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केनगर में जमीन नामांतरण घोटाला, सीओ व राजस्व कर्मचारी पर मामला दर्ज


पूर्णिया
केनगर के तत्कालीन अंचलाधिकारी शिल्पी कुमारी और वर्तमान राजस्व कर्मचारी पंकज कुमार भारती के खिलाफ गलत तरीके से जमीन का नामांतरण (म्यूटेशन) दूसरे के नाम करने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। यह कार्रवाई केनगर में स्थित 5 डिसमिल 5 वर्ग कड़ी जमीन से जुड़े मामले में की गई है। प्राप्त विवरण के अनुसार, न्यायालय में इस मामले के लंबित रहने के बावजूद सीओ और राजस्व कर्मचारी ने जमीन का म्यूटेशन कर दिया था।



इस संबंध में केनगर की निवासी श्वेता सुमन ने सीजेएम के यहां एक अभियोग पत्र दाखिल किया था। सीजेएम के आदेश पर केनगर थाने में तत्कालीन सीओ शिल्पी कुमारी और राजस्व कर्मचारी पंकज भारती के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है। केनगर थानाध्यक्ष पुअनि नवदीप कुमार गुप्ता ने बताया कि न्यायालय के आदेश पर यह मामला दर्ज किया गया है और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। वहीं, राजस्व कर्मचारी पंकज कुमार भारती से उनका पक्ष जानने के लिए उनके मोबाइल नम्बर- 8210160491 पर सम्पर्क किया गया तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। उसने ना ही भेजे गए मैसेज का कोई जवाब दिया। मामला केनगर अंचल के रिकावगंज नयाटोला का है, जहां विशाल राज ने नामान्तरण वाद सं. 2773/23-24 दाखिल किया था। इसके खिलाफ संतोष कुमार यादव की पत्नी श्वेता सुमन ने अंचलाधिकारी को आपत्ति दर्ज कराई थी।दर्ज आपत्ति में कहा गया था कि जिस जमीन पर नामान्तरण वाद सं. 2773/23-24 दाखिल किया गया है, उस जमीन पर वर्तमान में दीवानी वाद सं. 225/23 न्यायालय में लंबित है। उनका आरोप है कि उनकी आपत्ति के बावजूद विपक्षी पक्ष के नाम जमीन का नामांतरण कर दिया गया।


मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ने अपने न्यायालय में दाखिल अभियोग वाद संख्या 950/24 पर अनुसंधान की आवश्यकता दिखाते हुए केनगर थानाध्यक्ष को प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है। इसके बाद केनगर थाना कांड संख्या 174/24 (जीआरनं. 2431/24) दर्ज किया गया है। वादी के अधिवक्ता श्याम सुंदर पांडेय ने कानून का हवाला देते हुए कहा कि बिहार भूमि दाखिल खारिज अधिनियम 2011 के अध्याय-5 की धारा-12 में सख्त निर्देश है कि जिस जमीन पर दीवानी वाद चल रहा हो, उस दीवानी वाद के दौरान नामांतरण को स्वीकृत करना घोर लापरवाही है।


अधिवक्ता ने बताया कि यह मामला केनगर अंचल में स्थित एक जमीन विवाद से जुड़ा है। न्यायालय में इस विवाद के लंबित रहने के बावजूद भी संबंधित अधिकारियों द्वारा जमीन का नामांतरण कर दिया गया था, जो कानून के विपरीत था।
सुरक्षित प्रसव के लिए सरकारी अस्पताल में बढ़ रहा लोगों का भरोसा, अस्पताल में सिजेरियन से अधिक सामान्य प्रसव


पूर्णिया,


गर्भवती महिलाओं और होने वाले बच्चों के बेहतर स्वास्थ के लिए अब लोगों का भरोसा सरकारी चिकित्सकों पर ज्यादा हो गया है। लोग बच्चों का जन्म विशेषज्ञ चिकित्सकों की निगरानी में ही करवाते हैं। प्रसव पीड़ा के दौरान अगर गर्भवती महिला की स्थिति जटिल हो और उन्हें सिजेरियन करवाने की आवश्यकता हो तो ज्यादातर लोग सरकारी अस्पताल में पहुंचना पसंद करते हैं। इसके लिए मुख्य रूप से लोगों का भरोसा राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (जीएमसीएच) पर बढ़ गया है।



