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3 लाख रुपये में 4 लोगों ने ली थी बाबा सिद्दीकी की सुपारी, सितंबर से साथ रहकर कर रहे थे रेकी, सामने आया पंजाब कनेक्शन

डेस्क: एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के दो आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं और एक फरार चल रहा है। हालांकि, सूत्रों का दावा है कि इस हत्या की सुपारी तीन नहीं बल्कि चार लोगों ने ली थी। चौथा व्यक्ति कौन है, जिसने सुपारी ली थी। इस बारे में अभी खुलासा नहीं हुआ है। पुलिस सूत्रों के अनुसार इस साल दो सितंबर से तीनों आरोपी कुर्ला में किराए के मकान में रह रहे थे। इनमें से एक फरार है। इस मकान का किराया 14,000 रुपये प्रति महीने था।

बाबा सिद्दीकी की सुपारी 2.5 से 3 लाख रुपये में दी गई थी। हत्या के लिए चार लोगों को काम पर रखा गया था और उन्होंने पैसे को बराबर-बराबर बांटने की योजना बनाई थी, जिसमें प्रत्येक को 50,000 रुपये मिलेंने थे। चारों आरोपियों में से तीन पहले पंजाब की जेल में एक साथ बंद रह चुके थे, जहां उनका संपर्क बिश्नोई गिरोह के एक सदस्य से हुआ, जो पहले से ही जेल में था। उसके जरिए तीनों आरोपी बिश्नोई गिरोह में शामिल हो गए।

क्राइम ब्रांच की टीमें उज्जैन (मध्य प्रदेश), दिल्ली और हरियाणा भेजी गई हैं। क्राइम ब्रांच के सूत्रों ने यह भी खुलासा किया कि सलमान खान फायरिंग मामले में गिरफ्तार आरोपी शूटिंग को अंजाम देने से पहले इसी तरह टोह लेने के लिए किराए के मकान में रुके थे।

सूत्रों के मुताबिक जांच एजेंसियां गुजरात की साबरमती जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई से पूछताछ की तैयारी कर रही हैं। बाबा सिद्दीकी पर गोली चलाने वाले लोगों का दावा है कि वह लॉरेंस गैंग से जुड़े हैं। इसकी पुष्टि के लिए लॉरेंस बिश्नोई से पूछताछ की जा सकती है। इसके लिए लीगल एडवाईज ली जा रही है, क्योंकि पूछताछ के लिए कोर्ट से परमिशन चाहिए होती है। एक एंगल यह भी सामने आया है कि लॉरेंस गैंग के शूटर्स जिगाना पिस्टल का उपयोग करते हैं। वहीं, बाबा सिद्दीकी की हत्या में 9 एमएम पिस्टल का उपयोग हुआ है।

दक्षिणी लेबनान के राम्या गांव पर कब्जे के कोशिश में इजरायली सेना, गाजा पर भी IDF का हमला, 29 मौतें

डेस्क: हिजबुल्लाह पर इजरायली सेना का ताबड़तोड़ हमला जारी है। अब इजरायली सेना दक्षिणी लेबनान के राम्या गांव में घुस गई है, जहां वह कब्जे के प्रयास में है। इस स्थान पर इजरायली सेना और हिजबुल्लाह लड़ाकों के बीच भीषण जमीनी और हवाई युद्ध चल रहा है। हिबबुल्लाह ने कहा कि हमारे लड़ाकों ने फिलहाल इजरायल के घुसपैठ करने की कोशिश का नाकाम कर दिया है और इस मोर्चे पर भीषण जंग जारी है। वहीं गाजा में भी इजरायली सेना ने हमले बढ़ा दिए हैं। बीते 24 घंटे में गाजा में 29 लोग इजरायली हमले में मारे गए हैं। इस हमले में संयुक्त राष्ट्र के 3 कर्मचारी भी अब तक घायल हुए हैं। इजरायली हमलों ने दक्षिणी लेबनान में शांति सैनिकों के मुख्य अड्डे को हिला दिया है, जिससे संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस और पश्चिमी देशों ने हमलों की निंदा की है। UNIFIL बल ने इसे "गंभीर बताते हुए संयुक्त राष्ट्र कर्मियों और संपत्ति की सुरक्षा की गारंटी दी जानी चाहिए। फ्रांस ने इस बीच इजरायल के राजदूत को तलब किया। इटली और स्पेन के साथ एक संयुक्त बयान जारी कर ऐसे हमलों को "अनुचित" बताया। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि वह इज़रायल से यूनिफ़िल बलों पर हमला नहीं करने के लिए कह रहे हैं। रूस ने भी इस हमले पर गंभीर गुस्सा जाहिर करते हुए इजरायल से शांति सैनिकों के खिलाफ "शत्रुतापूर्ण कार्रवाई" से परहेज करने को कहा है। वहीं शनिवार को गाजा पर इजरायली सैन्य हमलों में कम से कम 29 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई। डॉक्टरों ने कहा इजरायली सेनाएं जबालिया क्षेत्र में उस गहराई तक घुसती रहीं, जहां अंतरराष्ट्रीय राहत एजेंसियों के अनुसार हजारों लोग फंसे हुए हैं।
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में तीसरे शूटर की भी हुई पहचान, शूटर्स को कर रहा था लीड, गिरफ्तारी में जुटी पुलिस

