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*संवर रहा सीता समाहित स्थल, सीतामढ़ी में 1.80 करोड़ की लागत से कराए जा रहे हैं निर्माण कार्य*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- श्री सीता समाहित स्थल मंदिर परिसर में तस्वीर शीघ्र ही बदलने वाली है। पर्यटन विभाग की ओर से लगभग 1.80 करोड़ की लागत से पर्यटन विभाग सीता समाहित स्थल परिसर में 4 यात्री शेड,दो हाईमास्ट लाइटे ,80 मीटर आरसीसी की चहारदीवारी, तीन गेट, इंटरलॉकिंग का काम शुरू हो गया है।

सीमा समाहित स्थल सीतामढ़ी जिले का प्रमुख धार्मिक स्थल है। यहां लंबे समय से विकास कार्यों की मांग की जा रही थी। पर्यटन विभाग ने सुंदरीकरण के कार्य भी शुरू करा दिया ग‌ए लेकिन निर्माण कार्य धीमी गति से चल रहा था। अब ठेकेदार ने कार्य तेज कर दिया है। मंदिर के काफी समय से रुका पड़ा इंटरलॉकिंग का काम भी तेज से शुरू हो कर दिया गया है। पर्यटन विभाग सीतामढ़ी को पर्यटक स्थल के रुप में विकसित करने के लिए 1.80 करोड़ के विभिन्न विकास योजना तैयार की थी।

शासन से धन मिलने के बाद काम भी शुरू हो गया है। काम शुरू हुए नौ माह बीतने के बाद भी कोई कार्य पूर्ण नहीं हो सका हैं। कार्यदायी संस्था के ठेकेदार प्रमोद तिवारी ने बताया कि मंदिर के मुख्य गेट के सामने इंटरलाॅकिंग का काम तेज गति से हो रहा है। काम पूरा होने में दो से तीन दिन का समय लगेगा।

पूर्वांचल को 'मोदी की गारंटी' दे गए पीएम, सीएए और जम्मू- कश्मीर पर कही बड़ी बात

नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। पीएम नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को आजमगढ़, जौनपुर और भदोही में जनसभा की। इस दौरान उन्होंने पूर्वांचल के वोटरों में जोश भरने का काम किया। उन्होंने पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में मतदाताओं से वोट करने की अपील की।

विंध्यवासिनी मईया की जय और हर- हर महादेव से पीएम मोदी ने भदोही में संबोधन शुरू किया। उन्होंने कहा कि हम सीता मैया, बाबा हरिहरनाथ के चरण में प्रणाम करता हूं। आज सीता नवमी के पवन दिन मुझे मां सीता की तीर्थ भूमि पर आने का सौभाग्य मिला। मैं सीता मैया के चरणों में श्रद्धापूर्वक प्रणाम करता हूं। साथियों मैं काशी वाला हूं और काशी वालों के लिए तो भदोही अपना ही घर है। मुझे पक्का विश्वास है कि अगर मैं आपसे कुछ भी ना मांगू तो भी आप वोट देकर के भारी मतों के साथ यहां से कमल दिल्ली भेजने वाले हैं, लेकिन मैं आज आपके पास आया हूं आपका आशीर्वाद मांगने के लिए।

इन दिनों दुनिया भर के अखबार वाले, टीबी वाले, कैमरा वाले हिंदुस्तान में चारों तरफ एक चुनाव का जायजा ले रहे हैं, लेकिन वह हैरान हो जाते हैं की इतनी गर्मी और लोकतंत्र के प्रति इतना अदभुत प्यार। यह उनके दिमाग में नहीं बैठता है।पीएम मोदी ने कहा कि मेरे मन में एक ही भाव है कि गरीब का चूल्हा जलते रहना चाहिए बच्चा भूखा नहीं रहना चाहिए और मैं गारंटी देता हूं आने वाले पांच साल भी यह मुक्त राशन मिलता रहेगा। यूपी में ढाई करोड़ से ज्यादा किसानों को किसान सम्मन निधि के 70 हजार करोड़ रुपये मिल चुके हैं। मैं काम गिनाने नहीं आया हूं। अगले पांच वर्षों में और क्या होगा उसके मैं आपको गारंटी देने आया हूं।पीएम मोदी ने कहा कि गरीब का बेटा जब प्रधान सेवक बना तो सभी के लिए योजना चलाई। मेरे लिए सबसे बड़ा काम है गरीब को गरीबी से बाहर निकलना।

