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कुश्ती में महिला पहलवान रितिका हुड्डा ने हंगरी की पहलवान को हराकर प्री-क्वार्टर फाइनल में बनाई जगह

76 किलो कैटेगिरी कुश्ती में महिला पहलवान रितिका हुड्डा ने हंगरी की पहलवान को हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई. रितिका ने पेरिस के अखाड़े में कमाल का प्रदर्शन करते हुए हंगरी की पहलवान को एकतरफा अंदाज में हराया. रितिका इस कैटेगिरी में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली पहली महिला पहलवान हैं. रितिका का जबरदस्त पावर गेम देख ऐसा लग रहा है कि ये खिलाड़ी भारत को एक और मेडल जिता सकती है.

भारतीय नौसेना की अफसर हैं रितिका

रोहतक में जन्मीं रितिका भारतीय नौसेना की अफसर हैं. वो चीफ पैटी अफसर के पद पर तैनात हैं. रितिका का करियर ज्यादा लंबा नहीं है ये खिलाड़ी 2022 में वर्ल्ड जूनियर चैंपियनशिप में 72 किलो वर्ग में ब्रॉन्ज मेडल जीतने में कामयाब रही थी. इसके बाद 2023 तिराना में हुई अंडर 23 वर्ल्ड चैंपियनशिप में इस खिलाड़ी ने गोल्ड मेडल अपने नाम किया. 2024 में ही एशियन चैंपियनशिप में रितिका ने 72 किलो वर्ग में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया.

रितिका का अगला चैलेंज

रितिका को क्वार्टर फाइनल में दुनिया की नंबर 1 रेसलर एइपेरी मेडेट काइज़ी से भिड़ना है. जाहिर तौर पर ये मुकाबला उनके लिए आसान नहीं होगा. किर्गिस्तान की ये रेसलर 2 बार एशियन चैंपियनशिप जीत चुकी है. ये खिलाड़ी एशियन गेम्स की गोल्ड मेडलिस्ट भी हैं.

क्या रितिका करेंगी अमन सहरावत जैसा कमाल?

पेरिस ओलंपिक में भारतीय टीम को कुश्ती में सिर्फ एक मेडल हासिल हुआ है. ये कारनामा भी अमन सहरावत ने 57 किलो वर्ग में किया था. अमन सहरावत ने ब्रॉन्ज मेडल मैच में एकतरफा अंदाज में जीत हासिल की है. अमन महज 21 साल के हैं और वो ओलंपिक में भारत के लिए मेडल जीतने वाले सबसे युवा खिलाड़ी हैं. रितिका भी महज 22 साल की हैं क्या वो अमन की तरह मेडल जीत पाएंगी, ये देखने वाली बात होगी.

पेरिस ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद भारतीय हॉकी टीम लोटे अपना स्वदेश, दिल्ली एयरपोर्ट में किया गया स्वागत

भारतीय हॉकी टीम ने हाल ही में पेरिस ओलंपिक में देश के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीता. ब्रॉन्ज मेडल मैच में भारत ने स्पेन को 2-1 से मात दी थी. इस ऐतिहासिक जीत के बाद भारतीय टीम के कुछ खिलाड़ी भारत लौट आए हैं. दिल्ली एयरपोर्ट पर भारतीय खिलाड़ियों का ढोल-नगाड़ों से भव्य स्वागत हुआ. लेकिन इन सब के बीच सोशल मीडिया पर एक बहस शुरू हो गई है. कुछ फैंस का मामना है कि स्वदेश लौटने पर भारतीय हॉकी टीम के खिलाड़ियों का अपमान हुआ है. उन्होंने इसके पीछे की वजह भी बताई है.

क्या भारतीय हॉकी टीम का हुआ अपमान?

भारतीय खिलाड़ियों के इंतजार में फैंस सुबह से ही एयरपोर्ट के बाहर जमा हो गए थे. जैसे ही खिलाड़ी वापस लौटे तो ढोल-नगाड़ों के साथ खिलाड़ियों का स्वागत किया गया. लेकिन ये भीड़ टी20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद भारत लौटने वाली टीम इंडिया के मुकाबले काफी कम थी. इसमें कोई संदेह नहीं है कि क्रिकेट देश का सबसे लोकप्रिय खेल है, और जब क्रिकेट की तुलना दूसरे खेलों से की जाती है तो इसमें बहुत अंतर दिखाई देता है. इस बार भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला.

