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*लगेगी मेहंदी और पीले होंगे 800 गरीब बेटियों के हाथ*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत जिले में गरीब परिवारों की 800 बेटियों की शादी कराई जाएगी। इसके लिए 14 सितंबर की तिथि तय कर दी गई है। प्रत्येक ब्लॉक में शहनाई बजेगी और गरीब बेटियों के हाथ पीले होंगे। उधर तिथि तय होते ही पात्र जोड़ों का चयन कर शादी संपन्न कराने की तैयारी में समाज कल्याण विभाग सहित ब्लाॅक कार्यालय व नगर निकाय जुट गए हैं। सभी बीडीओ को पात्रों का चयन करने का निर्देश दिया गया। समाज कल्याण विभाग की ओर से 14 सितंबर को होने वाले सामूहिक विवाह में करीब 800 बेटियों की शादी का लक्ष्य बनाया है। समाज कल्याण अधिकारी मीना श्रीवास्तव ने बताया कि 14 सितंबर को सभी ब्लॉकों में सामूहिक विवाह का आयोजन होगा। नगर पंचायत अंतर्गत आने वाले लाभार्थियों की शादी नजदीकी ब्लाॅक कार्यालयों की परिसर में होगी। इसके अलावा औराई, ज्ञानपुर, भदोही, सुरियावां,डीघ और अभोली ब्लॉक के बीडीओ को निर्देश दिया गया है।
*आलू और प्याज के दाम नहीं हो रहे कम , परेशानी*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। बड़े व्यापारियों द्वारा आलू, प्याज समेत अन्य जरूरी खाद्य सामानों की जमकर कालाबाजारी की जा रही है। परिणामस्वरूप जहां सामानों के दामों में आग लगी हुई है। वहीं लोगों का बजट बिगड़ जा रहा है। बाजार में आलू 25 से 30 रुपए किलो तथा प्याज 50 रुपए किलो बिक रहा है। समय रहते सरकार व प्रशासन के संज्ञान नहीं लिया तो आने वाले माह में शादी विवाह का सीजन शुरू होने के बाद आम आदमी की थाली से आलू के गायब होने से इनकार नहीं किया जा सकता। शिकंजा कसने की मांग है।
*दो लाख 95 हजार पशुओं का हुआ टीकाकरण*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। मानसून सीजन में पशुओं को होने वाली गलाघोंटू बीमारी से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। जिले भर में कुल 22 टीमें अलग-अलग क्षेत्र में इस अभियान लगीं हैं। अब तक जिले के दो लाख 95 हजार 552 पशुओं को गलाघोंटू का टीका लगाया जा चुका है। जिले भर में कुल तीन लाख 32 हजार पशुओं के टीकाकरण का लक्ष्य है। जिले में तीन स्थायी और 28 अस्थायी गोशालाओं में करीब आठ हजार गोवंश संरक्षित हैं। इसके अलावा करीब तीन लाख 24 हजार पशु गांवों में पालकों के यहां हैं। बारिश के सीजन में पशुओं में गलाघोंटू बीमारी की समस्या बढ़ जाती है। बारिश के सीजन में निकलने वाले घासों में कई ऐसी होती हैं, जो पशुओं के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होती हैं।घासों में मौजूद अम्लीय तत्वों की वजह से पशुओं को गलाघोंटू की बीमारी हो जाती है। जिससे पशु कमजोर हो जाते हैं। हर साल पशुओं को इससे बचाने के लिए बड़े स्तर पर टीकाकरण किया जाता है। इस साल भी 15 जुलाई से अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत अब तक दो लाख 95 हजार पशुओं को गलाघोंटू का टीका लगाया जा चुका है। अभी तक जिन भी पशुओं को टीका नहीं लग सका है। विभाग उन पशुओं का सर्वे कर पशुपालकों से संपर्क कर पशुओं का टीकाकरण कर रही है।ज्ञानपुर पशु अस्पताल के डॉ. विनोद यादव ने बताया कि गलाघोंटू का नि:शुल्क टीका घर-घर जाकर पशुकर्मी लगा रहे हैं। 22 टीमें गठित कर टीकाकरण किया जा रहा है। यह टीका मवेशियों को साल में एक बार लगाया जाता है। टीका लगाने के बाद पशुुओं में गलाघोंटू नामक बीमारी न