डेस्क: एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में तीसरे शूटर की भी पहचान हो गई है। जानकारी के मुताबिक तीसरे शूटर का नाम शिवकुमार गौतम है और वह उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के गंदारा गांव का रहनेवाला है। बाबा सिद्दीकी की हत्या में कुल तीन आरोपियों में से दो आरोपी उत्तर प्रदेश के बहराइच के रहनेवाले हैं जबकि एक आरोपी हरियाणा के कैथल का रहनेवाला है। इस केस की जांच के लिए दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की एक टीम मुंबई जाएगी। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल लॉरेंस बिश्नोई से जुड़े एंगल से इस केस की जांच करेगी। बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल शूटर्स का संबंध लॉरेंस बिश्नोई गैंग से है। इसका खुलासा दोनों आरोपियों ने पूछताछ में किया है। इसी एंगल से जांच के लिए दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम मुंबई जाएगी
बाबा सिद्दीकी की हत्या पर मुंबई पुलिस का बयान आया सामने, जानिए क्या कहा?

डेस्क: महाराष्ट्र के दिग्गज नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस मामले पर पुलिस का अधिकारिक बयान सामने आया है। मुंबई पुलिस ने बताया कि बाबा सिद्दीकी शनिवार रात 9:15 से 9:30 बजे के बीच अपने ऑफिस से निकलकर मुंबई के बांद्रा (पश्चिम) स्थित अपने घर की ओर जा रहे थे। तभी तीन हमलावरों ने बाबा सिद्दीकी को निशाना बनाकर गोलियां चलानी शुरू कर दीं।

गोली के हमलों से गंभीर रूप से घायल बाबा सिद्दीकी को तुरंत इलाज के लिए बांद्रा (पश्चिम) स्थित लीलावती अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। आनन-फानन में पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी।

पुलिस ने बताया कि बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले पर निर्मल नगर पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया। पुलिस ने अपराध पंजीकरण संख्या 589/2024, भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 103(1), 109, 125 और 3(5) के तहत केस दर्ज किया है। साथ ही शस्त्र अधिनियम की धारा 3, 25, 5 और 27 तथा महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम की धारा 37 और धारा 137 के तहत केस दर्ज किया है।

वारदात के बाद बाबा सिद्दीकी के 2 हत्यारों को पुलिस ने पकड़ लिया है। पुलिस ने 2 हत्यारों के नामों का खुलासा किया है। पुलिस ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों के नाम गुरमेल बलजीत सिंह और धर्मराज राजेश कश्यप है।

गुरमेल बलजीत सिंह 23 साल का है। वह हरियाणा का रहने वाला है। इसके साथ ही दूसरा आरोपी धर्मराज राजेश कश्यप की उम्र 19 साल है। वह उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। बाबा सिद्दीकी के हत्या के मामले की जांच क्राइम ब्रांच मुंबई द्वारा की जा रही है।

