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‘मेरे जैसा गुंडा कोई नहीं’, शराब के नशे में थाने में हंगामा मचाते हुए पुलिसकर्मियों को भाजपा नपं अध्यक्ष ने दी धमकी

बलौदाबाजार-     ‘मेरे जैसा गुंडा कोई नहीं’ कहते हुए बीती रात पलारी थाना में हंगामा मचाने वाले भाजपा से जुड़े पलारी नगर पंचायत अध्यक्ष यशवर्धन वर्मा का वीडियो वायरल हो रहा है. घटना के बाद पुलिस द्वारा कराए गए मुलाहिजे में नगर पंचायत अध्यक्ष के शराब पीने की पुष्टि हुई है. वहीं घटना के बाद पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारी के साथ दो आरक्षकों को निलंबित कर जांच समिति का गठन किया है. 

घटना के संबंध में निलंबित तत्कालीन थाना प्रभारी केशर पराग ने बताया कि बीती रात में थाना क्षेत्र के बाहर तेज आवाज में कार में डीजे बजाया जा रहा था, और गाली-गलौज की जा रही थी. इस पर दो आरक्षकों को उन्हें मना करने के लिए भेजा गया, जहाँ उनके साथ मारपीट की गई. उसके बाद थाना परिसर में भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. सनम जांगड़े के नेतृत्व में लोग पहुंचे और हंगामा करने लगे.

वहीं घटना की जानकारी मिलने के बाद तत्काल थाने पहुंचे एएसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि घटना रात्रि 9.30 बजे के आसपास की घटना है. थाना परिसर के सामने सड़क पर नगर पंचायत अध्यक्ष यशवर्धन वर्मा और उनके साथियों द्वारा तेज आवाज में कार में गाना बजाया जा रहा है, जिस पर थाना प्रभारी ने दो आरक्षकों को शांत कराने भेजा गया था, जिनके साथ झूमाझटकी और मारपीट की गई. इसके बाद भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ सनम जांगड़े थाना पहुंचे थे, और उनके कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया है.

एमएलसी रिपोर्ट में शराब पीने की पुष्टि

एएसपी ने बताया कि यशवर्धन वर्मा का मुलाहिजा करावाया गया, जिसमें डॉक्टर ने एमएलसी दी है, जिसमें लिखा है कि उन्होंने शराब पी थी. उनकी ओर से जो आवेदन मिला है, उसके जांच के लिए टीम बनाई गई है, जिसका राजेश श्रीवास्तव नेतृत्व कर रहे हैं. मामले की जांच प्रभावित न हो इसके लिए थाना प्रभारी सहित दो आरक्षकों को निलंबित किया गया है. एफआईआर के संबंध में उन्होंने बताया कि सीसीटीवी फुटेज निकाला जाएगा, उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

भाजपा जिलाध्यक्ष बोले – यशवर्धन कभी नहीं पीते शराब

मामले में भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. समन जांगड़े ने बताया कि यशवर्धन वर्मा शराब कभी पीते नहीं. पुलिस वाले उनसे जबरदस्ती जाकर उलझे और मारपीट की. घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस प्रशासन को अवगत कराया. पुलिस प्रशासन ने तत्काल संज्ञान लेते हुए कार्रवाई करते हुए थानेदार और आरक्षकों को निलंबित किया. उन्होंने कहा कि पुलिस सिविल ड्रेस में गई थी, और मारपीट की, जिसका उनको अधिकार नहीं है, जिसके लिए निलंबित किया गया है.

कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने सरकार पर साधा निशाना

इस मामले में कांग्रेस जिलाध्यक्ष हितेन्द्र ठाकुर ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में अराजकता की स्थिति है. पुलिस पर शासन का दबाव है. वह निष्पक्ष होकर काम नहीं कर पा रही है. पलारी की घटना भी ऐसी ही है, जहाँ भाजपा के कहने पर बगैर जांच किए तीन पुलिस वालों को निलंबित कर दिया गया है.

धर्मांतरण के मुद्दे पर गरमाई सियासत : प्रार्थना घर को लेकर आदिवासी और हिंदू संगठनों के बीच तनाव

बिलासपुर-     जिले में एक बार फिर धर्मांतरण का मुद्दा गरमाने लगा है. अब यह आग आदिवासी समुदाय के प्रार्थना घर को लेकर फैली है. जिसे लेकर सियासत भी गरमा गई है. पक्ष-विपक्ष धर्मांतरण के मुद्दे को लेकर आमने-सामने आ गए हैं. इतना ही नहीं, इस मुद्दे को लेकर सामाजिक लोग भी लामबंद होने लगे हैं. हिंदू संगठन और आदिवासी समाज खुलकर मुखर हो गए हैं.

