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1253 बूथों पर होगा लोकसभा

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। लोकसभा चुनाव की तैयारी हर तरफ तीव्र वेग से चल रही है। इस वर्ष लोकसभा का चुनाव कुल 1253 बूथों पर होगा। हर मतदान बूथों पर एक पीठासीन अधिकारी, एक मतदान कार्मिक प्रथम व एक द्वितीय समेत तृतीय मतदान अधिकारी की तैनाती रहेगा। वहीं बूथों पर पर्याप्त मात्रा में पुलिस व केंद्रीय सुरक्षा बल भी तैनात होंगे।

जिला निर्वाचन विभाग कार्यालय की मानें तो कुल 1253 बूथों पर 5512 पाठासीन अधिकारी उपस्थित तैनात रहे। लोकसभा चुनाव में इस वर्ष भदोही, ज्ञानपुर, औराई व प्रयागराज जिले में हंडिया एवं प्रतापपुर मिलाकर बीस लाख 24043 मतदाता वेटिंग करेंगे। मतदान को लेकर विभागीय स्तर से तैयारी तीव्र वेग से चल रही है। भदोही में कुल 436432 ज्ञानपुर विधानसभा में,396019 औराई विधानसभा में 382067 जिले के तीनों विधानसभा में कुल 1214518 वोटर हैं। जबकि प्रतापपुर में 408714 एवं हंडिया में 400811 समेत कुल 809525 मतदाता हैं।

हर बूथों पर एक पीठासीन अधिकारी एवं प्रथम, द्वितीय,व तृतीय मिलाकर कुल तीन मतदान अधिकारी समेत चार की तैनाती होगी। जबकि संवेदनशील मतदान केंद्रों पर एक माइक्रा आब्जर्वर की अतिरिक्त तैनाती होगी ‌

चार लाख की प्रेशर मशीन,रखे - रखे हुई कबाड़

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। सीवर की सफाई के लिए चार साल पहले नगर पंचायत ने चार लाख रुपए खर्च करके प्रेशन मीशन खरीदी भी जो अब कबाड़ हो गई है। जीआईसी के साथ सामने की पानी टंकी के पास उसे खुले में फेंक दिया गया है। ईओ का कहना है कि प्रेशर कम होने के कारण मशीन का इस्तेमाल नहीं हो सका। सभासदों ने गोलमाल का आरोप लगाने हुए। जांच की मांग की है।

नगर निकाय में सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए मशीनों की खरीद कर ली जाती है। लेकिन उनके इस्तेमाल की किसी को चिंता नहीं रहती है। वर्ष 2020 में तत्कालीन चेयरमैन हीरालाल मौर्य के कार्यालय में नगर के विभिन्न वार्ड में सीवर और नालियों की सफाई के लिए चार लाख रुपए खर्च करके प्रेशन मीशन खरीदी गई लेकिन इसका एक बार भी इस्तेमाल नहीं किया गया।

नगर पंचायत के अधिकारियो का कहना है कि क्षमता अधिक न होने से उससे सफाई नहीं हो पा रही है। इससे दुरुस्त कराने के लिए क‌‌ई बाद पत्र लिखा गया लेकिन मरम्मत नहीं हो पाई। सभासद रंजीत गुप्ता, आशीष, रमेश पासी ने आरोप लगाया कि प्रेशर मशीन की खरीद में में जनता के पैसे को बर्बाद किया गया है। जानबूझकर कम क्षमता की मशीन खरीदी गई। इसमें गोलमाल का भी अंदेशा है। पूरे मामले की जांच कराई जानी चाहिए।

