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मणिपुर में हिंसा जारी, बीजेपी नेता के घर पर हमला

मणिपुर में दंगो की आग अभी तक शांत नही हुई है. बीजेपी नेता माइकल लामजाथनांग घर को एक बार फिर से अज्ञात हमालवरों ने हमला किया. बीजेपी नेता के माता पिता के घर के साथ ही बदमाशों ने एक गाड़ी को भी आग के हवाले कर दिया. इस मामले पर पुलिस ने बताया कि 20 से ज्यादा बदमाशों ने इस घटना को अंजाम दिया है. इस मामले पर सीएम एन बीरेन सिंह ने एक्स पर एक पोस्ट भी किया.

उन्होंने कहा, ‘माइकल लामजाथांग के माता-पिता के घर पर आज तीसरी बार आगजनी हुई है. मैं इस की घटना की कड़ी निंदा करता हूँ. शांति रैलियों की आड़ में हमारे लोगों को बार-बार निशाना बनाना, ये एक बेहद परेशान करने वाली प्रवृत्ति है. उकसावे की ऐसी हरकतें बर्दाश्त नहीं की जाएंगी.

मुख्यमंत्री ने आगे लिखा कि हम सुनिश्चित करेंगे कि जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाए. इसके अलावा, संभावित खतरों की पहले से चेतावनी के बावजूद पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करने में विफल रहने वाले अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए.’ माना जा रहा मुख्यमंत्री के इस एक्स पर पोस्ट से पुलिस ज्यादा हरकत में आएगी. इससे पहले भी भाजपा प्रवक्ता पर के घर पर हमले हो चुके हैं, हालांकि उन जांच में अभी तक पुलिस को बड़ा सुराग नहीं मिला है.

क्यों हुआ हमला?

चुराचांदपुर जिले के पेनियल गांव में लामजाथांग के घर पर पिछले हफ्ते भी एक बड़ा हमला किया गया था. उस समय 30 से ज्यादा हथियारबंद लोगों ने इनके इस गांव वाले पर कई राउंड फायरिंग की थी. इसके साथ ही घर से जुड़ी संपत्तियों के कुछ हिस्सों में आग लगा दी. ये हमला इसलिए किया गया था क्यों कि लामजाथांग ने कुकी वर्चस्व और उसके एजेंडे पर एक टीवी डिबेट में कुछ बोला था. इस चर्चा के बाद के कुछ घंटों बाद ही उनके घर पर हमला हुआ था

दिल्ली के भारत मंडपम में जिला न्यायपालिका के राष्ट्रीय सम्मेलन का हुआ आयोजन,डीवाई चंद्रचूड़ ने अहम चीजों पर डाली रोशनी

सुप्रीम कोर्ट के 75 वर्ष पूरे होने के मौके पर जिला न्यायपालिका के राष्ट्रीय सम्मेलन में चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा, केरल न्यायपालिका में 72 प्रतिशत न्यायिक अधिकारी महिलाएं हैं. उन्होंने कहा, केरल आशाजनक तस्वीर पेश करता है.

दिल्ली के भारत मंडपम में शनिवार को इस कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया. डीवाई चंद्रचूड़ इस सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे हैं, साथ ही इस सम्मेलन में कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल भी शामिल हुए.

महिलाओं की बढ़ रही संख्या

सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा, पिछले कुछ वर्षों में जिला अदालतों में महिलाओं की संख्या बढ़ रही है, केरल इसमें सबसे आगे रहा है, जहां 72 प्रतिशत न्यायाधीश महिलाएं हैं. महिलाओं की न्यायपालिका में बढ़ती भागीदारी को सीजेआई ने भविष्य की एक आशाजनक न्यायपालिका की तस्वीर करार दिया.

उन्होंने कहा, साल 2023 में राजस्थान में सिविल जजों की कुल भर्ती में 58% महिलाएं थीं. राजधानी दिल्ली में नियुक्त न्यायिक अधिकारियों में 66% महिलाएं थीं, उत्तर प्रदेश में साल 2022 में सिविल जज (जूनियर डिवीजन) के लिए नियुक्तियों में 54% महिलाएं थीं, केरल में न्यायिक अधिकारियों की कुल संख्या में से 72% है.

