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बारिश के कारण मिजोरम के आइजोल में ढह गई खदान, 12 लोगों की मौत, मुख्यमंत्री ने बुलाई आपात बैठक, राहत बचाव कार्य जारी

देश के कई राज्यों में बारिश देखने को मिल रही है। इसी बीच मिजोरम की राजधानी आइजोल के बाहरी इलाके में भारी बारिश के कारण एक खदान ढह गई। इस हादसे में अबतक 12 लोगों की जान चली गई, जबकि दो लोगों को बचाया गया है। पुलिसकर्मी बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। भारी बारिश के कारण नदियों का स्तर भी बढ़ चुका है। नदी किनारे रहने वाले लोगों को अपने घरों से निकलकर सुरक्षित स्थान पर जाना पड़ रहा है। राज्य की स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री लालडुहोमा ने बैठक बुलाई। 

यह घटना सुबह के छह बजे आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच घटी। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अनिल शुक्ला ने कहा कि अबतक मलबे से दस शव को बाहर निकाला गया है, जबकि कई लोग अभी भी इसमें दबे हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि मरने वालों में सात स्थानीय, जबकि तीन दूसरे राज्य के थे। उन्होंने आगे कहा, "मलबे में अभी भी 10 से ज्यादा के फंसे होने की संभावना है।" भारी बारिश के कारण अलग-अलग इलाकों में भूस्खलन की घटना सामने आई है। हुनथर में राष्ट्रीय राजमार्ग-6 पर भूस्खलन के कारण आइजोल देश के बाकी हिस्सों से कट गया। बारिश के कारण मौजूदा स्थिति को देखते हुए सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया है।

चक्रवात रेमल के प्रभाव से भारी बारिश के कारण राज्य के विभिन्न इलाकों में भूस्खलन हुआ, जिसमें कम से कम दो लोगों की मौत हो गई। एक अधिकारी ने बताया कि आइजोल के सेलम वेंग में भूस्खलन से एक इमारत ढह गई, इस हादसे में तीन लोग लापता हो गए। फिलहाल उनकी तलाश जारी है। भूस्खलन के कारण कई अंतर्राज्य राजमार्ग भी बाधित हो गए। मौजूदा स्थिति का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री लालडुहोमा ने गृह मंत्री के. सपडंगा, मुख्य सचिव रेनू शर्मा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी के साथ एक बैठक की।

पुष्पा फिल्म के इस एक्टर को हुई गंभीर बीमारी, अभिनेता ने खुद किया ये बड़ा खुलासा

 ‘पुष्पा’ फेम एक्टर हाल ही में केरल के कोठामंगलम में एक इवेंट में हिस्सा लिया है. इस इवेंट में एक्टर फहद फासिल ने एक बड़ा खुलासा किया है. फहद फासिल ने बताया कि 41 साल की उम्र में पता चला है कि उन्हें ADHD (अटेंशन-डेफिसिट/हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर) है. इसके साथ ही फहद फासिल ने डॉक्टर के साथ हुई अपनी बातचीत के बारे में भी खुलकर बात किया है.  

फहद ने अपने इस डिसॉर्डर के पता चलने के बाद डॉक्टर से पूछा था कि क्या ADHD का इलाज आसान है? उन्होंने कहा, ”मैंने पूछा कि क्या 41 साल की उम्र में इसका इलाज होने पर इसे ठीक किया जा सकता है. मुझे ADHD है.” इस पर डॉक्टर ने मुझसे कहा, ”अगर कम उम्र में इसका इलाज हो जाए तो इसे आसानी से ठीक किया जा सकता है.

बता दें कि ADHD एक न्यूरोडेवलपमेंटल डिसॉर्डर है, जो मस्तिष्क की ध्यान, व्यवहार और आवेग (इमोशंस) कंट्रोल करने की ताकत को प्रभावित करता है. यह बच्चों में आम है, लेकिन यह वयस्कों को भी प्रभावित कर सकता है. बच्चों में यह होना आम बात है, लेकिन बड़ों में इसका होना खतरनाक साबित हो सकता है और एक्टर फहद फासिल इससे ग्रसित हैं.