यहां पूर्णिया जिला ही नहीं बल्कि आसपास के जिलों से भी लोग सिजेरियन प्रसव के लिए उपस्थित होते हैं। इसके लिए जीएमसीएच में हमेशा विशेषज्ञ चिकित्सक उपलब्ध करते हैं जिससे कि लोगों को आसानी से बिना खर्च के सिजेरियन प्रसव सुविधा का लाभ मिलता है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में सरकारी अस्पताल में हुआ 878 सिजेरियन प्रसव : स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्राप्त आंकड़ों के अनुसार वित्तीय वर्ष 2023-24 में पूर्णिया जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में 83 हजार 890 महिलाओं का सुरक्षित प्रसव हुआ है। इसमें से 83 हजार 012 गर्भवती महिलाओं का अस्पताल में सामान्य प्रसव कराया गया है। सरकारी अस्पताल में वित्तीय वर्ष 2023-24 में सरकारी अस्पताल में जटिल स्थिति में रहने वाली 878 गर्भवती महिलाओं का ही सिजेरियन विधि से प्रसव कराया गया है। इसमें भी सबसे ज्यादा सिजेरियन प्रसव जिला मुख्यालय में संचालित राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (जीएमसीएच) में में कराया गया है। वर्ष 2023-24 में 799 सिजेरियन प्रसव जीएमसीएच में ही करवाया गया है। इसके अलावा सरकारी अस्पतालों में सिजेरियन की व्यवस्था अनुमंडलीय अस्पताल धमदाहा और अनुमंडलीय अस्पताल बनमनखी (एसडीएच) में है। वर्ष 2023-24 में एसडीएच धमदाहा में 75 और बनमनखी में सिर्फ 04 सिजेरियन प्रसव करवाये गए हैं। सभी सिजेरियन प्रसव अस्पताल में उपस्थित महिला विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा करवाया गया है जिससे सभी महिला और बच्चे सुरक्षित पाए गए हैं।



सिजेरियन प्रसव के लिए सरकारी अस्पताल में उपलब्ध है सभी तकनीकी सुविधा : जटिल गर्भवती महिलाओं के सुरक्षित प्रसव के लिए जिला मुख्यालय में संचालित जीएमसीएच के साथ साथ दूरस्थ क्षेत्रों में एसडीएच धमदाहा और बनमनखी में सभी तकनीकी सुविधा उपलब्ध है। इससे लोगों का भरोसा सरकारी अस्पतालों में ज्यादा हो रहा है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में सरकारी अस्पतालों में सिर्फ 878 सिजेरियन प्रसव करवाये गए हैं जबकि पंजीकृत प्राइवेट अस्पतालों में इसकी संख्या 03 हजार 899 दर्ज की गई है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में भी सिर्फ अप्रैल महीना खत्म हुआ है और इसमें ही पूर्णिया जिले में कुल 05 हजार 593 संस्थागत प्रसव दर्ज हुआ है। इसमें से जीएमसीएच में 49 और एसडीएच धमदाहा में 03 महिलाओं का सिजेरियन प्रसव कराया गया है। सरकारी अस्पतालों में सिजेरियन प्रसव जटिल गर्भवती महिलाओं का विशेषज्ञ महिला चिकित्सकों की निगरानी में ही निःशुल्क कराया जाता है। सिजेरियन प्रसव के लिए सरकारी अस्पतालों में सभी तकनीकी सुविधा उपलब्ध है जिससे कि गर्भवती महिला और होने वाला बच्चा बिल्कुल स्वास्थ और सुरक्षित रह सकें। अस्पताल में प्रसव व्यवस्था को देखते हुए लोगों का भरोसा भी सरकारी अस्पताल में बढ़ रहा है और ज्यादा से ज्यादा लोग इसका लाभ उठा रहे हैं। सामान्य प्रसव के लिए गर्भवती महिलाओं का प्रसव पूर्व जांच आवश्यक : सिविल सर्जन डॉ ओ पी साहा ने कहा कि गर्भवती महिलाओं और होने वाले बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए घरवालों को शुरुआत से ही इसका ख्याल रखने की जरूरत है। इसके लिए सभी अस्पतालों में प्रसव पूर्व जांच (एएनसी) सुविधा उपलब्ध है। इसके साथ साथ लोगों को बेहतर प्रसव पूर्व जांच के लिए सभी अस्पतालों में माह के दो दिन विशेष जांच व्यवस्था चलाई जाती है जिससे कि ज्यादा से ज्यादा गर्भवती महिला जांच सुनिश्चित कर सके।



इस दौरान जटिल गर्भवती महिलाओं को चिन्हित करते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा उनका विशेष खयाल रखा जाता है। सभी गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व जांच के दौरान उनके और होने वाले बच्चे शारीरिक स्थिति के साथ स्वास्थ्य की भी जानकारी दी जाती है। इस दौरान गर्भवती महिला को ज्यादा चिकित्सकीय सहायता के साथ बेहतर पोषण की भी जानकारी दी जाती है जिससे कि वे स्वस्थ रह सकें और सामान्य प्रसव सुविधा का लाभ उठा सकें।
सुशील मोदी की श्रद्धांजलि सभा में शामिल हुए विधायक विजय खेमका


पूर्णिया


पुर्णिया इस्ट ब्लॉक महेंद्रपुर के सामुदिक भवन मे शसुशील मोदी  की श्रद्धांजलि सभा आयोजित कर भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनके तैलचित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया | इस अवसर पर सदर विधायक विजय खेमका ने प्रदेश भाजपा के मजबूत स्तम्भ वरिष्ट नेता एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री अभिभावक तुल्य स्व० सुशील कुमार मोदी जी के प्रार्थना सभा में शामिल होकर भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी |



विधायक ने कहा स्व० सुशील जी का सम्पूर्ण जीवन बिहार वासियों को समर्पित रहा है | विधायक ने कहा श्रद्धेय सुशील मोदी जी बिहार के सियासत के युग पुरुष एवं श्रद्धेय कैलाशपति मिश्र के बाद भाजपा के भीष्मपितामह थे | उपमुख्यमंत्री काल में अपने वित्तीय प्रबंधन से बिहार के विकास में उनकी अहम् भूमिका थी | मुख्यमंत्री नितीश कुमार तथा उपमुख्यमंत्री सुशिल कुमार मोदी की जोड़ी ने जंगल राज से बिहार को निजात दिलाकर सुशासन स्थापित करने का काम किया |


विधायक ने कहा उनकी सादगी, मिलनसार व्यवहार, मृदुभाषी, स्वच्छ राजनीती सार्वजनिक जीवन में निस्वार्थ सेवा की प्रेरणा सदैव सबो को मिलती रहेगी | मंडल प्रभारी बिरेन्द्र सिंह मंडल अध्यक्ष डॉ० मनोज साह नेता मंगल पोद्दार मनोज गोश्वामी ने स्व० सुशील मोदी जी के जीवनी पर प्रकाश डाला | श्रद्धांजलि सभा में अजय सिंह, ज्योतिष ठाकुर विद्यानन्द ठाकुर रविन्द्र मालाकार सहित स्थानीय लोग बड़ी संख्या में स्व० सुशील मोदी जी को श्रद्धांजलि दिए |
सी एस पी संचालक की हत्या पर सांसद ने जताई संवेदना,एनडीए प्रतिनिधिमंडल पहुंचा रसाढ़


बनमनखी प्रखण्ड के रसाढ़ निवासी सीएसपी संचालक सुभाष मिश्र की हत्या अपराधियों की कायराना हरकत है जिसकी जितनी निंदा की जाय कम होगी।पुलिस प्रशासन ने इस घटना को गंभीरता से लिया है।उम्मीद है अबिलम्ब अपराधियों की गिरफ्तारी होगी।सभी अपराधियों के खिलाफ स्पीडी ट्रायल चलाकर सख्त से सख्त सजा दिलाई जाएगी।


मैं मुश्किल भरी इस घड़ी में पीड़ित परिवार के साथ हूँ।मैं बहरहाल पूर्णिया से बाहर हूँ।वापस लौटकर पीड़ित परिवार का दुःख साझा करने का प्रयास करूंगा।उक्त बातें सांसद संतोष कुशवाहा ने सुभाष मिश्रा हत्याकांड प्रकरण पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कही है।श्री कुशवाहा ने कहा कि जब इस घटना की सूचना उन्हें मिली तो पुलिस अधीक्षक से लगातार संपर्क में रहे और उनसे कहा कि दोषियों के खिलाफ बिना बिलंब सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।



एसपी ने आश्वस्त किया है कि पुलिस अनुसंधान में जुटी है,शीघ्र ही मामले का उद्भेदन कर लिया जाएगा।श्री कुशवाहा ने कहा कि पूर्णिया में किसी भी कीमत में अपराधियों को पैर जमाने का मौका नही मिलेगा, यहां कानून का राज था और आगे भी रहेगा। सांसद श्री कुशवाहा के आग्रह पर भाजपा जिलाध्यक्ष राकेश कुमार और जेडीयू जिलाध्यक्ष राकेश कुमार के संयुक्त नेतृत्व में एनडीए प्रतिनिधिमंडल शनिवार को रसाढ़ पहुंचा। प्रतिनिधिमंडल पीड़ित परिवार से मिल भरोसा दिया कि शीघ्र ही अपराधियों को गिरफ्तार किया जाएगा।स्थानीय लोगों ने बनमनखी-रसाढ़ के बीच पुलिस चौकी की स्थापना, पीड़ित परिवार को मुआवजा,दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई,अपराधियों की अबिलम्ब गिरफ्तारी आदि की मांग रखा।प्रतिनिधिमंडल ने वरीय अधिकारियों से मांगों से अवगत कराते हुए कार्रवाई करवाने का भरोसा दिलाया।



इस प्रतिनिधिमंडल में सामाजिक कार्यकर्ता शंकर कुशवाहा,संजय राय, राजेश गोस्वामी,दिलीप झा,भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष संतोष चोरसिया,जदयू प्रखंड अध्यक्ष दिलीप गुप्ता, विजय कुमार सिंह, सी एस पी संचालक यूनियन के नेता विकाश कुमार ,ग्रामीण प्रखंड अध्यक्ष भाजपा नवनीत कुमार सिंह,विश्व हिंदू परिषद् के शिव शंकर तिवारी, विद्यार्थी परिषद् के राष्ट्रीय सदस्य शशि शेखर कुमार,पंकज झा,अंजन कुमार सिंह, सहित अनेक एनडीए के कार्यकर्ता शामिल थे।
4 बदमाशों ने सीएसपी संचालक को गोलियों से भूना ,दहशत