यह मोदी अभी भी खुद का कोई घर नहीं बनाया है। मेरे नाम पर कोई घर नहीं है। मैंने अपना घर तो नहीं बनाया लेकिन गरीब मां का बेटा हूं ना, मैंने चार करोड़ गरीब परिवारों के लिए घर बनाएं।पीएम मोदी ने कहा कि सपा की सरकार में वन जिला वन माफिया का दौर चलता था। इन्होंने हर जिला में अलग माफिया दिया। इनका साम्राज्य हर जिले में था। इन लोगों ने एक-एक माफिया को एक जिले को ठेके पर देकर रखा था। यहां व्यापारी सुरक्षित नहीं था। महिलाएं सुरक्षित नहीं थीं। युवाओं का कोई भविष्य नहीं होता था, लेकिन जब से योगी जी आए हैं जनता नहीं डरती। माफिया डरते हैं।

कांग्रेस जात-पात के नाम पर गांव के गरीब मजदूर किसान का वोट लूट लेते थे।पीएम मोदी ने कहा कि साथियों सच में कहता हूं जब रात को बिस्तर पर जाता हूं ना तो मुझे आप लोगों के चेहरे याद आते हैं। जो दिन भर मैंने देखा है वह रात में एक के बाद एक घटना मेरे सामने देखता हूं। कितना प्यार, कितने आशीर्वाद। सभी बच्चे, बूढ़े, माताएं, बहनें, भाइयों ईश्वर की कृपा के बिना संभव नहीं। मां विंध्यवासिनी की कृपा के बिना कैसे हो सकता है।पीएम मोदी बोले कि भदोही रिंग रोड का काम भी हो रहा है। मछलीशहर से बनारस तक नेशनल हाईवे का काम हो रहा है। यूपी में 17 एयरपोर्ट हैं। 3 एयरपोर्ट और बन रहा है। बनारस से देश- विदेश के लिए इतनी फ्लाइट उड़ने लगी है। हमारे भदोही में रेलवे लाइन अब डबल हो गई है। विकास के इन कामों का फायदा यहां के किसानों को मिलेगा। इसका फायदा भदोही के कालीन उद्योग को मिलेगा। आपको पता होगा कि हमने जो नया संसद का भवन बनाया।

वहां भी यह हमारे भदोही की कालीन लगी है। भदोही की कालीन को वन जिला वन प्रोडक्ट योजना में पहले स्थान पर रखा है।पीएम मोदी बोले कि बंगाल में रामनवमी प्रतिबंधित करने वालों का जमानत जब्त कर दें। भदोही को सियासी प्रयोगशाला न बनने दें। ये लोग भगवान राम को काल्पनिक बताते हैं।पीएम मोदी ने कहा कि बुआ- बबुआ की राजनीति से बचकर रहने की जरूरत है। समाजवादी के सहजादे से एक सवाल करना चाहता हूं बंगाल की बुआ तो आपकी इतनी करीबी है बंगाल से आपके पास आई हैं।

कभी आपने आपके नई बुआ को पूछा क्यों बंगाल में यूपी- बिहार वालों को बाहरी क्यों कहती हैं। हमारा देश है हम सभी भारतीय हैं हम भारत माता की संतान है फिर बंगाल में जाने वाले यूपी के लोगों को टीएमसी गाली क्यों देती है। गाली देने के बाद यहां यूपी में आकर वोट भी मांगती हैं।

यूपी के लोगों को टीएमसी सपा ने क्या समझ रखा है।

छठवें चरण के चुनावी रण के लिए पूर्वांचल में उतरेंगे पीएम मोदी, भदोही में करेंगे जनसभा

भदोही लोकसभा के लिए छठवें चरण में होने वाले मतदान को लेकर चुनावी सरगर्मी बढ़ गई है। मतदाताओं को अपने पाले में करने के लिए बड़े नेताओं के रैलियों की कार्ययोजना भी बनने लगी है। इसी क्रम में आगामी 16 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भदोही आएंगे। इसको लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं की तैयारियां तेज कर दी गई हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा के लिए स्थान का चुनाव शुरू कर दिया गया है। पीएम मोदी डीघ इलाके में जनसभा करेंगे। इसके लिए अमवा माफी, कौलापुर और जंगीगंज के क्षेत्र में से किसी एक जगह का चुनाव जनसभा स्थल के लिए किया जाना है।पीएम मोदी की जनसभा ऐसे क्षेत्र में कराई जा रही है। जहां से वाराणसी, फूलपुर, प्रयागराज, मिर्जापुर और जौनपुर की लोकसभा की दूरी केवल 30 से 35 किमी की दूरी है।

