/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1731842629357826.png StreetBuzz हिमाचल प्रदेश में अब बेटियों की शादी की उम्र 18 नहीं बल्कि 21 साल से होगी veer
हिमाचल प्रदेश में अब बेटियों की शादी की उम्र 18 नहीं बल्कि 21 साल से होगी

हिमाचल प्रदेश में अब बेटियों की शादी की उम्र 18 नहीं बल्कि 21 साल होगी. सरकार ने इसके लिए विधानसभा के मानसून सत्र में ‘हिमाचल प्रदेश बाल विवाह प्रतिषेध विधेयक-2024’पेश किया, जो बिना चर्चा के सर्वसम्मति से पास कर दिया गया. अब इस बिल को मंजूरी के लिए राज्यपाल को भेजा जाएगा.अभी तक प्रदेश में लड़कियों की शादी की उम्र 18 साल है.

स्वास्थ्य, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री धनीराम शांडिल ने बाल विवाह प्रतिषेध (हिमाचल प्रदेश संशोधन विधेयक, 2024) पेश किया. प्रदेश में अभी लड़कियों की शादी की न्यूनतम उम्र 18 साल है. राज्य सरकार इसमें तीन साल की बढ़ोतरी कर रही है. इसके संशोधित ड्राफ्ट को राज्य मंत्रिमंडल ने 7 महीने पहले ही मंजूरी दे दी थी. मंगलवार को सदन में संशोधन विधेयक पारित हो गया.

विधानसभा के मानसून सत्र में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हमारी सरकार ने कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की है. हिमाचल प्रदेश में अपराध के लिए कोई स्थान नहीं है. सदन में सरकार सार्थक चर्चा के लिए पूरी तरह से तैयार है, लेकिन विपक्ष इससे भाग रहा है. दिशाहीन विपक्ष के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं है.

केंद्र सरकार ने कठिन समय में मदद नहीं की

उन्होंने कहा कि जब प्रदेश में आपदा आई, हमारी सरकार ने तुरंत राहत और बुनियादी सुविधाएं प्रदान करके आपदा प्रभावितों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होने का काम किया. इसके विपरीत केंद्र सरकार ने इस कठिन समय में भी कोई मदद नहीं की. उनका यह भेदभावपूर्ण रवैया उनकी असंवेदनशीलता को दिखाता है.

सीएम ने कहा कि आपदा के कठिन समय में जब हर तरफ चुनौतियां थीं, हमारे अधिकारियों, कर्मचारियों, युवाओं और छोटे बच्चों ने एकजुट होकर हमारा साथ दिया. हम उनके प्रति हृदय से कृतज्ञ हैं. यह एकता और समर्पण की भावना हमें और भी मजबूत बनाती है

देश भर में जन्माष्टमी पर हुआ इतना करोड़ रुपये का कारोबार

देश भर में जन्माष्टमी का त्यौहार सोमवार को बेहद धूम धाम से मनाया जा रहा है. देश भर के मंदिरों में सजावट हुई. साथ ही लोगों ने भी अपने घरों के मंदिरों एवं पूजा स्थलों को सुंदर तरीके से सजाया. जन्माष्टमी अपने साथ कारोबारियों के लिए खुशियां लेकर आई है. इस पर्व पर देश भर के बाजारों में करीब 25 हजार करोड़ रुपये का कारोबार होने का अनुमान है.

शास्त्रों के अनुसार, जन्माष्टमी भाद्रपदा की अमावस्या के आठवें दिन मनाई जाती है. इस दिन भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ था.

कैट ने जारी किया त्योहार पर कारोबार का आंकड़ा

कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) के राष्ट्रीय महामंत्री तथा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने बताया कि इस महत्वपूर्ण त्यौहार पर फूल, फल, मिठाई, भगवान की पोशाक, शृंगार का सामान, व्रत की मिठाइयां, दूध-दही, माखन तथा ड्राई फ्रूट की बड़े पैमाने पर बिक्री हुई. जन्माष्टमी जैसे त्यौहार देश की इकोनॉमी के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं. इनसे इकोनॉमी को मजबूत करने में मदद मिलती है.

