महाराष्ट्र चुनाव में शरद पवार की करारी हार के बाद क्या अब लेंगे संन्यास? जानें क्या कहा
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान एनसीपी शरद चंद्र पवार पार्टी के नेता शरद पवार के रिटायरमेंट की बात हो रही थी. उनकी उम्र 83 साल हो गयी है. उनकी उम्र पर सवाल उठाए जा रहे थे. विपक्षी पार्टियों ने उनके उम्र पर सवाल किए थे. अब चुनाव में शरद पवार की पार्टी की हार हुई है. महाविकास अघाड़ी को भी करारी हार का सामना करना पड़ा है. शरद पवार ने स्वीकार किया कि इस चुनाव परिणाम की उन्हें आशा नहीं थी. वहीं फिर से उनके रिटायरमेंट पर भी सवाल उठने लगे हैं.
रविवार को चुनाव परिणाम के बाद शरद पवार ने पहली बार चुप्पी तोड़ी. प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव के नतीजों और उनके संन्यास को लेकर सवाल पूछे गये. इसका शरद पवार ने जवाब दिया.
उस सवाल पर बोलते हुए शरद पवार ने दो टूक शब्दों में जवाब दिया. उन्होंने कहा कि विरोधियों को मेरे रिटायरमेंट का समय नहीं बताना चाहिए.
मैं घर पर नहीं बैठूंगा-बोले शरद पवार
शरद पवार ने कहा किकल परिणाम घोषित हुआ, आज मैं कराड में हूं. इस नतीजे के बाद कोई भी घर बैठ गया होगा. लेकिन मैं घर पर नहीं बैठूंगा. हमने नहीं सोचा था कि हमारी युवा पीढ़ी को ये परिणाम मिलेगा. उनका आत्मविश्वास बढ़ना चाहिए. उन्हें फिर से खड़ा करना, उनका आत्मविश्वास बढ़ाना, नए जोश के साथ एक उत्पादक पीढ़ी तैयार करना मेरा कार्यक्रम होगा.
विपक्षी पार्टी के लिए विधायक नहीं होने पर जानें क्या बोले
शरद पवार ने एमवीए के पास विपक्षी पार्टी का दर्जा हासिल करने लिए पर्याप्त संख्या में विधायक नहीं होने पर कहा किविपक्षी दल के पास कोई नेता नहीं है, लेकिन एक विपक्षी नेता तो होना ही चाहिए. 1980 में हमारे 52 विधायक थे. तब विपक्ष का कोई नेता नहीं था. हम 6 विधायक थे. लेकिन हमने प्रभावी काम किया और चुनाव जीते. यह पहली बार नहीं है कि राज्य में कोई विपक्ष नहीं है. ऐसी ही स्थिति 1980 में भी बनी थी. ऐसा दो-तीन बार हुआ. बाद में उस समय दो या तीन दल एक साथ आ सकते थे और विपक्षी नेता बना सकते थे. एक बार मैं, एक बार निहाल अहमद और मृणालताई गोरे विपक्ष के नेता थे.
एनसीपी का संस्थापक कौन है? सभी जानते हैं
शरद पवार ने कहा किअजित पवार की सीटें बढ़ी हैं. इससे इनकार नहीं किया जा सकता, लेकिन महाराष्ट्र को पता होना चाहिए कि एनसीपी का संस्थापक कौन है. उन्होंने कहा कि हमारे सहयोगियों और कार्यकर्ताओं ने कड़ी मेहनत की है. उस के साथ कोई समस्या नहीं. मुख्य नेताओं ने बहुत मेहनत की. मुझें नहीं पता ऐसा क्यों हुआ. इस पर विश्लेषण करने की जरूरत है.
Nov 24 2024, 20:07