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गजब : थाने के मालखाने में चोरो ने लगाई सेंध, उड़ा ले गए भारी मात्रा में हथियार के साथ अन्य सामान

डेस्क : बिहार के सासाराम जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां चोरों ने हिमाकत दिखाते हुए थाने के मालखाने पर ही हाथ साफ कर दिया है। घटना के बाद से पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।

दरअसल जिले के मुफस्सिल थाना के पुराने भवन में स्थित थाना के मलखाना में हथियारों की चोरी का मामला प्रकाश में आया है। इस संबंध में मालखाना प्रभारी वीरेश सिंह ने बताया कि 50 से 60 हथियार तथा 50 से 60 कारतूस 25 हजार से अधिक नगदी सोना चांदी के जेवर आदि गायब है। जब यह मालखाना देखने पहुंचे तो वह चौंक गए। क्योंकि मलखाना के खिड़की में लगे जाली को तोड़कर मालखाना से हथियार एवं कारतूस चोरी करने गई है। मालखाना के अंदर स्थित लोहे के कई बक्सा को तोड़कर हथियार तथा कारतूस गायब किए गए हैं।

उन्होंने बताया कि इस संबंध में पुलिस के वरीय पदाधिकारी को सूचित कर दिया गया है। वहीं सबसे बड़ी बात यह है कि इस मालखाने के प्रभारी दरोगा वीरेश सिंह सेवा निवृत हो चुके है, लेकिन अभीतक प्रभार उनके ही पास है। वीरेश सिंहन कहना है कि वह पिछले दो सालों से मांलखाना का प्रभार देने के लिए परेशान है।

सड़क मार्ग से जल्द ही पटना से यूपी-दिल्ली जाना होगा आसान, केन्द्र सरकार ने पटना-आरा-सासाराम फोर लेन सड़क परियोजना को दी मंजूरी

डेस्क : बिहार को केन्द्र सरकार से एक बड़ा तोहफा मिला है। केंद्र सरकार ने पटना-आरा-सासाराम चार लेन सड़क परियोजना को मंजूर कर दिया है। दिल्ली में हुई डीईए की बैठक में सहमति मिली। अब इस सड़क के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। शीघ्र ही इसे मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति को भेजा जाएगा।

दरअसल, पटना को स्वर्णिम चतुर्भुज (जीटी रोड) से सीधी सम्पर्कता प्रदान करने के लिए पटना-आरा-सासाराम चार लेन एक्सेस कंट्रोल हाई-वे का निर्माण होगा। एक्सेस कंट्रोल हाई-वे का अर्थ है कि इस पर100 की स्पीड तक गाड़ियां चला करेंगी।

पटना-आरा-सासाराम फोरलेन को ढाई साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। वहीं चयनित एजेंसी को 15 साल तक इसकी देखभाल करनी होगी। निर्माण समय सीमा को देखते हुए केंद्र सरकार की कोशिश है कि मार्च 2025 तक इसका निर्माण कार्य शुरू हो जाए। इससे वर्ष 2028 के अंत तक सड़क का निर्माण हो जाएगा। इस हाईवे का जुड़ाव जीटी रोड से भी होगा। वहीं इसकी कनेक्टिविटी पटना से बनारस और पूर्वांचल एक्सप्रेस के माध्यम से होगी जिससे यूपी और दिल्ली जाना आसान हो जायेगा।

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने बिहार सरकार के आग्रह पर पटना-आरा-सासाराम फोरलेन प्रोजेक्ट के लिए 3900 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया है। इसका टेंडर जारी हो गया था पर DEA की मंजूरी का इंतजार था मंजूरी मिलने के बाद टेंडर प्रक्रिया जल्द पूरी होगी।

पटना में पुस्तक मेला सजकर तैयार, सीएम नीतीश कुमार आज करेंगे उद्घाटन

डेस्क : राजधानी पटना के गांधी मैदान में सीआरडी का पटना पुस्तक मेला सजकर तैयार है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज शुक्रवार को इस मेले का उद्घाटन करेंगे। इस मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा और सम्राट चौधरी की मौजूदगी रहेगी।

इसबार का पुस्तक मेला पद्यश्री उषाकिरण खान और पद्मविभूषण शारदा सिन्हा को समर्पित है। मेला का थीम है-पेड़ पानी जिन्दगी, पर्यावरण संरक्षण अभी। संयोजक अमित झा ने बताया कि मेले में लगभग 100 प्रकाशक भाग लेंगे। 75 साहित्यकार लेखक पटना पुस्तक मेला की शोभा बढाएंगे।

