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लगातार तीसरी बार देश के सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री बने योगी आदित्यनाथ,  'मूड ऑफ द नेशन' सर्वे में योगी को मिला 33 फीसदी से अधिक लोगों का समर्थन
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक बार फिर देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों में सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री बनकर उभरे हैं। प्रतिष्ठित मीडिया समूह के 'मूड ऑफ द नेशन' सर्वे में योगी को नंबर वन सीएम के तौर पर जनता ने चुना है। देशभर में 1.36 लाख से अधिक लोगों के बीच हुए सर्वे में 33 प्रतिशत से अधिक लोगों ने योगी को बेस्ट चीफ मिनिस्टर माना है। योगी इस सर्वे में लगातार तीसरी बार देश के बेस्ट चीफ मिनिस्टर चुने गये हैं। वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी, तमिलनाडु के एमके स्टालिन और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू मुख्यमंत्री योगी से बहुत पीछे हैं।

'मूड ऑफ द नेशन' सर्वे में देश के 30 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों की जनता से सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री के बारे में पूछे गये सवालों में आदित्यनाथ को सर्वाधिक मत मिले हैं। जनता से पूछा गया कि वो किसे सबसे बेहतरीन मुख्यमंत्री मानते हैं, इसपर 33 प्रतिशत से अधिक लोगों ने योगी आदित्यनाथ के नाम पर अपनी मुहर लगाई। इस सर्वे में केजरीवाल को मात्र 13.8 प्रतिशत लोगों ने लोकप्रिय माना है, जबकि ममता बनर्जी चीफ मिनिस्टर लिस्ट में तीसरे स्थान पर हैं। उन्हें 9.1 प्रतिशत लोगों ने समर्थन दिया। वहीं चौथे नंबर पर एमके स्टालिन हैं, जिन्हें 4.7 प्रतिशत मत मिला। इसी तरह पांचवें नंबर पर चंद्रबाबू नायडू हैं, जिन्हें 4.6 फीसदी लोगों ने समर्थन दिया। इस लिस्ट में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, कर्नाटक के सिद्दारमैया, असम के हिमंता बिस्वा सरमा, उत्तराखंड के पुष्कर सिंह धामी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी कुछ हद तक समर्थन मिला है।

गौरतलब है कि आदित्यनाथ ने बीते साढ़े सात साल में कानून-व्यवस्था से लेकर रोड कनेक्टिविटी, बिजली, स्वास्थ्य और शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में मिशन मोड में कार्य किया। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश को उद्योग प्रदेश बनाने में जुटे योगी ने यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के जरिए 40 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त करके नया कीर्तिमान रचा है। इसके अलावा दो करोड़ युवाओं को रोजगार और साढ़े छह लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी देकर भी आदित्यनाथ ने अपनी लोकप्रियता में इजाफा किया है।
मुख्यमंत्री योगी ने नई दिल्ली में उप राष्ट्रपति से की मुलाकात



लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को नई दिल्ली में उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से शिष्टाचार भेंट की। मुख्यमंत्री योगी ने सुबह उप राष्ट्रपति के आवास पर पहुंचकर उनका हालचाल जाना। उप राष्ट्रपति धनखड़ ने योगी की सराहना की। उप राष्ट्रपति ने आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार के विकास मॉडल की प्रशंसा की।

मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने एक्स पोस्ट में लिखा कि उप राष्ट्रपति से नई दिल्ली में शिष्टाचार भेंट की। अपना बहुमूल्य समय प्रदान करने के लिए उनका हार्दिक आभार। दूसरी तरफ उप राष्ट्रपति के 'एक्स' हैंडल पर मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के साथ मुलाकात की फोटो शेयर की गई है।

गौरतलब है कि पिछले साल भी उप राष्ट्रपति ने योगी के नेतृत्व में सुदृढ़ हुई उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था की तारीफ की थी। उन्होंने कहा था कि कानून व्यवस्था में उत्तर प्रदेश दुनिया में रोल मॉडल बन गया है। उप राष्ट्रपति ने योगी को पर्सन ऑफ एक्शन का सिंबल भी बताया था।
मायावती ने एससी-एसटी आरक्षण को लेकर केंद्र को घेरा, कांग्रेस-सपा की चुप्पी पर भी उठाए सवाल
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने एससी-एसटी आरक्षण में उपवर्गीकरण एवं क्रीमीलेयर के मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाने पर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। मायावती ने इसको लेकर कांग्रेस और सपा की चुप्पी पर भी सवाल उठाया है।