पुलिस ने बताया की तीसरे आरोपी की तलाश जारी है। बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले पर मुंबई पुलिस और क्राइम ब्रांच मुंबई सभी एंगलों में जांच कर रही है। पुलिस ने कहा कि जल्द ही तीसरे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

रामलीला में वानर बनकर भागे जेल से दो कैदी, 6 पुलिसकर्मी सस्पेंड, पकड़ने के लिए 10 टीमें बनाई गई

डेस्क: हरिद्वार जेल से दो कैदी फरार होने के मामले में बड़ा एक्शन हुआ है। लापरवाही सामने आने पर जेल मुख्यालय से जेलर, प्रभारी अधीक्षक समेत 6 लोगों को सस्पेंड कर दिया गया है। वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य अवकाश पर होने के चलते कार्रवाई की जद में नहीं आए हैं। वहीं हरिद्वार पुलिस भी फरार कैदियों की खोजबीन में जुटी हुई है और यूपी तक छापेमारी कर रही है।

एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने 10 टीमों का गठन किया है और सिडकुल थाना इंचार्ज के नेतृत्व में एक एसआईटी भी बनाई है। एसआईटी का सुपरविजन एसपी सिटी को सौंपा गया है। पुलिस फरार कैदियों के घर और संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है। पुलिस का दावा है कि जल्द से जल्द फरार कैदियों को ढूंढ निकाला जाएगा।

एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने मामले पर अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की और कैदियों को पकड़ने के लिए रणनीति तैयार की। उन्होंने बताया कि इस मामले छह पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई है और 10 टीमें कैदियों को पकड़ने के लिए बनाई गई हैं।

हरिद्वार जिले की कारागार में दशहरे के मौके पर रामलीला का आयोजन हुआ था। इस रामलीला में दो कैदी वानर का किरदार निभा रहे थे। दोनों उछलकूद कर रहे थे और सभी दर्शक इसका आनंद ले रहे थे। हालांकि, उछल कूद करते हुए दोनों जेल की दीवार फांदकर फरार हो गए। दोनों माता सीता को खोजने निकले थे, लेकिन इसी बीच खुद ही फरार हो गए। जब दोनों की तलाश शुरू की गई तो पता चला कि दोनों कैदी जेल की दीवार फांदकर फरार हो गए हैं।

एसएसपी ने बताया कि कल यहां पर शाम के समय में रामलीला का कार्यक्रम चल रहा था। उसी का फायदा उठाकर यहां कंस्ट्रक्शन साइट पर एक सीढ़ी पड़ी थी, उसी सीढ़ी को दीवार पर लगाकर ये दोनों कैदी रात में यहां से निकले हैं। इनमें से एक कैदी पंकज पूर्व में 302 के तहत सजायाफ्ता है, वह मंगलौर में हत्या के मामले में सजायाफ्ता कैदी है। दूसरा कैदी रामकुमार है, जो अभी अंडर ट्रायल में चल रहा है, उसे अपहरण के केस में पकड़ा गया था।

गोपालगंज से मुंबई तक का सफर, बाबा सिद्दीकी का क्या है बिहार कनेक्शन? 5 साल की उम्र में ही छोड़ दिया था पुश्तैनी घर

डेस्क: महाराष्ट्र की सियासत में बाबा सिद्दीकी एक बड़ा नाम था। बॉलीवुड के बड़े सितारे भी अपने बुरे वक्त का साथी बाबा सिद्दीकी को बताया करते थे। शनिवार की शाम मुंबई में तीन बंदूकधारी हमलावरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर उनकी हत्या कर दी। बाबा सिद्दीकी की मौत के बाद से बॉलीवुड और सियासत दोनों जगह गम का माहौल है। बाबा सिद्दीकी के इस तरह का जाने का गम बिहार के लोगों को भी है। दरअसल, बाबा सिद्दीकी का बिहार से खास कनेक्शन रहा है।