मेला के अध्यक्ष रत्नेश्वर ने बताया कि इस बार पटना के मुहल्लों का स्मरण करना भी पटना पुस्तक मेला का ध्येय होगा। इसलिए मेला के तीनों प्रवेश द्वार का नाम क्रमश अशोक राजपथ, बोरिंग रोड और फ्रेजर रोड होगा। श्रीकृष्णापुरी और पाटलिपुत्रा कॉलनी के नाम से मंच जाने जायेंगे। कला मुआयना कंकड़बाग, सिनेमा उनेमा बाकरगंज, हरियाली रंगोत्सव कुर्जी के नाम से पहचाना जाएगा। फूड कोर्ट और अन्य ब्लॉक के नाम मारु़फगंज, दानापुर, राजा बाजार, खगौल, अनीसाबाद, अदालतगंज होंगे।

पटना हाईकोर्ट का बड़ा निर्देश, शराबबंदी कानून के तहत राशि जब्त नहीं हो सकती

डेस्क : शराबबंदी मामले को लेकर पटना हाईकोर्ट ने बड़ा निर्देश दिया है। कोर्ट ने कहा है कि शराबबंदी कानून की धारा 58 के तहत नगद राशि को जब्त नहीं किया जा सकता। कहा है कि इस धारा में नगद राशि जब्त करने का कोई प्रावधान नहीं हैं।

न्यायमूर्ति पीबी बजन्थरी और न्यायमूर्ति रमेश चंद मालवीय की खंडपीठ ने बृजलाल यादव उर्फ बृजलाल प्रसाद की अर्जी पर सुनवाई के बाद जब्त राशि वापस करने का आदेश दिया। हालांकि कोर्ट ने जमानत बॉन्ड पर जब्त राशि को वापस करने का आदेश दिया।

आवेदक की ओर से कोर्ट को बताया कि शराबबंदी कानून के तहत नकदी जब्त करने का प्रावधान है। जब्त राशि वापस करने के बारे में कानून चुप है। उन्होंने आवेदक के पक्ष में जब्त राशि को वापस करने के बारे में कोर्ट को आदेश देने की गुहार लगाई।

कोर्ट ने शराबबंदी कानून कि धारा 58 की व्याख्या की। कहा कि इस धारा के प्रावधानों की जांच की गई। पाया गया कि इस धारा में नगद राशि को जब्त करने वाले अधिकारी को अपराध के आरोपित व्यक्ति के कब्जे में पाए गए किसी भी पैसे को जब्त करने का अधिकार नहीं है।

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी की सरकार से मांग, BPSC परीक्षा फार्म भरने के लिए अभ्यिर्थियों को दिया जाए इतने दिन और अतरिक्त मौका

डेस्क : बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बीपीएससी अभ्यर्थियों के लिए राज्य सरकार से बड़ी मांग की है। तेजस्वी यादव ने बीपीएससी की 70 वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा के परीक्षा फॉर्म भरने के लिए अभ्यर्थियों को पांच अतिरिक्त दिन देने की मांग की है। उन्होंने इस परीक्षा के अभ्यर्थियों की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिख त्वरित समाधान की मांग की है।

बीते गुरुवार को सोशल मीडिया पर पत्र जारी कर कहा कि सरकार ने अभ्यर्थियों की मांगों पर विचार नहीं किया तो हम आंदोलनकारियों के साथ उनकी लड़ाई लड़ेंगे। एनडीए सरकार छात्रों के भविष्य और सपनों के साथ खिलवाड़ बंद करे।

सीएम को लिखे पत्र के अनुसार, नेता प्रतिपक्ष ने चार मांगें की हैं। इनमें पांच अतिरिक्त दिन परीक्षा फॉर्म भरे जाने के अतिरिक्त प्रारंभिक परीक्षा की तिथि आगे बढ़ाए जाने की मांग प्रमुख है।

पीयू-एलएनएमयू को शोध विवि का दर्जा मिलने का रास्ता साफ, मिलेगा 100-100 करोड़ रुपये

डेस्क : बिहार के लिए एक अच्छी खबर है। राज्य के दो विश्वविद्यालयों ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा (एलएमएनयू) और पटना विवि (पीयू), पटना को अनुसंधान विश्वविद्यालय का दर्जा मिलने का रास्ता साफ हो गया है। केंद्र सरकार द्वारा संचालित प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान (पीएम उषा) के तहत यह दर्जा मिलेगा। इसके बाद यहां शोध कार्य और बढ़ेंगे।

दिल्ली में परियोजना अनुमोदन बोर्ड की बैठक में इस पर सहमति बन गई है। शीघ्र ही इसको लेकर स्वीकृति का पत्र भारत सरकार से प्राप्त होने की उम्मीद है। अनुसंधान विवि का दर्जा मिलने पर अब बिहार के इन दोनों विश्वविद्यालयों को 100-100 करोड़ दिये जायेंगे। देशभर के 35 विश्वविद्यालयों को इस वर्ष यह दर्जा दिया जाना है।