पूर्णिया
4 बदमाशों ने सीएसपी संचालक को गोलियों से भूना ,दहशत बनमनखी थाना क्षेत्र के बनमनखी-रसाढ़ रोड पर दो बाइक पर सवार चार बदमाशों ने लूट के दौरान विरोध करने पर एक सीएसपी संचालक को गोलियों से भून डाला। बताया जा रहा है कि सीएसपी संचालक को 15 गोलियां मारी गई।वारदात के दौरान सुरक्षा के लिए एक चौकीदार भी सीएसपी संचालक के साथ था। लेकिन बदमाशों द्वारा बाइक रुकवाते ही वह फरार हो गया। मृतक सीएसपी संचालक सुभाष कुमार मिश्र रसाढ़ गांव का ही रहने वाला था।
उच्च रक्तचाप दिवस -जन-जागरूकता को लेकर पूर्णिया में कार्यक्रम का आयोजन



पूर्णिया,

हाइपरटेंशन यानी उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) जैसी बीमारी से बचाव एवं सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा हर साल 17 मई को विश्व उच्च रक्तचाप दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दौरान सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर उपस्थित लोगों की जांच करते हुए उन्हें उच्च रक्तचाप से सुरक्षित रहने के लिए चिकित्सकीय जानकारी दी जाती है। शुक्रवार को भी जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में उच्च रक्तचाप दिवस के रूप में मनाया गया। ज्यादा से ज्यादा लोगों को उच्च रक्तचाप के लिए जागरूक करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा 17 मई से 23 मई तक सभी स्वास्थ्य केंद्रों में निःशुल्क जांच सह चिकित्सा परामर्श शिविर का आयोजन किया जाएगा और उपस्थित लोगों की जांच करते हुए उन्हें चिकित्सकीय सहायता प्रदान की जाएगी।



साइलेंट किलर के रूप में काम करता है उच्च रक्तचाप, लोगों को नियमित जांच की जरूरत : सीएस सिविल सर्जन डॉ ओ पी साहा ने बताया कि हाइपरटेंशन यानी उच्च रक्तचाप धीरे-धीरे नजर आने वाला रोग है जिसकी जानकारी आम लोगों को कुछ समय के बाद मिलती है। सबसे अहम बात यह है कि वर्तमान समय में खराब जीवन शैली के कारण होने वाले उच्च रक्तचाप से 30 वर्ष या उससे ज्यादा उम्र में व्यक्ति सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैं। कभी-कभी परिवार के अन्य सदस्यों के उच्च रक्तचाप के शिकार होने पर आनुवांशिक रूप से उनके बच्चे भी इसके शिकार हो जाते हैं। इससे सुरक्षित रहने के लिए सभी लोगों को 30 वर्ष की उम्र के बाद साल में एक बार अपनी स्वास्थ्य जांच आवश्य करवानी चाहिए। जांच के बाद अगर किसी का रक्तचाप ज्यादा है तो इसका इलाज कराना चाहिए। क्योंकि 80 से 85 प्रतिशत लोगों में उच्च रक्तचाप का कोई लक्षण दिखाई नहीं देता है।



कभी-कभी कुछ लोगों को उच्च रक्तचाप की बीमारी जीवन के अंतिम समय में हृदयघात, लकवा, किडनी फेल के रूप में अटैक करता है और इससे लोगों की तत्काल मृत्यु भी हो जाती है। इसीलिए इस बीमारी को 'साइलेंट किलर' भी कहा जाता है। इससे सुरक्षित रहने के लिए 30 वर्ष की आयुसीमा के बाद सभी लोगों को साल में एक बार अपनी चिकित्सकीय जांच जरूर करवानी चाहिए। 16 हजार से अधिक उच्च रक्तचाप से ग्रसित मरीजों का एनसीडी क्लीनिक से हो रहा उपचार : एनसीडीओ जिला गैर संचारी रोग नियंत्रण पदाधिकारी (एनसीडीओ) डॉ सुभाष कुमार सिंह ने बताया कि जिले में वर्ष 2023-24 में जिले के राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल में संचालित एनसीडी क्लीनिक में 94 हजार 600 लोगों गैर संचारी रोगों से ग्रसित बीमारियों की स्क्रीनिंग की गई है। इसमें से 16 हजार 613 लोग उच्च रक्तचाप से ग्रसित पाए गए हैं। सभी उच्च रक्तचाप के ग्रसित मरीजों का एनसीडी क्लीनिक से नियमित जांच करते हुए चिकित्सकीय सहायता प्रदान की जा रही है। वित्तीय वर्ष 2023-24 के मार्च महीने में ही 1984 लोग उच्च रक्तचाप के शिकार पाए गए जिसमें से 1201 उच्च रक्तचाप से ग्रसित लोगों का अस्पताल से नियमित उपचार जारी है। जीएमसीएच के ओपीडी के अलावा जिले के एडीएच, रेफरल अस्पताल, सीएचसी, पीएचसी, एपीएचसी, यूपीएचसी एवं एचडब्ल्यूसी पर चिकित्सकों द्वारा निःशुल्क रूप से बीपी, मधुमेह एवं कैंसर को लेकर उचित परामर्श दिया जाता है। एनसीडीओ ने बताया कि अधिक वजन या मोटापा, शराब/तम्बाकू का अत्यधिक सेवन, गुर्दा की बीमारी, अत्यधिक तनाव, अत्यधिक नमक का सेवन आदि लोगों के उच्च रक्तचाप से ग्रसित होने का कारण होता है। ऐसी स्थिति वाले लोगों को सुरक्षित रहने के लिए अपने नजदीकी अस्पताल में नियमित चिकित्सकीय जांच करवाते हुए स्वास्थ्य सहायता का लाभ लेना चाहिए। अनिवार्य रूप से रक्तचाप की नियमित तौर पर जांच करानी चाहिए : शुक्रवार को राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल के एनसीडी क्लीनिक में उपस्थित लोगों की जांच कर रहे चिकित्सक डॉ आलोक कुमार ने कहा कि उच्च रक्तचाप के शिकार लोगों को बचाव के लिए खुद का ध्यान रखना जरूरी होता है।


