अग्नि सुरक्षा जन-जागरूकता प्रशिक्षण अभियान का किया गया आयोजन
अमेठी। जनपद में आगामी त्यौहारों दुगार्पूजा, दशहरा एवं दीपावली पर्व को दृष्टिगत रखते हुये पुलिस अधीक्षक अमेठी के आदेशानुसार अग्निशमन एवं आपात सेवा केन्द्र अमेठी द्वारा अग्नि सुरक्षा जन-जागरूकता प्रशिक्षण अभियान चलाया गया।
उक्त जन-जागरूकता प्रशिक्षण अभियान में अग्निशमन अधिकारी अमेठी शिवदरस प्रसाद ने अपनी पूरी टीम के साथ कस्तूरबा गाँधी आवासीय बालिका विद्यालय राजा फतेहपुर सिंहपुर अमेठी में अभियान चलाकर छात्र-छात्राओं, अध्यापक-अध्यापिकाओं एवं स्टाफ को जागरुक करते हुए आग लगने के सम्भावित कारकों के बारे में विस्तार से जानकारी देकर विभिन्न प्रकार के फायर एक्सटिंग्यूशरों को चलाने के विषय में विस्तृत जानकारी देते हुए घरों एवं रसोईघरों में अग्निसुरक्षा, एलपीजी से बचाव एवं सावधानियों के सम्बन्ध में प्रशिक्षण देकर जागरुक किया गया।
इस क्रम में आग बुझाने के अनेक तरीकों सहित इवैक्वेशन ड्रिल कराकर छात्र-छात्राओं, अध्यापक-अध्यापिकाओं एवं स्टाफ को आग लगने की स्थिति में भवन से सुरक्षित मार्ग द्वारा बाहर निकलने का अभ्यास कराया गया तथा अभियान के दौरान दुगार्पूजा, दशहरा एवं दीपावली पर्व को देखते हुये अग्निशमन अधिकारी द्वारा विभिन्न बिन्दुओं पर चर्चा की गई, जिसके तहत गैस लीक करने पर किचेन में बिजली के स्विच को आॅफ अथवा आॅन न करने एवं गैस सिलेण्डर को सदैव खड़ा रखने, निर्धारित समय पर गैस में लगे रबर के पाईप को बदलने एवं रात्रि में सोने से पहले गैस के सिलेण्डर का वॉल्व बन्द करने, जलते हुये स्टोव व लालटेन में मिट्टी का तेल न भरने, भोजन बनाते समय अपने शरीर के कपड़ों का प्रयोग चूल्हे पर चढ़े बर्तनों को उतारने के लिए न करने व खाना बनाते समय ढीले-ढाले आँचल को बांध कर चूल्हे व स्टोव की आग की लपटों से बचाकर रखने के साथ ही घर में बिजली के कटे-फटे तारों को तुरन्त बदलवाने या मरम्मत कराने, सही ढंग का फ्यूज लगाने व एक ही प्लग पर कई यंत्र न लगाने की जानकारी दी गयी।
उन्होंने बताया कि कुकिंग गैस सिलेण्डर में लीकेज का आभास होते ही आस-पड़ोस की अन्य अंगीठियों व जलती हुई बीडी-सिगरेट को तुरन्त बुझा दें, आग लगने पर सबको बतायें व आग बुझाने का प्रयास करें, कपड़े में आग लगने पर दौड़े नहीं, बल्कि जमीन पर लेटकर लुढ़के एवं जल जाने पर रनिंग वाटर का प्रयोग करें तथा चिकित्सक से सलाह लें, फ्लेम प्रूफ बिजली की व्यवस्था करें, धूम्रपान, माचिस का प्रयोग अथवा अन्य कोई आग लगने वाली वस्तु का प्रयोग सुरक्षा घेरे के अन्दर न किया जाय एवं धूम्रपान निषेध का बोर्ड अवश्य रखें तथा निर्धारित क्षमता वाले पर्याप्त एक्सटिंग्यूशर परिसर व गोदाम के चारों ओर घास इत्यादि की सफाई रखें।
उन्होंने बताया कि जिस सिलेण्डर में आग लगी हो उसे फायर एक्सटिंग्यूशर से बुझायें व आग लगे सिलेण्डर को गोदाम से बाहर कर दें, दीया/मोमबत्ती सुरक्षित स्थान पर सजायें, बिजली की झालर आदि से बिजली के बोर्ड पर अतिरिक्त भार न दें तथा शार्ट सर्किट होने से आग लगने की ओर विशेष रूप से सतर्क रहें, झुग्गी, झोपड़ी, आरा मशीन, भूसे के ढेर से दूर पटाखों को छुड़ायें, दीपावली पर मोटे ओर चुस्त कपड़े पहने व ढीले और लहरदार सिन्थेटिक कपड़ों को न पहनें तथा अपने घर में पटाखे चलाते समय अग्नि दुर्घटना से तुरन्त निपटने हेतु 2 बाल्टी पानी भर कर तैयार रखें।
उन्होंने बताया कि दुकानों के निर्माण में ज्वलनशील पदार्थों का प्रयोग न करें, आग को फैलने से रोकने के लिए दो दुकानों के बीच समुचित दूरी रखें, भीड-भाड़ वाले स्थानों पर दुकान न लगायें, दुकानों पर लाइसेन्स के अनुसार निर्धारित मात्रा में ही पटाखों को रखें, दुकानों पर पटाखों को चलाकर ग्राहकों को न दिखायें एवं दुकानों पर मोमबत्ती, दियासलाई, लाइटर का प्रयोग न करें व बिजली तार के जोड़ों पर टेप का प्रयोग करें, पटाखों से सटाकर हेलोजन लाइट का प्रयोग न करें तथा जल जाने पर रनिंग वाटर का प्रयोग करें व चिकित्सक से सलाह लें। इस दौरान जागरूकता अभियान में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय राजा फतेहपुर सिंहपुर की वार्डेन संजू शुक्ला, शिक्षिका सुमन दूबे, माला साहू, संध्या गुप्ता सहित छात्राओं ने प्रशिक्षण में भाग लिया व अग्निशमन तथा आपात सेवा केन्द्र अमेठी के प्रशिक्षक फायर सर्विस चालक राजेन्द्र प्रसाद दूबे, फायरमैन रणजीत यादव ने उक्त प्रशिक्षण में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
Oct 17 2024, 20:04