हजारीबाग:नगर निगम कर्मचारियों की हड़ताल: शहर में कूड़े का संकट बढ़ा, डीसी से मिलकर उठाई गई मांगें।
रिपोर्टर पिंटू कुमार
हजारीबाग:- नगर निगम के कर्मचारियों की हड़ताल पिछले18 से20 दिनों से जारी है, जिसके चलते शहर में कूड़े का अंबार लग गया है। कर्मचारियों की6 सूत्री मांगों को राज्य सरकार द्वारा स्वीकार नहीं किए जाने के कारण, वे हड़ताल पर मजबूर हैं।इस बीच, भाजपा नेता और समाजसेवी हर्ष अजमेरा ने सोमवार को डीसी नैंसी सहाय से एक प्रतिनिधि मंडल के साथ शिष्टाचार मुलाकात की।
इस दौरान उन्होंने निगम के कर्मचारियों के हित में विस्तार से चर्चा की।अजमेरा ने बताया कि नगर निगम में20 वर्ष से अधिक समय से कार्यरत कर्मचारियों की मांगें पूरी तरह से जायज हैं।
उन्होंने कहा, "हर किसी को कुछ वर्षों में स्थायी नौकरी मिल जानी चाहिए," और इस समय जो कर्मचारी कार्यरत हैं, उनकी मांगें बिल्कुल सही हैं।डीसी नैंसी सहाय ने कहा कि कर्मचारियों का ज्ञापन राज्य सरकार और सेक्रेटरी के पास भेजा जाएगा।
उन्होंने आश्वासन दिया कि जिला प्रशासन मंगलवार से शहर के विभिन्न इलाकों में सफाई अभियान शुरू करेगा। उनका यह भी मानना है कि हड़ताल जल्दी ही खत्म होगी और कर्मचारी अपने काम पर लौटेंगे।
अजमेरा ने यह भी कहा कि नगर निगम के कर्मचारियों का वेतन केवल8 से10 हजार रुपये है, जिससे एक साधारण परिवार के लिए जीवन यापन करना कठिन हो जाता है।
केंद्रीय महासचिव नुनुलाल भुईयां और एससी मोर्चा भाजपा के जिलाध्यक्ष महेंद्र बिहारी ने संयुक्त रूप से कहा, "हमारे समाज के लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
तत्काल इस पर कार्रवाई करते हुए उनकी हड़ताल को समाप्त किया जाए, ताकि शहर को महामारी से बचाया जा सके।"इस गंभीर स्थिति को देखते हुए, सभी का ध्यान इस समस्या के जल्द समाधान पर है, ताकि नगर निगम के कर्मचारी अपनी जिम्मेदारियों को निभा सकें और शहर की सफाई व्यवस्था बहाल की जा सके।
Sep 11 2024, 19:55