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अरविंद केजरीवाल केस में सुप्रीम कोर्ट में अभ‍िषेक मनु सिंघवी ने कहा क‍ि ईडी का 12 जनवरी का जवाब देखिए, इसमें कहा गया है कि..डिटेल में पढ़ें पूरी

 सुप्रीम कोर्ट में अरविंद केजरीवाल की याचिका पर सुनवाई के दौरान वर‍िष्‍ठ वकील अभ‍िषेक मनु सिंघवी ने दलील दी क‍ि मैंने सभी 9 समन का जवाब दिया था। मैंने हमेशा पूछा क‍ि मेरी भूमिका क्या है, गवाह की है या आरोपी? केजरीवाल की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में कहा गया क‍ि मेरी गिरफ्तारी तक मेरी भूमिका तय नहीं थी।

 स‍िंघवी ने कहा क‍ि मनीष स‍िसोद‍िया के खिलाफ जो सबूत थे वहीं ईडी ने मेरे खिलाफ भी दिखाए हैं। सिंघवी ने कहा क‍ि मुझे जिन सबूतों के आधार पर गिरफ्तार किया गया है वह सभी 2023 के अंत के हैं। हर सामग्री जुलाई 2023 की ही हैं। मनीष सिसोदिया के मामले में भी यही सबूत इस्तेमाल किए गए थे ज‍िसमें मनी ट्रेल चार्ट भी वही था।

सिंघवी ने कहा क‍ि ईडी का 12 जनवरी का जवाब देखिए। इसमें कहा गया है कि अगर किसी को समन किया गया है तो ये मतलब नहीं है कि वो आरोपी है। जब तक की सभी सबूत एकत्र कर आरोप ना मिले। 16 मार्च को आखि‍री समन आया, जिसमें 21 मार्च को आने को कहा गया था। यानी 16 मार्च तक मैं आरोपी नहीं था तो अचानक उसके बाद क्या हो गया?

सुप्रीम कोर्ट ने कहा क‍ि जब तक आप गिरफ्तार ना हो, तब तक आरोपी नहीं है। सिंघवी ने कहा क‍ि मैंने उन्हें लिखित में पूछा कि क्या मैं आरोपी हूं। 16 मार्च तक नहीं था। फिर 21 मार्च को गिरफ़्तारी का क्या कारण आ गया? सुप्रीम कोर्ट ने कहा क‍ि क्या इस मामले में आम आदमी पार्टी को पार्टी या उनके खिलाफ कोई करवाई हुई है क्या? सिंघवी ने जवाब द‍िया नहीं। कोर्ट ने कहा क‍ि वह (ED) जो कह रहे हैं, वह यह है कि भविष्य में आप को आरोपी बनाया जाएगा।

 

केजरीवाल के वकील ने कहा क‍ि लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्‍होंने कहा क‍ि किसी कंपनी का नाम मात्र बताने से प्रबंध निदेशक की गिरफ्तारी नहीं हो सकती। यह मेरा मानना है।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा क‍ि कोई भी व्यक्ति जो कंपनी का प्रभारी है। यदि कंपनी द्वारा कोई अपराध किया जाता है तो आप कंपनी के साथ-साथ उत्तरदायी होंगे। जस्टिस खन्ना – कोई भी व्यक्ति कंपनी का समग्र प्रभारी है तो आप कंपनी के प्रति परोक्ष रूप से उत्तरदायी हैं। फिर आपको यह दिखाना होगा कि यह आपकी जानकारी के बिना किया गया था।

अमेरिका के भारत को 'जेनोफोबिक' कहने पर जयशंकर की दो टूक, जानें क्या दिया जवाब

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भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने भारत और जापान को ‘ज़ेनोफ़ोबिक’ देश कहा था।केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बयान को खारिज कर दिया है।जयशंकर ने बताया कि भारत विभिन्न समाज के लोगों का स्वागत करता है। यह देश मेहमाननवाजी के लिए जाना जाता है।

शुक्रवार को इकोनॉमिक टाइम्स के साथ बातचीत में उन्होंने कहा, “सबसे पहली तो हमारी अर्थव्यवस्था लड़खड़ा नहीं रही है। भारत हमेशा से एक अनोखा देश रहा है, असलियत में मैं कहूंगा कि दुनिया के इतिहास में यह एक ऐसा समाज रहा है जो बहुत खुला है। तरह-तरह के समाजों से अलग-अलग लोग भारत आते हैं।जयशंकर ने बताया कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) इसका उदाहरण है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा पेश किया गया नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) यह दर्शाता है कि भारत हर समाज के लोगों का स्वागत करता है। 

