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रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने 8 जुलाई को स्वर्णप्राशन

रायपुर-   रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने 8 जुलाई को रायपुर के शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय में बच्चों को स्वर्णप्राशन कराया जाएगा। आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय में हर पुष्य नक्षत्र तिथि में शून्य से 16 वर्ष के बच्चों को स्वर्णप्राशन कराया जाता है। चिकित्सालय के कौमारभृत्य बाल रोग विभाग में सवेरे नौ बजे से दोपहर तीन बजे तक इसका सेवन कराया जाता है। यह औषधि बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने, श्वसन संबंधी एवं अन्य रोगों से रक्षा करने के साथ ही एकाग्रता और स्मरण शक्ति बढ़ाने में अत्यंत लाभकारी है। यह बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास में भी मदद करता है।

शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय में हर पुष्य नक्षत्र तिथि में बच्चों के लिए स्वर्णप्राशन का आयोजन किया जाता है। स्वर्णप्राशन हर महीने की पुष्य नक्षत्र तिथि में शून्य से 16 वर्ष के बच्चों को पिलाई जाने वाली औषधि है। इस साल 8 जुलाई के साथ ही अन्य पुष्य नक्षत्र तिथियों 3 अगस्त, 30 अगस्त, 26 सितम्बर, 24 अक्टूबर, 20 नवम्बर और 18 दिसम्बर को भी स्वर्णप्राशन कराया जाएगा।

एक पेड़ मां के नाम’’: वित्त मंत्री ओ. पी. चौधरी ने मां के साथ लगाया पीपल का पेड़

रायपुर-   विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान का आरंभ किया है। जिसके तहत मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देश पर व्यापक पौधरोपण का कार्य हो रहा है। वित्त मंत्री ओ. पी. चौधरी ने आज रायगढ़ जिले के उर्दना स्थित नगर वन में अपनी मां कौशल्या देवी चौधरी के नाम पर उनके साथ पीपल का पेड़ लगाया।

वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा आयोजित ‘एक पेड़ मां के नाम’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री ओ.पी.चौधरी ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण का उतना ही महत्व है जितना मानव जीवन का। पर्यावरण संरक्षण के लिए हर व्यक्ति को प्रकृति के बीच जीवन-यापन की परंपरा का निर्वहन करना चाहिए। इसके लिए हमें अधिक से अधिक पेड़ लगाने चाहिए और पेड़ों की रक्षा वैसे ही करनी चाहिए जैसे हम अपने बच्चों की करते हैं। किसी भी पेड़ लगाने से ज्यादा उसको जीवित रखना हमारी जिम्मेदारी है।

वित्त मंत्री ओ. पी. चौधरी ने स्थानीय देशी किस्म के पौधे जिनकी आयु ज्यादा है उन्हें प्राथमिकता के साथ रोपण करने को कहा। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि हर व्यक्ति अपने जन्मदिन, माता-पिता के जन्मदिन पर एक पेड़ अवश्य लगाये और जीवित रखें। वित्त मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि हम सब मिलकर ऐसा प्रयास करे कि आने वाले दो सालों में 50 हजार से ज्यादा पीपल के पेड़ जिले में विकसित हो सके, ताकि रायगढ़ जिला पीपल डिस्ट्रिक के नाम से जाना जा सके, तभी हम एक नई संस्कृति का विकास कर पायेंगे। उन्होंने जानकारी दी कि रायपुर में कलेक्टर रहते हुए उन्होंने पीपल फॉर प्यूपिल अभियान चलाया था। आज इसी प्रकार नवा रायपुर में भी अभियान चलाकर लगभग 70 हजार पीपल के पौधे रोपे जा रहे है। वित्त मंत्री ओ. पी. चौधरी ने डीएफओ रायगढ़ को नगर वन के ऊपरी क्षेत्र में ट्रेकिंग ट्रेल, वॉच टावर एवं ईको टूरिज्म के रूप में विकसित के निर्देश दिए।

