/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1731842629357826.png StreetBuzz अरविंद केजरीवाल ने डोनाल्ड ट्रंप पर साधा निशाना, कहा- दिल्ली की फ्री रेवड़ी अमेरिका पहुंच गई veer
अरविंद केजरीवाल ने डोनाल्ड ट्रंप पर साधा निशाना, कहा- दिल्ली की फ्री रेवड़ी अमेरिका पहुंच गई

अमेरिका में पांच नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव है. इस चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियां पूरे जोर शोर के साथ तैयारी कर रही 20 जनवरी 2025 को डोनाल्ड ट्रंप की वापसी होगी या दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की कमान कमला हैरिस के हाथ में होगी, यह देखने वाली बात होगी. इस बीच भारत की तरह वहां (अमेरिका) भी जनता से लोकलुभावन वादे किए जा रहे हैं.

रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की है कि वह बिजली के दाम घटाएंगे. उनके इस बयान पर आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने उस ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए केजरीवाल ने कहा है कि ट्रंप ने बिजली के दाम 50 प्रतिशत तक कम करने की घोषणा की है. दिल्ली की फ्री रेवड़ी अमेरिका पहुंच गई.

50 फीसदी तक घटाएंगे बिजली के दाम- ट्रंप

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में घोषणा की है कि वह बिजली के दाम घटाएंगे. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मैं 12 महीने के अंदर एनर्जी और बिजली के दाम 50 फीसदी घटा देंगे. हम अपनी बिजली क्षमता को तेजी से दोगुना करेंगे. इससे मुद्रास्फीति कम हो जाएगी. अमेरिका और मिशिगन कारखाने बनाने के लिए पृथ्वी पर सबसे अच्छी जगह बन जाएंगे.

अमेरिका में 5 नवंबर को राष्ट्रपति का चुनाव

अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए 5 नवंबर 2024 को वोट डाले जाएंगे. टक्कर दो प्रमुख पार्टियों रिपब्लिकन पार्टी और डेमोक्रेटिक पार्टी के बीच है. 20 जनवरी 2025 को नए राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का शपथग्रहण समारोह होगा. रिपब्लिकन पार्टी की ओर से इस बार भी राष्ट्रपति पद के लिए डोनाल्ड ट्रंप उम्मीदवार हैं. वहीं, डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से कमला हैरिस राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार हैं.

महादेव सट्टा ऐप के मास्टरमाइंड सौरभ चंद्राकर को दुबई में गिरफ्तार, जल्द आएगा भारत

महादेव सट्टा ऐप के सरगना सौरभ चंद्राकर को दुबई में हिरासत में ले लिया गया है. सौरभ चंद्राकर छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाला है. इस पर ईडी के अनुरोध पर जारी इंटरपोल के रेड कॉर्नर नोटिस के तहत कार्रवाई की गई. यूएई के अधिकारियों ने भारत सरकार और सीबीआई को सौरभ चंद्राकर की हिरासत के बारे में जानकारी दी.

सौरभ चंद्राकर की हिरासत की खबर के बाद प्रत्यर्पण प्रक्रिया तेज हो गई है और जल्द सौरभ चंद्राकर को भारत लाने की तैयारी की जा रही है. जानकारी के मुताबिक, महावेद बैटिंग ऐप का मास्टरमाइंड अगले 10 दिन के अंदर भारत लाया जा सकता है.

2023 में हुई थी गिरफ्तारी

मास्टर माइंड सौरभ चंद्राकर दुबई से इस ऐप का संचालन करता था और साल 2023 में दिसंबर में यूएई में इस को ऐप के जरिए किए जा रही गतिविधियों के बारे में जानकारी मिलने के बाद हिरासत में लिया गया था. ईडी के एक्शन पर साल 2023 में सौरभ चंद्राकर को दुबई में पुलिस ने डिटेन किया था. ईडी सूत्रों का कहना है की अब लगभग सभी औपचारिकताएं पूरी हो चुकी है और अगले 10 दिनों में उसे भारत डिपोर्ट कर दिया जाएगा. इसी के बाद भारत में उसको सजा दी जाएगी.