बाइडन के जेनोफोबिक वाले बयान पर व्हाइट हाउस ने प्रतिक्रिया दी थी। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन पियरे ने बताया कि राष्ट्रपति बाइडन इस बारे में टिप्पणी कर रहे थे कि आप्रवासियों का देश में होना कितना जरूरी है और यह हमारे देश को कैसे मजबूत बनाते हैं। वह इस बारे में इसलिए बात कर रहे थे क्योंकि यह हमारे सहयोगियों के साथ हमारे संबंधों से जुड़ा है। हमारे निश्चित तौर पर जापान और भारत के साथ मजबूत संबंध हैं। राष्ट्रपति ने बीते तीन वर्षों में इन देशों के साथ राजनयिक संबंधों को मजबूत करने पर फोकस किया है।

एस जयशंकर ने कहा कि 'हमें उन लोगों के स्वागत के लिए तैयार रहना चाहिए, जिन्हें आने की ज़रूरत है और जिनका हक बनता है। उन्होंने सीएए का विरोध करने वालों पर नाराज़गी ज़ाहिर की और कहा कि ऐसे लोग हैं जिन्होंने सार्वजनिक तौर पर कहा है कि सीएए के होने से दस लाख मुसलमान भारत में अपनी नागरिकता खो देंगे। एस जयशंकर ने कहा कि इन दावों के बावजूद किसी की भारत में नागरिकता नहीं गई है। उन्होंने कहा कि पश्चिमी मीडिया का एक हिस्सा ग्लोबल नैरेटिव को अपने हिसाब से चलाना चाहता है और इसी क्रम में वह भारत को निशाना बनाता है।

बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारत की तुलना रूस और चीन जैसे देशों के साथ करते हुए उसे एक ‘ज़ेनोफ़ोबिक’ देश बताया था। बुधवार शाम को एक फंड जुटाने वाले कार्यक्रम में एशियाई-अमेरिकी लोगों से बात करते हुए बाइडन ने कहा था, हम आप्रवासियों का स्वागत करते हैं. सोचिए कि क्यों चीन आर्थिक रूप से इतनी बुरी तरह फँसा हुआ है? जापान को परेशानी क्यों हो रही है? रूस को क्यों परेशानी हो रही है? भारत को क्यों परेशानी हो रही है? क्योंकि वे ज़ेनोफ़ोबिक हैं. वे आप्रवासी नहीं चाहते हैं। जेनोफ़ोबिक यानी ऐसे देश, जो आप्रवासियों को अपने देश में कतई नहीं चाहते या उनसे डर का माहौल पैदा किया जाता है।

एल्विश यादव को लेकर आई बड़ी खबर, इस केस में बुरे फंसे एल्विश, ED ने दर्ज किया मुकदमा

 यूट्यूबर एल्विश यादव को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है. कोबरा कांड केस के बाद अब मनी लॉन्ड्रिंग केस में उनका नाम सामने आया है. ईडी का लखनऊ जोनल ऑफिस जल्द ही एल्विश से पूछताछ की तैयारी कर रहा है. 2 नवंबर को नोएडा में दर्ज मामले को आधार बनाते हुए मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज किया है. यूट्यूबर एल्विश यादव की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. कोबरा कांड केस के बाद वो एक बार फिर हेडलाइंस में हैं. ईडी ने मनी लांड्रिंग केस में यूट्यूबर के खिलाफ मुकादमा दर्ज किया है. ईडी उनके पास मौजूद महंगी कारों के काफिले के बारे में जांच कर सकती है. 

17 मार्च को यूट्यूबर को नोएडा पुलिस ने कोबरा कांड मामले में गिरफ्तार किया था, जिसके बाद उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया. फिलहाल वो जमानत पर बाहर हैं. लेकिन अब ईडी उन पर शिकंजा कसने की तैयारी में जुट गई है. वहीं यूट्यूबर की ओर से मामले में अब तक कोई स्टेटमेंट जारी नहीं किया गया है. जेल से बाहर आने के बाद एल्विश ने खुद बेकसूर बताया. यूट्यूबर का कहना है कि उनकी सक्सेस कुछ लोगों को रास नहीं आ रही है. इसलिये उन्हें बेवजह फंसाया जा रहा है.  