दूसरी ओर जिस बस से भारतीय हॉकी टीम को ले जाया गया उस पर भी सवाल उठ रहे हैं. दरअसल, ये एक साधारण वोल्वो बस थी, जिसमें ज्यादा कुछ फैसिलिटी दिखाई नहीं दे रहीं थीं. वहीं, टीम इंडिया को दिल्ली एयरपोर्ट से एक लग्जरी बस से हॉटल ले जाया गया था. इन दोनों बसों की फोटोज सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं, जिसके बाद फैंस भेदभाव का आरोप लगा रहे हैं.

ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम का दबदबा

भारत हॉकी में ओलंपिक के इतिहास का सबसे सफल देश है. वह 8 बार गोल्ड मेडल, 4 सिल्वर मेडल और 1 बार सिल्वर मेडल भी जीत चुका है. भारत 1928 ओलंपिक से हॉकी में हिस्सा ले रहा है. इस दौरान भारतीय हॉकी टीम ने अपने शुरुआत 6 ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने का कारनामा किया था. बता दें, भारत के अलावा सिर्फ ऑस्ट्रेलिया ही हॉकी में 10 मेडल जीतने का कारनामा कर सका है. लेकिन उसके नाम 1 गोल्ड मेडल ही है. नीदरलैंड और ग्रेट ब्रिटेन ने अभी तक 9-9 ओलंपिक मेडल जीते हैं. वहीं, पाकिस्तान के नाम हॉकी में 8 मेडल दर्ज हैं.

बाबर आजम को अरशद नदीम को बधाई देना पड़ा भारी,एक पोस्ट ने पूरे पाकिस्तान में मचाया बवाल

पेरिस ओलंपिक में पाकिस्तान के अरशद नदीम ने जैवलिन थ्रो के फाइनल राउंड में नया रिकॉर्ड बनाते हुए गोल्ड मेडल जीतने में कामयाबी हासिल की. अरशद नदीम की ये जीत पूरे पाकिस्तान के लिए काफी खास रहे. हर कोई उन्हें इस बड़ी उपलब्धि के लिए बधाई दे रहा है, इस लिस्ट में पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान बाबर आजम शामिल हैं. बाबर आजम ने सोशल मीडिया पर अरशद नदीम को बधाई दी, लेकिन इस दौरान उनके एक बड़ी गलती हो गई.

अरशद नदीम को बधाई देना बाबर को पड़ा भारी

अरशद नदीम ने जैवलिन थ्रो के फाइनल राउंड में 92.97 मीटर का थ्रो किया, जो ओलंपिक का एक नया रिकॉर्ड है. अरशद के गोल्ड मेडल जीतते ही बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान समेत कई खिलाड़ियों ने सोशल मीडिया पर रिएक्ट किया, लेकिन बाबर इस दौरान एक बड़ी गलती कर बैठे. वाइट बॉल क्रिकेट के मौजूदा कप्तान बाबर आजम ने लिखा, ’30 सालों के बाद पाकिस्तान में वापस गोल्ड आ गया है. इस बड़ी उपलब्धि के लिए अरशद नदीम को बहुत-बहुत बधाई. आपने पूरे देश को गौरवान्वित किया है.

बता दें, पाकिस्तान ने अपना पिछला गोल्ड मेडल 1984 में जीता था. ऐसे में अब पाकिस्तान ने 30 नहीं बल्कि 40 साल के बाद कोई ओलंपिक गोल्ड मेडल जीता है. इसके अलावा 32 साल के बाद ये पहला मौका है जब पाकिस्तान की झोली में ओलंपिक मेडल जीता है. बाबर इस दौरान एक और बड़ी गलती की. उन्होंने अपने ट्वीट में गलत अरशद नदीम को टैग कर दिया, जिसके बाद वह सोशल मीडिया पर ट्रोल हो रहे है. ये पहला मौका नहीं है बाबर इससे पहले भी कई बार अपनी ऐसी गलतियों की वजह से सोशल मीडिया पर ट्रोल हो चुके हैं.

