमंत्री समग्र शहरी विकास योजना के गया जिले के प्रभारी मंत्री इस गया जिले के लिए क्रियान्वित योजना के लिए अध्यक्ष के रूप में नामित है जो अंतिम रूप से प्राथमिकता सूची का अनुमोदन करेंगे इसके पश्चात कार्यकारी एजेंसी बुडको को द्वारा क्रियान्वित की जाएगी। बैठक में मंत्री प्रेम कुमार, मंत्री संतोष कुमार सुमन, विधायक टिकारी/ बोधगया/ बाराचट्टी/ वजीरगंज, बेलागंज उपस्थित थे। इसके अलावा गया जिला अंतर्गत सभी 9 नगर निकाय के नगर आयुक्त /कार्यपालक पदाधिकारी उपस्थित थे।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

ऑनलाइन गेम में हार के बाद बेटा ने बनाया खुद का अपहरण का प्लानिंग, दोस्तों के साथ मिलकर पिता से मांगे थे फिरौती, पुलिस ने किया खुलासा

गया। बिहार के गया में एक बेटा ने ही अपने दोस्तों के साथ मिलकर खुद का अपहरण का नाटक कर पिता से लाखों की फिरौती के मांग करने का मामला सामने आया है। दोस्तों से कर्ज लेकर ऑनलाइन गेम खेला और हार होने के बाद कर्ज हुआ तो बेटा ने खुद को अपहरण का प्लानिंग बनाया।

दरअसल, विष्णुपद थाना क्षेत्र में पिता ने अपने पुत्र के अपहरण कर फिरौती की मांग करने का लिखित आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज करवाई थी। लेकिन पुलिस ने अपहृत युवक को सकुशल बरामद किया तो अपहरण के जगह उल्टा ही निकला। 

बता दे कि बेटा ऑनलाइन गेम खेलता था और वह दोस्तों से कर्ज लेकर ऑनलाइन गेम में हार गया जिसके बाद दोस्तों के साथ मिलकर खुद को अपहरण का साजिश रचा और पिता से ही फिरौती की मांग करने लगा। बेटा ने अपने अकाउंट पर पिता से 95 हजार मंगवा लिए जिसमें 50 हजार एटीएम से निकासी कर अपने दोस्तों को रखने के लिए दे दिया। 

इसकी खुलासा शुक्रवार को गया के एएसपी पीएन साहू ने की है। गया के एएसपी पीएन साहू ने बताया कि अपहरण के मामले में अपहृत युवक को सकुशल बरामद किया गय। सिविल लाइन थाना क्षेत्र के V2 माॅल के पास से बरामद किया है। 3 दिसंबर को विष्णुपद थाने में पिता ने लिखित आवेदन दिया गया था कि उनके पुत्र को माड़नपुर पेट्रोल पंप से कुछ अज्ञात के लोगों के द्वारा अपहरण कर 1 लाख 5 हजार फिरौती की मांग किया जा रहा है।

फिरौती की रकम नहीं दिए जाने पर जान से मार देने की धमकी दी जा रही है। लिखित आवेदन के आधार पर विष्णुपद थाना में मामला को दर्ज करते हुए अनुसंधान प्रारंभ की गई और सीसीटीवी फुटेज का अवलोकन किया गया। इसी दौरान गठित टीम के द्वारा 36 घंटे के अंदर अपहरण के मामले में अपहृत युवक को सकुशल बरामद किया गया। अपहृत युवक ने पूछताछ में पूरी प्लानिंग की बताया है। अपहृत युवक अपने दोस्तों के साथ पंतनगर स्थित किराए के मकान में रहकर पढ़ाई करता हैं। अपहृत युवक की निशानदेही पर पंतनगर स्थित एक मकान में छापेमारी कर एक विधि विरुद्ध बालक को निरूदृ किया गया।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के तैयारी में जुटा लोजपा (रा0), कार्यकर्ताओं के साथ की गई बैठक