8 नवंबर को नोएडा पुलिस ने रेव पार्टी में सांप के जहर के इस्तेमाल के मामले में FIR दर्ज की थी. इस केस में यूट्यूबर एल्विश यादव भी आरोपी हैं. पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया था. इसमें राहुल, टीटूनाथ, जयकरन, नारायण और रविनाथ शामिल हैं. पुलिस को राहुल नाम के पास 20ml जहर मिला था.एल्विश ने सफाई में क्या कहा था?

मामला सामने आने के बाद एल्विश ने अपनी सफाई देते हुए इंस्टा पर वीडियो पोस्ट किया था. उन्होंने कहा था- मैं सुबह उठा. मैंने मीडिया में न्यूज देखी कि एल्विश यादव नशीले पदार्थ के बिजनेस में शामिल हैं. वो अरेस्ट हो गए हैं. मैं बता दूं कि मेरे खिलाफ जितने भी चीजें चल रही हैं. वो फेक हैं और मेरा इसमें कोई लेना देना नहीं है.

नया खुलासा, सांसद ने बंदूक की नोक पर महिला से किया दुष्‍कर्म, रेप का बनाया वीडियो, वायरल होते ही मचा हड़कंप


कर्नाटक के सांसद प्रज्वल रेवन्ना का सेक्स स्कैंडल काफी वायरल हो रहा है। प्रज्वल देश से फरार हैं लेकिन उनके काले चिट्ठे एक-एक करके सामने आ रहे हैं। इसी बीच एक 44 साल की महिला ने प्रज्वल की पोल खोल दी है। पंचायत की सदस्य इस महिला ने प्रज्वल पर बड़ा आरोप लगाया है। महिला का कहना है कि प्रज्वल ने बंदूक दिखाकर जबरन दुष्कर्म किया और पति को जान से मारने की धमकी दी। हालांकि प्रज्वल यहीं नहीं रुके।

महिला ने क्रिमिनल इंवेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (CID) में 1 मई को शिकायत दर्ज की है, जिसमें प्रज्वल पर IPC की धारा 376 के तहत बलात्कार का आरोप लगा है। पंचायत की सदस्य महिला राजनेता का कहना है कि 2021 कुछ कॉलेज स्टूडेंट्स को हॉस्टल में सीट की आवश्यकता थी। इसी सिलसिले में महिला कर्नाटक के हासन में मौजूद प्रज्वल के आवास पर उनसे मिलने पहुंची थी। ग्राउंड फ्लोर पर कई लोगों की भीड़ मौजूद थी। लिहाजा स्टाफ ने महिला से फर्स्ट फ्लोर पर जाने को कहा।

पीड़ित महिला के अनुसार, प्रज्वल उसे बेडरूम में ले गए और दरवाजा बंद कर लिया। महिला के मना करने पर प्रज्वल ने कहा कि तुम्हारे पति की वजह से मेरी मां को विधानसभा चुनाव का टिकट नहीं मिला। अपने पति से कहो कम बोला करे। प्रज्वल ने महिला को धमकी देते हुए कहा कि अगर तुम्हे और तुम्हारे पति को राजनीति में टिके रहना है तो मेरे साथ शारीरिक संबंध बनाओ।

महिला के मना करने पर प्रज्वल ने बंदूक दिखाते हुए कहा कि तुम्हे और तुम्हारे पति को जान से मार दूंगा। ऐसे में प्रज्वल ने जबरदस्ती महिला का रेप किया और उसका वीडियो बना लिया। प्रज्वल ने महिला से कहा कि अगर उसने कहीं मुंह खोला तो वो वीडियो लीक कर देंगे। यही नहीं महिला के अनुसार प्रज्वल अक्सर वीडियो लीक करने की धमकी देकर महिला को बुलाते थे और उसका बलात्कार करते थे। प्रज्वल ने कई बार महिला के साथ दुष्कर्म करते हुए वीडियो बनाया था।

बता दें कि 24 अप्रैल को प्रज्वल रेवन्ना के सेक्स स्कैंडल का पर्दाफाश हुआ था। इसी बीच प्रज्वल जर्मनी चले गए। वहीं 26 अप्रैल को प्रज्वल की संसदी सीट हासन में मतदान हुए। ऐसे में प्रज्वल रेवन्ना का सेक्स स्कैंडल सत्ता के गलियारों में भी तूल पकड़ने लगा। तभी JDS ने प्रज्वल को पार्टी से निकाल दिया।