देशभर में आयोजित किए गए अलग-अलग कार्यक्रम

कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया ने बताया कि देश भर में जन्माष्टमी का त्यौहार बेहद उत्साह से मनाया गया. उत्तर एवं पश्चिम भारत में यह त्यौहार खूब उल्लास से मना. मंदिरों में आकर्षक सजावट की गई. लोगों में दर्शन करने का उल्लास अलग नजर आ रहा था. जन्माष्टमी का विशेष आकर्षण डिजिटल झांकियां, भगवान कृष्ण के साथ सेल्फी प्वॉइंट और अन्य अनेक प्रकार की मनोरम झांकियां रहीं. भजन, धार्मिक नृत्य तथा संतों एवं महात्माओं के प्रवचनों का सिलसिला भी जारी रहा. सामाजिक संगठनों ने भी कई जगह जन्माष्टमी समारोह का आयोजन किया.

कोलकाता पुलिस ने बताई संजय रॉय की बाइक पुलिस कमिश्नर के नाम पर क्यों थी रजिस्टर,जाने वजह

पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में 9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक 31 साल की जूनियर डॉक्टर के साथ रेप हुआ और उसका मर्डर कर दिया गया. जब यह घटना हुई जूनियर डॉक्टर उस समय नाइट शिफ्ट कर रही थी और पिछले 36 घंटे से ड्यूटी पर थी. इस अपराध में कोलकाता पुलिस ने आरोपी संजय रॉय को गिरफ्तार किया है.

यह केस जांच के लिए सीबीआई के हाथ में दे दिया गया था, जिसके बाद सीबीआई केस को सुलझाने के लिए केस की हर परत खोल रही है और हर-छोटी से लेकर बड़ी चीज की जांच कर रही है. इसी कड़ी में सीबीआई ने आरोपी संजय रॉय की बाइक को जब्त किया था, जिसके बाद सामने आया कि संजय रॉय की बाइक पुलिस कमिश्नर के नाम पर रजिस्टर थी.

कोलकाता पुलिस ने दी सफाई

यह बात सामने आने के बाद सीबीआई इस बात का पता लगाने लगी थी कि संजय रॉय का कोलकाता पुलिस से क्या कनेक्शन है. जिस पर अब कोलकाता पुलिस ने सफाई पेश की. कोलकाता पुलिस ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर बयान जारी कर कहा, यह बात सही है कि संजय रॉय की बाइक पुलिस कमिश्नर के नाम पर रजिस्टर थी, लेकिन यह जान लेना भी जरूरी है कि संजय रॉय पुलिस वेलफेयर विभाग में था, ये बाइक संजय रॉय की निजी नहीं है बल्कि उसे पुलिस वेलफेयर विभाग की तरफ से दी गई थी.

पुलिस विभाग ने कहा, जो भी सरकारी वाहन पुलिस की किसी भी यूनिट को दिया जाता है वो कमिश्नर के नाम पर ही रजिस्टर होता है. हालांकि, संजय रॉय 6 सितंबर 2024 तक सीबीआई की निगरानी में न्यायिक हिरासत में है.

कोलकाता में नबन्ना मार्च

कोलकाता में जूनियर डॉक्टर के साथ हुए इस भयावह अपराध को लेकर पूरे देश में आंदोलन की लहर उठी, हर तरफ लोग कोलकाता की निर्भया को इंसाफ दिलाने की मांग करने लगे, साथ ही महिलाओं की सुरक्षा पर भी एक बार फिर सवाल खड़ा हो गया. हालांकि, कोलकाता और हावड़ा में 27 अगस्त को लोग भारी तादाद में सड़कों पर आकर नबन्ना मार्च कर रहे हैं, यानी वो एक साथ राज्य सचिवालय की ओर बढ़ेंगे. इस मार्च में आंदोलनकारी राज्य की सीएम ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.

कोलकाता डॉक्टर केस: CBI के बाद अब ED की एंट्री,जाने इस मामले में ED करेगी जांच

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 9 अगस्त को एक जूनियर डॉक्टर के साथ रेप और मर्डर हुआ. 31 साल की डॉक्टर के साथ हुए इस दुष्कर्म ने पूरे देश में एक आंदोलन को जन्म दे दिया है. न सिर्फ कोलकाता बल्कि पूरे देश में जूनियर डॉक्टर को इंसाफ दिलाने और महिलाओं की सुरक्षा की मांग उठने लगी है. कोलकाता का केस पहले पुलिस के हाथ में था और पुलिस ने संजय रॉय नाम के आरोपी को मामले में गिरफ्तार कर लिया है.