गया। गया शहर के पुलिस लाइन स्थित लोजपा (रा) कार्यालय में गुरुवार को बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ तैयारी को लेकर बैठक की गई।

इस बैठक की अध्यक्षता लोजपा (रा0) के जिलाध्यक्ष दिलीप सिंह ने किया। इस बैठक में जमुई के सांसद अरुण भारती भी शामिल हुए। बैठक में चर्चा किया गया कि एनडीए 243 सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी। 

सभी सीटों पर एनडीए को जीत दिलाने के लिए तैयारी किस तरह से हो, इसको लेकर चर्चाएं की गई और 9 सदस्यीय टीम का गठन किया गया। इसके साथ ही प्रभारी टीम जिन जिलों में जा रही हैं उनका फिर से क्रियान्वयन सुचारू ठग से कैसे हो, इसके लिए समीक्षा क्रियान्वयन समिति का भी गठन किया गया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष सह केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान का मानना है कि लोजपा (रा0) अपनी सीटों पर ही नहीं बल्कि एनडीए के जितने भी घटक दल के कहीं से भी चुनाव लड़ेगे, उनको जीतने का भरपूर प्रयास करना है।

मौंत का इंतजार तो नहीं: गया सिविल कोर्ट के समीप नारियल पानी लदा ऑटो डायवर्शन पर चढ़ने से हुआ एक्सीडेंट, बाल-बाल बचे चालक

गया। बिहार के गया में गया सिविल कोर्ट के समीप गुरुवार की देर शाम 6:00 बजे एक ऑटो डायवर्शन पर चढ़ने से एक्सीडेंट हो गई। इस दौरान ऑटो चालक बाल-बाल बच गया।

हालांकि ऑटो पर लदा नारियल पानी सड़क पर गिरकर बिखर गई। इस दौरान कुछ देर के लिए गया सिविल कोर्ट के समीप आने-जाने वाले वाहनों की दोनों तरफ से लंबी लाइन लग गई। इस घटना में ऑटो क्षतिग्रस्त हो गया।

बताया जाता है कि काशीनाथ मोड की ओर से ऑटो आ रही थी, इसी दौरान गया सिविल कोर्ट पहुंचते ही ऑटो चालक ने असंतुलित खो दिया और ऑटो डायवर्शन पर चढ़ने के बाद पलट गयी। इस दौरान लोगों की भीड़ जुट गई और लोग बचाने में लग गए। वही, बता दे कि महीने में यहां पर दर्जनों ऐसा ही घटना होती रहती है लेकिन प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है। अगर ध्यान नहीं दिया गया तो किसी न किसी दिन जान जा सकती है।

गया के डीएम ने राज्य सरकार की संचालित जन कल्याणकारी एवं जन सरोकारों से जुड़ी योजनाएं को किए निरीक्षण, अधिकारियों को दिए गये कई आवश्यक निर्देश

गया। गया के जिलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम द्वारा आज नगर प्रखंड अंतर्गत राज्य सरकार की संचालित जन कल्याणकारी एवं जन सरोकारों से जुड़ी योजनाएं, जो आम जनों तक उपलब्ध कराई जा रही है, उन योजनाओं का आज गांव गांव में जाकर निरीक्षण किया है एवं अधिकारियों को कई आवश्यक निर्देश भी दिए हैं।

उन्होंने गया एयरपोर्ट के समीप धनसिर पंचायत के चौरहर गाँव के निरीक्षण में दौरान वह सीधे मध्य विद्यालय चौरहर पहुच कर बच्चो से रूबरू हुए और पठन पाठन से संबंधित जानकारी भी लिए गए। बच्चो को मिलने वाले भोजन पोशाक इत्यादि की जानकारी भी लिया। निरीक्षण के क्रम में विद्यालय भवन जर्जर एव कमजोर रहने पर डीएम ने जिला शिक्षा पदाधिकारी गया को उक्त विद्यालय के बच्चो के लिये नया भवन निर्माण करवाने का निर्देश डीएम ने दिया है।