इन क्रिकेटर्स ने भी अरशद को दी बधाई

पाकिस्तान के विकेटकीपर मोहम्मद रिजवान ने पोस्ट करते हुए लिखा, ‘एक असाधारण एथलीट से गोल्ड. आपके ऊपर इससे ज्यादा गर्व नहीं हो सकता है मेरे भाई. आप प्रशंसनीय हैं. अंतर्राष्ट्रीय मंच पर चमक और धूम बरकार रहे. ऑलराउंडर शादाब खान ने भी बधाई देते हुए लिखा, ‘ओलंपिक में संभवतः यह किसी पाकिस्तानी एथलीट की सबसे बड़ी व्यक्तिगत उपलब्धि है. पूरे देश को अरशद नदीम की उपलब्धि पर गर्व है. आपने जिस तरह से देश का प्रतिनिधित्व किया है उसके लिए धन्यवाद.

IPL में फिर से वापसी करेंगे रिकी पोंटिंग, कर दिया बड़ा ऐलान

हाल ही में रिकी पोंटिंग  का दिल्ली कैपिटल्स  के साथ उनका करार खत्म हुआ है. कोच के तौर पर पोंटिंग दिल्ली कैपिटल्स को आईपीएल का खिताब दिलाने में असमर्थ रहे जिसका उन्हें मलाल है. अब एक बार फिर पोंटिंग ने आईपीएल में कोचिंग करने को लेकर अपनी राय दी है. पोंटिंग ने माना है कि वह फिर से आईपीएल में कोच की भूमिका निभा सकते हैं. आईसीसी रिव्यू के साथ बात करते हुए पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने अपनी राय दी है. 

पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने आईपीएल में कोच के तौर पर वापसी को लेकर कहा, "मैं आईपीएल में फिर से किसी फ्रेंचाइजी के लिए कोंचिंग करना पसंद करूंगा. मैंने हर साल बहुत अच्छा समय बिताया है, चाहे वह खिलाड़ी के तौर पर शुरुआती दिनों में हो या मुंबई में मुख्य कोच के तौर पर बिताए गए कुछ साल. मैंने दिल्ली में सात सीज़न खेले, जो दुर्भाग्य से उस तरह से काम नहीं आया जैसा मैं चाहता था और निश्चित रूप से जिस तरह से फ्रेंचाइजी चाहती थी. मुझे लगता है कि मेरा वहां जाना टीम के लिए कुछ हासिल करने की कोशिश थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ."

पोंटिंग को उम्मीद है कि दिल्ली अपने अगले कोच का चयन करते समय एक अलग दृष्टिकोण अपनाएगी, पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने दिल्ली की कोचिंग छोड़ने के पीछे अपने कारण भी बताए. पोंटिंग ने कहा, " फ़्रेंचाइज़ी संभवतः इस पद के लिए किसी लोकल दिग्गज को नियुक्त करेगी. दिल्ली की फ्रेंचाइजी किसी ऐसे कोच की तलाश में हैं जो उन्हें ऑफ़-सीज़न के दौरान थोड़ा और समय और दे सके, मैं बस इतना नहीं कर सकता था कि मेरे पास इसके अलावा दूसरी अन्य चीज़ें हैं."

रिकी पोंटिंग को लगता है कि दिल्ली की टीम भारतीय कोच को अपने साथ अब जोड़ना चाह रही है. पोंटिंग ने अपनी बात आगे ले जाते हुए कहा, "लेकिन मैं अपने समय के लिए वास्तव में आभारी हूं जो मैंने वहां बिताया, कुछ महान लोगों से मिला, कुछ महान लोगों के साथ काम किया और जाहिर तौर पर सालों से कुछ महान खिलाड़ियों के साथ भी काम भी किया. इसलिए मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं लेकिन जैसा कि मैंने कहा कि अगले कुछ महीनों में मेरे लिए कुछ अवसर आ सकते हैं और मैं अगले सीजन में फिर से आईपीएल में कोचिंग करना पसंद करूंगा. हो सकता है कि मैं फिर से आईपीएल से जुड़ जाउं."