रतनपुर से 25 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत पुडु के आश्रित ग्राम बंगलाभाठा में आदिवासी समाज ने आदिवासी सामुदाय के प्रार्थना सभा घर का निर्माण कराया है. बीते दिनों इसके उद्घाटन कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जिसमें कुछ बिशप और कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव बतौर अतिथि शामिल होने वाले थे. लेकिन इससे पहले ही भाजपा नेता प्रबल प्रताप सिंह जूदेव हिन्दू संगठनों के साथ लामबंद हो गए और प्रार्थना घर के विरोध में उतर गए. इस दौरान उन्होंने सीधे तौर पर प्रार्थना घर के बहाने क्षेत्र में धर्मांतरण के षड्यंत्र का आरोप लगाते हुए. कांग्रेस विधायक को ही कटघरे में खड़े कर दिया और कांग्रेस विधायक को धर्मांतरण का एजेंट बता दिया. इस विरोध के बीच प्रार्थना घर के उद्घाटन का कार्यक्रम जरूर टल गया. लेकिन अब इस पर सियासत और सामाजिक लामबंदी शुरू हो गई है, जिससे धर्मांतरण का मुद्दा सुलग गया है.

जानबूझकर धर्मांतरण के आड़ में की जा रही राजनीति- अटल श्रीवास्तव

कोटा के कांग्रेस विधायक और आदिवासी समाज के लोग इसे लेकर अब एकजुट हो गए हैं. कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव ने सीधे तौर पर धर्मांतरण के नाम पर भाजपा पर राजनीति करने का आरोप लगाया है. कांग्रेस विधायक का कहना है कि भाजपा और भगवा धारी गुंडे कोटा क्षेत्र में अशांति फैलाना चाहते हैं. इसलिए जानबूझकर धर्मांतरण के आड़ में इसपर राजनीति कर रहे हैं. प्रार्थना घर आदिवासी समुदाय ने मिलकर बनाया है. धर्म को मानने न मानने की सबकी अपनी स्वतंत्रता है. इसके बावजूद भाजपा और धर्म के नाम पर राजनीति करने वाले संगठन इसे धर्मांतरण से जोड़ रहे हैं. कांग्रेस विधायक ने चेतावनी देते हुए कहा कि यही स्थिति रही तो बलौदाबाजार और लोहारीडीह जैसी घटना यहां भी होगी. इधर कोटा विधायक के साथ आदिवासी समाज ने मामले में पुलिस से अशांति फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग के साथ उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.

संत समाज ने कोटा विधायक पर लगाया आरोप

अब इस मामले में संत समाज की भी एंट्री हो चुकी है. संत समाज ने कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव पर गंभीर आरोप लगाए हैं. आरोप है कि विधायक अटल श्रीवास्तव ने हिंदू समुदाय को “भगवा गुंडे” कहकर संबोधित किया है, जिससे धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है. संत समाज और हिंदू संगठनों का कहना है कि विधायक धर्मांतरण को बढ़ावा दे रहे हैं और धार्मिक उन्माद फैलाने की कोशिश कर रहे हैं.

इस संबंध में अखिल भारतीय संत समिति और सर्व हिंदू समाज ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत सौंपी है और विधायक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है. साथ ही चेतावनी दी गई है कि अगर मांग पूरी नहीं हुई, तो संत समाज उग्र आंदोलन करेगा.

शातिर ठगों से रहें सावधान : युवती ने वीडियो कॉल कर ठग लिए साढ़े 3 लाख, मामला दर्ज

बालोद-    जिले में ठगी का नया मामला सामने आया है, जिसमें एक युवती मोबाइल पर एक व्यक्ति को वीडियो कॉल किया और अश्लील हरकते करने लगी. इसके बाद अश्लील वीडियो को सोशल मीडिया में वायरल करने की धमकी देकर 3 लाख 50 हजार रुपए ठगी लिए. पूरा मामला बालोद जिले के पुरुर थाना क्षेत्र का है. प्रार्थी की शिकायत पर पुलिस अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है.