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के खिलाफ थाने पहुंची महिला, लगाया छेड़खानी का आरोप

#bengalgovernoranandaboseaccusedofmolesting_woman

चुनावी माहौल में देश में आरोप-प्रत्यारोपों की बौछार हो रही है। अभी कर्नाटक के हासन से जीडी(एस) सांसद और एनडीए प्रत्याशी प्रजव्वल रेवन्ना सेक्स स्कैंडल पर विवाद कम नहीं हुआ है कि इस बीच पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉ सीवी आनंद बोस के खिलाफ एक महिला ने छेड़खानी का आरोप लगाया है। गुरुवार रात एक महिला हेयर स्ट्रीट पुलिस थाने पहुंची और आरोप लगाया कि उसके साथ छेड़छाड़ हुई है। जानकारी के मुताबिक महिला राजभवन में अस्थायी कर्मचारी के तौर पर काम करती है। हालांकि पुलिस ने एफआइआर दर्ज नहीं की है लेकिन शिकायत की कॉपी लेकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि गुरुवार दोपहर को राजभवन में शांति कक्ष से जुड़ी एक अस्थायी कर्मचारी होने का दावा करने वाली एक महिला गवर्नर हाउस के अंदर स्थित पुलिस चौकी के प्रभारी के पास पहुंची और आनंद बोस पर उसके साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया। अधिकारी ने तुरंत स्थानीय हेयर स्ट्रीट पुलिस स्टेशन से संपर्क किया, जिसके अंतर्गत राजभवन आता है, जिसके बाद पुलिस गवर्नर हाउस पहुंची।बाद में महिला को राजभवन से हेयर स्ट्रीट पुलिस स्टेशन ले जाया गया, जहां उसने राज्यपाल पर स्थायी नौकरी दिलाने के बहाने 'छेड़छाड़' करने का आरोप लगाते हुए एक लिखित शिकायत दर्ज कराई।महिला का आरोप है कि राज्यपाल ने उन्हें बायोडाटा के साथ राजभवन स्थित अपने चेंबर में आने को कहा था, जहां उनके साथ छेड़खानी की गई।

आरोपों की जांच के लिए टीम का गठन

कोलकाता पुलिस के सेंट्रल डिवीजन की डिप्टी कमिश्नर (डीसी) इंदिरा मुखर्जी ने कहा, 'राज्यपाल के खिलाफ छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। इस मामले में एक जांच टीम का गठन किया गया है। हम अगले कुछ दिनों में कुछ संभावित गवाहों से बात करेंगे। साथ ही सीसीटीवी फुटेज के लिए अनुरोध किया गया है।'

संदेशखालि पर बात करने से पहले भाजपा को इस पर जवाब देना चाहिए-ममता बनर्जी

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने शुक्रवार को राजभवन में महिला कर्मी से कथित तौर पर दुर्व्यवहार करने को लेकर राज्यपाल सी. वी. आनंद बोस को आड़े हाथों लिया। पूर्वी बर्धवान जिले में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए ममता ने कहा कि राजभवन में महिला के साथ छेड़छाड़ की खबर सुन उनका दिल रो रहा है। उन्होंने इसे शर्मनाक करार दिया। कल, महिला की व्यथा सुन मेरा दिल से पड़ा। मैंने उसके आरोप का वीडियो देखा। संदेशखालि पर बात करने से पहले भाजपा को यह जवाब देना चाहिए कि राज्यपाल ने राजभवन में काम करने वाली महिला के साथ ऐसा क्यों किया।" ममता ने आश्चर्य जताया कि "कल रात राजभवन में आए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस मुद्दे पर एक शब्द भी क्यों नहीं बोला।" उन्होंने कहा, "महिला रोती हुई बाहर आई और कहा कि वह अब राजभवन में काम करने को लेकर बहुत ही भयभीत है। 