महादेव बुक एप क्या है?

महादेव बुक दुबई से ऑपरेट होने वाला एक सट्टेबाजी का एप था. लोगों को सट्टेबाजी के जरिए पैसे कमाने के लालच देकर नए यूजर्स को जोड़ा जाता था. इस ऐप पर कई तरह के गेम है और इन पर पैसे लगाए जाते हैं. EOW (Economic Offences Wing) की तरफ से पेश की गई चार्जशीट के मुताबिक, महादेव सट्टा ऐप के जरिए हर महीने 450 करोड़ रुपये कमाए गए हैं. महादेव सट्टा ऐप से जुड़े मामले में एक्टर साहिल खान को भी हिरासत में लिया गया था.

इस ऐप्लिकेशन के जरिए कई तरह की गैर-कानूनी गतिविधियां की जाती थी, इसी के बाद यह काफी विवादों में रहा है. इस ऐप पर पिछले साल छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के समय केंद्र सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया था. यह यूजर्स को कई तरह के गेम पर ऑनलाइन सट्टा लगाने का प्लेटफॉर्म देता है, आरोपों के मुताबिक इस ऐप पर यूजर्स क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस, फुटबॉल खेल के दौरान सट्टा लगाते थे और मनी लॉंड्रिंग जैसी आपराधिक गतिविधियां संचालित की जाती थी.

राजस्थान के उदयपुर में तेंदुए के हमले से दहशत, सात लोगों की मौत, गोगुंदा इलाके में लोगों ने मारा एक तेंदुआ

राजस्थान के उदयपुर के गोगुंदा इलाके में तेंदुए के हमले से दहशत का माहौल है. इस इलाके में तेंदुए के हमले में अबतक सात लोगों की जान जा चुकी है. इस बीच, गोगुंदा इलाके के सायरा में फिर से एक बुजुर्ग पर तेंदुए ने हमला कर दिया. बुजुर्ग चिल्लाने लगा तो गांववाले वहां पहुंचे और तेंदुए को घेर लिया. इसके बाद लाठी-डंडे से तेंदुए को पीट-पीटकर मार डाला. सूचना पर वन विभाग की टीम पहुंची और तेंदुए के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया

सायरा थाना क्षेत्र में कमोल भील बस्ती में रात को तेंदुए ने भैंसों के बाड़े में एक बछड़े पर हमला कर दिया. भैंसों की चिल्लाने की आवाज सुनकर मालिक देवाराम वहां दौड़ते हुए पहुंचा. जैसे ही उसने बाड़े का गेट खोला तो तेंदुए ने उसपर भी हमला कर दिया. देवाराम के चिल्लाने पर आसपास के लोग वहां पहुंचे. इस बीच, तेंदुआ वहां से भागने लगा. लेकिन गांववालों ने घेराबंदी करके तेंदुए को पकड़ लिया. इसके बाद उसे पीट-पीट कर मार डाला. तेंदुए के हमले में देवाराम जख्मी हो गया है और उसे अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है.

वन विभाग की टीम ने तेंदुए के शव को कब्जे में लिया

गांववालों ने ही सायरा थाने की पुलिस और वन विभाग की टीम को सूचना दी. वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इलाके में एक जगह पिंजरा भी लगाया गया है. अन्य तेंदुओं की तलाश की जा रही है. मृतक तेंदुए के शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा. वहीं, गोगुंदा इलाके के ग्रामीण काफी आक्रोशित हैं. उनका कहना है कि तेंदुए के हमले में 7 लोगों की जान चली गई है. घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है. लेकिन वन विभाग तेंदुओं को पकड़ने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है

तेंदुए से लोगों में दहशत

अभी तीन दिन पहले उदयपुर के कुराबड़ में मंदिर से लौट रहे पति-पत्नी पर तेंदुए ने हमला कर दिया था. दोनों पति-पत्नी बाइक से आ रहे थे. तेंदुए के हमले से दोनों बाइक से गिर गई. तेंदुए ने दोनों को पंजा मारा था. दोनों ने शोर मचाया तो वहां से तेंदुआ भाग गया था.

