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अधिवक्ता संघ के सदस्य विकाश चंद्र झा के निधन पर शोक सभा का आयोजन
पेटरवार (बोकारो)
मिथलेश कुमार तेनुघाट व्यवहार न्यायालय परिसर तथा अधिवक्ता संघ भवन में संघ के सदस्य विकाश चंद्र झा के निधन पर मंगलवार 24 सितंबर को शोक सभा का आयोजन किया गया। व्यवहार न्यायालय परिसर में आयोजित शोक सभा में जिला जज प्रथम अनिल कुमार, न्यायायिक पदाधिकारी, अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष, महासचिव सहित अधिवक्तागण शामिल थे। व्यवहार न्यायालय परिसर में जिला जज प्रथम अनिल कुमार ने शोक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि दिवंगत विकाश चंद्र झा वर्ष 1999 से तेनुघाट व्यवहार न्यायालय में वकालत शुरू की। वे लगभग 55 वर्ष की आयु के थे। उनके निधन से सभी मर्माहत है। भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें। इससे पूर्व अधिवक्ता संघ भवन में संघ के अध्यक्ष कामेश्वर मिश्र की अध्यक्षता में शोक सभा की गई। शोक सभा को संबोधित करते हुए श्री मिश्र ने कहा कि दिवंगत सिंह बहुत ही मिलनसार व्यक्तित्व के थे। वे सभी से सुख दु:ख में मिलते रहते थे। पिछले कुछ दिनों से वे बीमार थे। उनका इलाज दिल्ली में चल रहा था। वे अपने पीछे अपनी पत्नी, एक पुत्र, एक पुत्री सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं। इस अवसर पर संघ के महासचिव वकील प्रसाद महतो ने बताया कि संघ के सदस्य विकाश चंद्र झा के निधन पर मंगलवार को संघ के सदस्य ने अपने आप को न्यायिक कार्यों से अलग रखा है। पिछले कुछ दिनों से बीमार थे। जिनका इलाज दिल्ली में चल रहा था । इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। श्री महतो ने बताया कि दिवंगत विकाश चंद्र झा के परिवार को संघ द्वारा मिलने वाली आर्थिक मदद की जाएगी। शोक सभा में तेनुघाट व्यवहार न्यायालय के जिला जज प्रथम अनिल कुमार, कुटुंब न्यायालय प्रेम नाथ पांडेय, जिला जज द्वितीय सूर्य मणि त्रिपाठी, एसीजेएम मनोज कुमार प्रजापति, एसडीजेएम रश्मि अग्रवाल, सब जज द्वितीय राजीव रंजन कुमार, मुंसिफ शिवराज मिश्रा, अधिवक्ता सुरेश प्रसाद बरनवाल, इरफान अंसारी, वकील महतो, डी. एन. तिवारी, बीरेंद्र प्रसाद, अर्जुन सिंह, तपन कुमार डे, मो मोबिन, कल्याणी, वकील महतो, रीतेश कुमार जायसवाल, प्रमोद कुमार सिंह, अनील कुमार प्रजापति, पुनीत लाल प्रजापति, अव्यय, छत्रु महतो, गजाधर महतो, बिरेंद्र प्रसाद, रविंद्र नाथ बोस, पी. सी. दास, मनबोध कुमार दे, तेजू करमाली, मोजीबुल हक, महेश ठाकुर, चेतन आनंद प्रसाद, पुनीत लाल प्रजापति, दिनेश करमाली, संतोष कुमार, योगेश नंदन प्रसाद, अभिषेक मिश्र, जगदीश मिस्त्री, विनोद कुमार गुप्ता, सुजीत कुमार जयसवाल, प्रताप कुमार, पंकज कुमार झा, टी. एन. महतो, अमरेन्द्र कुमार सिंह, चंद्र शेखर प्रसाद सिंह, शिव कुमार प्रसाद वर्मा, बिरेंद्र सहगल, निरंजन महतो, नरेश चंद्र ठाकुर सहित संघ के तमाम अधिवक्तागण मौजूद थे। शोक सभा में शामिल सभी गणमान्य जनों ने दो मिनट का मौन रख कर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए भगवान से प्रार्थना की।