मायावती ने शुक्रवार को एक्स पोस्ट में कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने 01 अगस्त को एससी-एसटी आरक्षण में उपवर्गीकरण और क्रीमीलेयर को लेकर नया नियम लागू किया है। इस निर्णय के विरुद्ध जन अपेक्षाओं के अनुसार पुरानी व्यवस्था बहाल रखने के लिए केंद्र सरकार द्वारा अभी तक भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाना चिंताजनक है। इसको लेकर 21 अगस्त को भारत बंद किया गया, बावजूद अगर केंद्र सरकार इसमें जरूरी सुधार के लिए गंभीर नहीं तो यह सोचने वाली बात है। पहले कोर्ट में लचर पैरवी और अब उसको लेकर संविधान संशोधन विधेयक नहीं लाने से यह साबित होता है कि भाजपा का एससी-एसटी आरक्षण को लेकर पुराना रवैया बरकरार है।

उन्होंने कहा कि इस मामले में आईएनडीआईए के घटक दलों की चुप्पी उतनी ही घातक है। इससे यह फिर से साबित हो रहा है कि एससी-एसटी वर्गों के कल्याण के मामले में सपा और कांग्रेस समेत आईएनडीआईए के अन्य घटक दल एक ही थैली के चट्टे-बट्टे हैं।
पुलिस भर्ती परीक्षा शुरू होने से पहले ही पुलिस ने गोरखपुर से कई संदिग्धों को हिरासत में लिया
लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा शुक्रवार से प्रारंभ हो रही है। परीक्षा को सुचितापूर्ण कराना प्रदेश सरकार के लिए चुनौती है। इसको लेकर जिला प्रशासन के साथ पुलिस ने पूरी ताकत झोंक दी है। परीक्षा को सकुशल निपटाने के लिए एसटीएफ के साथ खुफिया एजेंसियां भी सक्रिय हैं। इसी क्रम में पुलिस ने गोरखपुर में परीक्षा शुरू होने से पूर्व एक महिला के समेत चार संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया है। इनके मोबाइल से दूसरे अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड मिले हैं। पुलिस गहनता से इन लोगों से पूछताछ कर रही है।

परीक्षा को निष्पक्ष कराने के लिए पुलिस -प्रशासन ने झोंकी पूरी ताकत

बता दें कि उप्र पुलिस सिपाही भर्ती देश की सबसे बड़ी परीक्षा आज से दो पालियों में शुरू हो गई है। परीक्षा पूरी तरह से निष्पक्षता और बिना किसी समस्या के सम्पन्न हो इसको लेकर प्रदेश सरकार ने पूरी ताकत झोंक दी है। जिला प्रशासन से केन्द्रों पर जहां फुल प्रुफ प्लानिंग कर परीक्षा कराने की तैयारी की है तो वहीं पुलिस व अन्य जांच एजेंसियों ने परीक्षा में बाधा बनने वाले माफिया व मुन्ना भाईयों को दबोचने की पूरी रणनीति बना रखी है। इसी कड़ी में परीक्षा में सेंध लगाने से पूर्व उप्र के गोरखपुर से परीक्षा से पहले पांच लोगों को संदिग्ध गतिविधियों के चलते हिरासत में लिया गया है।

महिला सिपाही से बरामद मोबाइल से पांच के एडमिट कार्ड मिले

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक गोरखपुर में स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) ने गोरखपुर के बांसगांव थाना में एक महिला सिपाही को संदिग्धता के आधार पर पकड़ा गया है। उसके साथ से तीन अन्य लोगों को हिरासत में लिया गया है। महिला सिपाही से बरामद मोबाइल में पांच लोगों के पुलिस परीक्षा भर्ती अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड मिले हैं। महिला सिपाही सभी को अपना रिश्तेदार बता रही है। हिरासत में लिया गया एक आरोपी दिल्ली का बताया जा रहा है। पूछताछ में उसके द्वारा दिल्ली से गोरखपुर रुपये लेने के लिए आने की बात बताई जा रही है। वहीं युवक की महिला सिपाही से सोशल मीडिया से दोस्ती हुई थी। महिला सिपाही गोरखपुर के बांसगांव की रहने वाली बताई जा रही है और उसकी इन दिनों श्रावस्ती में तैनाती है। आरोपियों से एसटीएफ और पुलिस बांसगांव थाने पर पूछताछ जारी है।

