रुद्राक्ष धारण करने से पहले जानें ये जरूरी बातें, वरना हो सकते हैं नुकसान
हिन्दू धर्म में रुद्राक्ष को शिवजी का प्रतीक माना जाता है और इसे धारण करने से व्यक्ति को कई तरह के लाभ मिलते हैं, लेकिन रुद्राक्ष को धारण करते समय कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए. क्योंकि देवों के देव महादेव को रुद्राक्ष बहुत प्रिय है. इसी कारण वे अपने शरीर पर इसे धारण करते हैं. महादेव की कृपा पाने के लिए जो भी उन्हें रुद्राक्ष (Rudraksha) अर्पित करता है उसे हर काम में सफलता मिलने लगती है.
माना जाता है कि रुद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति को रक्तचाप, हृदय रोग से जुड़ी बीमारियां आसानी से नहीं जकड़ती. रुद्राक्ष अलग-अलग आकार और धारियों के होते हैं जिनकी अलौकिकता भी अगल होती है. क्योंकि रुद्राक्ष को बेहद ही पवित्र और शुभ माना है इसलिए इसे धारण करने के भी कुछ विशेष नियम हैं. यदि आप इसका पालन नहीं करेंगे तो इसके परिणाम आपको भुगतने पड़ सकते हैं.
सोते समयन पहनें रुद्राक्ष
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, रुद्राक्ष को सोने से पहले उतार देना चाहिए. माना जाता है कि रुद्राक्ष धारण करके सोने पर वह अशुद्ध हो जाता है. इसको अगर दूसरे तौर पर देखा जाए तो सोते वक्त रुद्राक्ष टूटने का डर भी रहता है, इसलिए सोने से पहले इसको उतारने का विधान है. सुबह स्नान करने के बाद ही इसको दोबारा धारण करना चाहिए.
न करें मांस-मदिरा का सेवन
रुद्राक्ष को बेहद पवित्र माना जाता है इसलिए मांस-मदिरा का सेवन करते समय इसे नहीं पहनना चाहिए. मान्यता है कि रुद्राक्ष भगवान शिव का प्रसाद होता है इसलिए इसकी पवित्रता खंडित करना व्यक्ति को विपरीत परिणाम दे सकता है.
बच्चे के जन्म पर न पहनें रुद्राक्ष
हिंदू धर्म में मान्यता है कि किसी भा नवजात के जन्म के बाद सूतक लग जाता है, जिससे कुछ दिनों तक चीजें अपवित्र रहती हैं. ऐसें में बच्चे के जन्म के बाद मां और बच्चे को रुद्राक्ष पहनने से बचना चाहिए.
राशि के अनुसार पहनें रुद्राक्ष
ज्योतिष के अनुसार सुख-समृद्धि और सौभाग्य की कामना को पूरा करने के लिए हमेशा अपनी राशि के अनुसार ही रुद्राक्ष धारण करना चाहिए. आइए जानते हैं कि 12 राशियों के लिए कौन सा रुद्राक्ष मंगलकारी रहेगा.
मेष राशि – एक मुखी, तीन मुखी या फिर पांच मुखी रुद्राक्ष
वृष राशि – चार मुखी, छह मुखी या फिर चौदह मुखी रुद्राक्ष
मिथुन राशि – चार मुखी, पांच मुखी और तेरह मुखी रुद्राक्ष
कर्क राशि – तीन मुखी, पांच मुखी या फिर गौरी-शंकर रुद्राक्ष
सिंह राशि – एक मुखी, तीन किया मुखी और पांच मुखी रुद्राक्ष
कन्या राशि – चार मुखी, पांच मुखी और तेरह मुखी
तुला राशि – चार मुखी, छह मुखी या फिर चौदह मुखी रुद्राक्ष
वृश्चिक राशि – तीन मुखी, पांच मुखी या फिर गौरी-शंकर रुद्राक्ष
धनु राशि – एक मुखी, तीन मुखी या पांच मुखी रुद्राक्ष
मकर राशि – चार मुखी, छह मुखी अथवा चौदह मुखी रुद्राक्ष
कुंभ राशि – चार मुखी, छह मुखी या फिर चौदह मुखी रुद्राक्ष
मीन राशि – तीन मुखी, पांच मुखी या फिर गौरी-शंकर रुद्राक्ष
Nov 24 2024, 14:23