CJI ने बताया कैसे न्यायिक ढांचा होगा मजबूत

सीजेआई ने कहा कि ग्रामीण अदालत की एक युवा महिला जिला न्यायाधीश ने हाल ही में उनसे अपने अनुभव साझा किए, महिला जज ने सीजेआई को बताया कि बार के बाकी सारे जज को जितना सम्मान दिया जाता हैं उतना युवा महिला जज को नहीं दिया जाता. इस बात को सामने रखते हुए सीजेआई ने कहा, ऐसा लगता है कि महिला जज को जो सम्मान नहीं दिया जा रहा है उसकी वजह उनकी उम्र और जेंडर है, जोकि गलत है. ऐसे उदाहरण निराशाजनक हो सकते हैं. ऐसे समय में अपने युवा सहयोगियों को आपको समर्थन करना चाहिए जोकि न्यायिक संस्थान के ढांचे को मजबूत करेगा.

जिला अदालत काफी अहम

जिला अदालतों की जिम्मेदारी पर सीजेआई ने कहा कि कई नागरिक वकीलों का खर्च उठाने में असमर्थ हैं. उनमें वैधानिक अधिकारों के बारे में जागरूकता की कमी है और अदालतों तक पहुंचने में उन्हें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता हैं. ऐसे में जिला अदालत के न्यायधीश इन लोगों की मदद करते हैं, इनके अधिकारों की रक्षा करते हैं. सीजेआई ने कहा, हमारे काम की कामयाबी इसी में है कि नागरिक क्या सोचते हैं, वहीं तय करते हैं कि उन्हें हम पर भरोसा है या नहीं और समाज के प्रति हमारी अपनी जवाबदेही की यहीं परीक्षा होती है.

सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा, जिला न्यायपालिका को एक जबरदस्त जिम्मेदारी निभाने के लिए गठित किया गया था और इसे ‘न्यायपालिका की रीढ़’ माना जाता है. साथ ही उन्होंने जोर दिया कि जिला न्यायपालिका का काफी महत्व है और इन्हें सुबोर्डिनटे जूडिशीएरी (Subordinate Judiciary) नहीं कहा जाना चाहिए.

जिला अदालत कानून का बुनियादी ढांचा

सीजेआई ने न्यायपालिका के महत्व को सामने रखते हुए कहा, जिला अदालत कानून के बुनियादी ढांचे के विकास की देखरेख करते हैं, वे अपने काम के दौरान पैरालीगल, कानूनी सहायता समितियों और लोक अदालतों के साथ काम करते हैं. सीजेआई ने जिला अदालतों के जजों से कहा कि युवा वकील, जो सीधे यूनिवर्सिटी से कोर्ट में आते हैं और अपने सफर की शुरुआत करते हैं उन्हें जिला अदालतों के जज गाइड करें.

सोशल मीडिया पर किडनी क्यों बेचा रहे है लोग,फेसबुक ने उठाया ये बड़ा कदम

म्यांमार में आलम यह है कि लोग खुद की किडनी (Kidney) तक बेचने को मजबूर हैं. किडनी बेचने के लिए वे सोशल मीडिया का सहारा ले रहे हैं. 'सीएनएन' की रिपोर्ट के मुताबिक, म्यांमार के लोग सोशल मीडिया पर किडनी बेचने से जुड़े पोस्ट कर रहे हैं. पोस्ट में वे ब्लड ग्रुप तक बता रहे हैं और खरीदारों से मैसेज की अपील कर रहे हैं. कुछ लोगों ने तो इस तरह के मैसेज भी किए जिनमें कहा गया, "मेरा ब्लड टाइप O है, प्लीज DM (डायरेक्ट मैसेज) करें."

मीडिया रिपोर्ट के जरिए किडनी की पेशकश करने वाले कई लोगों का पता चला है. खबर के मुताबिक, म्यांमार के तीन लोगों ने हाल ही में एक फेसबुक ग्रुप पर अंग बेचने की पेशकश की और इस बारे में उन्होंने अंग व्यापार में शामिल करीब दो दर्जन लोगों से भी बात की. किडनी डोनर से बात करने वाले ये लोग खरीदार और एजेंट बताए जा रहे हैं.