परीक्षा सकुशल सम्पन्न कराने के लिए हेल्पलाइन नम्बर जारी

पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा आज से दो पालियों में प्रारंभ हो रही है। परीक्षा पूरी तरह से सुचितापूर्ण सम्पन्न कराए जाने और अभ्यर्थियों को किसी प्रकार की समस्या न हो इसके लिए पुलिस प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। प्रदेश मुख्यालय ने 0522—2611117 और 2611118 और 2611119 हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। अभ्यर्थियों से हेल्पलाइन नंबर के जरिए किसी भी समस्या को लेकर सूचना देने की अपील की गई। पुलिस परीक्षा 23 अगस्त शुक्रवार से प्रारंभ होकर 24, 25 और 30, 31 तारीखों में दो पाली में पूर्ण कराई जाएगी। इसमें 27 राज्यों के साथ आठ केन्द्र शासित प्रदेशों के 48 लाख 17 हजार 441 अभ्यर्थी शामिल होंगे। उप्र के के अलावा, अन्य राज्यों के करीब 6,30,481 अभ्यर्थी इस परीक्षा में शामिल हैं। परीक्षा कराने के लिए उप्र में 67 जिलों में 1174 केन्द्र बनाए गए हैं। पहले दिन करीब नौ लाख 60 हजार अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होंगे। केन्द्रों पर सीसीटीवी समेत अन्य नकल विहीन परीक्षा सम्पन्न कराने के लिए वैधानिक कदम उठाए गए हैं। डीजीपी मुख्यालय से भी मानीटरिंग की जा रही है। पुलिस के साथ एसटीएफ और खुफिया एजेंसियां पैनी नजर बनाए हुए हैं।
सात लाख रुपये लेकर छोड़ दिया दो स्मैक तस्कर, एसपी ने थाने में मारा छापा से इंस्पेक्टर दीवार फांदकर एक दलाल के साथ भाग निकला, निलंबित

लखनऊ । बरेली के फरीदपुर थाना प्रभारी रामसेवक ने तीन स्मैक तस्कर पकड़ने के बाद उनमें से दो को सात लाख रुपये लेकर छोड़ दिया। तीसरे के थाने में बंद रहने के दौरान उसके करीबियों की आवाजाही से मामला चर्चा में आ गया। इसकी खबर एसएसपी अनुराग आर्य तक पहुंची तो उन्होंने बृहस्पतिवार सुबह-सुबह एसपी दक्षिणी और सीओ को जांच करने थाने भेजा। छापा पड़ते ही इंस्पेक्टर दीवार फांदकर एक दलाल के साथ भाग निकला। तलाशी के दौरान उसके आवास से 9.96 लाख रुपये बरामद किए गए। इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है। रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई है।

फरीदपुर पुलिस ने बुधवार रात गांव नवदिया अशोक निवासी आलम व नियाज अहमद सहित तीन लोगों को स्मैक तस्करी के आरोप में पकड़ा था। उनके पकड़ते ही गिरोह सरगना व अन्य साथी सक्रिय हो गए।
उन्होंने रात में ही इंस्पेक्टर रामसेवक से उन्हें छोड़ने की बात की। दो लोगों को छोड़ने का सौदा सात लाख रुपये में तय हुआ। तीसरा व्यक्ति रुपये नहीं दे पाया तो उसे इंस्पेक्टर ने नहीं छोड़ा। सात लाख रुपये लेने के बाद आलम और नियाज को रात में ही छोड़ दिया।

सूत्रों के मुताबिक इंस्पेक्टर की कारस्तानी की जानकारी थाने के ही किसी कर्मचारी ने एसएसपी अनुराग आर्य को दे दी। उन्होंने गुरुवार सुबह पहले सीओ गौरव सिंह और फिर एसपी दक्षिणी मानुष पारीक को थाने भेजा। इंस्पेक्टर के कार्यालय पर अधिकारी अपनी टीम के साथ तलाशी लेने लगे तो वह मौका पाकर एक दलाल के साथ थाने से फरार हो गया। एसपी दक्षिणी ने इंस्पेक्टर कार्यालय के ठीक पीछे बने आवास की तलाशी ली। यहां एक जगह सात लाख तो दूसरी जगह से करीब 2.96 लाख रुपये बरामद किए गए। सीओ ने भ्रष्टाचार संबंधी धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई है। बताते हैं कि इंस्पेक्टर सरकारी मोबाइल फोन भी अपने साथ ले गया।एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि शिकायत पर तलाशी ली गई तो फरीदपुर इंस्पेक्टर के कमरे से करीब 9,96,000 रुपये बरामद किए गए हैं। इंस्पेक्टर की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर दी गई है। इसके अलावा भी इस घटनाक्रम में थाने के किसी कर्मचारी की भूमिका संदिग्ध मिली तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
सिपाही नागरिक पुलिस के 60,244 पदों पर सीधी भर्ती के लिए परीक्षा शुरू, ई-केवाईसी और बॉयोमैट्रिक सत्यापन के बाद दिया गया प्रवेश

लखनऊ । यूपी पुलिस में सिपाही नागरिक पुलिस के 60,244 पदों पर सीधी भर्ती के लिए आज से लिखित परीक्षा शुरू हो गई है। आज से 5 दिनों तक दो पालियों में परीक्षा का आयोजन किया गया है। लखनऊ सहित अलग-अलग जिलों में आज सुबह से ही परीक्षा देने आए अभ्यिर्थियों की लाइन केंद्रों के बाहर लग गई। करीब सवा आठ बजे चेकिंग करने के बाद उन्हें अंदर प्रवेश करने की अनुमति दे दी गई। ई-केवाईसी और बॉयोमैट्रिक सत्यापन के बिना किसी भी अभ्यर्थी को परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने नहीं दिया गया। करीब साढ़े नौ बजे प्रवेश रोक दिया गया और 10 बजे परीक्षा शुरू हो गई।

उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के अध्यक्ष डीजी राजीव कृष्णा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन और निर्देश पर शुक्रवार से भर्ती परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। सुरक्षा की समीक्षा मुख्यमंत्री खुद कर रहे हैं। सभी 67 जिलों में प्रश्न पत्र आ चुके हैं, जिन्हें ईवीएम की तर्ज पर पुख्ता सुरक्षा के बीच स्ट्रांग रूम में रखा गया है। अभ्यर्थियों के आवागमन के लिए प्रदेश सरकार ने बसों में मुफ्त यात्रा का इंतजाम किया है तो रेलवे की मदद से ट्रेनों में अभ्यर्थियों के लिए अतिरिक्त बोगियां लगाई गयी हैं।
सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर लीक होने की अफवाह फैलाने वालों पर शिकंजा कसना शुरू,पुलिस ने सतर्क रहने की अपील की
लखनऊ । सोशल मीडिया पर सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर लीक होने की अफवाह फैलाने वालों पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है। टेलीग्राम चैनल पर इस तरह के मैसेज प्रसारित करने वालों पर पुलिस भर्ती बोर्ड ने हुसैनगंज थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है।वहीं, भर्ती को लेकर एक्स पर असत्य और अपमानजनक पोस्ट पर सपा के पूर्व मंत्री यासर शाह को भी आरोपी बनाया गया है। साइबर सेल की टीम व एसटीएफ को जांच में लगाया गया है। भर्ती बोर्ड मीडिया सेल के प्रभारी इंस्पेक्टर सतेंद्र कुमार की तहरीर पर दर्ज केस में बताया गया है कि कुछ शरारती तत्व सोशल मीडिया पर पेपर लीक होने की अफवाह फैला रहे हैं। अभ्यर्थियों को धोखा देकर उनसे ठगी की कोशिश कर रहे हैं।

टेलीग्राम पर चल रहे चैनल paper leak 2024, व PROOF OF STUDENT के अलावा आदित्य तोमर के टेलीग्राम अकाउंट के जरिये फर्जी प्रश्नों को वायरल कर क्यूआर कोड भेजकर रुपयों की मांग की जा रही है। कई अन्य टेलीग्राम अकाउंट से भी यह फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए केस दर्ज कर टीमों को मामले की तफ्तीश में लगाया है।फर्जी पेपर लीक भेजकर जिनकी यूपीआई आईडी रुपये लेने के लिए भेजी गई है, उनको भी केस में आरोपी बनाया गया है। इसमें शोएब नबी सोफी, हरीश कुमार भगत, मनु कुमार, कपिल और सिद्घार्थ गुप्ता शामिल हैं। डिलाइट इंटरप्राइजेज फर्म का भी क्यूआर कोड शेयर किया गया है। बैंक डिटेल की मदद से पुलिस इन सभी तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।

एफआईआर के मुताबिक सपा के पूर्व मंत्री यासर शाह ने अपने एक्स अकाउंट से भर्ती पेपर लीक होने का असत्य व अपमानजनक पोस्ट किया है। एफआईआर में ये भी दावा किया गया है कि अन्य आरोपियों की तरह यासर शाह ने भी अलग-अलग ग्रुप व अकाउंट बनाए हैं। क्यूआर कोड भेजकर धन उगाही करने व शासन की छवि धूमिल करने की कोशिश की जा रही है।पुलिस अफसरों ने अभ्यर्थियों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें। बिना किसी संदेह के परीक्षा में शामिल हों। अगर कोई भी शख्स उनसे पेपर लीक आदि की बात कहकर संपर्क कर रकम मांगे तो तत्काल पुलिस को सूचित करें। ऐसे लोगों पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस, एसटीएफ समेत कई एजेंसियां लगाई गई हैं। सोशल मीडिया की भी निगरानी की जा रही है जिससे अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई की जा सके।
साबरमती एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने के मामले में जांच के लिए गठित टीम ने  घटनास्थल का किया निरीक्षण
लखनऊ। कानपुर में साबरमती एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने के मामले में जांच के लिए गठित सीनियर एडमिनिस्ट्रेटिव ग्रेड (एसएजी) की टीम ने  घटनास्थल का निरीक्षण किया। टीम ने पनकी इंडिस्ट्रयल एरिया पुलिस चौकी पहुंचकर रेलवे ट्रैक के पास मिले पटरी के टुकड़े और क्लैंप की जांच पड़ताल की। इसके बाद लोको पायलट, असिस्टेंट लोको पायलट, गार्ड समेत अन्य 80 लोगों को बयान के लिए बुलाया।