कुछ राजनीतिक ताकतों द्वारा लगाए गए आरोपों का स्वागत- राज्यपाल

हालांकि, राज्यपाल बोस ने आरोपों का खंडन किया है। राजभवन ने शुक्रवार को राज्यपाल का एक रिकॉर्ड बयान जारी किया था। इसमें तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधते हुए राज्यपाल ने कहा था, 'कोई भी टीएमसी के भ्रष्टाचार और हिंसा पर लगाम लगाने के मेरे प्रयासों को रोक नहीं सकता है। मेरे प्रयास दृढ़ हैं। बयान में उन्होंने आगे कहा कि मैं कुछ राजनीतिक ताकतों द्वारा लगाए गए आरोपों का स्वागत करता हूं। मैं जानता हूं कि अभी और भी बहुत कुछ होने वाला है। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि कोई मुझे इन बेतुके आरोपों से नहीं रोक सकता है। उन्होंने कहा कि मुझे ऐसा लग रहा है कि मुझे एक दिन 1943 की बंगाल फेमिन के साथ-साथ 1946 में कलकत्ता में हुई हत्याओं के लिए भी दोषी ठहराया जाएगा।'

भारतीय नौसेना ने फिर बचाई पाकिस्तानी चालक दल की जान**

भारतीय नौसेना ने अरब सागर में एक संकट कॉल का जवाब देते हुए, 20 पाकिस्तानी चालक दल के सदस्यों को तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान की। जब चालक दल का एक सदस्य लगभग डूब गया था, त्वरित प्रतिक्रिया की। नौसेना ने एक बयान में कहा, शनिवार को अरब सागर में समुद्री डकैती रोधी अभियानों के लिए तैनात आईएनएस सुमेधा मिशन ने एक संकटकालीन कॉल पर एक ईरानी एफवी (20 पाकिस्तानी चालक दल के साथ) को गंभीर चिकित्सा सहायता प्रदान की, जिसमें से एक चालक दल के सदस्य के डूबने की स्थिति थी। गश्ती जहाज आईएनएस सुमेधा ने 30 अप्रैल के शुरुआती घंटों में एफवी अल रहमानी को रोका। जहाज से चिकित्सा विशेषज्ञों की एक टीम जहाज पर चढ़ गई और चालक दल के एक सदस्य को तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान की, जो सांस लेने में कठिनाई और सक्रिय दौरे का अनुभव कर रहा था। इसमें कहा गया है, "चिकित्सीय प्रबंधन के बाद, रोगी को होश आ गया और उसे चिकित्सकीय रूप से राहत मिली।" बयान में कहा गया है, "भारतीय नौसेना की मिशन तैनात इकाइयों के अथक प्रयास क्षेत्र में काम करने वाले नाविकों की सुरक्षा और सहायता के प्रति उसकी दृढ़ प्रतिबद्धता का प्रतीक हैं।" मार्च में, भारतीय नौसेना ने एक ईरानी मछली पकड़ने वाले जहाज के 23 सदस्यीय चालक दल को सफलतापूर्वक बचाया था। सोमालिया के निकट सशस्त्र समुद्री डाकुओं द्वारा अपहरण कर लिया गया। जहाज, अल-कंबर 786, को 28 मार्च को अरब सागर में सोकोट्रा, यमन के दक्षिण-पश्चिम में नौ समुद्री लुटेरों ने जब्त कर लिया था। भारतीय नौसैनिक जहाजों आईएनएस सुमेधा और आईएनएस त्रिशूल ने 12 घंटे से अधिक समय तक "गहन बलपूर्वक सामरिक उपाय" करते हुए हस्तक्षेप किया, जिसके कारण समुद्री डाकुओं को आत्मसमर्पण करना पड़ा। पकड़े गए समुद्री लुटेरों को समुद्री डकैती के खिलाफ घरेलू कानूनों के तहत आरोपों का सामना करने के लिए भारत लाया गया था। इस बीच, मछली पकड़ने वाली नौका पर सवार 23 पाकिस्तानी नागरिकों के चालक दल की चिकित्सा जांच की गई और उन्हें मछली पकड़ने की गतिविधियों को फिर से शुरू करने के लिए सुरक्षित घोषित किया गया था ।
सूरत, इंदौर के बाद अब पुरी में कांग्रेस उम्मीदवार का चुनाव लड़ने से इनकार, बोलीं- कैंपेन के लिए फंड नहीं दे पा रही पार्टी

#after_surat_and_indore_puri_congress_candidate_sucharita_mohanty_withdraw

सूरत, इंदौर के बाद अब कांग्रेस को फिर से झटका लगा है।ओडिशा की पुरी लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार सुचारिता मोहंती ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। मोहंती ने आरोप लगाया है कि पार्टी उन्होंने आर्थिक तौर पर चुनाव लड़ने में कोई मदद नहीं कर रही है। कांग्रेस उम्मीदवार सुचारिता मोहंती ने इसको लेकर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल को चिठ्ठी लिखी है। पुरी लोकसभा सीट पर 25 मई को मतदान होना है, उससे पहले ही कांग्रेस को यह झटका लगा है। बता दें कि यहां से संबित पात्रा बीजेपी के उम्मीदवार हैं।

