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मोदी सरकार ने किसानों के लिए किए 7 बड़े एलान, जानें डिटेल्स

मोदी सरकार ने किसानों के लिए 7 बड़े फैसले लिए हैं. केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को कहा कि सरकार गठन के अभी 100 दिन भी पूरे नहीं हुए हैं और कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं. पहले 85 दिनों के अंदर किसानों के लिए कई बड़े फैसले लिए गए हैं. इनसे किसानों की आय बढ़ेगी.

उन्होंने बताया कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 2 हजार 817 करोड़ रुपये के डिजिटल कृषि मिशन को मंजूरी दी है.

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने खाद्य, पोषण के फसल विज्ञान के लिए समर्पित 3 हजार 979 करोड़ रुपये की योजना को मंजूरी है. टिकाऊ पशुधन स्वास्थ्य के लिए 1 हजार 702 करोड़ रुपये की योजना को मंजूरी दी है. सरकार ने कुछ अच्छे पायलट प्रोजेक्ट शुरू किए गए हैं. इनमें हमें सफलता मिली है.

डिजिटल कृषि मिशन की स्थापना

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उसी के आधार पर डिजिटल कृषि मिशन की स्थापना की जाएगी. बागवानी के विकास के लिए 860 करोड़ रुपये और कृषि विज्ञान केंद्रों के लिए 1 हजार 202 करोड़ रुपये के आवंटन को मंजूरी . आइए जानते हैं डिजिटल कृषि मिशन से किसानों का क्या सहूलियत मिलनी वाली है

एग्री स्टैक किसान रजिस्ट्री गांव की भूमि मानचित्र रजिस्ट्री फसल बोई रजिस्ट्री

कृषि निर्णय समर्थन प्रणाली भू स्थानिक डेटा सूखा/बाढ़ निगरानी मौसम/उपग्रह डेटा भूजल/जल उपलब्धता डेटा फसल उपज और बीमा के लिए मॉडलिंग

मृदा प्रोफाइल डिजिटल फसल अनुमान डिजिटल उपज मॉडलिंग फसल ऋण से जुड़े एआई, बिग जैसी आधुनिक तकनीकें

डेटा खरीदारों से जुड़े मोबाइल पर अपडेट कृषि के लिए डीपीआई. जो कि किसानों के जीवन में सुधार के लिए प्रौद्योगिकी पर बल देता है मोबाइल पर जानकारी मिलने से किसानों के जिंदगी में बदलाव आएगा खाद्य और पोषण सुरक्षा के लिए फसल विज्ञान अनुसंधान और शिक्षा पादप आनुवंशिक संसाधन प्रबंधन भोजन और चारे की फसल के लिए आनुवंशिक सुधार

दलहनी एवं तिलहनी फसल में सुधार

वाणिज्यिक फसलों में सुधार

कीड़ों, रोगाणुओं, परागणकों आदि पर अनुसंधान.

2047 के लिए जलवायु को ध्यान में रखते हुए खाद्य सुरक्षा के लिए किसानों को तैयार करना.

बीजेपी विधायक नितेश राणे के खिलाफ मामला दर्ज, भड़काऊ भाषण देने का आरोप

महाराष्ट्र के अहमदनगर में बीजेपी विधायक नितेश राणे के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. राणे पर भड़काऊ भाषण देने और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप है

. बीजेपी विधायक के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 302, 153 सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. नितेश राणे ने एक कार्यक्रम में मुसलमानों को खुली धमकी दी और कहा चुन-चुन कर मारेंगे. उनके खिलाफ दो FIR की गई है. एक श्रीरामपुर और दूसरा तोपखाना थाने में मामला दर्ज किया गया है.

BJP विधायक ने मुसलमानों को दी खुली धमकी

दरअसल, अहमदनगर में रामगिरी महाराज के समर्थन में मोर्चा निकाला गया. इस मोर्चे में बड़े पैमाने पर हिंदू समाज के लोक मौजूद थे.

मोर्चे के बाद नितेश राणे की एक सभा हुई, इसमें उन्होंने मुसलमानों को खुली धमकी दी. राणे ने कहा, ‘हमारे रामगिरी महाराज के खिलाफ अगर किसी ने कुछ कहा तो मस्जिदों मे आकर चुन चुन कर मारेंगे.’

महंत रामगिरी महाराज ने मुस्लिम समाज के पैगंबर पर टिप्पणी करणे बाद राज्य के अलग-अलग जिले में महाराज के खिलाफ मोर्चे निकाले गए थे. उसके बाद अब अहमदनगर में सकल हिंदू समाज की ओर से रामगिरी महाराज के समर्थन में बीजेपी नेता नितेश राणे के नेतृत्व में मोर्चा निकाला गया था.