मूल रूप से बिहार के रहने वाले बाबा सीद्दीकी ने मुंबई में बड़ा नाम कमाया। वह बिहार के गोपालगंज जिले से माया नगरी मुंबई पहुंचे थे। उन्होंने अपने जीवन के शुरुआती 5 साल गोपालगंज जिले के शेख टोगी गांव में बिताए थे। गोपालगंज जिले के माझा ब्लॉक के शेख टोली गांव में बाबा सिद्दीकी का पुश्तैनी परिवार रहता है। बाबा सिद्दीकी के पिता बिहार के गोपालगंज से मुंबई गए थे। पिता के साथ ही वह 5 साल की उम्र में मुंबई पहुंचे। जहां उनके पिता अब्दुल रहीम सिद्दीकी घड़ी बनाने का काम करते थे।

मुंबई में खासा नाम कमाने के बाद साल 2018 में बाबा सिद्दीकी बिहार के अपने पुश्तैनी गांव पहुंचे थे। गांव पहुंचने पर उन्होंने कहा था कि वह अपने पुश्तैनी घर और जमीन को कभी नहीं भूल सकते हैं। आज उनकी हत्या के बाद गोपालगंज से लेकर सियासी जगत तक शोक की लहर है।

1977 में छात्र नेता के रूप में राजनीति में एंट्री

बाबा सिद्दीकी के पॉलिटिकल करियर की बात करें तो कांग्रेस पार्टी में चार दशक से ज्यादा का वक्त गुजारने वाला बाबा सीद्दीकी के चाहने वाले सभी दलों में थे। बाबा सिद्दीकी ने अपने करियर की शुरुआत एक 1977 में छात्र नेता के रूप में की थी। वे बीएमसी में कॉरपोरेटर चुने गए।

बाद में वह बांद्रा पश्चिम से 1999, 2004 और 2009 में लगातार तीन बार विधायक रहे। महाराष्ट्र सरकार में 2004 से 2008 के दौरान बाबा सीद्दीकी ने राज्य मंत्री के रूप में भी जिम्मेदारी संभाली। इस साल फरवरी में बाबा सीद्दीकी ने 48 साल की कांग्रेस पार्टी की सदस्यता को अलविदा कह कर एनसीपी (अजीत पवार गुट) का दामन थाम लिया था।

शनिवार रात बाबा सिद्दीकी की हत्या की खबर सुनते ही लीलावती अस्पताल में बॉलीवुड से लेकर सियासत के दिग्गजों का जमावड़ा लगने लगा। बॉलीवुड एक्टर सलमान खान अपने बिग बॉस की शूटिंग छोड़कर लीलावती अस्पताव पहुंचे तो संजय दत्त भी बाबा सीद्दीकी के परिजनों से मिलने लीलावती हॉस्पिटल पहुंचे। एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी भी अपने हसबैंड राजकुंद्रा के साथ बाबा सिद्दकी का हाल जानने पहुंची।

बाबा सिद्दीकी की हत्या की खबर से हर कोई सन्न रह गया। बालीवुड स्टार्स के अस्पताल पहुंचने का सिलसिला पूरी रात चलता रहा। महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे से लेकर दोनों डिप्टी सीएम भी लालावती अस्पताल पहुंचे। यहां पहुंचने वाले हर एक शख्स की जुबान पर यही बात थी की आखिर बाबा सिद्दीकी का दुश्मन कौन हो सकता है?

बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में लॉरेंस बिश्नोई गैंग का हाथ, गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में किया दावा

डेस्क: एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में लॉरेंस बिश्नोई गैंग का हाथ सामने आ रहा है। मुंबई क्राइम ब्रांच सूत्रों के मुताबिक आरोपियों ने पूछताछ में लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े होने का होने दावा किया है। हालांकि पुलिस अभी उनके दिए गए बयान को क्रॉस वेरिफाई कर रही है। सूत्रों के मुताबिक तीनों आरोपी पिछले 25-30 दिनों से उस इलाके की रेकी कर रहे थे। घटना से पहले तीनों आरोपी ऑटो रिक्शा से बांद्रा ईस्ट पहुंचे थे। सूत्रों ने बताया कि बाबा सिद्धकी पर गोली चलाने से पहले तीनों कुछ देर तक उनका वहीं इंतजार कर रहे थे। वहीं मुंबई पुलिस बाबा सिद्दीकी हत्याकांड पर प्रेस स्टेटमेंट जारी करनेवाली है।