बेरमो अनुमंडल पदाधिकारी के पद पर मुकेश कुमार मछुआ ने दिया योगदान
पेटरवार (बोकारो)
मिथलेश कुमार तेनुघाट स्थित कार्यालय में 24 सितम्बर को विदाई सह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया जिसमे पूर्व अनुमंडल पदाधिकारी अशोक कुमार एवं कार्यपालक दंडाधिकारी प्रवीन कुमार ने नव पदस्थापित अनुमंडल पदाधिकारी मुकेश कुमार मछुआ को पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया । वहीं मुकेश कुमार मछुआ ने भी अशोक कुमार को पुष्प गुच्छ दे कर सम्मान किया। विदाई सह सम्मान समारोह के अवसर पर अनुमंडल कार्यालय के प्रधान सहायक , नाजिर नियाज़ अहमद सहित सभी कर्मचारियों ने पूर्व अनुमंडल पदाधिकारी को पुष्प माला पहनकर सम्मानित कर भावभीनी विदाई दी। इस अवसर पर पदभार ग्रहण करते नव पदस्थापित अनुमंडल पदाधिकारी मुकेश कुमार मछुआ ने सर्व प्रथम अनुमंडल के सभी जनता को शुभकामनाएं दी। साथ हीं उन्होंने कहा कि विधि बायवस्थ कायम रखना पहली प्राथमिकता है तथा आगामी विधानसभा सभा चुनाव प्रक्रिया शांतिपूर्ण उपायुक्त बोकारो के दिशा निर्देश में पहली प्राथमिकता है। इसके साथ ही क्षेत्र में प्रबुद्ध नागरिक, बुद्धिजीवी तथा गणमान्य जनों के साथ समन्वय स्थापित कर क्षेत्र में शांति व्यवस्था बना रहे तथा हमारे तक पहुंचने वाला हर नागरिक की समस्याओं का समाधान करने का यथा संभव प्रयास करूंगा, ताकि बेरमो वासियों में विश्वास बना रहे। उन्होंने बताया कि वे पूर्व अनुमंडल पदाधिकारी अशोक कुमार का मार्गदर्शन समय-समय पर लेते रहेंगे। कहा कि पूर्व अनुमंडल पदाधिकारी ने पर्यटन के क्षेत्र में तेनुघाट में लकीर खींचा है, उसे मैं पूरा करने का प्रयास करूंगा। इस अवसर पर पूर्व अनुमंडल पदाधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि बेरमो क्षेत्र काफी बड़ा है। यह अपने आप में एक जिला के समान है। यहां काम करने और सीखने के लिए बहुत कुछ है। कहा कि बेरमो के लोग काफी सहयोगी है। मेरा लगभग सात माह का कार्यकाल शांति प्रिय रहा। कार्यालय के कर्मचारी भी मिलनसार और सहयोगी है। इस अवसर पर तेनुघाट पंचायत मुखिया प्रतिनिधि संतोष श्रीवास्तव,जिला परिषद प्रतिनिधि नारायण प्रजापति सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे।
तेनुघाट व्यवहार न्यायालय परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत की सफलता को लेकर पुलिस पदाधिकारियों के साथ बैठक
पेटरवार (बोकारो)
मिथलेश कुमार सर्वोच्च न्यायालय, झारखंड उच्च न्यायालय एवं प्रधान जिला जज बोकारो के निर्देश पर 23 सितंबर को तेनुघाट व्यवहार न्यायालय परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत की सफलता को लेकर पुलिस पदाधिकारियों के साथ बैठक किया गया। बताते चलें कि राष्ट्रीय लोक अदालत की सफलता के लिए व्यवहार न्यायालय के जिला जज प्रथम अनील कुमार की अगुवाई में अनुमंडल के पुलिस प्रशासन के साथ उक्त बैठक की गई। इस अवसर पर जिला जज प्रथम ने पुलिस प्रशासन को निर्देश दिया कि आगामी लगने वाले राष्ट्रीय लोक अदालत को लेकर जो भी नोटिस भेजा