रोचक मुकाबले की ओर गुमला सीट.. बागियों ने बढ़ाई परेशानी!
रिपोर्ट/प्रमोद
गुमला। विधान सभा चुनाव में जीत को लेकर सभी अपने अपने दावे और वादे कर रहे हैं। पहले चरण के लिए होनेवाले मतदान के लिए शुक्रवार को नामांकन की प्रक्रिया समाप्त हो गई है। इसके बाद गुमला विधान सभा सीट पर जीत को लेकर भाजपा, जेएमएम, जेएलकेएम, सहित बागी और स्वतंत्र उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। प्रारंभ से अबतक इस सीट पर कभी कांग्रेस कभी भाजपा का कब्जा रहा है। लेकिन पिछले कुछ दशक से इस सीट पर जेएमएम और भाजपा ने बारी बारी से कब्जा किया है। वर्तमान में यह सीट जेएमएम के कब्जे में है। इस चुनाव में टिकट नहीं मिलने के बाद भाजपा से बागी उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं और उन्होंने भाजपा के चुनावी समीकरण को ही बदल दिया है। इस सीट से भाजपा ने तीन बार सांसद और एक बार विधायक रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री सुदर्शन भगत को अपना प्रत्याशी बनाया है वहीं जेएमएम ने अपने वर्तमान विधायक भूषण तिर्की पर ही एक बार फिर भरोसा जताया है। आपको बता दें कि इस सीट पर 1995 से जेएमएम और भाजपा के बीच चुनावी जंग जारी है। वर्ष 2000 में भाजपा के वही सुदर्शन भगत हैं जिन्होंने इस सीट पर कब्जा किया था। उसके बाद जेएमएम के भूषण तिर्की ने उन्हें हराया था। एक बार फिर दोनों चेहरे 2024 में आमने सामने हैं। जिसके चलते इस सीट पर मुकाबला रोचक हो गया है। हालाकि भाजपा के बागी उम्मीदवार मिशीर कुजूर और जेएलकेएम से निशा भगत भी चर्चा में हैं। लेकिन अब तक इस सीट पर हुए नामांकन के दौरान अगर किसी उम्मीद्वार ने भीड़ जुटाई है तो उसमें मिसिर कुजूर का नाम है! बहरहाल इस सीट पर नजर डालें तो इस बार चुनाव के लिहाज से मुकाबला रोचक होने वाला है। जीत हार अपनी जगह है लेकिन जिस तरह राष्ट्रीय दलों में टिकट को लेकर घमासान मचा हुआ है यह आने वाले समय में झारखंड की राजनीति के लिए अच्छा संकेत नहीं कहा जा सकता है।
Oct 25 2024, 16:35