चुनाव से पहले हिंसा कराना चाहती है BJP- AIMIM

AIMIM नेता वारिश पठान ने नितेश राणे का वीडियो शेयर कर आरोप लगाया कि बीजेपी चुनाव से पहले सांप्रदायिक हिंसा कराना चाहती है. नीतेश राणे का भाषण भड़काऊ है और नितेश पर FIR हो और कानूनी कार्रवाई की जाए.

शादी के 5 साल बाद तीन बच्चों की मां बनी महिला, घर में खुशियों का माहौल

कहते हैं न जब ईश्वर की कृपा बरसती है तो हर वो मुराद पूरी हो जाती है, जिसका इंतजार लंबा और कष्टदायक होता है. आंध्र प्रदेश के कोनसीमा से ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां एक महिला को शादी के 5 तक कोई बच्चा नहीं हुआ, लेकिन अब वो तीन बच्चों की मां बन गई है. महिला ने डिलीवरी में 3 बच्चों को जन्म दिया है. महिला की डिलीवरी रामचंद्रपुरम सारदा नर्सिंग होम में हुई है. घर में तीन बच्चों की किलकारियां गूंजने से पूरा परिवार इस खास पर पल का आनंद ले रहा है.

डॉक्टरों के मुताबकि, महिला के एकसाथ तीन बच्चों की डिलीवरी करना आसान नहीं था. यह एक क्रिटिकल केस था. डॉ. गिरिबाला और डॉ. श्रव्या की टीम की निगरानी में सीजेरियन सेक्शन के जरिए तीन बच्चों की डिलीवरी की गई.

सालों-साल बच्चे की करते रहे मिन्नतें

गपाडु गांव में रहने वाले वीरबाबू और संध्या कुमारी की शादी 5 साल पहले हुई थी. शादी के बाद 5 सालों तक उन्हें कोई संतान नहीं हुई. बच्चे की चाह में उन्होंने दुआ और दवा दोनों ही तरीके से कोशिश करते रहे. वीरबाबू और संध्या कुमारी ने सभी प्रचलित मंदिरों में जाकर भगवान के दर्शन किए और संतान प्राप्ति के लिए प्रार्थना भी की.

उन्होंने कई अस्पतालों के भी चक्कर काटे और डॉक्टरों से भी इसके बारे में राय ली. आखिर इतने सालों के इंतजार के बाद उनके घर में तीन बच्चों की किलकारी गूंजी है. पहले डॉक्टरों ने संध्या की नॉर्मल डिलीवरी करने की कोशिश की, लेकिन बाद में सीजेरियन ऑपरेशन के जरिए तीनों बच्चों को बाहर निकाला है. संध्या अब दो लड़के और एक लड़की मां बन चुकी हैं. डॉक्टरों के मुताबिक, मां और बच्चे तीनों ही पूरी तरह से सुरक्षित और स्वस्थ हैं.

तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में बाढ़ के कारण रेल और सड़क यातायात ठप

भारत के दो राज्यों तेलंगाना और आंध्र-प्रदेश में बाढ़ से हालात खराब हैं. जहां तेलंगाना में कई जगहों पर पटरियों पर पानी भर जाने की वजह से 21 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं. वहीं 10 का रास्ता बदला गया है. भारी बारिश के चलते तेलंगाना में केसामुद्रम और महबुबाबाद के बीच रेलवे ट्रैक को भी नुकसान पहुंचा है.

इसके साथ ही बताया जा रहा है कि रायनपाडु में भारी जल प्रवाह की वजह से दक्षिणमध्य रेलवे ने भी दो ट्रेनों को डायवर्ट किया है. बारिश वाली ट्रेनों के यात्रियों को सड़क मार्ग से काजीपेट जंक्शन ले जाया गया.

अधिकारियों ने बताया कि NDRFकी जोटीमेंतैनात की गई हैं. वो कई डिवाइस से लैस हैं. भारी बारिश और बाढ़ की वजह से आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के बीच रेल मार्ग और सड़क मार्ग दोनों कट गए है. दोनों तेलुगू राज्यों की सीमा पर पुल को नुकसान पहुंचने पर दोनों तरफ वाहनों की कतार लगी हुई है और लोग राष्ट्रीय राजमार्ग पर फंसे हुए हैं. रेलवे ट्रैक डूबने और बह जाने की वजह की से वारंगल और विजयवाड़ा रुट में पहले से ही करीब 130 ट्रेनों को रद्द किया गया है

20 से ज्यादा ट्रेनें रद्द

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू ने विजयवाड़ा सिंह नगर के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया. इससे पहले, दक्षिण मध्य रेलवे ने 20 से ज्यादा ट्रेनें रद्द कर दी गई थीं और 30 से ज्यादा का मार्ग बदल दिया गया था. इसके अलावा रेलवे ने लोगों की सुरक्षा और सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं. इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से बात की और भारी बारिश और बाढ़ के मद्देनजर दोनों राज्यों के हालात के बारे में जानकारी ली.