पीएम उषा के तहत मिलने वाली 100 करोड़ की राशि से विश्वविद्यालयों के बुनियादी ढांचे, अनुसंधान सुविधाएं, आधुनिक लैब उपकरण, स्मार्ट क्लास समेत अन्य शैक्षणिक गतिविधियों-कार्यक्रमों को बढ़ाने में सहयोग मिलेगा। विश्वविद्यालयों में सरकारी राशि की बेहतर उपयोगिता, शोध कार्य, उसके इतिहास आदि के आधार पर अनुसंधान विश्वविद्यालयों का चयन किया जाता है।

बिहार के तीसरे विश्वविद्यालय, बीआरए विवि, मुजफ्फरपुर को शोध विश्वविद्यालय का दर्जा दिये जाने का मामला भी विचाराधीन है।

पटना और मिथिला दोनों विश्वविद्यालयों का समृद्ध इतिहास रहा है। यहां शोधकार्यों को अपने संसाधनों से भी पहले से प्रमुखता दी जाती रही है। अनुसंधान कार्य, विश्वविद्यालय का इतिहास तथा केन्द्र सरकार तथा अन्य एजेंसियों से मिली राशि का समुचित उपयोग के मानकों पर खड़ा उतरने के कारण इन्हें पीएम उषा के तहत चयनित किया गया है।

फडणवीस के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए सीएम नीतीश कुमार, सोशल मीडिया पर लिखा यह पोस्ट

डेस्क : बीते गुरुवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के शपथ ग्रहण समारोह का भव्य आयोजन हुआ। इस शपथ ग्रहण समारोह में पीएम मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ-साथ एनडीए के कई दिग्गज भाई शामिल हुए।

शपथ ग्रहण के बाद उन्होंने देवेंद्र फडणवीस को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है कि ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन एवं आपके नेतृत्व में महाराष्ट्र के विकास कार्यों को गति मिलेगी।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ ही प्रदेश के दोनों उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी तथा जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा भी महाराष्ट्र सरकार के गठन के मौके पर मुंबई पहुंचे थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अन्य नेताओं के साथ दोपहर में विशेष विमान से पटना से मुंबई के लिए रवाना हुए थे।

शिक्षा विभाग के ACS का बड़ा निर्देश : सेवाकालीन प्रशिक्षण के दौरान बायोमेट्रिक हाजिरी के आधार पर ही मिलेगा प्रमाणपत्र

डेस्क : बिहार के सरकारी शिक्षकों के लिए एक और बड़ा निर्देश जारी हुआ है। राज्य के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों की सेवाकालीन प्रशिक्षण के दौरान रोज तीन बार बायोमेट्रिक हाजिरी बनेगी। बायोमेट्रिक हाजिरी के आधार पर ही शिक्षकों को प्रशिक्षण पूरी करने का प्रमाणपत्र मिलेगा।

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने इस आदेश को सुनिश्चित करने का निर्देश राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद को दिया है। विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि प्रशिक्षण के लिए शिक्षकों को कम से कम एक सप्ताह पूर्व में सूचना दी जाएगी।

विभाग के पदाधिकारी बताते हैं कि हर शिक्षक अपना पूरा प्रशिक्षण सहूलियत से प्राप्त करें, इसको देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। मालूम हो कि सभी शिक्षकों को सेवाकालीन प्रशिक्षण लेना अनिवार्य है।

मालूम हो कि परिषद की ओर से शिक्षकों को चरणवार प्रशिक्षण दिया जा रहा है। परिषद के निदेशक को लिखे पत्र में अपर मुख्य सचिव ने और भी कई निर्देश दिये हैं। इसमें कहा गया है कि शिक्षकों को प्रशिक्षण उनके वर्तमान पदस्थापन वाले जिले में ही आयोजित किए जाएंगे।

*संजीव हंस के करीबियों के कई ठिकानों पर ईडी की छापेमारी, तलाशी में विदेशी मुद्रा, नगद समेत कई दस्तावेज बरामद*