पुलिस का ऐसा मानना है कि बाबा सिद्दीकी को तीन या चार गोलियां लगी थीं लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पूरी बात साफ हो पाएगी। मुंबई पुलिस ने बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जबकि तीसरे आरोपी की तलाश जारी है। पहला आरोपी करनैल सिंह हरियाणा का रहने वाला है और धर्मराज कश्यप उत्तर प्रदेश का रहने वाला है।

जिस वक्त बाबा सिद्दीकी पर फायरिंग हुई उस वक्त छत्रपाल नाम का शख्स थोड़ी दूर पर मौजूद था। छत्रपाल ने बताया कि दुर्गा माता के विसर्जन के जुलूस में वह शामिल था। रात 9:30 बजे के करीब काफी पटाखे चल रहे थे तभी सामने से लोग भागते हुए आए और उन्होंने बताया कि वहां पर गोलियां चल रही हैं जिसके बाद लोग तितर बितर हो गए।

17 अक्टूबर को दूसरी बार हरियाणा सीएम पद की शपथ लेंगे नायाब सिंह सैनी, पीएम मोदी भी होंगे शामिल

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नायब सिंह सैनी दूसरी बार हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। हरियाणा विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित होने के करीब नौ दिन बाद यानि 17 अक्टूबर, 2024 को नायब सिंह सैनी प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। पंचकूला के दशहरा ग्राउंड में सैनी दूसरी बार सीएम पद की शपथ लेंगे, जिससे वह अपनी नई पारी की शुरुआत करेंगे। पीएम मोदी समेत कई वरिष्ठ नेता इस शपथ समारोह में उपस्थित रहेंगे।

पहले शपथ ग्रहण समारोह 10 अक्टूबर को होना था, लेकिन किसी कारण इसकी तारीख बदल दी गई।नायब सैनी का मुख्यमंत्री की कुर्सी पर विराजमान होने के साथ, 10-11 नेता मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। बताया जा रहा है कि हरियाणा सरकार की नई कैबिनेट में अनिल विज, कृष्ण लाल मिड्ढा, श्रुति चौधरी, अरविंद कुमार शर्मा, विपुल गोयल , निखिल मदान को जगह मिल सकती है।

शपथ ग्रहण समारोह में लगभग 50 हजार लोगों के उपस्थित रहने की संभावना है। समारोह में भाजपा शासित राज्यों के कई मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे। इसके अलावा कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्रियों और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के साथ-साथ पार्टी के वरिष्ठ नेता भी उपस्थित रहेंगे।

नायाब सिंह सैनी को बीजेपी ने मार्च 2024 में मुख्यमंत्री का पद सौंपा था। साढ़े नौ साल के कार्यकाल के बाद मनोहर लाल खट्टर को हटाकर उन्हें मुख्यमंत्री का पद सौंपा गया था। सैनी के नेतृत्व में पार्टी ने राज्य में शानदार जीत दर्ज की है। बीजेपी ने राज्य में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में 90 में से 48 सीटें जीतकर लगातार तीसरी बार जीत दर्ज की है। ऐसा करने वाली वह राज्य में पहली पार्टी है। कांग्रेस को इन चुनावों से बहुत उम्मीद थी, लेकिन पार्टी अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद बहुमत से दूर रह गई।

अगर हमारे हितों पर आंच आई तो भारत कोई भी बड़ा कदम उठाने से नहीं चुकेगा..', राजनाथ सिंह ने सेना के जवानों के साथ किया शस्त्र-पूजन

आज पूरे देश में विजयादशमी का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस अवसर पर अस्त्र-शस्त्रों की पूजा करने की परंपरा, जो रामायण और महाभारत काल से चली आ रही है, आज भी जीवित है। भारतीय सेना भी इस परंपरा को निभाती है। इसी मौके पर, भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दार्जिलिंग के सुकना कैंट में सैनिकों के साथ विजयादशमी का पर्व मनाया और शस्त्र पूजा की।

राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि भारत के हितों की रक्षा के लिए देश कोई भी बड़ा कदम उठाने से पीछे नहीं हटेगा। उन्होंने विजयादशमी की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भारत दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है, जहाँ शास्त्रों और शस्त्रों दोनों की पूजा की जाती है। उन्होंने समझाया कि लोहे और लकड़ी से बनी वस्तुओं की पूजा का उद्देश्य उनका आदर करना और उनके प्रति आभार प्रकट करना है, जो हमारी सांस्कृतिक परंपरा का हिस्सा है। रक्षा मंत्री ने कहा कि विजयादशमी पर भगवान राम की रावण पर जीत केवल उनकी व्यक्तिगत विजय नहीं थी, बल्कि यह मानवता की जीत थी। रावण, जो विद्वान था, फिर भी बुराइयों का प्रतीक बन गया था। भगवान राम की उससे कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं थी, लेकिन रावण का अंत मानवता के लिए आवश्यक था।

राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत ने कभी किसी देश के खिलाफ पहले युद्ध नहीं किया है, बल्कि तब युद्ध किया है जब मानव मूल्यों पर हमला हुआ है। उन्होंने चेताया कि अगर हमारे राष्ट्रीय हितों पर खतरा आया, तो भारत किसी भी बड़े कदम से पीछे नहीं हटेगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमें अपने पड़ोसियों की हरकतों से सतर्क रहना चाहिए और किसी भी स्थिति में पूरी तरह तैयार रहना चाहिए, चाहे वैश्विक हालात कैसे भी हों।

शिवलिंग पर बैठे बिच्छू हैं मोदी..', शशि थरूर की इस टिप्पणी के खिलाफ अब सुप्रीम कोर्ट में होगी सुनवाई

सुप्रीम कोर्ट सोमवार को कांग्रेस सांसद शशि थरूर की उस याचिका पर सुनवाई करेगा, जिसमें उन्होंने दिल्ली हाई कोर्ट के उस फैसले को चुनौती दी है, जिसने उनके खिलाफ मानहानि की कार्यवाही को रद्द करने से इनकार कर दिया था। मामला थरूर की उस टिप्पणी से जुड़ा है जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना 'शिवलिंग पर बैठे बिच्छू' से की थी। हाई कोर्ट ने इस बयान के लिए उनके खिलाफ मानहानि की कार्यवाही जारी रखने का आदेश दिया था।

सुप्रीम कोर्ट ने 10 सितंबर को थरूर के खिलाफ निचली अदालत में चल रही मानहानि की कार्यवाही पर रोक लगा दी थी और शिकायतकर्ता भाजपा नेता राजीव बब्बर और दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। इस मामले की अगली सुनवाई 14 अक्टूबर को न्यायमूर्ति ऋषिकेश रॉय और न्यायमूर्ति एसवीएन भट्टी की पीठ करेगी। थरूर ने हाई कोर्ट के 29 अगस्त के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है, जिसमें उनके खिलाफ कार्यवाही रद्द नहीं की गई थी। थरूर के वकील ने सुप्रीम कोर्ट में दलील दी कि शिकायतकर्ता को पीड़ित पक्ष नहीं माना जा सकता, और यह बयान मानहानि कानून के प्रतिरक्षा प्रावधान के तहत संरक्षित है। उन्होंने यह भी कहा कि थरूर ने यह टिप्पणी कारवां पत्रिका में प्रकाशित एक लेख के संदर्भ में की थी, जो छह साल पहले प्रकाशित हुआ था।

सुप्रीम कोर्ट ने इस बात पर हैरानी जताई कि 2012 में जब यह लेख प्रकाशित हुआ था, तब इसे अपमानजनक नहीं माना गया था। जस्टिस रॉय ने कहा कि यह एक रूपक है जो व्यक्ति (मोदी) की अपराजेयता को दर्शाता है, और समझ नहीं आता कि इस पर अब आपत्ति क्यों जताई जा रही है। दिल्ली हाई कोर्ट ने हालांकि कहा था कि थरूर की टिप्पणी पहली नजर में प्रधानमंत्री के खिलाफ अपमानजनक और निंदनीय है। कोर्ट ने 16 अक्टूबर 2020 को थरूर के खिलाफ कार्यवाही पर रोक लगाई थी, लेकिन निचली अदालत में मामले को जारी रखने का आदेश दिया था।