अपार कार्ड के निर्माण में शिथिलता बरतना 25 जिलों के डीईओ को पड़ा भारी, विभाग ने मांगा जवाब
डेस्क : शिक्षा विभाग ने पटना समेत राज्य के 25 जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारियों (डीईओ) से ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री (अपार कार्ड) के निर्माण में शिथिलता बरतने पर जवाब-तलब किया है। विभाग ने अपार कार्ड की धीमी प्रक्रिया पर कड़ी आपत्ति जतायी है।
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डीईओ को निर्देश है कि तीन दिनों के अंदर आप बतायें कि क्यों न आपके खिलाफ इस सुस्त रवैये पर अनुशासनिक कार्रवाई की जाये। इसको लेकर बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के निदेशक योगेंद्र सिंह की ओर से 25 जिलों के डीईओ को पत्र लिखा गया है।
पत्र में कहा गया है कि अपार आईडी (कार्ड) का राज्य स्तर पर औसत निर्माण प्रतिशत 5.54 है। वहीं, आपके जिलों में इससे भी कम कार्ड बने हैं। अपार आईडी के निर्माण के लिए डीईओ को ही नोडल पदाधिकारी नामित किया गया है।
16 नवंबर से विशेष अभियान चलाकर अपार आईडी निर्माण का निर्देश दिया गया था। इसके बावजूद भी कार्य की धीमी प्रगति से ऐसा लगता है कि आप इस कार्य में रुचि नहीं ले रहे हैं। 25 जिलों में पटना, सारण, बक्सर, गया, पूर्वी चंपारण, दरभंगा, कटिहार, किशनगंज, मधुबनी, सहरसा, जहानाबाद, शिवहर, सीतामढ़ी, भोजपुर, बेगूसराय, जमुई, गोपालगंज, लखीसराय, पश्चिम चंपारण, अररिया, अरवल, बांका, सीवान, मुजफ्फरपुर और मधेपुरा शामिल हैं।
क्या है अपार कार्ड
बता दें अपार कार्ड में संबंधित छात्र-छात्रा को एक यूनिक नंबर मिलेगा। यह कार्ड प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा तक तक के छात्र-छात्राओं के लिए बनाया जाना है। यह एक तरह का डिजिटल आईडी कार्ड है, जिसकी मदद से विद्यार्थी आसानी से अपने शैक्षिक रिकॉर्ड, शैक्षिक उपलब्धियों और शिक्षा से संबंधित अन्य सारी जानकारी ऑनलाइन ही प्राप्त कर सकेंगे। यह पहल भारत सरकार की ओर से शुरू ‘एक देश, एक छात्र आईडी’ कार्यक्रम का हिस्सा है।









डेस्क : बिहार में एक्सरे टेक्नीशियन का कोर्स किए युवक-युवतियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। जल्द ही उन्हें स्वास्थ्य विभाग में स्थाई नौकरी का मौका मिल सकता है। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि राज्य के स्वास्थ्य विभाग में 1232 एक्सरे टेक्नीशियनों की शीघ्र बहाली की जाएगी। यह बहाली स्थायी होगी। स्वास्थ्य विभाग ने बिहार तकनीकी सेवा आयोग को बिहार एक्सरे टेक्नीशियर संवर्ग के मूल कोटि के पद पर एक्सरे टेक्नीशियन के रिक्त पदों के लिए 1232 संख्या में नियमित नियुक्ति करने का प्रस्ताव भेज दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मार्गदर्शन में लगातार नियुक्तियां कर रही है। राज्य के युवाओं के लिए रोजगार सृजन की दिशा में सरकार संवेदनशील है। इसी क्रम में स्वास्थ्य विभाग में भी विभिन्न पदों पर बंपर बहाली करने जा रही है। उन्होंने बताया कि एक्सरे टेक्नीशियन के रिक्त पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया जल्द ही पूरी कर ली जाएगी। इससे अस्पतालों में एक्सरे सेवा बेहतर होगी और इसका लाभ मरीजों को मिलेगा। श्री पांडेय ने कहा कि मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में स्वास्थ विभाग की सेवाएं लगातार उन्नत हुई हैं। कहा कि वर्ष 2005 से पहले स्वास्थ्य सेवाएं लालटेन के भरोसे थी। कई अस्पतालों में बगैर लाइट मरीजों का इलाज हुआ करता था। अस्पतालों में दवा की कमी से लेकर भवनों की स्थिति जर्जर थी। मगर आज प्रदेश में नित्य नए अस्पताल भवनों के निर्माण से लेकर अस्पतालों में दवा की उपलब्धता पूर्ण रहती है। यही वजह है कि मरीजों का विश्वास सरकारी अस्पतालों के प्रति बढ़ा है। उन्होंने कहा कि राज्य में एक्सरे सेवाओं में 1 हजार 232 लोगों की और बहाली हो जाने से एक ओर जहां रोजगार सृजन होगा, वहीं, स्वास्थ्य सेवाओं में मानव बल के इजाफे से सेवाएं और पहले के मुकाबले बेहतर होंगी।


Dec 02 2024, 13:10
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