*राजकीय स्कूलों में बनेंगे शौचालय, खर्च होंगे 1.32 करोड़ रुपये*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिले के छह राजकीय हाईस्कूल में 1.32 करोड़ की लागत से मल्टीपरपज शौचालय बनाए जाएंगे। इसमें छह बालक और छह बालिकाओं के लिए शौचालय के साथ यूरिनल बनेगा। माध्यमिक शिक्षा विभाग कार्यदायी संस्था का चयन कर निर्माण की तैयारी में जुट गया है।बालिकाओं को घर के पास हाईस्कूल तक की शिक्षा देने के लिए साल 2009 में 33 पूर्व माध्यमिक विद्यालयों को उच्चीकृत कर हाईस्कूल का दर्जा दिया गया था। एक-एक विद्यालय पर 58-58 लाख की लागत से भवन, शौचालय, लैब, पेयजल की सुविधाएं दी गई थीं। करीब डेढ़ दशक में देखरेख न होने से शौचालय और पेयजल की व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है, जिससे यहां पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को परेशानी होती है।माध्यमिक शिक्षा विभाग की तरफ से कई बार प्रस्ताव भेजा गया, लेकिन स्वीकृति नहीं मिली। 2023-24 में प्रोजेक्ट अलंकार योजना शुरू होने से विद्यालयों में कई मूलभूत सुविधाएं बेहतर की जा रही हैं। पेयजल, शौचालय से लेकर अन्य सुविधाओं को चरणबद्ध तरीके से बढ़ाया जा रहा है।छह राजकीय विद्यालयों में 22 लाख प्रति विद्यालय की दर से 1.32 करोड़ खर्च कर छह-छह शौचालय बनाए जाएंगे। इसमें तीन बालक और तीन बालिकाओं के लिए रहेंगे। इसमें यूरिनल की भी व्यवस्था की गई है। जिला विद्यालय निरीक्षक अंशुमान ने बताया कि परियोजना से 50 फीसदी बजट मिल चुका है। कार्यदायी संस्था चयनित हो गई है। कुछ विद्यालयों में निर्माण भी शुरू हो गया है। उन्होंने बताया कि दो से तीन महीने के अंदर शौचालय का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
*कुत्तों का हमला बढ़ा, एक दिन में 50 ने लगवाया एंटी रेबीज*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। बारिश के सीजन में कुत्तों से लेकर बंदरों तक के हमले बढ़ गए हैं। ब्लॉक क्षेत्र के अलग-अलग गांव में एक सप्ताह के अंदर 150 से अधिक लोग जानवरों के हमले के शिकार हो गए। बुधवार को सीएचसी औराई में 50 महिलाओं, बच्चों और पुरुषों ने एंटी रेबीज इंजेक्शन लगवाए। बारिश में भादों का महीना शुरू होने से कुत्तों में बदलाव शुरू हो जाता है। इससे वह लोगों पर हमला करना शुरू कर देते हैं। ग्रामीण अंचलों में जहां कुत्तों के हमले से लोग परेशान हैं, वहीं औराई चौराहे पर बंदर लोगों को घायल कर रहे हैं। मंगलवार को सुबह से लेकर शाम तक 50 से अधिक लोग सीएचसी औराई पहुंचे और एंटीरेबीज का इंजेक्शन लगवाए। कुत्ते के काटने से अमीरपट्टी निवासी अरुण कुमार (24), उपरौठ निवासी साडो देवी (38), गोरी निवासी विकास यादव (32), औराई निवासी बबलू (22) गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं बिल्ली के काटने से सांवरा निवासी शिवांश (11) और अंश पाल घायल हुए। बंदरों के आतंक से औराई निवासी पन्ना कुमार (52) भी गंभीर रूप से घायल हो गए। ग्रामीणों ने कहा कि ऐसे जानवरों को रोकने के लिए वन विभाग की ओर से कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है।
