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तिरहुत नहर का बांध टूटने से बाढ़ जैसे हालात, प्रशासन की मदद नही मिलने से ग्रामीणों मे आक्रोश

मुजफ्फरपुर : जिले के मड़वन प्रखंड के रक्सा गांव मे देर रात तिरहुत नहर का बांध टूटने से बाढ़ जैसे हालात हो गए है। लोग अपने घरों से जान बचाकर ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हुए है। वहीं अबतक प्रशासन की ओर से सुध नहीं लिए जाने से ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है।

बाढ़ जैसी त्रासदी झेलने वाले लोगों ने बताया कि अभीतक जिला प्रशासन के तरफ से किसी तरह की कोई राहत का उपाय नही किया गया है और न ही कोई सुध लेने पहुंचा है।

वही इलाके में पहुँचे लोगों का हालचाल जानने पूर्व मंत्री व BJP नेता अजित कुमार ने बताया कि उम्मीद करते है कि बहुत जल्द प्रशासन के तरफ से गरीबों को मदद की जाएगी। अगर इसमें कोताही बरती गई तो हम तो लड़ने भिड़ने वाले लोग है। लड़ाई शुरू हो जाएगी। 

ऐसे में प्रशासन को चाहिये कि इलाके के लोगो तक तत्काल मदद करे नही तो सरकार और सरकार के सिस्टम के खिलाफ लोगों में आक्रोश पनपने में कोई समय नही लगेगा।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

बागमती नदी के जलस्तर में हो रही वृद्धि, कटरा पीपापुल से चार पहिया वाहनों का आवागमन बंद

मुजफ्फरपुर : इन दिनो नेपाल में लगातार बारिश हो रही है, जिस वजह से बिहार के कई नदियों के जलस्तर में एकबार फिर से तेजी से वृद्धि हो रही है। 

वही अगर बात करें मुजफ्फरपुर की तो मुजफ्फरपुर के बागमती नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि देखने को मिल रही है। बागमती नदी के जलस्तर बढ़ने से मुजफ्फरपुर के कई प्रखंडों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। 

हालांकि अभी बाढ़ जैसी स्थिति तो नही है लेकिन जलस्तर के बढ़ने से कही न कही ग्रामीणों की चिंता बढ़ती दिख रही है। वैसे जिला प्रशासन संभावित बाढ़ के खतरे को देखते हुए अलर्ट पर है, और लगातार बांध, तटबंधों और रिंग बांध का निरीक्षण कर रही है। साथ ही संबंधित पदाधिकारियों को क्षतिग्रस्त तत्बन्धो को दुरुस्त करने का निर्देश भी जारी कर रखा है। 

आपको बता दें कि नदियों के जलस्तर बढ़ने से कई इलाकों में आवागमन की भी समस्या बढ़ने लगती है।

वही अगर बात करे कटरा की तो कटरा प्रखंड मुख्यालय से जोड़ने वाली मुख्य पीपापुल के चारो और बागमती नदी का पानी फैलने से पीपापुल पर चार पहिया वाहनों का आवागमन बंद है। मोटर साइकिल और अन्य दो पहिया वाहन और पैदल लोग जैसे तैसे आवागमन करने को मजबूर है। 

नदी का जलस्तर बढ़ने से न सिर्फ आवागमन की समस्या उत्पन्न हो गई है बल्कि बाढ़ के खतरे को लेकर एक बार फिर से चिंता बढ़ गई है।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

मुजफ्फरपुर में भीषण गर्मी से एक ही स्कूल के ढाई दर्जन बच्चे और दो शिक्षक हुए बेहोश, मीनापुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कराया गया भर्ती

मुजफ्फरपुर : पिछले एक पखवाड़े से जारी मौसम की बेरुखी का दौर जारी है। दिन के तापमान से कही ज्यादा गर्मी लोगो को महसूस हो रही है। मुजफ़्फ़रपुर के राजकीयकृत उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय हरका मानशाही में उमस व गर्मी से ढाई दर्जन से अधिक बच्चे और दो शिक्षक बेहोश हो गए। इससे स्कूल में अफरातफरी मच गई। सभी को एम्बुलेंस से पीएचसी लाया गया।सूचना मिलते ही अभिभावक भी अस्पताल पहुंचे। स्कूल में पंखा नही होने से अभिभावक आक्रोशित थे। 