लोकसभा सांसद राधेश्याम राठिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर मां के नाम पर एक पेड़ लगाने का सिलसिला आज पूरे देश में चलाया जा रहा है। इसी आह्वान पर हम सब इस कार्यक्रम को उत्सव के रूप में मना रहे है। गांव-गांव में भी सभी परिवार इस कार्यक्रम को लेकर उत्साहित है। उन्होंने कहा कि मानव जीवन के लिए एक पेड़ लगाना बहुत ही महान काम है। एक पेड़ मां के समान है। जैसे मां अपने बच्चों को सजाती एवं संवारती है, भोजन कराती है, ठीक उसी तरह एक पेड़ हमें फल एवं शुद्ध हवा देता है। जिससे हम आज खुली सांस ले पा रहे है। इसलिए मेरा सभी से आग्रह है कि आप भी अपने मानव जीवन में एक पौधे लगाये और उसे पेड़ बनते तक देखभाल करें।

राज्य सभा सांसद देवेन्द्र प्रताप सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि प्रकृति ने हमें सब कुछ दिया है। इसे सहेजकर रखना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। पर्यावरण के बिना मनुष्य के जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। इसलिए हम सब एकजुट होकर पर्यावरण के सुधार के लिए ऐसा प्रयास करें कि रायगढ़ जिला ग्रीन रायगढ़ के नाम से जाना जाए।

इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष निराकार पटेल, नेता प्रतिपक्ष नगर निगम पूनम सोलंकी, विजय अग्रवाल, पंकज कंकरवाल, आशीष ताम्रकार, सुरेश गोयल, सुषमा खलखो, सत्यनारायण बाबा की माता, कलेक्टर कार्तिकेया गोयल, पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल, सीईओ जिला पंचायत जितेन्द्र यादव, वनमंडलाधिकारी रायगढ़ स्टायलो मण्डावी, वन मंडलाधिकारी धरमजयगढ़ अभिषेक जोगावत सहित गणमान्य नागरिक एवं जनसामान्य उपस्थित रहे।

विभिन्न किस्म के 611 से अधिक लगाए पौधे

डीएफओ रायगढ़ स्टायलो मण्डावी ने जानकारी दी कि आयोजित कार्यक्रम में जनप्रतिनिधि, जनसामान्य एवं बच्चो द्वारा पीपल, बरगद, आम, करंज, आंवला, नीम, अमलतास, शोभागर पॉम ट्री एवं चंपा जैसे विभिन्न प्रकार के पौधे रोपे गए। यहां जन सामान्य के लिए 2 कि.मी. का वाकिंग ट्रैक बनाया गया है। जहां शहरवासी अपनी मां के नाम या विशेष अवसर पर पौधरोपण कर सकते है।

वित्त मंत्री श्री चौधरी ने पौध वितरण वाहन को दिखाई हरी झंडी

आयोजित कार्यक्रम में वित्त मंत्री श्री चौधरी ने शहरवासियों को निरूशुल्क पौधा वितरण वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान वे पौधरोपण कर हस्ताक्षर अभियान का भी हिस्सा बने। उल्लेखनीय है कि पौध रोपण को प्रोत्साहित करने 1 जुलाई से वन विभाग द्वारा जन सामान्य के पौध रोपण के लिए पौधों का निःशुल्क वितरण किया जा रहा है। ताकि जनसामान्य को फलदार, छायादार एवं औषधीय पौधे आसानी से प्राप्त कर अपने घर एवं आस पास के क्षेत्रों में रोपण किया जा सके।

वृहत पौधरोपण के लिए जिले में चल रहा पीपल फॉर प्यूपिल अभियान

सीईओ जिला पंचायत जितेन्द्र यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि रायपुर के तर्ज पर जिले में भी पीपल फॉर प्यूपिल अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत जिले के 549 ग्राम पंचायतों में लगभग 8 लाख पौधे रोपे जायेंगे। जिसमें नगरीय क्षेत्र में 5 हजार से अधिक एवं 2500 से अधिक स्कूलों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में पौधरोपण किया जाएगा। इसी तरह 200 अमृत सरोवर एवं डबरी निर्माण कर पौधरोपण किया जाएगा। साथ ही पीपल फॉर प्यूपिल अभियान के तहत औद्योगिक क्षेत्रों में 10 हजार पीपल के पेड़ रोपे जायेंगे।

राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने एक पेड़ माँ के नाम अभियान में रोपा मौलश्री का पौधा और नवनिर्मित अतिरिक्त कक्ष का किया लोकार्पण

रायपुर-  वन विभाग और भारत स्काउट एवं गाइड क़े संयुक्त तत्वावधान में रविवार को स्वामी आत्मानन्द उत्कृष्ट विद्यालय अर्जुनी, जिला बलौदाबाजार-भाटापारा में आयोजित वन महोत्सव में राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा मुख्य अतिथि क़े रूप में शामिल हुए। श्री वर्मा ने विद्यालय परिवार के लोगों को पेड़ लगाने एवं बचाने क़े लिए संकल्प दिलाया तथा एक पेड़ माँ क़े नाम अभियान क़े तहत शाला परिसर में मौलश्री का पौधारोपित किया। इसके साथ ही 30.13 लाख रूपये की लागत से नवनिर्मित अतिरिक्त कक्ष का लोकार्पण किया और स्कूल में अहाता निर्माण एवं प्रार्थना शेड हेतु 10 -10 लाख, पम्प हेतु 2 लाख, प्रयोगशाला एवं शौचालय निर्माण हेतु 8 लाख रूपये देने की घोषणा की।

राजस्व मंत्री श्री वर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक पेड़ माँ क़े नाम पर लगाने का सन्देश दिया है। प्रधानमंत्री क़े सन्देश को जन -जन तक पहुँचाने और पर्यवारण की रक्षा क़े लिए सभी लोग अपनी माँ क़े नाम पर माँ क़े साथ पेड़ लगाएं । यदि माँ नहीं है तो उसकी स्मृति में पेड़ लगाएं। उन्होने कहा कि पेड़ लगाना आसान है, लेकिन उसका संरक्षण व देखभाल करते हुए बड़ा करना कठिन है। हमें कठिनाईयों का सामना करते हुए पेड़ को बचाना है। जल, जंगल और जमीन सलामत रहेंगे, तभी हमें प्राण वायु मिलेगा। उन्होने कहा कि छत्तीसगढ़ को शांति और समृद्धि क़े रास्ते पर ले जाने क़े लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय क़े सन्देश का अनुपालन करना होगा। उन्होंने भारत स्काउट एवं गाइड क़े कार्याे की सराहना करते हुए कहा कि सामजिक सद्भाव क़े साथ पर्यवारण बचाने क़े काम में भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लें।

भारत स्काउट एवं गाइड्स क़े प्रदेश उपाध्यक्ष विजय केशरवानी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क़े आह्वान पर एक पेड़ माँ क़े नाम अभियान चलाया जा रहा है जिसके तहत अपनी माँ क़े नाम पर एक पेड़ लगाना है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से माँ की आँचल बच्चे को शीतलता देती है उसी तरह बड़े होकर पेड़ हमें शीतल छाया प्रदान करेंगे। कार्यक्रम को पूर्व संसदीय सचिव डॉ सनम जांगड़े, स्काउट एवं गाइड क़े जिला अध्यक्ष रामाधार पटेल, स्काउटर खोड़स राम कश्यप ने भी सम्बोधित किया।