हर संभव मदद का आश्वासन

रविवार को अपनी बातचीत के दौरान पीएम ने इस मुश्किल वक्त से निकलने के लिए केंद्र की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया. साथ ही तेलंगाना के परिवहन और पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री पूनम प्रभाकर ने भी रविवार को हनुमाकोंडा के काजीपेट जंक्शन पर फंसे यात्रियों से बातचीत की और उनकी परेशानियों के बारे में जानकारी ली. उनके साथ विधायक नैनी राजेंद्र रेड्डी, कव्वमपल्ली सत्यनारायण और हनुमाकोंडा कलेक्टर प्रवीण्य समेत कई और अधिकारी भी थे. मंत्री ने यात्रियों को आश्वासन दिया कि बाढ़ का पानी कम होते ही रेलवे ट्रैक बहाल कर दिया जाएगा और ट्रेन सेवाएं फिर से शुरू हो जाएंगी.

AAP विधायक अमानतुल्लाह खान के घर में ईडी की रेड,कहा ED के लोग मुझे गिरफ्तार करने पहुंचे हैं'

आम आदमी पार्टी के दिल्ली के ओखला से विधायक अमानतुल्लाह खान के घर सोमवार सुबह तड़के ईडी की रेड पड़ी है. विधायक अमानतुल्लाह खान के आवास पर लिए गए ईडी के इस एक्शन की जानकारी उन्होंने खुद दी और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर लिखा, “मेरे घर अभी ED के लोग मुझे गिरफ्तार करने के लिए पहुंचे हैं

मेरी सास का ऑपरेशन हुआ है”

जिस वक्त अमानतुल्लाह खान के घर ईडी ने दस्तक दी, उस समय का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें ईडी ऑफिसर उनके घर के दरवाजे के बाहर खड़े हैं और अमानतुल्लाह खान उन से कह रहे हैं, ” मैंने आपसे चार दिन का समय मांगा था, मेरी सास का अभी तीन दिन पहले ऑपरेशन हुआ है और आप मुझे अरेस्ट करने के लिए आ गए”. ऑफिसर ने कहा, “आपने यह कैसे मान लिया कि हम आपको अरेस्ट करने आए हैं”.

घर में खर्च के लिए पैसे नहीं”

अमानतुल्लाह खान ने आगे कहा, अगर आप अरेस्ट करने नहीं आए हैं तो क्यों आए हैं. अमानतुल्लाह की पत्नी ने कहा, तीन कमरों के घर में किस चीज का सर्च है? विधायक ने कहा, बताओ किस चीज का सर्च है, मेरे घर में खर्चे के लिए पैसे नहीं है. अमानतुल्लाह खान की पत्नी ने कहा, उनकी मां को कैंसर है और उनका ऑपरेशन हुआ है, उन्होंने आगे कहा, अगर मेरी मां को कुछ भी हुआ तो मैं आपको कोर्ट लेकर जाऊंगी.

अमानतुल्लाह खान ने वीडियो किया जारी

अमानतुल्लाह खान ने कहा, इस वक्त सुबह के 7 बजे है और ईडी वाले मेरे घर पर सर्च वारंट के नाम पर मुझे अरेस्ट करने के लिए आए हैं, मेरी सास को कैंसर हैं, अभी चार दिन पहले उनका ऑपरेशन हुआ है, वो भी मेरे घर पर हैं और मैंने इनको लिखा भी था. उन्होंने कहा, हर नोटिस का जवाब मैंने इनको दिया है, सर्च वारंट के नाम पर इनका मकसद सिर्फ मुझे गिरफ्तार करना है, हमारे कामों को रोकना है.

अमानतुल्लाह खान ने आगे कहा, पिछले 2 साल से लगातार यह लोग मुझे परेशान कर रहे हैं, फर्जी मुकदमा लगा रहे हैं, आए दिन कोई परेशानी खड़ी कर रहे हैं. उन्होंने कहा, मुझे ही नहीं पूरी पार्टी को यह परेशान कर रहे हैं, अभी मुख्यमंत्री जेल में हैं, पूर्व उप मुख्यमंत्री जेल से आए हैं और सत्येंद्र जैन जेल में हैं और अब मुझे गिरफ्तार करने चाहते हैं. सिर्फ इनका मकसद है हम लोगों को तोड़ना और हमारी पार्टी को तोड़ना.

“2016 का एक फर्जी मुकदमा है”

उन्होंने कहा, हम लोग इन लोगों से डरने वाले नहीं हैं. जेल भेजेंगे तो हम जेल जाने के लिए तैयार हैं, मुझे कोर्ट से उम्मीद है कि हमें इंसाफ मिलेगा. 2016 का एक फर्जी मुकदमा है, जिसकी जांच ACB, CBI और ED कर रही है, CBI कह चुकी है कि मामले में कुछ लेन-देन नहीं है, इनका मकसद मुझे गिरफ्तार करना और हमारी पार्टी को तोड़ना है, लेकिन हम टूटेंगे नहीं, कोर्ट पर पूरा यकीन है.