ग्रामीणों ने बताया कि प्रार्थना के बाद बच्चे कक्षा में गए। अधिक गर्मी के कारण कुछ बच्चे क्लास रूम में पंखा नहीं होने का विरोध कर रहे थे। इस बीच बच्चे एक-एक कर बेहोश होकर गिरने लगे। इससे वहां अफरातफरी मच गई। पंखे की मांग कर रहे बच्चोंह को पीटा गया।

आनन-फानन में तीन बच्चों को बाइक से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया। साथ ही उनके अभिभावकों और एंबुलेंस के लिए सूचना दी गई। एंबुलेंस से शेष बच्चों को सीएचसी पहुंचाया गया। घर पहुंचने के बाद भी कुछ बच्चों की स्थिति बिगड़ गई। परिजन उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे। सभी बच्चे आठवीं व नौवीं कक्षा के हैं।

आठवीं कक्षा की प्रिया कुमारी ने बताया कि कक्षा में 110 से ज्यादा बच्चे होने से गर्मी लग रही थी। कुछ बच्चों ने क्लास में पंखा नहीं होने का विरोध किया तो शिक्षक ने पिटाई कर दी। इसी दौरान कुछ बच्चे बेहोश होकर गिरने लगे। देखते ही देखते उसे भी चक्कर आ गया।

अस्पताल प्रभारी राकेश कुमार ने बताया कि अत्यधिक गर्मी की वजह से ढाई दर्जन से अधिक बच्चों का तबीयत बिगड़ गई थी। 30 छात्र छात्रा और दो शिक्षक को बेहोसी की हालत में लाया गया था। जिसमे एक दर्जन को ऑक्सीजन और बाकी को सलाइन चढ़ाया गया। ठीक होने के बाद सभी को घर भेज दिया गया। प्राथमिक उपचार के बाद सभी को घर भेजा गया है। 

बीडीओ संजय कुमार सिन्हा ने भी सीएचसी पहुंचकर बच्चों का हाल जाना। बीडीओ स्कूल की व्यवस्था देखने पहुंचे तो किसी भी क्लास रूम में पंखा नहीं लगा मिला। वहीं, मिड-डे मील के सामान के लिए बने गोदाम में पंखा देख भड़क गए। 

उन्होंने कहा कि एचएम व स्कूल प्रशासन की कमी के कारण ऐसा हुआ है। एक क्लास में 100 से ज्यादा बच्चे होने से सभी की तबीयत बिगड़ी है। जिला शिक्षा पदाधिकारी से बात कर घटना की जांच की मांग की। 

 

इन बच्चों की बिगड़ी तबीयत 

अनुष्का कुमारी, अमृता कुमारी, नैना कुमारी, खुशबू कुमारी, लक्की कुमारी, देवराज भट्ट, जासमीन कुमारी, सोनाली कुमारी, पूजा कुमारी, आरती कुमारी, ऋषभ कुमार, आयुष कुमार, पुष्प कुमार, रौशन कुमार, प्रिया कुमारी, जितेंद्र कुमार, आरती कुमारी, आदित्य कुमार, ऋषभ कुमार, प्रिया कुमारी, आनंद राज, मुस्कान कुमारी, अविनाश कुमार व शिक्षक बालमुकुंद कुमार आदि शामिल हैं।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

मुजफ्फरपुर में शिक्षक का छात्राओं के साथ गंदी हरकत करने का एसडीओ ने लिया संज्ञान, दिए जांच के आदेश

मुजफ्फरपुर : बिहार के मुजफ्फरपुर में शिक्षक और छात्रा के बीच अटूट और गुरु शिष्या वाले रिश्ते को एक शिक्षक ने तार तार कर दिया। छात्राओं को स्कूल में बेड टच करता था शिक्षक, जिसकी जानकारी के बाद अभिभावक उक्त स्कूल पहुंचे और जमकर हंगामा किया, इधर संबंधित पदाधिकारी ने मामले में जांच का आदेश दिया है।

दरअसल मुजफ्फरपुर जिले के एक शिक्षक ने पहली की छात्राओं के साथ बदतमीजी किया और ये कई दिनों तक चलता रहा। शिक्षक के बैड टच से एक छात्रा रोते रोते घर पहुंच अपनी मां को सारी कहानी बताई। जिसके बाद ये मामला सामने आया। 

मिली जानकारी के अनुसार पांच छात्राओं को शिक्षक एक महीने से बैड टच करता था। मामला सामने आने के बाद अभिभावक उग्र हो गए और स्कूल पहुंचकर जमकर हंगामा किया लेकिन तबतक शिक्षक फरार हो गया। किसी तरह अभिभावकों को समझा बुझाकर मामला शांत कराया।

