/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1703422753132082.png StreetBuzz *शास्त्री पुल पर बिजली के खंभे झुककर राहगीरों को कर रहे सलाम, जिम्मेदारों का क्या* Prayagraj
*शास्त्री पुल पर बिजली के खंभे झुककर राहगीरों को कर रहे सलाम, जिम्मेदारों का क्या*

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज- प्रयागराज जिसे कुंभ नगरी के नाम से भी जाना जाता है, भारत के सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों में से एक है। यहां हर 12 साल में महाकुंभ और हर 6 साल में अर्धकुंभ व हर वर्ष माघ मेले का आयोजन होता है, जहां लाखों श्रद्धालु गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के संगम पर स्नान करने आते हैं। इस ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के बावजूद, प्रयागराज में आधारभूत सुविधाओं की स्थिति काफी चिंताजनक है।

शास्त्री पुल पर लगे बिजली के खंभों की दुर्दशा से जिम्मेदार लोगों की लापरवाही उजागर होती है। शास्त्री पुल, जो कि गंगा नदी के ऊपर बना हुआ है, शहर की महत्वपूर्ण यातायात धारा का एक अहम हिस्सा है। यहाँ से प्रतिदिन लाखो लोग गुजरते हैं, लेकिन, बिजली के खंभों की हालत देखकर ऐसा लगता है कि यहाँ से गुजारने वाले यात्री कभी भी हादसे का शिकार हो सकते है।

शास्त्री पुल पर लगे बिजली के खंभे झुककर राहगीरों को "सलाम" कर रहे हैं। यह नजारा न केवल हास्यास्पद है, बल्कि अत्यंत खतरनाक भी है। खंभों के झुकने से यह साफ पता चलता है कि वे अपने आधार पर मजबूती से खड़े नहीं हैं और किसी भी वक्त गिर सकते हैं। यदि ऐसा होता है, तो यह हादसा किसी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है। इससे राहगीरों की जान पर बन सकती है और भारी नुकसान भी हो सकता है।

इस समस्या की गंभीरता को देखते हुए, यह सवाल उठता है कि जिम्मेदार क्या कर रहे है? यह सवाल और भी महत्वपूर्ण हो जाता है जब हम यह देखते हैं कि प्रयागराज को कुंभ नगरी के रूप में विशेष महत्व प्राप्त है। यहां हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं। अगले वर्ष प्रयागराज में महाकुंभ 2025 का आयोजन होना है जिसको लेकर केंद्र सरकार व राज्य सरकारों ने कई सौ करोड़ रूपये का बजट स्वीकृति किया है।

शास्त्री पुल पर बिजली के खंभों की इस हालत को लेकर स्थानीय निवासियों ने कई बार शिकायतें दर्ज कराई हैं, लेकिन इन शिकायतों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। स्थानीय प्रशासन की यह लापरवाही न केवल जनता के प्रति उनकी जिम्मेदारी को उजागर करती है, बल्कि उनकी कार्यक्षमता पर भी सवाल उठाती है।

बिजली के खंभों की इस दुर्दशा से कई संभावित खतरे उत्पन्न होते हैं। सबसे पहले, यदि खंभा गिरता है, तो वह किसी भी राहगीर या वाहन पर गिर सकता है, जिससे जान-माल की हानि हो सकती है। इसके अलावा, बिजली की तारें भी टूट सकती हैं, जिससे बिजली का करंट फैल सकता है और यह और भी खतरनाक हो सकता है।

ऐसे में यह आवश्यक हो जाता है कि प्रशासन तुरंत इस ओर ध्यान दे और जरूरी कदम उठाए। इन खंभों की मरम्मत या उन्हें बदलने का काम तुरंत शुरू होना चाहिए ताकि इस खतरे को टाला जा सके।

*रोपे जाएंगे 25 लाख से अधिक पौधे, डीएम ने सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों को दिए निर्देश*

विश्वनाथ प्रताप सिंह

कौशाम्बी-जिलाधिकारी राजेश कुमार राय की अध्यक्षता में उदयन सभागार में जिला पर्यावरणीय समिति, वृक्षारोपण समिति, जिला गंगा समिति एवं वन बन्दोवस्त समिति की बैठक सम्पन्न हुई।

बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी आर0एस0 यादव ने बताया कि शासन द्वारा वर्ष 2024-25 में वृक्षारोपण अभियान के तहत जनपद कौशाम्बी को कुल 25 लाख 70 हजार 760 वृक्षारोपण का लक्ष्य प्राप्त हुआ है, जिसमें वन विभाग को 892700 वृक्षारोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसी प्रकार पर्यावरण विभाग को 32700, ग्राम्य विकास विभाग को 9 लाख 63 हजार, राजस्व विभाग को 15000, पंचायतीराज विभाग को 95 हजार, नगर विकास को 23 हजार, लोक निर्माण विभाग को 13 हजार, जल शक्ति विभाग को 13 हजार, कृषि विभाग को 1 लाख 88 हजार, पशु पालन विभाग को 9000, सहकारिता विभाग को 4200, उद्योग विभाग को 18000, उर्जा विभाग को 6860, माध्यमिक शिक्षा विभाग को 9200, बेसिक शिक्षा को 12000, प्रावधिक शिक्षा को 5000, उच्च शिक्षा को 5000, स्वास्थ्य विभाग को 13000, परिवहन विभाग को 1800, उद्यान विभाग को 115000, गृह/पुलिस विभाग को 6300 एवं जल निगम (ग्रामीण) को 1 लाख 30 हजार लक्ष्य निर्धारित किया गया हैं।

जिलाधिकारी ने सभी सम्बन्धित अधिकारियां को कार्ययोजना बनाकर वृक्षारोपण लक्ष्य के सापेक्ष स्थल का चिन्हीकरण कर वृक्षारोपण कराने के निर्देश देते हुए कहा कि संरक्षण पर भी विशेष ध्यान दिया जाय। इसके साथ ही उन्होंने उ0प्र0 प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड के उपस्थित अधिकारी को राष्ट्रीय हरित अधिकरण, नई दिल्ली द्वारा पारित आदेश के अनुपालन में उ0प्र0 प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड से सहमति प्राप्त किये बिना संचालित ईंट-भट्ठों के विरूद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दियें। उन्होने सम्बन्धित अधिकारियों को गंगा एवं उसकी सहायक नदियों के किनारे जैविक खेती कर रहें कृषकों/संस्थाओं एवं नमामि गंगे के अन्तर्गत किये जा रहें कार्यों की सूची उपलब्ध कराने के निर्देश दियें।इस अवसर पर क्षेत्राधिकारी अभिषेक सिंह एवं उपायुक्त मनरेगा मनोज कुमार वर्मा सहित अन्य समबन्धित अधिकारीगण तथा सदस्य जिला गंगा समिति विनय पण्डा उपस्थित रहें।

प्रयागराज में ड्यूटी करने गये होमगार्डों की हीटवेव से हुई मौत

प्रयागराज। प्रचंड गर्मी के साथ भीषण हीटवेव से शुक्रवार को मीरजापुर में सात होमगार्डों की मौत से अधिकारीगण भी दहल गये। प्रयागराज के जिला कमाण्डेंट अमित कुमार पाण्डेय रात्रि दो बजे मीरजापुर पहुंच कर प्रयागराज के त्रिभुवन सिंह एवं रामकरण सिंह के शव को लाये। जबकि एक होमगार्ड को गम्भीर हालत में लाकर ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया है।

जिला कमाण्डेंट ने शनिवार की सुबह वार्ता कर बताया कि एक होमगार्ड के दाह संस्कार में श्रृंग्वेरपुर जा रहे हैं। जबकि दूसरे का शव उसके गांव भिजवा दिया गया। उन्होंने दुःखी मन से बताया कि सूचना मिलते ही रात्रि दो बजे मीरजापुर पहुंच गया। वहां पहुंच कर सभी को हीटवेव से सावधान रहने की नसीहत दी।

उन्होंने कहा कि इस दैवीय प्रकोप से सभी को बचने की जरूरत है और सावधान रहकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें। जबकि आज सातवें चरण का अंतिम मतदान हो रहा है। फिलहाल कई स्थानों से ड्यूटी करने गये अन्य मृतक होमगार्डों से अधिकारीगण भी हलाकान, परेशान और दुःखी हैं।
होटलों और शादी में पनीर सेवन से परहेज़ ही स्वास्थ्य का बचाव

विश्वनाथ प्रताप सिंह, प्रयागराज।

सिंथेटिक पनीर में जहां ह्रदय पर दुष्प्रभाव डालने वाले पाम ऑयल का उपयोग किया जाता है वहीं चीन से आयातित प्रोटीन पाउडर का उपयोग किया जाता है ताकि पनीर की वसा( चिकनाई) को दर्शित किया जा सके, ऐसे में किसी होटल के विरोध में नही अपितु जनस्वास्थ्य से खिलवाड़ न हो सके, इसलिए जन साधारण से आगृह है कि वे प्रायः पनीर के सेवन से परहेज़ करके अपने स्वास्थ्य की रक्षा को संकल्पित होंगे तो ही सिंथेटिक पनीर के उत्पादन में स्वत: कमी आ जायेगी।