जिस महिला पर लगा था पुरुष होने का आरोप ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर रच दिया इतिहास

पेरिस ओलंपिक में अल्जीरिया की बॉक्सर इमान खेलीफ ने गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है.उन्होंने महिला बॉक्सिंग की वेल्टरवेट कैटगरी के फाइनल मुकाबले में चीन की बॉक्सर और 2023 की वर्ल्ड चैंपियन यांग लियू को एकतरफा मुकाबले में 5-0 से हरा दिया. इमान खेलीफ गोल्ड मेडल जीतने वाली अल्जीरिया की पहली महिला बॉक्सर हैं. उनके अलावा केवल होसीन सोलटानी ने पुरुष कैटेगरी में अल्जीरिया के लिए गोल्ड मेडल जीता है. ये अल्जीरिया के ओलंपिक इतिहास का 7वां गोल्ड मेडल है.प्री क्वार्टर फाइनल मुकाबले में इटली की बॉक्सर एंजेला कारिनी को हराने के बाद खेलीफ पर पुरुष होने के आरोप लगाए गए थे. उनका जमकर विरोध हुआ था. यहां तक की उन्हें डिस्क्वालिफाई करने की मांग होने लगी थी.

मुश्किल था पेरिस ओलंपिक का सफर

इमान खेलीफ के लिए पेरिस ओलंपिक का सफर बेहद मुश्किल भरा रहा है. उनके लिए गोल्ड मेडल जीतना इतना आसान नहीं था. पूरे ओलंपिक के दौरान उन्हें पुरुष बताकर जमकर ट्रोल किया गया. उनका खूब विरोध हुआ, यहां तक उन्हें डिस्क्वालिफाई करके बाहर निकाले जाने की भी मांग हुई. इन सभी चीजों को सहते हुए खेलीफ अपने मुकाबलों पर ध्यान देती रहीं. हालांकि, फाइनल में उन्हें खूब समर्थन मिलते देखा गया. बाउट के दौरान कई फैंस उनके नाम के नारे लगाकर चीयर कर रहे थे.

खेलीफ ने जीत के बाद हवा में पंच मारा और अल्जीरिया के झंडे के साथ विक्ट्री लैप लगाते हुए सभी को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद कहा. इस दौरान वो काफी इमोशनल दिखीं. खेलीफ ने कहा कि ओलंपिक चैंपियन बनना उनका 8 सालों कासपना था, जो पूरा हो चुका है. इतना ही नहीं अपने ऊपर हुए हमलों और नफरतों को लेकर भी उन्होंने बात की. उन्होंने कहा कि उन्हें लेकर हुए विरोध ने इस जीत को स्पेशल बना दिया है. खेलीफ ने भविष्य में इस तरह के हमले नहीं होने की उम्मीद जताई.

कबाड़ बेचकर बनीं बॉक्सर

इमान खेलीफ के लिए बॉक्सिंग का सफर संघर्षों से भरा रहा है. खेलीफ का जन्म 1999 में अल्जीरिया के तियरेत में हुआ. 25 साल की बॉक्सर को शुरुआती दौर में फुटबॉल खेलने का शौक था, लेकिन बाद में उन्होंने बॉक्सिंग को करियर बनाने का फैसला किया. खेलीफ ने जब बॉक्सिंग की शुरुआत की थी, तब ट्रेनिंग के लिए उन्हें बस के जरिए दूसरे गांव में जाना पड़ता था. उस वक्त खेलीफ बहुत गरीब थीं और बस से यात्रा करने के लिए उनके पास पैसे नहीं होते थे. इसलिए वो कबाड़ बेचकर अपने लिए पैसे का इंतजाम करती थीं. इतना ही नहीं उनके पिता को लड़कियों का बॉक्सिंग करना बिल्कुल पसंद नहीं था. फिर भी खेलीफ ने हार नहीं मानी और सारी परेशानियों के बीच अपने खेल को जारी रखा.

2023 से चल रहा पुरुष होने का विवाद

इमान खेलीफ ने 19 साल की उम्र में 2018 AIBA महिला वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में डेब्यू किया था. 2019 के वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में वो पहले राउंड में हारकर बाहर हो गईं. वहीं 2020 के टोक्यो ओलंपिक में क्वार्टर फाइनल मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा.

इसके बाद साल 2023 में खेलीफ वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप के फाइनल तक पहुंचीं. हालांकि, गोल्ड मेडल मैच से पहले इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन (IBA) ने उन्हें डिसक्वालिफाई कर दिया. IBA ने डिसक्वालिफाई करने के पीछे खेलीफ के शरीर में बहुत ज्यादा मात्रा में टेस्टोसटेरोन होने का हवाला दिया था.

