ओवर ब्रिज निर्माण में गड़बड़ी एवं कब्रिस्तान के ऊपर से सड़क पार करने पर लुकईया के ग्रामीणों ने किया जोरदार विरोध प्रदर्शन
पेटरवार (बोकारो)
मिथलेश कुमार
भारतमाला परियोजना फेज 1 के तहत पेटरवार प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत लुकईया में सड़क निर्माण के दौरान सड़क निर्माता कंपनी के द्वारा गलत तरीके से ओवर ब्रिज एवं कब्रिस्तान के ऊपर से सड़क को पार किए जाने को लेकर लुकईया के ग्रामीणों के द्वारा एनएचआई एवं सड़क निर्माण कंपनी के विराध में जोरदार प्रदर्शन किया गया। विरोध प्रदर्शन के दौरान शामिल महिलाए एवं पुरुष हाथ में तख्तियां लिकर जोरदार नारेबाजी कि जा रही थी। जिसमें एनएचआई की मनमानी नहीं चलेगी, कब्रिस्तान की रक्षा में जान देंगे, हमारी मांगी पूरी करो, ग्रामीण पीसीसी बंद मत करो, ओवर ब्रिज का निर्माण में मनमानी नहीं चलेंगी सहित अनेक नारे लगाए जा रहे थे। विरोध प्रदर्शन के दौरान महिलाओं एवं पुरुषों में जबरदस्त आक्रोश दिखा। आक्रोश व्यक्त करते हुए महिलाओं एवं पुरुषों ने कहा कि अपनी जान दे देंगे परंतु कब्रिस्तान के ऊपर से सड़क पार करने नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि हमारे बाप दादा एवं पूर्वजों को कब्रिस्तान में दफनाया गया है। उसके ऊपर से सड़क बिल्कुल भी पर नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह नहीं चाहिए एवं झारखंड सरकार हमारी भावनाओं के साथ नहीं खेले। हमारी धर्म एवं संस्कृति की रक्षा हो। लोगों ने कहा कि कब्रिस्तान के बगल में काफी खाली जमीन है जिसे देने के लिए तैयार है बस हमारी कब्रिस्तान के ऊपर से सड़क को नहीं बनाया जाए। इस दौरान लोगों ने कहा कि नहीं के द्वारा एनएच 23 के ऊपर जो ओवर ब्रिज बनाया जा रहा है। वह गलत तरीके से बनाया जा रहा है। जिससे दुर्घटनाओं में अप्रत्याशित रूप से वृद्धि होगी। ओवर ब्रिज के स्थान पर इस तरह का टर्निंग पॉइंट लोगों के लिए जानलेवा साबित होगा इसलिए जल्द से जल्द ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य को बंद कर सही तरीके से ओवर ब्रिज का निर्माण कराया जाए जिससे जनहानि ना हो। इस दौरान लोगों ने कहा कि सड़क के निर्माण में प्रयोग की जा रही छाई के उड़ने से काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। छाई उड़कर हमारे घरों में घुस जाता है एवं हमारे भोजन सहित अन्य सामग्रियों में पड़ जा रहा है। निर्माण की जा रही कंपनियों के द्वारा ना ही सड़क में छिड़काव किया जा रहा है और ना ही छाई को हटाया जा रहा है जिससे प्रदूषण की मार स्थानीय ग्रामीण झेल रहे हैं। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि रयती भूमि का बिना मुआवजा दिए ही जबरदस्ती काम कराया जा रहा है। मामले पर बोले जाने पर सड़क निर्माण कर रही कंपनी के अधिकारी काली गलौज एवं झूठा मुकदमा में फसाने का धमकी देते है। मामले पर स्थानीय ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री झारखंड सरकार, बोकारो उपायुक्त, भु अर्जन बोकारो, अंचलाधिकारी पेटरवार को लिखित आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है। इस मौके पर रफीक अंसारी, फाथमा खातून, समीम अंसारी, शंकर महतो, असगर अंसारी, नासिर अंसारी, असलम अंसारी, जाहिद अंसारी, शकीला बानो, रजि बीबी सहित दर्जनों ग्रामीण महिला - पुरुष सहित युवक और बच्चे मौजूद थे।
Nov 21 2024, 18:25