बता दें कि हाल ही में डायरेक्टर जीतू माधवन की फिल्म ‘आवेशम’ में फहद फासिल दिखाई दिए थे. यह फिल्म 11 अप्रैल को सिनेमाघरों में आई थी, जिसनें ग्रॉस वर्ल्डवाइड 100 करोड़ रुपए से ज्यादा की कमाई की. हाल ही में फिल्म प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम हुई, जिसे शानदार रिव्यू मिल रहे हैं. हाल ही में फहद फासिल अल्लू अर्जुन स्टारर ‘पुष्पा: द रूल’ में नजर आएंगे, जो 15 अगस्त को सिनेमाघरों में दस्तक देने के लिए तैयार है.

चुनाव प्रचार का शोर थमने के बाद कन्याकुमारी जाएंगे पीएम मोदी, जानें क्या है विशेष प्लान

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2024 लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दल दिन रात मेहनत कर रहे हैं। सभी पार्टियों के दिग्गजों ने पार्टी और अपने प्रत्याशियों के लिए प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है। इन्हीं दिग्गजों में एक नाम प्रधानमंत्री मोदी का है। पीएम मोदी बीजेपी के स्टार प्रचारकों में से एक हैं। जो चुनाव की तारीख घोषित होने से पहले से ही अल्ग-अलग राज्यों का दौरा कर रहे हैं। निःसंदेह ये काफी थका देने वाला है। ऐसे में चुनाव प्रचार का शोर थमते ही पीएम मोदी साधना में लीन होंगे। पीएम मोदी कन्याकुमारी में विवेकानंद मेमोरियल पर ध्यान मंडपम में 30 मई की शाम से एक जून की शाम तक ध्यान करेंगे। प्रधानमंत्री ने 2019 के चुनाव अभियान के बाद केदारनाथ गुफा में इसी तरह का ध्यान लगाया था।

लोकसभा चुनाव के सातवें चरण के प्रचार अभियान के आखिरी दिन यानी 30 मई को प्रधानमंत्री की व्यस्त दिनचर्या है। इस दिन पीएम मोदी का पंजाब में जनसभा को संबोधित करने का भी कार्यक्रम है। इसके बाद वो तमिलनाडु के लिए रवाना हो जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र तमिलनाडु के कन्याकुमारी की आध्यात्मिक यात्रा पर जाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी यहां 1 जून तक ठहरेंगे।भाजपा नेताओं ने मंगलवार को बताया कि वह 30 मई की शाम से 1 जून की शाम तक ध्यान मंडपम में ध्यान करेंगे।

पार्टी पदाधिकारियों ने बताया कि अपने आध्यात्मिक प्रवास के लिए कन्याकुमारी में स्थान चुनने का पीएम मोदी का फैसला देश के लिए विवेकानंद के दृष्टिकोण को साकार करने की उनकी प्रतिबद्धता को दिखाता है। देश में आखिरी चरण का मतदान 1 जून को होना है। चुनाव के लिए प्रचार अभियान चुनाव से दो दिन पहले समाप्त हो जाता है। नतीजे चार जून को आएंगे। उन्होंने बताया कि जिस चट्टान पर प्रधानमंत्री ध्यान करेंगे, उसका विवेकानंद के जीवन पर बड़ा प्रभाव था और यह भिक्षु के जीवन में गौतम बुद्ध के लिए सारनाथ के समान ही महत्व रखता है। पूरे देश में घूमने के बाद विवेकानन्द यहीं पहुंचे थे और तीन दिनों तक ध्यान किया था। उन्होंने यहां विकसित भारत का सपना देखा था।

कन्याकुमारी वह स्थान है जहां स्वामी विवेकानन्द को भारत माता के दर्शन हुए थे। इस शिला का स्वामी विवेकानन्द के जीवन पर बड़ा प्रभाव पड़ा। लोगों का मानना है कि जैसे सारनाथ गौतम बुद्ध के जीवन में विशेष स्थान रखता है, यह चट्टान स्वामी विवेकानन्द के जीवन में भी वैसा ही स्थान रखती है। देश भर में घूमने के बाद वे यहीं पहुंचे और तपस्या करेंगे और विकसित भारत का सपना देखेंगे।उसी स्थान पर ध्यान करना स्वामी जी के विकसित भारत के दृष्टिकोण को जीवन में लाने के लिए पीएम मोदी की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

इससे पहले 2019 के चुनाव के अंतिम चरण से पहले पीएम मोदी ने केदारनाथ और 2014 में शिवाजी के प्रतापगढ़ का दौरा किया था।पीएम मोदी 2019 के लोकसभा चुनावों में प्रचार खत्म होने के बाद केदरानाथ पहुंचे थे। तब पीएम मोदी ने वहां पर ध्यान किया था। उन्होंने तब केदारनाथ की रुद्र गुफा में ध्यान किया था।