पनीर बनाने की प्रक्रिया समझिए

नकली पनीर बनाने के 2 तरीके है पहला दूध में से सारा क्रीम निकाल लिया जाता है सप्रेटा दूध जो बचा उसमे अरारोट मिलाया जाता है फिर उसमे GM's नाम का केमिकल मिलाया जाता है जो उसको मुलायम करता है उसके बाद चिकनाई के लिए उसमें पाम ऑयल मिक्स किया जाता है फिर उसको फाड़ के पनीर तैयार कर लिया जाता दूसरा तरीका होता है दूध के पाउडर से पानी में मिक्स करके दूध बनाया जाता है फिर उसके बाद उसमें फॉर्मलीन नाम का एक केमिकल ऐड किया जाता है पाम तेल डालकर उसको भी फाड़ लिया जाता है और पनीर तैयार किया जाता है यह पनीर खाने में बहुत ज्यादा नुकसान करता है आपको हार्ट ब्लॉकेज डायबिटीज और दुनिया भर की सास के संबंधित बीमारियां पैदा करता है।

पनीर मूल्य का अंतर

अगर सही दूध से पनीर निकला जाए तो 1 किलो दूध में सिर्फ मात्र डेढ़ सौ ग्राम पनीर निकलता है और ₹60 से 70₹ किलो दूध है यानी के 600₹ से ₹700 के दूध में डेढ़ किलो पनीर और मार्केट में पनीर बिकता है 440 रुपये किलो, जबकि होटल वालों को 220 रुपए किलो पनीर की आपूर्ति ही उसके सिंथेटिक होने को प्रमाणित करने में सक्षम है।

मृतक के परिजनो सहित ग्रामीणों ने सड़क पर शव रखकर किया चक्का जाम, आवागमन बंद

विश्वनाथ प्रताप सिंह,कोराव, प्रयागराज।कोरांव थाना क्षेत्र के अन्तर्गत बास लखनपुर मे बुधवार के दिन नहर के पास पेड़ के नीचे युवक का शव मिला था ग्राम प्रधान लखनपुर राजेश कुमार के द्वारा कोरांव थाना प्रभारी निरीक्षक राकेश भारती को तत्काल सुचना दी गयी थी वही सूचना पर बड़ोखर चौकी प्रभारी अश्वनी कुमार विश्वकर्मा अपनी टीम के साथ पहुचकर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम रिपोर्ट के लिए भेज दिया।

वही मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी निरीक्षक राकेश भारती ने पीड़ित परिवारो से मुलाकात कर अग्रिम कार्रवाई में जुट गए मिली जानकारी के अनुसार भोगन गांव निवासी रमेश पुत्र छोटेलाल आदिवासी उम्र लगभग 28 वर्ष की सग्दिध परिस्थितियों में शव मिला था और लोगो में हत्या जैसी तरह-तरह की चर्चाएं हो रही है मृतक के पिता ने हत्या का आरोप लगाया है जैसे ही भोगन पहुंचा वहीं पीड़ित परिवारो सहित ग्रामीणों ने सड़क पर शव को रखकर चक्का जाम कर दिया जिससे आवागमन बाधित रहा ।

परिजनो ने बताया कि गांव के ही दो लोग हमारे लड़के को बुलाकर ले गए थे और वही लोग मेरे बेटे को मार डाला है मृतक रमेश के तीन छोटे छोटे बच्चे है।वही थाना प्रभारी निरीक्षक राकेश भारती ने बताया कि भोगन के ही दो लोगो के खिलाफ जय प्रकाश पटेल और धनंजय सिंह पटेल के खिलाफ 302 और एसटी,एससी जैसी सगीन धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है और दोनो की गिरफ्तारी की गई है और दोनो को जेल भेजा जाएगा मृतक के परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है।

नैनी सब्जी मंडी में सब्जी खरीदते समय संपादक पवनेश पवन उपाध्याय का मोबाइल हुआ चोरी

 विश्वनाथ प्रताप सिंह,प्रयागराज। पवन प्रभात समाचार पत्र के संपादक पवनेश पवन उपाध्याय का मोबाइल हुआ चोरी।