फेसबुक ने बड़ा कदम उठाते हुए इस उस ग्रुप को हटा दिया है जिसको अंग बेचने की पेशकश की गई थी. फेसबुक की ओर से कहा गया कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ऐसी सामग्री की अनुमति नहीं देता जिसमें मानव शरीर के अंगों को खरीदा या बेचा जाए. इसके साथ ही फेसबुक ने इसे नियमों का उल्लंघन बताते हुए सख्त कदम उठाने की बात कही है.

हुआ बड़ा खुलासा

जानकारी दी गई कि इस ऑनलाइन अंग व्यापार ग्रुप में विक्रेता, बिचौलियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. बिचौलियों के भी इसमें काफी एक्टिव होने की बात कही जा रही है. बिचौलियों का काम डोनर को रिसीवर से मिलाना है और उसके बाद इस पूरे प्रोसेस के जरूरी डॉक्यूमेंटस बनाने के साथ ही सर्जरी की व्यवस्था करना भी बताया गया.

अली अब्बास जफर की यशराज फिल्म्स के साथ वापसी

सलमान खान, कटरीना कैफ, रणवीर सिंह जैसे और भी कई बड़े स्टार के साथ सुपरहिट फिल्में देने वाले फेमस फिल्ममेकर अली अब्बास जफर एक बार फिर यशराज फिल्म के साथ वापसी करने जा रहे हैं.

अली ने इसी प्रोडक्शन हाउस से अपनी पहली चार फिल्मों का डायरेक्शन किया था, जिसमें से सबसे पहली फिल्म 2011 में आई थी.

सोर्स के मुताबिक, अली अब्बास यशराज फिल्म के साथ कोलैबोरेशन करने के साथ ही 1, 2 नहीं बल्कि कई फिल्में करने वाले हैं. इस कोलैबोरेशन का लोगों को बेसब्री से इंतजार है. YRF के बैनर तले अली अब्बास ने कई हिट फिल्में दी हैं, जिसमें से सबसे पहली फिल्म साल 2011 में आई ‘मेरे ब्रदर की दुल्हन’ थी, जो कि रोमांटिक-कॉमेडी थी. इस फिल्म में कटरीना कैफ, इमरान खान और अली जफर लीड रोल में थे. ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट रही.

‘मेरे ब्रदर की दुल्हन’ से की शुरुआत

‘मेरे ब्रदर की दुल्हन’ की सक्सेस के बाद ही उन्होंने अपने दूसरे प्रोजेक्ट में हाथ लगाया जो कि ‘गुंडे’ थी. ये एक एक्शन फिल्म थी, जो कि साल 2014 में आई थी. इस फिल्म में रणवीर सिंह, अर्जुन कपूर, इरफान खान और प्रियंका चोपड़ा शामिल थे. ‘गुंडे’ भी एक सक्सेसफुल फिल्म साबित हुई. दो फिल्मों के लगातार हिट होने के बाद अली ने YRF के साथ मिल बड़ी ब्लॉकबस्टर फिल्में दी हैं. अली के डायरेक्शन में ही फिल्म ‘सुल्तान’ आई, जिसकी सक्सेस से हर कोई वाकिफ है. सलमान खान और अनुष्का शर्मा के लीड रोल के साथ इस रेस्लिंग ड्रामा को ऑडियंस ने काफी पसंद किया. फिल्म के साथ ही साथ इसके गाने भी हिट थे. ये फिल्म 2016 में आई थी, ये फिल्म YRF स्टूडियो की सबसे बड़ी फिल्म साबित हुई. इसने दुनियाभर से 600 करोड़ से ज़्यादा की कमाई की थीं

YRF के बैनर के बाहर बनी ‘भारत’

बड़ी ब्लॉकबस्टर फिल्मों के साथ ही अली ने YRF की सबसे पॉपुलर स्पाई यूनिवर्स फ्रेंचाइजी के दूसरे पार्ट पर काम किया, जिसका नाम ‘टाइगर जिंदा है’ था. इस फिल्म में सलमान और कटरीना कैफ लीड रोल में थे, फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर काफी अच्छी कमाई भी की. ‘टाइगर जिंदा है’, YRF के बैनर के साथ अली की आखिरी फिल्म थी. YRF के बैनर के बाहर अली के डायरेक्शन में बनी पहली फिल्म सलमान खान और कटरीना कैफ स्टारर ‘भारत’ थी, जो कि साल 2019 में आई थी. ये फिल्म यूं जे-क्यू की बनाई साउथ कोरिया की फिल्म ‘ओड टू माई फादर’ पर बनाई गई थी. ये फिल्म भी एक सक्सेसफुल फिल्म थी. ‘भारत’ का प्रोडक्शन सलमान खान फिल्म्स, रील लाइफ प्रोडक्शन और टी-सीरीज के बैनर तले बनी थी.