महिला डॉक्टर की हत्या और रेप केस में अनशन पर बैठे डॉक्टर की हालत बिगड़ी, अस्पताल में भर्ती

कोलकाता स्थित आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर के साथ हत्या और रेप के बाद शुरू हुआ धरना प्रदर्शन अभी तक चल रहा है. पीड़िता को इंसाफ दिलाने को लेकर शुरू हुआ आंदोलन अब आमरण अनशन में बदल गया है. जूनियर डॉक्टर अपनी दस सूत्रीय मांगों को लेकर आमरण अनशन पर बैठे हैं. धरना पर बैठे एक जूनियर डॉक्टर की हालत बिगड़ने के बाद उन्हें गुरुवार रात अस्पताल में भर्ती कराया गया.

डॉक्टर की पहचान अनिकेत महतो के रूप में हुई है, जो शनिवार शाम से आमरण अनशन पर बैठे डॉक्टरों में से एक हैं. घटना की जानकारी देते हुए सीनियर डॉक्टर सुवर्ण गोस्वामी ने कहा, अनिकेत महतो की तबीयत बिगड़ गई है. उन्हें आरजी कर अस्पताल ले जाया गया और आईसीयू में भर्ती किया गया है.

दो महीने से चल रहा आंदोलन

महतो और अन्य डॉक्टर पिछले दो महीनों से पीड़िता के लिए न्याय की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. महतो के साथ मौजूद एक अन्य आंदोलनकारी डॉक्टर ने कहा कि उनकी बीपी सामान्य से कम दर पर चल रही है और उनके अन्य स्वास्थ्य मानक भी सामान्य नहीं हैं.

इस घटना के बाद राज्य स्वास्थ्य विभाग ने चार स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की एक टीम को एस्प्लेनेड क्षेत्र में उस स्थल पर भेजा है, जहां चिकित्सक अनशन पर बैठे हैं ताकि पिछले पांच दिनों से भूख हड़ताल कर रहे सात चिकित्सकों की स्वास्थ्य स्थिति का आकलन किया जा सके.

डॉक्टरों का सामूहिक इस्तीफा

महिला डॉक्टर को इंसाफ की मांग को लेकर धरने पर बैठे जूनियर डॉक्टरों के समर्थन में राज्य के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों के सीनियर डॉक्टरों ने सामूहिक इस्तीफा देने का ऐलान किया है. बुधवार को आरजी कर अस्पताल के 100 से ज्यादा सीनियर डॉक्टरों ने अपना इस्तीफा दे दिया.

धीरे-धीरे यह अभियान राज्य के अन्य जिलों तक फैल रहा है. बुधवार को ही नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज के 50 सीनियर डॉक्टरों ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया है. राज्य के अन्य मेडिकल कॉलेजों में भी ऐसी ही खबरें चल रही हैं. प्रदेश में स्थित सियालदह के एनआरएस मेडिकल कॉलेज, मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज सहित अन्य मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने अपनी मांगें नहीं माने जाने पर सामूहिक इस्तीफे की धमकी दी है.

मुस्लिम कलाकारों द्वारा बनाया गया केदारनाथ पंडाल: हिंदू-मुस्लिम एकता की अद्वितीय मिसाल

बिहार के बेगूसराय जिले की तंत्र-मंत्र नगरी कही जाने वाली बखरी क्षेत्र इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है. बखरी में स्थित मां दुर्गा का मंदिर आस्था के साथ-साथ सामाजिक सौहार्द के लिए चर्चा का विषय बना हुआ है. इस मंदिर को केदारनाथ मंदिर की तर्ज पर सजाया गया है. साथ ही इसकी सजावट करने वाले करने वाले सभी कलाकार मुस्लिम है. मुस्लिम कलाकारों के द्वारा इस मंदिर की सजावट करना चर्चा का केंद्र बन गया है.

