*रामनगरी के रिंग रोड पर केन्द्र सरकार की मुहर, 2019 में केन्द्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने किया था शिलान्यास*
अयोध्या- रामनगरी को केन्द्र सरकार द्वारा एक नई सौगात मिली है। 3935 करोड़ की लागत से 67.170 किमी लम्बी रिंग रोड के बन जाने से अयोध्या, लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज तथा रायबरेली मार्गों पर यातायात का दवाब घटेगा। देश-दुनिया से अयोध्या आने वाले लोगों का अयोध्या आगमन सुविधाजनक होगा। पूर्व सांसद लल्लू सिंह अयोध्या रिंग रोड के लिए प्रयासरत थे। 8 फरवरी 2019 को जीआईसी मैदान में सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी की जनसभा में रिंग रोड का शिलान्यास किया गया था। अयोध्या रिंग रोड परियोजना पर मोदी कैबिनेट की मुहर लगने के बाद पूर्व सांसद ने रामनगरी के संत-महंतो व आमजन की ओर से पीएम मोदी का अभार व्यक्त किया है।
पूर्व सांसद लल्लू सिंह ने बताया कि अयोध्या रिंग रोड बनने से अगल-बगल के जनपदों से आने वालों लागों से सुगमता रहेगी। मोदी सरकार अयोध्या को विश्व मानचित्र पर स्थापित करने के लिए संकल्पित है। शुक्रवार को मोदी सरकार की कैबिनेट से अयोध्या रिंग रोड पास की है। उन्होंने बताया कि परियोजना में सरयू नदी पर दो पुलों का निर्माण, कुल सात फलाईओवर, 4 आरओबी, 16 वाहन अंडरपास का निर्माण होगा। सरयू नदी पर बनने वाले पुलों के द्वारा अयोध्या से बस्ती तथा गोण्डा को जोड़ा जाएगा। अयोध्या से बस्ती पुल राजेपुर के पास से तथा अयोध्या गोण्डा पुल ढे़मुवा घाट अप साइड का निर्माण होगा। अयोध्या से वाराणसी, प्रयागराज, लखनऊ, तथा मनकापुर चारों रेलवे लाइनों पर आरओबी का निर्माण किया जाएगा।
रिंग रोड एनएच 27 लखनउ-गोरखपुर, एनएच 330 ए अयोध्या-रायबरेली, एनएच 330 अयोध्या-प्रयागराज, 135 ए अयोध्या-वाराणसी वाया अम्बेडकर नगर, अयोध्या-गोण्डा को जोड़ेगा। उन्होंने बताया कि परियोजना के लिए जमीन अधिग्रहण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। टेंडर प्रक्रिया में है। जल्द ही निर्माण कार्य प्रारम्भ होगा।
Aug 03 2024, 19:56