कोलकाता पुलिस के बाद यह केस सीबीआई के हाथ में चला गया, सीबीआई मामले की हर परत को खोल रही है और मामले की हर छोटी से लेकर बड़ी चीज की जांच की जा रही है. हालांकि,आरजी कर अस्पताल में भ्रष्टाचार का मामला भी सामने आया है, जिसमें अब सूत्रों के हवाले से सामने आया है कि मेडिकल कॉलेज की वित्तीय अनियमितताओं के मामले को सीबीआई के बाद अब ED के हाथ में दे दिया गया है. इस मामले की जांच ईडी कर सकती है

ED करेगी करप्शन की जांच

अस्पताल के वित्तीय मामलों की जांच करने के लिए ईडी बहुत जल्द ECIR दर्ज कर सकती है. इससे पहले सीबीआई ने वित्तीय मामलों में गड़बड़ी का पता लगाने के लिए कोलकाता और आसपास के जिलों में कई जगहों पर छापेमारी की थी. आरजी कर मेडिकल कॉलेज के कई पूर्व अधिकारियों के घरों और दफ्तरों तक सीबीआई पहुंची और छापेमारी की.

CBI ने की संदीप घोष के घर रेड

आरजी कर के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के घर पर भी सीबीआई ने रविवार को छापेमारी को अंजाम दिया. संदीप घोष के घर पर लगभग 13 घंटे तक सीबीआई के अधिकारी जांच-पड़ताल करते रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक वे वहां से कई दस्तावेज लेकर लौटे. निकलते समय सीबीआई के अधिकारियों ने संदीप घोष से कई दस्तावेज पर हस्ताक्षर भी कराये, जिसके बाद अब यह मामला ईडी के हाथ में चला गया.

पॉलीग्राफ टेस्ट, पूछताछ, रेड

सीबीआई ने अब तक कोलकाता रेप केस में कई खुलासे किए हैं. इस केस की हर परत सीबीआई दिन-ब-दिन खोल रही है. सीबीआई ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज के चार सदस्यों का पॉलीग्राफ टेस्ट भी कराया, जिससे केस को सुलझाने में मदद मिले. इसमें उन 4 लोगों का पॉलीग्राफ टेस्ट किया गया जो जूनियर डॉक्टर से इस घटना के पहले मिले थे. इसमें 2 फर्स्ट ईयर पीजीटी डॉक्टर (अर्का और सौमित्र), 1 हाउस स्टाफ (गुलाम) और 1 इंटर्न (सुभदीप) शामिल हैं.

नबन्ना मार्च

पश्चिम बंगाल में आज कोलकाता और हावड़ा में भारी विरोध प्रदर्शन हो रहा है, जिसमें लोग सीएम ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. यह लोग एक साथ नबन्ना यानी कि राज्य सचिवालय की ओर बढ़ेंगे. इन सब लोगों का मकसद कोलकाता की बेटी को इंसाफ दिलाना है जिसके लिए यह लोग सड़कों पर उतर कर अपना आक्रोश जता रहे हैं.

आखिर क्यों मनाते हैं दही हांडी? देश में किन जगहों पर फेमस है ये कार्यक्रम?

देशभर में बड़ी धूमधाम से श्री कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार मनाया गया. भगवान कृष्ण को लेकर लोगों का उत्साह चरम पर था. आज भगवान कृष्ण के जन्म की खुशी में ही दही हांडी का कार्यक्रम रखा जाता है. ये कार्यक्रम बहुत धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन मटकी तोड़ने की परंपरा है. ऊंचाई पर मटकी में दही-मक्खन बांध देते हैं और लोगों का एक समूह पिरामिड बनाकर उसे फोड़ता है. ऐसा एक बार में नहीं हो पाता क्योंकि ये एक मुश्किल काम है. ऐसा करने में काफी समय लगता है और इसका सारा रोमांच ही पिरामिड के बनने में है. आइये जानते हैं कि दही हांडी का पौराणिक महत्व क्या है और भारत में किन जगहों पर दही हांडी का कार्यक्रम होता है.