माना जा रहा है कि यहां से पीएम पांच लोकसभा क्षेत्रों के मतदाताओं को साधेंगे। इसके अलावा डीघ ब्लॉक ब्राम्हाण बहुल्य क्षेत्र माना जाता है। माना जा रहा है कि इस क्षेत्र में जनसभा होने से ब्राह्मणों में जो भी थोड़ी बहुत नाराजगी है उसे भी दूर कर लिया जाएगा।भाजपा के जिलाध्यक्ष दीपक मिश्रा ने बताया कि पीएम मोदी की जनसभा 16 मई को जिले में होगी। इसके लिए दो-तीन जगह देखा जा रहा है।

जिसमें अमवा माफी, कौलापुर और जंगीगंज में जगह देखा गया है। सबसे अधिक संभावना है कि पीएम की जनसभा अमवा माफी में हो सकती है। हालांकि अभी इसे फाइनल नहीं किया जा सका है।

अल्ट्रासाउंड मशीन खराब, जांच बंद ,जिला अस्पताल के मरीज दो महीने में हो रहे परेशान

नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। जिले के दो-दो बड़े अस्पतालों में अल्ट्रासाउंड की जांच नहीं हो रही है। जिला अस्पताल में अल्ट्रासाउंड दो महीने से बंद है जबकि सौ शैय्या अस्पताल की अल्ट्रासाउंड मशीन लग ही नहीं पा रही है। गर्भवती महिलाओं को जांच कराने के लिए निजी डायग्नोस्टिक सेंटर पर जाना पड़ रहा है। महाराजा चेतसिंह जिला अस्पताल और सौ शैय्या चिकित्सालय में ही अस्पतालों में रोजाना 1300 से 1400 लोगों की ओपीडी होती है। हर दिन औसतन 10 से 15 गर्भवती महिलाएं पहुंचती है‌। उनको अल्ट्रासाउंड की जरूरत होती है। इसके अलावा पेट, लीवर आदि के रोगियों को भी अल्ट्रासाउंड करना पड़ता है।

सौ शैय्या अस्पताल की मशीन तो काफी समय से खराब है। दो महीने पहले जिला अस्पताल में मशीन खराब होने के कारण अल्ट्रासाउंड बंद हो गया। अल्ट्रासाउंड मशीन बनाने के लिए संबंधित कंपनी से पांच बार इंजीनियरिंग अस्पताल आ चुके हैं। लेकिन फाल्ट कहां पर इंजीनियरिंग भी नहीं पकड़ पा रहे मरीजों की समस्या देखते हुए डीएम और सीएमओ की संस्तुति पर सात साल से सरपतहां के सौ शैय्या अस्पताल में धूल फांक रही अल्ट्रासाउंड मशीन को लगाया गया। वह मशीन इंस्टाल नहीं हो सकी। इसके लिए इंजीनियर को बुलाया गया है। अल्ट्रासाउंड न होने से मरीजों को निजी केंद्रों पर जांच करानी पड़ रही है। जहां उन्हें 400 रुपए चुकाने पड़ रहे हैं। अल्ट्रासाउंड मशीन खराब होने के बाद ज्यादातर चिकित्सों ने जांच लिखनी बंद कर दी है। इससे गर्भवती महिलाओं को परेशानी हो रही है। उनकी समस्या का पता नहीं चल पा रहा है।

अल्ट्रासाउंड मशीन करीब दो महीने से खराब है। उसे दुरस्त करने का प्रयास किया जा रहा है। सौ शैय्या अस्पताल से मशीन संचालित करने के लिए इंजीनियर को बुलाया गया है। उम्मीद है कि एक दो दिन में अल्ट्रासाउंड शुरू करा दिया जाएगा।