राफा कैंप में इजराइली हमले की चौतरफा निंदा के बीच इजरायली पीएम का बयान, बताया 'दुखद दुर्घटना'

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इजराइल और हमास के बीच चल रहे युद्ध से गाजा में तबाही मची हुई है। इजराइली सेना लगातार गाजा और राफा शहर के साथ ही अब शरणार्थी शिविरों को भी निशाना बना रही है। बीते रविवार को हमास ने तेल अवीव पर मिसाइलें दागीं वहीं जवाबी कार्रवाई में इजराइल ने भी हमला किया। इजराइली के लगातार हो रहे हमले से चारों तरफ हाहाकार मचा हुआ है। इन हमलों में तमाम बेगुनाह लोगों की जान जा रही है जिस पर दुनिया के कई देशों ने चिंता जाहिर की है।हमले के बाद हो रही अंतरराष्ट्रीय निंदा के बीच इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इसे 'दुखद दुर्घटना' बताया है।

बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक इजरायली संसद में बोलते हुए नेतन्याहू जोर देकर कहा कि इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने संघर्ष में शामिल नहीं होने वालों को नुकसान न पहुंचाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया।नेतन्याहू ने कहा, 'राफा में हमने लगभग दस लाख गैर-लड़ाकू निवासियों को पहले ही निकाल लिया है और गैर-लड़ाकों को नुकसान न पहुंचाने के हमारे भरसक प्रयास के बावजूद, दुर्भाग्य से कुछ दुखद गलत हो गया।' हम घटना की जांच कर रहे हैं और निष्कर्ष पर पहुंचेंगे क्योंकि यह हमारी नीति है।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने इस्राइली सेना के राफा शहर में किए हमले की कड़ी निंदा की है। सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने लिखा 'मैं इस्राइल की कार्रवाई की कड़ी निंदा करता हूं, जिसमें कई बेगुनाह आम नागरिक मारे गए, जो सिर्फ युद्ध के हालात में शरण लिए हुए थे। गाजा में अब कोई जगह सुरक्षित नहीं है और अब ये आतंक बंद होना चाहिए।'

हाल ही में इजराइल के राफा पर किए गए हमले में 45 लोगों की मौत हुई है और 200 अन्य घायल हुए हैं। हमास के तेल अवीव पर मिसाइल हमला करने के कुछ घंटों बाद इजरायल ने यह हमला किया था।

इंदिरा गांधी के निधन के बाद उनके कमरे से मिला था एक पर्चा, प्रियंका गांधी ने बताया उसमें क्या लिखा था

डेस्क: देश भर में लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर लगातार चुनावी रैलियां हो रही हैं। सभी दल अपने-अपने चुनाव प्रचार में जुटे हैं। सात चरणों के तहत होने वाले चुनाव का अब आखिरी चरण बचा हुआ है। ऐसे में सभी दलों की निगाहें इस आखिरी चरण के चुनाव पर टिकी हुई हैं। इसी बीच कांग्रेस नेता प्रिंयका गांधी हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करने पहुंचीं। यहां पर हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र के गगरेट में उनकी चुनावी जनसभा थी। अपनी जनसभा के दौरान प्रियंका गांधी ने इंदिरा गांधी का जिक्र किया। इंदिरा गांधी के शासन काल का जिक्र करते हुए उन्होंने सरकार पर निशाना भी साधा।

प्रियंका गांधी ने किया पर्चे का जिक्र

इंदिरा गांधी का जिक्र करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि 'इंदिरा गांधी जी जब प्रधानमंत्री थीं तो अपने संसदीय क्षेत्र में गांव-गांव जाती थीं, पैदल जाती थीं, जनता की शिकायतें सुनती थीं। इंदिरा गांधी को डांट पड़ती थी, वो डांट सुनती भी थीं और कहती थीं कि अच्छा है। यहां की जनता जागरूक है और दिन-रात काम करती थीं।' प्रियंका गांधी ने आगे कहा कि 'जब वो शहीद हुईं तो मेरे पिताजी को उनके कमरे में एक पर्चा मिला। उस पर लिखा था कि अगर मुझे कुछ हो जाए तो मेरे अंतिम संस्कार के बाद मेरी अस्थियों को आधा इलाहाबाद के संगम में और आधा हिमालय के पर्वतों पर डालना। क्योंकि मैं हिमालय की बर्फ में घुलना चाहती हूं।'