बखरी में स्थित दुर्गा मंदिर के प्रति लोगों की बहुत ज्यादा आस्था है. मंदिर कितना पुराना है, इस बात की कोई प्रमाणिकता नहीं है, लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि मंदिर का इतिहास करीब 600 साल पुराना है. लोगों का ऐसा मानना है कि राजा भोज एवं परमार वंश के राजाओं ने इम मंदिर निर्माण करवाया था. उसी दौर से इस मंदिर में पूजा अर्चना की जा रही है. मंदिर को लेकर श्रद्धालुओं का कहना है कि इस मंदिर में आने वाले सभी भक्तों की मनोकामना सदैव पूरी होती है.

अष्टमी में आती है लाखों की भीड़

बखरी के दुर्गा मंदिर में नवरात्रि की अष्टमी को बिहार, यूपी, पश्चिम बंगाल, झारखंड, उड़ीसा सहित नेपाल के भक्त दर्शन के लिए आते है. स्थानीय लोगों का मानना है कि जिस जगह आज मंदिर है उस जगह कभी कमला नदी की धारा बहती थी. राजा भोज ने इस मंदिर की स्थापना कमला नदी की धारा को मोड़कर की थी. मंदिर के निर्माण के बाद राजा ने मंदिर में कई मूर्तियां स्थापित की थी, लेकिन आपसी लड़ाई के बाद अष्टधातु की मूर्ति चोरी हो गई थी

मुस्लिम कलाकारों ने किया तैयार

स्थानीय लोगों का मानना है कि मूर्ति चोरी हो जाने के बाद देवी मां ने एक स्थानीय पुजारी को सपना देकर मिट्टी की मूर्ति स्थापित कर पूजा अर्चना करने के लिए कहा था. वैसे तो रोजाना मंदिर में पूजा करने वालों की भीड़ लगी रहती है, लेकिन नवरात्रि में लाखों की संख्या में भक्त दुर्गा मंदिर पहुंचकर दुर्गा मां के दर्शन करते है. इस बार मंदिर को केदारनाथ मंदिर की तर्ज पर सजाया गया है, जिसे देखने के लिए लाखों की भीड़ उमड़ रही है. केदारनाथ की तर्ज इसको मुस्लिम कलाकारों ने तैयार किया है.

भाईचारे की मिसाल

देशभर में हिंदू-मुस्लिम के नाम पर लोग के दिलों में मतभेद पाले हुए है, लेकिन मुस्लिम कलाकारों के द्वारा मंदिर की सजावट करना आपसी भाईचारे की बहुत बड़ी मिसाल है.

दिल्ली में विकास को बढ़ावा: विधायक फंड 10 करोड़ से बढ़ाकर 15 करोड़ किया गया

दिल्ली में सरकार ने विधायकों के अपने इलाके में विकास करने करने के लिए फंड की राशि बढ़ाने का फैसला किया है. गुरुवार को आतिशी सरकार की कैबिनेट बैठक हुई और फैसला लिया गया कि MLA डेवलपमेंट फंड सालाना 10 करोड़ से बढ़ाकर 15 करोड़ कर दिया जाए.

बैठक के बाद दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी और मंत्री सौरभ भारद्वाज ने प्रेस कान्फ्रेंस कर जानकारी देते हुए कहा कि गुरुवार को कैबिनेट की मीटिंग में विधायक फंड से जुड़ा फैसला हुआ है. दिल्ली में विधायक फंड को 10 करोड़ प्रति वर्ष से बढ़ाकर 15 करोड़ प्रति वर्ष कर दिया है. देश में किसी भी राज्य में सबसे ज्यादा विधायक फंड दिल्ली में है.