डॉ राजेंद्र कुमार सीएमएस जिला चिकित्सालय

भदोही लोकसभा से अब तक केवल एक महिला सांसद बन पाईं

नितेश श्रीवास्तव ,भदोही लोकसभा में महिला सांसदों की भागीदारी कम रही है। मतदान में महिलाएं लगभग बराबर की भागीदारी निभाती हैं। पुरुष और महिलाओं के बीच वोटिंग प्रतिशत का फासला केवल तीन से चार फीसदी तक रहता है। अब तक केवल एक महिला सांसद फूलन देवी बन पाईं। सपा चार बार ने महिला उम्मीदवार पर भरोसा जताया है। देश में होने वाले हर चुनावों में आधी आबादी की भागीदारी बात उठती है, लेकिन जमीनी हकीकत इससे उलट है। संसद में महिलाओं को 33 फीसदी भागीदारी सुनिश्चित तो की जा चुकी है, लेकिन टिकट देने के मामले में भी पार्टियां उनके पति की प्रतिष्ठा को देखकर चुनाव करती हैं।

भदोही लोकसभा में भी महिलाओं की भागीदारी कुछ खास नहीं रही है। इस सीट से अब तक केवल एक महिला सांसद फूलन देवी चुनी जा सकी है। उन्होंने 1996 और 1999 के दो चुनाव जीते हैं। दूसरी तरफ चुनाव में महिला वोटरों की भागीदारी को देखे तो पुरूषों के तुलना में वे कहीं भी कम नहीं है। 2009 के चुनाव में 43 फीसदी वोटिंग हुई। जिसमें पोलिंग हुए वोट में 52 फीसदी भागीदारी पुरूषों की रही। वहीं 48 फीसदी महिलाओं की हिस्सेदारी रही। इसी तरह 2014 के चुनाव में भदोही लोकसभा में 53.5 फीसदी वोटिंग हुई। जिसमें 46.27 फीसदी महिला और 53.72 फीसदी पुरूष वोटरों ने भागीदारी निभायी।

वहीं बात करें 2019 के चुनाव की तो इस चुनाव में कुल 55.6 फीसदी वोटिंग हुई। जिसमें महिलाओं की 47.22 फीसदी और पुरूषों की 52.77 फीसदी हिस्सेदारी रही। इस तरह देखा जाए तो आधी आबादी हर चुनाव में दमदारी से भागीदारी निभाती है, लेकिन बात जब संसदीय भागीदारी की आती है तो उसके हाथ खाली होते हैं। भदोही लोकसभा सीट से महिला उम्मीदवारों में फूलन देवी और सीमा मिश्रा सपा की प्रत्याशी रह चुकी हैं। वहीं 1999 के चुनाव में सुनीता और मधुबनी निर्दलीय प्रत्याशी उतरी थीं। दोनों की जमानत जब्त हो गई थी। 1998 में लड़ी सुनीता को केवल 495 वोट मिले थे।

भदोही लोकसभा में विधानसभावार महिला वोटर की संख्या

भदोही-208072

ज्ञानपुर-188966

औराई-182697

प्रतापपुर-188172

हंडिया-184129

आंगनबाड़ी और सहायिका के 450 पद खाली

नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। जिले में 450 आंगनबाड़ी, सहायिकाओं के पद खाली पड़े हैं। इससे 200 से ज्यादा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को दो-दो केंद्र संभालने पड़ रहे हैं। ऐसे में केंद्र और प्रदेश सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन विभाग के लिए चुनौती बन गया है।

बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की ओर से जिले में कुल 1496 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं। इन पर एक आंगनबाड़ी और एक सहायिका की तैनाती की गई थी। शासन से तय गाइडलाइन के आधार पर 60 साल से अधिक उम्र होने पर आंगनबाड़ी और सहायिकाओं की सेवा समाप्त कर दी गई। पुराने कर्मियों को तो हटा दिया गया, लेकिन उनके स्थान पर नई नियुक्ति नहीं की गई। जिससे धीरे-धीरे 204 आंगनबाड़ी और 246 सहायिकाओं के पद खाली हो चुके हैं। ऐसे में एक-एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को दो-दो केंद्रों की जिम्मेदारी देनी पड़ रही है। वे भी ऐसे केंद्र हैं, जिनके बीच दूरी है।

औराई, डीघ, ज्ञानपुर, भदोही और सुरियावां ब्लॉक में ऐसे केंद्रों की संख्या अधिक है। यही हाल सीडीपीओ, डीपीओ कार्यालय का भी है। यहां कई सहायक, लिपिक के पद रिक्त हैं। विभागीय कार्य के लिए आउटसाइडरों का सहारा लिया जाता है। आंगनबाड़ी और सहायिकाओं की कमी से पोषाहार वितरण और अन्य विभागीय गतिविधियां प्रभावित हो रही हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की कमी से केंद्रों का संचालन भी राम भरोसे चल रहा है। बच्चों, गर्भवती और किशोरियों के पोषण के लिए कई योजनाएं चल रही हैं, लेकिन निगरानी बेहतर न होने से कुपोषित और अति कुपोषित बच्चों की संख्या कम नहीं हो रही है।