वेब सीरीज में भी किया है काम

अली ने वेब सीरीज पर भी काम किया है, जो कि ‘तांडव’ थी. साल 2021 में आई इस सीरीज में सैफ अली खान लीड रोल में थे. ‘तांडव’ के कुछ हिस्सों ने एक संगठन को ऑफेंड कर दिया. प्राइम वीडियो ने तुरंत ही उस सीन को सीरीज से हटा दिया और बाद में अली जफर को लोगों से माफी भी मांगनी पड़ी. साल 2022 में उन्होंने नेटफ्लिक्स ड्रामा ‘जोगी’ पर काम किया, जिसमें दिलजीत दोसांज थे. अली ने पिछले साल ही एक एक्शन थ्रिलर भी बनाई, जिसका नाम ‘ब्लडी डैडी’ था, ये फ्रेंच फिल्म ‘Sleepless Nights’ का रीमेक है. इसमें शाहिद कपूर शामिल थे. ‘ब्लडी डैडी’ का प्रोडक्शन जियो ने किया.

प्रोजेक्ट्स का बेसब्री से इंतजार

अली की हालिया फिल्म अक्षय कुमार और टाइगर श्रॉफ स्टारर बड़ी बजट की एक्शन फिल्म ‘बड़े मियां छोटे मियां’ थी, जिसे दर्शकों ने ज्यादा पसंद नहीं किया. ये फिल्म इस साल की शुरुआत में रिलीज हुई थी. अली अब्बास का वापस से YRF के साथ काम करना काफी दिलचस्प साबित होने वाला है.

हालांकि अभी तक ये नहीं पता चला है कि दोनों किस प्रोजेक्ट पर काम करने वाले हैं, लेकिन आने वाली उनकी फिल्मों को देखना काफी मजेदार होने वाला है.

अमेरिका और साउथ कोरिया में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि, भारत में भी सावधानी बरतने की जरूरत"

भारत में एक बार फिर कोविड-19 दस्तक देने वाला है, जिसके संकेत मिलने शुरू हो गए हैं. देश ने 2020-21 तक कोविड महामारी का सामना किया था, जिसके बाद अब एक बार फिर कोविड-19 की आहट सुनाई दे रही है. दरअसल, पूरी दुनिया में अमेरिका से लेकर साउथ कोरिया तक कोविड के केस सामने आने शुरू हो गए हैं.

इसी बीच नोएडा में शिव नाडर यूनिवर्सिटी के वायरोलॉजिस्ट प्रोफेसर दीपक सहगल ने एक न्यूज एजेंसी को बताया, भारत में भी एक बार फिर कोविड-19 दाखिल हो सकता है, जिसके लिए अभी से सावधानी बरतनी शुरू कर देनी चाहिए.

अमेरिका में कोविड केस में बढ़ोतरी

अमेरिका में कोविड केस की तादाद में इजाफा हो रहा है, यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के अनुमान के मुताबिक, देश के 25 राज्यों में कोविड संक्रमण बढ़ रहा है. न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका के अस्पताल में इस समय 4 हजार से ज्यादा लोग भर्ती हैं. साथ ही साउथ कोरिया में भी बड़ी संख्या में कोविड के केस देखे जा रहे हैं.

WHO की रिपोर्ट के मुताबिक 24 जून से 21 जुलाई के बीच 85 देशों में हर हफ्ते SARS-CoV-2 के लिए औसतन 17,358 कोविड टेस्ट किए गए.

भारत में कितने कोविड केस?