बीजेपी प्रवक्ता ने की टिप्पणी

अमानतुल्लाह खान के रेड के दावे पर दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर का बयान सामने आया है. उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा, जो बोयेगा वही काटेगा, काश आपने यह याद रखा होता.

वक्फ बोर्ड को लेकर पहले भी हुई पूछताछ

अमानतुल्लाह खान दिल्ली वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष रहे चुके हैं, उन पर दिल्ली वक्फ बोर्ड में 32 अवैध नियुक्ति करने का आरोप लगा है. साथ ही उन पर आरोप है कि उन्होंने बोर्ड की कई संपत्तियों को अवैध तरीके से किराए पर दिया. सितंबर 2022 में एसीबी ने भी अमानतुल्लाह खान से पूछताछ की थी. इसके बाद रेड में 24 लाख रुपये और हथियार बरामद होने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था. हालांकि, 28 दिसंबर 2022 को उन्हें जमानत मिल गई थी.

हरियाणा चरखी दादरी की घटना को लेकर राहुल गांधी ने बीजेपी पर किया हमला,जाने क्या कहा

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हरियाणा की चरखी दादरी की घटना को लेकर बीजेपी पर तीखा हमला बोला है. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि नफरत को राजनीतिक हथियार बनाकर सत्ता की सीढ़ी चढ़ने वाले देशभर में लगातार भय का राज स्थापित कर रहे हैं. बीजेपी सरकार में उपद्रवियों को खुली छूट मिली हुई है इसलिए उनके भीतर ऐसा कर पाने का साहस पैदा हो गया है.

पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने रविवार शाम को सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि देश में अल्पसंख्यकों खास कर मुसलमानों पर लगातार हमले हो रहे हैं. सरकारी तंत्र मूक दर्शक बना देख रहा है. ऐसे अराजक तत्वों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई कर कानून का राज कायम किया जाना चाहिए.

भीड़ की शक्ल में छिपे कुछ नफरती तत्व फैला रहे हिंसा’

उन्होंने कहा कि भीड़ की शक्ल में छिपे हुए कुछ नफरती तत्व कानून के राज को चुनौती देते हुए खुलेआम हिंसा फैला रहे हैं. भारत की सांप्रदायिक एकता और भारतवासियों के अधिकारों पर किसी भी तरह का हमला संविधान पर हमला है जो हम बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेंगे. बीजेपी कितनी भी कोशिश कर ले, नफरत के खिलाफ भारत जोड़ने की इस ऐतिहासिक लड़ाई को हम हर हाल में जीतेंगे.

27 अगस्त की घटना, वीडियो अब सामने आया

हरियाणा के चरखी दादरी जिले के हंसावास खुर्द गांव में 27 अगस्त को एक शख्स की गौ मांस खाने के शक के आधार पर बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. हत्या का आरोप गौ रक्षक दल से जुड़े कुछ लोगों पर लगा है. इस घटना का वीडियो कल यानी शनिवार को सामने आया. जिसमें कुछ लोग लाठी डंडों से दो शख्स की पिटाई करते हुए नजर आ रहे हैं.

विपक्षी पार्टियां बीजेपी पर हमलावर

वीडियो सामने आने के बाद हरियाणा में सियासत गरमा गई. विपक्षी पार्टियां हरियाणा सरकार पर हमलावर हैं और घटना को मॉब लिंचिंग बता रही हैं. दूसरी ओर सीएम सैनी का कहना है कि घटना को मॉब लिंचिंग कहना गलत है. गौ मांस खाने के शक में यह घटना हुई है. जांच चल रही है और पुलिस अपना काम कर रही है. हरियाणा में विधानसभा चुनाव का ऐलान भी हो चुका है. ऐसे में इस तरह की घटना के बाद सुरक्षा को लेकर कई तरह के सवाल भी खड़े हो रहे हैं.

खालिस्तान समर्थकों ने पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या के लिए जिम्मेदार हमलावर को दी श्रद्धांजलि

कनाडा में खालिस्तान समर्थक कट्टरपंथी समूहों का भारत विरोधी प्रदर्शन जारी है. वैंकूवर में साल 1995 में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या के लिए जिम्मेदार हमलावर को श्रद्धांजलि दी गई. वैंकूवर में निकाली गयी झांकियों में हत्या के ग्राफिक चित्रण किया गया. इसमें खून से लथपथ कार और मारे गए सीएम की तस्वीरें भी प्रदर्शित की गयी

झांकी में बेअंत को बम से उड़ाया गया के नारे के पोस्टर भी लगाये गये और इस रैली के दौरान आत्मघाती हमलावर दिलावर सिंह बब्बर को भी श्रद्धांजलि दी गई. पंजाब के पूर्व सीएम बेअंत सिह की 31 अगस्त, 1995 को हत्या कर दी गई थी. इस बार वैंकूवर में उनके हत्यारे को श्रद्धांजलि दी गई.

