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सियासी घामासान के बीच इस बार झोंकी सभी पार्टी अपनी पूरी ताकत, हर कोई अपने मुद्दे से कर रहे जनता को समझाने की कोशिश


झारखंड डेस्क 

झारखंड में पहले चरण का मतदान 13 नवंबर को है. इस वजह से पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है. रविवार यानी आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी झारखंड पहुंच रहे हैं. इसके पहले शनिवार को झारखंड में तो भाजपा के नेताओं का जमघट था. तो राहुल गांधी भी झारखंड में थे. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी झारखंड में थे.

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने झारखंड के लोगों को समझाने का प्रयास किया कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार है, तब तक दलित, आदिवासी, पिछड़ा का आरक्षण काटकर अल्पसंख्यकों को नहीं देने दिया जाएगा. राहुल बाबा जितना षड्यंत्र रचना है, रच ले. कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा और राजद ने हमेशा आदिवासी और ओबीसी का अपमान किया है.

 कांग्रेस ने 75 साल तक आदिवासियों को उचित सम्मान नहीं दिया. उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि इस चुनाव में हेमंत सोरेन की भ्रष्टाचारी सरकार को उखाड़ फेंके. दावा किया कि झारखंड में भाजपा की सरकार बनने के बाद भ्रष्टाचारियों को जेल भेजा जाएगा. अमित शाह ने शनिवार को हजारीबाग, पोटका में चुनावी सभा को संबोधित किया.

राहुल का आरोप,आरएसएस वाले आदिवासियों की जमीन छीनना चाहते हैं:

इधर, प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी ने झारखंड में शनिवार को कहा कि भाजपा और आरएसएस वाले आदिवासियों की जमीन छीनना चाहते हैं. उनकी नजर आदिवासियों की जमीन पर है.यही वजह है कि यह लोग आदिवासियों को वनवासी कहते हैं. ऐसा कहकर भाजपा के लोग आदिवासियों का हक छिनना चाहते हैं. राहुल गांधी ने कहा कि देश में 80% लोग गरीब हैं. प्रधानमंत्री गरीबों की नहीं सुनते. उन्हें गरीबों की कोई फिक्र नहीं है. उनके लिए अडानी, अंबानी ही सब कुछ हैं.उन्होंने लोगों से अपील की कि महिलाओं को ₹2500 तथा अन्य को 200 यूनिट फ्री बिजली देने वाली सरकार झारखंड में बनाएं .राहुल गांधी शनिवार को धनबाद के बाघमारा और जमशेदपुर में चुनावी सभा की.

हेमंत सोरेन का नारा झारखंड में बटेंगे तो काटेंगे

इधर, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शनिवार को अपने आवास में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि झारखंड में बटेंगे तो काटेंगे, की राजनीति नहीं चलेगी. यहां न लोग बटेंगे और नहीं काटेंगे, पर राजनीतिक रूप से विरोधी चुनाव के माध्यम से कूटे जरूर जाएंगे. उन्होंने कहा कि 2019 के चुनाव से यह चुनाव अलग है. विपक्ष अपने आप को मजबूत कहता है, तो सत्ता पक्ष कमजोर है क्या ? हम काफी मजबूती के साथ उन्हें चुनौती दे रहे हैं. और आगे भी देते रहेंगे.

हेमंत सोरेन ने कहा कि चुनाव के बाद नई सरकार में खनिज क्षेत्र के लिए विशेष कार्य योजना लाई जाएगी. विस्थापन आयोग की नियमावली बन चुकी है. सरकार बनते ही इसे आगे बढ़ाया जाएगा. हेमंत सोरेन ने कहा कि चुनाव के दौरान संवैधानिक संस्थाओं का इस्तेमाल बीजेपी करती है. यह शनिवार को हुए आयकर छापेमारी से भी स्पष्ट हो रहा है. न केवल झारखंड बल्कि अन्य राज्यों में भी चुनाव होते हैं, तो वहां भी केंद्रीय एजेंसियां इसी तरह छापेमारी करती हैं .उन्होंने कहा कि शनिवार को पता चला कि मेरे इर्द-गिर्द रहने वाले लोगों के यहां छापेमारी की गई है. आज संवैधानिक संस्थाओं की क्या हालत बन गई है, यह किस तरह काम करती हैं ,किन-किन लोगों के खिलाफ काम कर रही हैं. यह पूरा देश देख रहा है और इसकी चर्चाएं भी हो रही है. चुनाव के बीच क्या ऐसी कार्रवाई 2014 के पहले होती थी?? जो भी हो लेकिन झारखंड का चुनाव निश्चित रूप से 2019 से अलग है. देखना है कि जनता का फैसला किसके पक्ष में आता है. इस पर दिल्ली से लेकर पूरे देश की नज़रें टिकी हुई है. पूरे देश में झारखंड के चुनाव की खूब चर्चा हो रही है.