सरकार पर साधा निशाना

आगे सरकार पर आरोप लगाते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि 'एक ये विचारधारा थी कि ये देश है मेरा, ये मेरे देश की धरती है, मुझे इस देश की धरती में घोल डालो और दूसरी वो विचारधारा है कि देश की जनता की सरकार है, देश की जनता एक सरकार को चुनती है और आप सौ-सौ करोड़ में विधायकों को खरीदकर जनता की चुनी हुई सरकार को गिराने में लगे हैं।'

तालिबान को प्रतिबंधित आतंकी संगठनों की लिस्ट से हटाने की तैयारी में रूस, एक रिपोर्ट में खुलासा

#russia_to_delist_taliban_as_terrorist_group_report

रूस तालिबान को प्रतिबंधित आतंकी संगठनों की लिस्ट से हटाने वाला है। रूस की सरकारी समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती ने इसकी जानकारी दी है।रिपोर्ट के मुताबिक, रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि कजाखिस्तान ने हाल ही में तालिबान को लेकर यह फैसला लिया है और हम भी जल्द ही इसे लागू करेंगे।

लावरोव ने कहा, कि तालिबान असली ताकत है। हम उनसे अलग नहीं हैं। सेंट्रल एशिया में हमारे सहयोगी भी उनसे अलग नहीं हैं। अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के 3 साल बाद रूस ने यह फैसला किया है। दरअसल, पिछले साल के अंत में कजाखिस्तान ने तालिबान को बैन किए गए आतंकी संगठनों की लिस्ट से हटा दिया था।

रूस ने भी तालिबान पर तमाम पाबंदियों के बावजूद उससे अपने संबंध बनाए रखे हैं।मॉस्को ने वर्षों से तालिबान के साथ संबंधों को प्रोत्साहित किया है, कई दौर की बातचीत की है और अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के बावजूद अफगानिस्तान के साथ व्यापार को बढ़ावा दिया है।हालांकि, उन्होंने अब तक तालिबान को अफगानिस्तान की सरकार के तौर पर मान्यता नहीं दी है। रूस ने तालिबान को सेंट पीटर्सबर्ग में होने वाले इंटरनेशनल इकोनॉमिक फोरम के लिए भी न्योता दिया है। यह इवेंट 5-8 जून को होगा।

कहीं बाढ़ तो कहीं गर्मी मारः जल रहा उत्तर भारत, तो नॉर्थ ईस्ट में बारिश लाई आफत
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पूरा देश इन दिनों भीषण गर्मी में झुलस रहा है, वहीं कई राज्यों में बाढ़ के हालात हैं। दिल्ली समेत उत्तर पश्चिम भारत में गर्मी अपने उफान पर है। आईएमडी ने दिल्ली के अलावा राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, पश्चिम उत्तर प्रदेश और गुजरात के लिए गर्मी को लेकर 'रेड अलर्ट' जारी किया है। ऐसे में लोग बारिश की आस में हैं। वहीं, नॉर्थ ईस्ट में बारिश कहर बरपा रही है। मिजोरम के आइजोल इलाकें में भारी बारिश हो रही है जो आफत बन गई है। देश की राजधानी दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में प्रचंड गर्मी पड़ रही है। आईएमडी के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर, दक्षिणी हरियाणा, दक्षिण पश्चिम उत्तर प्रदेश और पंजाब में 17 से 20 मई और 25-26 मई को लू की स्थिति रही। यहां पर पारा 44-48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। वहीं मई के महीने में राजस्थान और गुजरात में 9 से 12 दिन तक लू चली और तापमान 45 से 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। वहीं, पश्चिम बंगाल के बाद रेमल चक्रवात का कहर अब नॉर्थ ईस्ट में दिखाई दे रहा है। जिसके चलते मिजोरम से लेकर दक्षिण मनीपुर, त्रिपुरा, मेघालय, असम में भारी बारिश हो रही है, तेज हवाएं चल रही है। मिजोरम की राजधानी आइजोल के बाहरी इलाके में भारी बारिश के कारण एक खदान ढह गई। इस हादसे में अबतक 10 लोगों की जान चली गई। पुलिसकर्मी बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। भारी बारिश के कारण नदियों का स्तर भी बढ़ चुका है। नदी किनारे रहने वाले लोगों को अपने घरों से निकलकर सुरक्षित स्थान पर जाना पड़ रहा है। बारिश और तेज हवाएं न सिर्फ मिजोरम बल्कि मेघालय के लिए भी कहर बन रही है। मेघालय में मूसलाधार बारिश के चलते पेड़ उखड़ गए हैं, रास्तों में पानी भर गया है, बिजली के तार टूट कर गिर गए हैं, जिसके चलते इलाकें में बिजली भी नहीं है। इन हालातों को देखते हुए राज्य में स्कूल बंद कर दिए गए थे।
हादसे का शिकार हुई BSP उम्मीदवार ऋतु सिंह, सिक्कों से तौलने के दौरान टूटा तराजू