उन्होंने कहा कि यह राशि अन्य राज्यों की तुलना में तीन गुना अधिक है. उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में सरकार शहर के लोगों की बेहतरी के लिए काम कर रही है, चाहे वे झुग्गी-झोपड़ियों में रह रहे हों या बंगलों में. दिल्ली विधानसभा चुनाव अगले साल फरवरी में होने हैं.

मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली में इस बार बहुत बारिश हुई थी. सड़कें फुटपाथ और सीवर की समस्या दिखी थी। विधायक मुझसे UD मंत्री के तौर पर मिल रहे थे कि विधायक फंड बढ़ाया जाए। दोनों दलों के विधायक ने ये मांग की थी।

राजस्व घाटे के BJP के आरोपों पर तंज

मंत्री ने कहा कि BJP 22 राज्यों में एक राज्य बता दें कि किसी एक राज्य में हो मुनाफे में सरकार चला रहे हैं. जैसे दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार ने 10 साल में चलाई है.

हरियाणा को लेकर पार्टी हित ऊपर रखने के राहुल गांधी के बयान पर सौरभ भारद्वाज ने कहा कि राहुल गांधी अपनी पार्टी के नेताओं से कुछ भी कहें तो ये उनकी पार्टी का विषय है. उसमें हमारा कोई लेना देना नहीं है.

मुख्यमंत्री आवास सील करने पर कही ये बात

CM आवास सील किए जाने पर CM आतिशी ने कहा कि बंगला बीजेपी को मुबारक. हम सड़क से सरकार चला लेंगे.आतिशी ने कहा कि BJP इसलिए परेशान है, वो हमें चुनाव में तो नहीं हरा पाते हैं. उनकी सरकार नहीं बनती है. विधायक खरीदने की कोशिश करते हैं तब भी नहीं होता है. अगर बीजेपी को CM आवास पर कब्जा करके शांति मिलती है तो मिलने दो. हम बंगले के लिए राजनीति में नहीं आए हैं. अगर जरूरत पड़ी तो सड़क पर रहकर सरकार चला लेंगे.

AAP नेता सौरभ भारद्वाज का बड़ा बयान: कांग्रेस नेतृत्व ने हमारे उम्मीदवारों के लिए प्रचार नहीं किया

हरियाणा विधानसभा के नतीजों के बाद कांग्रेस की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं. राज्य में हार के बाद अब उसे अपने सहयोगियों की नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें आम आदमी पार्टी सबसे अधिक मुखर है. हरियाणा के चुनाव में आप चाहती थी कि राज्य में कांग्रेस के साथ गठबंधन हो लेकिन कांग्रेस ने मना कर दिया, जिसके कारण आप राज्य में अपना खाता नहीं खोल सकी. इसको लेकर पार्टी नाराज दिख रही है और उसके नेताओं के बयान लगातार आ रहे हैं.

बुधवार को पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका कक्कर ने कहा था कि दिल्ली में विधानसभा के चुनाव में कोई गठबंधन नहीं होगा. आज दिल्ली के मंत्री और आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि हमने लोकसभा में कांग्रेस के साथ गठबंधन किया. हमारे शीर्ष नेता अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए प्रचार भी किया लेकिन कांग्रेस नेतृत्व ने हमारे उम्मीदवारों के लिए प्रचार नहीं किया जिसके कारण हम एक भी सीट नहीं जीत पाए.

भारद्वाज ने कहा कि हमने कई बार उनसे अपील की कि वे चुनाव प्रचार करें, लेकिन उनके नेताओं का कहना था कि अजय माकन कहेंगे तो प्रचार करेंगे लेकिन अंतिम तक माकन ने प्रचार के लिए नहीं कहा जिसका नतीजा सब के सामने है.