आंगनवाड़ी केंद्र निरीक्षण के क्रम में जर्जर आंगनवाड़ी केंद्र देखते ही डीएम ने नया आंगनवाड़ी केंद्र भवन निर्माण करवाने का आदेश दिया है। चौरहर गाँव में नाला का पानी सड़क पर बहते देख, प्रखंड विकास पदाधिकारी नगर को नया नाला एव सोख्ता निर्माण करवाने का आदेश दिया है। इसके पश्चात कोरमा पंचयात के छटूबाग गाँव निरीक्षण कर क्रम में नाली गली कार्य, जहां भी छुटे हुए हैं, उसको तेजी से पूर्ण करवाने का आदेश दिया है साथ ही जिस टोला में नल जल बंद पाया गया, उन टोलों में तेजी से नल जल का अच्छा से सर्वेक्षण करवाते हुए ठीक/ मरामती करवाने का आदेश कार्यपालक अभियंता लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के पदाधिकारी को दिया है।

इसके पश्चात कोरमा पंचयात कर बलना गांव का निरीक्षण किया है। निरीक्षण के क्रम में आम ग्रामीणों की मांग थी कि शहर की 1 बड़ा नाला जो गया टाउन होते हुए कंडी होते हुए हाड़ीपुर को जाती है। काफी समय से ग्रामीणों की मांग थी कि यह 3 किलोमीटर लंबा नाला जो कच्चा है, उसको व्यवस्थित कराया जाए ताकि सड़क पर पानी का फैलाव नहीं हो सके।

चुकी या क्षेत्र ग्रामीण क्षेत्र में पड़ता है बावजूद जिलाधिकारी ने ग्रामीणों की समस्या को देखते हुए नगर आयुक्त गया नगर निगम को निर्देश दिया है कि उक्त नाला निर्माण हेतु अच्छे तरीके से सर्वेक्षण करवाते हुए एस्टीमेट एवं डायग्राम तयार करावे ताकि नाला निर्माण तेजी से करवाया जा सके। निरीक्षण के क्रम में उप विकास आयुक्त, प्रखंड विकास पदाधिकारी नगर मौजूद थे।

टॉप-10 अपराधियों की सूची में शामिल इनामी कुख्यात अपराधी रामभज्जु यादव गिरफ्तार, एएसपी शैलेश सिंह ने की खुलासा

गया/शेरघाटी। गया पुलिस ने जिले के टॉप-10 अपराधियों की सूची में शामिल 50,000 रुपए के इनामी कुख्यात अपराधी रामभज्जु यादव को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए अपराधी का लंबा चौड़ा आपराधिक इतिहास रहा है। उसने कई लूट समेत सुपारी किलिंग को अंजाम दिया है।

रामभज्जु यादव ने धनबाद में आरपीएफ जवान की हत्या भी की थी। इस बात की जानकारी शेरघाटी डीएसपी 1 एएसपी शैलेश सिंह ने दी है। एएसपी शैलेश सिंह ने बताया कि वरीय पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर तकनीकी शाखा, एसटीएफ और गया पुलिस के संयुक्त दल ने तकनीकी सूचनाओं के आधार पर यह कार्रवाई की गई है। बताया कि रामभज्जु यादव, कई संगीन मामलों में वांछित था।

इसे डोभी थाना क्षेत्र के खेदा गांव से पकड़ा गया। 2015 से लेकर 2020 तक कई मामले दर्ज उन्होंने बतायां कि सूचना मिली थी कि रामभज्जु यादव अपने घर आया हुआ है। पुलिस टीम ने गांव में छापेमारी की। मौके पर पुलिस को देखते ही वह भागने लगा, लेकिन सशस्त्र बल ने उसे घेरकर दबोच लिया। पूछताछ में उसने अपने सारे अपराध कबूल किए हैं। रामभज्जु यादव पर 2015 से लेकर 2020 तक डकैती, हत्या के प्रयास और आर्म्स एक्ट समेत कई गंभीर धाराओं में मामले दर्ज है।