क्या है पौराणिक महत्व?

दही हांडी का प्रकरण भगवान कृष्ण की बाल्यावस्था से जुड़ा हुआ है. दरअसल कृष्ण को माखन बहुत प्रिय था. वे घरों में चुपके से घुसकर अपनी मित्र मंडली के साथ सारा माखन चट कर जाते थे. उन्हें इस वजह से माखन चोर कहकर भी बुलाया जाता था. उनकी इस लीला को समर्पित है दही हांडी का कार्यक्रम.

कहां-कहां है फेमस?

दही हांडी का कार्यक्रम कई जगहों पर फेमस है और इसे काफी जोर-शोर से मनाने की प्रक्रिया है. देश की कुछ-कुछ जगहें तो ऐसी भी हैं जहां पर दही हांडी का उत्साह हैरान कर देने वाला होता है. बता रहे हैं वो जगहें जहां पर दही हांडी का कार्यक्रम दुनियाभर में लोकप्रिय है.

दिल्ली

देश की राजधानी दिल्ली में दही-हांडी का प्रोग्राम बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है. कई सोसाइटीज में लोग इस कार्यक्रम का आयोजत लेते हैं और भारी संख्या में लोग दही-हांडी की प्रतियोगिता का आनंद उठाने के लिए एकत्रित होते हैं.

वृंदावन

भगवान कृष्ण वृंदावन में पले-बढ़े थे और यहीं पर उनका बचपन बीता था. वैसे तो ये जगह हमेशा ही कृष्णमय रहती है लेकिन जन्माष्टमी पर ब्रजवासियों का उत्साह अलग लेवल पर ही होता है. वृंदावन में जन्माष्टमी के 10 दिन पहले से ही इस कार्यक्रम को धूमधाम से मनाना शुरू कर दिया जाता है. यहां पर भी कृष्ण के जन्म को बड़ी धूम-धाम से सेलिब्रेट करते हैं और दही-हांडी का कार्यक्रम रखा जाता है.

मुंबई

महाराष्ट्र में अलग-अलग जगहों पर श्री कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है. खासकर की दही हांडी के दिन तो लोगों का क्रेज एकदम अलग लेवल पर होता है. इस दिन लोग दही हांडी की प्रतियोगिता भी रखते हैं. महाराष्ट्र में मुंबई की दही हांडी दुनियाभर में प्रचलित है और इस उत्सव के दौरान लोगों का भारी हुजूम नजर आता है. ठाणे, घाटकोपर और खारगर जैसी जगहों पर भी कृष्ण जन्माष्टमी और दही हांडी का कार्यक्रम धूमधाम से मनाया जाता है.

नोएडा बनी ग्रेट वैल्यू शरणम सोसाइटी में जन्माष्टमी का भव्य कार्यक्रम का किया गया आयोजन,रखी गई दही हांडी की प्रतियोगिता

पूरे देश में जन्माष्टमी बड़े ही धूमधाम से मनाई गई. जन्माष्टमी के अवसर पर नोएडा सेक्टर 107 में बनी ग्रेट वैल्यू शरणम सोसाइटी में शरणम सनातन धर्म मंदिर समिति ने भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया. जहां राधा-कृष्ण बनकर बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए और भगवान श्रीकृष्ण के किरदारों को मंच पर सबके सामने रखा. इसके साथ ही गगन राठौड़ समूह ने भजन संध्या की प्रस्तुति की.

इस अवसर पर सोसाइटी मैं स्थित मंदिर को दुल्हन की तरह सजाया गया, लड्डू गोपाल जी का भव्य आकर्षक झूला श्रद्धा और उत्साह के साथ सजाया गया. इस मौके पर दही हांडी मतलब मटकी फोड़ प्रतियोगिता भी रखी गई थी, महिलाओं और पुरुषों की गोविन्दा टोलियां अलग-अलग दही हांडी प्रतियोगिता में शामिल हुई और सफलतापूर्वक मटकी फोड़कर का पुरस्कार जीता.