जाए, उस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए संबंधित व्यक्ति तक पहुंचाया जाए, ताकि अधिक से अधिक मामले का राष्ट्रीय लोक अदालत में निष्पादन संभव हो सके। आगे बताया कि पुराने मामलों के निष्पादन के लिए माननीय सर्वोच्च न्यायालय एव उच्च न्यायालय के निर्देश पर पूराने मामलों के निष्पादन के लिए कई दिशा निर्देश दिए हैं। उस पर कार्य करते हुए संबंधित व्यक्ति को नोटिस, वारंट जारी किया गया है। इसलिए आप भी उस पर कार्रवाई करते हुए संबंधित व्यक्ति को नोटिस का तामीला और वारंट पर कार्रवाई करें ताकि मामलों का त्वरित निष्पादन हो सके। कुटुंब न्यायालय प्रेम नाथ पांडेय ने उपस्थित पुलिस पदाधिकारियों को कहा कि लोक अदालत की सफलता के लिए आप सभी का सहयोग बहुत जरूरी है। वहीं नए कानून के अनुसार काम करने के बारे मे भी उन्होंने बताया। जिला जज द्वितीय सूर्य मणि त्रिपाठी ने बताया कि आगामी राष्ट्रीय लोक अदालत के लिए बिजली विभाग के अधिक से अधिक मामलों का निष्पादन होने के लिए सभी को नोटिस भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि जो भी नोटिस थाना में पहुंचे, उसे संबंधित व्यक्ति तक पहुंचाया जाए, ताकि वह अपना मामला न्यायालय में आकर निष्पादन करा सके। जिला जज तृतीय फहीम किरमानी ने भी उपस्थित सभी पुलिस पदाधिकारी को राष्ट्रीय लोक अदालत की सफलता को लेकर कई तरह के दिशा निर्देश दिए। एसीजेएम मनोज कुमार प्रजापति ने भी नोटिस तामील कराने को लेकर कई तरह के निर्देश दिए। बताया कि चेक बाउंस के मामले में जो भी नोटिस जारी किया जाता है उसे तमिला करते हुए संबंधित व्यक्ति तक पहुंचाया जाए ताकि मामलों का त्वरित निष्पादन हो सके। साथ ही राष्ट्रीय लोक अदालत की सफलता को लेकर कई दिशा निर्देश दिए। बैठक में मौजूद पुलिस पदाधिकारियों ने न्यायिक पदाधिकारियों को यह आश्वासन दिया कि जितने भी नोटिस थाना में पहुंचेंगे, सभी का तमिल होगा। सभी ने यह भी कहा कि आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में अधिक से अधिक मामलों का निष्पादन करवाने में वे भी न्यायालय का पूरी तरह सहयोग करेंगे। मंच संचालन, स्वागत भाषण और धन्यवाद ज्ञापन कर रहे एसडीजेएम सह अनुमंडल विधिक सेवा प्राधिकार समिति के सचिव रश्मि अग्रवाल ने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत में पुलिस प्रशासन का काफी सहयोग रहा है। जिससे कई मामलों का निष्पादन किया जा सका। उम्मीद है इस बार भी हमें पुलिस प्रशासन का पूरा सहयोग मिलेगा। जिससे हम अधिक से अधिक मामलों का निष्पादन करवा सकेंगे। बैठक में उपरोक्त के अलावा सब जज द्वितीय राजेश रंजन कुमार, मुंसिफ शिवराज मिश्रा, वरीय अधिवक्ता सुभाष कटरियार, जीवन सागर आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए। जबकि पुलिस प्रशासन की ओर से अजीत कुमार, शैलेंद्र कुमार सिंह, शशि शेखर कुमार, प्रफुल्ल कुमार महतो, लक्ष्मण चौधरी, राजेश प्रजापति, प्रियांशु मुंडा, अजीत कुमार मुंडा, राजू मुंडा सहित अनुमंडल के कई पुलिस पदाधिकारी तथा दीपक कुमार गुप्ता, सुजय आनंद, कृष्णा रजक, उपासी देवी आदि मौजूद थे।
पेटरवार में मनाया गया धूम-धाम से अनंत चतुदर्शी पर्व