*जिले में पहली बार होगी स्ट्रॉबेरी की खेती, दो हेक्टेयर लक्ष्य तय*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिले में पहली बार स्ट्रॉबेरी की खेती की जाएगी। एकीकृत बागवानी योजना के तहत किसानों को इसके लिए 40 फीसदी अनुदान भी मिलेगा। पहले साल दो हेक्टेयर में स्ट्रॉबेरी की खेती की जाएगी। विभाग में किसानों की चयन प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। किसानों को प्रथम आवक-प्रथम पावक के आधार पर लाभ मिलेगा।किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं। कई किसानों का परंपरागत खेती को छोड़ कर तकनीकी खेती की ओर रुझान बढ़ा है। अब तक अधिकतर किसान गेंहू और धान की खेती तक सीमित थे। हालांकि अब किसानों में बदलाव आ रहा है। किसान परंपरागत खेती को छोड़कर तकनीकी खेती की ओर बढ़े हैं। अब वे सब्जी सहित विभिन्न प्राकृतिक खेती में अपने हाथ आजमा रहे हैं। इस खेती में किसानों को कम लागत में बेहतर मुनाफा होता है। इस साल जिले में पहली बार स्ट्रॉबेरी की खेती की जाएगी। इसके लिए शासन से किसानों को 40 फीसदी अनुदान भी मिलेगा। एक हेक्टेयर की स्ट्रॉबेरी की खेती में करीब 1.25 लाख रुपये अनुमानित खर्च आते हैं। उद्यान विभाग की ओर से किसानों को लागत का 40 फीसदी अनुदान मिलेगा। किसान स्ट्रॉबेरी की खेती करके एक साल में करीब एक लाख से दो लाख रुपये तक प्रति हेक्टेयर इनकम कमा सकते हैं। शुरुआती दौर में थोड़ी दिक्कत होती है। इसके बाद व्यवस्थाएं दुरुस्त हो जाती हैं। जिला उद्यान अधिकारी ममता सिंह यादव ने बताया कि एकीकृत बागवानी मिशन में सबसे अधिक 125 हेक्टेयर में सब्जी की खेती करने का लक्ष्य निर्धारित है। इसमें कद्दू, नेनुआ, लौकी, करेला, बजर बट्टू, पातगोभी, फूलगोभी, भिंडी, शिमला मिर्च आदि शामिल है। एक हेक्टेयर में सब्जी की खेती करने पर करीब 50 हजार रुपये का खर्च भी है। इसी में दो हेक्टेयर में स्ट्रॉबेरी की खेती की जाएगी। कार्यालय से सत्यापन के बाद ही किसानों का चयन किया जाएगा।
*बेघरों को मिलेगा पीएम आवास, नए सिरे से होगा सर्वे*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। प्रधानमंत्री आवास योजना से वंचित लोगों को आवास मिलने की उम्मीद जगी है। योजना के लिए जिले की 546 ग्राम पंचायतों में फिर से सर्वे का काम शुरू होगा। इसमें पात्र लाभार्थियों के चयन के लिए टीमें लगाई जाएंगी। इसके क्रियान्वयन का आदेश मिलने के बाद सर्वे की तैयारियां शुरू हो गई हैं। मंगलवार को सीडीओ ने सभी बीडीओ को पत्र जारी कर इस प्रक्रिया को शुरू करने के निर्देश दिए।ग्रामीण क्षेत्रों में जरूरतमंद और पात्र लोगों को घर मुहैया कराने के उद्देश्य से करीब एक दशक पूर्व पीएम आवास योजना शुरू की गई थी। इसके तहत बेघरों को पक्की छत उपलब्ध कराई गई थी। साल 2018 में आवास प्लस के तहत हुए सर्वे में चयनित पात्रों को योजना का लाभ दिया गया था। अब शासन ने फिर कुछ बदलावों के साथ योजना के लिए सर्वे कराने के आदेश जारी किए हैं।प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के तहत 2024-25 से 2028-29 के आगामी चरण के लिए योजना का सर्वे किया जाएगा। इसके तहत 2018 की सूची में शामिल पात्र, जिन्हें उस समय आवास नहीं मिला पाया है उन्हें भी इसमें जोड़ा जाएगा। मुख्य विकास अधिकारी डॉ. शिवाकांत द्विवेदी ने कहा कि योजना के तहत पंचायत स्तर पर रजिस्टर बनाए जाएंगे। रजिस्टर को प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण लाभार्थी चयन 2024 का नाम दिया जाएगा। चयन