बता दें कि इसके पहले टोरंटो में इंद्रजीत सिंह गोसल के नेतृत्व में एक रैली निकाली गई थी. उस रैली में भी खालिस्तान जनमत संग्रह के समर्थकों को बब्बर सिंह की “संतान” बताया गया था.

वैंकूवर में खालिस्तान समर्थकों ने किया प्रदर्शन

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सिख फॉर जस्टिस के जनरल काउंसलर और जनमत संग्रह के मुख्य आयोजक गुरपतवंत पन्नून के करीबी सहयोगी गोसल को जान के खतरे के बारे में चेतावनी दी गई थी. कनाडा की पुलिस ने इस बाबत चेतावनी दी थी.

रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस और ओंटारियो प्रांतीय पुलिस ने इसके पहले भी चेतावनी जारी की थी. पिछले साल 18 जून को ब्रिटिश कोलंबिया में हरदीप सिंह निज्जर की सरेआम में हत्या कर दी गई थी. चंडीगढ़ में आत्मघाती बम विस्फोट में 17 लोगों जान चली गयी थी. इस बम विस्फोट की जिम्मेदारी प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल ने ली थी.

9 जून को ग्रेटर टोरंटो एरिया (GTA) के हिस्से ब्रैम्पटन में एक परेड में इंदिरा गांधी के पुतले को उनके अंगरक्षकों द्वारा गोली मारते हुए दिखाया गया था. इस झांकी में पोस्टर शामिल थे, जिसमें कहा गया था कि उनकी सज़ा 31 अक्टूबर, 1984 को दी गई थी, जो उनकी हत्या की तारीख थी.

प्रदर्शन पर कनाडा सरकार ने कही ये बात

यह परेड ऑपरेशन ब्लूस्टार की 40वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित की गई थी, जिसके दौरान भारतीय सेना ने खालिस्तानी चरमपंथियों को खत्म करने के लिए अमृतसर के स्वर्ण मंदिर परिसर में प्रवेश किया था, जिसमें उनके नेता जरनैल सिंह भिंडरावाले भी शामिल थे.

यह झांकी वैंकूवर में भारत के वाणिज्य दूतावास के सामने एक विरोध प्रदर्शन के दौरान इसी तरह के प्रदर्शन के ठीक तीन दिन बाद दिखाई दी. जवाब में, कनाडा के सार्वजनिक सुरक्षा मंत्री, डोमिनिक लेब्लांक ने शुक्रवार को एक्स पर पोस्ट किया कि कनाडा में हिंसा को बढ़ावा देना कभी भी स्वीकार्य नहीं है.

पिछले साल, 4 जून को, gta में एक शहीदी दिवस कार्यक्रम में इसी तरह की झांकी दिखाई गई थी. यह कार्यक्रम इंदिरा गांधी की हत्या के बाद की घटनाओं को दर्शाता है, जिसके कारण दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों में सिख विरोधी दंगे हुए, जिसके परिणामस्वरूप हज़ारों लोग मारे गए और बड़े पैमाने पर लूटपाट हुई थी.

अलगाववादी नेता सैयद सलीम गिलानी ने थामा पीडीपी का दामन,महबूबा मुफ्ती बोलीं- इसके पास कश्मीर के लोगों का विजन है

कश्मीर में विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है. दलों ने कई उम्मीदवारों की घोषणा भी कर दी. सियासत के समीकरण को समझते हुए कई नेताओं का एक पार्टी से दूसरी पार्टी में जाना शुरू कर दिया है.

इसी बीच कश्मीर के अलगाववादी हुर्रियत नेता सैयद सलीम गिलानी ने अपनी राजनीति में एक बड़ा फैसला लिया है.

ठीक विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने रविवार को महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी यानी पीडीपी का दामन थाम लिया है.

अलगाववादी नेता सैयद सलीम गिलानी पीडीपी इससे पहले मीरवाइज उमर फारूक के नेतृत्व वाली ऑल पार्टीज हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के सदस्य थे.

पीडीपी में शामिल होने के बाद सलीम गिलानी ने कहा कि उनका मकसद जम्मू कश्मीर के लोगों की सेवा करना है फिर चाहे वो अलगाववादी नेता के तौर पर करें या फिर मुख्यधारा की राजनीति में आकर करें. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जिन कश्मीर के लोगों के मुद्दों के लिए वो अलगाववादी नेता के तौर पर लड़ रहे हैं,

वहीं मुद्दे इस समय मुख्यधारा की राजनीति में हावी हैं. इसलिए उन्होंने मुख्यधारा की राजनीति में आने का फैसला किया है.