सभासदों का कहना है कि जब से खरीदा गया है तब से ही यह इसी तरह निष्प्रयोज्य खड़ा है। वहीं दूसरी तरफ ईओ राजेन्द्र कुमार दूबे ने बताया कि 2020 में मशीन की खरीद हुई। प्रदेश कम होने से मलबे की सफाई में काम नहीं कर पा रही है। सफाई में काम नहीं कर पा रही है। इससे सुधार के लिए बजट मांग की गई है। अब सबसे बड़ा सवाल है कि अगर मशीन का प्रयोग ही नहीं हुआ तो इसके प्रेशन की जानकारी नगर पंचायत को कैसे हुई। दूसरी तरफ नगर पंचायत के ईओ ने बताया कि प्रेशर कम होने के कारण मशीन का इस्तेमाल नहीं हो रहा है। इस बार में क‌ई बार पत्र लिखा गया। लेकिन संबंधी कंपनी ने प्रेशर दुरस्त नहीं कराया।

पुलिस ने 318 अवांछनीय को जारी किया रेड कार्ड

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के बाद से ही जिले की पुलिस एक्शन मोड पर है। चुनाव के दिन किसी प्रकार का खलल न हो, ऐसे में 318 अवांछनीय तत्वों को चिन्हित करके रेड कार्ड जारी किया गया है। साथ ही 41 को जिला बदर व 349 के खिलाफ मिनी गुंडा एक्ट 110 की कार्रवाई कराई गई।

पुलिस अधीक्षक डॉ मीनाक्षी कात्यायन ने बताया कि छठवें चरण के तहत जिले में 25 म‌ई को मतदान की प्रक्रिया संपन्न होगी। आयोग की मंशा के अनुसार पुलिस काम कर रही है। जिले के नौ थानों में अब तक 318 अवांछनीय तत्वों को चिन्हित करके रेड कार्ड दिया गया है। ऐसे लोगों को बूथ के आसपास नजर आने से मना किया गया है। आदेश की अवहेलना करने पर जेल भेजे जाएंगे। इसके अलावा ऐसे लोग भी चिन्हित किए जा रहे,जो शांति व्यवस्था में खलल पैदा कर सकते हैं। कहा कि चुनाव को लेकर जिले में अब तक 12 हजार 658 व्यक्तियों को शांति भंग की आशंका में पाबंद किया गया है। प्रकिया मतदान की तिथि तक जारी रहेगा।

सिद्धिदात्री की उपासना के साथ नवरात्र संपन्न

नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। नवरात्र पर्व के नौ दिनों में मां अंबे के नौ अलग-अलग स्वरूपों की आराधना करने की परंपरा है। आज चैत्र शुक्ल नवमी है। इस दिन भक्त मां सिद्धिदात्री की पूजा-अर्चना करते हैं।

पौराणिक ग्रंथों में मां सिद्धिदात्री को सिद्धि और मोक्ष की देवी माना गया है। मां सिद्धिदात्री के पास अणिमा, महिमा, प्राप्ति, प्रकाम्य, गरिमा, लघिमा, ईशित्व और वशित्व यह आठ सिद्धियां हैं। मां सिद्धिदात्री भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं और उन्हें यश, बल और धन भी प्रदान करती हैं।

शास्त्रों के मुताबिक माता की कृपा से ही देवी-देवताओं को भी सिद्धियां प्राप्त हुईं। मान्यता है कि मां सिद्धिदात्री की कृपा से ही भगवान शंकर का आधा शरीर देवी का हुआ था। इसके चलते उन्हें अर्द्धनारीश्वर की संज्ञा भी दी जाती है।देवी आराधना के पवित्र पर्व वासंतिक नवरात्र के नौवें दिन बुधवार को आदिशक्ति के सिद्धिदात्री स्वरूप की उपासना की गई। इसी के साथ भगवती आराधना के नौ दिनी अनुष्ठान का समापन हो गया।