वह 2015 के आमस कांड संख्या 185/15 में भी वांछित था, जिसमें उसने अपने साथियों के साथ हथियार के बल पर लूटपाट की घटना को अंजाम दिया था। उक्त कान में पहले ही 5 अपराधियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेजा जा चुका है। रामभज्जु यादव लंबे समय से फरार चल रहा था। पुलिस ने बताया कि अन्य टॉप अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए अभियान जारी है। 

रिपोर्ट: अरविंद कुमार सिंह।

विधायिका मनोरमा देवी ने बेलागंज में सड़क निर्माण के लिए उपमुख्यमंत्री को लिखी पत्र, बोली- हर वादा को निभाने के लिए प्रतिबद्ध

गया। बेलागंज के विधायिका मनोरमा देवी ने बेलागंज में सड़क निर्माण के लिए उपमुख्यमंत्री को पत्र लिखी है। विधायिका मनोरमा देवी का कहना है कि बेलागंज विधानसभा क्षेत्र पिछड़ा क्षेत्र है। 

टिकारी-पंचानपुर मुख्य मार्ग से जाहिर बीघा, बेल्हाड़ी, भवनपुर रोड होते हुए कोयरी बीघा, महादलित टोला होते हुए कोटेश्वर नाथ धाम, बेला-पनारी रोड से अग्नि रैली, शिवरामपुर से धनवा होते हुए साकिन बीघा, दलेलचक से भीखाचक भलूआ 2, निहालपुर, नियामतपुर होते हुए पटना-गया मुख्य मार्ग और नगर प्रखंड के घूटिया-कठौतिया मोड़ से पहाड़पुर होते हुए भोला बीघा, दाहा बिगहा तक पथ का चौड़ीकरण और मजबूतीकरण किया जाए। 

विधायिका मनोरमा देवी का कहना है कि बेलागंज से किया हुआ हर वादा निभाने के लिए प्रतिबद्ध है। जनसंपर्क के दौरान हमें कई ऐसे क्षेत्रों में जाने का अवसर मिला था। जहाँ सड़कों के नाम पर सिर्फ कीचड़ और गड्ढ़े थे। उसी समय हमनें वादा किया था, जैसे ही मौका मिलेगा, सड़कों का निर्माण करवाएंगे। इन सड़कों का निर्माण सिर्फ एक शुरुआत है, हमारा लक्ष्य है बेलागंज की हर एक सड़क नाली-गली पक्के एवं साफ सुथरे होंगे। 

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

गया सिविल कोर्ट परिसर में दो पक्ष आपस में भीड़े, जुटी लोगों की भीड़, तैनात सुरक्षाकर्मी बने रहे मूकदर्शक

Gaya: गया सिविल कोर्ट परिसर में बुधवार को उस समय कुछ देर के लिए अफरातफरी मच गयी जब दो पक्ष आपस में भिड़ गये। सिविल कोर्ट परिसर में तैनात सुरक्षाकर्मी मूकदर्शक बने रहे।

दरअसल, गया सिविल कोर्ट परिसर में दो पक्ष आपस में भिड़ गये। जिसका वीडियो किसी ने बना लिया और उसे वायरल कर दिया जो अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि दोनों पक्ष का कोर्ट में आज केस में तारीख था, जिसमें दोनों पक्षों के लोग आए थे।

इसी बीच दोनों पक्षों में जमकर लड़ाई हो गई। लड़ाई होता देख कोर्ट परिसर में लोगों की भीड़ जमा हो गई और किसी ने मोबाइल से इसका वीडियो बना लिया जिसे वायरल कर दिया। कोर्ट परिसर में तैनात सुरक्षा कर्मी दो पक्ष में हो रहे लड़ाई को देखते रह गए। तैनात सुरक्षा कर्मी ने इतना भी नहीं समझा कि दो पक्ष में हो रहे लड़ाई को छुड़ाकर समझौता करा दें। तैनात सुरक्षा कर्मी मूकदर्शक बने रहें।