सुचारिता मोहंती ने शनिवार को कांग्रेस पार्टी का टिकट लौटा दिया और दावा किया कि उन्हें पार्टी की तरफ से चुनाव लड़ने के लिए कोई पैसा नहीं दिया गया है। सुचारिता मोहंती ने कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल को ईमेल भेजा है, जिसमें उन्होंने लिखा कि वह सांसद का टिकट लौटा रही हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सुचारिता मोहंती ने लिखा कि पुरी लोकसभा सीट पर हमारा चुनाव प्रचार बुरी तरह से प्रभावित हुआ है क्योंकि पार्टी ने मुझे चुनाव के लिए फंडिंग देने से इनकार कर दिया। ओडिशा कांग्रेस के प्रभारी डॉ अजॉय कुमार ने मुझे खुद ही चुनाव प्रचार का खर्चा उठाने को कहा। 

सुचारिता ने आगे कहा, मैं एक सैलरीड प्रोफेशनल जर्नलिस्ट थी। 10 साल पहले मैंने चुनावी राजनीति में प्रवेश किया। मैंने पुरी में अपने अभियान में अपना सब कुछ झोंक दिया है। मैंने प्रगतिशील राजनीति के लिए पब्लिक डोनेशन ड्राइव भी चलाया लेकिन कोई खास सफलता नहीं मिली। मैंने अनुमानित अभियान खर्च को न्यूनतम करने का भी प्रयास किया। इसके बाद भी कुछ नहीं हुआ।

कांग्रेस उम्मीदवार ने सुचारिता ने कहा कि मैं अपने दम पर धन नहीं जुटा सकी, इसलिए मैंने आपके और हमारी पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के सभी दरवाजे खटखटाए और उनसे पुरी संसद सीट पर चुनावी कैंपेन के लिए आवश्यक फंड देने का आग्रह किया। मगर मुझे कोई सहयोग नहीं मिला। 

सुचारिता ने कहा कि यह साफ है कि केवल फंड की कमी हमें पुरी में विजयी अभियान से रोक रही है। मोहंती ने पार्टी टिकट लौटाते हुए कहा कि वह एक कांग्रेसी महिला हैं और कांग्रेस के मूल्य उनके डीएनए में हैं। मोहंती ने लिखा कि 'मैं आगे भी कांग्रेस की सिपाही रहूंगी।

ओडिशा की पुरी लोकसभा सीट को हॉट सीट माना जा रहा है। यहां से भाजपा के चर्चित नेता संबित पात्रा चुनाव मैदान में हैं। कांग्रेस प्रत्‍याशी सुचारिता मोहंती द्वारा चुनाव न लड़ने की घोषणा के बाद पात्रा की राह आसान हो सकती है। इससे पहले सूरत और इंदौर लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्‍मीदवार ऐन वक्‍त पर अपना नाम वापस ले चुके हैं। सूरत में तो भाजपा प्रत्‍याशी को विजयी भी घोषित किया जा चुका है।

रॉबर्ट वाड्रा, प्रियंका गांधी को हाशिये पर डाल रहा है राहुल गाँधी खेमा - बीजेपी

किशोरी लाल शर्मा द्वारा लोकसभा चुनाव के लिए अमेठी से नामांकन दाखिल करने के एक दिन बाद, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शनिवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उनके "शिविर" ने उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा और बहनोई को हाशिये पर डाल दिया है। बीजेपी नेता अमित मालवीय ने कहा कि यूपी शहर में लोकप्रियता का दावा करने के बाद भी "राहुल गांधी खेमे" ने अमेठी सीट के लिए रॉबर्ट वड्रा की अनदेखी की।अमित मालवीय ने कहा कि प्रियंका गांधी वड्रा जल्द ही कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ बगावत कर सकती हैं।

"रॉबर्ट वाड्रा , जिन्होंने अमेठी में अपार लोकप्रियता का दावा किया बावजूद इसके इस सीट के लिए उन्हें नजरअंदाज कर दिया गया । यह स्पष्ट है कि राहुल गांधी खेमा कांग्रेस में प्रियंका वाड्रा और उनके पति दोनों को व्यवस्थित रूप से हाशिए पर डाल रहा है। उन्होंने शनिवार सुबह एक्स पर लिखा। 

रॉबर्ट वाड्रा ने क्या कहा था?