1 महीने से चल रही थी तैयारी

इस मौके पर खाने-पीने और शॉपिंग स्टॉल की व्यवस्था भी की गई थी. कार्यक्रम में मौजूद सभी लोग श्री कृष्ण की भक्ति में तब और लीन हो गए जब प्रसिद्ध भजन गायक गगन राठौर ने अत्यंत भावपूर्ण भजन संध्या को सबके सामने प्रस्तुत किया.

सोसाइटी के लोगों में जन्माष्टमी के उत्सव का यह उत्साह सिर्फ श्री कृष्ण के जन्म दिवस पर ही नहीं दिखाई दिया बल्कि पिछले 1 महीने से इस दिन को सफल बनाने के लिए और श्री कृष्ण के जीवन के हर पहलु को सब के सामने रख, भक्ति में लीन होने के लिए भव्य तैयारियां की जा रही थी. करीब डेढ़ सौ बच्चे अपनी पढ़ाई से समय निकालकर इस महा पर्व का हिस्सा बनने के लिए जोर-शोर से तैयारियां कर रहे थे.

कार्यक्रम का अहम मकसद

शरणम सनातन धर्म मंदिर समिति से जुड़े पदाधिकारियों के मुताबिक जन्माष्टमी के मौके पर इस भव्य कार्यक्रम का अहम मकसद आजकल की युवा पीढ़ी को अपने संस्कारों से जोड़ने की एक कोशिश थी. बच्चों को अपने संस्कारों के बारे में जानकारी हो और साथ ही ऐसे कार्यक्रमों से सोसाइटी के अंदर एकता पैदा होती है. ऐसे कार्यक्रमों में काफी तादात में सोसाइटी के लोग इकट्ठा होते हैं.

कई वर्षों से करते आ रहे आयोजन

कार्यक्रम के आयोजनकर्ता शरणम सनातन धर्म मंदिर समिति के महासचिव अभिषेक मितल ने बताया, इस कार्यक्रम की तैयारी में सोसाइटी के पचास से अधिक लोग पिछले एक महीने से दिन रात लगे हुए थे. उन्होंने बताया कि वे यह कार्यक्रम पिछले कई वर्षों से लगातार कर रहे हैं और अगले वर्ष उनकी योजना दही हांडी की महानगर स्तर की प्रतियोगिता आयोजित करने की है. इस अवसर पर हमने कई निवासियों से बात की सभी निवासी अत्यधिक खुश एवं उत्साहित दिखाई दिए.

बांग्लादेश में फिर भड़की हिंसा,विश्वविद्यालय के छात्रों और अंसार सदस्यों के बीच हिंसक झड़प, कई लोग गंभीर रूप से घायल

रविवार की रात बांग्लादेश की राजधानी ढाका में एक बार फिर से हिंसा भड़क उठी है. खबर आ रही है कि विश्वविद्यालय के छात्रों और अंसार सदस्यों के बीच हिंसक झड़प हुई है जिसमें कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. यह घटना रात नौ बजे सचिवालय के पास घटित हुई जब दोनों पक्षों के लोगों ने एक दूसरे पर धावा बोल दिया. घटनास्थल पर माहौल तनावपूर्ण होने के बाद पुलिस ने हस्तक्षेप किया और शांति बहाल की.

क्यों हुई हिंसा

बताया जा रहा है कि इस झड़प का मुख्य कारण अंतरिम सरकार के सलाहकार को हिरासत में लिया जाना है. ढाका विश्वविद्यालय के छात्रावासों के छात्रों ने सचिवालय तक मार्च किया इसके बाद राजू मेमोरियल स्कल्पचर पर जुटे जिसके बाद विरोध शुरू हुआ. छात्रों को खबर मिली कि अनुसार सदस्यों ने अंतरिम सरकार के सलाहकार और भेदभाव विरोधी छात्रों को हिरासत में ले लिया है इसलिए छात्रों ने अंसार सदस्यों का विरोध किया जिसके बाद दोनों पक्षों में हिंसक झड़प शुरू हो गई.