गिलानी के शामिल होने पर क्या बोलीं मुफ्ती?

अलगाववादी नेता सलीम गिलानी के शामिल होने पर महबूबा मुफ्ती ने कहा कि उनके पास पहले से ही एक विजन है. पीडीपी सत्ता के लिए चुनाव नहीं लड़ रही है, बल्कि जम्मू कश्मीर के लोगों की पीड़ा को दूर करने के लिए लड़ रही है.

सैयद सलीम गिलानी वो नेता हैं, जिनके पास जिनके पास कश्मीर के लोगों के लिए एक विजन है. माना जा रहा है कि सलीम के पार्टी ज्वाइन करने से कहीं न कहीं पीडीपी की ताकत जरूर बढ़ेगी. सलीम गिलानी के साथ-साथ कश्मीर के कई और बड़े नेताओं ने भी मुफ्ती की पार्टी का दामन थामा है.

भाजपा पर भी जमकर निशाना साधा

पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने सभी नेताओं को पार्टी में ज्वाइन होने पर कहा, “हम क्या कह सकते हैं? आपको याद होगा कि मेरे निर्वाचन क्षेत्र में भी जब मैंने चुनाव लड़ा था, तो उन्होंने बिना किसी कारण के तारीख बदल दी थी, इसलिए उनके पास भाजपा का अपना हिसाब है और उसी के अनुसार वे चुनाव की तारीख तय करते हैं. सब कुछ भाजपा और उनकी प्रॉक्सी पार्टियों के लिए काम करता है. मुझे खुशी है कि यहां सभी अधिकारी स्थानीय हैं. मुझे उम्मीद है कि सभी कर्मचारी, जो भी चुनाव प्रक्रिया से जुड़े हैं, वे स्वतंत्र निष्पक्ष चुनाव कराने में अपनी भूमिका निभाएंगे”

कोलकाता मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर की मौत: सीबीआई जांच के 19 दिन बाद भी बना हुआ है रहस्य

नौ अगस्त की सुबह कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्टिल में ट्रेनी डॉक्टर का सेमिनार हॉल में शव मिला था. कोलकाता पुलिस ने रेप-मर्डर के आरोप में सिविक वॉलेंटियर संजय रॉय को वारदात के दूसरे दिन बाद ही गिरफ्तार कर लिया. ट्रेनी डॉक्टर की रेप और मर्डर मामले की न्याय की मांग को लेकर पूरे देश में प्रदर्शन हुआ. कलकत्ता हाईकोर्ट में मामला दायर किया गया तो सीबीआई जांच के आदेश दिये गये. वारदात के 5 दिनों के बाद से सीबीआई ने मामले की जांच शुरू की.

सीबीआई जांच शुरू हुए 19 दिन बीत चुके हैं, लेकिन ट्रेनी डॉक्टर की मर्डर का रहस्य अभी तक रहस्य ही बना हुआ है. संजय रॉय के अतिरिक्त न किसी शख्स की कोई गिरफ्तारी हुई और न ही सीबीआई ने इस मामले की प्रगति को लेकर कोई बयान ही दिया है.

हालांकि इस मामले में मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से 16 अगस्त से लगातार पूछताछ हो रही है. कभी 10 घंटे, कभी 11 घंटे, कभी 12 घंटे सीबीआई ने संदीप घोष से पूछताछ की. संदीप घोष, आरोपी संजय रॉय सहित कुल 10 लोगों का पॉलीग्राफ टेस्ट किया गया.

संदीप घोष सहित उनके करीबियों के 15 ठिकानों पर सीबीआई ने आरजी कर भ्रष्टाचार मामले में छापेमारी की. छापेमारी के बाद सीबीआई के अधिकारी ने कहा था कि बहुत कुछ मिला है, लेकिन छापेमारी के भी करीब एक हफ्ते बीत चुके हैं. अभी तक सीबीआई का कोई बयान नहीं आया. अब भ्रष्टाचार मामले की जांच ईडी ने भी शुरू की है और मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच शुरू की है.

संदीप घोष से 15 दिन तक पूछताछ

चाहे रेप केस हो या आरजी कर में भ्रष्टाचार का मामला संदीप घोष की भूमिका पर सवाल उठाया गया है. पहले मामले में, एक प्रशासक के रूप में घटना की जिम्मेदारी उन पर आई. दूसरे मामले में उन पर सीधे आरोप हैं. संदीप घोष के पूर्व सहयोगी और आरजी कर के पूर्व उपाधीक्षक अख्तर अली ने अदालत को बताया कि संदीप घोष मेडिकल ऑर्गेनिक कचरा भ्रष्टाचार, सरकारी धन का गबन, विक्रेताओं के चयन में भाई-भतीजावाद, कानून तोड़कर ठेकेदारों की नियुक्ति के अलावा कई वित्तीय अनियमितताएं शामिल हैं. सीबीआई उनसे 15 दिनों तक हर दिन पूछताछ की.