बाद में IBA के अध्यक्ष ने यह भी खुलासा किया था कि DNA टेस्ट के दौरान खेलीफ के शरीर में X,Y क्रोमोजोम्स पाए गए थे, जो पुरुषों में होते हैं. हालांकि, एसोसिएशन का टेस्ट भी विवादों में आ गया था. वहीं खेलीफ ने IBA के फैसले को एक बड़ी साजिश भी बताया था. पेरिस ओलंपिक में इटली के खिलाफ क्वार्टर फाइनल हुए मुकाबले के बाद वो एक बार फिर विवादों में आ गईं. इस मुकाबले में उनकी विरोधी एंजेला कारिनी ने 46 सेकेंड के बाद ही खुद को मुकाबले से बाहर कर लिया था. इसके बाद खेलीफ पर पुरुष होने के आरोप लगाए गए थे. इसके बाद खेलीफ को पूरी दुनिया से नफरतों का सामना करना पड़ा. फिर भी वो हार नहीं मानी और चैंपियन बनने का सपना देखती रहीं और अब उन्होंने गोल्ड मेडल जीत लिया है.

पेरिस ओलंपिक,हरियाणा के अमन ने पहलवानी में भारत को दिलाया ब्रॉन्ज मेडल

पेरिस ओलंपिक 2024 में हरियाणा के खिलाड़ियों का दबदबा जारी है. शुक्रवार को हरियाणा के पहलवान अमन सहरावत ने भारत को पेरिस ओलंपिक में छठा मेडल दिलाया. मेन्स फ्रीस्टाइल 57 किलो भार वर्ग में पहलवान अमन सहरावत ने ब्रॉन्ज मेडल जीता. इसी के साथ ओलंपिक में मेडल जीतने वाले पहलवान अमन सहरावत सातवें भारतीय रेसलर बन गए हैं.

अमन ने जीता ब्रॉन्ज मेडल:

 शुक्रवार को हुए ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में अमन ने प्यूर्टो रिको के डेरियन टोई क्रूज को 13-5 से हराया और इतिहास रचा इससे पहले सेमीफाइनल मैच में पहलवान अमन सहरावत को हार का सामना करना पड़ा था. जापान के रेसलर री हिगुची ने उन्हें 0-10 से रहा दिया था. 2 मिनट 14 सेकेंड चले इस मुकाबले को जापानी पहलवान ने टेक्निकल सुपीरियरिटी के आधार पर जीता.

परिजनों में जश्न:

 बता दें कि पहलवान अमन सहरावत हरियाणा के झज्जर जिले के बिरोहर गांव के रहने वाले हैं. उनके इस प्रदर्शन ने परिजनों और गांव में जश्न का माहौल है. पूरे गांव ने उनका मैच बड़ी स्क्रीन लगाकर एक साथ देखा. अमन की जीत के बाद से परिवार में बधाईयों का तांता लगा है.

ये मेडल रक्षाबंधन का तोहफा': पहलवान अमन सहरावत की बहन ज्योति ने कहा "पूरे परिवार और गांव में खुशी का माहौल है. भाई ने ब्रॉन्ज मेडल जीत कर इतिहास रचा है. ये मेडल मेरे लिए रक्षाबंधन का तोहफा है. इससे अच्छा राखी का गिफ्ट मुझे मिल ही नहीं सकता." ज्योति ने गोल्ड मेडल ना जीत पाने पर भी मलाल जताया. उन्होंने कहा कि जो भी कमी रही गई है. भाई वो अगल ओलंपिक में पूरी करने की कोशिश करेगा. हम सभी उनके साथ हैं.

बचपन में उठ गया था माता-पिता का साया: पहलवान अमन सहरावत के ताऊ सुधीर ने कहा कि अमन के इस प्रदर्शन से परिवार, गांव और पूरे देश में जश्न का माहौल है. अमन ना सिर्फ गांव और परिवार का बल्कि पूरे देश का नाम विश्व में रोशन किया है. अमन के ताऊ ने बताया कि जब वो 10 साल के थे. तब उनकी मां का हार्ट अटैक से निधन हो गया. इस सदमे में उनके पिता भी एक साल बाद चल बसे. इसके बाद अमन की परवरिश चाचा, मौसी और ताऊ ने मिलकर की.