वनमंडलाधिकारी मयंक अग्रवाल ने बताया कि इस अभियान क़े तहत जिले में 2 लाख पौधे लगाए जाएंगे। इसी तरह वृहद वृक्षारोपण अंतर्गत 55 हैक्टेयर में 65 हजार एवं नदी तट वृक्षारोपण अंतर्गत 50 हजार पौधे रोपे जाएंगे। उन्होंने बताया कि राज्य शासन द्वारा किसान वृक्ष मित्र योजना की भी शुरुआत की गई है, जिसमें वाणिज्यिक प्रजाति क़े पौधे किसानों द्वारा अपने जमीन पर लगाए जाएंगे। 5 एकड़ से कम भूमि पर पेड़ लगाने पर शासन द्वारा शतप्रतिशत अनुदान दिया जाएगा, वही 5 एकड़ से अधिक क्षेत्र में पेड़ लगाने पर 50 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा। सेवा निवृत शिक्षक एवं स्काउटर का शाल एवं श्रीफल देकर सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष चित्तावर जायसवाल, जनपद अध्यक्ष सुमन योगेश वर्मा, उपाध्यक्ष ईशान वैष्णव, सरपंच प्रमोद जैन, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष अशोक जैन, नरेश केशरवानी सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि सहित भारत स्काउट एवं गाइड क़े पदाधिकारी, शिक्षक, स्कूली बच्चे एवं ग्रामीणजन उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री प्रदेश स्तरीय कृषि सहकार सम्मेलन एवं सम्मान समारोह में हुए शामिल

रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सहकारिता के महत्व को समझा और देश के गांव-गरीब और किसानों के उत्थान के लिए सहकार से समृद्धि का आह्वान करते हुए पृथक से सहकारिता मंत्रालय का गठन किया। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सहकारिता का ग्रामीणों और किसानों के विकास में कितना महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि भारत में सहकार की बहुत पुरानी परंपरा है। बड़े से बड़ा काम सहकार से आसानी से पूरा हो जाता है। ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक क्रांति लाने में भी सहकारिता ने बड़ी भूमिका निभाई है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज राजधानी रायपुर के जोरा स्थित कृषि महाविद्यालय के कृषि मंडपम में आयोजित प्रदेश स्तरीय कृषि सहकार सम्मेलन एवं सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे।

इस दौरान उन्होंने ड्रोन दीदियों से मुलाकात कर ड्रोन का प्रदर्शन देखा और उनकी हौसला अफजाई की। कार्यक्रम में सहकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित किया गया।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सभी को रथ यात्रा की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सहकार हमेशा से हमारे संस्कार में मौजूद है। एक-दूसरे का सहयोग करते हुए हमारे देश ने प्रगति की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विकास में भी सहकारिता ने बड़ी भूमिका निभाई है। छत्तीसगढ़ में किसानों को धान का भुगतान, गुणवत्तापूर्ण बीज और खाद उपलब्ध कराना, आदिवासी क्षेत्रों में लघुवनोपजों की खरीदी और तेन्दूपत्ता संग्राहकों को पारिश्रमिक का भुगतान भी सहकारिता के माध्यम से किया जा रहा है। सहकारिता से आज आर्थिक समृद्धि के रास्ते खुल रहे हैं।

श्री साय ने अपने पुराने दिनों को याद करते हुए सहकार से जुड़ी बहुत सी स्मृतियां साझा की। उन्होंने बताया कि गांव में लोग एक दूसरे के काम में सहयोग के लिए स्वतः आगे आ जाते थे और सब अपनी क्षमता के अनुरूप मदद करते थे। सहकार के बीच हम सभी पले बढ़े हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सहकारिता को समर्पित इस कार्यक्रम में आपने पिछले दो दिनों में बहुत कुछ सीखा होगा। इन दो दिनों में विषय विशेषज्ञों ने महत्वपूर्ण जानकारियां दी होगी जिसका लाभ आपको आने वाले समय में निश्चित रूप से मिलेगा। उन्होंने कहा कि आज ड्रोन दीदियों से मुलाकात हुई। उन्हें ड्रोन चलाने का प्रशिक्षण मिला है और अब भिलाई स्थित छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद टेक्निकल यूनिवर्सिटी में इसका प्रशिक्षण लिया जा सकता है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 करोड़ लखपति दीदी बनाने का बड़ा संकल्प लिया है। लखपति दीदियों में ड्रोन दीदियां भी शामिल है। ड्रोन का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहीं महिलाएं नई शुरुआत करते हुए लखपति बनने की राह पर बढ़ चुकी हैं। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने सहकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए सम्मानित सभी को शुभकामनाएं दी।

कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि बिना सहकार से सरकार, बिना संस्कार के सहकार और सहकार के बिना समृद्धि की कल्पना नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि सहकारिता की शक्ति और सहयोग से आज प्रदेश में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में हमारी सरकार है। छत्तीसगढ़ में सहकारिता आंदोलन को भुलाया नहीं जा सकता। सहकारिता आंदोलन से जुड़े लोगों ने गरीबों , किसानों के जीवन में व्यापक बदलाव लाने का काम किया है। छत्तीसगढ़ को सक्षम और उन्नत बनाने के लिए सहकारिता से जुड़कर काम करने की जरूरत है। मंत्री श्री नेताम ने कहा कि सहकारिता में सहभागिता भी जरूरी है। सभी अपनी जिम्मेदारी समझेंगे तो इससे स्वयं और समाज की समृद्धि अवश्य होगी।

सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि मेरे लिए यह खुशी की बात है कि सांसद चुने जाने के बाद सहकारिता के कार्यक्रम में शामिल होने का मौका मिला है उन्होंने सभी को रथ यात्रा की शुभकामनाएं दी सांसद श्री अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में सहकारिता के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने के उदाहरण मौजूद हैं इस दिशा में और कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने किसानों की आय बढ़ाने के लिए सहकारिता की भूमिका को लेकर सुझाव भी दिए।

इस मौके पर पूर्व सांसद दिनेश कश्यप, आईजीकेवी के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल, सीएसवीटीयू के कुलपति डॉ. मुकेश वर्मा, लक्ष्मीकांत द्विवेदी, करुणानिधि यादव, प्रीतपाल बेलचंदन, राधेश्याम जलक्षत्री और शताब्दी पाण्डेय मौजूद रही।

मुख्यमंत्री श्री साय पंचायत सचिव संघ के सम्मान समारोह में हुए शामिल

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज राजधानी रायपुर के सरदार बलबीर सिंह जुनेजा इंडोर स्टेडियम में पंचायत सचिव दिवस के अवसर पर प्रदेश पंचायत सचिव संघ छत्तीसगढ़ द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में शिरकत की। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार पंचायत सचिवों के हितों का पूरा ध्यान रखती है। सरकार बनते ही पंचायत सचिवों की अपेक्षाओं को पूरा किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि प्रदेश पंचायत सचिव संघ द्वारा शासकीयकरण की मांग को पूरा किया जाएगा और इसके क्रियान्वयन के लिए कमेटी का गठन किया जाएगा। मुख्यमंत्री की घोषणा पर संघ के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री का आभार गजमाला से किया।

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि उन्होंने स्वयं भी 5 साल पंच और निर्विरोध सरपंच रहकर जनता की सेवा की है। उन्होंने बताया कि देश का विकास पंचायतों में निहित है और केंद्र या राज्य सरकार की सभी योजनाओं का क्रियान्वयन पंचायतों के माध्यम से ही होता है। सरपंच और सचिव के हाथों में ग्राम के विकास की चाबी होती है। मुख्यमंत्री ने पंचायत सचिवों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि सभी योजनाओं का सफल क्रियान्वयन सचिवों के माध्यम से ही होता है। उन्होंने सचिवों की प्रशंसा करते हुए उनसे और भी अच्छा कार्य करने का संकल्प लेने की अपील की।

विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया और छोटी सी अवधि में ही मुख्यमंत्री श्री साय द्वारा अनेक घोषणाओं को पूरा करने के लिए उनकी सराहना की। उन्होंने पंचायत सचिवों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया और कहा कि पंचायत से लेकर संसद तक कार्य करने का अनुभव मुख्यमंत्री श्री साय के पास है।

उपमुख्यमंत्री और पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि छत्तीसगढ़ में सरकार बनते ही मोदी की गारंटी को पूरा करने का काम मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की सरकार ने किया है। उन्होंने कहा कि पंचायत सचिवों के माध्यम से ही सरकार की योजनाओं का क्रियान्वयन होता है और सरकार की छवि बनती है। सरकार बनते ही पंचायत सचिवों के एरियर्स की राशि का भुगतान किया गया और हड़ताल अवधि के 55 दिनों की राशि का भी भुगतान किया गया।

महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा कि सचिव संघ की मांगों को सरकार ने हमेशा पूरा किया है और ग्राम सचिवों के माध्यम से ही ग्राम की समस्याओं और मांगों को ऊपर तक पहुंचाया जाता है। केंद्र और राज्य सरकार की सभी योजनाएं पंचायत सचिवों के माध्यम से ही जमीनी स्तर तक पहुंचती हैं।

सांसद दुर्ग विजय बघेल ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की सरकार को सुशासन की सरकार बताया और कहा कि मुख्यमंत्री सभी की मांगों को संवेदनशीलता से सुनते हैं और पूरा करते हैं। उन्होंने पंचायत सचिवों की महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की और सरकार की योजनाओं को गांव-गांव तक पहुँचाने में उनके योगदान को रेखांकित किया। इस अवसर पर पंचायत सचिव संघ के अध्यक्ष उपेंद्र सिंह पैंकरा और अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

जगन्नाथ मंदिर में एक साथ दिखे विष्णु-भूपेश

रायपुर- आज देशभर में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकल रही है। रायपुर के गायत्री नगर स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आरती और पूजन किया। उनके साथ कैबिनेट मंत्री रामविचार नेताम और सांसद बृजमोहन अग्रवाल भी रहे। इसके बाद रायपुर के प्रमुख मंदिरों से रथ यात्रा निकलनी शुरू हो गई है।

रथ यात्रा कार्यक्रम के मंच पर मौजूदा CM विष्णु देव साय और पूर्व CM भूपेश बघेल एक साथ दिखे। ये पहला मौका था जब किसी गैर सरकारी कार्यक्रम में दोनों एक साथ एक ही वक्त पर पहुंचे और साथ दिखाई दिए। दोनों नेता एक साथ जगन्नाथ प्रभु को मंदिर के गर्भगृह से लेकर आए और रथ पर पूजा भी की।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि यह पर्व ओडिशा के लिए जितना बड़ा उत्सव है, उतना ही छत्तीसगढ़ के लिए भी है। महाप्रभु जगन्नाथ की जितनी कृपा ओडिशा पर रही है, उतनी ही कृपा छत्तीसगढ़ पर रही है। मैं भगवान जगन्नाथ से प्रार्थना करता हूं कि इस साल भी छत्तीसगढ़ में भरपूर फसल हो। वहीं जांजगीर चांपा जिले के शिवरीनारायण मंदिर में महामंडलेश्वर राजेश्री राम सुंदर दास ने प्रभु श्री जगन्नाथ भगवान की विधि-विधान से पूजा अर्चना की।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा में हुए शामिल

रायपुर-  छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में रविवार को रथयात्रा धूमधाम से मनाया गया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय राजधानी रायपुर के गायत्री नगर स्थित जगन्नाथ मंदिर में आयोजित रथ यात्रा में शामिल हुए। रायपुर के गायत्री नगर स्थित जगन्नाथ मंदिर में विशेष रस्म के साथ रथ यात्रा निकाली गई है। रथ यात्रा शुरू करने से पहले भगवान की प्रतिमा को रथ तक लाया गया और रास्ते को सोने के झाड़ू से साफ भी किया गया । इस रस्म को छेरापहरा रस्म कहा जाता है।

इस मौके पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सभी प्रदेशवासियों को रथयात्रा की बधाई देते हुए कहा कि यह पर्व ओडिशा के लिए जितना बड़ा उत्सव है, उतना ही बड़ा उत्सव छत्तीसगढ़ के लिए भी है। महाप्रभु जगन्नाथ जितने ओडिशा के लोगों को प्रिय हैं, उतने ही छत्तीसगढ़ के लोगों को भी प्रिय हैं, और उनकी जितनी कृपा ओडिशा पर रही है, उतनी ही कृपा छत्तीसगढ़ पर रही है।

श्री साय ने कहा कि भगवान जगन्नाथ किसानों के रक्षक हैं। उन्हीं की कृपा से बारिश होती है। उन्हीं की कृपा से धान की बालियों में दूध भरता है। और उन्हीं की कृपा से किसानों के घर समृद्धि आती है। मैं भगवान जगन्नाथ से प्रार्थना करता हूं कि इस साल भी छत्तीसगढ़ में भरपूर फसल हो। उन्होंने कहा कि भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा से मेरी प्रार्थना है कि वे हम सभी पर अपनी कृपा बनाए रखें और हमें शांति, समृद्धि और खुशहाली की ओर अग्रसर करें।

मुख्यमंत्री ने सोने के झाड़ू से छेरापहरा की रस्म निभाई

राजधानी रायपुर के गायत्री मंदिर में पुरी के जगन्नाथ रथ यात्रा की तर्ज पर पुरानी परंपरा निभाई जाती है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने छेरापहरा की रस्म पूरी कर सोने की झाड़ू से बुहारी लगाकर रथ यात्रा की शुरुआत की। इसके बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय प्रभु जगन्नाथ की प्रतिमा को रथ तक लेकर गए।

ओडिशा के तर्ज पर होती है छत्तीसगढ़ में रथ यात्रा

रथ यात्रा के लिए भारत में ओडिशा राज्य को जाना जाता है। ओडिशा का पड़ोसी राज्य होने के नाते छत्तीसगढ़ में भी इसका काफी बड़ा प्रभाव है। आज निकाली गई रथयात्रा में प्रभु जगन्नाथ, भैया बलदाऊ और बहन सुभद्रा की खास अंदाज में पूजा-अर्चना की गई। जगन्नाथ मंदिर के पुजारी के अनुसार उत्कल संस्कृति और दक्षिण कोसल की संस्कृति के बीच की यह एक अटूट साझेदारी है। ऐसी मान्यता है कि भगवान जगन्नाथ का मूल स्थान छत्तीसगढ़ का शिवरीनारायण-तीर्थ है, यहीं से वे जगन्नाथपुरी जाकर स्थापित हुए। शिवरीनारायण में ही त्रेता युग में प्रभु श्रीराम ने माता शबरी के मीठे बेरों को ग्रहण किया था। यहां वर्तमान में नर-नारायण का मंदिर स्थापित है।

खाद्य मंत्री श्री बघेल ने नवागढ़ में जैतखाम निर्माण कार्य के लिए किया भूमि पूजन

रायपुर-   खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने आज बेमेतरा जिले के नवागढ़ में अनुसूचित जाति प्राधिकरण मद से 99 लाख 31 हजार की लागत से निर्मित हाने वाली जैतखाम का भूमिपूजन किया। उन्होंने कहा कि बाबा गुरू घासीदास जी ने समाज को एकता, भाईचारे, तथा समरसता का संदेश दिया है। बाबा के आदर्शाे पर चलने का प्रेरणा मिलती है। बाबा ने मनखे-मनखे एक समान का संदेश देकर समाज में ऊंच नीच के भेदभाव को मिटाने का प्रयास किया। गिरौदपुरी धाम में कुतुबमीनार से ऊंचा जैतखाम भी बनाया गया है ।

सतनामी समाज द्वारा नवागढ़ के सतनाम मंगल भवन में गुरु असम दास जी तेलासपुरी धाम खपरीडीह खुर्द के सानिध्य में कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इस अवसर पर नगर पंचायत नवागढ़ की अध्यक्ष मंजूलता अजीत रात्रे, अध्यक्ष नगर पंचायत मारो घनलाल देशलहरे, जिला पंचायत सदस्य अंजू बघेल, गिरजा कुर्रे, ताराचंद जांगड़े, हेमलाल धृतलहरे जनप्रतिनिधिगण और बड़ी संख्या में समाज के लोग उपस्थित थे ।

मंत्रिमंडल के खाली पदों की चर्चा के बीच मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने दिया बड़ा संकेत, कहा- विस्तार तो होगा, थोड़ा इंतजार कीजिये …

रायपुर- मंत्रिमंडल के खाली दो पदों की चर्चा के बीच मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बड़ा अपडेट दिया है. सीएम साय ने विस्तार के संकेत देते हुए थोड़ा इंतजार करने के लिए कहा है. सीएम विष्णुदेव साय ने यह बात पत्रकारों के मध्य प्रदेश के मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर पूछे गए सवाल के दौरान कही. वहीं आज पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी सीएम साय से मुलाकात के दौरान मंत्रिमंडल के खाली पदों की चर्चा करते हुए संसदीय कार्य मंत्री की तुरंत नियुक्ति की बात कही है.

गायत्री नगर स्थित जगन्नाथ मंदिर में रथ यात्रा के उत्साह में शामिल होने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय पहुंचे. इस दौरान राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन, सांसद बृजमोहन अग्रवाल, मंत्री राम विचार नेताम, विधायक पुरंदर मिश्रा और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित कई नेता मौजूद रहे. इस बीच मीडिया से बातचीत करते हुए सीएम साय ने कहा कि आज हम लोगों का सौभाग्य है, यहां रायपुर में जगन्नाथ मंदिर में महा प्रभु जगन्नाथ जी, बलभद्र स्वामी और माता सुभद्रा का विधिवाद पूजा अर्चना किए हैं. ऐसे अवसर में यहां भारी उत्साह है. प्रदेश के कृषि मंत्री राम विचार नेताम और सांसद बृजमोहन अग्रवाल, बहुत सारे विधायक गण और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी आए. सब ने मिलकर पूजा अर्चना की छत्तीसगढ़ की खुशहाली की कामना किए हैं. छत्तीसगढ़ में अच्छी बारिश हो, अच्छा अनाज का पैदावार हो सभी सुखी हो सबका जीवन मंगलमय और आनंदमय हो प्रभु जगन्नाथ जी से पूजा अर्चना कर प्रार्थना की.

वहीं मध्यप्रदेश के कैबिनेट विस्तार को लेकर सीएम साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में भी होगा, इंतजार करिए. विधानसभा मानसून सत्र को लेकर सीएम साय ने कहा कि मानसून सत्र के लिए सब तैयारी है.

मुख्यमंत्री श्री साय को डॉ पंकज द्विवेदी ने भेंट की अपनी स्वरचित किताब 'द पॉसिबिलिटी'

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से आज यहां उनके निवास कार्यालय में रायपुर के होराइज़न हॉस्पिटल के संचालक डॉ पंकज द्विवेदी ने सौजन्य मुलाकात की। मुख्यमंत्री को डॉ पंकज द्विवेदी ने अपनी स्वरचित किताब 'द पॉसिबिलिटी' की प्रति भेंट की और इस पुस्तक की विशेषताओं से मुख्यमंत्री को अवगत कराया।

डॉ पंकज ने बताया कि 'द पॉसिबिलिटी' का मुख्य उद्देश्य आत्मविश्वास के माध्यम से नई ऊंचाइयों को छूने और जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने पर केंद्रित है। यह किताब व्यक्तिगत विकास और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के विभिन्न पहलुओं पर रोशनी डालती है।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने डॉक्टर पंकज द्विवेदी को उनकी किताब के लिए हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि यह सकारात्मकता से भरी किताब निश्चित रूप से पढ़ने योग्य है और विशेष रूप से युवाओं के लिए प्रेरणादायक साबित होगी। इस अवसर पर डॉ. क्षितिज द्विवेदी, योगेश मिश्रा और हेमंत शर्मा भी उपस्थित थे।