पेटरवार (बोकारो)
मिथलेश कुमार

अनंत चतुदर्शी का त्योहार भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी के दिन मनाया जाता है। शास्त्रों में अनंत चतुर्दशी का विशेष महत्व है। वहीं पंचांग के अनुसार हर साल अनंत चतुर्दशी का त्योहार भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। वहीं आपको बता दें कि इसे अनंत चौदस भी कहा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु और माता पार्वती की आराधना की जाती है। वहीं इस दिन अनंत सूत्र बांधने की परंपरा है। वहीं पंडित हरी वंश दास गुरु ने अनंत चतुर्दशी व्रत कथा के बारे में कथा श्रद्धालुओं को बताई। वहीं सुमंत नाम का एक नेक तपस्वी ब्राह्मण का कथा सुनाया। उन्होंने कथा में बताया की सुमंत नाम का एक ब्राह्मण था, उसकी पत्नी का नाम दीक्षा था। उसकी एक परम सुंदरी धर्मपरायण कन्या थी। जिसका नाम सुशीला था। सुशीला जब बड़ी हुई तो उसकी माता दीक्षा की मृत्यु हो गई। पत्नी के मरने के बाद सुमंत ने कर्कशा नामक स्त्री से दूसरा विवाह कर लिया। सुशीला का विवाह ब्राह्मण सुमंत ने कौंडिन्य ऋषि के साथ कर दिया। विदाई में कुछ देने की बात पर कर्कशा ने दामाद को कुछ ईंटें और पत्थरों के टुकड़े बांध कर दे दिए। कौंडिन्य ऋषि दुखी हो अपनी पत्नी को लेकर अपने आश्रम की ओर चल दिए। परंतु रास्ते में ही रात हो गई। वे नदी तट पर संध्या करने लगे। सुशीला ने देखा- वहां पर बहुत-सी स्त्रियां सुंदर वस्त्र धारण कर किसी देवता की पूजा पर रही थीं। सुशीला के पूछने पर उन्होंने विधिपूर्वक अनंत व्रत की महत्ता बताई। सुशीला ने वहीं उस व्रत का अनुष्ठान किया और चौदह गांठों वाला डोरा हाथ में बांध कर ऋषि कौंडिन्य के पास आ गई। कौंडिन्य ने सुशीला से डोरे के बारे में पूछा तो उसने सारी बात बता दी। उन्होंने डोरे को तोड़ कर अग्नि में डाल दिया, इससे भगवान अनंत जी का अपमान हुआ। परिणामत: ऋषि कौंडिन्य दुखी रहने लगे। उनकी सारी सम्पत्ति नष्ट हो गई। इस दरिद्रता का उन्होंने अपनी पत्नी से कारण पूछा तो सुशीला ने अनंत भगवान का डोरा जलाने की बात कहीं। पश्चाताप करते हुए ऋषि कौंडिन्य अनंत डोरे की प्राप्ति के लिए वन में चले गए। वन में कई दिनों तक भटकते-भटकते निराश होकर एक दिन भूमि पर गिर पड़े। तब अनंत भगवान प्रकट होकर बोले- ‘हे कौंडिन्य! तुमने मेरा तिरस्कार किया था, उसी से तुम्हें इतना कष्ट भोगना पड़ा। तुम दुखी हुए। अब तुमने पश्चाताप किया है। मैं तुमसे प्रसन्न हूं। अब तुम घर जाकर विधिपूर्वक अनंत व्रत करो। चौदह वर्षपर्यंत व्रत करने से तुम्हारा दुख दूर हो जाएगा। तुम धन-धान्य से संपन्न हो जाओगे। कौंडिन्य ने वैसा ही किया और उन्हें सारे क्लेशों से मुक्ति मिल गई।’ श्रीकृष्ण की आज्ञा से युधिष्ठिर ने भी अनंत भगवान का व्रत किया जिसके प्रभाव से पांडव महाभारत के युद्ध में विजयी हुए तथा चिरकाल तक राज्य करते रहे। ये अनंत चतुदर्शी व्रत की कथा है।
तेनुघाट डैम के खोले गए आठ फाटक
पेटरवार (बोकारो)
मिथलेश कुमार