भारत में फिलहाल कितने एक्टिव केस सामने आए हैं, इस पर WHO ने रिपोर्ट पेश की है, जिसके मुताबिक, भारत में जून से जुलाई के बीच 908 कोविड के मामले सामने आए, साथ ही इस बीच 2 लोगों की मौत भी दर्ज की गई. प्रोफेसर दीपक सहगल ने बताया, भारत में हालात अन्य देशों की तरह गंभीर नहीं है, लेकिन हमें कोविड-19 के कहर के लिए तैयार रहने की जरूरत है.दीपक सहगल ने कहा, वायरस एक बार फिर से सामने आ रहा है, WHO ने बताया कि दुनिया में इस वायरस से लगभग 26 प्रतिशत मौतें हुई हैं और 11 प्रतिशत की कोविड केस में बढ़ोतरी हुई.

स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट आई सामने

इस बार जिस कोविड का कहर सामने आया है वो KP वेरिएंट से संचालित होता है – जो ओमिक्रॉन से संबंधित है. जनवरी में ओमिक्रॉन पहली बार विश्व स्तर पर पहचाना गया. भारत में, KP.2 का पहली बार दिसंबर 2023 में ओडिशा में पता चला था. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के कोविड डैशबोर्ड से पता चला कि भारत के कई राज्यों में 279 सक्रिय मामले दर्ज किए गए हैं, साथ ही कोविड मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है. असम, नई दिल्ली, गुजरात, कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में कोविड संक्रमण में इजाफा देखा जा रहा है.

स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा ने क्या कहा?

हालांकि, कोविड के एक बार फिर दस्तक देने के बाद भी हालात सामान्य है. स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने जुलाई में संसद में बताया कि देश में हालात सामान्य है और अभी अस्पताल में कोविड केस की बढ़ोतरी नहीं देखी गई है. सहगल ने कहा, “सरकार ने निगरानी बढ़ा दी है. साथ ही देश में आबादी के हिसाब से उचित मात्रा में कोविड-19 के टीके भी मौजूद हैं. सहगल ने कहा, बूस्टर वैक्सीन की खुराक इसमें मदद करेगी.

किसान आंदोलन के खिलाफ दिए गए बयानों को लेकर रॉबर्ट वाड्रा ने कंगना रनौत पर साधा निशाना,कहा संसद में रहने के लायक नहीं

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाद्रा ने किसानों के विरोध प्रदर्शन को लेकर टिप्पणी के लिए बीजेपी सांसद कंगना रनौत पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि कंगना संसद में रहने के लायक नहीं हैं. पत्रकारों से बातचीत में रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि कंगना एक महिला हैं. मैं उनका सम्मान करता हूं. लेकिन मुझे लगता है कि वह संसद में रहने के लायक नहीं हैं.

उन्होंने आगे कहा कि वह (कंगना) शिक्षित नहीं हैं. मुझे लगता है कि वह लोगों के बारे में नहीं सोचतीं. वह सिर्फ अपने बारे में सोचती हैं. उन्हें महिलाओं के बारे में सोचना चाहिए. मेरी अपील है कि पूरा देश एक साथ आए और महिला सुरक्षा के मुद्दे पर आगे बढ़े. रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा है और सभी राजनीतिक दलों को इसके समाधान के लिए एक साथ आना चाहिए.

हिमाचल प्रदेश की मंडी से लोकसभा सांसद कंगना रनौत ने सोमवार को एक इंटरव्यू में कहा था कि किसान आंदोलन में लंबी प्लानिंग थी. इस दौरान भारत में बांग्लादेश जैसी स्थिति पैदा हो सकती थी, लेकिन देश के मजबूत नेतृत्व के कारण ऐसा नहीं हुआ. किसान आंदोलन में प्रदर्शन के नाम पर हिंसा फैलाई गई. कंगना ने कहा कि वहां रेप हो रहे थे, लोगों को मारकर लटकाया जा रहा था.

कंगना के इस बयान को लेकर जमकर बवाल हुआ. कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी सांसदों ने कंगना की इस टिप्पणी पर बीजेपी पर जमकर हमला बोला. किसानों पर टिप्पणी करने के बाद कंगना ने जातीय जनगणना को भी बयान दिया था.