कल अक्षय नवमी पर आंवले के पेड़ की पूजा क्यों करनी चाहिए, जान लें पूजा विधि और शुभ मुहूर्त


पौराणिक मान्यता के अनुसार, आंवला नवमी के दिन द्वापर युग की शुरुआत हुई थी और स्वयं भगवान कृष्ण का जन्म हुआ था. वृन्दावन की परिक्रमा भी इसी दिन से प्रारम्भ होती है.

अक्षय नवमी बहुत शुभ दिन है. इस दिन दान-पुण्य का कार्य भी किया जाता है।

अवला नवमी हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाई जाती है. इसके अन्य नाम धात्री नवमी और कुष्मांड नवमी हैं. मान्यता है कि इस दिन किया गया कोई भी शुभ कार्य अक्षय फल देता है यानी उसका शुभ प्रभाव कभी कम नहीं होता.

क्यों 10 नवंबर को होगी आंवला नवमी

अक्षय नवमी का पर्व इस साल 10 नवंबर, 2024 को मनाया जाएगा, लेकिन इसकी शुरुआत 9 नवंबर को रात 10 बजकर 45 मिनट से होगी. वहीं, इस तिथि का समापन 10 नवंबर को रात 9 बजकर 1 मिनट पर होगा. इसलिए उदयातिथि पर यानी10 नवंबर को अक्षय नवमी का व्रत रखा जाएगा.

अक्षय नवमी 2024 शुभ मुहूर्त

अक्षय नवमी के दिन आंवले के पेड़ का पूजन किया जाता है और यह पूजन यदि शुभ मुहूर्त में किया जाए तो शुभ फल प्रदान करता है. बता दें कि 10 नवंबर को अक्षय नवमी के दिन दुर्लभ ध्रुव योग बन रहा है तो कि 11 नवंबर को देर रात 1 बजकर 42 मिनट पर समाप्त होगा. ऐसे में व्रत करने वाले जातक 10 नवंबर को सूर्योदय के बाद कभी भी पूजा कर सकते हैं.

अक्षय नवमी की पूजा विधि

अक्षय नवमी, जिसे आंवला नवमी के नाम से भी जाना जाता है, भगवान विष्णु और आंवले के पेड़ की पूजा करने का दिन है. इस दिन पूजा करने के कुछ तरीके इस प्रकार हैं:

अक्षय नवमी यानि आंवला नवमी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करें और हाथ में जल लेकर व्रत का संकल्प करें. इसके बाद आंवले के वृक्ष का पूजन आरंभ करें. सबसे पहले आंवले के पेड़ पर गंगाजल अर्पित करें. फिर रोली, चंदन और पुष्प अर्पित करें. फिर आंवले के पेड़ के नीचे घी का दीपक जलाएं. कच्चे सूत या मौली के धागे को तने पर 8 बार लपेटें. फिर पेड़ की 7 बार परिक्रमा लगाएं. परिक्रमा लगाने के बाद पेड़ की जड़ में फल व मिठाई चढ़ाएं.

अक्षय नवमी पर क्या करें दान

अक्षय नवमी के दिन दान का महत्व बहुत अधिक होता है. इस दिन जरूरतमंदों को भोजन, कपड़े, फल और धन का दान करना अक्षय पुण्य का कारण बनता है. मान्यता है कि इस दिन किए गए दान का फल अनंत काल तक मिलता है और इससे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. खासकर गरीब और जरूरतमंद लोगों की मदद करना अत्यधिक लाभकारी माना गया है. इस दिन गाय को आहार देना, आंवले का दान करना और घर में बने हुए भोजन को गरीबों में बांटना पुण्यकारी होता है. इस प्रकार के दान-पुण्य से व्यक्ति की समृद्धि और सौभाग्य में वृद्धि होती है. अक्षय नवमी पर पितरों को भोजन, वस्त्र और कंबल का दान करना चाहिए.