नवरात्र में नौ दिन तक उपवास रखने वाले व्रतियों ने कन्या पूजन के साथ व्रत का पारण किया। चैत्र नवरात्र के अंतिम दिन बुधवार को जिले के देवी मंदिरों पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। वैदिक मंत्रोच्चार और देवीगीतों से चप्पा-चप्पा भक्तिभाव में लीन नजर आया। छोटे से लेकर बड़े मंदिरों तक पर बड़ी संख्या में पहुंचकर श्रद्धालुओं ने हवन-पूजन किया और मां भगवती से सुख-सौभाग्य की कामना की।

ज्ञानपुर से लगे घोपइला देवी मंदिर पर सुबह से ही दर्शन-पूजन और हवन आदि करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगनी शुरू हो गई थी। मंदिर पर दिन के 11 बजे से कन्यापूजन और उन्हें भोजन कराने का सिलसिला शुरू हो गया, जो शाम तक चलता रहा। कुंवारी कन्याओं को भोजन कराकर व्रतियों ने उन्हें दक्षिणा और फल आदि का दान किया।

पोषण पोटली नहीं आई काम , 12348 कुपोषित

नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। कुपोषित बच्चों की हालत में सुधर नहीं हो रहा है। सुपोषण मिशन का कोई फायदा नहीं हो रहा है। हर महीने कुपोषितों की संख्या में इजाफा हो रहा है। पांच हजार से अधिक बच्चे अतिकुपोषित श्रेणी में हैं जबकि कुल कुपोषितों की संख्या 12 हजार 348 हो गई है।बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से पौष्टिक आहार उपलब्ध करा रहा है। इसके बावजूद कुपोषण के मामले कम नहीं हो रहे हैं। वर्ष 2014 में प्रदेश सरकार ने सुपोषण मिशन की शुरुआत की थी। आंगनबाड़ी केंद्रों पर वजन दिवस आयोजित किए जाने लगे। आंगनबाड़ी केंद्रों से गर्भवती महिलाओं और किशोरियों के पौष्टिक आहार, टीकाकरण आदि की व्यवस्ता की गई। इसके बाद भी कुपोषित बच्चों की संख्या में कमी नहीं आई।आईसीडीएस विभाग के आंकड़ों के मुताबिक जनवरी में कुपोषित बच्चों की संख्या जहां 10 हजार 540 थी जबकिफरवरी में यह बढ़कर 11 हजार 590 तक पहुंच गई। मार्च में हुए वजन दिवस के बाद 12 हजार 348 कुपोषित पाए गए। कुपोषण को खत्म करने के लिए शुरू की गई पोषण पोटली योजना भी कारगर नहीं साबित हो रही है। विभाग अब इसको बंद करने की तैयारी में कर रहा है।

पोषण पुनर्वास केेंद्र का भी मतलब नहीं

बच्चों के कुपोषण को खत्म करने के लिए जिला अस्पताल ज्ञानपुर में पोषण पुनर्वास केंद्र बनाया गया है। आंगनबाड़ी केंद्रों से गंभीर अति कुपोषित बच्चों को भर्ती किया जाता है। 10 बेड का केंद्र कभी कभार ही भरता है। कभी दो तो कभी तीन बच्चे ही यहां पहुंचते हैं। केंद्र के कर्मचारियों का कहना है कि आंगनबाड़ी एवं सहायिकाएं यहां बच्चों को लेकर नहीं आती। जिससे उनका उपचार नहीं हो पाता।

तीन महीने में कुपोषित बच्चों का आंकड़ा

माह मैम सैम अति कुपोषित

जनवरी 4520 1520 4500

फरवरी 4859 1740 4999

मार्च 5335 1954 5059

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एक नजर आईसीडीएस विभाग

आंगनवाड़ी केंद्र- 1496

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता- 1320

बच्चों की संख्या - 1,32, 805

आठ से 10 साल पूर्व कुपोषित बच्चों की संख्या 40 से 50 हजार तक होती थी। उस समय से काफी सुधार हुआ है। वर्तमान में मौसम बदला हुआ है, जिससे बच्चों की तबियत खराब चल रही है। इससे मार्च में मैम,सैम बच्चों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। - मंजू वर्मा , डीपीओ