प्रिंसिपल चीफ सेफ्टी आॅफिसर की अध्यक्षता वाली एसएजी की जांच समिति ने सुबह सेंट्रल स्टेशन के कांफ्रेंस रूम में लोको पायलट एपी सिंह बुंदेला, चेतराम मीणा, दिनेश कुमार, सुबोध तिवारी, रोशनलाल, आरपी सिंह, संजय कुरील, संजेश कुमार, धर्मवीर, एके भसीन, रोशनलाल, एमपीएस सिसोदिया, अमित कुमार से पूछताछ की।

इसके अलावा आरपीएफ, जीआरपी, टीटीई, कैरेज एंड वैगन विभाग के स्टॉफ को भी बुलाया गया। जानकारी जुटाने के बाद एसएजी की टीम पनकी और पुराना कानपुर स्टेशन गई। उन्होंने पटरी के टुकड़े को वहां की लाइन पर रखकर जांच की। इसके बाद जूही लोकोशेड में खड़े साबरमती एक्सप्रेस के इंजन की जांच की। यहां अधिकारियों ने स्पीडो मीटर और अन्य कार्ड का परीक्षण किया।

स्पीडो मीटर से स्पीड के साथ ही मौजूदा हालात के बारे में सुराग हासिल करने के बाद जांच अधिकारी शाम को फिर साबरमती एक्सप्रेस के स्टाफ से मिले और कुछ बिंदुओं पर अतिरिक्त बयान लेकर चले गए। सूत्रों का कहना है कि गुरुवार को भी टीम कुछ कर्मचारियों से पूछताछ करेगी। बता दें, टीम में चीफ रोलिंग स्टॉक इंजीनियर, चीफ टैक इंजीनियर, चीफ सिक्योरिटी कमिश्नर, आरपीएफ के डीआईजी शामिल हैं।
लखनऊ में 81 परीक्षा केन्द्र पर 39,072 अभ्यर्थी देंगे परीक्षा, एडमिट कार्ड के साथ सिर्फ कलम और आईडी प्रूफ ले जाने की अनुमति
लखनऊ। उत्तर प्रदेश आरक्षी सीधी भर्ती-2023 लिखित परीक्षा के लिए लखनऊ में 81 परीक्षा केन्द्र बनाये गये हैं। ये परीक्षाएं 23, 24, 25, 30 और 31 अगस्त को होनी है। इन परीक्षा केन्द्रों में 39,072 अभ्यर्थी सम्मिलित हो रहे हैं। शांतिपूर्ण, निष्पक्ष परीक्षा को सम्पन्न कराने के लिए पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ ने सारी तैयारी कर ली है। यह परीक्षाएं इन तारीखों में दो पालियों में सम्पन्न होंगे।

प्रथम पाली सुबह दस बजे से दोपहर 12 बजे तक और द्वितीय पाली में दोपहर तीन बजे से शाम पांच बजे तक रहेगा। 81 परीक्षा केन्द्रों पर पुलिस भर्ती बोर्ड के मानक के अनुसार केन्द्र प्रभारी पुलिस एवं सीसीटीवी प्रभारी की ड्यूटी लगायी गयी है। उनके साथ केन्द्र की सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर आवश्यक पुलिस बल की तैनाती की गयी है। परीक्षा के दौरान यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से चले, इसके लिए रेलवे स्टेशन, मैट्रो, बस अड्डा एवं टैक्सी स्टैण्ड व परीक्षा केन्द्रों के पास यातायात पुलिस की ड्यूटी लगायी गयी है। अभ्यर्थी सिर्फ पेन, प्रवेश पत्र तथा पहचान पत्र लेकर प्रवेश कर पायेंगे।

आरक्षी नागरिक पुलिस सीधी भर्ती की लिखित परीक्षा को लेकर तैयारियों को जानकारी देते हुए संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था अमित वर्मा ने भर्ती लिखित परीक्षा  को  पारदर्शिता और निष्पक्ष बनाए रखने के लिए नोडल अधिकारी आनन्द सिंह कि तैनाती की गई। नोडल अधिकारी आनन्द सिंह ने बताया कि परीक्षा केंद्रों के आसपास लोकल इंटेलीजेंस यूनिट की जाएगी और अभ्यर्थी सिर्फ पेन, प्रवेश पत्र तथा पहचान पत्र को ही ले जा सकेगें। महिलाओं की चेकिंग के लिए महिला पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। परीक्षा पूर्ण होने तक अभ्यर्थी व नियुक्त कर्मी केंद्र के बाहर नहीं जाएंगे कोई भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस परीक्षा केंद्र के अंदर नहीं जा सकेगी।