मान्यता है कि इस दिन ब्राह्मण भोज के बाद आंवले के पेड़ के नीचे पूर्व दिशा की ओर मुख करके प्रसाद के रूप में आंवले का सेवन करें. इस संबंध में एक मान्यता यह भी है कि यदि भोजन करते समय करवंदा के पत्ते थाली में गिर जाएं तो यह बहुत शुभ माना जाता है और आने वाले वर्ष में व्यक्ति का स्वास्थ्य अच्छा रहता है. चूंकि कार्तिक शुक्ल नवमी अक्षय नवमी है, इसलिए नदियों, झीलों, तटों या तीर्थों में स्नान करने से अक्षय पुण्य मिलता है.

अक्षय नवमी या आंवला नवमी मंत्र

धन और समृद्धि के लिए मंत्र:

ओम भूरिदा भूरि देहिनो

मा दभ्रं भूर्या भारा

भूरि घेडिन्द्र दिष्टसि।

-ॐ भूरिदा त्यासि श्रुतः पुरुत्र सुरा वृत्रहं|

वह नो भजस्व राधासि ||

विष्णु गायत्री मंत्र

ॐ श्री विष्णुवे च विद्महे

वासुदेवाय धीमहि

तन्नो विष्णुः प्रचोदयात्||

लक्ष्मी विनायक मंत्र

दंत भये चक्र दारो दधनं

कराग्रगस्वर्णघटं त्रिनेत्रम्|

धृत बजय लिंगिताम्बधि पुत्राय

लक्ष्मी गणेश कनकभमिदे||

अक्षय नवमी पर्व के अनुसार यह दिन जगत के पालनकर्ता भगवान श्री विष्णु और माता लक्ष्मी को समर्पित है. इसलिए इस शुभ अवसर पर विशेष समय पर लक्ष्मी-नारायण की पूजा करने से सभी दुख और परेशानियां दूर हो जाती हैं और अपार लक्ष्मी की प्राप्ति होती है.

ब्रेक फेल होने से जवानों से भरी पीसीआर वैन तालाब में डूबी



धनबाद : जोड़ापोखर पुलिस की पीसीआर वैन से गुरुवार की रात बड़ी दुर्घटना होने से बच गई। पीसीआर रात को पुलिस अवर निरीक्षक हरेराम सिंह की नेतृत्व में नॉर्थ जियलगोरा तीन नंबर के छठ घाट तालाब के पास गश्त करने पहुंची थी।

घाट पर समिति के लोग सुबह अर्घ्य देने आने वाले श्रद्धालुओं के लिए तैयारी में लगे हुए थे। समिति के लोगों से हरेराम सिंह ने विधि व्यवस्था का जायजा लेने के बाद वापस जाने लगा। तभी छठ घाट के ढलान पर पीसीआर का ब्रेक फेल हो जाने से उल्टा वापस आने लगा। काफी प्रयास के बावजूद वैन को रोका नहीं जा सका। 

जिस कारण ढलकते हुए छठ घाट तालाब में डूब गया। चालक सहित तीन पुलिसकर्मी भी तालाब में पीसीआर के साथ चले गए। 

पीसीआर वैन को तालाब में डूबते देख समिति के लोग ने तीनों पुलिस कर्मी को बाहर निकाला। रात में ही क्रेन की मदद तथा नॉर्थ जियलगोरा छठ पूजा समिति के सदस्यों के सहयोग से पीसीआर को तालाब से बाहर निकाला गया।

''भारतीय टैक्स ढांचा गरीबों को लूटने के लिए बनाया गया'', राहुल गांधी का मोदी सरकार पर हमला


 धनबाद :कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को झारखंड के दौरे पर हैं। उन्होंने धनबाद में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। रैली के दौरान राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा।

भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि भारतीय कर ढांचा "गरीबों को लूटने" के लिए बनाया गया है। भारतीय कर ढांचा गरीबों को लूटने के लिए है- राहुल गांधी झारखंड के धनबाद में एक रैली को संबोधित करते हुए गांधी ने आरोप लगाया, "भारतीय कर ढांचा गरीबों को लूटने के लिए है। अडानी आपके बराबर कर चुकाते हैं। 

धारावी की एक लाख करोड़ रुपये की जमीन उन्हें सौंपी जा रही है।" उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी कटाक्ष करते हुए आरोप लगाया, "पीएम मोदी सीप्लेन में यात्रा करते हैं, समुद्र के अंदर जाते हैं, लेकिन गरीब और महिलाएं महंगाई की मार झेलती हैं।" गरीबों को पूंजीपतियों के कर्ज के बराबर धन देंगे राहुल गांधी ने आगे आरोप लगाया कि अनुसूचित जनजाति (एसटी), अनुसूचित जाति (एससी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) भारत की आबादी का 90 प्रतिशत हिस्सा हैं, लेकिन सरकारी संस्थानों में उनका प्रतिनिधित्व नहीं है।

राहुल गांधी ने कहा, "हम गरीबों को पीएम मोदी द्वारा माफ किए गए पूंजीपतियों के कर्ज के बराबर धन देंगे। जाति जनगणना से पता चलेगा कि देश की संपत्ति कैसे वितरित की जाती है। " आरक्षण पर 50 प्रतिशत की सीमा हटाने का वादा झारखंड में चुनावी मैदान में धनबाद रैली में राहुल गांधी ने दावा किया कि किसी भी कीमत पर आरक्षण पर 50 प्रतिशत की सीमा हटाई जाएगी। राहुल गांधी ने धनबाद में आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री कभी दलितों और आदिवासियों तक नहीं पहुंचते, लेकिन वे उद्योगपतियों के परिवार के सदस्यों की शादियों में शामिल होते हैं।

अपनी जीत को लेकर मथुरा महतो आश्वस्त, कहा : फिर से मिलेगा जनता का आशीर्वाद


धनबाद :टुंडी विधानसभा सीट से एक बार फिर से जेएमएम ने अपने विधायक मथुरा प्रसाद महतो पर भरोसा जताते हुए उन्हें प्रत्याशी बनाया है. उन्होंने कहा कि पार्टी ने पांचवीं बार यहां से प्रत्याशी बनाया है, जिसमे एक बार मात्र 150 और दूसरी बार 1126 वोट से चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था, जबकि तीन बार भारी वोटों से जनता ने मुझे जीत दिलाई है.

उन्होंने कहा कि पार्टी ने मुझ पर जो भरोसा जताया है मैं उस पर बिल्कुल खरा उतरने की कोशिश करूंगा. मथुरा प्रसाद महतो ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जो कार्य झारखंड की जनता के लिए किए हैं, उससे और भी वोट का इजाफा होने वाला है.

 इंडिया ब्लॉक का साझा प्रत्याशी उतारने का लाभ जनता हमे अवश्य देगी.उन्होंने कहा कि हमने अपने क्षेत्र में निरंतर विकास का काम किया है. स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, पानी, सड़क और रोजगार के क्षेत्र में हमने काम किया है और आगे भी यह कार्य निरंतर चलता रहेगा. मुझे पूरा विश्वास है कि इस बार फिर से जनता हमें आशीर्वाद देगी.

पलायन एक बहुत बड़ी समस्या है, इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पूर्व में शिक्षा की यहां कमी थी लेकिन अब उच्च शिक्षा की भी यहां से शुरुआत हो गयी है.जिससे यहां पालयन रुका है.

पीएम मोदी कल रांची में करेंगे रोड शो, किए जा रहे सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, 13 को संताल में फूकेंगे चुनावी बिगुल


रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 और 13 नवंबर को झारखंड में कई चुनावी सभाओं को संबोधित किया। वही पीएम मोदी 10 नवंबर रविवार को रांची में 'रोड शो' में भी हिस्सा लेंगे। यहां राजधानी रांची में पीएम मोदी बीजेपी उम्मीदवार के साथ रोड शो करेंगे। यह रोड शो लगभग 3 किलोमीटर लंबा होगा जो करीब डेढ़ घंटे तक चलेगा। इस दौरान उनकी सुरक्षा को लेकर पीएम मोदी के इस रोड शो को लेकर कड़े इंतजाम किए जा रहे है। 

रांची के पिस्का मोड़ स्थित ओटीसी मैदान से प्रधानमंत्री का रोड शो शाम 4.55 बजे शुरू होगा। लगभग डेढ़ घंटे रांची में रुकने के बाद शाम 6.35 बजे प्रधानमंत्री विशेष विमान से दिल्ली वापस लौट जाएंगे। उनके रोड शो को लेकर रांची की सड़कों का कायाकल्प भी किया जा रहा है। रातू रोड के न्यू मार्केट से ओटीसी ग्राउंड जाने वाली सड़क की तस्वीर पूरी तरह से बदली जा रही है। रातू रोड में एलिवेटेड पुल के निर्माण के कारण पिछले तीन वर्षो से सड़कों की स्थिति काफी खराब थी। रातू रोड में छोटे-छोटे गड्ढे हो गए थे। रोड को पूरी तरह से बना दिया गया है।

रोड शो में पीएम की सुरक्षा के लिए 11 एसपी, 30 डीएसपी और लगभग 4000 अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे।ऊंची इमारतों पर सुरक्षाकर्मी तैनात किए जा रहे हैं। साथ ही, सड़क के दोनों ओर दो लेयर की बैरिकेडिंग भी की गई है ताकि कोई व्यक्ति रोड शो के बीच में न आ सके।

आज इंडी गठबंधन के लिए सबसे ज्यादा डिमांडिग स्टार प्रचारक बन गयी है कल्पना सोरेन,हेमन्त सोरेन से भी ज्यादा लोकप्रिय है आज वह जनता के बीच

झारखंड डेस्क

आज चुनाव प्रचार के दौरान अगर जनता के बीच सबसे ज्यादा कोई प्रभाव डालने वाली झारखंड में स्टार प्रचारक है तो वह  कल्पना सोरेन है,आज उनकी लोकप्रियता लगातार लोगों के बीच बढ़ रही है.

 झारखंड विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान उनकी सभाओं में भारी भीड़ देखने को मिल रही है. खास कर के जनजातीय मतदाओं के लिए वो आकर्षण का केंद्र बन गई हैं.

झारखंड विधानसभा चुनाव का बिगुल बज गया है. जिसके बाद राज्य के तमाम नेता चुनाव प्रचार में सक्रिय हो गए हैं. लोकसभा चुनाव के बाद झारखंड की सियासत में एक नाम बहुत तेजी से उभरा है, वो है कल्पना सोरेन का है. कल्पना सोरेन के प्रचार में लोगों का हुजूम देखने को मिल रहा है. खास कर के जनजातीय मतदाताओं के लिए वो आकर्षण का केंद्र बन गई हैं. 

राज्य के खूंटी जिले में बुधवार की दोपहर जब कल्पना सोरेन चुनाव प्रचार के लिए पहुंची तो उनकी सभा में जन सैलाब उमड़ गया. उन्होंने 2019 के पत्थलगड़ी आंदोलन का जिक्र करते हुए जनजातीय समुदाय के लोगों को याद दिलाया कि कैसे बीजेपी ने उनके लड़कों पर देशद्रोह का मामला दर्ज कर दिया था.

कल्पना के चुनाव प्रचार से झामुमो हुई मज़बूत,

JMM के एक नेता ने कहा कि सोरेन अपने चॉपर से रोज पांच जन सभाएं करती हैं और शाम का समय अपने निर्वाचन क्षेत्र गिरिडीह के गाण्डेय के लिए रखती हैं. सोरेन परिवार के एक करीबी व्यक्ति ने बताया कि आजकल हेमंत सोरेन से ज्यादा, लोग कल्पना सोरेन को ही पसंद कर रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि कल्पना जी की के साथ बैठक के लिए रोज 10 से 12 रिक्वेस्ट आते हैं, लेकिन हमारे पास समय की कमी रहती है.

एक वरिष्ठ नेता कहा कि कल्पना की रैलियां पार्टी के लिए गेम चेंजर का काम कर रही हैं. उन्होंने बताया कि झारखंड में दो चरणों में होने वाले चुनाव में JMM के हाथ बंध जाते क्योंकि राज्य में INDIA ब्लॉक की तरफ से एक ही स्टार प्रचारक हेमंत सोरेन हैं. अब कल्पना के चुनाव प्रचार करने से पार्टी को चुनाव में संबल मिला है.

कल्पना सोरेन ने बहुत कम समय में लंबी राजनीतिक यात्रा तय की है. उनकी नई पहचान तब बनी जब राज्य के मुख्यमंत्री को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर लिया था. उनका पहला भाषण राहुल गांधी की रैली में मुंबई के आजाद मैदान में था. उसके बाद दिल्ली के राम लीला मैदान में अरविंद केजरीवाल और हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के खिलाफ इंडिया ब्लॉक की रैली में वो शामिल हुईं, इस बात की जानकारी झारखंड के एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने दी.

लोकसभा चुनाव से बनाई अपनी पहचान

कल्पना सोरेन ने कहा कि साल 2024 की शुरुआत से उभरी चुनौतियों ने मुझे पूरी तरह से बदल दिया. मेरे ऊपर परिवार की जिम्मेदारी थी. अब मुझे गुरुजी (शिबू सोरेन) और JMM ने एक बड़ी जिम्मेदारी सौंपी. सोरेन जब वहां से हेलिकॉप्टर की ओर बढ़ी तब उन्होंने बांस के बैरिकेड पर झुकी हुई भीड़ को 'जोहार' कहकर अभिवादन किया. 

बीजेपी पर उसके हमले का हुआ असर

कल्पना सोरेन ने बीजेपी के नारे 'बटेंगे तो कटेंगे' पर हमला करते हुए कहा कि ये बीजेपी की कमजोरी की तरफ इशारा करता है. सोरेन ने कहा कि भाजपा के कुछ नेता बंटोगे तो कटोगे जैसे बयानों का इस्तेमाल कर रहे हैं. ये वे नेता हैं जो सम्मानित पदों पर बैठे हैं. ये शर्मनाक हरकत है. उन्होंने कहा कि स्थानीय भाजपा नेता इस तरह की टिप्पणी नहीं कर रहे हैं. उनके पास दिखाने के लिए कोई रिपोर्ट कार्ड नहीं है.

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पर निशाना साधते हुए सोरेन ने कहा कि सरमा को अपने राज्य की देखभाल करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि हिमंता, हेमंत सोरेन के लिए बिल्कुल भी चुनौती नहीं हैं. उन्होंने आगे कहा कि हिमंता को पहले आदिवासियों के लिए काम करना चाहिए. 

हिमंता पर आरोप लगाते हुए कल्पाना सोरेन ने कहा कि असम का सीएम बनने के लिए एक आदिवासी नेता को बाहर कर दिया. झारखंड की जनता ने अपने राज्य की जिम्मेदारी हेमंत सोरेन को दी है और वह उनका ख्याल रखेंगे.

झारखंड के सिमडेगा में आयोजित एक रैली में राहुल गाँधी ने कहा -भाजपा और आर एस एस आदिवासियों की जल जंगल और जमीन छीनना चाहती है

झारखंड डेस्क 

झारखंड के सिमडेगा में आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने आरोप लगाया, ‘‘प्रधानमंत्री (नरेन्द्र) मोदी आपको ‘वनवासी’ कहते हैं क्योंकि भाजपा मानती है कि जल, जंगल और जमीन भाजपा, आरएसएस और पूंजीपतियों की है। भाजपा ‘तथाकथित विकास’ के नाम पर आदिवासियों की जमीन हड़पने में विश्वास करती है. भाजपा आदिवासियों से ‘जल, जंगल, जमीन’ छीनना चाहती है.

 उन्होंने झारखंड में होने जा रहे विधानसभा चुनाव को विपक्षी दलों के ‘इंडिया’ गठबंधन और भाजपा-आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) के बीच विचारधारा की लड़ाई बताया. कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि आरएसएस-भाजपा का अभियान देश के संविधान को ‘‘नष्ट’’ करने के लिए है जबकि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) इसकी ‘‘रक्षा करना चाहता है’’.

उन्होंने दावा किया कि संविधान पर ‘‘लगातार हमला’’ हो रहा है और ‘इंडिया’ गठबंधन ‘‘इसकी रक्षा करने का प्रयास कर रहा है’’. गांधी ने कहा कि सत्ता में आने पर कांग्रेस जाति जनगणना सुनिश्चित करेगी और आरक्षण पर 50 प्रतिशत की सीमा हटाएगी. उन्होंने दावा किया, ‘‘संविधान पर लगातार हमले हो रहे हैं और इसे बचाए जाने की जरूरत है. हम किसी भी कीमत पर 50 प्रतिशत आरक्षण की सीमा को हटाएंगे. अगर हम झारखंड में सत्ता में आए तो हम अनुसूचित जनजाति (एसटी) का आरक्षण मौजूदा 26 प्रतिशत से बढ़ाकर 28 प्रतिशत, अनुसूचित जाति (एससी) का आरक्षण मौजूदा 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) का आरक्षण मौजूदा 14 प्रतिशत से बढ़ाकर 27 प्रतिशत करेंगे.

उन्होंने यह भी कहा कि देश की विभिन्न संस्थाओं और संपदा में आदिवासियों, दलितों और ओबीसी की भागीदारी की पहचान के लिए जाति जनगणना जरूरी है. कांग्रेस नेता ने दावा किया, ‘‘जब मैंने संसद में यह मुद्दा उठाया तो प्रधानमंत्री मोदी चुप रहे और बाद में उन्होंने कहा कि राहुल गांधी देश को बांटना चाहते हैं.

विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद यह गांधी का दूसरा झारखंड दौरा था.झारखंड में विधानसभा चुनाव के लिए 13 और 20 नवंबर को दो चरणों में मतदान होंगे और मतगणना 23 नवंबर को होगी.

झारखंड विधानसभा के 13 नवम्बर को होने वाले पहले चरण के मतदान में चम्पई,सीपी सिंह, बान्ना, और सरयू राय समेत कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर

झारखंड डेस्क 

झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण में कड़ी टक्कर होने की संभावना है. यही कारण है कि जैसे-जैसे समय नजदीक आ रहा है, चुनाव प्रचार जोर पकड़ रहा है और नेताओं की धड़कनें बढ़ती जा रही हैं. चुनाव के पहले चरण में 43 सीटों पर 13 नवंबर को मतदान होना है. वैसे तो इस चुनाव में कुल 683 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं लेकिन झारखंड विधानसभा की झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण में कड़ी टक्कर होने की संभावना है. यही कारण है कि जैसे-जैसे समय नजदीक आ रहा है, चुनाव प्रचार जोर पकड़ रहा है और नेताओं की धड़कनें बढ़ती जा रही हैं. चुनाव के पहले चरण में 43 सीटों पर 13 नवंबर को मतदान होना है. वैसे तो इस चुनाव में कुल 683 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं लेकिन झारखंड विधानसभा की कुछ सीटें ऐसी हैं जिन पर कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. इन हाई प्रोफाइल सीटों पर कहीं पूर्व स्पीकर तो कहीं पूर्व मुख्यमंत्री अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.

इस महामुकाबले में एक तरफ भाजपा की अगुआई वाले एनडीए के उम्मीदवार हैं तो दूसरी तरफ जेएमएम की अगुआई वाले इंडी गठबंधन के उम्मीदवार हैं. कमोबेश सभी सीटों पर इन दोनों गठबंधनों के उम्मीदवारों के बीच मुकाबला देखने को मिल रहा है. पहले चरण के चुनाव के कई दिग्गजों की किस्मत दांव पर लगी है. पहले चरण के चुनाव में जहां पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है, वहीं पूर्व स्पीकर और रांची से लगातार छह बार चुनाव जीत चुके सीपी सिंह पर सबकी नजर है. सरायकेला सीट पर इस बार झामुमाे के गणेश महाली का मुकाबला चंपाई सोरेन से है. इसी तरह रांची सीट से झामुमाे की महुआ माजी का मुकाबला सीपी सिंह से है.

इसके अलावा हेमंत कैबिनेट के सबसे प्रभावशाली मंत्री माने जाने वाले मिथिलेश ठाकुर एक बार फिर गढ़वा से चुनाव लड़ रहे हैं. यहां त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है. मिथिलेश ठाकुर का मुकाबला भाजपा के सत्येंद्र नाथ तिवारी और समाजवादी पार्टी के गिरिनाथ सिंह से है. डाल्टनगंज में कांग्रेस के केएन त्रिपाठी और भाजपा के आलोक चौरसिया के बीच सीधा मुकाबला होने की संभावना है. हालांकि, झारखंड विधानसभा के पहले स्पीकर इंदर सिंह नामधारी के बेटे दिलीप सिंह नामधारी भी निर्दलीय चुनाव मैदान में हैं. वह भी चुनाव किसी ओर पलट सकते हैं.

जमशेदपुर पश्चिम सीट पर जदयू के टिकट पर सरयू राय का मुकाबला हेमंत सरकार के मंत्री बन्ना गुप्ता से है. यहां दोनों के बीच कड़ी टक्कर होने की संभावना है. जमशेदपुर पूर्वी सीट पर रघुवर दास की बहू पूर्णिमा साहू और कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व आईपीएस अधिकारी रहे डॉ. अजय कुमार के बीच दिलचस्प मुकाबला होने वाला है.

पहले चरण के चुनाव में 683 प्रत्याशियों में से 73 महिला प्रत्याशी चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रही हैं. इस चुनाव में पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ. नीरा यादव, गीता कोड़ा, गीता बलमुचु, शिल्पी नेहा तिर्की, अंबा प्रसाद, पूर्णिमा दास समेत कई महिला प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला जनता करेगी. कोडरमा सीट पर एक बार फिर कमल खिलाने के लिए चुनाव लड़ रहीं डॉ. नीरा यादव को चुनौती देने के लिए राजद के सुभाष प्रसाद यादव मैदान में हैं. इसी तरह मांडर सीट से शिल्पी नेहा तिर्की को चुनौती देने के लिए भारतीय जनता पार्टी के सनी टोप्पो मैदान में हैं. पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा इस बार वे जगन्नाथपुर सीट से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं. यहां उनका मुकाबला कांग्रेस के सोना राम सिंकू से होने वाला है.