से जुड़े सभी पहलुओं की जानकारी भी दर्ज होगी। इस बार योजना की दो शर्ताें में संशोधन किया गया है। चयन के मानकों को पूरा करने वाला दो पहिया वाहन धारक भी योजना में शामिल हो सकता है, लेकिन किसी एक भी अपात्रता की श्रेणी में आने पर उसका चयन निरस्त हो जाएगा। वहीं, परिवार का कोई सदस्य अगर 15 हजार रुपये प्रति माह कमा रहा हो तो वह अपात्र माने जाएंगे। पिछले सर्वे में 10 हजार रुपये मासिक आय की शर्त रखी गई थी। ये होंगे पात्र - आश्रय विहीन परिवार - बेसहारा अथवा भीख मांग कर जीवन यापन करने वाले लोग - हाथ से मैला ढोने वाले - जनजातीय समूह - वैधानिक रूप से मुक्त कराए गए बंधुआ मजदूर ये नहीं ले सकेंगे योजना का लाभ - मोटर युक्त तिपहिया अथवा चौपहिया वाहन धारक - तिपहिया अथवा चौपहिया कृषि उपकरण धारक - 50 हजार रुपये अथवा इससे अधिक केसीसी कार्ड धारक - ऐसा परिवार जिसमें कोई सदस्य सरकारी कर्मचारी हो - सरकार के पास पंजीकृत गैर - कृषि उद्यम वाले परिवार - ऐसा परिवार जिसका कोई सदस्य 15 हजार रुपये मासिक से अधिक कमाता हो - आयकर देने वाले परिवार - व्यवसाय कर देने वाले परिवार - ऐसे परिवार जिनके पास 2.5 एकड़ या इससे अधिक सिंचित भूमि हो - ऐसे परिवार जिनके पास पांच एकड़ या उससे अधिक असिंचित भूमि हो
*विदेशी सरजमीं पर फहराया संस्कृत का पताका*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। अंतरराष्ट्रीय संस्कृत विद्वान पद्मश्री डॉ कपिलदेव द्विवेदी आज हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी कीर्ति आज भी विद्यमान है। उनकी रचित सैकड़ों रचनाएं आज भी लोगों को संस्कृत वेद का ज्ञान दे रही है। वेदामृतम से वेद के दुरुह ज्ञान को भी उन्होंने सरल कर दिया। विदेशी सरजमीं पर संस्कृत का पताका फहराने पर 1999 में केंद्र सरकार ने उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया था। उन्हें देश और विदेश से 25 से अधिक बड़े पुरस्कार मिले। मूल रूप से गाजीपुर के गहमर निवासी डॉ कपिल देव द्विवेदी ने ज्ञानपुर भदोही को अपना कर्मभूमि बनाया। हिंदी, संस्कृत, समेत जर्मन, फ्रेंच समेत अन्य कई विदेशी भाषाओं में वह पारंगत रहे। गोरखपुर और हरिद्वार के क‌ई डिग्री काॅलेज के साथ वह केएनपीजी कॉलेज के क‌ई साल तक प्राचार्य भी रहे। डॉ कपिल देव द्विवेदी ने 35 वर्ष की अवस्था में ग्रेथों का लेखन शुरू किया। करीब 80 से अधिक ग्रथ और रचनाएं लिख डाली। छह दिसंबर 1918 को जन्में डॉ कपिल देव द्विवेदी 28 अगस्त को 2011 को पंचतत्व में विलीन हो गए। मरणोपरांत उन्हें राष्ट्रपति पुरस्कार दिया गया। सेवानिवृत्त प्रोफेसर उनके बेटे डॉ भारतेन्दु द्विवेदी ने बताया कि पिताजी ने संस्कृत और भारतीय संस्कृति का पताका फहराने के लिए अमेरिका, कनाडा, इंग्लैंड, जर्मनी, हाॅलैंड फ्रांस,इटली, स्विट्जरलैंड, सूरीनाम, गुयाना,मारीशस , कीनिया, तंजानिया और सिंगापुर आदि देशों की क‌ई बार यात्रा की। देश-विदेश की अनेक संस्थाओं की ओर से 25 से अधिक सम्मान और पुरस्कार मिले।