आपरेशन काॅरिडोर नहीं, हिचकोले खा मरीज

नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय में ऑपरेशन कॉरिडोर न होने से मरीजों को ऑपरेशन थिएटर से ऊबड़-खाबड़ रास्तों से इमरजेंसी वार्ड तक ले जाया जाता है।

कॉरिडोर के लिए छह महीने पहले प्रस्ताव भेजा गया था लेकिन मंजूरी नहीं मिल पाई है।जिला चिकित्सालय में हर दिन 800 से 900 मरीजों की ओपीड़ी होती है। हर महीने 10-15 ऑपरेशन किए जाते हैं। ज्यादातर ऑपरेशन प्रसव से संबंधी होते हैं। जनरल सर्जरी के मामले कम ही आते हैं।

आपरेशन के बाद मरीज को इमरजेंसी वार्ड में भेजना पड़ता है। जिला चिकित्सालय की बिल्डिंग पुरानी है। यहां संसाधनों की कमी है। ऑपरेशन थियेटर से इमरजेंसी की दूरी लगभग 80 मीटर है। यह रास्ता ऊबड़-खाबड़ है। चिकित्सकों का कहना है कि दोनों के बीच कॉरिडोर होना चाहिए। कॉरिडोर नहीं होने से आपरेशन के बाद मरीजों को परेशानी होती है।

वर्जन:

पूर्व में भेजा गया प्रस्ताव स्वीकृत नहीं हो सका। कॉरिडोर के लिए कार्ययोजना शासन को भेजा गया है। स्वीकृति मिलने के बाद काम शुरु किया जाएगा। पुरानी बिल्डिंग होने के कारण तमाम समस्याएं है, जिसे समाधान किया जा रहा है। -- डॉ. राजेंद्र कुमार, सीएमएस

घोप‌इला मंदिर पर 19 को भंडारे में हो शामिल

नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। ज्ञानपुर क्षेत्र स्थित घोप‌इला मंदिर में 19 अप्रैल को विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा।

गांव निवासी राहुल श्रीवास्तव ने बताया कि चैत्र नवरात्र में पूरे नौ दिनों तक दर्शन - पूजन को बड़ी तादाद में लोग आते हैं। प्रत्येक की तरह इस साल भी 19 अप्रैल को शाम को चार बजे से लेकर देर रात तक विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा।

सहालग में भरेगा उड़ान, सामानों के सज ग‌ए बाजार

नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। चैत्र नवरात्र शुरू होने के साथ ही खरमास का भी समापन हो गया। 18 अप्रैल से शादी - विवाह का सीजन शुरू हो रहा है। शुभ लगन केवल अप्रैल माह तक ही है, लेकिन म‌‌ई जून में भी जमकर शादियां होगी। ऐसे में कारोबार को बुस्टर डोज की उम्मीदें हैं। इसे लेकर जनपद में बाजार सज गए हैं।

बता दें कि इस साल ठंड के सीजन में भी शादियों की धूम थी। लेकिन गांवों में अधिकांश लोग अप्रैल व म‌ई माह में ही शादियां करते हैं। उसका कारण रबी फसलों की कटाई - मड़ाई के बाद खेतों का खाली होना, महानगरों में बच्चों की छुटियां होने पर प्रवासियों का आना होता है। शादियों के सीजन में सूबे के सबसे छोटे जनपद भदोही में करोड़ों का कारोबार होता है।

इससे लाभान्वित होने वाले कारोबारियों में होटल, ढाबा, मैरिज लाॅन संचालक, आभूषण कारोबारी, कैटरिंग,टेंट कारोबारी आदि है। उधर,इस साल अप्रैल में ही शुभ मुहूर्त है।

मां दुर्गा का मोहक रुप है देवी महागौरी, इनकी पूजा से बढ़ती है सकारात्मक ऊर्जा

नितेश श्रीवास्तव ,भदोही।नवरात्रि के आठवें दिन मां महागौरी की पूजा की जाती है। आदिशक्ति श्री दुर्गा का अष्टम रुप श्री महागौरी है। मां महागौरी का रंग अत्यंत गौरा है इसलिए इन्हें महागौरी के नाम से जाना जाता है। मान्यता के अनुसार अपनी कठिन तपस्या से मां ने गौर वर्ण प्राप्त किया था।

तभी से इन्हें उज्ज्वला स्वरुपा महागौरी,धन ऐश्वर्य प्रदायिनी,चैतन्यमयी त्रैलोक्य पूज्य मंगला, शारीरिक मानसिक और सांसारिक ताप का हरण करने वाली माता महागौरी का नाम दिया गया। मां दुर्गा की आठवीं शक्ति देवी महागौरी है। इनका स्वरूप अत्यंत सौम्य है।

मां गौरी का ये रुप बेहद सरस, सुलभ और मोहक है‌। देवी महागौरी का अत्यंत गौर वर्ण हैं। इनके वस्त्र और आभूषण आदि भी सफेद ही हैं। इनकी चार भुजाएं हैं। महागौरी का वाहन बैल हैं। देवी के दाहिने ओर के ऊपर वाले हाथ में अभय मुद्रा और नीचे वाले हाथ में त्रिशूल है। बाएं ओर के ऊपर वाले हाथ में डमरू और नीचे वाले हाथ में वर मुद्रा है।

इनका स्वभाव अति शांत है।नैत्र नवरात्र के आठवें दिन मंगलवार को आदि शक्ति मां दुर्गा के आठवें स्वरूप मां महागौरी विधि-विधान से पूजी गईं। देवी मंदिरों से लेकर लोगों के घरों तक देवी मंत्रों से गांव और नगर गुंजायमान रहे। घंट-घड़ियाल की आवाज से पूरा वातावरण देवीमय हो गया।

कड़ी धूप के बाद भी आस्था में डूबे भक्त मां की एक झलक पाने को बेताब रहे। साधकों ने मां जगत जननी जगदंबा के महागौरी के स्वरूप में पूजन -अर्चना की। देवी मंदिरों में दर्शन पूजन में भक्तों की सुबह से ही लंबी कतार लगी रही।

अष्टमी पर ज्यादातर देवी भक्तों ने व्रत रखा और वे माता रानी के पूजन- अर्चन में लगे रहे। नगर के घोपइला माता मंदिर पर भोर से ही आदि शक्ति के दर्शन को भक्तों की कतार लगी रही शुक्रवार को घोपइला मंदिर में भंडारे का आयोजन किया गया है। जिसमें भारी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ेगी।

*धूप से खेत में झुलस रही सब्जी फसल*

नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। धूप से सब्जी की फसल झुलस रही है। सिंचाई के दो दिन बाद ही खेतों में दरार पड़ जा रही है। झुलस रही सब्जी फसल को किसान कैसे बचाएं यह चिंता सताए जा रही है।

यही नहीं, खेतों में ज्यादा पानी छोड़े जाने से सब्जी का फल सड़कर खराब हो रहा है। सब्जी की सिंचाई को लेकर किसानों की चिंता बढ़ने लगी है। चिलचिलाती धूप में किसान सब्जी सफल कैसे बचाएं यह समझ नहीं पा रहे हैं। खेत की गहरी भराई करने पर सब्जी फल सड़ जा रहा है। हल्की सिंचाई से दो दिनों में ही खेत सूख जा रहा है। ऐसे में कृषक बार - बार सब्जी फसल की सिंचाई करने पर विविश हो रहें हैं। इन दिनों मौसम की मार से भिंडी,करेला, कद्दू, नेनुआ, लौकी,की फसल ज्यादा प्रभावित हो रही है।