 बताते चलें कि संपादक पवनेश पवन उपाध्याय द्वारा नैनी स्थित काजीपुर मोड़ नैनी पर सायं लगभग 7:00 बजे पवन प्रभात समाचार पत्र का ऑफिस बंद करने के बाद सब्जी खरीदने हेतु सब्जी मंडी चले गए। जहां पर सब्जी खरीदते समय भीड़भाड़ का फायदा उठाते हुए चोरों द्वारा पवन प्रभात समाचार पत्र के संपादक पवनेश पवन उपाध्याय का मोबाइल चोरों ने पार कर दिया जिसका नंबर 9695 303268 चालू था। 

जिसकी लिखित सूचना संपादक द्वारा इलाकाई थाना नैनी कमिश्नरेट प्रयागराज को सोमवार के ही दिन सायं लगभग 9:00 बजे लिखित तहरीर दे दी गई है। अब देखना है कि इलाकाई पुलिस दी गई तहरीर के आधार पर क्या कार्यवाही करती है।

लगातार थाने के रवैये के खिलाफ खबरें प्रकाशित होने से नाराज थाना प्रभारी ने मिट्टी खनन कारोबारियों से मिलकर रची साजिश, तीन पत्रकारों के खिलाफ मु

विश्वनाथ प्रताप सिंह,प्रयागराज: कौंधियारा थाना प्रभारी ने अपने छवि को धूमिल ना होने पाये और क्षेत्र से अवैध धन वसूली होती रहे, थाना प्रभारी की नियत व सोंच पर पानी फेरने वाले तीन क्षेत्रीय पत्रकारों के ऊपर मिट्टी बेचने वाले कारोबारी से शिकायत पत्र लेकर मुकदमा दर्ज कर दिया गया।

अनिल बिंद रैपर से मिट्टी खोद कर 500 रूपये ट्रैक्टर ट्राली बेचकर थाने में 2500 से 3000 रूपये प्रति दिन देकर खुले आम सड़कों पर ट्रैक्टर ट्राली पर मिट्टी लादकर बेची जाती है!मिट्टी बेचने वाले अनिल विंद पुत्र बंशी लाल विंद मवैया थाना कौंधियारा का रहने वाला है। पत्रकारों पर मुकदमा दर्ज करवाने के पीछे कई रहस्य है।

पहला तो कौंधियारा थाना प्रभारी बदनाम हो रहे थे, दूसरा क्षेत्र में अवैध कारोबार नहीं होगा तो थाने में बैठे पुलिस कर्मियों की जेब खर्चे कैसे चलेंगे। पत्रकारों की लड़ाई अब क्षेत्र में हो रहे अवैध खनन, गांजा कारोबार, स्मैक कारोबार, चोरों को पकड़ने के बाद पैसे लेकर छोड़ने का कारोबार आदि अन्य के खिलाफ शुरू होगी कौंधियारा थाने की पुलिस से नियम व शर्तों के अधीन रहने की लड़ाई! कोई भी शिकायत हो तो थाने पर फोन मत लगाओ सीधे कमिश्नरेट यमुनानगर में तैनात ईमानदार उच्च पुलिस विभाग के अधिकारियों के पास सूचना दे।

तब जाकर कौंधियारा थाना प्रभारी व क्षेत्र के अवैध कारोबार करने वाले डरेंगे व सुधरेंगे।

गुड,शीतल पेयजल,रुमाल 48 डिग्री सेल्सियस के बीच बढ़ते तापमान में राहगीरों को वितरित

विश्वनाथ प्रताप सिंह,प्रयागराज/ प्रयागराज सहित ग्रामीण अंचलों में भीषण गर्मी पड रही है लु और तपन इतनी बढ़ गई है कि घर से निकलना मुश्किल हो गया सुबह से ही इतनी तेज धूप हो जाती है कि हाथ पैर सब जलने लगता है गर्म हवाएं बहने लगती हैं धूप में निकलना मुश्किल हो गया हैl

इसी बीच प्रयागराज के प्रमुख चौराहा सिविल लाइन में अल्पसंख्यक समुदाय के सरदार पतविंदर सिंह व मोहम्मद अबरार की जोड़ी ने चिलचिलाती धूप में शीतल पेय जल की बोतल व गुड,चेहरे के पसीने को सूखाने के लिए रुमाल का वितरण कर भाईचारे एकता,सद्भावना,गंगा जमुना तहजीब का सुंदर चित्रण प्रस्तुत हो रहा था पारा लगभग 48 के पार पहुंच गया है लेकिन दोनों के चेहरे पर सेवा की अलग ही मुस्कान झलक रही थी राहगीरों ने भी वह भाई वह कहकर धन्यवाद किया।

