कर्नाटक में डीजल-पेट्रोल के दाम बढ़ने पर शुरू हुई राजनीति, राज्य भर में प्रदर्शन करेगी बीजेपी
डेस्क: कर्नाटक में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश इकाई 17 जून को पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन करेगी। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बी. वाई. विजयेंद्र ने रविवार को यह जानकारी दी। बता दें कि कर्नाटक सरकार ने शनिवार को ईंधन पर 'बिक्री कर' बढ़ा दिया, जिससे पेट्रोल और डीजल की कीमत बढ़ गईं। बिक्री कर बढ़ने से पेट्रोल की कीमत में तीन रुपये प्रति लीटर और डीजल के दाम में 3.50 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है।
फैसले को तत्काल वापस लेने का किया आग्रह
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विजयेंद्र ने पार्टी के हासन जिला मुख्यालय में कहा, ‘‘हम मुख्यमंत्री से 'बिक्री कर' बढ़ाने के फैसले को तत्काल वापस लेने का आग्रह करते हैं। कल हमने पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन आयोजित किए हैं और जब तक यह बढ़ोतरी वापस नहीं ली जाती, हम चुप नहीं बैठेंगे।’’ उन्होंने कहा कि राज्य के सभी जिला मुख्यालयों पर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन होगा। विजयेंद्र ने आरोप लगाया कि 'हताश मुख्यमंत्री' ने पेट्रोल और डीजल की कीमतें इसलिए बढ़ा दीं, क्योंकि वह ‘पांच गारंटी’ के चलते कोई नया कार्यक्रम शुरू करने में असमर्थ हैं। उन्होंने कहा, ‘‘लोकसभा चुनावों के बाद कांग्रेस सरकार ने ईंधन के दाम बढ़ा दिए। इससे राज्य के सभी वर्गों को परेशानी होगी।’’
संसाधन जुटाने के लिए बढ़ाया बिक्री कर
अधिकारियों के अनुसार, ईंधन पर 'बिक्री कर' बढ़ाने का उद्देश्य संसाधन जुटाना है। मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने राज्य के राजस्व सृजन और राजकोषीय स्थिति की समीक्षा की और इस संबंध में निर्णय लिया। वह वित्त मंत्री का भी अतिरिक्त प्रभार निभा रहे हैं। दरअसल, पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी लोकसभा चुनाव के नतीजों के कुछ दिनों बाद हुई है। लोकसभा चुनावों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को कर्नाटक में 28 में से 19 सीट मिलीं, जिनमें भाजपा को 17 और जनता दल (सेक्युलर) को दो सीट शामिल हैं। राज्य की सत्तारुढ़ कांग्रेस पार्टी ने नौ सीट पर जीत हासिल की।
Jun 16 2024, 21:38