*स्टेशन रोड पर आरसीसी रोड निर्माण समेत अन्य मांगों को लेकर नगर उद्योग व्यापार मंडल ने डीएम को सौपा ज्ञापन*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही।नगर उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल के पदाधिकारी आज कलेक्ट्रेट पहुंचकर जिला अधिकारी को ज्ञापन सौपा। दिए गए ज्ञापन में स्टेशन रोड पर आरसीसी रोड निर्माण एवं दोनों तरफ नाली का निर्माण तथा सीतामढ़ी से मुख्यालय तक सिटी बस चलाने की मांग किया है। नगर उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल के पदाधिकारी नगर अध्यक्ष श्रीकांत जायसवाल के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट पहुंचकर डीएम को एक ज्ञापन दिया। व्यापारियों ने ज्ञापन के माध्यम से बरगदा हनुमान मंदिर से स्टेशन तक आरसीसी रोड का निर्माण करने एवं दोनों तरफ नाली का निर्माण करने की मांग किया। व्यापारियों ने इसके अलावा सीतामढ़ी से मुख्यालय तक सिटी बस चलाने का भी मांग किया। व्यापारियों ने कहा कि पड़ाव से स्टेशन तक सड़क निर्माण के लिए कई बार पत्रक दिया जा चुका है। जबकि स्टेशन रोड की सड़क पूरी तरह खराब हो गई है जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं । नालियां ना होने से सड़क पर पानी जमा हुआ है। जिससे आवागमन करने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। व्यापारियों ने बताया कि इसी मार्ग पर दो विद्यालय हैं जहां बच्चे प्रतिदिन विद्यालय जाते हैं । व्यापारियों ने बताया कि सिटी बस न चलने की वजह से लोगों को सीतामढ़ी ज्ञानपुर होकर मुख्यालय जाना पड़ता है। लोगों को काफी परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है। सिटी बस न होने के कारण ऑटो चालक मनमानी किराया वसूलते हैं।
*छह करोड़ का ऋण बकाया, 341 को नोटिस*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। रोजगार करने के नाम पर ऋण लेकर उसकी अदायगी में लापरवाही बरत रहे 341 बकाएदारों को अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने नोटिस जारी किया है। इन पर पांच करोड़ 91 लाख 82 हजार रुपये और मार्जिन मनी के नौ लाभार्थियों पर 14 लाख 61 हजार रुपये बकाया है। 31 अगस्त तक बकाए की अदायगी न होने पर आरसी जारी कर इनसे बकाया वसूला जाएगा।अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की ओर से उत्तर प्रदेश वित्तीय एवं विकास निगम की ओर से टर्मलोन-मार्जिन मनी योजनांतर्गत ऋण देने की योजना संचालित की गई थी। इसके तहत डेढ़ से दो दशक पहले से ऋण लिए लोगों की ओर से ऋण की अदायगी नहीं की जा रही है, जबकि ऋण धनराशि बढ़कर करीब छह करोड़ रुपये पहुंच चुकी है।विभाग की ओर से बार-बार अदायगी को लेकर निर्देश जारी करने के बाद भी बकाएदारों की ओर से गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। इसे देखते हुए विभाग की ओर से अब सख्ती की तैयारी की गई है। अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी रमेश चंद्र ने बताया कि टर्मलोन योजना के तहत 332 लोगों पर पांच करोड़ 91 लाख 82 हजार रुपये और मार्जिन मनी के नौ लाभार्थियों पर 14 लाख 61 हजार रुपये बकाया है। बताया कि सभी को अनंतिम नोटिस जारी की गई है। 31 अगस्त तक पैसा जमा करने के लिए निर्देश दिया गया है। इसके पश्चात आरसी जारी कराकर वसूली की जाएगी।अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी रमेश चंद्र ने बताया कि टर्मलोन योजना के तहत 332 लोगों पर पांच करोड़ 91 लाख 82 हजार रुपये और मार्जिन मनी के नौ लाभार्थियों पर 14 लाख 61 हजार रुपये बकाया है। बताया कि सभी को अनंतिम नोटिस जारी की गई है। 31 अगस्त तक पैसा जमा करने के लिए निर्देश दिया गया है। इसके पश्चात आरसी जारी कराकर वसूली की कार्रवाई की जाएगी।