जातीय जनगणना नहीं होनी चाहिए- कंगना

उन्होंने कहा था कि देश में जातीय जनगणना नहीं होनी चाहिए. बीजेपी सांसद के इस बयान से भी मामला गरम हो गया था. पिछले दिनों इन्हीं मुद्दों को लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी. जानकारी के मुताबिक, इस मुलाकात में नड्डा ने कंगना को नीतिगत मुद्दों पर न बोलने की नसीहत दी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज तीन वंदे भारत ट्रेनों को दिखाएंगे हरी झंडी,जानिए रूट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को तीन वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे. ये ट्रेनें उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और कर्नाटक में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देंगी. पीएमओ की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए तीनों वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 अगस्त को दोपहर 12:30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए तीन वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे. अत्याधुनिक वंदे भारत एक्सप्रेस तीन रूटों पर कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगी. ये ट्रेनें उत्तर प्रदेश में मेरठ से लखनऊ, कर्नाटक में मदुरै से बेंगलुरु और तमिलनाडु में चेन्नई से नागरकोइल के बीच चलेंगी.

मेरठ सिटी से उत्तर प्रदेश में लखनऊ तक वंदे भारत से यात्रियों को दोनों शहरों के बीच मौजूदा सबसे तेज ट्रेन की तुलना में करीब 1 घंटे की बचत होगी. इसी तरह, चेन्नई एग्मोर-नागरकोइल वंदे भारत ट्रेन 2 घंटे से कुछ अधिक और मदुरै-बेंगलुरु वंदे भारत ट्रेन लगभग 1 घंटे 30 मिनट में यात्रा पूरी करेंगी.

ये नई वंदे भारत ट्रेनें क्षेत्र के लोगों को तेज गति और आराम के साथ यात्रा करने का विश्वस्तरीय साधन प्रदान करेंगी. वे तीन राज्यों – उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और कर्नाटक में यात्रियों को भी बेहतर सेवाएं देंगी. इन वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों की शुरुआत से नियमित यात्रियों, पेशेवरों, व्यापारियों और छात्र समुदाय की जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी.

नई वंदे भारत ट्रेनें यात्रियों को विश्वस्तरीय अनुभव प्रदान करेंगी. यात्रा का समय कम करेंगी और पर्यटन को बढ़ावा देंगी. इसके उद्घाटन के लिए तीनों स्टेशनों पर बड़ा मंच बनाया गया है. इस अवसर के लिए पूरे स्टेशन को सजाया गया है. साथ ही यहां लोगों के बैठने के लिए कुर्सियों की भी व्यवस्था की गई है ताकि सभी लोग वर्चुअल माध्यम से वंदे भारत ट्रेनों के शुभारंभ के साक्षी बन सकें.

कौन बनेगा करोड़पति 16 का अगला हफ्ता होगा बेहद खास,जाने क्यों

अमिताभ बच्चन के क्विज रियलिटी शो ‘कौन बनेगा करोड़पति 16’ के मंच पर जल्द ही ओलंपिक पदक विजेता मनु भाकर और अमन सहरावत का ग्रैंड वेलकम देखने को मिलने वाला है. जल्द केबीसी के इस खास एपिसोड में हम अमिताभ बच्चन को देश का नाम पूरी दुनिया में ऊंचा करने वाले इन दो सितारों का स्वागत करते हुए देखेंगे. ये खास एपिसोड अगले हफ्ते यानी 5 सितम्बर 2024 को रात 9 बजे ऑन एयर होगा. सोनी टीवी के सोशल मीडिया हैंडल पर भी इस बात की जानकारी दर्शकों के साथ शेयर की गई है.

मनु भाकर और अमन सहरावत की एक वीडियो शेयर करते हुए चैनल के ऑफिशियल हैंडल ने कैप्शन में लिखा है कि पूरे विश्व में विजय का ध्वज फहराने वाले, देश को सम्मान दिलाने वाले, ओलंपिक पदक विजेता मनु भाकर और अमन सहरावत आ रहे हैं केबीसी में! साथ ही इस वीडियो में मनु और अमन के साथ केबीसी 16 के मंच पर होने वाले जश्न की एक झलक दिखाई गई है और इस वीडियो में हम अमिताभ बच्चन को जोश के साथ ‘हिंदुस्तान जिंदाबाद’ कहते हुए भी देख सकते हैं. लेकिन फिलहाल इस एपिसोड के लिए दर्शकों को पूरे एक हफ्ते का इंतजार करना होगा. इस वीडियो को देखने के बाद सोशल मीडिया यूजर एपिसोड के लिए बेहद एक्साइटेड नजर आ रहे हैं. इस वीडियो के नीचे पोस्ट किए ऑडियंस के कमेंट पढ़ने के बाद ऐसा लग रहा है कि ये एपिसोड टीआरपी के सारे रिकार्ड्स तोड़ देगा.