पांच साल बाद 135 पदों पर हो रही भर्ती

ज्ञानपुर। जिले में आंगनबाड़ी केंद्रों में करीब पांच साल बाद फरवरी-मार्च में नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू हुई। सुरियावां, डीघ, औराई, अभोली, भदोही और ज्ञानपुर के 135 केंद्रों पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के लिए आवेदन लिया गया है, जो खाली पदों के सापेक्ष एक तिहाई ही है। आचार संहिता के कारण नियुक्ति प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है। माना जा रहा है कि जून के दूसरे पखवारे में चयन कर लिया जाएगा।

मार्च में मिले थे 12 हजार कुपोषित बच्चे

ज्ञानपुर। आंगनबाड़ी केंद्रों से पोषाहार वितरण एवं जरूरी देखभाल न होने से कुपोषित बच्चों की संख्या भी बढ़ रही है। आईसीडीएस विभाग के आंकड़ों के मुताबिक जनवरी में कुपोषित बच्चों की संख्या जहां 10 हजार 540 थी वह फरवरी में बढ़कर 11 हजार 590 तक पहुंच गई। मार्च में हुए वजन दिवस के बाद 12 हजार 348 कुपोषित पाए गए।

वर्जन

छह ब्लॉकों में 135 पदों के लिए आवेदन लिया गया है। आचार संहिता खत्म होने पर चयन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। - मंजू वर्मा, डीपीओ भदोही

वन विभाग कराएगा तालाब का जीर्णोद्धार किराने रोपेंगे पौधे

नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। वन विभाग जोर‌ई के तालाब का जीर्णोद्धार कराएगा। 60 मीटर लंबे और 30 मीटर चौड़े तालाब की खोदाई का कार्य शुरू कर दिया गया है। इसमें पानी भरने के बाद इसमें कुछ मछलियां छोड़ी जाएगी और उसके चारों तरफ बागवानी की जाएगी। जोर‌ई स्थित वन विभाग कार्यालय के पास स्थित तालाब बाउंड्रीवॉल टूट गई थी। परिसर के तालाब की दयनीय स्थिति को देखकर वन विभाग की ओर से इसके जीर्णोद्धार की कार्ययोजना बनाई है।

तालाब की फिर से खोदाई कराई जाएगी। इसके बाद उसके चारों तरफ बागवानी इत्यादि करने के साथ ही तालाब में कमल के फूल इत्यादि उगाए जाएंगे। वन विभाग की ओर से तालाब की चहारदीवारी की मरम्मत और खोदाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।‌ वन विभाग अधिकारी ने बताया कि तालाब का जीर्णोद्धार कराया जा रहा है। जिसे जल्द ही पूरा करा लिया जाएगा। इसमें मछली छोड़ी जाएगी। तालाब के किनारे रंग - बिरंगे फूलों के पौधे रोपे जाएंगे।

ऑब्जर्वर की तबीयत बिगड़ी, जिला अस्पताल से बीएचयू रेफर, डॉक्टर बोले- बढ़ गई थी बीपी

नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। ज्ञानपुर के गोपीगंज कोतवाली क्षेत्र के सीखापुर के समीप शुक्रवार को दोपहर सामान्य प्रेक्षक बी. जान त्लंगतिनखुम के आब्जर्वर एवं खनन अधिकारी अरविंद कुमार यादव (45) की अचानक तबियत बिगड़ गई।

जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने ट्रामा सेंटर वाराणसी रेफर कर दिया। इस खबर से प्रशासनिक अमले में खलबली मच गई। जिला निर्वाचन अधिकारी विशाल सिंह और सामान्य प्रेक्षक अस्पताल पहुंचे। जिले में लोकसभा चुनाव के छठवें चरण में 25 मई को मतदान होना है।

आयोग से नामित सामान्य, पुलिस और व्यय प्रेक्षक भी आ चुके हैं। प्रेक्षकों संग एक-एक लाइजनिंग अधिकारी को नामित किया गया है।