प्रत्येक केंद्र के सीसीटीवी की रिकार्डिंग को स्टोर करके रखा जाएगा। रेलवे, मेट्रो, बस स्टेशन एवं टैक्सी स्टैंड पर यातायात पुलिस तैनात परीक्षा केन्द्रों के आस पास भी लगाई गई यातायात पुलिस की ड्यूटी पांच ड्रोन टीमों और सीसीटीवी से रखी जाएगी परीक्षा पर पैनी नजर।  गड़बड़ी मिली तो अभ्यर्थी पर लगेगा आजीवन परीक्षा देने पर प्रतिबंध बाहर से आने वाले अभ्यर्थियों के रहने के लिये भी व्यवस्था की गई है। अभ्यर्थियों के लिये रेलवे से समन्वय करके स्पेशल ट्रेन की व्यवस्था की गई है।  रेलवे, बस और मेट्रो स्टेशन के पास हेल्प डेस्क भी बनाये गये हैं। नोडल अधिकारी आनन्द सिंह  ने बताया कि पेपर लीक, नकल माफिया और साल्वर बनकर परीक्षा में गड़बड़ी करने वालों के लिये नये कानून में आजीवन कारावास और एक करोड़ रुपये तक का जुमार्ना या फिर दोनों से दंडित करने का प्रावधान रखा गया है। प्रश्नपत्रों और उत्तर पुस्तिका की सुरक्षा के साथ ही पुलिस का सारा फोकस साल्वर और नकल माफिया पर है।

सभी परीक्षा केदें में प्रशक्षित पुलिस कर्मियों द्वारा हैंडहेल्ड मेटल डिटेक्टर से जांच कि जायेगी। ताकि कोई आपत्तिजनक और प्रतिबंधित सामग्री अंदर न जा सके। परीक्षा केन्द्रों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग को सुरक्षित रखा जाएगा।  इस बार परीक्षा केंद्र के बाहर ही परीक्षार्थियों का बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन किया जाएगा। उनके प्रवेश पत्र की डिटेल और आधार कार्ड में दर्ज जानकारियों का मिलान किया जाएगा ताकि साल्वर और मुन्ना भाइयों को प्रवेश द्वार पर ही रोक लिया जाए। कुछ अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्रों और आधार की जानकारियों में अंतर है ये अभ्यर्थी पुलिस की विशेष जांच के केंद्र में हैं। इनके प्रवेश पत्रों पर बेरीफिकेशन अपेक्षित भी लिखा है। इन अभ्यर्थियों को परीक्षा से ढाई घंटे पहले पहुंचना होगा और जिसमें आधार प्रमाणित लिखा है वह आधे घंटे पहले पहुंचकर प्रवेश पा सकते हैं। कुल मिलाकर बगेर आधार वेरिफिकेशन के किसी भी अभ्यर्थी को प्रवेश नहीं दिया जाएगा।

नोडल अधिकारी आनन्द सिंह ने कहा कि आरक्षी लिखित परीक्षा देने लखनऊ आ रहे अभ्यर्थियों और उनके परिजनों के ठहरने के लिए शहर के सभी पांच जोन में कुल 29 स्थानों पर ठहरने की अस्थायी व्यवस्था की है। थाना नाका, हसैनगंज ,चौक,वजीरगंज,ठाक्रगंज,पारा, सुशान्त गोल्फ सिटी, मोहनलालगंज, कृष्णानगर, चिनहट, विभूतिखण्ड, गुडम्बा, मड़ियांव स्थान शामिल हैं। सभी परीक्षा केन्द्रों के मुख्य गेट एवं प्रवेश द्वारा पर अभ्यर्थियों की प्रभावी के लिए मशीनों के साथ प्रशिक्षित पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगायी गयी है एवं महिलाओं की चेकिग के लिए महिला पुलिस कर्मियों की भी तैनाती की गयी है।साथ ही सभी परीक्षा केन्द्रों के निकटतम स्थानों पर परीक्षा दिवस में यूपी 112 की गाड़ियों को लगातार भ्रमणशील रहने एवं किसी भी आकस्मिक स्थिति में परीक्षा केन्द्रों पर त्वरित गति से पहुंचने एवं लगातार भ्रमण शील रहने के निर्देश दिये गये ।