अब तक भारत के 6 मेडल: पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत ने अब तक कुल 6 मेडल जीते हैं, जिसमें पांच ब्रॉन्ज और एक सिल्वर मेडल शामिल है. जिनमें मनु भाकर ने 10 मीटर एयर पिस्टल में ब्रॉन्ज जीता. दूसरा ब्रॉन्ज भी मनु भाकर ने मिक्स्ड टीम इवेंट में (सरबजोत सिंह के साथ) जीता. तीसरा ब्रॉन्ज मेडल स्वप्निल कुसाले ने शूटिंग मेन्स की 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन में जीता. चौथा भारतीय हॉकी टीम ने ब्रॉन्ज मेडल जीता. पांचवां नीरज चोपड़ा ने सिल्वर मेडल जीता. छठा पहलवान अमन सहरावत ने ब्रॉन्ज मेडल जीता.

गौतम गंभीर ज्यादा समय टिक नहीं पाएंगे- जोगिंदर शर्मा

गौतम गंभीर को लेकर इस तरह का बयान देने वाले हैं जोगिंदर शर्मा, जो कि 2007 में T20 वर्ल्ड कप का पहला खिताब जीतने वाली टीम इंडिया के हीरो रहे थे. गौतम गंभीर भी उस ICC टूर्नामेंट को जीतने वाली टीम का हिस्सा रहे थे. जोगिंदर शर्मा का कहना है कि जितना वो गंभीर को जानते हैं, उसके मुताबिक वो ज्यादा दिन भारतीय टीम में नहीं टिकेंगे.

गंभीर पर दिए बयान के पीछे हैं 3 वजहें

जोगिंदर शर्मा का ये हैरतअंगेज बयान सोशल मीडिया पर तेजी से जोर पकड़ रहा है, जिसके पीछे उन्होंने 3 वजहें बताई हैं.

उन्होंने पहली बात ये कही कि कई दफा गौतम गंभीर के कुछ फैसले ऐसे हो जाते हैं, जो ज्यादा लोगों को पसंद नहीं आते. ऐसा इसलिए क्योंकि वो सीधी बात करते हैं.

जोगिंदर शर्मा के मुताबिक दूसरी बात ये है कि, गंभीर किसी के पास जाने वाले नहीं हैं. चापलूसी करना उनकी आदत नहीं रही है.

तीसरी और आखिरी वजह उन्होंने बताई कि गंभीर अपना काम करने में यकीन रखते हैं और कभी ये भी नहीं चाहते कि उन्हें उसका क्रेडिट मिले.

भारतीय हॉकी टीम के कप्तान से फोन पर की बात, दी शुभकामनाएं,CM भगवंत मान

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने शनिवार को भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह को फोन करके पेरिस ओलंपिक के क्वार्टर फाइनल मैच के लिए शुभकामनाएं दी. फोन पर बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने अफसोस जताया कि वे पेरिस जाकर भारतीय हॉकी टीम का हौसला बढ़ाना चाहते थे, लेकिन दुर्भाग्यवश इसकी अनुमति नहीं मिली.

मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि राजनीतिक कारणों से उनको मंजूरी देने इनकार कर दिया गया. भगवंत सिंह मान ने कहा कि वे मैच के दौरान भारतीय हॉकी टीम के साथ रहना चाहते थे, लेकिन अब उन्हें टीवी स्क्रीन पर लाइव देखना पड़ेगा.

पूरे देश का ध्यान हमारे नायकों पर होगा- मान

मुख्यमंत्री ने कहा कि भले ही मुझे अनुमति देने से इनकार किया गया है, लेकिन पूरा देश और खासतौर पर पंजाब इस मैच के दौरान हॉकी के नायकों के साथ होगा. उन्होंने उम्मीद जताई कि हॉकी टीम पेरिस ओलंपिक में देश के लिए स्वर्ण पदक जीतकर सफलता की नई कहानी लिखेगी. भगवंत सिंह मान ने कहा कि पूरा देश इस पल का बेसब्री से इंतजार कर रहा है. उन्होंने कहा कि पदक लेकर घर लौटने वाली हॉकी टीम का भव्य स्वागत किया जाएगा.