जानकारी के मुताबिक, 55 वर्षीय सोमनलाल साहू को उसके मोबाइल पर एक युवती वीडियो कॉल करती है और वीडियो कॉल में ही युवती अपने कपड़े उतारकर अश्लील हरकतें करने लगती है. कुछ दिनों बाद दिल्ली पुलिस और यूटूबर के नाम से कुछ ठगों ने इस वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर अलग-अलग किस्तों में सोमन साहू के साथ 3 लाख 50 हजार रुपए ठग लिए.

प्रार्थी की रिपोर्ट के बाद मामले को लेकर पुलिस जांच में जुट गई है. वहीं एएसपी अशोक जोशी ने इस तरह के धोखाधड़ी से बचने सावधानी बरतने की अपील की है.

Neco स्टील प्लांट का असिस्टेंट मैनेजर गिरफ्तार, छत्तीसगढ़ के लोगों को लेकर सोशल मीडिया पर किया था आपत्तिजनक पोस्ट…

धरसीवां-    छत्तीसगढ़ियों के लिए आपत्तिजनक पोस्ट वाले जायसवाल निको स्टील प्लांट के असिस्टेंट मैनेजर संजय सिंह को धरसीवां पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. दरअसल, संजय सिंह ने हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर छत्तीसगढ़ियों को ‘हिजड़ा’ कहते हुए एक आपत्तिजनक पोस्ट किया था, जिससे छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के सदस्य आक्रोशित हो गई और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई, जिसके बाद पुलिस ने आज आरोपी संजय सिंह को हिरासत में लेकर आगे की कार्रवाई में जुट गई है.

छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ने मामले को गंभीरता से लिया और तुरंत पुलिस थाना धरसीवां में ज्ञापन सौंपकर एफआईआर दर्ज करने की मांग की. ज्ञापन में आरोप लगाया गया था कि संजय सिंह द्वारा की गई इस पोस्ट से छत्तीसगढ़ी समाज की भावनाओं को आहत किया गया है.

ज्ञापन प्राप्त होने के बाद, थाना प्रभारी राजेंद्र दीवान ने मामले को त्वरित और गंभीरता से लिया. उन्होंने क्रांति सेना के ज्ञापन के महज 12 घंटे के भीतर आरोपी संजय सिंह को गिरफ्तार कर लिया. संजय सिंह के खिलाफ भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 170, 126, और 135(3) के तहत मामला दर्ज किया गया है. गिरफ्तार किए गए आरोपी को बाद में जेल भेज दिया गया.

संजय सिंह की गिरफ्तारी से छत्तीसगढ़ियों में संतोष

इस मामले के बाद छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ने आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की थी, और उनकी गिरफ्तारी को लेकर संतोष जताया है. इसके अलावा, क्रांति सेना के नेताओं ने कहा कि छत्तीसगढ़ियों का अपमान सहन नहीं किया जाएगा, और ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की जरूरत है.

जानिए कंपनी प्रबंधन ने क्या कहा

वहीं इस मामले को लेकर जायसवाल निको स्टील प्लांट के HR श्री पाण्डे से जब यह जानना चाहा कि क्या फेक्ट्री प्रबंधन ने भी आरोपी संजय सिंह के विरुद्ध कोई कार्यवाही की है, तो उन्होंने बताया कि कंपनी ने इसे गंभीरता से लेते उस पर कठोर कार्रवाई किया है और कंपनी इस तरह की किसी भी हरकत की निंदा करती है. हालांकि कंपनी के एचआर ने यह स्पष्ट नहीं किया कि फेक्ट्री प्रबंधन ने अधिकार संजय सिंह पर क्या कार्यवाही की है.

रायपुर पुलिस ने पकड़ी 22 लाख की अफीम, 3 गिरफ्तार

रायपुर-   पुलिस ने करीब चार किलो अफीम के साथ झारखंड से यहां पहुंचे तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है. इनमें से दो तस्कर झारखंड और एक भिलाई निवासी है. इनके एक साथी का नाम सामने आया है, वह भी झारखंड का ही है. पुलिस ने अभी इनके लोकल लिंक को गिरफ्त में नहीं लिया है, जिसके जरिया यहां अफीम खपाया जाना था. तीनों आरोपी जेल भेज दिए गए हैं. गिरफ्तार आरोपियों के नाम मोह. जसिद मिर, लेव मिंज, जसवंत सिंह बताए गए हैं. इनकी गिरफ्तारी आर.डी.ए. कार्यालय कौशल्या माता विहार के पास सेक्टर 5 से हुई. बरामद अफीम की कीमत 22 लाख बताई गई है.