इधर एसडीओ पूर्वी अमित कुमार ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है। जांच कर दोषी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जायेगी।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

अस्पताल मृत्यु प्रमाण-पत्र नहीं देना पड़ा महंगा, जिला उपभोक्ता आयोग ने जारी किया नोटिस

मुजफ्फरपुर :- अस्पताल द्वारा मरीज के मौत के उपरांत मृत्यु प्रमाण-पत्र नहीं देना महंगा पड़ गया। अब अस्पताल को उपभोक्ता आयोग की ओर से नोटिस जारी किया गया है। 

दरअसल जब अस्पताल ने पीड़ित को मृत्यु प्रमाण-पत्र नहीं दिया, तो पीड़ित ने जिला उपभोक्ता आयोग में मानवाधिकार अधिवक्ता एस.के.झा के माध्यम से परिवाद-पत्र दाखिल किया, जिसपर सुनवाई करते हुए जिला उपभोक्ता आयोग के अध्यक्ष पियूष कमल दीक्षित और सदस्य सुनील कुमार तिवारी द्वारा अस्पताल के प्रबंध निदेशक को आयोग के समक्ष हाजिर होने के लिए नोटिस जारी किया गया। पूरा मामला जिले के करजा थाना अंतर्गत रक्सा गाँव का है। 

इसी गाँव के बबन ठाकुर की पत्नी शांति देवी पिछले वर्ष 30 अगस्त को काँटी थाना क्षेत्र के हरचंदा चौक के पास सड़क दुर्घटना में घायल हो गई, जिसे ईलाज के लिए उसी दिन जिले के जुरन छपरा स्थित आसव हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहाँ पर ईलाज के दौरान बबन ठाकुर की पत्नी शांति देवी की मौत दिनांक 31 अगस्त 2023 को हो गई। तत्पश्चात मृतिका का पोस्टमार्टम भी एसकेएमसीएच में हुआ। 

विदित हो कि परिवादी बबन ठाकुर ने वाहन मालिक के विरुद्ध काँटी थाने में प्राथमिकी भी दर्ज कराया, उसके बाद परिवादी बबन ठाकुर मृत्यु प्रमाण-पत्र के लिए अस्पताल का चक्कर लगाने लगा, लेकिन अस्पताल प्रबंधन द्वारा पीड़ित बबन ठाकुर को आजतक मृत्यु प्रमाण-पत्र उपलब्ध नहीं कराया गया। 

परिवादी का आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन द्वारा उसे दौड़ाते-दौड़ाते परेशान कर दिया गया। अंत में थक-हारकर परिवादी ने मानवाधिकार मामलों के अधिवक्ता एस.के.झा के माध्यम से अस्पताल के विरुद्ध जिला उपभोक्ता आयोग के समक्ष परिवाद दाखिल किया। परिवादी का कहना है कि उसने अस्पताल प्रबंधन को अपनी पत्नी के ईलाज के लिए कुल पचहत्तर हजार रूपये का भुगतान भी किया था। परिवादी ने अपने परिवाद-पत्र के माध्यम से मृत्यु प्रमाण-पत्र की माँग की है तथा आर्थिक, मानसिक व शारीरिक हर्जाना के मद में एक लाख रूपये का दावा भी अस्पताल पर किया है। 

आयोग के द्वारा अस्पताल के प्रबंध निदेशक को 9 सितम्बर को आयोग के समक्ष उपस्थित होने का आदेश दिया गया है। परिवादी के अधिवक्ता एस.के.झा ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन के द्वारा मृत्यु प्रमाण-पत्र नहीं दिया जाना उपभोक्ता संरक्षण नियमावली के तहत सेवा में कमी की कोटि का मामला है। 

श्री झा ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन के हिला-हवाली पूर्ण रवैये से परिवादी काफी व्यथित है। इन्हे हर हाल में न्याय मिलना चाहिए।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

डीएम और एसएसपी ने श्रावणी मेला की तैयारियों का किया निरीक्षण, दिए कई जरुरी निर्देश

मुजफ्फरपुर : 22 जुलाई यानी सोमवार से सावन का पवन महीना शुरू हो जाएगा, ऐसे में श्रावणी मेला को लेकर अलग अलग जिलों में तैयारी जोड़ो से चल रही है। इसी दौरान मुजफ्फरपुर में जिला प्रशासन और अन्य विभाग के द्वारा श्रावणी मेले की तैयारी की जा रही है। 