यह भी जानें

अंतरिम सरकार में सलाहकार और छात्र आंदोलन में प्रमुख भूमिका निभाने वाले हसनत अब्दुल्ला ने फेसबुक पोस्ट के जरिए बताया कि अंसार बल के जरिए वापसी की कोशिश कर रही है. बता दें कि यह प्रदर्शन पिछले दो दिनों से चल रहा है. हिरासत में लिए गए लोगों को सचिवालय में बंद रखा गया है. बांग्लादेश का माहौल आज भी तनावपूर्ण है. पिछले कुछ दिनों से छात्र विरोधी आंदोलन में हिंसा के बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया और देश छोड़कर चली गईं. वहीं उनके देश छोड़कर जाने के बाद हिंदुओं पर हिंसक हमला हुआ जिसमें कई हिंदू मारे गए और कई हिंदू देश छोड़कर भागने पर मजबूर हो गए.

मुंबई में दीवार गिरने से 2 लोगों की मौत,एक गंभीर रूप से घायल

मुंबई के काल्बादेवी इलाके में एक दीवार ढह जाने की वजह से 2 लोगों की मौत हो गई है वहीं इस हादसे में एक गंभीर रूप से घायल हुआ है. हादसे के बाद मौके पर दमकल की गाड़ियां पहुंची और रेस्क्यू शुरू किया गया. दीवार ढहने के वक्त कई लोगों के अंदर फंसे होने की खबरें सामने आ रही थीं. जिसके बाद आनन-फानन में स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और दमकल को सूचना दी. इसके बाद रेस्क्यू शुरू किया गया.

अधिकारियों के मुताबिक एक कंपाउंड दीवार बगल के घर पर गिरी है जिसकी वजह से यह हादसा हुआ है. सोमवार को दोपहर करीब ढाई बजे यह दुर्घटना हुई है. चरनी रोड इलाके में चीरा बाजार में बनी गांधी बिल्डिंग पर हुआ है. अधिकारियों ने बताया कि यहां पर एक कंपाउंड दीवार खड़ी थी जो कि करीब 5 से 7 फीट ऊंची और करीब 30 फीट लंबी थी. भारी बारिश की वजह से कमजोर हुई यह दीवार गिर गई. इसी वजह से यह हादसा हुआ है.

मुंबई फायर ब्रिगेड ने सूचना मिलने के बाद तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. पूरे इलाके से बाकी लोगों को सुरक्षा के नजरिए से बाहर निकाला गया और मलबे में लोगों के दबे होने की संभावना को देखते हुए उपकरणों से जांच की गई और सावधानी पूर्वक मलबा हटाया गया. सी वार्ड के जीनियर इंजीनियर ने बताया कि दीवार के पास काम कर रहे मजदूर इस दीवार की चपेट में आए हैं.

मौके पर रेस्क्यू के दौरान 2 शवों को मलबे से बाहर निकाला गया. वहीं एक घायल हालत में शख्स मिला है जिसे हॉस्पिटल के लिए भेजा गया है. रेस्क्यू के दौरान मौके पर एंबुलेंस भी भेजी गई थी. जीटी हॉस्पिटल के आरएमओ डॉ. वैभव ने बताया कि तीन लोगों को हॉस्पिटल में दीवार गिरने की वजह से घायल हालत में लाया गया था. जिनमें विनय कुमार, रामचंद्र साहनी को मृत घोषित किया गया है. इनके अलावा सनी कनोजिया की हालात गंभीर है उन्हें भर्ती किया गया. हालांकि अब सनी की हालत स्थिर बनी हुई है.

राशन कार्ड धारकों के लिए सरकार ने बदल दी पूरी स्कीम,अब मिलेंगी ये 9 चीजें

भारत सरकार देश के लोगों के लिए बहुत सारी योजना चलाती है. इनमें से सरकार अलग-अलग तरह के लोगों के लिए अलग-अलग योजनाएं लेकर आती है. इनमें से ज्यादातर योजनाएं गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए होती हैं. गरीब लोगों को केन्द्र सरकार फ्री राशन मुहैया करवाती है. सरकार सभी राशन कार्ड धारकों को फ्री राशन योजना के तहत राशन देती है.

लेकिन अब इसमें एक बड़ा बदलाव हुआ है. सरकार राशन कार्ड धारकों को पहले फ्री चावल दिया करती थी. लेकिन अब सरकार के नए फैसले के मुताबिक अब फ्री चावल नहीं मिलेंगे. बल्कि फ्री चावल की जगह सरकार अब 9 जरूरी चीजेें देगी. चलिए आपको बताते हैं. अब राशन कार्ड धारकों को क्या चीजें मुफ्त मिलेंगी.  