इसके लिए हम सभी को अपना वजन नियंत्रित रखना, शारीरिक गतिविधियों में वृद्धि, संतुलित आहार, ताज़ा फल एवं हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन, रक्तचाप की नियमित जांच, चिकित्सकीय परामर्श के अनुसार आवश्यक दवाओं का सेवन, शराब या तंबाकू का सेवन वर्जित करना, तनाव से दूर रहना, तेल, घी, अत्यधिक नमक का सेवन कम करना आदि का विशेष रूप से ध्यान रखना पड़ेगा।
निजी क्लीनिक में इलाज करा रहे मरीज की मौत के बाद हंगामा

पूर्णिया
पूर्णिया के लाइन बाजार में पैर की फ्रैक्चर हड्डी का इलाज कराने पहुंचे मरीज की मौत हो गई। मरीज की मौत से नाराज परिजनों ने शव के साथ निजी क्लीनिक के बाहर जमकर हंगामा किया। निजी क्लीनिक के कंपाउंडर पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए परिजनों ने लाइन बाजार रोड जाम कर दिया और जमकर बवाल काटा। वहीं निजी अस्पताल में परिजनों के हो हंगामे को देखते हुए तीन थाने की पुलिस मौके पर पहुंच चुकी है और मामले को शांत कराने की कोशिश में जुट गई है।



मामला सहायक खजांची थाना क्षेत्र से जुड़ा है। मृतक की पहचान सदर थाना क्षेत्र के गुलाबबाग के शास्त्रीनगर निवासी केदार भगत 62 के रूप में हुई है। मरीज की मौत के बाद से परिजनों में चीख -पुकार मची है। घटना की जानकारी देते हुए मृतक के परिजनों ने बताया कि आज देर दोपहर घर में फिसलकर बुजुर्ग केदार भगत के जांघ की हड्डी फ्रैक्चर टूट गई थी। बढ़ते दर्द के बाद वे अपने मरीज को लेकर लाइन बाजार स्थित निजी क्लीनिक पहुंचे।



यहां डॉक्टर के बजाए उसकी गैर मौजूदगी में कंपाउंडर मरीज को ऑपरेशन थियेटर में ले गया। इंजेक्शन के ओवरडोज के कारण उनके मरीज की मौत हो गई। मगर मौत की बात छिपाते हुए कंपाउंडर ने मरीज को वेंटीलेटर पर लिटाए रखा। थक हारकर जब वे मरीज को देखने की जिद पर अड़ गए। इसके कुछ ही देर बाद कंपाइंडर ने मरीज की मौत की बात बताई। जिसका विरोध करने पर कंपाउंडर ने बाउंसर बुलवाकर मरीज की पत्नी विधा देवी और बहू लूसी जायसवाल से मारपीट की। जिसके बाद मरीज के परिजनों का गुस्सा भड़क गया। नाराज परिजनों ने निजी क्लीनिक के बाहर जमकर हंगामा किया। कंपाउंडर और बाउंसर को बुलाने की जिद की मांग करते हुए शव के साथ लाइन बाजार रोड को जाम कर दिया और घंटों प्रदर्शन किया।



वहीं परिजनों के बढ़ते बवाल को देखते हुए सहायक खजांची थानाध्यक्ष शशि कुमार भगत, के.हाट थानाध्यक्ष कौशल किशोर और सदर थानाध्यक्ष राजीव कुमार लाल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। परिजनों के बढ़ते बवाल और गुस्से को देखते हुए पुलिस आक्रांत परिजनों का गुस्सा शांत कराने में जुटी है। लाइन बाजार रोड को जाम से मुक्त करा लिया गया है। पुलिस नाराज परिजनों का गुस्सा शांत कराने में जुटी है। समूचे घटनाक्रम को लेकर पुलिस ने लिखित शिकायत देने को कहा है।
समारोह पूर्वक किलकारी के समर कैम्प का हुआ समापन