हो चुकी है एपिसोड की शूटिंग

मनु भाकर और अमन सहरावत के साथ ‘कौन बनेगा करोड़पति’ के खास एपिसोड की शूटिंग 29 अगस्त को मुंबई के फिल्मसिटी स्थित केबीसी के सेट पर हुई है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे पैपराजी फुटेज में देखा जा सकता है कि मनु भाकर साड़ी पहनकर हाथ में अपना मेडल लिए कैमरा के लिए पोज कर रही हैं. अमन भी शानदार थ्री पीस सूट पहनकर फॉर्मल लुक में वैनिटी के बाहर पैपराजी के कैमरा के सामने मुस्कुराते हुए खड़े हैं. मेडल जीतने के बाद ये दोनों खिलाड़ी पहली बार किसी रियलिटी शो में शामिल होने जा रहे हैं.

पेरिस ओलंपिक में हुए 57 किलोग्राम फ्रीस्टाइल कुश्ती मुकाबले में अमन सेहरावत ने कांस्य पदक जीता था. इस प्रतियोगिता में उन्होंने प्यूर्टो रिको के डेरियन क्रूज को हराकर ये मेडल अपने नाम किया. दूसरी ओर 22 साल की मनु भाकर ने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल प्रतियोगिता में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर नया इतिहास रचा था.

कौन बनेगा करोड़पति की बात करें, तो हाल ही में इस शो में इंडिया चैलेंजर वीक की शुरुआत हो चुकी है. इस खास मौके पर पहले से मौजूद सेगमेंट में एक नया फॉर्मेट जोड़ा गया है, जिसका नाम है जल्दी 5. इसमें ट्विस्ट यह है कि फास्टेस्ट फिंगर फर्स्ट राउंड के टॉप 2 विनर को एक दूसरे से मुकाबला करने का मौका मिलेगा और इस राउंड का विजेता सीधे अमिताभ बच्चन के सामने हॉट सीट पर बैठने जाएगा.

डीवाई चंद्रचूड़ ने सुप्रीम कोर्ट की निवर्तमान न्यायाधीश हिमा कोहली की जमकर की तारीफ

भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट की निवर्तमान न्यायाधीश हिमा कोहली की जमकर तारीफ की. मुख्य न्यायाधीश ने उन्हें तर्क की आवाज और कानून के शासन के लिए खड़े होने वाला व्यक्ति करार दिया. मुख्य न्यायाधीश ने न्यायाधीश हिमा कोहली की न्यायपूर्ण निर्णय और संवेदनशीलता की क्षमता की सराहना की,

न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने एक विदाई समारोह में बोलते हुए कहा कि न्यायमूर्ति कोहली नवोदित वकीलों, विशेष रूप से महिला अधिवक्ताओं के लिए एक “रोल मॉडल” थीं.

न्यायमूर्ति हिमा कोहली तीन साल से अधिक समय तक शीर्ष अदालत में सेवा देने के बाद 1 सितंबर को सेवानिवृत्त हो रही हैं. उनकी सेवानिवृत्ति के साथ, सुप्रीम कोर्ट में केवल दो महिला न्यायाधीश न्यायमूर्ति बेला एम त्रिवेदी और न्यायमूर्ति बीवी नागरत्ना ही रह जाएंगी.

सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (एससीबीए) के तत्वावधान में जस्टिस कोहली की समारोह का आयोजन शीर्ष अदालत परिसर में किया गया था. इस कार्यक्रम में शीर्ष न्यायालय के न्यायाधीश, वरिष्ठ अधिवक्ता और राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल सहित बार के नेता, दिल्ली और तेलंगाना उच्च न्यायालयों के वकील और न्यायाधीश भी शामिल हुए

सेंट स्टीफंस कॉलेज और कैंपस लॉ सेंटर में उनके बैचमेट रहे सीजेआई चंद्रचूड़ ने कोहली की उपलब्धियों की सराहना की. मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि जस्टिस कोहली तर्क की आवाज रही हैं. वह संवेदनशीलता, कानून के शासन और ठोस न्यायिक निर्णय लेने के लिए खड़ी हैं. वह कई उभरते वकीलों, न्यायाधीशों और कानूनी पेशेवरों के लिए एक आदर्श हैं. उन्होंने पेशे में महिलाओं के सामने आने वाले मुद्दों को मुख्यधारा में लाने के लिए अपनी आवाज का इस्तेमाल किया है.

सीजेआई ने कहा कि वह न केवल एक महिला न्यायाधीश हैं, बल्कि महिलाओं के अधिकारों की एक प्रबल रक्षक भी हैं. 2 सितंबर, 1959 को दिल्ली में जन्मी न्यायमूर्ति कोहली ने सेंट थॉमस स्कूल, नई दिल्ली से शिक्षा प्राप्त की और सेंट स्टीफंस कॉलेज से इतिहास में सम्मान के साथ स्नातक की उपाधि प्राप्त की थी.

दिल्ली उच्च न्यायालय में न्यायाधीश और तेलंगाना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्य करने के बाद उन्हें 31 अगस्त, 2021 को सर्वोच्च न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त किया गया था.

कंगना रनौत के बयान पर बीजेपी नाराज, जेपी नड्डा ने की मुलाकात

किसान आंदोलन के खिलाफ दिए गए बयान के बाद एक्ट्रेस और बीजेपी सांसद कंगना रनौत की मुश्किलें कम नहीं हो रही है. किसान संगठन और विपक्ष उनके इस बयान पर हमलावर है. इसके अलावा उनकी पार्टी ने भी इस पर नाराजगी जताई है.

इस दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने गुरुवार (29 अगस्त) को मंडी सांसद से मुलाकात की थी. जानकारी के अनुसार, कंगना रनौत करीब आधे घंटे तक वहां पर रुकी थी.

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने की कंगना रनौत से मुलाकात

कंगना रनौत से भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने करीब आधे घंटे तक बात की है. इस बातचीत को खुलकर कुछ सामने नहीं आया है. जानकरी के अनुसार, जेपी नड्डा ने कंगना को बिना सोचे समझे कुछ भी बोलने से मना किया है. इसे कंगना के लिए एक रिमांइडर के रूप में देखा रहा है. आने वाले समय में हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में पार्टी कोई भी बड़ा खतरा नहीं उठाना नहीं चाहती है.

कांग्रेस है कंगना पर हमलवार

हाल में ही एक इंटरव्यू में कंगना रनौत ने जाति जनगणना का विरोध जताया था. जिस पर अब कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने निशाना साधा है. उन्होंने कहा, हाल में ही एक इंटरव्यू में कंगना रनौत ने जाति जनगणना का विरोध जताया था. जिस पर अब कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने निशाना साधा है. उन्होंने कहा, 'आज फिर BJP MP कंगना ने कहा कि जातिगत जनगणना बिलकुल नहीं होनी चाहिए.करनी ही क्यों है? क्यों पता करनी हैं जाति? मेरे आस पास जाति जैसा कुछ है नहीं. मैडम आप ठहरीं सवर्ण, अमीर, स्टार, सांसद. आप क्या जानें एक दलित पिछड़ा आदिवासी या गरीब जनरल कास्ट की हालत?'

कंगना ने कही थी ये बात

बता दें कि हाल में ही कंगना रनौत से जाति जनगणना को लेकर सवाल पूछा गया था. जिस पर उन्होंने कहा था, 'मेरी स्थिति वही है जो योगी आदित्यनाथ की है. साथ रहेंगे नेक रहेंगे, बटेंगे कटेंगे.' उन्होंने आगे कहा था, 'जाति जनगणना नहीं होनी चाहिए. हम बॉलीवुड स्टार्स की जाति पूछते हैं या? किसी को कुछ नहीं पता होता है. मेरे आसपास के लोग जाति की परवाह नहीं करते हैं. देश में महिलाओं पर हिंसा बढ़ रही है. हमें इस पर ध्यान देना होगा.