पिछले महीने रॉबर्ट वाड्रा ने दावा किया था कि वह अमेठी में लोकप्रिय हैं। उन्होंने कहा कि देश चाहता है कि वह सक्रिय राजनीति में रहें। जहां तक सक्रिय राजनीति में मेरी भूमिका का सवाल है, जब मैंने लोगों के लिए काम किया है तो उन्होंने मुझे हमेशा मजबूत किया है...देश चाहता है कि मैं सक्रिय राजनीति में रहूं। अगर कांग्रेस पार्टी को लगेगा कि मैं बदलाव ला सकता हूं तो मैं सक्रिय राजनीति में आऊंगा। यह जरूरी नहीं है कि मैं अमेठी से चुनाव लड़ूंगा, मैं मोरादाबाद और हरियाणा से भी चुनाव लड़ सकता हूं।" समाचार एजेंसी एएनआई ने वाड्रा के हवाले से कहा।

रॉबर्ट वाड्रा की टिप्पणी से अटकलें शुरू हो गई थीं कि वह कांग्रेस पार्टी के पूर्व गढ़ अमेठी से लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं। राहुल गांधी ने लोकसभा में तीन बार अमेठी का प्रतिनिधित्व किया। हालांकि, 2019 में वह बीजेपी की स्मृति ईरानी से सीट हार गए। राहुल गांधी ने कांग्रेस के एक अन्य गढ़ रायबरेली से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है, जिसे उनकी मां सोनिया गांधी ने खाली किया था।

इस बीच पूर्व कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने दावा किया कि प्रियंका गांधी वाड्रा के खिलाफ साजिश रची जा रही है।उन्होंने एएनआई से कहा, "राहुल गांधी अगर अमेठी से चुनाव नहीं लड़ना चाहते थे तो उन्हें पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ना चाहिए था।"सोनिया गांधी के सीट छोड़ने के बाद अटकलें लगाई जा रही थीं कि प्रियंका गांधी रायबरेली से चुनाव लड़ेंगी।

शतरंज के “शहंशाह” गैरी कास्परोव की भारतीय चुनाव में एंट्री, रायबरेली सीट को लेकर राहुल गांधी पर कसा तंज

#chess_legend_kasparov_s_surprise_dig_at_rahul_gandhi 

भारत में लोकसभा चुनाव हो रहे हैं। सात चरणों में होने वाले चुनाव में दो फेज के लिए वोटिंग हो चुकी है अब पांच चरणों के लिए मतदान होने हैं। भारत में हो रहे चुनाव पर दुनियाभर की नजर है। अब भारत में हो रहे चुनावों में शतरंज के पूर्व चैंपियन गैरी कास्परोव की एंट्री हो गई है। गैरी कास्पारोव ने अपने एक पोस्ट से लोगों को हैरानी में डाल दिया है। दरअसल उन्होंने लोकसभा चुनाव में रायबरेली से चुनाव लड़ने को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर परोक्ष रूप से कटाक्ष करते हुए पहले उनसे रायबरेली की सीट जीतने को कहा।

शुक्रवार को शतरंज के पूर्व चैंपियन गैरी कास्परोव ने मजाक-मजाक में राहुल गांधी को ट्रोल कर दिया। कास्परोव ने सोशल मीडिया पर पोस्ट में लिखा, परंपरावादी कहते हैं कि शीर्ष स्तर के लिए चुनौती पेश करने से पहले आपको पहले रायबरेली से जीतना होगा। शीर्ष स्तर से कास्परोव का परोक्ष इशारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर था।

उन्होंने यह प्रतिक्रिया कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश की उस पोस्ट को लेकर दी, जहां उन्होंने रायबरेली सीट पर पार्टी द्वारा उम्मीदवार की घोषणा के बाद राहुल गांधी को ‘सियासत और शतरंज का एक अनुभवी खिलाड़ी’ बताया था।