अब दी जाएंगी ये जरूरी चीजें

भारत सरकार की फ्री राशन स्कीम के तहत देश के 90 करोड़ लोगों को फ्री राशन दिया जाता है. इनमें लोगों को पहले फ्री चावल दिए जाते थे. लेकिन अब सरकार के नए फैसले के साथ फ्री चावल मिलना बंद कर दिया जाएगा. अब सरकार फ्री चावल की जगह राशन कार्ड धारकों को 9 जरूरी चीजें देगी.

इन चीजों में गेहूं, दालें, चना, चीनी, नमक, सरसों का तेल, आटा, सोयाबीन और मसाले शामिल हैं. सरकार ने लोगों की सेहत को सुधारने के लिए और उनके खाने में पोषण के स्तर को बढ़ाने के लिए यह फैसला लिया है. इससे लोगों की क्वालिटी ऑफ लाइफ भी बेहतर होगी. 

इस तरह बनवा सकते हैं राशन कार्ड

अगर आपका अबतक राशन कार्ड नहीं बना है. लेकिन अगर आप इसके लिए पात्र हैं. तो फिर आप राशन कार्ड बनवाने के लिए आवेदन कर सकते हैं. इसके लिए सबसे पहले आपको अपने नजदीकी खाद्य और आपूर्ति विभाग कार्यालय जाना होगा. आप चाहे तो खाद्य विभाग की आधिकारिक वेबसाइट से भी एप्लीकेशन फॉर्म डाउनलोड कर सकते हैं.  

एप्लीकेशन फॉर्म में मांगी गई सभी जानकारी आपको सही दर्ज करनी होगी. इसके साथ ही आपको जो संबंधित दस्तावेज मांगे गए होंगे. वह भी एप्लीकेशन के साथ अटैच करने होंगे. इसके बाद आपको अपना एप्लीकेशन फॉर्म और संबंधित दस्तावेज लेकर अपने नजदीकी राशनिंग कार्यालय में जाकर जमा कर देना होगा 

इसके बाद संबंधित अधिकारी आपके द्वारा दी गई जानकारी और आपके एप्लीकेशन को वेरीफाई करेंगे. इसके बाद वह उसे आगे के लिए प्रोसेस करेंगे. वेरीफिकेशन प्रोसेस कंप्लीट होने के बाद आपका राशन कार्ड बन जाएगा और आप उस पर फ्री राशन ले सकेंगे. 

देशभर में धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है जन्माष्टमी का पर्व , कृष्ण मंदिरों में उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़

आज पूरे भारत में बड़े उत्साह के साथ जन्माष्टमी का पर्व मनाया जा रहा है. हर तरफ कान्हा की भक्ति में रंगे श्रद्धालु नजर आ रहे हैं. भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव की खुशी चारों ओर छाई हुई है. जन्माष्टमी के अवसर पर सभी मंदिर खूबसूरत रंग-बिरंगी लाइटों से जगमगा रहे हैं. हर कृष्ण मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है. मंदिरों में कृष्ण लीला और भजन से संबंधित प्रोग्राम चल रहे हैं. हर तरफ गोविंदा की धुन गूंज रही है. रात 12 बजे भगवान कृष्ण के जन्म के साथ ही सभी मंदिरों में भगवान कृष्ण और लड्डू गोपाल की विशेष पूजा-अर्चना होगी. लड्डू गोपाल को विशेष मिठाइयों और पकवानों का भोग लगाया जाएगा. लड्डू गोपाल के भोग के लिए इस खास दिन घरों में लोग तरह-तरह की मिठाइयां बनाते हैं

देश के कोने-कोने में सभी मंदिर दुल्हन की तरह सजे हुए हैं. बहुत से मंदिरों में झाकियां भी लगाई गई हैं. छोटे-छोटे बच्चे राधे-कृष्ण की वेशभूषा धारण किए हुए हैं. ज्यादातर मंदिरों में भजन-कीर्तन के प्रोग्राम हो रहे हैं. भक्तजन इन कार्यक्रमों का आनंद लेने के लिए बड़ी संख्या में मंदिरों में जमा हो गए हैं.

