सरकारी समितियों पर खाद न मिलने से किसानों में रोष,समितियों पर किसानों की लग रही लंबी कतार
खजनी गोरखपुर। रबी की फसलों की बुवाई में जुटे किसानों को सरकारी साधन सहकारी समितियों पर खाद नहीं मिल रही है। मंहगी दर पर प्राइवेट दुकानों से खाद खरीदने वाले किसानों का आक्रोश बढ़ रहा है।स्थानीय किसानों ने बताया कि प्राइवेट दुकानों पर डीएपी खाद 1500 से 1700 रूपए में मिल रही है। जबकि सरकारी समितियों पर खाद का मूल्य 1360 या 1370 रूपए लग रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार साधन सहकारी समिति रूद्रपुर खजनी में एक ट्रक डीएपी खाद आई थी जो कि बिक गई दूसरी खेप आने का इंतजार हो रहा है, वहीं उनवल टेकवार में स्थित साधन सहकारी समिति पर पहले एक ट्रक खाद आई थी जो कि बिक गई आज अपराह्न 150 बोरी डीएपी खाद और आई है जिसकी अनलोडिंग हो रही थी अनुमान है कि उनवल में किसानों को शुक्रवार 8 नवंबर को खाद मिलेगी।
किसानों ने रबी की फसलों की बुवाई तेज कर दी हैं, तथा साधन सहकारी समितियों पर खाद लेने के लिए किसानों की लंबी कतारें लग रही हैं।
सामान्यत: रबी की फसलों की बुवाई अक्तूबर-नवम्बर के महिनों में की जाती है। दरअसल इन फसलों की बुआई के समय कम तापमान तथा पकते समय खुश्क और गर्म वातावरण की आवश्यकता होती है। जिनमें गेहूँ, जौ, आलू, मसूर, चना, अलसी, मटर व सरसों रबी की प्रमुख फसलें मानी गई हैं। क्षेत्र के किसानों ने बुवाई के लिए अपने खेतों को तैयार कर लिया है। और सरकारी साधन सहकारी समितियों पर फसल की बुआई के समय लगने वाली डाई और बुआई के साथ पहली सिंचाई के बाद लगने वाली यूरिया खाद खरीदने के लिए सबरे से ही लंबी कतारें लग रही हैं।
क्षेत्र के किसान रामभवन, गंगा प्रसाद, राममूरत, छोटेलाल, कृष्णमोहन, राधेश्याम, राम सागर, राजमणि यादव, पप्पू, घनश्याम यादव, अशोक सिंह, मुन्नीलाल, बेचन गुप्ता आदि ने बताया कि समय से बुआई के लिए खाद लेना जरूरी है। इस बार साधन सहकारी समितियों पर नैनो यूरिया और डाई खाद खरीदने के लिए किसानों की भीड़ लगी हुई है। समितियों के सचिवों के द्वारा किसानों को उनकी आवश्यकता अनुसार खाद दी जा रही है।
आक्रोशित किसानों ने बताया कि सरकारी कर्मचारी जानबूझ कर देर करते हैं और कालाबाजारी को बढ़ावा देते हैं। फसल की बुवाई का समय है किसान ज्यादा इंतजार नहीं कर सकते।
Nov 07 2024, 18:15