लगातार तीन दिनों से हो रही बारिश के कारण तेनुघाट डैम का जल स्तर में हो रही वृद्धि की वजह से डैम का आठ रेडियल फाटक खोला गया। सी डब्लू सी पूर्वानुमान के कारण पूर्व से ही छः रेडियल फाटक खुला हुआ था लेकिन तीन दिन में भारी बारिश होने के कारण विभाग ने दो रेडियल गेट और खोलने का निर्णय लिया और आज दो बजे दो रेडियल गेट खोल दिया गया। जिससे दामोदर नदी में उन्नीस हजार सात सौ क्यूसेक प्रति सेकंड पानी तेनुघाट डैम से छोड़ा जा रहा है। दामोदर नदी में पानी का स्तर बढ़ जाने के कारण लोगो को नदी किनारे जाने से अलर्ट जारी किया गया है। सहायक अभियंता बांध प्रमंडल तेनुघाट के अभिषेक कुमार पाल ने बताया कि लगातार इसी तरह बारिश होता रहा तो डैम का और भी रेडियल गेट खोला जा सकता है वहीं बताया की वर्तमान 848.10 फीट पानी डैम में स्टोरेज कर रखा जाना है जबकि 855 फीट से अधिक स्टोरेज करने की छमता डैम के पास है। वहीं पाल ने बताया की सी डब्लू सी के द्वारा पूर्वनुमान बताया गया है की आज सुबह से लेकर कल सुबह तक छियालिस हजार हेक्टेर प्रति मीटर के हिसाब से पानी डैम में आने की संभावना है। वहीं बताया की 2 अगस्त 2024 को तेनुघाट डैम का नौ फाटक खोला गया था उस समय डैम में पानी 862 फीट एका एक बढ़ गया था। वहीं पिछले साल सितम्बर माह 2023 में भी इतना ही पानी था।
कर्मा पूजा का हुआ विसर्जन
पेटरवार (बोकारो)
मिथलेश कुमार
नौ दिवसीय करमा पर्व का आज रविवार को करमा डाला और काशी पूजन के बाद विसर्जन के साथ समाप्त हो गया। तेनुघाट एफ टाइप चौक तथा आस पास के गाँव घरवाटांड़, उलागड़ा,चांपी सहित पूरे झारखंड में धूम धाम से मनाया गया करमा पर्व। यह पर्व झारखंड के प्रकृति और संस्कृति को दर्शाता है इस पर्व पर समस्त झारखंड वासियों को नाज है। इस पर्व में सभी बहने अपने भाई की लंबी आयु दीर्घायु के लिए करम बाबा से पुजा अर्चना और प्रार्थना करती है।
इस लगातार बारिश होने के बाद भी करमा पर्व में हर्षों उल्लास में कमी नहीं दिखाई दी, सभी माताएं बहनें मंदर के थाप और डीजे में झूम कर पर्व का लुत्फ उठाई।
नौ दिन से जावा को सुबह,दोपहर और शाम को गीत गा गा कर जगा कर रखी और पूजा अर्चना की। इस पर्व में सभी करमवर्ती बहने कोई नौ दिन तो कोई सात दिन की जावा उठाती है।

तेनुघाट डैम का खोला गया छः गेट
पेटरवार (बोकारो)
मिथलेश कुमार
लगातार दो दिनों से हो रही बारिश के कारण तेनुघाट डैम का जल स्तर में हो रही वृद्धि की वजह से डैम का छह रेडियल गेट खोला गया। पूर्वानुमान के कारण पूर्व से ही तीन रेडियल खोला हुआ था परंतु दो दिन में भारी बारिश हुई जिसके कारण विभाग ने तीन रेडियल गेट और खोलने का निर्णय लिया और रविवार की सुबह तीन रेडियल गेट खोल दिया। जिससे दामोदर नदी में बारह हजार क्यूसेक प्रति सेकंड पानी तेनुघाट डैम से छोड़ा जा रहा है। दामोदर नदी में पानी का स्तर में बढ़ने का अनुमान है नदी से से ग्रामीणों को अलर्ट जारी किया गया है । कार्यपालक अभियंता बांध प्रमंडल तेनुघाट ने रंजीत कुजूर ने बताया कि लगातार इसी तरह बारिश होता रहा तो डैम का और भी रेडियल गेट खोलने का निर्देश दिया जायेगा । वर्तमान 848.10फीट पानी डैम में स्टोरेज है जबकि 855 फीट से अधिक स्टोरेज करने की छमता डैम के पास है परंतु अधिकारियों ने बताया की ऐतिहातन तौर पर गेट खोला गया है।