सीबीआई जांच के 19 दिन हुए पूरे

उधर, डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या की जांच सीबीआई को सौंपे हुए रविवार को 19 दिन हो गए हैं. 13 अगस्त को कलकत्ता हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश टीएस शिवज्ञानम की डिवीजन बेंच ने मामले की जांच सीबीआई को सौंपने का आदेश दिया. 14 अगस्त को सीबीआई ने मामले की जांच शुरू की. दिल्ली से एक विशेष टीम ने कोलकाता जाकर जांच शुरू की.

9 दिन बीत जाने के बावजूद भी सीबीआई ने मामले की जांच के बारे में सार्वजनिक रूप से कुछ भी घोषित नहीं किया है. जांचकर्ताओं ने मामले से जुड़े कई लोगों से पूछताछ की है. लेकिन इन 19 दिनों में सीबीआई ने किसी नये को गिरफ्तार नहीं किया है. गिरफ्तार सिविक वालंटियर को हिरासत में लेकर पूछताछ की गयी.

संजय रॉय सहित 10 का हुआ पॉलीग्राफ टेस्ट

फिलहाल, संजय रॉय अदालत के आदेश पर प्रेसीडेंसी जेलहिरासत में है. वहां उसका पॉलीग्राफ टेस्ट भी हुआ. जांचकर्ताओं द्वारा कुल 10 लोगों का परीक्षण किया गया, लेकिन सीबीआई यह नहीं बताया कि पॉलीग्राफ़ टेस्ट से उन्हें क्या पता चला. इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने अपनी पहल पर मामले की सुनवाई की.

मामले में जांच की प्रगति पर सीबीआई से ‘स्टेटस रिपोर्ट’ मांगी. सीबीआई ने वह रिपोर्ट भी लिफाफे में जमा कर दी है. लेकिन इसमें क्या है, इसका खुलासा होना अभी बाकी है.

जानें कहां अटका है मामला

सीबीआी जांच के 19 दिन हो गये हैं, लेकिन इस मामले में अभी तक कोई बड़ा खुलासा नहीं हुआ हेै. सीबीआई केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला द्वारा उपलब्ध कराई गई डीएनए रिपोर्ट के आधार पर अंतिम निर्णय लेने के लिए तैयार नहीं है.

13 अगस्त को सीएफएसएल कोलकाता में कलकत्ता पुलिस द्वारा डीएनए रिपोर्ट के लिए नमूना प्रस्तुत किया गया. नमूनों में मृतका के प्राइवेट पार्ट से बरामद नमूने, नाखूनों से त्वचा और बालों के नमूने, घटनास्थल पर पाए गए बालों के नमूने शामिल हैं. साथ ही मृतका के कपड़े, कंबल, चादरें नमूने के तौर पर जमा कर लिए गए.

सीएफएसएल रिपोर्ट पर घमासान

मुख्य आरोपी संजय रॉय के खून के नमूने, उस रात पहने गए उसके कपड़े नमूने के तौर पर जमा किए गए. कोलकाता पुलिस की ओर से अतिरिक्त पुलिस आयुक्त स्तर के एक अधिकारी द्वारा अनुरोध पत्र दिया गया था. सीएफएसएल अथॉरिटी ने शुरुआत में रिपोर्ट तैयार करने के लिए 10 दिन का समय मांगा.

लेकिन कोलकाता पुलिस के अनुरोध पर सीएफएसएल 6 दिन में रिपोर्ट देने को तैयार हो गई, लेकिन कोर्ट के आदेश पर जैसे ही सीबीआई ने जांच का जिम्मा संभाला, उसी दिन उलझनें पैदा हो गईं कि सीएफएसएल कौन सी जांच एजेंसी रिपोर्ट सौंपेगी, चूंकि कोलकाता पुलिस ने जांच नहीं कर रही है, इसलिए उन्होंने सीएफएसएल से संपर्क नहीं किया, इसलिए रिपोर्ट सीएफएसएल अधिकारियों के पास ही रह गई.

आखिरकार 26 अगस्त को कोर्ट की अनुमति से सीबीआई ने डीएनए रिपोर्ट इकट्ठा की. सीबीआई इस रिपोर्ट पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहती थी. सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई ने जांच का जिम्मा संभालने के बाद कुछ सैंपल सीएफएसएल को भी सौंपे थे. उस नमूने की रिपोर्ट अभी तक तैयार नहीं की गई है.