 

पंजाब के चंडीगढ़ से बसपा प्रत्याशी डॉ ऋतु सिंह हादसे का शिकार हो गई हैं. सोमवार को एक कालोनी में पार्टी कार्यकर्ता डॉ ऋतु सिंह को सिक्कों से तौल रहे थे. उसी समय लकड़ी का तमगा टूटकर उनके सिर में लग गया तथा वो बुरी तरह चोटिल हो गईं. तत्पश्चात, उन्हें उपचार के लिए तुरंत अस्पताल ले जाया गया. उनके सिर पर कुछ टांके लगे तथा उसके बाद घर भेज दिया गया.

पंजाब में सातवें चरण में 1 जून को वोटिंग होगी. सूबे में कुल 13 लोकसभा सीटें हैं तथा प्रदेश में AAP की सरकार है. यहां इंडिया ब्लॉक में सम्मिलित आम आदमी पार्टी एवं कांग्रेस के बीच संयुक्त उम्मीदवार उतारने पर बात नहीं बन पाई है. वर्ष 2019 के चुनाव में कांग्रेस ने सबसे अधिक 8 सीटों पर चुनाव जीता था. भाजपा एवं शिरोमणि अकाली दल को 2-2 सीटों पर जीत मिली थी. एक सीट पर AAP के भगवंत मान जीते थे. कांग्रेस को 40.6 प्रतिशत, SAD 27.8 प्रतिशत, भाजपा को 9.7 प्रतिशत, AAP को 7.5 प्रतिशत वोट मिले थे.

ठीक ऐसे ही पंजाब में भाजपा का बड़ा और कड़ा इम्तिहान है. पंजाब में भाजपा का अकाली दल से गठबंधन था, NDA को 13 में से 4 सीटों पर जीत मिली थी, 2 सीट पर अकाली एवं 2 पर भाजपा जीती थी. अबकी बार किसान आंदोलन के चलते अकाली दल NDA का हिस्सा नहीं है, वो अकेले चुनाव लड़ रही है. यानी 28 वर्ष पश्चात् भाजपा अकेले चुनाव लड़ रही है, भाजपा की चुनावी लड़ाई, AAP, कांग्रेस एवं अकाली दल से है. पंजाब में AAP की सरकार है लिहाजा सीधी टक्कर आप से है.

PM मोदी को खुली चुनौती! इस राज्य के दिग्गज नेता ने कहा- आरोप साबित हो गए तो राजनीति से संन्यास ले लूंगा

 देशभर में लोकसभा चुनाव की हलचल चल रही है। हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीति तेज है, जहां अंतिम चरण में 1 जून को वोट डाले जाएंगे। इस बीच मंडी लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी पर पटलवार किया। उन्होंने कहा कि अगर हिमाचल आपदा के लिए आई धनराशि में गड़बड़ी का आरोप साबित हुआ तो वे राजनीति से संन्यास ले लेंगे।

कांग्रेस नेता विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि आपदा से राज्य को 12 हजार करोड़ का नुकसान हुआ था, जबकि 400 लोगों की जान चली गई थी। तब लोगों का दुख दर्द बांटने के लिए न तो प्रधानमंत्री आए थे और न मंडी की भाजपा उम्मीदवार। अब वे (पीएम मोदी) आपदा में अरबों रुपये देने की बात कर रहे हैं, लेकिन नेशनल रिलीफ डिजास्टर मैनेजमेंट के तहत राज्य को सिर्फ 300 करोड़ रुपये मिले थे।