हरियाणा में जिद के कारण हार

हरियाणा के चुनाव में कांग्रेस की हार पर आप मंत्री ने कहा कि अगर चुनाव गठबंधन में लड़ा गया होता तो नतीजे कुछ और होते. लेकिन कांग्रेस ने अपनी जिद के चलते गठबंधन नहीं किया. हरियाणा में गठबंधन न होने पर कहा कि हम वहां मात्र कुछ सीट मांग रहे थे और समाजवादी पार्टी तो केवल एक सीट मांग रही थी, लेकिन कांग्रेस इसके लिए भी राजी नहीं हुई.

अहीरवाल क्षेत्र में बीजेपी की जीत का उदाहरण देते हुए कहा कि अगर कांग्रेस ने यहां एक सीट अखिलेश यादव को दे दी होती तो वहां यादव समाज में एक अच्छा संदेश जाता, जिससे इंडिया गठबंधन को फायदा होता.

सहयोगियों को दबाना चाहती है कांग्रेस

कांग्रेस पर अलायंस पार्टनरों को उचित सम्मान न देने का आरोप लगाते हुए कहा कि इंडिया गठबंधन बनने के बाद जब सभी ने सीट बंटवारे पर चर्चा को कहा तब कांग्रेस ने देरी की. उसे लगा कि मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में जीत के बाद वह सहयोगियों से सीटों के मामले में अच्छी मोलभाव की स्थिति में होगी लेकिन हुआ इसके उलट कांग्रेस चुनाव हार गई.

कांग्रेस पर लोकसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे में देरी का आरोप लगाते हुए कहा गया कि इसके कारण चुनाव प्रचार के लिए समय नहीं मिल पाया, जिसके चलते सभी पार्टियों को नुकसान उठाना पड़ा. इंडिया गठबंधन की सभी पार्टियां चाहती थीं कि सीटों का बंटवारा हो लेकिन कांग्रेस के कारण यह प्रक्रिया देर से हुई. दिल्ली में गठबंधन के सवाल पर कहा गया कि दिल्ली का तो पता नहीं लेकिन हम राष्ट्रीय स्तर पर चाहते हैं कि इंडिया गठबंधन जारी रहे.

मुख्यमंत्री आतिशी घर के सोफे से चला रहीं सरकार, आवास सील होने के बाद भी नहीं रुकी

दिल्ली में मुख्यमंत्री आवास को लेकर दिल्ली की आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार और केंद्र सरकार के बीच घमासान तेज हो गया है. मुख्यमंत्री आतिशी के सीएम आवास खाली कराए जाने पर AAP ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि नवरात्रि में एक महिला मुख्यमंत्री का जो सामान उनके घर से फिंकवाया वो भी देख लो और दिल्ली की जनता के लिए उनका समर्पण भी देख लो. वहीं सीएमओ की ओर से कहा गया कि बीजेपी के इशारे पर दिल्ली के मुख्यमंत्री आवास को जबरन खाली कराया गया है.

आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर सीएम आतिशी की कुछ तस्वीरों को शेयर करते हुए कहा, “देख लो भाजपाइयों! तुमने एक चुनी हुई सीएम से उसका दिल्ली की जनता द्वारा दिया हुआ घर तो छीन लिया, लेकिन दिल्ली की जनता के लिए काम करने के जज्बे को कैसे छीनोगे?”

CMO-LG ऑफिस के बीच नई तकरार

उन्होंने आगे कहा, “तुमने नवरात्रि में एक महिला सीएम का जो घर का सामान उनके घर से फिंकवाया वो भी देख लो और दिल्ली की जनता के लिए उनका समर्पण भी देख लो.” साथ में उन्होंने महा अष्टमी की शुभकामनाएं भी दी. संजय सिंह की पोस्ट की गई तस्वीरों में दिख रहा है कि सीएम आतिशी सोफे पर बैठी हैं और किसी फाइल पर दस्तखत कर रही हैं. उनके सामने कार्डबोर्ड के कई डिब्बे रखे हुए हैं जिसमें मुख्यमंत्री का सामान बताया जा रहा है.

इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) की ओर से कल बुधवार को जारी बयान में आरोप लगाया गया कि सिविल लाइंस में 6, फ्लैगस्टाफ रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के इशारे पर जबरन खाली कराया गया, क्योंकि एलजी वीके सक्सेना इसे बीजेपी के ही एक नेता को आवंटित करना चाहते हैं.

सीएमओ की ओर से लगाए गए इस आरोप के बाद AAP सरकार और LG ऑफिस के बीच टकराव तेज हो गया है. दोनों के बीच इस टकराव ने एक और मंच तैयार कर दिया है.

यह बंगला CM का आधिकारिक आवास नहीं’

इससे पहले एलजी ऑफिस के सूत्रों ने यह दावा किया कि 6, फ्लैगस्टाफ रोड बंगला मुख्यमंत्री का आधिकारिक आवास नहीं है. साथ ही इसे अब तक मुख्यमंत्री आतिशी को आवंटित नहीं किया गया है. आतिशी ने बिना आवंटन के ही अपना सामान वहां रख दिया था और बाद में खुद ही उसे वहां से हटवा लिया.

इस बंगले का मालिकाना हक लोक निर्माण विभाग (PWD) के पास है. बंगला खाली होने की सूरत में वह बंगले पर कब्जा कर लेता है. इस बंगले का आवंटन वहां रखे सामान की लिस्ट बनाने के बाद ही किया जाता है. LG ऑफिस के सूत्रों का कहना है कि AAP को चिंतित नहीं होना चाहिए. लिस्ट तैयार करने के बाद यह बंगला तुरंत सीएम आतिशी को आवंटित कर दिया जाएगा.

3 दिन पहले सामान के साथ पहुंची थीं आतिशी

इससे पहले अरविंद केजरीवाल की जगह मुख्यमंत्री बनीं आतिशी 3 दिन पहले सोमवार को अपने सामान के साथ उत्तरी दिल्ली के सिविल लाइंस इलाके में स्थित बंगले में आ गईं. यह बंगला 9 साल से अधिक समय तक अरविंद केजरीवाल के पास था, जिन्होंने सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद इसे खाली कर दिया था.

RSS के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने रतन टाटा के निधन पर शोक जताते हुए कही ये बात

टाटा समूह के मानद चेयरमैन और दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा के निधन के बाद देशभर में शोक की लहर है. पीएम नरेंद्र मोदी समेत देश की दिग्गज हस्तियों ने उनके निधन पर शोक जताया है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक डॉक्टर मोहन भागवत ने भी रतन के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि भारत की विकास यात्रा में रतन टाटा का योगदान चिरस्मरणीय रहेगा और उन्होंने उद्योग जगत में कई स्टैंडर्ड भी स्थापित किए.

मोहन भागवत ने अपने बयान में कहा, “देश के सुप्रसिद्ध उद्योगपति रतन टाटा का निधन सभी देशवासियों के लिए अत्यंत दुःखद है. उनके निधन से देश ने एक अपना अमूल्य रत्न को खो दिया है. भारत की विकास यात्रा में उनका योगदान चिरस्मरणीय रहेगा.” उन्होंने यह भी कहा कि रतन टाट ने उद्योग के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में कई नई और प्रभावी पहल के साथ ही ढेरों श्रेष्ठ मानकों को स्थापित किया.

अपने काम से वह प्रेरणादायी रहेः भागवत

रतन टाटा के योगदान को याद करते हुए संघ प्रमुख भागवत ने कहा, “समाज के हितों के अनुकूल हर तरह के कामों में उनका निरंतर सहयोग और सहभागिता बनी रही. देश की एकात्मता और सुरक्षा की बात हो या विकास के कोई पहलू हो या फिर अपने यहां कार्यरत कर्मचारियों के हित का मामला हो रतन टाटा अपने विशिष्ट सोच और काम से प्रेरणादायी बने रहे. अनेक ऊचांइयों को छू लेने के बाद भी उनकी सहजता और विनम्रता की शैली हमारे लिए हमेशा अनुकरणीय रहेगी.” उन्होंने कहा कि उनकी पावन स्मृतियों को विनम्र अभिवादन करते हुए हम भावभीनी श्रद्धांजली अर्पित करते हैं.