कुछ सीटें ऐसी हैं जिन पर कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. इन हाई प्रोफाइल सीटों पर कहीं पूर्व स्पीकर तो कहीं पूर्व मुख्यमंत्री अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.

इस महामुकाबले में एक तरफ भाजपा की अगुआई वाले एनडीए के उम्मीदवार हैं तो दूसरी तरफ जेएमएम की अगुआई वाले इंडी गठबंधन के उम्मीदवार हैं. कमोबेश सभी सीटों पर इन दोनों गठबंधनों के उम्मीदवारों के बीच मुकाबला देखने को मिल रहा है. पहले चरण के चुनाव के कई दिग्गजों की किस्मत दांव पर लगी है. पहले चरण के चुनाव में जहां पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है, वहीं पूर्व स्पीकर और रांची से लगातार छह बार चुनाव जीत चुके सीपी सिंह पर सबकी नजर है. सरायकेला सीट पर इस बार झामुमाे के गणेश महाली का मुकाबला चंपाई सोरेन से है. इसी तरह रांची सीट से झामुमाे की महुआ माजी का मुकाबला सीपी सिंह से है.

इसके अलावा हेमंत कैबिनेट के सबसे प्रभावशाली मंत्री माने जाने वाले मिथिलेश ठाकुर एक बार फिर गढ़वा से चुनाव लड़ रहे हैं. यहां त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है. मिथिलेश ठाकुर का मुकाबला भाजपा के सत्येंद्र नाथ तिवारी और समाजवादी पार्टी के गिरिनाथ सिंह से है. डाल्टनगंज में कांग्रेस के केएन त्रिपाठी और भाजपा के आलोक चौरसिया के बीच सीधा मुकाबला होने की संभावना है. हालांकि, झारखंड विधानसभा के पहले स्पीकर इंदर सिंह नामधारी के बेटे दिलीप सिंह नामधारी भी निर्दलीय चुनाव मैदान में हैं. वह भी चुनाव किसी ओर पलट सकते हैं.

जमशेदपुर पश्चिम सीट पर जदयू के टिकट पर सरयू राय का मुकाबला हेमंत सरकार के मंत्री बन्ना गुप्ता से है. यहां दोनों के बीच कड़ी टक्कर होने की संभावना है. जमशेदपुर पूर्वी सीट पर रघुवर दास की बहू पूर्णिमा साहू और कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व आईपीएस अधिकारी रहे डॉ. अजय कुमार के बीच दिलचस्प मुकाबला होने वाला है.

पहले चरण के चुनाव में 683 प्रत्याशियों में से 73 महिला प्रत्याशी चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रही हैं. इस चुनाव में पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ. नीरा यादव, गीता कोड़ा, गीता बलमुचु, शिल्पी नेहा तिर्की, अंबा प्रसाद, पूर्णिमा दास समेत कई महिला प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला जनता करेगी. कोडरमा सीट पर एक बार फिर कमल खिलाने के लिए चुनाव लड़ रहीं डॉ. नीरा यादव को चुनौती देने के लिए राजद के सुभाष प्रसाद यादव मैदान में हैं. इसी तरह मांडर सीट से शिल्पी नेहा तिर्की को चुनौती देने के लिए भारतीय जनता पार्टी के सनी टोप्पो मैदान में हैं. पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा इस बार वे जगन्नाथपुर सीट से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं. यहां उनका मुकाबला कांग्रेस के सोना राम सिंकू से होने वाला है.

जयराम महतो के पार्टी के एक और प्रत्याशी झामुमो में शामिल, लगातार लग रही है जयराम महतो को झटका


झारखंड डेस्क 

रांची। जयराम महतो की पार्टी JLKM ने झारखंड की राजनीति में बड़े बदलाव करने का एलान किया था। सबसे पहले JLKM ने प्रत्‍याशियों की घोषणा करना शुरू कर दिया था। अब पार्टी को लगातार झटका लग रहा है। अब एक और प्रत्‍याशी ने झामुमो का दामन थाम लिया है।

जानकारी के मुताबिक जयराम महतो की पार्टी JLKM ने गढ़वा से सोनू यादव को प्रत्‍याशी बनाया था। सोनू यादव गुरुवार को झामुमो में शामिल हो गए। पार्टी में उनका मिथिलेश ठाकुर ने स्‍वागत किया। उन्‍होंने अपना समर्थन गढ़वा से झामुमो के उम्मीदवार मंत्री मिथिलेश ठाकुर को देने का एलान किया है।