पूर्णिया
समारोह पूर्वक किलकारी के समर कैम्प का हुआ समापन... मुख्य अतिथि के रूप में जिलाधिकारी ने बच्चों का किया उत्साहवर्धन.... किलकारी, बिहार बालभवन, पूर्णिया के द्वारा आयोजित अठ्ठारह दिवसीय समर कैम्प 'चक धूम धूम' का समापन, समारोह पूर्वक बुधवार को हो गया। विगत 28 अप्रैल से 15 अप्रैल2024 तक चले इस समर कैम्प के समापन समारोह में, मुख्य अतिथि के रूप में पूर्णिया के जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने शिरकत किया,



वहीं विशिष्ट अतिथि के रुप मे जिला शिक्षा पदाधिकारी पूर्णिया, भ उपस्थित रहे ! अतिथियों का स्वागत किलकारी परिवार की ओर से, किलकारी पूर्णिया के प्रमंडल समन्वयक रवि भूषण कुमार उर्फ मुकुल ने किया । सर्वप्रथम मुख्य अतिथि के आगमन पर शंख ध्वनी, नगाड़ा और वैदिक मंत्र के उच्चारण के साथ मुख्य अतिथि को मंच पर आसन ग्रहण करवाया गया । तत्पश्चात मुख्य अतिथि समेत सभी अतिथियों को बुके, मंजूषा पेंटिंग ,पर्यावरण का प्रतीक एक पौधा और इस समर कैम्प में निर्मित ब्लैक पॉटरी की एक कलाकृति उपहार स्वरूप भेंट की गई ।साथ ही इस अवासर पर किलकारी के प्रति सहयोग पूर्ण भावना से, किलकारी क साथ आवश्यकता अनुसार कदम से कदम मिलाकर चलने वाले चार अलग-अलग क्षेत्र से संबंध रखने वाले विशिष्ट व्यक्तियों को भी सम्मानित किया गया , जिनमे, विद्या विहार आवासीय विद्यालय के निदेशक,



राजेश मिश्रा, सेंट पीटर हिंदी मीडियम स्कूल की प्रधान अध्यापिका, सिस्टर वन्दिता, मध्य विद्यालय,उफ्रैल की प्रधानाध्यापिका, अर्चना एवं इनारिका कंप्यूटर सेंटर के निदेशक, रविंद्र कुमार साह के नाम शामिल है। मौके पर अतिथियों का सम्मान करते हुए किलकारी पूर्णिया के प्रमंडल समन्वयक रवि भूषण ने कहा कि, हमने किलकारी पूर्णिया के तीन वर्षों के सफर में, जो भी उपलब्धियां हासिल की है,उसमें किलकारी के सभी बच्चों और उनके अभिभावकों का सहयोग अगर हमें नहीं मिल पाता तो, हम निरंतर यह प्रगति नहीं कर पाते, क्योंकि अगर यह बच्चे नहीं होते तो,किलकारी अपने स्वरूप के अनुकूल यहां कार्य ही नहीं कर पाती, मैं आभार व्यक्त करता हूं पूर्णिया के जिलाधिकारी महोदय का एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी महोदय का, आप श्रीमान ने अपने व्यस्त समय से समय निकालकर यहां आकर इन बच्चों के साथ-साथ हमारा भी उत्सवर्धन किया है । अगर श्रीमान का सहयोग हमें इसी तरह मिलता रहा तो भविष्य में भी हम छात्रों के सर्वांगिक विकास के लिए और भी आगे बढ़कर काम कर पाएंगे । जिलाधिकारी ने मुख्य अतिथि के रूप में अपने संबोधन में कहा कि, किलकारी, बिहार बालभवन, पूर्णिया में जिस रूप में कार्य कर रहा है, उससे यह प्रतीत होता है कि,यह अपने उद्देश्य के अनुरूप पूर्णिया में कार्य करते हुए बिहार के दूसरे जगह के लिए एक संदेश प्रसारित कर रही है, जिस तरह से यहां आयोजित समर कैम्प में बच्चों ने खेल, कला और विज्ञान से जुड़े विभिन्न विधाओं में प्रशिक्षण प्राप्त किया और