हरमनप्रीत सिंह को सीएम ने दी सलाह

खेल के कुछ तकनीकी पहलुओं को साझा करते हुए मुख्यमंत्री ने हरमनप्रीत को सलाह भी दी. उन्होंने कहा कि वे टीम के सेंटर में स्थित उन जगहों पर ध्यान दें, जहां से हाल ही के मैचों में ऑस्ट्रेलियाई टीम द्वारा अधिक पास दिए गए थे. उन्होंने कहा कि यह बहुत गर्व और संतुष्टि की बात है कि भारत ने 52 साल के लंबे अंतराल के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम को हराया. भगवंत सिंह मान ने सभी खिलाड़ियों द्वारा दिखाए जा रहे शानदार खेल की सराहना करते हुए कहा कि पूरे देश को उन पर गर्व है.

9वें दिन ऐसा होगा भारत का शेड्यूल,भारतीय हॉकी टीम, लक्ष्य सेन और लवलीना बोरगोहेन पर होंगी सबकी नजरें

पेरिस ओलंपिक 2024 में 8 दिनों के खेल के बाद भारत 3 मेडल के साथ 50वें स्थान पर बना हुआ है. इसके पिछले दिन भारत 47वें नंबर पर था, लेकिन दो दिनों में कोई भी मेडल नहीं जीत पाने के कारण नुकसान हुआ. अब खेलों का यह महाकुंभ और 8 दिनों तक खेला जाएगा. पिछले दो दिनों में भारतीय एथलीट्स 5 मेडल के मौके गंवा चुके हैं. खेल के 8वें दिन मनु भाकर हैट्रिक लगाने से चूक गईं. वहीं दीपिका कुमारी और भजन कौर भी आर्चरी के मेडल राउंड तक पहुंचने में असफल रहीं. इसके अलावा निशांत देव ने बॉक्सिंग में क्वार्टर फाइनल मुकाबला हारकर मेडल से केवल एक कदम दूर रह गए. अब 9वें दिन की बारी इस दिन लक्ष्य सेन और लवलीना बोरगोहेन जैसे कुछ बड़े नाम उतरने वाले हैं. वहीं शूटिंग में एक बार फिर मेडल जीतने का मौका होगा.

भारतीय हॉकी टीम का क्वार्टर फाइनल

पेरिस ओलंपिक का 9वें दिन की शुरुआत सबसे बड़े मुकाबले से होगी. भारतीय हॉकी टीम ग्रुप स्टेज में ऑस्ट्रेलिया को ओलंपिक में 52 साल बाद हराकर इतिहास रच चुकी है. अब क्वार्टर फाइनल की बारी है, जहां उसकी भिड़ंत ग्रेट ब्रिटेन से होगी. 2020 के टोक्यो ओलंपिक में भी ब्रिटेन को भारत को हरा चुका है. रविवार 4 अगस्त को दोपहर 1.30 बजे से भारतीय टीम एक बार फिर जीत के इरादे से उतरेगी.

लक्ष्य सेन की अग्नि परीक्षा

भारत के लिए 9वें दिन दूसरा बड़ा मुकाबला बैडमिंटन में होगा. लक्ष्य सेन मेडल जीतकर इतिहास रचने से बस एक कदम दूर हैं. इससे पहले पुरुष बैडमिंटन के सेमीफाइनल में उन्हें डेनमार्क के विक्टर एक्सलसन के सामने अग्निपरीक्षा देनी होगी. एक्सलसन विश्व रैंकिंग में दूसरे स्थान पर हैं, वहीं लक्ष्य 19वें पायदान पर. अगर लक्ष्य ये मैच जीत जाते हैं, तो फाइनल में उनकी एंट्री हो जाएगी और साथ ही एक मेडल भी पक्की हो जाएगी. पुरुष बैडमिंटन के इतिहास में मेडल जीतने वाले वो पहले भारतीय बन जाएंगे. ये मुकाबला दोपहर 2.20 बजे से खेला जाएगा.