डेस्क : आय से अधिक संपत्ति मामले मे जेल मे बंद आईएएस अधिकारी संजीव हंस की परेशानी बढ़ती जा रही है। जांच एजेंसी ईडी संजीव हंस पर अपनी दबिश बढ़ाती जा रही है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को आरोप लगाया कि बिहार कैडर के आईएएस अधिकारी संजीव हंस ने राज्य और केंद्र में अपने कार्यकाल के दौरान भ्रष्ट आचरण के माध्यम से अवैध संपत्ति अर्जित की और इस धन को सफेद करने में पूर्व राजद एमएलसी गुलाब यादव ने उनकी मदद की। संघीय एजेंसी ने एक बयान में कहा कि उसने दोनों के खिलाफ धन शोधन मामले की जांच में नए सिरे से तलाशी ली और मंगलवार को दिल्ली, गुरुग्राम, कोलकाता, जयपुर और नागपुर में संजीव हंस के करीबी और उनकी काली कमाई का निवेश करने वाले कुछ व्यवसाय्यियों के 13 ठिकानों पर छापेमारी की। दिल्ली, गुड़गांव, जयपुर, कोलकाता और नागपुर में इन ठिकानों पर मंगलवार से शुरू हुई छापेमारी बुधवार तक चली। गुड़गांव स्थित इनके एक करीबी के घर से तलाशी के दौरान 16 लाख की विदेशी मुद्रा और 23 लाख रुपये नकद पकड़ी गई है। सभी स्थानों पर तलाशी के दौरान कई डिजिटल साक्ष्य, दर्जनों बैंक खाते समेत अन्य दस्तावेज बरामद किए गए हैं। बताया जा रहा है कि करोड़ों के निवेश या खपाने के प्रमाण भी मिले हैं। कहा जा रहा है कि इसमें अधिकांश राशि संजीव हंस और उनके कुछ करीबियों की है। कुछ दूसरे लोगों के निवेश के भी प्रमाण मिले हैं, जिसकी जांच चल रही है। छापेमारी में मिले दस्तावेजों की शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि संजीव हंस के करीबी व्यक्ति ने हाल में कई डीमैट खाते खोलकर 60 करोड़ रुपये विभिन्न कंपनियों के शेयर में निवेश किया है। इन 13 ठिकानों से करीब 70 बैंक खाते बरामद किए गए हैं। ये सभी अलग-अलग शहरों में विभिन्न बैंकों के हैं। इनमें करोड़ों रुपये घूमाने के प्रमाण मिले हैं। अब तक कुछ खातों की जांच की गई, जिनमें 10 करोड़ रुपये से अधिक की राशि है। हालांकि, सभी बैंक खातों की जांच के बाद ही कुल लेनदेन का खुलासा होगा। इन सभी खातों को सील करके जांच की जा रही है। वहीं दिल्ली और गुड़गांव के ठिकानों से निवेश से जुड़े कुछ दस्तावेज मिले हैं। इनकी जांच से पता चला है कि दिल्ली और आसपास के कई इलाकों में कुछ रियल एस्टेट कंपनियों में 20 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश संजीव हंस के एक करीबी के जरिए किया गया है। इस मामले में रियल एस्सेट में बड़े निवेश का पता चला है। यह राशि विभिन्न प्रोजेक्ट में लगी है। इसे कई कंपनियों के माध्यम से लगाया गया है।
सीएचओ परीक्षा मामले में बड़ा खुलासा : परीक्षा आयोजित कराने वाली कंपनी ने करोड़ो में बेच दिया था परीक्षा केन्द्र

* डेस्क : बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति की ओर से आयोजित सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी (सीएचओ) की भर्ती परीक्षा में व्यापक फर्जीवाड़े की जांच में बड़ा खुलासा हुआ हैं। परीक्षा आयोजित कराने का ठेका लेने वाली पुणे की वी-साइन कंपनी ने परीक्षा केंद्र संचालकों और सेटरों से करोड़ों रुपये लेकर परीक्षा केंद्र ही बेच दिए थे। जांच के बाद मंगलवार को दर्ज प्राथमिकी में आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने 46 लोगों को अभियुक्त बनाया है। वैशाली के जंदाहा थाने के भाटंडीपुर गांव के विश्वजीत कुमार को मुख्य अभियुक्त बनाया गया है। प्राथमिकी के अनुसार, परीक्षा आयोजित कराने का ठेका पुणे की वी-साइन कंपनी को दिया गया था। इसी कंपनी ने परीक्षा केंद्र संचालकों और सेटरों से करोड़ों रुपये लेकर परीक्षा केंद्र ही बेच दिए थे। कंपनी की इस करतूत की वजह से परीक्षा के लिए बनाए गए 12 परीक्षा केंद्रों में तकरीबन सभी में कुछ न कुछ अभ्यर्थियों की सेटिंग थी। इन केंद्रों पर एक अलग लीज लाइन से जुड़ा एक लैपटॉप मिला है, जिसकी मदद से चिह्नित अभ्यर्थियों के प्रश्न को दूर बैठे सॉल्वर ऑनलाइन माध्यम से हल कर रहे थे। हालांकि, अब तक ईओयू ने नौ अभ्यर्थियों को आशोपुर स्थित एकम इवॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड परीक्षा केंद्र से पकड़ा है। इस केंद्र का मालिक अमित कुमार भी गिरफ्त में है, जबकि अन्य केंद्रों के भी कई अभ्यर्थी रडार पर हैं। केस के आईओ आर्थिक अपराध इकाई के डीएसपी वीर धीरेंद्र कुमार बनाये गए हैं।