 आपको बता दें की उत्तर बिहार का देवघर कहे जाने वाला बाबा गरीबनाथ मंदिर में श्रावणी मेला में लाखो श्रद्धालु पहलेजा घाट से जल बोझी कर बाबा गरीबनाथ पर जलाभिषेक करते है। इसको लेकर जिला प्रशासन, मंदिर प्रशासन और अन्य विभागो के द्वारा तैयारी की जा रही है।  

श्रावणी मेले का उद्घाटन 21जुलाई को किया जाना है इसको लेकर मुजफ्फरपुर जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन और एसएसपी राकेश कुमार ने तैयारियों का निरीक्षण किया साथ ही कई दिशा निर्देश दिए।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

मुजफ्फरपुर के जजुआर पिंकी देवी हत्याकांड मामले में तीसरा डकैत चढ़ा पुलिस के हत्थे

मुजफ्फरपुर : बीते दिनों जिले के कटरा प्रखंड के जजुआर सिंघवारी में लकड़ी व्यवसायी वकील शर्मा के घर में डाका और पत्नी पिंकी देवी की हत्या मामले में अब पुलिस ने तीसरे डकैत को गिरफ्तार किया है।

बताया गया कि डकैती में लूटे गए रुपए के अलावा हथियार भी जब्त किए गए हैं। गिरफ्तार अपराधी कांटी, जजुआर व कटरा इलाके मे डकैती की घटना को अंजाम दिया करता था।

इसी दौरान कटरा के जजुआर में महिला स्वयं सहायता समूह की राशि लूटने के लिए वकील शर्मा के घर में डाका डाला था। जिसमे बम और गोली चलाये गए थे।  

इस मामले का खुलासा करते हुए SSP राकेश कुमार ने बताया कि यह मामला काफी संवेदनशील था। शनिवार की रात पुलिस ने दो डकैतों को उठाया था। उनकी निशानदेही पर रविवार को तीसरा डकैत दबोचा गया है। पुलिस टीम ने लूट के रुपए भी बरामद किए हैं। 

वकील शर्मा ने लूट की राशि 15 लाख रुपए बताई थी, जबकि गिरफ्तार डकैत लूटी गई राशि कम बता रहे हैं। पुलिस पूरी राशि बरामदगी को छापेमारी कर रही है। 

बताया कि डकैतों को पता चला था कि स्वयं सहायता समूह से वसूली के 15 लाख रुपए आए हैं। इन्हें लूटने के लिए डकैतों ने धावा बोला। इस दौरान डकैतों ने महिलाओं के नाक-कान से भी जेवर नोच लिए थे। 

बता दें कि तीन जुलाई की रात करीब 12:30 बजे 10 की संख्या में डकैतों ने लकड़ी व्यवसायी वकील शर्मा के घर धावा बोला था। उनकी पत्नी पिंकी देवी (38) की हत्या कर दी थी और वकील शर्मा को जख्मी कर दिया था। भागने के दौरान डकैतों ने जमकर बमबाजी भी की थी। 

वकील शर्मा ने पुलिस को बताया था कि दस की संख्या में हथियार से लैस डकैत पहुंचे। 

एसएसपी ने बताया कि इसमें चौथा अपराधी सकल सहनी घायल हो गया था और उसकी मौत हो गई। जिसको उसके साथियों ने बोरा में रख शव को नदी में फेंक दिया था। बाकी अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।

 मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

मुजफ्फरपुर पहुंचे मंत्री जनक राम, बिहार के पूर्ववर्ती सरकारों पर लगाए कई गंभीर आरोप

मुजफ्फरपुर : बीजेपी नेता व बिहार सरकार के अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण मंत्री जनक राम आज मुजफ्फरपुर पहुंचे। जहां उन्होंने अतिथि गृह में विभागीय बैठक की। उसके बाद उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया। जिसमें बिहार के पूर्ववर्ती सरकारों पर कई गंभीर आरोप लगाए। 

उन्होंने कहा कि NDA की सरकार में विकास मित्रों को 3 हजार से आज 25 हजार मिल रहा है। यह सब NDA की देन है। 

इसके साथ ही अनुसूचित जाति/जनजाति महिलाओं और बेटियों पर हो रहे अत्याचार के सवाल पर कहा कि जो अत्याचार कर रहा है उसके खिलाफ FIR हो रही है और कारवाई भी हो रही है। 

मंत्री जनक राम ने कहा कि जो अधिकारी और पदाधिकारी कार्रवाई करने में शिथिलता बरतेंगे उन पर कार्रवाई होगी। 

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

बागमती नदी के जलस्तर में हुई कमी, पीपापुल से चार पहिया वाहनों का जल्द होगा आवागमन

मुजफ्फरपुर : नेपाल में लगातार हो रही बारिश से बिहार के कई नदियां उफान पर है। बढ़ते जलस्तर को लेकर लोगो में बाढ़ का खतरा सताने लगा। वही अगर बात करे बिहार के मुजफ्फरपुर की तो मुजफ्फरपुर के बागमती नदी का जलस्तर शनिवार देर रात से कम हो रहा है। हालांकि नदी में पानी बढ़ने से खेतो और निचले इलाकों में पानी का दबाव बढ़ गया। 

आपको बता दें कि कटरा प्रखंड मुख्यालय को जोड़ने वाली पीपापुर जो की बागमती नदी के पर बना है। हालांकि नदी में पानी कम होते ही पीपापुल से तेजी से आवागमन शुरू हो गया। पीपापुल के सहारे मोटर साइकल और पैदल लोग आ जा रहे है। ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही चार पहिया वाहनों का भी आवागमन शुरू हो जाएगा।

गौरतलब है कि जब बागमती नदी में जलस्तर बढ़ता है तो जिले के औराई, कटरा और गायघाट प्रखंड के कई गांव का संपर्क प्रखंड मुख्यालय और जिला मुख्यालय से टूट जाता है। लोग कम दूर की दूरी तय करने के लिए कई किलो मीटर घूम के जाते है, हालांकि अभी वैसी स्थिति नही है।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

बाढ़ से पूर्व तैयारियों को लेकर मुजफ्फरपुर प्रशासन पूरी तरह अलर्ट

मुजफ्फरपुर : इन दिनो नेपाल ने लगातार बारिश हो रही है, जिस वजह से बिहार के नदियों के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है, 

वही अगर बात करें मुजफ्फरपुर की तो जहा मुजफ्फरपुर के बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में इजाफा हो रहा है वही अब बागमती नदी के जलस्तर में भी तेजी से वृद्धि देखने को मिल रही है. बागमती नदी के जलस्तर बढ़ने से मुजफ्फरपुर के कई प्रखंडों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगाता है. जलस्तर को बढ़ता देख लोग उच्चे स्थानों पर भी जाने को मजबूर हो जाते है.

 हालाकि अभी बाढ़ जैसी स्थिति तो नही है लेकिन जलस्तर के बढ़ने से कही न कही लोगो में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. हालाकि जिला प्रशासन संभावित बाढ़ के खतरे को देखते हुए अलर्ट पर है, और लगातार बांध, तटबंधों और रिंग बांध का निरीक्षण कर रही है, साथ ही संबंधित पदाधिकारियों को दिशा निर्देश भी दिया जा रहा है.

आपको बता दें की गायघाट प्रखंड के पूर्वी क्षेत्र के कई गांव हर साल बाढ़ से प्रभावित हो जाते है. वही जैसे जैसे बागमती नदी के जलस्तर में वृद्धि हो रही है वैसे वैसे लोगो की परेशानी बढ़ती जा रही है, वही गायघाट प्रखंड के केवटसा पंचायत के मिश्रौली, रामपट्टी में तटबंध का एसडीओ पूर्वी अमित कुमार ने निरीक्षण किया साथ ही संबंधित विभाग के पदाधिकारी सहित स्थानीय प्रशासन मौजूद रहे, इस दौरान केवटसा पंचायत के जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे है. 

जिनसे बढ़ते जलस्तर को लेकर जानकारी ली गई और संबंधित विभाग के पदाधिकारियों को दिशा निर्देश भी दिए गए. साथ ही क्षतिग्रस्त तत्बंधो को मरमती करने भी निर्देश दिया गया.

उल्लेखनीय है कि बाढ़ से पूर्व तैयारियों को लेकर मुजफ्फरपुर प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है. 

जिला प्रशासन के द्वारा लगातार विभिन्न बांधों/तत्बंधो आदि का निरीक्षण कर हालात पर नजर बनाए हुए हैं, ताकि समय रहते प्रशासन सतर्क रहें और आवश्यक तैयारी पूरी की जा सके.