तेनुघाट उपकारा में जेल अदालत सह कानूनी जागरूकता शिविर का हुआ आयोजन
पेटरवार (बोकारो)
मिथलेश कुमार  
माननीय सर्वोच्च न्यायलय, झारखंड उच्च न्यायालय एवं प्रधान जिला जज बोकारो अनिल मिश्रा के निर्देशानुसार तेनुघाट जेल में तेनुघाट व्यवहार न्यायालय के प्रथम श्रेणी न्यायायिक दंडाधिकारी राजेश रंजन कुमार की अगुवाई में जेल अदालत सह कानूनी जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। प्रथम श्रेणी न्यायायिक दंडाधिकारी राजेश रंजन कुमार ने बंदियों को कानून की जानकारी देते हुए बताया कि अक्सर लोग आवेश में आकर या फिर नशे में अपराध करते हैं वह गलत है क्योंकि अपराध तो अपराध होता है। छोटे मोटे अपराधों में आप अपने दोष को स्वीकार कर जेल से बाहर निकल सकते हैं। अगर आपके खिलाफ थाना में मामला दर्ज किया जाता है और आपको थाना से नोटिस जारी किया जाता है तो आप थाना में जाकर अपनी बात रख सकते हैं। ताकि आपकी बातों को सुनकर मामला की जांच पड़ताल हो। बंदियों को मिलने वाली सारी सुविधाओं के बारे में जानकारी दी। बताया कि जेल जेल नहीं यह सुधार गृह है, जहां से आप अपने गलतियों पर विचार कर उसे सुधार कर बाहर निकले। आगे बताया कि आपको किसी भी प्रकार की समस्या या तो जेल में हो या फिर अपने मुकदमे को लेकर हो तो आप बंदी आवेदन देकर न्यायालय में भेज सकते हैं। जिससे आपकी समस्या का समाधान हो सकता है। साथ ही दहेज अधिनियम, डायन अधिनियम सहित अन्य कई तरह की कानूनी जानकारियां दी।
       अधिवक्ता चेतना नंद प्रसाद ने बताया कि वैसे बंदी जो स्वयं के खर्च पर अपना अधिवक्ता रख पाने में असमर्थ हैं, उनके लिए माननीय सर्वोच्च न्यायालय, नई दिल्ली के निर्देश पर लीगल एड डिफेंस काउंसिल के तहत अधिवक्ताओं की प्रतिनियुक्ति की गई है, जो उन बंदियों के केस में संबंधित न्यायालय में निरंतर पैरवी करते हैं। साथ ही बंदियों से उनके समस्याओं के बारे में पूछा और उनके निराकरण के लिए हर संभव प्रयास करने की बातें कही। 
       मंच संचालन और धन्यवाद ज्ञापन देते हुए अधिवक्ता सुभाष कटरियार ने बंदियों को प्रदान किए जाने वाले विभिन्न विधिक सहायता के बारे में बतलाते हुए कहा कि माननीय नालसा, नई दिल्ली एवं माननीय झालसा, रांची के द्वारा बंदियों के लिए विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम समय-समय पर चलाए जा रहे हैं। जिनके माध्यम से उन बंदियों को उचित विधिक सहायता प्रदान की जाती है। इसी के तहत प्रत्येक महीने जेल अदालत का आयोजन किया जाता है।
                  स्वागत भाषण जेलर नीरज कुमार ने देते हुए सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि जेल में बंद बंदी जो हमेशा ही अपने को सुधार कर रहे हैं और बाहर निकल कर एक जिम्मेदार नागरिक बनने को तैयार हैं।
        साथ ही बंदियों के द्वारा बताए गए समस्याओं का भी निराकरण के लिए हर संभव प्रयास करने की बात कही। 
         बंदियों को जानकारियां देने के बाद प्रथम श्रेणी न्यायायिक दंडाधिकारी राजेश रंजन कुमार, अधिवक्ता चेतना नंद प्रसाद, सुभाष कटरियार ने जेल में बंदी वार्ड, रसोईघर, महिला वार्ड सहित अन्य जगह का निरीक्षण किया।