चौथे आरोपी की तलाश जारी

आरोपियों ने नशे का सामान गुमला जिले से लेकर आने की जानकारी पुलिस को दी है. जसिद और लेव मिंज गुमला जिले के ही हैं. तीसरा आरोपी जसवंत सिंह 65 वर्ष कुरूद हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी जामुल भिलाई का निवासी है. इससे पहले रायपुर में श्यामनगर इलाके में रहने वाले दो आरोपियों को अलग-अलग जगहों पर अफीम के साथ दबोचा गया था. ये लोग भी झारखंड से ही अफीम लाते या मंगाते रहे हैं. पुलिस ने एफआईआर में महेश साहू नामक एक व्यक्ति को भी आरोपी बनाया है.

कबाड़ व्यवसायी के ठिकानों पर GST का छापा, रायपुर से कोरबा पहुंची टीम, दस्तावेजों की कर रही जांच

कोरबा-   शहर के राताखार क्षेत्र में कबाड़ का व्यवसाय करने वाले मुकेश साहू उर्फ बरबट्टी के गोदाम और घर पर जीएसटी की टीम ने छापामार कार्रवाई की है. रायपुर से आई टीम ने घर और गोदाम दोनों जगह जांच कर रही. विभाग की यह कार्रवाई पूरी तरह गोपनीय ढंग से हो रही है, इस कारण छापेमारी की वजह सामने नहीं आ सकी है.

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सर्विस टैक्स में चोरी करने को लेकर जीएसटी ने यह छापा मारा है. विभाग की कार्रवाई अब भी जारी है. इस कार्रवाई से कबाड़ के व्यवसाय में लिप्त लोगों में हडकंप मच गया है. बताया जा रहा है कि रायपुर से टीम चारपहिया वाहन में सवार होकर दोपहर लगभग 1 बजे कोरबा पहुंची और कबाड़ व्यवसायी मुकेश के घर पर दबिश दी, जहां तमाम दस्तावेज की जांच की जा रही है. इस टीम में चार लोग शामिल हैं, जो अलग-अलग पूछताछ कर रही है.

पहले भी कबाड़ व्यवसायी के ठिकानों पर पड़ चुका है छापा

सूत्रों की माने तो इससे पहले भी मुकेश साहू के ठिकाने पर जीएसटी की टीम छापा मार चुकी है. इस कार्रवाई के बाद शहर के अन्य जो कबाड़ व्यवसाय से जुड़े लोग हैं उनमें हड़कंप मचा हुआ है. कोरबा एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने कहा, जिले में कबाड़ व्यवसाय को लेकर सख्त हैं. सूत्र बताते हैं कि कबाड़ व्यवसाय शहर में पूरी तरह से बंद है. जिले के थाना चौकी प्रभारी को भी विशेष निर्देश दिया गया है कि उनके क्षेत्र में अगर कबाड़ से जुड़े कोई व्यापार चल रहा है तो उन पर कड़ी कार्यवाही की जाए.

सीनियर आईपीएस अधिकारियों को मिली पोस्टिंग

रायपुर-  राज्य सरकार ने सीनियर आईपीएस अधिकारियों को पोस्टिंग दी है. इन अधिकारियों में अतिरिक्त पुलिस महानिदेश दीपांशु काबरा, आईजी आनंद छाबड़ा, आईजी ध्रुव गुप्ता और डीआईजी अरविंद कुजूर शामिल है. इस संबंध में गृह विभाग ने आदेश जारी किया है.

रायपुर के इस व्यापारी से हुई 75 लाख की ठगी, अपनाया ठगी का नया तरीका
रायपुर-     राजधानी के एक को एक साल पहले हैदराबाद भेजे गए माल का भुगतान नहीं मिला. कारोबारी को पता चला कि जिन कंपनियों को उसने माल भेजा था, वहां से उनके एक कारोबारी संपर्क रखने वाले ने फर्जी बिल बनाकर खुद ही रकम वसूल कर ली है. अधिवक्ता के जरिये नोटिस भेजे जाने के बाद संबंधित कंपनियों ने एजेंट को भुगतान कर देने की जानकारी सबूतों के साथ दी. इसके बाद कारोबारी पुलिस के पास पहुंचा. पुलिस ने सिविललाइंस इलाके में महामाया फूड्स एंड ग्रॅस प्राइवेट नामक फर्म चलाने वाले शुभम गोयल की रिपोर्ट पर धोखाधड़ी के आरोप में जुगल किशोर तोसनीवाल एवं कोमल तोसनीवाल के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. ये भुगतान आटा-मैदा का था और ये दोनों भी आटा-मैदा के कारोबारी बताए गए हैं.