 बता दें कि पीएम मोदी ने शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश में एक जनसभा को संबोधित करते हुए आपदा राहत राशि में गड़बड़ी का आरोप लगाया था और उन्होंने इस मामले में जांच की बात की थी। इस पर विक्रमादित्य सिंह ने पटलवार करते हुए कहा कि अगर आपदा राहत राशि में गड़बड़ी की बात सत्य साबित हो गई तो राजनीति छोड़ देंगे।

विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि आपदा के दौरान राज्य सरकार की ओर से युद्ध स्तर पर कार्य किया गया था। फटाफट बंद सड़कें खुलवाई गईं। उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी उम्मीदवार को हार का डर है, इसलिए वे क्षेत्रवाद का नारा देकर वोटरों को लुभा रही हैं। कंगना रनौत चुनाव हारने के बाद फिर मुंबई चली जाएंगी।

केजरीवाल की अंतरिम जमानत बढ़ाने की मांग पर जल्द सुनवाई से सुप्रीम कोर्ट का इनकार, मांगी थी 7 दिन की मोहलत

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मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज सुप्रीम कोर्ट से अपील की कि उनकी दायर अंतरिम जमानत को बढ़ाने वाली याचिका पर तत्काल रूप से सुनवाई की जाए। जिस पर शीर्ष अदालत ने मंगलवार को तत्काल सुनवाई की अनुमति देने से इनकार कर दिया। केजरीवाल ने कोर्ट से मेडिकल जांच के लिए अपनी अंतरिम जमानत 7 दिन और बढ़ाने की मांग की है। मुख्यमंत्री केजरीवाल की ओर से सीनियर एडवोकेट अभिषेक मनु सिंघवी ने जस्टिस जेके माहेश्वरी और केवी विश्वनाथन की वेकेशन बेंच से तत्काल सुनवाई करने का अनुरोध किया।

सुप्रीम कोर्ट से सिंघवी ने जल्द सुनवाई की मांग उठाई। उनका कहना था कि अदालत बुधवार को मामले पर सुनवाई करे। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मेडिकल की वजह से हो या फिर कोई और वजह, हम सीजेआई को भेज रहे हैं। कब सुनवाई करनी है इसको लेकर वही निर्णय लेंगे। सिंघवी ने कहा कि जांच का प्रिस्क्रिप्शन है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम कुछ नहीं कर सकते। सीजेआई के पास जाइए। हम सूचीबद्ध करने को लेकर भी सुनवाई नहीं कर सकते।

सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस जेके महेश्वरी की बेंच ने कहा कि इस मामले में फैसला सुरक्षित है। हम कुछ नहीं कर सकते। इस मामले की सुनवाई 17 मई को हुई थी और आप नए आवेदन को उचित आदेश के लिए सीजेआई के समक्ष रखें। जस्टिस जेके महेश्वरी की बेंच ने सिंघवी से यह भी कहा कि आपने जस्टिस दीपांकर दत्ता की बेंच के समक्ष आवेदन क्यों नहीं मेंशन किया? 

दरअसल, अरविंद केजरीवाल को शक है कि उन्हें कोई गंभीर बीमारी है। उन्होंने अपनी याचिका में कहा, ‘गिरफ्तारी के बाद मेरा वजन 7 किलो घटा है। मेरा कीटोन लेवल हाई है। मुझे किसी गंभीर बीमारी के लक्षण हो सकते हैं। मैक्स के डॉक्टरों ने जांच की है। इसलिए मुझे पीईटी और सीटी स्कैन और कई टेस्ट करवाने की ज़रूरत है।’ सेहत का हवाला देते अरविंद केजरीवाल ने जांच करवाने के लिए 7 दिन और मांगे हैं।

बता दें कि दिल्ली शराब नीति केस में घिरे केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट ने 1 जून तक अंतरिम जमानत देने का फैसला किया था। 2 जून को उन्हें सरेंडर करना होगा। सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल को अंतरिम जमानत देते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर उदारवादी दृष्टिकोण उचित है। उनका कोई आपराधिक इतिहास नहीं है। वह समाज के लिए खतरा नहीं है। उन पर गंभीर आरोप जरूर हैं पर वे अभी तक उन्हें दोषी नहीं ठहराया गया है। कोर्ट ने केजरीवाल को निर्देश दिया कि वह किसी भी गवाह से बात नहीं करेंगे। आधिकारिक फाइलों तक उनकी पहुंच नहीं होगी। केजरीवाल को एक जमानत राशि के साथ 50,000 रुपये का जमानत बांड भरना होगा।