सरदार पतविंदर सिंह व मोहम्मद अबरार ने कहा कि लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है इस भीषण गर्मी में जो लोग संपन्न हैं वह प्याऊ की व्यवस्था अवश्य करें और पुण्य के भागीदार बनेl

मोहम्मद अबरार ने जनप्रतिनिधियों से अपील करते हुए कहा कि अत्यधिक धूप के कारण सबसे बड़ी समस्या राहगीरों को हो रही है प्रमुख स्थानों पर प्याऊ की व्यवस्था होने से राहगीरों को पानी पीने के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा।

सरदार पतविंदर सिंह ने कहा कि इस प्रचंड गर्मी से बचने के लिए लोगों को आवश्यकता अनुसार बार-बार पानी पीते रहना चाहिए इससे शरीर में पानी की कमी ना हो सके और नींबू पानी का सेवन पर्याप्त मात्रा में स्वास्थ्य के अनुसार दिन में लगभग दो-तीन बार पीना चाहिए जिससे लू से बचा जा सके समाज के सभी स्वयंसेवकों से अनुरोध है कर्तव्य नहीं फर्ज समझकर कार्य करें अपने-अपने स्थानों आवागमन स्थान रेलवे स्टेशन,बस अड्डा अपने घरों के पास प्रमुख चौराहों में व्यवस्था करें।

इस पुनीत कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वालों में सरदार पतविंदर सिंह,मोहम्मद अबरार,हरमनजी सिंह, दलजीत कौर,फुरतान अहमद,नईम बाबू,मो.अनवार सहित बड़ी संख्या में स्वयंसेवक रहे।

पत्रकार को फोन पर मिली जान से मारने की धमकी, पत्रकारों ने पुलिस से की शिकायत

विश्वनाथ प्रताप सिंह,मेजा,प्रयागराज। इलाकाई थाना क्षेत्र के एक पत्रकार को फोन के जरिए जान से मारने की धमकी दी गई है। पीड़ित पत्रकार ने पुलिस को तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई है।

बता दे कि मेजा थाना क्षेत्र कुंवरपट्टी जेवनियां निवासी दीपक कुमार शुक्ला पुत्र केशव नाथ हिंदी दैनिक अखबार में पत्रकार हैं। साढ़े ग्यारह बजे उनके मोबाइल पर फोन आया कि दिघिया में एक एक्सीडेंट हो गया है। खबर को कवरेंज कर ले। खबर को लेकर पत्रकार ने चौकी प्रभारी दिघिया से वार्ता किया तो पता चला की एक्सीडेंट की सूचना गलत है। जब भुक्तभोगी ने उस नंबर पर वार्ता किया तो फोन करने वाले व्यक्ति ने पत्रकार व पुलिस को भद्दी-भद्दी गालियां देते हुए जान से मारने की धमकी दी।

गुरुवार को पत्रकारों का एक प्रतिनिधि मंडल प्रभारी निरीक्षक मेजा राजेश उपाध्याय से मिलकर उपरोक्त आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही करने की मांग किया। मेजा पुलिस ने पत्रकारों को आस्वस्त करते हुए मुकदमा दर्ज कर मामले की छान बीन में जुट गई।

भगेसर गांव के यस्सी बस्ती में महीनो से जला पड़ा है ट्रांसफार्मर विभाग मौन

विश्वनाथ प्रताप सिंह,कोरांव प्रयागराज। कोरांव तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत भगेसर के यस्सी बस्ती में 10 केवी का ट्रांसफार्मर महीनो से जला पड़ा है जबकि बस्ती के लोगो द्वारा बताया गया कि इसकी कंप्लेन भी की गई हैं और जेई को कई बार इसकी सूचना भी दी गई लेकिन जेई द्वारा ट्रांसफार्मर नहीं बदला गया जहा एक तरफ समूचा प्रदेश भयंकर गर्मी से जल रहा है और गर्मी सितम ढा रही है वही दूसरी तरफ विद्युत विभाग की उदासीनता के चलते यस्सी बस्ती के लोगो को भीषण गर्मी व पेयजल संकट से जूझना पड़ रहा है साथ ही साथ ग्रामीण अधेरे में रहने को मजबूर हैं।

जहा सरकार द्वारा शक्त आदेश भी जारी किया गया है कि बिजली कटौती नहीं की जाएगी और जले हुए ट्रांसफार्मर 24 घंटे मे बदले जाने को कहा गया है लेकिन भगेसर गांव के यस्सी बस्ती में अभी तक ट्रांसफार्मर नहीं बदला गया है ग्रामीणों में भारी आक्रोश है।