एम्स से सीएफएसएल रिपोर्ट की होगी जांच

सूत्रों के अनुसार कोलकाता पुलिस द्वारा प्रस्तुत नमूनों के आधार पर तैयार की गई रिपोर्ट के अनुसार, संजय रॉय का डीएनए मृतका के प्राइवेट पार्ट से मिले स्वैब से मेल खाता है. संजय रॉय के शरीर पर लगी चोटों से लिए गए सैंपल का मिलान मृतका के नाखूनों से मिले सैंपल से किया गया. मौका-ए-वारदात पर मिले बालों से मैच संजय के डीएनए से कराया गया. मृतका के लार के नमूने में भी संजय का डीएनए पाया गया. सीएफएसएल रिपोर्ट में किसी दूसरे व्यक्ति के अस्तित्व का जिक्र नहीं है.

सीएफएसएलकी इस रिपोर्ट को समीक्षा के लिए एम्स विशेषज्ञों के पास भेजा गया है.सूत्रों के मुताबिक, जब तक सीबीआई द्वारा भेजे गए सैंपल की रिपोर्ट नहीं आ जाती, तब तक सीबीआई कोई भी फैसला लेने को तैयार नहीं है.

5 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई

सूत्रों ने बताया कि रिपोर्ट आने के बाद परिस्थितिजन्य साक्ष्यों का मिलान करने के बाद सीबीआई आगे की कार्रवाई करेगी. 5 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई से पहले सीबीआई को रिपोर्ट मिलने की उम्मीद है. उसके बाद इस रहस्य के सिरे का संकेत मिल सकेगा. अब यह देखना अहम होगा कि पांच सितंबर को सीबीआई सुप्रीम कोर्ट में क्या रिपोर्ट सौंपती है.

इंडिगो फ्लाइट को बम की धमकी, नागपुर में इमरजेंसी लैंडिंग,सभी यात्री सुरक्षित

मध्य-प्रदेश के जबलपुर से हैदराबाद जा रही इंडिगो की एक फ्लाइट को रविवार को बम की धमकी मिली. यह धमकी कैसे दी गई. इसकी जानकारी नहीं हैं लेकिन इसके बाद फ्लाइट को डायवर्ट कर लिया गया.

इसके बाद सभी यात्रियों को फ्लाइट से उतारा गया. फ्लाइट की लैंडिंग नागपुर में कराई गई. इसके बाद सभी जरूरी सुरक्षा जांच की गई. राहत की बात यह है कि फ्लाइट में सफर कर रहे सभी यात्री सुरक्षित हैं.

पिछले कुछ दिनों से एयरपोर्ट और हॉस्पिटल को बम से उड़ाने की झूठी धमकियां मिलने की घटनाएं कुछ ज्यादा ही बढ़ गई हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक इससे पहले 18 जून को जयपुर, चेन्नई और वाराणसी समेत 41 एयरपोर्ट को ईमेल के जरिए बम से उड़ाने की धमकी मिली. इसके बाद कई घंटों तक जांच की गई. लेकिन सभी धमकियां झूठी निकलीं. बम की झूठी धमकियां और मैसेज फ्लाइट के शेड्यूल को बाधित करते हैं और सभी यात्रियों, उनके सामान और पूरी फ्लाइट को चेक करना जरूरी हो जाता है.

पहले भी मिली थी धमकी

अभी 22 अगस्त को ही मुंबई से आ रही एयर इंडिया की फ्लाइट में बम की धमकी मिलने के बाद तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे पर फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई थी. फ्लाइट को सुबह करीब 8 बजे एयरपोर्ट पर उतारा गया और उसे एक आइसोलेशन बे में ले जाया गया. इसके बाद यात्रियों को 9 बजे करीब सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था. उस वक्त भी फ्लाइट में 135 यात्री सवार थे. 17 जून को अधिकारियों ने एक 13 साल के लड़के को दिल्ली एयरपोर्ट पर एक ईमेल भेजने के आरोप में हिरासत में लिया था, जिसमें झूठा दावा किया गया था कि दुबई जाने वाली फ्लाइट में बम रखा गया है.

60 अस्पतालों को भी मिली

ईमेल मिलने के बाद एयरपोर्ट पर इमरजेंसी घोषित कर दी थी. इसके साथ ही दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट को भी हाई अलर्ट पर रखा गया था. एयरपोर्ट या फ्लाइट ही नहीं बम रखने की धमकी मुंबई के करीब 60 हॉस्पिटलों को भी फर्जी ईमेल के जरिए दी गई है. मुंबई पुलिस ने कहा था कि इसमें प्राइवेट और सरकारी दोनों अस्पताल शामिल थे और सभी ईमेल वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क का इस्तेमाल करके हॉस्पिटल के पब्लिक मेल आईडी पर भेजे गए थे.