रिपोर्ट के मुताबिक महामाया ग्रेस का अम्बिकापुर में गोदाम है. कारोबारी ने पूर्व परिचित जुगल किशोर के कहने पर कारोबारी संबंध होने के कारण हैदराबाद की फर्मारें को करीब 75 लाख रुपए का माल भेजा. बाद में पता चला कि जुगल किशोर द्वारा फर्जी बिल बनाकर पैसा वसूल कर गबन कर लिया गया है.

साजिश करके कंपनी को नुकसान पहुंचाने का आरोप

हैदराबाद के कारोबारियों से इस बात की जानकारी मिलने पर पुलिस से शिकायत की गई. आरोप है कि जुगल किशोर तोसनीवाल व उसकी पत्नी कोमल तोसनीवाल द्वारा साजिश करके विभिन्न कम्पनियों के नाम पर आर्डर देकर आटा एवं मैदा मंगाया गया. महामाया फूड्स के नाम पर फर्जी बिल बनाकर कम्पनियों से पैसा वसूल किया गया. पुलिस ने एफआईआर के बाद मामले की जांच शुरू कर दी है.

ब्लेस बस्तर प्रेयर फेस्टिवल रद्द होने से मसीह समाज नाराज, जिला प्रशासन पर लगाया राजनीतिक दबाव में काम करने का आरोप, दी यह चेतावनी…

जगदलपुर- जगदलपुर में मसीही समाज के ब्लेस बस्तर प्रेयर फेस्टिवल को रद्द कर दिया गया है. समाज ने जिला प्रशासन पर राजनीतिक दबाव की वजह से आयोजन को निरस्त करने का आरोप लगाते हुए 48 घंटे का समय दिया है. इस अवधि में प्रशासन ने उचित कार्रवाई नहीं की तो गांधीवादी तरीके से कानूनी और सड़क पर संघर्ष करने की बात कही है. 

मसीह समाज का एक प्रतिनिधिमंडल आज कलेक्ट्रेट पहुंचा, जहां बंद कमरे में कलेक्टर और एसपी के साथ उनकी बैठक हुई. बैठक के बाद मसीह समाज की कोर कमेटी ने बैठक कर आगे की रणनीति पर तय की. पास्टर सुदेश जैकब ने बताया कि प्रशासन के साथ बैठक शांतिपूर्ण रही और प्रशासन ने दो दिनों में समाधान का भरोसा दिया है. कार्यक्रम को बेहतर तैयारी के साथ भविष्य में आयोजित करने की बात कही गई है जिसकी तारीख मिलकर तय होगी.

मसीह समाज के सदस्य नवनीत चांद ने कहा कि यह आयोजन प्रशासन ने राजनीतिक दबाव में निरस्त किया था. उन्होंने मांग की कि कार्यक्रम की अनुमति मिशन ग्राउंड की क्षमता के अनुसार दी जाए और 48 घंटे में निर्णय लिया जाए. अगर प्रशासन ने उचित कार्रवाई नहीं की तो गांधीवादी तरीके से कानूनी और सड़क पर संघर्ष किया जाएगा.

बता दें कि ब्लेस बस्तर प्रेयर फेस्टिवल के रद्द होने पर मसीह समाज ने 8 नवंबर को प्रदर्शन किया था. उन्होंने मैंगो गार्डन से कलेक्ट्रेट कार्यालय तक रैली निकाली और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए ज्ञापन सौंपा. जिससे कार्यालय के बाहर तनाव की स्थिति बन गई.

कार्डियक अरेस्ट के केस में सही समय पर सीपीआर मिलने से बढ़ जाती है मरीज के जीवित रहने की संभावना: डॉ. प्रतिभा जैन शाह