परीक्षा की गोपनीय सामग्रियों की सुरक्षा के दृष्टिगत कोषागार जिलाधिकारी कार्यालय एवं अन्य स्थानों पर अग्नि सुरक्षा उपकरणों की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की गई है एवं आवश्यक फायर मेन कर्मियों की ड्यूटी लगायी गयी है। परीक्षा सकुशल सम्पन्न कराये जाने के लिए जिलाधिकारी, अपर जिलाधिकारी प्रशासन तथा परीक्षा केन्द्रों पर ड्यूटी में लगे सेक्टर मजिस्ट्रेट एवं स्टैटिक मजिस्ट्रेट से लगातार समन्वय स्थापित कर आवश्यक कार्यवाही करते हुए परीक्षा केन्द्रों से सम्बन्धित समस्याओं पर कार्रवाई करेंगे । परीक्षा के लिये कमिश्नरेट  पुलिस ने परीक्षा केंद्रों पर 8 एसीपी, 62 इंस्पेक्टर, 11 महिला सब इंस्पेक्टर, 173 सब इंस्पेक्टर, 173 मुख्य आरक्षी, 346 आरक्षी, 173 महिला आरक्षी लगाए हैं। सभी जोन में बने सीसीटीवी कंट्रोल रूम में 8। सब इंस्पेक्टर को लगाया गया है। सेक्टर मजिस्ट्रेट के साथ 162 सशस्त्र बल के जवान लगाए गये हैं। चेकिंग फ्रिस्किंग के लिए एलआईसी ड्यूटी के लिये 492 कांस्टेबल को लगाया गया है। इसके साथ ही मुख्यालय से 03 पुलिस उपाधीक्षक, 15 निरीक्षक तथा 02कंपनी पीएसी को तैनात किया गया है। इसके साथ ही सीसीटीवी और 05 ड्रोन टीमों के साथ परीक्षा की सुरक्षा को और पुख्ता किया जाएगा।
यूपी में 15 लाख महिलाओं ने खाकी पहनने की दिखाई रुचि,करीब 12 हजार का होना है चयन
लखनऊ । यूपी पुलिस बल में शामिल होने के लिए युवक ही नहीं बल्कि युवतियां बेताब हैं। इसीलिए सिपाही बनकर खाकी पहनने के लिए 15 लाख महिलाओं ने रुचि दिखाई है, जिनमें से करीब 12 हजार का चयन होना है। इसके साथ ही यूपी पुलिस में महिलाओं की संख्या तकरीबन 50 हजार हो जाएगी। इस भर्ती के बाद प्रदेश पुलिस में महिलाओं की 20 फीसदी दावेदारी भी पूरी हो जाएगी। बता दें कि प्रदेश पुलिस में वर्तमान में करीब 37 हजार महिलाएं कार्यरत हैं, जिसमें से 35 हजार नागरिक पुलिस में हैं।

महिलाओं को पुलिस में नौकरी देने में बिहार सबसे आगे

जानकारी के लिए बता दें कि देश भर के पुलिस बल में यदि महिला और पुरुष कर्मियों के अनुपात पर गौर करें तो बिहार पहले स्थान पर है। यूपी में वर्तमान में करीब 12 फीसदी महिलाकर्मी हैं। सिपाही नागरिक पुलिस के 60,244 पदों पर सीधी भर्ती में महिलाओं के लिए 20 फीसदी आरक्षण का नियम है, जिसके बाद 12 हजार महिलाओं को खाकी पहनने का मौका मिलेगा। इससे प्रदेश पुलिस में महिलाओं की संख्या करीब 50 हजार तक पहुंच जाएगी। वहीं, भर्तियों के बाद यूपी पुलिस बल में महिलाओं का अनुपात भी बढ़ जाएगा। भर्ती प्रक्रिया के संपन्न होने के बाद प्रदेश पुलिस में महिलाओं का अनुपात करीब 12 फीसदी से बढ़कर 15 फीसदी हो जाएगा। वहीं पीएसी में तीन महिला वाहिनियों के लिए होने वाली भर्तियों के बाद यह अनुपात 20 फीसदी तक हो जाएगा।

एक पद के 83 उम्मीदवार, करीब 48 लाख आवेदन मिले

पुलिस भर्ती बोर्ड को सिपाही सीधी भर्ती के लिए करीब 48 लाख आवेदन मिले हैं। सिपाही के एक पद के लिए करीब 83 दावेदार हैं। आवेदन करने वालों में करीब 35 लाख पुरुष व 15 लाख महिलाएं हैं। पहली बार इतनी बड़ी संख्या में महिलाओं ने पुलिस का हिस्सा बनने के लिए आवेदन किया है। महिला सिपाही के एक पद के लिए 125 दावेदार हैं।यदि पुलिस बल में महिलाओं के अनुपात की बात करें तो बिहार सबसे आगे है। बिहार में 25.3 फीसदी महिला पुलिसकर्मी हैं। इसके बाद हिमाचल प्रदेश में 19.2 फीसदी और तामिलाडु में 18.5 फीसद महिलाकर्मी हैं। पिछले कई वर्षों से प्रदेश पुलिस में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के प्रयास हो रहे हैं, लेकिन भर्ती प्रक्रिया के लटकने से इसे पूरा नहीं किया जा सका।

इतनी महिलाओं को सिपाही बनने का मिलेगा मौका

पुलिस भर्ती बोर्ड के अनुसार 15 लाख आवेदन सिपाही बनने के लिए महिलाओं ने किए हैं। जिसमें 12 हजार महिलाओं को प्रदेश पुलिस का हिस्सा बनने का मौका मिलेगा। वर्तमान में 35200 महिलाकर्मी नागरिक पुलिस में कार्यरत हैं। 2500 महिलाकर्मी प्रदेश पुलिस बल की अन्य शाखाओं में कार्यरत है। 50 हजार तक महिलाकर्मी हो जाएंगी हालिया भर्ती प्रक्रिया के बाद। इस प्रकार से देखा जाए तो फिलहार अभी 3.10 लाख पुलिसकर्मी वर्तमान में प्रदेश पुलिस बल का हिस्सा हैं।


23, 24, 25 एवं 30 और 31 अगस्त कई जिलों में  होगी परीक्षाएं

उत्तर प्रदेश में पुलिस आरक्षी नागरिक पुलिस सीधी भर्ती के पदों पर 23, 24, 25 एवं 30 और 31 अगस्त कई जिलों में परीक्षाएं होगी। इन परिक्षाओं को नकलविहिन एवं शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न कराये जाने के लिए  पुलिस महानिदेशक यूपी प्रशांत कुमार ने मातहतों को कड़े निर्देश दिए हैं। डीजीपी ने कहा कि परीक्षा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिगत परीक्षा केन्द्रों के आवागमन मार्ग पर स्थित सीसीटीवी कैमरों को क्रियाशील करा ले। नये सीसीटीवी कैमरे भी पर्याप्त संख्या में अधिष्ठापित कराये। चिन्हित हॉटस्पॉट्स पर ड्रोन कैमरों से चेकिंग हो। उक्त परीक्षा के परिप्रेक्ष्य में सम्बन्धित विभागों से समन्वय स्थापित कर परीक्षा केन्द्रों का स्वयं एवं प्रशासनिक, पुलिस अधिकारियों के साथ स्थलीय भ्रमण करे। परीक्षा केन्द्रों पर भीड न लगने दे।

आपत्तिजनक सामग्री ले जाने पर पूर्णता प्रतिबंध

परीक्षा केन्द्रों के आसपास ध्वनि विस्तारक यन्त्रों का प्रयोग एवं परीक्षा परिसर में मोबाइल फोन, आईटी गैजेट्स एवं अन्य आपत्तिजनक सामग्री ले जाने पर पूर्णता प्रतिबंध है, इसका सख्ती से पालन कराया जाये। परीक्षा केन्द्रों के प्रवेश स्थलों पर अभ्यर्थियों की तलाशी में सहयोग के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस कर्मी (महिला/पुरुष कर्मी) तैनात किये जाए। सोशल मीडिया सेल व जनपदीय अभिसूचना तंत्र को और अधिक सकिय व सतर्क कर दिया जाय। परीक्षा से सम्बन्धित समस्त अफवाहों व अन्य सोशल मीडिया पोस्ट का तत्काल संज्ञान लेकर अपेक्षित विधिसम्मत कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। उपरोक्त निदेर्शों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराया जाय।

दूसरे राज्य के युवाअों में भी भर्ती में शामिल होने का दिख रहा क्रेज

यूपी पुलिस में 60,244 पदों पर होने वाली सिपाही नागरिक पुलिस की सीधी भर्ती का क्रेज देश के अन्य राज्यों के युवाओं में भी देखने को मिल रहा है। यही वजह है कि 26 राज्यों एवं 8 केंद्र शासित प्रदेशों से 6,30,481 युवाओं ने भी आवेदन किया है। 23 अगस्त से शुरू होने वाली भर्ती परीक्षा में बड़ी तादाद में अन्य राज्यों के अभ्यर्थी भी शामिल होंगे।सिपाही भर्ती परीक्षा के लिए सबसे ज्यादा बिहार के युवाओं ने आवेदन किया है। इसके बाद मध्य प्रदेश और राजस्थान के अभ्यर्थी हैं। हरियाणा, दिल्ली, झारखंड, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, पंजाब, महाराष्ट्र, गुजरात, छत्तीसगढ़ और कर्नाटक के भी युवा इसमें शामिल होंगे। केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर, चंडीगढ़, दादर एवं नगर हवेली, गोवा, दमन एवं दीव, पुडुचेरी के भी अभ्यर्थी शामिल होंगे।

परीक्षा केंद्र तक आने-जाने का बस का नहीं लगेगा किराया

दूसरे राज्यों के अभ्यर्थी भी यूपी में आने के बाद अपने परीक्षा केंद्र वाले जिले में जाने के लिए निशुल्क बस यात्रा का लाभ ले सकते हैं। इसके लिए उन्हें एडमिट कार्ड की दो प्रतियां साथ रखनी होंगी, जो टिकट का कार्य करेंगी। परीक्षा केंद्र तक आने-जाने के लिए उन्हें बस का किराया नहीं देना होगा। अभ्यर्थियों की सुविधा का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है। जिलों को डीजीपी मुख्यालय और भर्ती बोर्ड की ओर से इस संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं ताकि अभ्यर्थियों को आवागमन, ठहरने आदि के लिए परेशानी का सामना न करना पड़े। खासकर महिला अभ्यर्थियों की सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध करने को कहा गया है।