          मौके पर विजय कुमार, इस्तियाक अंसारी, संजय मंडल, मदन प्रजापति एवं जेल कर्मियों की भूमिका सराहनीय रही। उक्त जानकारी अनुमंडल विधिक सेवा प्राधिकार समिति के सचिव सह एसडीजेएम रश्मि अग्रवाल ने दी।
मासिक अपराध गोष्टी की बैठक
पेटरवार (बोकारो)
मिथलेश कुमार
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी वशिष्ठ नारायण सिंह की अध्यक्षता में अनुमंडल अंतर्गत सभी अंचल निरीक्षक, थानाप्रभारी एवं ओपी प्रभारी की उपस्थिति में अपराध गोष्टी की गई। जिसमें अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ने सभी प्रभारी को कई दिशा निर्देश दिया एवं सुझाव दिया है करमा पर्व को देखते हुए क्षेत्र में ग
स्ती लगातार बढ़ाने तथा आगामी महा दुर्गा पूजा एवं चुनाव से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की। साथ ही  पेंडिंग केशो का निष्पादन यथा शीघ्र तीव्र गति से करने का भी निर्देश दिया। अपराधों पर नियंत्रण करने एवं अपराधिक गति विधियों पर नियंत्रण रखने का भी निर्देश दिया है। 


समझौता के आधार पर तीन मामलों का निष्पादन
पेटरवार (बोकारो)
मिथलेश कुमार
तेनुघाट व्यवहार न्यायलय के एसडीजेएम रश्मि अग्रवाल के न्यायालय से समझौता के आधार पर तीन मामलों का निष्पादन किया गया। वहीं आपसी विवाद के समाप्त होने के बाद दोनों पक्षों के बीच समझौता कराकर मामला का निष्पादन होने के बाद दोनो पक्ष को पौधा दिया गया। ताकि वह पौधा को लगाकर यह ध्यान रखें की आगे किसी किसी भी तरह का आपस में विवाद उत्पन्न ना हो और दोनों पक्ष हमेशा सुलह के आधार पर चले। 
       बताते चले की बेरमो थाना कांड संख्या 179/2020 अंतर्गत पति पत्नी के विवाद को समझौता के आधार पर समाप्त कराया गया। जिसमें पत्नी शबाना खातून अपने पति मोहम्मद अनवर के साथ आपसी समझौता कराकर मामला को समाप्त कराया। दोनों एक साथ मुकदमा समाप्त होने के बाद हंसी-खुशी न्यायालय से विदा हुए। इस मौके पर पति-पत्नी के साथ उसका पुत्र सिकंदर भी वहां मौजूद था। वह भी अपने माता-पिता से समझौता के बाद मामला समाप्त होने पर कभी खुश नजर आ रहा था। इस मामले में सूचक की ओर से सहायक लोक अभियोजक आशीष कुमार तिवारी के साथ अधिवक्ता जीवन सागर और बचाव पक्ष की ओर से अधिवक्ता सुभाष कटरियार और वैद्यनाथ शर्मा ने बहस किया।
        वही बेरमो थाना कांड संख्या 136/21 और कांड संख्या 5/22 में दोनों पक्षों के बीच आपस के विवाद को समझौता आधार पर समाप्त किया गया। मालूम ह कि 136/21 के आरोपी रहीना बीवी, इजराइल अंसारी, एनुल हक, नेहाल अहमद, मोहम्मद नजरुल इस्लाम और 5/22 के आरोपी मुस्तरिन परवीन उर्फ गुड़िया, हमीदा खातून, शहजादी परवीन, बेबी परवीन, मोहम्मद शहजाद अंसारी और मोहम्मद शाहीद उर्फ बबलू के साथ आपस में जमीन विवाद को लेकर मार पीट का मामला चल रहा था। जिसमें एसडीजेएम रश्मि अग्रवाल, सहायक लोक अभियोजक आशीष कुमार तिवारी और दोनों पक्ष के अधिवक्ता शम्सजहां अंसारी और मनोज चौबे के समझाने के बाद दोनों पक्ष में आपस में समझौता कराकर मामला को समाप्त कराया गया।