*लगातार भारी बारिश से गांवों कस्बों में जलभराव, आम जनजीवन प्रभावित, अघोषित बिजली कटौती से लोग बेहाल*
गोरखपुर- इलाके में बीते दो दिनों से हो रही भारी बारिश से आम जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। साथ ही अघोषित बिजली कटौती से इलाके के लोग बेहाल हैं। गांवों कस्बों के निचले इलाकों में और सड़कों के किनारे पटरियों पर पानी भरने ने से जलभराव हो गया है। संपर्क मार्गों के किनारे, पानी से भरी नालियों से निकले कूड़े, कचरे और गंदगी बिखरने से खराब सफाई व्यवस्था की पोल खुल गई है। खासकर घनी आबादी वाले गांवों और कस्बों में कचरे और गंदगी का अंबार लगा हुआ है। जिससे स्थानीय लोगों को संक्रामक बीमारियों के फैलने की आशंका सताने लगी है। खेतों में लबालब पानी भरने से किसानों की फसलें पानी में डूब गई हैं।
स्थानीय लोगों ने बताया कि सितंबर माह के आखिर में ऐसी मूसलाधार बारिश पहले कभी नहीं हुई है। भारी बारिश से खरीफ की तैयार हो रही फसलों को नुकसान हुआ है और किसानों को फसलें खराब होने तथा पैदावार कम होने की आंशका सताने लगी है। बारिश शुरू होते ही इलाके में बिजली नदारद है, अघोषित बिजली कटौती से लोग बेहाल हैं, साथ ही लोगों के घरों में लगे बिजली के सभी उपकरण शो पीस बन कर रह गए हैं। इनवर्टर भी जवाब दे चुके हैं। जिससे मोबाइल फोन, लैपटॉप, कम्प्यूटर पर काम नहीं हो पा रहा है और पेयजल आपूर्ति की समस्या बनी हुई है।
खजनी कस्बे के रमेश कुमार, रतन पटवा, विकास, गणेश, गोपाल गुप्ता, आकाश, नीरज वर्मा आदि दर्जनों लोगों ने बताया कि बारिश का पानी निकलने के लिए कस्बे में नाली की व्यवस्था नहीं है, बारिश होने पर सड़क का पानी हमारे घरों और दुकानों में भर जाता है। कस्बे में नियमित सफाई की भी कोई व्यवस्था नहीं है।
इसी प्रकार हरनहीं, खजुरी भैंसा बाजार, बहुरीपार, बढ़नी, छताईं, उनवल नगर पंचायत, सतुआभार समेत अन्य कस्बों में भी जलभराव की समस्याएं बनी हुई हैं। भारी बारिश के कारण आम जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया है, जो स्कूल खुले हैं वहां बच्चों की उपस्थिती बेहद कम है, कमोबेश यही हाल प्राइवेट और सरकारी संस्थानों का भी है जहां कर्मचारियों की उपस्थिती बेहद कम है। सड़कों पर वाहनों का आवागमन भी बेहद कम है, भारी बारिश के कारण ज्यादातर लोग अपने घरों में कैद हो कर रह गए हैं।
Sep 28 2024, 19:08