सामान्य प्रेक्षक का लाइजनिंग अधिकारी खनन अधिकारी अरविंद कुमार यादव को बनाया गया है। शुक्रवार को भ्रमण के समय जैसे ही उनकी गाड़ी सीखापुर के समीप पहुंची अचानक तबियत बिगड़ गई।

खबर मिलते ही सामान्य प्रेक्षक संग जिला निर्वाचन अधिकारी विशाल सिंह जिला अस्पताल पहुंच गए। जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. राजेंद्र कुमार ने बताया कि गर्मी के कारण ऐसी दिक्कत हुई। बीपी आदि भी बढ़ गई थी। प्राथमिक उपचार के बाद वाराणसी रेफर किया गया।

मायावती ने पार्टी पर कब्जा किया':भाजपा विधायक दीनानाथ भास्कर बोले-अगर परिपक्व नहीं तो आकाश आनंद को उत्तराधिकार क्यों बनाया

नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। मायावती के आने से धीरे-धीरे सब कुछ बदलने लगा। मायावती ने पार्टी पर कब्जा कर लिया है। मायावती के भाई का लड़का अगर परिपक्व नहीं था तो उसे उतराधिकारी क्यों नहीं बनाया और राष्ट्रीय जोनल कोआर्डिनेटर क्यों बनाया,बसपा कहती हैं कि वो डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर जी के मिशन को चलने वाली पार्टी है। औराई दीनानाथ भास्कर ने मायावती पर आरोप लगाते हुए कहा कि बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर ने क्या कभी कोई अपना उत्तराधिकारी बनाया था। लेकिन मायावती ने उत्तराधिकारी बनाया। इतिहास खंगालेंगे तो बसपा में उत्तराधिकारी बनाने का कोई लेखा जोखा नहीं मिलेगा। जो बसपा के विचारधारा पर चलेगा वही उसका उसका उत्तराधिकारी होगा।बाबा साहब तो वो अपने किसी भी परिवार के सदस्य को उत्तराधिकारी बनाकर जाते लेकिन उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा था कि मेरे जाने के बाद जो बसपा के सिद्धांतों को आगे लेकर चलेगा वहीं उसका असली उत्तराधिकारी होगा। मायावती ने गलत नीयत से ही अपने भतीजे को उत्तराधिकारी बनाया जा और अब फिर हटा दियामायावती ने गलत नीयत से ही अपने भतीजे उत्तराधिकारी बनाया था और अब फिर हटा दिया। मैं ये दावे के साथ कहता हूं कि चुनाव बाद आकाश आनंद को फिर उत्तराधिकारी बना दिया जाएगा। उत्तराधिकारी बनाना ही एक गलत परंपरा है। बाबा साहब के संविधान के खिलाफ है। लोकसभा चुनाव में आकाश आनंद द्वारा ऊल जलूल बोलने पर आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन करने के तहत एफआईआर दर्ज हुआ है। मायावती ने उस मुकदमा से बचाने के लिए सभी पदों से हटा दिया है जो बाद में फिर बहाल हो जाएगा। क्यों वहां कोई सुनवाई नहीं कोई कमेंटी नहीं मेंबर नहीं, जो है वो सब बहन कुमारी मायावती ही है।

ललितेश पति त्रिपाठी ने फिर लौटाई सुरक्षा

नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। तृणमूल कांग्रेस के प्रत्याशी ललितेशपति त्रिपाठी ने एक बार फिर सुरक्षाकर्मियों को लौटा दिया है। एपसपी को लिखे पत्र में उन्होंने कहा है कि उनकी सुरक्षा को कोई खतरा नहीं है। इसलिए पुलिसकर्मियों को लौट दिया है। निर्वाचन आयोग के नियमों के मुताबिक प्रत्याशियों को सुरक्षा प्रदान की जाती है। ललितेशपति ने को इससे पहले 14 अप्रैल को सुरक्षा दी गई थी, जिसे उन्होंने लौटा दिया गया था। नामांकन के बाद फिर से पुलिस की ओर से उन्हें सुरक्षा की गई थी। पुलिसकर्मी भेजे गए थे उन्होंने अपर पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर सुरक्षाकर्मियों को लौटा दिया था। उन्होंने बताया कि उन्हें अपने क्षेत्र में कोई खतरा नहीं है। सुरक्षाकर्मियों को कोई जरूरत नहीं है।