अपने अंदर छुपी प्रतिभा को सामने लाया है, मैं इस मंच से कह रहा हूं, कि इनमे ऐसी संभावना दिखती कि यह बच्चे भविष्य में अपने लिए वह जगह बना बनाने में कामयाब होंगे, जिससे इन्हें एक नई पहचान मिल पाएगी । मैं इन सभी छात्र-छात्रओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं और किलकारी परिवार को बधाई देता हूं ,किलकारी परिवार ने बेहतरीन वातावरण में उत्कृष्ट कार्यक्रम का आयोजन कर गर्मी की छुट्टियों का सदुपयोग किया है। वहीं मौजूद सभी विशिष्ट कतिथियों ने भी अपने संबोधन में बच्चों का संबोधित करते हुए उन्हें उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी । मंच के उद्घाटन सत्र की समाप्ति के बाद सभी अतिथि, अतिथि दीर्घा में आकर बैठ गए। फिर मंच पर शुरू हुआ कार्यक्रम का दौरा, जिसमें सर्वप्रथम छोटे बच्चों के द्वारा सोना रे सोना गीत पर मनमोहक नृत्य की प्रस्तुति हुई । उसके उपरांत एक के बाद एक रविंद्र शास्त्रीय गायन, भजन की प्रस्तुति ने सभी उपस्थित जनों को मुग्ध कर दिया । उसके उपरांत, छोटे-छोटे बच्चों ने परंपरिक खेल आधारित नृत्य, हूला छुप की प्रस्तुति की,जो सभी को गुदगुदा गया। फिर एक अंदाज में मंजूषा पेंटिंग को हाथ में लेकर प्रतिभागियों ने रैंप वॉक किया, उसके उपरांत ट्रैक म्यूजिक पर जब बच्चे झूमे तो दर्शक दीर्घा में बैठे लोगों का मान भी झूमने लगा । अपनी लोक परंपरा को दर्शाती हुई पारंपरिक नागपुरी नृत्य की प्रस्तुति नृत्य विधा के प्रतिभागियों के द्वारा की गई जो एक उत्कृष्ट प्रकृति के रूप में उभरी । वहीं उदय शंकर स्टाइल में मां गंगे को नमन करते हुए 'गंगा नृत्य'की प्रस्तुति भी मनभावन रही । किलकारी के द्वारा लांच किए गए बच्चा बैंड के प्रतिभागियों के छात्र समूह के द्वारा वेस्टर्न म्यूजिक की भी प्रस्तुति हुई । साथ ही लोक संगीत सजी गीतों की भी प्रस्तुति हुई! जिससे संगीत की दो अलग-अलग धाराओं को एक ही मंच पर दर्शकों ने महसूस किया और तारीफ भी की और अंत में किलकारी पूर्णिया के बच्चों के द्वारा, मौजूदा समय पर व्यंग करते हुए भारतेंदु हरिश्चंद्र द्वारा लिखित नाटक अंधेर नगरी चौपट राजा का मंचन किया गया, जो काफी सराहनीय रहा । कार्यक्रम में मंच संचालन ..... ने किया। कार्यक्रम की समाप्ति पर धन्यवाद ज्ञापन किलकारी पूर्णिया के सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी त्रिदीप शील ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में सी.पी.सी रुचि कुमारी व संगीत गुरु पंडित अमरनाथ झा का अभी अहम योगदान रहा । जबकि किलकारी के अन्य सभी स्थानीय प्रशिक्षक भी जुटे रहे ।
पूर्व उपमुख्यमंत्री पूर्व राज्यसभा सांसद दिवंगत सुशील मोदी को भाजपा कार्यालय में दी गई श्रद्धांजलि

पूर्णिया
आज वनभाग स्थित भारतीय जनता पार्टी के जिला कार्यालय मे भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री पूर्व राज्यसभा सांसद दिवंगत श्री सुशील मोदी जी की श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया जिसमें पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पार्टी के जिला अध्यक्ष श्रीमान राकेश कुमार किशनगंज जिला अध्यक्ष सुशांत गोप, पूर्व जिला अध्यक्ष प्रफुल्ल रंजन वर्मा, परमानंद मंडल,तारा साह,पल्लवी गुप्ता, डॉक्टर संजीव कुमार डॉ अनिल गुप्ता ,ज्ञानेंदु शेखर,मनोज सिंह सीनियर,इंदू सिंह, दिलीप कुमार दीपक संजय मिर्धा किशोर जैसवाल,सचिन राय,अरविंद कुमार साह, राजीव श्रीवास्तव,राजेश यादव,सुनील भंसाली, प्रकाश दास, अभ्यम लाल, जिला मीडिया प्रभारी सत्यम श्रीवास्तव, शुभम अन्य ज्येष्ठ श्रेष्ठ कार्यकर्ता ने नम आँखो से श्रद्धांजलि अर्पित किए
16 को मनाया जाएगा राष्ट्रीय डेंगू दिवस

पूर्णिया
16 को मनाया जाएगा राष्ट्रीय डेंगू दिवस, होंगे जागरूकता संबंधी कई कार्यक्रम आयोजित -जागरूकता से ही खत्म होगा डेंगू, मच्छरों के प्रजनन को रोकना जरूरी -आसपास के माहौल का स्वच्छ व सुंदर बनाये रखना जरूरी -"कनेक्ट विथ कम्युनिटी, कंट्रोल डेंगू" है इस साल के डेंगू दिवस का थीम पूर्णिया, 13 मई ।


मच्छर के काटने से होने वाले रोगों में डेंगू बेहद खतरनाक रोग है। इस घातक बीमारी की वजह हर साल देश में हजारों लोगों की जानें जाती हैं । डेंगू के सबसे अधिक मामले बारिश के दिनों में सामने आते हैं। लिहाजा इस समय डेंगू से बचाव को लेकर ज्यादा एहतियात बरतने की जरूरत होती है। डेंगू के प्रति आम लोगों में जनजागरूकता बढ़ाने के लिये हर साल 16 मई को राष्ट्रीय स्तर पर डेंगू दिवस का आयोजन किया जाता है।