दरअसल, कांग्रेस ने हाल ही में लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान अपने मोबाइल फोन पर शतरंज खेलते हुए राहुल गांधी का एक वीडियो को पोस्ट किया था। इस वीडियो में गांधी ने कास्परोव को अपना पसंदीदा शतरंज खिलाड़ी बताया और खेल और राजनीति के बीच समानताएं बताईं थीं।इसके साथ ही उन्होंने खुद को राजनेताओं में सबसे अच्छा शतरंज खिलाड़ी बताया था। उनके इसी वीडियो पर पत्रकार-लेखक संदीप घोष ने सोशल मीडिया पर लिखा, शुक्र है कास्परोव व विश्वनाथन आनंद जल्द रिटायर हो गए और उन्हें हमारे समय के सबसे महान शतरंज जीनियस का सामना नहीं करना पड़ा। घोष ने इस पोस्ट में कास्परोव व आनंद को टैग भी किया। इसी के जवाब ने कास्परोव ने यह पोस्ट किया।

बता दें कि रायबरेली सीट पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के हाल ही में राज्यसभा जाने के बाद खाली हुई थी। इसके बाद शुक्रवार सुबह राहुल गांधी के रायबरेली सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान किया गया। उन्होंने फिर शुक्रवार को ही रायबरेली से अपना नामांकन दाखिल किया, जो इस सीट के लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख भी थी। इस सीट पर राहुल का मुकाबला कांग्रेस छोड़ आए एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह से है।

शतरंज के “शहंशाह” गैरी कास्परोव की भारतीय चुनाव में एंट्री, रायबरेली सीट को लेकर राहुल गांधी पर कसा तंज

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भारत में लोकसभा चुनाव हो रहे हैं। सात चरणों में होने वाले चुनाव में दो फेज के लिए वोटिंग हो चुकी है अब पांच चरणों के लिए मतदान होने हैं। भारत में हो रहे चुनाव पर दुनियाभर की नजर है। अब भारत में हो रहे चुनावों में शतरंज के पूर्व चैंपियन गैरी कास्परोव की एंट्री हो गई है। गैरी कास्पारोव ने अपने एक पोस्ट से लोगों को हैरानी में डाल दिया है। दरअसल उन्होंने लोकसभा चुनाव में रायबरेली से चुनाव लड़ने को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर परोक्ष रूप से कटाक्ष करते हुए पहले उनसे रायबरेली की सीट जीतने को कहा।

शुक्रवार को शतरंज के पूर्व चैंपियन गैरी कास्परोव ने मजाक-मजाक में राहुल गांधी को ट्रोल कर दिया। कास्परोव ने सोशल मीडिया पर पोस्ट में लिखा, परंपरावादी कहते हैं कि शीर्ष स्तर के लिए चुनौती पेश करने से पहले आपको पहले रायबरेली से जीतना होगा। शीर्ष स्तर से कास्परोव का परोक्ष इशारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर था।

उन्होंने यह प्रतिक्रिया कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश की उस पोस्ट को लेकर दी, जहां उन्होंने रायबरेली सीट पर पार्टी द्वारा उम्मीदवार की घोषणा के बाद राहुल गांधी को ‘सियासत और शतरंज का एक अनुभवी खिलाड़ी’ बताया था।

दरअसल, कांग्रेस ने हाल ही में लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान अपने मोबाइल फोन पर शतरंज खेलते हुए राहुल गांधी का एक वीडियो को पोस्ट किया था। इस वीडियो में गांधी ने कास्परोव को अपना पसंदीदा शतरंज खिलाड़ी बताया और खेल और राजनीति के बीच समानताएं बताईं थीं।इसके साथ ही उन्होंने खुद को राजनेताओं में सबसे अच्छा शतरंज खिलाड़ी बताया था। उनके इसी वीडियो पर पत्रकार-लेखक संदीप घोष ने सोशल मीडिया पर लिखा, शुक्र है कास्परोव व विश्वनाथन आनंद जल्द रिटायर हो गए और उन्हें हमारे समय के सबसे महान शतरंज जीनियस का सामना नहीं करना पड़ा। घोष ने इस पोस्ट में कास्परोव व आनंद को टैग भी किया। इसी के जवाब ने कास्परोव ने यह पोस्ट किया।

बता दें कि रायबरेली सीट पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के हाल ही में राज्यसभा जाने के बाद खाली हुई थी। इसके बाद शुक्रवार सुबह राहुल गांधी के रायबरेली सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान किया गया। उन्होंने फिर शुक्रवार को ही रायबरेली से अपना नामांकन दाखिल किया, जो इस सीट के लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख भी थी। इस सीट पर राहुल का मुकाबला कांग्रेस छोड़ आए एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह से है।