रायपुर-   कार्डियक अरेस्ट के केस में सही समय पर कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन ( सीपीआर) नहीं मिलने पर रोगी की मृत्यु हो जाती है। कार्डियक अरेस्ट के केस में यह देखने को मिला है कि सही समय पर सीपीआर मिलने से व्यक्ति के जीवित रहने की संभावना 30 प्रतिशत तक बढ़ जाती है। वहीं सही समय पर सीपीआर नहीं मिलने पर हर एक मिनट में मृत होने की संभावना बढ़ती जाती है और लगभग 6 से 8 मिनट में मरीज की पूर्णतः मस्तिष्क क्षति हो जाती है जिसे मेडिकल भाषा में हाइपोक्सिक ब्रेन डैमेज कहते हैं। यह स्थिति तब निर्मित होती है जब मस्तिष्क को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलता है।’’ यह जानकारी बेसिक लाइफ सपोर्ट एवं एडवांस कार्डियक लाइफ सपोर्ट की कार्यशाला के अंतिम दिन प्रशिक्षण देते हुए कोर्स इंस्ट्रक्टर डॉ. प्रतिभा जैन शाह ने प्रतिभागी चिकित्सा छात्रों को दी। पंडित जवाहर लाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के चौथी मंजिल स्थित स्किल लैब में आयोजित इस कार्यशाला में प्रतिभागियों को आज हाई क्वालिटी सीपीआर, डिफिब्रिलेशन, कार्डियोवर्शन एवं पेसिंग की प्रैक्टिस करवाई गई।

पं. नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय एवं अम्बेडकर अस्पताल के एनेस्थेसिया एवं पेन मैनेजमेंट विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यशाला की कोर्स कोऑर्डिनेटर एवं इंस्ट्रक्टर विभागाध्यक्ष डॉ. प्रतिभा जैन शाह एवं इमर्जेंसी मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. शिवम पटेल हैं। इनके साथ ही श्री बालाजी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस रायपुर की डॉ. अनीषा नागरिया, रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल रायपुर के इमरजेंसी मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. बालाजी शाह, गुजरात के डॉ. जनक खम्बोल्झा और एम्स जोधपुर की डॉ. भारती गिंडलानी ने छात्रों को बीएलएस एवं एसीएलएस कोर्स का प्रशिक्षण दिया।

आपात स्थितियों में लोगों की जीवन रक्षा करने के लिए आयोजित इस कार्यशाला की सराहना करते हुए अधिष्ठाता डॉ. विवेक चौधरी ने कहा कि व्यक्ति को कार्डियक अरेस्ट कहीं भी, किसी भी जगह हो सकता है ऐसे में बेसिक लाइफ सपोर्ट कोर्स से प्राप्त प्रशिक्षण की मदद से हम लोगों का बहुमूल्य जीवन बचा सकते हैं। यह कोर्स हमें सिखाता है कि विपरीत पस्थितियों में बिना घबराये नाड़ी और श्वसन गति का परीक्षण करके हम व्यक्ति की जान बचा सकते हैं।

इमर्जेंसी मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. शिवम पटेल ने हाई क्वालिटी सीपीआर का प्रशिक्षण देते हुए बताया कि 30 बार चेस्ट कंप्रेशन के बाद 2 बार ब्रेथ देना होता है। सीपीआर कोई भी कर सकता है इसके लिए डॉक्टर या मेडिकल टीम होना जरूरी नहीं है। आजकल स्कूल-कॉलेज में भी बेसिक कार्डियक लाइफ सपोर्ट की ट्रेनिंग दी जाती है। लोगों की अधिक से अधिक जीवन रक्षा के लिए इस प्रशिक्षण पर और अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है और ऐसे प्रोग्राम को सपोर्ट करने की जरूरत भी है।

विशेषज्ञों ने बेसिक लाइफ सपोर्ट के अंतर्गत छात्रों को चेस्ट कंप्रेशन (जीवन रक्षा के लिए छाती पर दबाव डालने की विधि) की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से बताया और मैनकिन (डमी) में बारी-बारी से सबको अभ्यास करवाया। एडवांस कार्डियक लाइफ सपोर्ट के बारे में पढ़ाते हुए विशेषज्ञ डॉ. जनक खम्बोल्झा ने कार्डियक अरेस्ट के पहले मरीज में होने वाले साइन और सिम्पटंम्स के बारे में पढ़ाया। उन्होंने कार्डियक अरेस्ट को रोकने के उपाय बताये। मरीज को कब, कितने एनर्जी से शॉक देना है और हार्ट रेट एवं रिदम को नॉर्मल लाने की प्रैक्टिस करवायी गई। सभी छात्रों को ग्रुप में बांट कर, बारी-बारी सबको टीम लीडर बनाकर रियल टाइम केस सिनेरियो देकर प्रैक्टिस करवाई गई। सभी की लिखित और प्रायोगिक परीक्षा ली गई जिसमें उत्तीर्ण होने का अंक 84 प्रतिशत था। सभी छात्र इस परीक्षा में शत-प्रतिशत उत्तीर्ण हुए।