मौके पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा विभिन्न आयोजनों के माध्यम से लोगों को रोग से बचाव संबंधी उपायों के प्रति जागरूक किया जाता है। इस साल भी डेंगू दिवस के मौके पर जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में जागरूकता गतिविधियों का आयोजन कर लोगों को डेंगू से सुरक्षित रहने के लिए जागरूक करने के लिए अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी, वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम डॉ अशोक कुमार द्वारा सभी जिले के सिविल सर्जन, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी और जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी को पत्र जारी कर राष्ट्रीय डेंगू दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम संचालित करने का निर्देश दिया गया है। इस वर्ष राष्ट्रीय डेंगू दिवस का थीम "कनेक्ट विथ कम्युनिटी, कंट्रोल डेंगू" रखा गया है। जागरूकता से ही खत्म होगा डेंगू, मच्छरों के प्रजनन को रोकना जरूरी : सिविल सर्जन डॉ ओपी साहा ने बताया कि डेंगू का लार्वा मुख्य रूप से जमे हुए साफ पानी में पैदा होता है। मानसून के शुरू होते ही लोगों को डेंगू से ग्रसित होने का संभावना बढ़ जाता है। इसलिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा मानसून के शुरुआती समय में ही स्वास्थ्य केंद्रों पर कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को इसके लिए जागरूक किया जाता है जिससे कि लोग डेंगू से सुरक्षित रह सकें।



इसके लिए लोगों को रोग के लक्षण, उपचार, प्रतिरोध व सावधानियों की जानकारी दी जाती है और इसके लक्षण दिखाई देने पर स्वास्थ्य केन्द्र से स्वस्थ सुविधा का लाभ लेने के लिए जागरूक किया जाता है। पत्र के माध्यम से डेंगू दिवस के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग के साथ साथ अन्य विभागों को भी शामिल करने का निर्देश दिया गया है। इसमें पंचायत,नगर पालिका, नगर निगम को भी जोड़ा जाएगा इसके माध्यम से लोगों को डेंगू से सुरक्षा के लिए जागरूक किया जाएगा। आसपास के माहौल का स्वच्छ व सुंदर बनाये रखना जरूरी : जिला अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी सह वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ आर पी मंडल ने बताया कि भारत में हर साल डेंगू के मरीजों की संख्या में वृद्धि हो रही और इनमें से कुछ की तो मृत्यु तक हो जाती है। डेंगू के बुखार को हड्डी तोड़ बुखार के नाम से भी जाना जाता है। जो स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक होता है। मच्छर के द्वारा संचारित होने वाला यह बुखार कभी-कभी घातक भी सिद्ध होता है। इसके तीव्र लक्षण कभी-कभी कुछ समय बाद देखे या महसूस किए जाते हैं। हालांकि यदि इसकी समय पर पहचान कर ली जाए तब इससे बचाव या उपचार करने में मदद भी मिल सकती है। अक्सर डेंगू के लक्षण सामान्य फ्लू या वायरल बुखार से मिलते जुलते लगते हैं। इसलिए निम्न लक्षणों के आधार पर इनकी पहचान कर ली जानी चाहिए और सही पहचान के लिए ब्लड टेस्ट करवाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जागरूकता से डेंगू के मामलों को पूरी तरह नियंत्रित किया जा सकता है। डेंगू के मच्छर आम मच्छर से अलग होते हैं जो दिन के रोशनी में काटते हैं। मच्छरों को आसपास पनपने से रोकने के लिये जरूरी है कि हम आसपास के क्षेत्र को स्वच्छ व सुंदर बनाए रखना चाहिए। नियमित रूप से जलजमाव वाले क्षेत्रों की सफाई करना, एसी, कूलर, फूल का गमला व अन्य जगहों पर पानी जमा नहीं होने देना आदि रोग से बचाव के लिहाज से महत्वपूर्ण है। ये हैं




डेंगू के लक्षण: - तेज बुखार,मांसपेशियों एवं जोड़ों में दर्द,सिर दर्द,आखों के पीछे दर्द, - जी मिचलाना,उल्टी,दस्त - त्वचा पर लाल रंग के दाने डेंगू से बचाव के लिए जरूरी : - घर में एवं घर के आसपास पानी एकत्र होने से रोकें। - साफ़ सफाई का विशेष ध्यान रखें। - यदि घर में बर्तनों आदि में पानी भर कर रखना है तो ढककर रखें। - कूलर, गमले आदि का पानी रोज बदलते रहें। - ऐसे कपड़े पहनें जो शरीर के अधिकतम हिस्से को ढक सकें। - मच्छर रोधी क्रीम, स्प्रे, लिक्विड, इलेक्ट्रॉनिक बैट आदि का- प्रयोग मच्छरों के बचाव के लिए करें।