इन मंदिरों में जन्माष्टमी की विशेष धूम

यूं तो जन्माष्टमी का त्योहार पूरे देश में ही पूरे जोश और उत्साह के साथ मनाया जाता है, लेकिन मथुरा-वृंदावन, जगन्नाथ पुरी, द्वारकाधीश मंदिर और सभी इस्कॉन मंदिरों में जन्माष्टमी के पर्व का विशेष महत्व है. इस कारण यहां इस पर्व की विशेष धूम रहती है. इन स्थानों पर जन्माष्टमी के दौरान भव्य सजावट, भक्तिमय संगीत और विशेष आरतियां की जाती हैं. भक्तजन दूर-दूर से इन मंदिरों में आकर भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन करते हैं और उनके जन्म का पर्व मनाते हैं. इन मंदिरों में जन्माष्टमी के दौरान आयोजित होने वाले उत्सवों में हजारों की संख्या में लोग शामिल होते हैं.

मथुरा श्रीकृष्ण की जन्मभूमि

मथुरा में जन्माष्टमी का मुख्य केंद्र श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर है. यहां मध्यरात्रि को भगवान कृष्ण के जन्म का भव्य उत्सव मनाया जा रहा है. भगवान कृष्ण की मूर्ति को नवजात शिशु के रूप में सजाया गया है. उन्हें रत्नजड़ित आभूषण, पीले वस्त्र और मुकुट पहनाया गया है. मंदिर में भगवान कृष्ण का दूध, दही, घी और शहद से अभिषेक किया जा रहा है.

बांके बिहारी मंदिर वृंदावन

वृंदावन में बांके बिहारी मंदिर में जन्माष्टमी का पर्व बहुत ही धूमधाम से मनाया जा रहा है. मंदिर में भगवान बांके बिहारी को कई तरह के आभूषणों और वस्त्रों से सजाया गया है. जन्माष्टमी की रात को मंदिर में भक्तों द्वारा मध्य रात्रि जागरण किया जाता है. इस दौरान भजन-कीर्तन और अन्य धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं.

इस्कॉन मंदिर

इस्कॉन मंदिरों में जन्माष्टमी का पर्व बहुत ही धूमधाम से मनाया जा रहा है. भगवान श्रीकृष्ण के जन्मदिन के रूप में मनाया जाने वाला यह त्योहार, इस्कॉन में विशेष महत्व रखता है. जन्माष्टमी के दिन, इस्कॉन मंदिरों में लगातार कीर्तन और संगीत का आयोजन हो रहा है. भक्त भगवान श्रीकृष्ण के नाम का जाप करते हैं और भक्तिमय गीत गाते हैं. भगवान की मूर्ति का पंचामृत से अभिषेक किया जाता है.

द्वारकाधीश मंदिर

द्वारकाधीश मंदिर में जन्माष्टमी का पर्व बहुत ही धूमधाम से मनाया जा रहा है. द्वारका को भगवान श्रीकृष्ण की नगरी माना जाता है, इसलिए यहां जन्माष्टमी का पर्व विशेष महत्व रखता है. भगवान द्वारकाधीश को नवजात शिशु के रूप में कई तरह के आभूषणों और वस्त्रों से सजाया गया है. गुजरात के श्री द्वारकाधीश मंदिर में जन्माष्टमी पर मंदिर में विशेष पूजा अर्चना की जाती है.

जगन्नाथ पुरी

ओडिशा के जगन्नाथ मंदिर में जन्माष्टमी का पर्व बहुत ही धूमधाम से मनाया जा रहा है. इस दिन भगवान कृष्ण के जन्म की मध्यरात्रि को विशेष पूजा-अर्चना की जाती है. जगन्नाथ मंदिर में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा की मूर्तियों को विशेष रूप से सजाया गया है. मंदिर में विशेष रूप से तैयार किया गया भोग भगवान को अर्पित किया जाता है और फिर भक्तों में वितरित किया जाता है.

पूजा का शुभ मुहूर्त

पंचांग के अनुसार, जन्माष्टमी की पूजा का शुभ मुहूर्त आज रात 12 बजे से लेकर रात के 12 बजकर 44 मिनट तक रहेगा. वहीं जन्माष्टमी व्रत का पारण 27 अगस्त की सुबह 11 बजे होगा.