लवलीना की मेडल पर नजरें

बॉक्सिंग में अब लवलीना बोरगोहेन भारत की आखिरी उम्मीद हैं. उन्हें रविवार 4 अगस्त को क्वार्टर फाइनल में चीन की लि कियान से मुकाबला करना है. ये मुकाबला आसान नहीं होने वाला है, क्योंकि लि कियान टोक्यो ओलंपिक में सिल्वर और रियो ओलंपिक में ब्रॉन्ज जीत चुकी हैं. हालांकि, लवलीना अगर कियान को हराने में कामयाब होती हैं, तो वो सेमीफाइनल में चली जाएंगी और उनके नाम कम से कम ब्रॉन्ज मेडल पक्का हो जाएगा.

शूटिंग में भी मेडल का मौका

पेरिस ओलंपिक में भारत पहले ही शूटिंग में 3 मेडल जीत चुका है. अब 9वें दिन एक और मेडल जीतने का मौका होगा. 4 अगस्त को महिला शूटिंग के स्कीट इवेंट का दूसरा दिन है. इसमें भारत की ओर से राइजा ढिल्लन और माहेश्वरी चौहान हिस्सा ले रही हैं. 

पहले दिन के बाद माहेश्वरी 8वें और राइजा 25वें स्थान पर हैं. क्वालिफिकेशन के लिए और 2 राउंड बचे हैं, जो 1 बजे से खेले जाएंगे. अगर दोनों शूटर्स टॉप-6 में जगह बनाती हैं, तो शाम 7 बजे से फाइनल मुकाबले में मेडल जीत सकती हैं.

भारत के अन्य मुकाबले

पुरुष शूटिंग 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल इवेंट का स्टेज मुकाबला 12.30 से शुरू होगा, जिसमें भारत की ओर से अनीश भंवाला और विजयवीर सिद्धू हिस्सा ले रहे हैं. वहीं शुभांकर शर्मा और गगनजीत भुल्लर गोल्फ के चौथे राउंड में नजर आएंगे. एथलेटिक्स के महिला 3000 मीटर स्टीपलचेज के पहले राउंड में पारुल चौधरी क्वालिफिकेशन के लिए दौड़ती हुई नजर आएंगी. वहीं पुरुष लॉन्ग जम्प में जेस्विन एल्ड्रिन हिस्सा लेने वाले हैं. नौकायन में विष्णु सरवनन और नेथरा कुमानन 7वें और 8वें दावेदारी पेश करेंगे.

Paris Olympics 2024:- दीपिका कुमारी-अनंतजीत सिंह ओलंपिक से हुए बाहर

मनु भाकर महिला शूटिंग के 25 मीटर पिस्टल इवेंट में चौथे स्थान पर रहीं. वो तीसरा मेडल जीतने से चूक गईं. उनके अलावा भजन कौर और दीपिका कुमारी भी आर्चरी में हारकर बाहर हो गई हैं. अब बॉक्सर निशांत देव पर नजरें हैं, जिन्हें क्वार्टर फाइनल मुकाबला खेलना है. ये मैच जीतने के साथ ही एक मेडल पक्का हो जाएगा.

शूटिंग में अनंतजीत सिंह हुए बाहर

पुरुष शूटिंग के स्कीट इवेंट से अनंतजीत बाहर हो गए हैं. उनका प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा और वो फाइनल के लिए क्वालिफाई नहीं कर सके. अनंतजीत ने 30 शूटर्स में से 24वें स्थान पर रहकर फिनिश किया.

दीपिका कुमारी रोमांचक मुकाबले में बाहर

दीपिका कुमारी महिला आर्चरी के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में हारकर बाहर हो गई हैं. उनका मुकाबला कोरिया के आर्चर से था. दोनों के बीच एक रोमांचक मुकाबला देखने को मिला. पहले सेट में उन्होंने 28-26 से जीतकर 2-0 की बढ़त बनाई. हालांकि, अगले सेट में उन्हें 25-28 से हार का सामना करना पड़ा और मुकाबला 2-2 का बराबरी पर आ गया. तीसरे सेट में दीपिका ने फिर वापसी की और इसे 29-28 से अपने नाम किया. इसके साथ ही उन्होंने 4-2 की बढ़त बनाई, लेकिन चौथा 27-29 से हार गईं और एक बार फिर मुकाबला 4-4 की बराबरी पर आ खड़ा हुआ. अब फैसला अंतिम और 5वें सेट पर टिका था, जिसमें दीपिका हार गईं और इसके साथ ही उनका इस ओलंपिक में सफर भी खत्म हो गया.