वयोवृद्ध उद्योगपति रतन टाटा का कल बुधवार देर रात मुंबई के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया. वह 86 साल के थे. पद्म विभूषण रतन टाटा का दक्षिण मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में रात साढ़े 11 बजे निधन हो गया.

अंतिम संस्कार में शामिल होंगे अमित शाह

रतन का पार्थिव शरीर आज गुरुवार को सुबह 10 बजे से साढ़े तीन बजे तक दक्षिण मुंबई में नरीमन प्वाइंट स्थित नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स (NCPA) में लोगों के अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा.

इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज गुरुवार को रतन टाटा के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे. सूत्रों की ओर से बताया गया कि भारत सरकार की ओर से अमित शाह रतन टाटा को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे. अमित शाह उद्योगपति के अंतिम संस्कार के लिए इसलिए मुंबई जाएंगे क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आसियान-भारत और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में शामिल होने लाओस के लिए रवाना हो रहे हैं.

महाराष्ट्र में आज राजकीय शोक

दूसरी ओर, महाराष्ट्र सरकार ने रतन टाटा के निधन के बाद उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए आज राज्य में एक दिन के शोक की घोषणा की. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के हवाले से मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) ने अपने एक बयान में कहा कि महाराष्ट्र में सरकारी कार्यालयों पर राष्ट्र ध्वज गुरुवार (10 अक्टूबर) को शोक के प्रतीक के रूप में आधा झुका रहेगा. आज कोई मनोरंजन कार्यक्रम नहीं होगा.

रतन टाटा को भारत रत्न देने की मांग: शिवसेना नेता राहुल कनाल ने सीएम एकनाथ शिंदे को लिखा पत्र

शिवसेना शिंदे गुट के नेता और सीएम के करीबी राहुल कनाल ने रतन टाटा को भारत रत्न देने की मांग की है. इसके लिए उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पत्र लिखा है. इसमें उन्होंने लिखा कि राज्य सरकार भारत के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न के लिए रतन टाटा का नाम प्रस्तावित करे. यह स्वीकृति ही उनके लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी

बुधवार रात रतन टाटा का 86 साल की उम्र में निधन हो गया. मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली. आज यानी गुरुवार को शाम 4 बजे मुंबई के वर्ली इलाके में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. इससे पहले उनके पार्थिव शरीर को मुंबई के नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स हॉल में रखा जाएगा. सुबह 10 बजे दोपहर 3.30 बजे तक लोग उनके पार्थिव शरीर का अंतिम दर्शन कर सकेंगे.

रतन टाटा देश का अभिमान- एकनाथ शिंदे

रतन टाटा के निधन से पूरे देश में शोक की लहर दौर गई है. महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने भी उनके निधन पर शोक जताया है. सीएम शिंदे ने रतन टाटा को देश का अभिमान बताया है. रतन टाटा के निधन पर सीएम शिंदे ने राज्य में एक दिन के शोक की घोषणा की है.

उन्होंने ट्वीट कर कहा, दिग्गज उद्योगपति, पद्म विभूषण रतन टाटा के सम्मान में आज महाराष्ट्र में एक दिन का शोक मनाया जाएगा. रतन टाटा को श्रद्धांजलि के तौर पर यह राजकीय अंत्येष्टि होगी. इस दौरान राज्य में सरकारी कार्यालयों में राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके रहेंगे और कोई भी मनोरंजन या मनोरंजन कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा. राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा